रविवार, 3 जून 2012

कैदियों के भागने की वारदात गुजरात-बाड़मेर में तलाशी

जालोर। जालोर जेल से कैदियों के भागने की वारदात मे पुलिस अभी तक मुख्य सूत्रधार कमलसिंह तक पहुंच नहीं बना पाई हैं। पुलिस की टीमें हालांकि सर्च ऑपरेशन जारी रखे हैं। पुलिस ने बाड़मेल जिले के बालोतरा कस्बे से एक कैदी को दस्तयाब किया। जालोर जिला पुलिस की टीमें बाड़मेर की सरहद और बालोतरा के आस-पास तलाशी में लगी रही।   
बाड़मेर जिले के तीन कैदियों में से दो कैदी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका हैं। वहीं एक अन्य कैदी गणेश जाट को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं। इधर चितौडग़ढ़ और प्रतापगढ़ क्षेत्र के कुख्यात तस्कर कमलसिंह सहित अन्य आरोपियो के बारे में पुलिस को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है। पुलिस की एक टीम गुजरात क्षेत्र के कई हिस्सों में भी कैदियो की तलाश कर रही है। गौरतलब है कि पुलिस ने अभी तक कैदी फरार कांड में पांच कैदियों की गिरफ्तारी की हैं। इसके अलावा भागने में सहयोग करने वाले चार अन्य को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में आरा पत्तियों को जेल के अंदर ले जाने में जिस कैदी मेहर सिंह का बैग होने की बात सामने आई है। वह कैदी भाद्राजून के पास बहुचर्चित निम्बला कांड का आरोपी है। करीब छह माह पूर्व निम्बला गांव में कार में जिन मां-बेटी की शव मिले थे।
उस वारदात को जोधपुर निवासी मेहर सिंह और उसके भाई ने ही अंजाम दिया था। मेहर सिंह फिलहाल हत्या के मामले में विचाराधीन है। मेहरसिंह भी उस रात बैरक नं. 2 में ही बंद था। प्रहरी के शोर मचाने के कारण संभवत: वो भागने में सफल नहीं हो पाया। जालोर जिला पुलिस का एक दल कुख्यात तस्कर और फरार होने की वारदात में मुख्य सूत्रधार रहे कमलसिंह की तलाश में गुजरात गया है। शहर कोतवाल अन्नराज राजपुरोहित के नेतृत्व में दल ने अहमदाबाद में कई स्थानों पर दबिश दी। लेकिन कमलसिंह हाथ नहीं आया। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व पुलिस ने कमलसिंह सहित अन्य आरोपियों को स्कॉर्पियों गाड़ी में छोडऩे वाले उसके रिश्तेदार ने कमलसिंह की पत्नी को गुजरात में किसी स्थान पर छोड़ा था। पुलिस ने उन संभावित स्थानो पर दबिश दी, लेकिन कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी।

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