शनिवार, 28 अप्रैल 2012

स्वास्थ्य कार्मिकों ने लगाए परिंडे


स्वास्थ्य कार्मिकों ने लगाए परिंडे 

बाडमेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों और कर्मचारियों ने जिला स्वास्थ्य भवन में अनेक परिंडे लगाकर समाज में चल रहे परिंडा अभियान में अपनी भागीदारी निभाई। हमोा स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सचेत रहने वाले इस विभाग द्वारा भवन परिसर की छतों पर और बाहर चारदिवारी पर परिंडे लगाए गए। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन, एडिनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. बीएस गहलोत, आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, आा समन्वयक राको भाटी, डीएनओ जयंत चटर्जी, जानपदिप रोग विोशज्ञ डॉ. मुको गर्ग, नवरतन सोनी, उम्मेद जाखड, भांकरलाल जोाी एवं राजो भार्मा सहित अन्य कर्मी मौजूद थे। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने कहा कि मीडिया द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान अतिसराहनीय है और इसमें सभी को अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि परिंडों को लेकर आगामी बैठक में सभी बीसीएमओ को भी कहेंगे कि वे अपनेअपने क्षेत्र में अधिकाधिक परिंडे लगवाने का प्रयास करें ताकि पक्षियों को बचाया जा सके। एडिनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने कार्यालय कर्मी ओमप्रका की सराहना करते हुए बताया कि वो नियमित रूप से प्रतिदिन परिंडों में पानी डालते हैं और पक्षियों को चुगा भी डालते हैं। वहीं इस मौके पर सभी कार्मिकों ने निर्णय लिया कि वे जहां भी अवसर मिलेगा परिंडे लगाने में अपनी भागीदारी निभाएंगे। 

बाड़मेर बाडमेरताज़ा खबरें | आज की ताज़ा खबरें, ताज़ा खबर पुलिस 28 अप्रेल


सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता चौधरी 

बाडमेर 28 अप्रेल। राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा है कि अन्तर्राश्ट्रीय सीमा पर स्थित क्षेत्रों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा सीमा के लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। वह भानिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बीएडीपी की वाशिर्क योजना की समीक्षा कर रहे थे। 
इस अवसर पर राजस्व मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा जन हित में संचालित विभिन्न योजनाओं की सार्थकता इसी बात में निहित है कि उनका वास्तविक लाभ उन व्यक्तियों तक पहुंचाया जाए जिनके लिए वे योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा जनहित तथा जन सुविधाओं के लिए विभिन्न योजनाओं द्वारा सरकारी वित का प्रावधान किया जाता है लेकिन उनका कि्रयान्वयन बेहतर ंग से नहीं हो पाने के कारण योजनाओं का असली लाभ नहीं मिल पाता है। 
चौधरी ने जनता से जुडे विभिन्न विभागों के अधिकारियों से अपने दायित्वों के प्रति गम्भीरता बरत कर अपने कार्यो में जन हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्दो दिए। उन्होने अधिकारियों से नैतिकता के नाते अपने कर्तव्यों को जनता की सेवा के लिए समर्पित करने की अपील करते हुए कहा कि वे जनता को पानी, बिजली, चिकित्सा, सडक आदि मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने में सवेदनाीलता का परिचय दे। 
इस मौके पर अल्प संख्यक एवं वक्फ मामालात मंत्री अमीन खां ने कहा कि बीएडीपी योजना का मूलभूत मकसद सीमावर्ती क्षेत्रों में सुविधाओं का विस्तार है तथा जिले के चार ब्लॉक बाडमेर, िव, चौहटन तथा धोरीमना सीमा से जुडे है। उन्होने सीमावर्ती क्षेत्रों में पानी, बिजली तथा आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास की पैरवी की ताकि लोग सुविधाओं के अभाव में सीमा से जुडाव नहीं छोडे। उन्होने मुनाबाव में अन्तर्राश्ट्रीय स्तर की सुविधाओं के विकास को कहा। साथ ही सीमा पर रह रहे सुरक्षा बलों की आवयकताओं को भी पूरा करने को कहा। उन्होने जलदाय विभाग के अधिशी अभियन्ताओं के मुख्यालय संबंधित ब्लॉक पर स्थानान्तरित करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्दो दिए। 
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद हरीा चौधरी ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में पीने के पानी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होने बीएडीपी कार्यक्रम के तय मानकों के अनुसार ही वाशिर्क प्रस्ताव प्रेशित करने के निर्दो दिए। उन्होने कहा कि जिला परिशद द्वारा संचालित विकास योजनाओं की स्वीकृतियों में पूर्ण पारदिर्ता रखी जाए। उन्होने मुख्य कार्यकारी अधिकारी से िकायतों तथा अनियमितताओं को गम्भीरता से लेते हुए जांच कर आरोप सही पाए जाने पर सख्त अनुासनात्मक कार्यवाही के निर्दो दिए। 
सांसद चौधरी ने जिले में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार की पैरवी करते हुए 108 एम्बूलेन्स सेवा को अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया तथा बीएडीपी के वाशिर्क प्रस्ताव में 6 नई एम्बूलेन्स के प्रस्ताव भी भामिल करने के निर्दो दिए। 
बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने योजना की गाईड लाईन के बारे में जानकारी मुहैया कराने की हिदायत दी। वहीं विधायक मेवाराम जैन, पदमाराम मेघवाल ने अपने क्षेत्रों के प्रस्तावों को भी भामिल करने को कहा। 
इससे पूर्व जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने योजना के वाशिर्क प्रस्तावों की जानकारी दी। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली सहित संबंेिधत विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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जागसा में रात्रि चौपाल 


सांगसिंह को दी कलेक्टर ने बीपीएल आवास की सौगात 

बाडमेर, 28 अप्रेल। जिले के बालोतरा उपखण्ड क्षेत्र के जागसा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर भाुक्रवार सायं जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने प्रासनिक अमले के साथ रात्रि चौपाल में खुली जन सुनवाई कर ग्रामीणों के अभाव अभियोग सुने तथा अधिकारियों को मौके पर ही समस्याओं के निराकरण के निर्दो दिए। इसी दौरान जिला कलेक्टर ने पंचायत के सांगसिंह को बीपीएल आवास स्वीकृत करने के निर्दो दिए। इसी तरह चौपाल में जमाबंदी भाुद्धिकरण से उका को उसका सही नाम मफतलाल से पहचान मिल गई क्योंकि उसका सही नाम राजस्व रेकर्ड में दर्ज कर दिया गया। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान की जागसा गांव में रात्रि चौपाल के दौरान लोगों का हुजुम उमड पडा तथा करीब 300 की तादाद में महिलाए तथा पुरूश मौके पर ही अपने आवेदनों के निपटारे के लिए कलेक्टर के समक्ष उपस्थित हुए। चौपाल में विभिन्न मामलों से संबंधित करीब 40 आवेदन प्रस्तुत किए गए जिसमें से अधिकाांः पीने के पानी की समस्या से संबंधित थे। वहीं राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतिकरण योजना से वंचित रहे बीपीएल परिवारों को विद्युत कनेकन मुहैया कराने के लिए डिस्कॉम को नये प्रस्ताव भेजने के निर्दो दिए गए 
इस मौके पर जिला कलेक्टर ने जन समस्याओं की सुनवाई कर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण के निर्दो दिए। चौपाल भाुरू होने से पूर्व ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर का स्वागत किया। चौपाल के दौरान किसानों ने बिजली की कमी तथा पेयजल की समस्या की बात कही। जिला कलेक्टर ने इस मामले में डिस्कॉम के अधिकारियों को निराकरण करवाने को कहा। ग्रामीणों ने आस पास के विद्यालयों में लम्बे समय से रिक्त पडे िक्षकों के पदों पर नियुक्ति की मांग की। ग्रामीण इलाकों की जर्जर सडकों की मरम्मत करवाने की भी मांग की। उन्होने बताया कि पिछले लम्बे समय से क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत नहीं करवाई जा रही है। जिला कलेक्टर ने चौपाल में प्रस्तुत परिवेदनाओं की सुनवाई कर निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्दो दिए। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए बरसाती जल संग्रहण के लिए खेतों में टांका निर्माण करवाने को कहा। साथ ही बरसात की सीजन में अधिकाधिक पौधे लगाने को आहवान किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर करे क्षेत्र में पेयजल की समस्या को प्रमुखता से रखा तथा पानी की समस्या से अवगत कराया। ग्रामीणों ने पानी की नियमित आपूर्ति के लिए पेयजल स्त्रोतों के बारे में बताया। चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतिकरण योजना की कठिनाईयों तथा बिजली कनेकन नहीं होने की भी जानकारी दी। ग्रामीणों ने बीपीएल की सर्वे सूची के अद्यतन तथा इस सूची में भामिल करने की मांग की। 
चौपाल के दौरान उपखण्ड अधिकारी कमलो आबूसरिया समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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अवैध संबंधों को रोकना चाहा, तो मां ने करा दिया हमला

नूरमहल. गांव गोरसिया के रहने वाले एक युवक ने अपनी मां और तीन अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला मामला दर्ज करवाया है। गांव गोरसिया निहाल के रहने वाले हरपाल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी मां के किसी के साथ अवैध संबंध है।  



जब मां को रोकना चाहा तो उसने अपने समर्थकों से उनपर हमला करवा दिया। हरपाल सिंह के अनुसार शुक्रवार को बिना बताए मां घर से कहीं चली गई। काफी देर बात नहीं आने पर फोन पर मिलाया तो मां बोली कि वह किसी वकील के पास मिलने आई है।
कुछ देर बाद किसी परिचित का फोन आया उसने बताया कि उसकी मां गांव शमशाबाद में किसी की दुकान में बैठी है। जब मौके पर जाकर देखा तो मां वही थी और झूठ बोलने का कारण पूछा तो मां, काली, तिलका एक अन्य युवक ने तेजधार हथियार से हमला कर घायल कर दिया।
उधर मां का कहना है कि हरपाल सिंह बिना वजह शक कर रहा है। पुलिस ने हरपाल सिंह के बयान पर विभिन्न धाराओं के तहत मां समेत चार लोगों खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

भारत से मंगा कर नकली वियाग्रा बेचने वाले अंग्रेज पर 1.2 अरब रुपए का जुर्माना



लंदन. मर्दानगी बढ़ाने वाली दवा वियाग्रा की नकली गोलियां भारत से मंगा कर ब्रिटेन में बेच कर धन्‍ना सेठ बन बैठे एक अंग्रेज को अदालत ने 140 लाख पाउंड (लगभग 119.43 करोड़ रुपए) की भारीभरकम धनराशि मरीजों को वापस करने का आदेश सुनाया है।
 




पुलिस की जांच में पता चला कि मैनचैस्‍टर के रहने वाला सिमोन हिकमैन इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन फार्मेसी चला रहा था और उसने अपने सौदों से 154 लाख पाउंड कमाये। अदालत ने आदेश दिया है कि वह छह महीने की भीतर 140 लाख पाउंड की राशि उन लोगों को वापस करे जिन्‍होंने उसके जरिए नकली वियाग्रा मंगवाई। अदालत ने सख्‍ती बरतते हुए कहा कि अगर यह पैसा उसने समय पर नहीं लौटाया तो उसे दस साल सींखचों के भीतर बिताने होंगे।



सूत्रों के अनुसार हिकमैन भारत से वियाग्रा और वजन घटाने वाली दवाइयां मंगा करके अपनी वेबसाइट एमएसएच वर्ल्‍ड ट्रेड के जरिए बेचता था। इनमें सेक्‍स खिलौने, कामोत्‍तेक दवाईयां और लिंग का आकार बढ़ाने में मदद करने वाले पंप आदि शामिल थे। भारत से मंगाई जाने वाली कुछ वियाग्रा गोलियां नकली होती थीं और ब्रिटेन में उन्‍हें बेचना गैरकानूनी था।

जांच में पता चला कि नकली दवाइयों के कारोबार का यह एक बड़ा मामला है। हिकमैन ने इस गोरखधंधे से बेतहाशा पैसा कमाया। इसका अंदाजा इस बात से भी लग सकता है कि उसके 30 बैंक खाते थे जिनमें से छह तो विदेश में हैं।





अय्याशी की जिंदगी जी रहा हिकमैन एक आनलाइन कैसिनो भी चलाता था। उसके पास रेंज रोवर्स जैसी गाडि़यों का काफिला और कई लक्‍जरी फ्लैट्स भी थे।

सरकारी बाढ़ से तबाह हो रहे सरहद के कई गांव

 

बाड़मेर। हर सूखे इलाके में किसान नहरों की मांग करते हैं ताकि उनके इलाके में फसलों की पैदावार अच्छी हो, लेकिन बाड़मेर में कई इलाके सरकार की लापरवाही के चलते तबाह हो रहे हैं, दरअसल राजस्थान के राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के विधानसभा क्षेत्र गुड़ा मालानी इलाके के कई गाँव नर्मदा नहर के ओवरफ्लो पानी के कारण बाढ़ ग्रस्त हो गए हैं पानी यहाँ के लोगो के लिए कई उम्मीदों के सपने लाया था ,लेकिन बाड़मेर के इलाके के झाकरड़ा , मेघावा , पनावली , धोलीनाडी समेत कई गाँवो के किसान नर्मदा नहर के पानी से बर्बाद हो गये हैं। बाड़मेर जिला मुख्यालय से करीब एक सौ दस किलोमीटर दूर जालोर सीमा से सटे करीब दर्जन भर गाँव पिछले तीन सालो से सरकार के द्वारा दी गई बाढ़ से तबाह हैं। यहाँ के किसानो के लिए नहर वरदान मानी जा रही थी लेकिन अब वो अभिशाप बन गई हैं ,करीब सात किलोमीटर का इलाका और उसमे बसे लोगो के आशियानों पर तीस फीट तक पानी की चादर चल रही हैं। खेती किये हुए सालो बीत गए जमीन क्षार के कारण खराब और अनउपजाऊ बन गई और लोग पलायन को मजबूर हैं क्योंकि ये इलाका राजस्थान के राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी का विधान सभा क्षेत्र हैं। यहाँ तक की बाड़मेर जिला प्रशासन भी इस सरकारी आपदा के बारे में अनभिज्ञ हैं क्योंकि शायद नेताजी ने प्रशासन को आँखे बंद करने के आदेश दे दिए हैं। सरकार की इसी लापरवाही के चलते कई किलोमीटर तक केनाल सूखी पड़ी हैं और कई स्थानों पर नहर का पानी आज दिन तक डिग्गियो में पहुंचा तक नहीं हैं।
गौरतलब हैं कि यह क्षेत्र राजस्थान के बड़े जाट नेता और राजस्थान के वर्तमान राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी का विधानसभा क्षेत्र हैं, फिर भी तीन सालो से यह क्षेत्र पानी में डूबा हैं। घरो में शाम होते होते लोग विद्युत नहीं होने से अँधेरे में जिंदगी बिताने को मजबूर हैं। मच्छर और पानी के अन्य जहरीले जीव जन्तुओं के लिए यह इलाका स्वर्ग से कम नहीं हैं, हर घर में औसतन तीन लोग मलेरिया या बुखार से पीड़ित हैं और घरो के बाहर बंधी गाय और भैंसों को रात में मच्छर इतना काट जाते हैं कि सुबह उस स्थान पर खून ही खून बिखरा पड़ा रहता हैं। यही नही यहाँ से सात गाँवो को जोड़ने वाली संपर्क सड़क भी डूब गई हैं जिसके कारण लोगो को साठ किलोमीटर का लम्बा चक्कर पड़ रहा हैं। यही नहीं स्वयं राजस्व मंत्री को ग्रामीण तीन सालो में कई मर्तबा शिकायत कर चुके हैं लेकिन अब तक कोई भी समाधान नहीं हुआ हैं । झाकरड़ा के ग्रामीण सुखराम विश्नोईके अनुसार गाँव का अधिकांश हिस्सा डूब गया हैं ग्रामीणों के अनुसार नहर ने बर्बाद कर डाला हैं। यही के रहने वाले दिनेश विश्नोई कहते हैं कि यहाँ की शिक्षा के हाल भी इस सरकारी बाढ़ ने बेहाल कर रखे हैं तीन विद्यालयो में से दो विद्यालय पानी में आधे डूबे हैं और एक में आने के हालात नहीं क्योंकि मुख्यद्वार पर पानी का बड़ा तालाब बना हुआ हैं भयभीत परिजनों ने बच्चो को स्कूल भेजना बंद कर दिया क्यूंकि बच्चो के डूबने का डर था। इस इलाके में पिछले तीन सालो से लोग चुप्पी साधे हैं आखिर क्यों ? इस पर लोगो का जवाब था की कई बार प्रशासन को परेशानी बता दी लेकिन सिवाय आश्वासनों के कुछ भी हाथ नहीं लगा लेकिन यहा के लोग दुखी इसलिए भी हैं क्योंकि यहाँ के विधायक और राज्य के राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी को भी व्यक्तिगत कहे जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। यहाँ के निवासी बाबूलाल विश्नोई कहते हैं कि मुकद्दर की दरारों की मरम्मत करने की मांगे सिपहसालरो से खूब हुई लेकिन हर बार उन्हें ‘‘हो जाएगा’’ का जुमला दिया गया , लेकिन होगा कब इसकी किसी को तारीख नही बताई और इसका यह परिणाम हुआ की तीन साल बदकिस्मती के साथ जुड़ गए और और ज्यादा मियाद बढती जा रही हैं। लोगो का आरोप यह भी हैं कि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी भी इस इलाके में आकर लोगो को सांत्वना देने को कभी नहीं आये । यहाँ के लोगो का आरोप हैं कि जब चुनाव आते हैं तो उनको आश्वाशन दिए जाते हैं कि सब समस्याओं का समाधान होगा लेकिन हर बार वादे वादे ही रहते हैं। यहा के लोगो के अनुसार राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के लिए यहा खम्बे लगे केबल बिछ गई लेकिन उसके बाद बाढ़ रुपी नहरी पानी आ गया और सारे के सारे कनेक्शन वापस ठन्डे बसते में चले गए । लोगो का आरोप हैं कि राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी ने ना केवल इस गाँव की समस्या को पूरी तरह से नजरंदाज किया हैं बल्कि लोगो को भी आश्वासन रुपी धोखा दे दिया हैं।

इनका कहना है-
मामला जानकारी में है, लेकिन अगले माह लिफ्ट शुरू होने पर ही कोई हल निकल पाएगा। जहां तक संक्रमण की बात है, उसके लिए भी कार्रवाई की जा रही है, मैने स्वयं क्षेत्र का हाल ही में दौरा किया है।
हेमाराम चौधरी, राजस्व मंत्री ,राजस्थान सरकार

जनसुनवाई के दौरान गंभीरता से किसी ने शिकायत नही कि है, आपके माध्यम से जानकारी मिली है, कार्रवाई की जाएगी।
डॉ.वीणा प्रधान,जिला कलेक्टर, बाड़मेर

जयपुर: राज्य आयोजना बोर्ड मे 5 मंत्री मेंबर बने

 

जयपुर।। राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी कर राज्य आयोजना बोर्ड में 5 मंत्रियों को सदस्य बनाया गया है। जबकि दो पूर्व मंत्रियों की सदस्यता समाप्त कर दी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, हेमाराम चौधरी, मंत्री राजस्व, उपनिवेशन और जल संसाधन विभाग को पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के स्थान पर बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया है। इसी प्रकार पूर्व मंत्री मास्टर भंवरलाल के स्थान पर बृजकिशोर शर्मा मंत्री प्राथमिक, माध्यमिक संस्कृत शिक्षा, भाषा और भाषायी अल्पसंख्यक और देवस्थान को राज्य आयोजना बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया गया है।

उन्होंने बताया कि शांति धारीवाल मंत्री नगरीय विकास और आवासन, स्वायत्त शासन, विधि और विधिक, संसदीय मामलात और निर्वाचन विभाग, भरत सिंह सार्वजनिक निर्माण विभाग तथा जितेन्द सिंह मंत्री ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भू-जल और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग वर्तमान पदानुसार राज्य आयोजना बोर्ड के सदस्य रहेंगे।

पुलिस अधिकारी तो शेर जैसे होने चाहिए, शेरों के लिए सीमाएं नहीं होती : हाईकोर्ट

अहमदाबाद। गुजरात हाईकोर्ट ने थैलसीमिया मेजर बच्चों को एचआईवी संक्रमण होने के मामले की जांच अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए तफ्तीश पूरी करने का आदेश दिया है। 

हाईकोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान टिप्पणी की कि 23 बच्चों की जिंदगी से संबंधित केस के जिम्मेदार लोगों की तलाश का चुनौतीपूर्ण काम कितने अधिकारियों को मिलता है? प्रमोशन तो फिर आ सकता है। राष्ट्र-मानवहित में काम करने का मौका बार-बार नहीं मिलता। इसलिए जांच अधिकारी को अपनी कार्यक्षमता-दक्षता दर्शाते हुए काबिलियत साबित करनी चाहिए।


कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य एवं जेबी पारडीवाला की पीठ ने यह टिप्पणी की। साथ ही राज्य शासन को निर्देश दिया कि वह जांच अधिकारी शोभा भूतडा को अमरेली के एसपी पद के कार्यभार से फिलहात मुक्त रखे ताकि वे एचआईवी कांड की जांच कर सकें। शोभा की अनुपस्थिति में वहां के डीएसपी को इंचार्ज बनाने का हुक्म देते हुए अदालत ने सरकार को शुक्रवार को ही इस आशय की अधिसूचना जारी करने की ताकीद की।



पीठ ने यह भी कहा कि भारी लापरवाही से भरे इस केस में डेढ़ महीने से पुलिस अधिकारी शोभा भूतडा जांच कर रही हैं। वे केस की हकीकत, दस्तावेज, जानकारी, मटीरियल्स आदि से वाकिफ हैं। ऐसे हालात में एक से अधिक जांच अधिकारी का केस की तफ्तीश में जुडऩा सही नहीं लगता।



पीठ ने यह टिप्पणी भी कि पुलिस अधिकारी तो शेर जैसे होने चाहिए। जैसे जूनागढ़-अमरेली जैसी सीमाएं शेरों के लिए नहीं होती, ऐसा ही पुलिस के लिए भी नहीं होना चाहिए।

चेकअप के बहाने डॉक्टर ने की हरकत, छात्राओं ने दिखाए दिन में तारे

कंडाघाट.कंडाघाट अस्पताल में शुक्रवार दोपहर बाद एक डॉक्टर की ओर से बदसलूकी करने पर दो छात्राओं और करीब एक दर्जन युवकों ने जमकर धुनाई कर डाली। लड़कियों के पांव पकड़ने और लिखित में माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ।

 
शुक्रवार शाम करीब साढ़े 4 बजे कंडाघाट सिविल अस्पताल में दो छात्राएं, एक दर्जन युवक और कुछ स्थानीय लोग आ पहुंचे। उन्होंने यहां तैनात चिकित्सक डॉ. जितेंद्र अरोड़ा से छात्राओं के साथ बदसलूकी की बात कही।

छात्राओं ने जब डॉक्टर पर आरोप लगाया तो साथ आए युवक तैश में आ गए और उन्होंने डाक्टर की धुनाई कर डाली। डॉक्टर ने बाद में हाथ जोड़कर अपनी गलती मान ली।

पहले भी की छेड़छाड़
कंडाघाट के एक प्रतिष्ठित संस्थान की दो छात्राएं दोपहर को चेक अप करवाने के लिए अस्पताल पहुंची। छात्राओं का आरोप है कि डॉक्टर पहले भी कई छात्राओं से बदसलूकी कर चुका है। छात्राओं ने इस घटना की जानकारी अपने भाइयों को दी थी।

कमीशन राशी ...सरकारी कार्यालयों में कमीशन दर

कमीशन राशी ...सरकारी कार्यालयों में कमीशन दर




बाड़मेर आज आपको सरकारी कार्यालयों में भरष्टाचार की पूरी जानकारी देते हें .जिले में कार्यरत अधिकारी ,तकनिकी अधिकारी ,बाबू ,लेखा अधिकारी कितना कितना कमीशन लेते हें .यह वास्तविकता हे की परिसर में या बहार किसी भी कार्यालय में बिना कमीशन के आपका कोई काम नहीं होगा कमीशन देकर गलत से गलत और नियमो के विरुद्ध काम कर लेंगे ,इमानदार लोगो के काम भी होते हें मगर इमानदार के जुटते फटने तक ,आप इमानदार हो तो आपको इन परिस्थितियों से रूबरू होने को तयार रहना चाहिए ,आर ऐ एस अधिकारी का कमीशन होता हें १२ प्रतिशन यही कमीशन पंचायत समितियों के बड़े अधिकारी भी लेते हें लेखा अधिकारियों का कमीशन साधे पांच से आठ प्रतिशत बाबू का कमीशन दो से चार प्रतिशत ,इस कमीशन के बिना कोई काम नहीं होता सरकारी योजनाओ का कमीशन बड़ा होता हें यह एक मुश्त राशी के रूप में होता हें सरकारी योजनाओ के चेक पार्टी को देने से पहले इनका भुगतान करना पड़ता हें ,आम आदमी का काम जल्द हो सकता हें अगर वो सुविधा शुल्क दे सुविधा शुल्क के आभाव में आपका काम वेसे ही निपट जाएगा चाहे आप कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत कर लो कोई फर्क नहीं पड़ने वाला कमीशन राशी इन के लिए भगवान् का स्वरुप हें आप भी इस प्रक्रिया से एक बार गुजर कर देखे ...

बंगारू लक्ष्मण को 4 साल की सजा

बंगारू लक्ष्मण को 4 साल की सजा

नई दिल्ली। दिल्ली की एक कोर्ट ने रिश्वत लेने के दोषी भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को चार साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उन पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया है। चार साल की सजा होने के कारण बंगारू लक्ष्मण को तुरंत जमानत नहीं मिल पाएगी। इसलिए उनको तिहाड़ जेल जाना होगा। पूर्व भाजपा अध्यक्ष को जमानत के लिए अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा। अगर बंगारू लक्ष्मण को तीन साल की सजा होती तो उनको जमानत मिल जाती।

सीबीआई ने शनिवार को कोर्ट में कहा कि बंगारू लक्ष्मण को कम से कम पांच साल की सजा होनी चाहिए। वहीं बंगारू लक्ष्मण ने अपनी उम्र का हवाला देते हुए कम सजा दिए जाने का आग्रह किया। बंगारू लक्ष्मण ने कहा कि उन पर यह पहला मामला है इसलिए सजा में राहत दी जाए। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कंवलजीत अरोड़ा ने शुक्रवार को बंगारू लक्ष्मण को भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा नौ के तहत दोषी करार दिया था। फैसला सुनते ही कोर्ट में लक्ष्मण रो पड़े थे। अदालत ने मई, 2011 में लक्ष्मण के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप तय किए थे।

ये है मामला
मा मला 13 मार्च 2001 में समाचार पोर्टल "तहलका डॉट कॉम" के स्टिंग ऑपरेशन से जुड़ा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री लक्ष्मण को पार्टी मुख्यालय स्थित उनके कक्ष में एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान ब्रिटेन की एक फर्जी कंपनी एम/एस वेस्ट इंड इंटरनेशनल को ठेका देने के लिए कथित हथियार डीलर से एक लाख रूपए की घूस लेते हुए कैमरे में कैद किया गया था।

लक्ष्मण ने डीलरों से इस वादे के एवज में रिश्वत ली थी कि वे थलसेना को थर्मल बाइनोकुलर की आपूर्ति का अनुबंध उन्हें देने के लिए रक्षा मंत्रालय से सिफारिश करेंगे। स्टिंग ऑपरेशन के सामने आने के बाद मचे सियासी भूचाल में लक्ष्मण को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

स्टिंग में खुली थी पोल
तहलका पत्रकार खुद को ब्रिटिश वेस्ट एंड कंपनी का एजेंट बता बंगारू से आठ बार मिले।
13 मार्च 2001 को जारी स्टिंग के वीडियो में बंगारू रिश्वत लेते दिखे।
बंगारू व रक्षा मंत्री जॉर्ज फनांüडिस का इस्तीफा। लक्ष्मण अभी भी भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य।

"बढिया जीन वाली लड़की से करें शादी"

"बढिया जीन वाली लड़की से करें शादी"

वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को अब अमरीकी नस्ल की चिंता हो गई है। उन्होंने अविवाहित युवाओं को अपने से बेहतर जीन वाली युवतियों से शादी करने की नसीहत दी है ताकि नस्ल में सुधार हो सके।

एक अमरीकी न्यूज वेबसाइट के अनुसार शनिवार को थर्ड इन्फैन्ट्री डिविजन के मुख्यालय में सैनिकों को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने कहा कि, यहां मौजूद अविवाहित नौजवानों का लक्ष्य अपने जीन पूल को उन्नत करना होना चाहिए और इसके लिए वे ऎसी लड़की से शादी करेें जिसके जीन्स उनसे बेहतर हों। ओबामा की इस बात पर वहां मौजूद भीड़ में जोरदार ठहाका लग गया।

घूस लेते जेईएन पिता-पुत्री धरे गए

घूस लेते जेईएन पिता-पुत्री धरे गए

आबूरोड (सिरोही)। रपटा निर्माण की एमबी भरने की एवज में शुक्रवार को आबूरोड पंचायत समिति की जेईएन प्रियंका मीणा और आहोर पंचायत समिति के जेईएन रामलाल मीणा को बीस हजार रूपए की घूस लेते एसीबी ने रंगे हाथों दबोच लिया। दोनों पिता-पुत्री हैं। एसीबी ने यह कार्रवाई सुबह आबूरोड-अम्बाजी मार्ग स्थित एक होटल में की।

घूस की राशि बरामद करने के बाद पिता-पुत्री को गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसीबी) चैनसिंह राजपुरोहित ने बताया कि ठेकेदार मुकेश बारोट ने सुरपगला ग्राम पंचायत क्षेत्र में 4.95 लाख रूपए की लागत से रपटा निर्माण करवाने का ठेका लिया था। इसकी मेजरमेंट बुक भरने के लिए जेईएन प्रियंका की ओर से पिता ने ठेकेदार से 5 फीसदी राशि मांगी थी।

मासूम बेटे को कुएं में डाल अहमदाबाद भाग गया पिता


मासूम बेटे को कुएं में डाल अहमदाबाद भाग गया पिता

आरोपी को पकडऩे पुलिस टीम अहमदाबाद पहुंची, गिरफ्तारी के बाद ही होगा घटना का खुलासा

पाली देसूरी थाना क्षेत्र के आना गांव में अपने पांच साल के बच्चे को कुएं में डालकर आरोपी युवक अहमदाबाद भाग गया। शुक्रवार सुबह 11 बजे कुएं में बच्चे का शव मिलने पर घटना का खुलासा हुआ। परिजनों ने आरोपी की खोजबीन की तो पता लगा कि वो गुरुवार की शाम को ही ट्रेन से अहमदाबाद चला गया। उसे पकडऩे के लिए टीम वहां भेजी गई है। आरोपी ने अपने बच्चे की हत्या क्यों की, इसका खुलासा उसके पकड़ में आने के बाद ही होगा। एएसपी श्यामसिंह चौधरी ने बताया कि आना गांव का चुन्नीलाल सीरवी व्यापार के सिलसिले में परिवार के साथ अहमदाबाद में रहता है। रिश्तेदार की शादी को लेकर वह परिवार के साथ चार दिन पहले ही अपने गांव आया था। गुरुवार को अपने माता-पिता व बीवी-बच्चों के साथ चुन्नीलाल सादड़ी में रिश्तेदार की शादी में गया था।

शाम को वह अपने पांच साल के पुत्र कमलेश को लेकर आना गांव के लिए रवाना हो गया। आरोपी ने गांव जाने के बजाय रास्ते में एक कुएं में कमलेश को फेंक दिया और उसके बाद शाम को ट्रेन से अहमदाबाद चला गया। शुक्रवार सुबह परिवार के लोग गांव पहुंचे तो पिता-पुत्र को गायब देख खोजबीन की। गांव के पास ही कुएं में बच्चे का शव मिलने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। उसे पकडऩे के लिए एक टीम अहमदाबाद भेजी गई है।



मिनी ट्रक पलटा, एक की मौत, पांच घायल



त्खिवाड़ा



खिंवाड़ा-देसूरी मार्ग स्थित टोकरला के पास शुक्रवार को मिनी ट्रक पलटने से उसमें सवार एक जने की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। इनमें से एक को गंभीर चोट लगने पर पाली रेफर किया गया है।

मुख्य आरक्षी फूलचंद के अनुसार जेतीवास (बिलाड़ा) हाल लाला टेंट हाउस डायलाना कलां के गौतम पुत्र धन्नाराम प्रजापत ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि मिनी ट्रक में टेंट की सामग्री भरकर शुक्रवार सुबह दस बजे डायलाना कलां से खिंवाड़ा आ रहा था। इस दौरान चालक कैलाश रावत तेजगति से ट्रक चला रहा था, जिससे टोकरला गांव के पास मिनी ट्रक पलट गया। इस दुर्घटना में जेतीवास (बिलाड़ा) निवासी भगवानदास पुत्र भंवरदास वैष्णव मिनी ट्रक के नीचे दब गया जिससे सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। साथ ही मिनी ट्रक में सवार जेतीवास निवासी महेंद्र कुमार सरगरा को गंभीर चोट लगने से उसे पाली रेफर किया गया। इस दुर्घटना में चावंडिया निवासी शंकरलाल मेघवाल, जेतीवास निवासी गौतम प्रजापत, सोजत निवासी मनोहर सरगरा व कानूजा निवासी सोहनसिंह घायल हो गए, जिनका राजकीय अस्पताल में उपचार करवाया गया। इस बीच घटना की सूचना मिलने पर टोकरला गांव से सरपंच मदनसिंह चारण, रामसिंह चारण व पुलिस ने मौके पर पहुंच सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

ट्रेनिंग सेंटर में अफसरों ने दागदार की महिला सिपाहियों की इज्‍जत


जोधपुर. जोधपुर में ट्रेनिंग ले रहीं विभिन्न जिलों की महिला सिपाहियों ने पुलिस के आला अफसरों से अपने साथ ज्यादती और मानसिक प्रताडऩा की शिकायत की है। प्रशिक्षु लड़कियों ने डीजीपी हरीश मीणा को पत्र लिखकर कहा है कि लाइन ऑफिसर (एलओ), इंडोर इंजार्च, हवलदार और सिपाहियों के बीच उनकी अस्मत खतरे में है। उन्होंने इस वर्ष होली के दूसरे दिन की रात का जिक्र करते हुए शोषण की पूरी कहानी भी बताई है। यह भी लिखा गया है कि उन्हें इस कदर डराया गया कि वे खुलेआम किसी को अपनी पीड़ा भी नहीं बता सकतीं। डीजीपी ने शिकायत को गंभीर मानते हुए पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक को जांच के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर इस मामले की गोपनीय जांच करवा रहे हैं।
पत्र में प्रशिक्षु महिलाओं ने लिखा है कि होली के दूसरे दिन रात में रोल चैक के बहाने थानेदार शिवलाल, हवलदार शोभाराम व सिपाही शिवलाल दो-तीन जनों के साथ हॉस्टल में आए। यहां से वे तीन-चार लड़कियों को सामने वाले हॉस्टल में ले गए। उस हॉस्टल में कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। वहां उन लड़कियों के साथ सभी ने ज्यादती की। इसके बाद चुप रहने के लिए यह कहकर डराया कि उन्होंने पहले भी क्वार्टर गार्ड में ज्यादती की थी। इसकी शिकायतें भी हुई, लेकिन हमारा कुछ नहीं बिगड़ा।
पत्र में यह भी कहा गया कि ये लोग हॉस्टल की लाइटें जानबूझ कर बंद कर देते हैं, फिर हवलदार शोभाराम आदि हॉस्टल में घुस कर लड़कियों को अपने साथ ले जाते हैं।
जोधपुर में कोई सुनवाई नहीं
लड़कियों ने लिखा कि लाइन में कोई रिजर्व इंस्पेक्टर (आरआई) नहीं है। कई महिला अफसर होने के बाद भी हॉस्टल में पुरुष पुलिसकर्मियों को लगाया जाता है। कक्षाओं व कम्प्यूटर ट्रेनिंग पर जाने के दौरान ट्रक ड्राइवर जानबूझ कर ब्रेक लगा कर उन्हें गिराता है, फिर सिपाही शिवलाल और उसके साथ रहने वाले दो-तीन लड़के (जो पुलिस में नहीं हैं) उन्हें उठाने के बहाने छेड़छाड़ करते हैं। एलओ शिवलाल उन्हें गलत संबंध बनाने के लिए दबाव डालते हैं। इनडोर इंचार्ज आजाद कलाम भी अशोभनीय हरकतें करते हैं तथा एलओ के पास जाने के लिए मजबूर करते हैं। ये लड़कियां 23 मार्च की रात डीजीपी से मिल कर शिकायत करना चाहती थीं, मगर उन्हें धमका कर वापस हॉस्टल में भेज दिया गया। महकमे के मुखिया से गुहार
इन लड़कियों ने डीजीपी को लिखा, 'हम गरीब लड़कियां हैं। यहां ये लोग हमारी आबरू से खेल रहे हैं। जयपुर ग्रामीण लाइन में आरआई ने जब महिला सिपाही की इज्जत पर हाथ डाला तो आपने उसे गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवा दिया। हम काफी दुखी हैं। घर पर बता नहीं सकते और पत्र में नाम भी नहीं लिख सकते। नौकरी करना मजबूरी है। क्या ये लोग उनका ऐसे ही शोषण करते रहेंगे? आप हमारे माई-बाप हैं, आप नहीं सुनेंगे तो कौन सुनेगा?' लड़कियों ने इन चारों को ट्रेनिंग पूरी होने तक पुलिस लाइन से बाहर कर महिला अफसरों को लगाने की मांग भी की है। मुझे कोई जानकारी नहीं
मुझे प्रशिक्षु महिला सिपाहियों की शिकायत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। आपने शिकायत का मजमून बताया है, उस पर इतना ही कह सकता हूं कि मैंने कभी ऐसी हरकतें नहीं की।
-आजाद कलाम, इनडोर इंचार्ज अफसरों को दूंगा जवाब
जो भी आरोप लगाए गए हैं, मुझे उन पर कुछ नहीं कहना है। अफसर जांच कर रहे हैं, वे पूछेंगे तो जवाब दे दूंगा। फिलहाल मैं छुट्टी पर जा रहा हूं। -शिवलाल, एलओ, पुलिस लाइन यह बेहद संवेदनशील व गोपनीय मामला है, इसलिए कुछ बताया नहीं जा सकता। हां, शिकायती पत्र की कॉपी मेरे पास आई है। जांच की जा रही हैं।

सड़क पर दिया पुत्र को जन्म


सड़क पर दिया पुत्र को जन्म

जिला मुख्यालय स्थित राजकीय अस्पताल के बाहर मुख्य सड़क पर प्रसूता ने बच्चे को दिया जन्म



जालोर



जिला मुख्यालय स्थित राजकीय अस्पताल के बाहर शुक्रवार दोपहर में सड़क पर ही एक प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। परिजनों के अनुसार अस्पताल के अंदर पहुंचने से पहले ही प्रसव हो गया। खास बात यह है कि करीब आधे घंटे तक अस्पताल के बाहर प्रसूता दर्द से तड़पती रही लेकिन अंदर से किसी भी चिकित्साकर्मी ने मदद करने की जहमत नहीं उठाई। शाम को जब मीडिया ने पीएमओ से इस बारे में जानकारी मांगी तो पहले तो उन्होंने कोई भी जानकारी होने से इंकार कर दिया, लेकिन थोड़ी देर बाद बताया कि यह मामला हुआ था और इस दौरान अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने परिजनों से प्रसूता को अस्पताल में भर्ती करने की बात कही। साथ ही इससे जच्चा-बच्चा को मिलने वाले फायदे के बारे में भी बताया, लेकिन परिजनों ने ही खुद इससे इनकार कर दिया। शेषत्नपेज १५



ऐसे में सवाल उठता है कि जब जिला अस्पताल की देहरी पर इस प्रकार की घटनाएं होती हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में जननी सुरक्षा जैसी योजनाओं का क्या हाल होता होगा

जानकारी के अनुसार धवला रोड स्थित माल नाथ की ढाणी निवासी प्रसूता दरकी पत्नी लवानाथ को दोपहर दो बजे के करीब प्रसव पीड़ा हुई। इस दौरान परिजन उसे वाहन में जिला अस्पताल लेकर आए। यहां उन्हें पता लगा कि स्त्री रोग विशेषज्ञ अंदर नहीं है तो वे बाहर से वापस जाने लगे, लेकिन इसी दौरान प्रसव पीड़ा तेज हो गई। परिजन उसे अस्पताल के अंदर ले जाते इससे पहले ही बीच सड़क पर प्रसूता ने बच्चे को जन्म दे दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी प्रसव के बाद परिजनों से प्रसूता को अस्पताल ले जाने के बारे में कहा, लेकिन वे नहीं माने और प्रसूता को पुन: वाहन में घर ले गए।

बीस साल बाद मिली खुशी

जिला अस्पताल के बाहर प्रसव के बाद जच्चा बच्चा के परिजनों में खुशी छा गई। परिजनों का कहना था कि दरकी को करीब बीस साल बाद बेटा हुआ है। जिससे पूरी ढाणी में खुशी छा गई है। ऐसे में खुशी के मारे परिजन उसे अस्पताल में ले जाने के बजाय फिर से घर ले गए।

अस्पताल आए थे

॥भ्मेरे चचेरे भाई की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर हम उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे। यहां हमें जानकारी मिली कि डॉ. शांतिलाल माथुर अस्पताल में नहीं है। इसलिए हम उसे डॉ. के घर ले जाने लगे, लेकिन अस्पताल के बाहर ही सड़क पर बच्चे का जन्म हो गया। इसके बाद हम लोग उसे फिर से घर ले गए। - मालनाथ, परिजन, मालनाथ की ढाणी, जालोर

परिजनों की गलती है

॥अस्पताल के बाहर मुख्य सड़क पर डिलेवरी होने के बाद चिकित्साकर्मियों को इसकी जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने प्रसूता को अस्पताल में भर्ती करने के बारे में भी कहा, लेकिन परिजन नहीं माने। जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शांतिलाल माथुर की नियुक्ति हो रखी है जो शुक्रवार को बागरा में शिविर में थे। वैसे अगर प्रसूता अस्पताल में आती तो अस्पताल में डॉ. माथुर के अलावा अन्य तीन डॉक्टर और हैं, जिन्हें इमर्जेंसी कॉल पर बुलाया जाता। इसमें परिजनों की ही गलती है। उन्हें प्रसूता को अस्पताल में भर्ती करवाना चाहिए था। - डॉ. पी.आर. चुंडावत, पीएमओ, राजकीय अस्पताल, जालोर

जालोर. जिला अस्पताल के बाहर सड़क पर प्रसव करवाती महिलाएं।

जालोर. प्रसव के बाद महिलाओं की गोद में नवजात।