शनिवार, 28 अप्रैल 2012

भारत से मंगा कर नकली वियाग्रा बेचने वाले अंग्रेज पर 1.2 अरब रुपए का जुर्माना



लंदन. मर्दानगी बढ़ाने वाली दवा वियाग्रा की नकली गोलियां भारत से मंगा कर ब्रिटेन में बेच कर धन्‍ना सेठ बन बैठे एक अंग्रेज को अदालत ने 140 लाख पाउंड (लगभग 119.43 करोड़ रुपए) की भारीभरकम धनराशि मरीजों को वापस करने का आदेश सुनाया है।
 




पुलिस की जांच में पता चला कि मैनचैस्‍टर के रहने वाला सिमोन हिकमैन इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन फार्मेसी चला रहा था और उसने अपने सौदों से 154 लाख पाउंड कमाये। अदालत ने आदेश दिया है कि वह छह महीने की भीतर 140 लाख पाउंड की राशि उन लोगों को वापस करे जिन्‍होंने उसके जरिए नकली वियाग्रा मंगवाई। अदालत ने सख्‍ती बरतते हुए कहा कि अगर यह पैसा उसने समय पर नहीं लौटाया तो उसे दस साल सींखचों के भीतर बिताने होंगे।



सूत्रों के अनुसार हिकमैन भारत से वियाग्रा और वजन घटाने वाली दवाइयां मंगा करके अपनी वेबसाइट एमएसएच वर्ल्‍ड ट्रेड के जरिए बेचता था। इनमें सेक्‍स खिलौने, कामोत्‍तेक दवाईयां और लिंग का आकार बढ़ाने में मदद करने वाले पंप आदि शामिल थे। भारत से मंगाई जाने वाली कुछ वियाग्रा गोलियां नकली होती थीं और ब्रिटेन में उन्‍हें बेचना गैरकानूनी था।

जांच में पता चला कि नकली दवाइयों के कारोबार का यह एक बड़ा मामला है। हिकमैन ने इस गोरखधंधे से बेतहाशा पैसा कमाया। इसका अंदाजा इस बात से भी लग सकता है कि उसके 30 बैंक खाते थे जिनमें से छह तो विदेश में हैं।





अय्याशी की जिंदगी जी रहा हिकमैन एक आनलाइन कैसिनो भी चलाता था। उसके पास रेंज रोवर्स जैसी गाडि़यों का काफिला और कई लक्‍जरी फ्लैट्स भी थे।

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