मंगलवार, 17 अप्रैल 2012

बाडमेर...17 अप्रेल मिड डे मील योजना की समीक्षा


मिड डे मील योजना की समीक्षा 

बाडमेर, 17 अप्रेल। जिले में संचालित मिड डे मील कार्यक्रम की जिला स्तरीय संचालन समिति की बैठक मंगलवार को जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर की अध्यक्षता में उनके कक्ष में आयोजित हुई। बैठक में योजना के तहत खाद्यान्न के आवंटन, उठाव एवं वितरण की विस्तार के साथ समीक्षा की गई।   
इस मौके पर जिला प्रमुख श्रीमती कौर ने मिड डे मिल में उच्च गुणवता का भोजन बनाने के निर्देश दिए ताकि बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहें। उन्होने कहा कि विद्यालयों में मिड डे मील का पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रहना चाहिए तथा किसी भी हालत में स्टॉक खत्म होने पर भोजन पकना बन्द होने की हालत नहीं होनी चाहिए। उन्होने विद्यालयों में पोशाहार आपूर्ति के दौरान कांटा साथ में रखने तथा पोशाहार तोलकर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने विद्यालयों में पोशाहार तोलकर लेने हेतु शिक्षकों को पाबन्द करने को कहा। उन्होने पोशाहार वितरण की नोडल अधिकारियों को सूचना देने के भी निर्देश दिए। 
बैठक के दौरान जिला प्रमुख ने विद्यालयों में गैस कनेकनों का समुचित उपयोग सुनिचत करने के निर्देश दिए। उन्होने पूर्ण हो चुके किचन शौडों के उपयोगिता प्रमाण पत्र 15 दिवस में भिजवाने को कहा। 
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप मीणा ने मिड डे मील की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया, जिला शिक्षा अधिकारी (मा.) गोरधनलाल पंजाबी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। 
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अवैध खनन की रोकथाम को 
विशोश अभियान चलाया जाएगा 
बाडमेर, 17 अप्रेल। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदेश जारी कर जिले में अवैद्य खनन एवं निगर्मन की प्रभावी रोकथाम हेतु पुलिस, खान, वन, परिवहन, राजस्व आदि विभागों के अधिकारियों का संयुक्त जांच दल गठित कर विशोश अभियान चलाने के निर्देश दिए है। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि जिले में अवैद्य खनन एवं निगर्मन की रोकथाम हेतु 23 अप्रेल से 15 जून तक विशोश अभियान चलाया जाएगा। उन्होने बताया कि इसके लिए पुलिस, खान, वन, परिवहन, राजस्व आदि विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों को सम्मिलित करते हुए जांच दलों का गठन किया गया है। उक्त दलों के प्रभारी अधिकारी संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट होंगे। उपखण्ड मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में प्रत्येक सप्ताह में कम से कम तीन बार अवैध खनन एवं निगर्मन संबंधी आकस्मिक जांच करेंगे जिसमें परिवहन एवं खनन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उनके लिए निर्धारित दिवस को आवयक रूप से आकस्मिक जांच में भामिल होंगे। उन्होने संबंधित विभागों को अभियान के दौरान अवैध खनन में लिप्त पाये जाने वाले व्यक्तियों एवं वाहनों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। 
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विशोश आवयकता वाले बालकों पर विोश ध्यान की जरूरत पुरोहित 


बाडमेर, 17 अप्रेल। विोश आवश्यकता वाले बालक बालिकाओं पर विशोश ध्यान दिया जावे जिससें इनमें आत्मविवास जागृत होगा और आगे बने की प्रेरणा मिलेंगी। यह बात अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने सर्व शिक्षा अभियान की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। 
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर पुरोहित ने कहा कि विोश आवयकता वाले बालकों में कभी हीन भावना नहीं पैदा हो, इस बात का विश ोश ध्यान रखा जावे। उन्होने कहा कि िक्षा के अधिकार के तहत 25 प्रतित निजी विद्यालयों में प्रवेश किये गये बालकों पर विोश मॉनिटरिंग की जाये तथा उन बच्चों के साथ किसी भी प्रकार से दोहरा व्यवहार नहीं किया जावें। उन्होने विभिन्न गतिविधियों की यूसी व सीसी समय पर भिजवाने के साथ राशि का शीध्र समायोजन कराने के निर्दो दिए। 
बैठक के प्रारम्भ में अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक राजन भार्मा ने सर्व शिक्षा अभियान की विभिन्न गतिविधियों की विस्तार के साथ जानकारी कराई। बैठक में विभिन्न कम्पोनेन्ट्स प्रभारियों ने अपने अपने कम्पोनेन्ट्स की ब्लॉक वार समीक्षा की। 
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पोकरण के थानो की अपराध गोष्ठी का आयोजन


पोकरण के थानो की अपराध गोष्ठी का आयोजन

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई द्वारा वृत पोकरण के थानो की अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया जिससें पुलिस अधीक्षक के अलावा गणपतलाल अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर, विपिन कुमार वृताधिकारी वृत पोकरण, एवं वृत पोकरण के समस्त थानो के थानाधिकारी शरीक रहे। जिसमें पुलिस अधीक्षक ने वृत पोकरण के समस्त थानाधिकायों को अपनेअपने हल्खा क्षैत्रों में चोरियों पर रोक लगाने हेतु गस्त एंव नाकाबंदी करने के कठोर निर्देश दिये। इसके अलावा समस्त थानाधिकारियों को अपने थानो में एक्शन प्लान के तहत स्थाई वारंटियॉ, उदघोषित अपराधियों तथा भगोडो को गिरफतार करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को अपने हल्खा क्षैत्र में इंसदादी कार्यवाही, एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही, लोकल एवं स्पेशल एक्ट के तहत कार्यवाही, शराब पीकर वाहन चलाने वालो के विरूद्ध कार्यवाही, ओवरलोड वाहनो के विरूद्ध कार्यवाही, करने के निर्देश दिये तथा इसके साथसाथ जिले में शराब तस्करो के विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। समस्त थानाधिकारियों को निर्देश दिये गये कि वह अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में आने वाले एटीएम मशीनो की सुरक्षा हेतु माकुल व्यवस्था करवावे।

पुलिस अधीक्षक ने यह भी समझाईश की, कि समस्त थानाधिकारी अपनेअपने थाने पर आने वाले परिवादियो के साथ अच्छा व्यवहार करे। उनके द्वारा दी गई परिवादो पर कार्यवाही करे तथा जनता में पुलिस की छवि बनाने की हर सम्भव कोशिश करे। जिससे जनता भी पुलिस की सहायता करने में आगे आये।




जिला परिवहन विभाग द्वारा 112.47 प्रतिशत की अधिक राजस्व वसूला

जैसलमेर के जिला परिवहन अधिकारी मनीष कुमार के नेतृत्व में परिवहन विभाग द्वारा वर्ष 201112 में निर्धारित लक्ष्यों से 112.47 प्रतिशत की अधिक राजस्व प्राप्त की है। जो कि महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जबकि इससे पूर्व वर्ष 200708 से 201011 तक निर्धारित लक्ष्यों के विरूद्ध कभी भी पूर्ण लक्ष्यो की प्राप्ति नहीं हो पायी हैं। जिसका विवरण निम्नानुसार है :

क्र.संवितिय वर्ष लक्ष्यप्राप्ति प्रतिशत

1200708836.00822.6298.39

22008-09910.00875.1596.17

32009-101069.001005.4394.05

42010-111313.001248.8495.11

52011-121424.001601.68112.47

उक्त उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए पुलिस विभाग जैसलमेर का भी पूर्ण रूप से सहयोग प्राप्त हुआ।पुलिस विभाग द्वारा समयसमय पर परिवहन विभाग को आवश्यकतानुसार सुरक्षा मुहैया करवाई गई।

बीस हज़ार पोस्ट कार्ड लिखने का लक्ष्य निर्धारित किया


रविवार को पोस्ट कार्ड अभियान की होगी शुरुआत ,


बीस हज़ार पोस्ट कार्ड लिखने का लक्ष्य निर्धारित किया

 जैसलमेर राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए किये जारे अखिल भारतीय भारतीय स्तर पर चलाये जा रहे पोस्ट कार्ड अभियान के तहत जैसलमेर में भी अब म्हारी जुबान रो खोलो तालो पोस्ट कार्ड अभियान रविवार को शुरू किया जाएगा .समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता रविन्द्र छंगानी ने बताया की जैसलमेर  के प्रभारी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार जैसलमेर जिले से मायड़ भाषा को मान्यता की हूक पोस्ट कार्ड अभियान के तहत उठेगी उन्होंने बताया की शहर के गांधी दर्शन हनुमान चौराहे से पोस्ट कार्ड अभियान की शुरुआत की जायेगी अभियान प्रातः दस बजे आरम्भ होगा.इसके बाद प्रत्येक सप्ताह शहर के मुख्या बाजारों में अभियान चला आम जन किओ जोड़ने का प्रयास किया जाएगा पोस्ट कार्ड अभियान को सग्फल बनाने के लिए वरिशाथ कार्यकर्ता आनद जगानी ,मनीष रामदेव ,डॉ अशोक तंवर .पंकज तंवर ,शिकंदर शेख ,राजेंद्र सिंह चौहान ,विजय बल्लानी सहीत कई कार्यकर्ताओ को जिम्मेदारी सौंपी गयी हें .उन्होंने बताया की समिति में महारावल ब्रजराज सिंह को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.पोस्ट कार्ड अभियान के प्रथम चरण में बीस हज़ार पोस्ट कार्ड लिखने का लक्ष्य रखा हे .
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प्याऊ की संस्कृति को लगी लगाम थार की परंपरा ख़त होती जा रही है

प्याऊ की संस्कृति को लगी लगाम थार की परंपरा ख़त होती जा रही है


बाड़मेर लोक संस्कृति और परम्पराव के लिए जाना जाने वाला बाड़मेर अपनी लोक परम्पराव को भूलता जा रहा है .भीषण गर्मी में शहर तथा गाँवो में राहगीरों के लिए प्याऊ लगाने की परंपरा अब लगभग ख़तम सी हो गयी है .प्लास्टिक की बोतलों और पुचो ने आम आदमी की पहुँच प्याऊ तक समाप्त कर दी .बाड़मेर जैसलमेर मसि अक्सर गर्मी का मौसम शुरू होते ही आम राहगीरों के लिए पानी की प्याऊ लगाने के लिए होड़ सी मच जाती थी .प्याऊ पर दस बारह पानी से भरी मटकिया राखी जाती थी तथा लोग बारी बारी से अपनी सेवाए इन प्याऊ पर देकर अपने हाथो से राहगीरों को पानी पिला कर उनके हलक तट करते .पुरे शहर में जगह जगह पर प्याऊ दिखाई देती .हिन्दू धरम की मान्यता के अनुसार प्यासे को पानी पिला सबसे बड़ा धर्म मन जाता था ,हर व्यक्ति प्याऊ लगा कर पुण्य कमाना चाहते ,शहर के धन्ना सेठ ऐसे पुनीत कार्यो मई सदा आगे रहा कर बड़ी तादाद में प्याऊ खुलवाते .विशेष कर वैशाख और जेठ माह में तो लोगो को प्याऊ मई पानी के टेंकर डलवाने के लिए कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ता.अब समय के साथ प्याऊ लगाने की परंपरा खोटी जा रही है शहर मई एक भी प्याऊ नहीं दिखाई देती .बाजारों में पानी की बोत्तालो तथा पाउच के बढ़ाते प्रचालन से लोगो तथा धर्मावलम्बियों ने भी प्याऊ लगाने से मूंह मोड़ दिया ऐसा नहीं है की लोग प्याऊ लगाना नहीं चाहते बल्कि अब शहरों मे प्याऊ लगाने लायक जगह ही नहीं बची ,खैर लोगो में आज भी प्याऊ लगाने की उत्सुकता जरूर है .समाज सेवी खुशवंत खत्री ने बताया की प्याऊ लगाने की परंपरा को ज़िंदा रखना निहायत जरूरी हे.

पाकिस्‍तान की ‘कुंवारी’ मीरा ने कराया गर्भपात, जांच के आदेश

इस्‍लामाबाद. पाकिस्‍तान की चर्चित अभिनेत्री मी‍रा एक बार फिर विवादों में है। मीरा पर गैरकानूनी गर्भपात कराने का आरोप लगा है। पाकिस्‍तान की एक अदालत ने इस आरोप पर फिल्‍म स्‍टार के खिलाफ केस दर्ज करने के अनुरोध से जुड़ी याचिका मंजूर कर ली है।
 
अदालत ने मुहम्‍मद इस्‍लाम नामक एक शख्‍स की याचिका मंजूर करते हुए पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। याचिकाकर्ता का आरोप है कि खुद को ‘कुंवारी’ होने का दावा करने वाली फिल्‍म अभिनेत्री द्वारा गर्भपात करवाना ‘गैरकानूनी’ और ‘गैर इस्‍लामिक’ है। इस्‍लाम ने अपनी याचिका में कहा है कि हाल में ऐसी खबरें आईं कि मीरा ने गर्भपात कराया है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से गुजारिश की है कि मी‍रा के खिलाफ विवादास्‍पद हुदूद कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। यह कानून 1979 में बना था जिसके तहत विवाहेत्‍तर संबंधों और शराब पीने जैसे अपराधों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है।

पाकिस्‍तानी अखबारों में प्रकाशित खबर के मुताबिक मीरा ने लाहौर के अस्‍पताल में भर्ती होने के समय रबाब नवैद नाम से अपना रजिस्‍ट्रेशन कराया। गौरतलब है कि मीरा ने पाकिस्‍तानी मूल के अमेरिकी पायलट नवैद शहजाद से सगाई की थी जो अब टूट चुकी है। मी‍रा पर आरोप है कि उन्‍होंने अस्‍पताल में भर्ती होने के वक्‍त नवैद के नाम का बेजा इस्‍तेमाल किया। नवैद के पिता के कहा है कि गैरकानूनी गर्भपात कराना इस्‍लाम में हराम तो है ही, मीरा ने उनके बेटे की तौहीन की है।

मीरा कुंवारी हैं या नहीं, इसे लेकर भी संस्‍पेंस है। अतीक-उर-रहमान नामक एक शख्‍स का दावा है कि मीरा ने उससे शादी की है। इस शख्‍स ने मीरा की नवैद से सगाई का भी विरोध किया था।

मंत्री को गाली प्रकरण में हंगामा, सदन एक घंटे के लिए फिर स्थगित

 

जयपुर। मंत्री को गालियां देने के मामले ने राज्य विधानसभा में मंगलवार को तूल पकड़ लिया और इसे लेकर जोरदार हंगामा हुआ। चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा और राजेंद्र सिंह गुढ़ा वेल में आ गए। उन्होंने घटना के लिए मुख्य सचेतक रघु शर्मा को जिम्मेदार बताया। भाजपा के सभी सदस्यों ने वेल में आकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। चार मिनट तक चले हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। फिर कार्यवाही दुबारा शुरू होते ही 35 सेकंड में ही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।


विधानसभा उपाध्यक्ष के सदन में आकर प्रश्नकाल पुकारते ही भाजपा के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने खड़े होकर कहा कि प्रश्नकाल स्थगित कर पहले सोमवार की रात हुई घटना के फुटेज देखे जाएं और उसके आधार पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का गरिमा विहीन व्यवहार हुआ है और उस पर एक अखबार ने हमें शिशुपाल लिखा है, उससे हम दुखी हैं।


तिवाड़ी अपनी बात पूरी ही नहीं कर पाए थे कि आयोजना (श्रम शक्ति) राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने खड़े होकर कहा कि कल रात की घटना के लिए मुख्य सचेतक रघु शर्मा जिम्मेदार हैं। इतना कहने के साथ ही वे अपनी सीट से उठकर वेल में आ गए।


उनके साथ ही चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा भी वेल में आ गए। उनको वापस लाने के लिए पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा, संसदीय सचिव रामकेश मीणा, रमेश मीणा और गिर्राज सिंह मलिंगा भी वेल में आ गए। इस बीच संसदीय मंत्री शांति धारीवाल और पर्यटन मंत्री बीना काक सहित अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ विधायकों ने उन्हें समझाकर सीट पर जाने का आग्रह किया। उनके नहीं मानने पर भाजपा के सदस्य भी वेल में आ गए। उपाध्यक्ष ने 11:04 पर सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


उल्लेखनीय है सोमवार को रात नौ बजे के आसपास चिकित्सा-स्वास्थ्य एवं सफाई की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान भाजपा से निलंबित विधायक हनुमान बेनीवाल अपनी बात कह रहे थे। उस समय उनकी चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा से कहासुनी हो गई। बात बढऩे पर हनुमान बेनीवाल ने गालियां बोलना शुरू कर दिया।


इस पर उत्तेजित होकर राजकुमार शर्मा हनुमान बेनीवाल की ओर बढ़े तो कुछ सदस्यों ने बीच बचाव कर दोनों को रोका। बाद में आसन पर बैठे सभापति सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने अपशब्दों को कार्यवाही से निकाल दिया। इस घटना के बाद भाजपा की ओर से आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी रात में कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि मुख्य सचेतक ने तो कार्यवाही जारी रखने पर जोर दिया।

प्रज्ञा पुरुष थे आचार्य महाप्रभ :महाश्रमण जी

प्रज्ञा पुरुष थे आचार्य महाप्रभ :महाश्रमण जी

आचार्य महाप्रज्ञ की तीसरी पुण्यतिथि मनाई, मेली गांव में आचार्य महाश्रमण का भावभीना अभिनंदन, धर्म सभा में उमड़े श्रावक-श्राविकाएं

सिवाना (बालोतरा)

आचार्य महाश्रमण ने आचार्य महाप्रभ की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जिसमें प्रज्ञा नहीं होती, वह तत्व को नहीं समझ सकता। प्रज्ञा के बिना शास्त्रों के मर्म को ग्रहण नहीं कर सकता। प्रज्ञा विहीन व्यक्ति के सामने भले ही शास्त्रों का भंडार हो लेकिन उससे उसका कोई भला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा पुरुष थे। उन्होंने तत्व को समझा ही नहीं, दूसरों को भी समझाने का प्रयास किया। आचार्य महाश्रमण मेली गांव में धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे।

आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ के जीवन का काफी समय विद्या की उपासना में बीता। गुरुदेव तुलसी के विद्यार्थियों में ही एक विद्यार्थी महाप्रज्ञ थे। उन्होंने लंबा आयुष्य प्राप्त किया था। गुरुदेव महाप्रज्ञ का संस्कृत भाषा पर गजब का अधिकार था।

गजब की जोड़ी थी-

गुरुदेव तुलसी जनता व साधु-साध्वियों को संभालते और आश्रम के टिप्पण, भूमिका आदि कार्य मुख्यतया आचार्य महाप्रज्ञ कर लेते थे। ये इस प्रकार दो डिपार्टमेंट से हो गए थे। दोनों काम चलते रहते और यूं मानना चाहिए कि गुरुदेव तुलसी व गुरुदेव महाप्रज्ञ दोनों को मिलाने से परिपूर्णता आती है। धर्म संघ को सौभाग्य था कि उसे दो ऐसे व्यक्तित्व प्राप्त हुए जो अपना-अपना काम संभाल लेते और काम में परिपूर्णता आ जाती है। यह अलबेली जोड़ी थी, गुरु के साथ में उन्होंने आचार्यत्व को प्राप्त किया था।

ज्योतिष व पुरुषार्थ का अपना-अपना महत्व

उन्होंने कहा कि आयुष्य के संदर्भ में ज्योतिष पर ज्यादा विश्वास नहीं करना चाहिए। कुंडली, हस्तरेखा दिखाने में भविष्य जानने में व्यक्ति को समय नहीं लगाना चाहिए। आदमी को सत् पुरुषार्थ साधना करनी चाहिए। आयुष्य जितना है उतना हो जाएगा। उसकी क्या चिंता, करना है तो अच्छा काम करो। आयुष्य छोटा हो तो भी अच्छा काम करना है। व्यक्ति को मुहूर्त में भी ज्यादा नहीं पडऩा चाहिए। नवकार मंत्र का जाप और धर्म की साधना में लीन रहते हुए कार्य करते रहना चाहिए। ज्योतिष को अपने स्थान पर महत्व है और पुरुषार्थ का अपना महत्व है।

विलक्षण संत थे आचार्य महाप्रज्ञ

कार्यक्रम में साध्वी प्रमुख श्री कनक प्रभा ने कहा कि जिस प्रकार सागर की गहराई को मापना असंभव है, उसी प्रकार आचार्य श्री महाप्रज्ञ अमाप्य थे। वे एक विलक्षण संत थे। वे ज्ञान के हर क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखते थे। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ अपने पुरुषार्थ के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उनको ज्ञान के हर क्षेत्र में सिद्धहस्तता प्राप्त थी। मुख्य नियोजिका साध्वी विश्रुत विभा ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ के लेखन का तरीका भी विलक्षण था। उनके मोह कर्म का विलय हो चुका था। शासन मुनि राजेन्द्र कुमार ने अपने श्रद्धासिक्त भावों की अभिव्यक्ति दी। मुनि कोमल कुमार ने 'महाप्रज्ञ को वंदन आज' कविता से अपनी भावाभिव्यक्ति दी। मुनि धन्यकुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व मुनि दिनेश कुमार ने 'ऊं जय महाप्रज्ञ गुरुदेव' के माध्यम से अभ्यर्थना की। साध्वी वृंद की ओर से प्रमुखा श्री की ओर से रचित गीत 'सूरज बन कण चमक्यां गण गीगनार' से भाव सुमन अर्पित किए। समणी वृंद ने जय गुरुवरं, जय गुरुवरं गीत से भावांजलि दी। कार्यक्रम के अंत में सरपंच अख्ताराम चौधरी, कांतिलाल ने अपने भाव व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार की ओर से किया गया।

आचार्य महाश्रमण आज सिवाना में

अहिंसा यात्रा को लेकर आचार्य महाश्रमण अपनी धवलसेना के साथ सिवाना कस्बे में मंगलवार सुबह 9 बजे प्रवेश करेंगे। यहां चंपावाड़ी जैन संस्थान प्रांगण में अभिवंदना समारोह में अभिवंदन किया जाएगा। संयोजक मोहनलाल गोलेच्छा ने बताया कि समारोह में विशेष अतिथि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, राज्य अनुसूचित आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, सांसद हरीश चौधरी विधायक मेवाराम जैन, कानसिंह कोटड़ी होंगे।

कंपनियों को अदा करनी पड़ेगी लाखों की पेनल्टी



कंपनियों को अदा करनी पड़ेगी लाखों की पेनल्टी
पोकरण स्थित सोलर पावर प्लांट में कागजों में बिजली उत्पादन दर्शाने का मामला, गैर पारंपरिक ऊर्जा मंत्रालय की कमेटी कर रही है जांच


पोकरण स्थित सोलर पावर प्लांट में कागजों में बिजली उत्पादन दर्शाने के मामले की जांच गैर पारंपरिक ऊर्जा मंत्रालय द्वारा गठित कमेटी कर रही है। नियमानुसार तय समय अवधि में प्लांट कमीशंड नहीं होने पर कंपनियों को जमा गारंटी राशि में से 40 प्रतिशत और प्रतिदिन एक लाख रुपए के हिसाब से पेनल्टी अदा करनी पड़ती, लेकिन डिस्कॉम के अधिकारियों की मिलीभगत से बिजली उत्पादन शुरू हुए बिना ही आंध्र प्रदेश के एक ही ग्रुप की अलग-अलग नाम से खोली इन सातों कंपनियों को प्लांट कमीशंड होने का प्रमाण-पत्र जारी हो गया। इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर प्रोजेक्ट इंचार्ज और चार इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया, मगर जांच कमेटी अब यह जांच कर रही है कि असलियत में सातों सोलर पावर प्लांट शुरू कब हुए और इससे मंत्रालय को कितने करोड़ों का नुकसान हुआ। यह भी जांचा जा रहा है कि फर्जीवाड़े में निलंबित प्रोजेक्ट इंचार्ज और चार इंजीनियर ही शामिल हैं या अन्य उच्चाधिकारियों की भी मिलीभगत है। मंत्रालय से हुए एग्रीमेंट के मुताबिक पोकरण तहसील में सातों सोलर पावर प्लांट इस वर्ष 10 जनवरी तक शुरू हो जाने थे। इस तय अवधि तक प्लांट शुरू नहीं होने पर कंपनियों की मंत्रालय में जमा 85 करोड़ रुपए गारंटी मनी में से बीस प्रतिशत राशि की कटौती हो जाती। दस फरवरी तक शुरू नहीं होने पर 40 प्रतिशत और 10 मार्च तक कमीशंड नहीं होने पर पूरी गारंटी राशि जब्त करने का प्रावधान है। ये कंपनियां 10 जनवरी तक उपकरण व मशीनरी भी पूरी तरह नहीं लगा पाई थीं। शेष त्नपेज १२

इसके बावजूद प्लांट कमीशंड होने की रिपोर्ट देने वाली कमेटी ने सात में तीन प्लांट 3 जनवरी, एक प्लांट 7 जनवरी और तीन प्लांट 9 जनवरी को कमीशंड होने की रिपोर्ट दे दी। इस आधार पर राज्य सरकार ने पावर प्लांट कमीशंड होने का प्रमाण-पत्र जारी कर दिया, जबकि ये प्लांट 10 फरवरी तक भी कमीशंड नहीं हो पाए थे। इस तरह कंपनी से गारंटी राशि में से 40 प्रतिशत और प्रतिदिन एक लाख रुपए प्रति मेगावाट के हिसाब से पेनल्टी भी वसूल की जानी थी, मगर अधिकारियों ने एक-एक मेगावाट के शुरू तीन पावर प्लांट को पांच-पांच मेगावाट के सात पावर प्लांट शुरू करना दर्शाकर गलत रिपोर्ट भेज दी।

नहर में नहाने उतरे युवक की डूबने से मौत

नोख इंदिरा गांधी नहर की 1140 आरडी पर शनिवार को नहाने के लिए उतरे युवक की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने रविवार शाम नहर से शव बरामद किया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने लाश परिजनों को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार 1140 आरडी पर 14 अप्रैल को नहाने के लिए उतरे बचन सहनी पुत्र राजनी सहनी जाति महला (35) निवासी सहला, बिहार गहरे पानी में चले जाने से डूबने से उसकी मौत हो गई। इस संबंध में परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने नहर में लाश की तलाश शुरू कर दी। 15 अप्रैल की शाम को लगभग 7 बजे नहर से युवक की लाश बरामद हुई।

सवा करोड़ से संरक्षित होंगे सीमावर्ती किले


सवा करोड़ से संरक्षित होंगे सीमावर्ती किले
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संरक्षण सूची में गत वर्ष शामिल किए गए गणेशिया, घोटारू व किशनगढ़ फोर्ट का होगा जीर्णोद्धार

जैसलमेर सीमावर्ती इलाके में वर्षों से संरक्षण के इंतजार में खड़े जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के फोर्ट अब अपनी ऐतिहासिकता व कलात्मकता को और ज्यादा समय तक कायम रख सकेंगे। राज्य के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग ने जैसलमेर के सीमावर्ती इलाके के किशनगढ़ फोर्ट, गणेशिया फोर्ट व घोटारू फोर्ट के जीर्णोद्घार की कार्य योजना बनाई है। इसके लिए विभाग ने करीब सवा करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा है।

संरक्षण से बचेगा प्राचीन दुर्गों का अस्तित्व

जिले के सीमावर्ती इलाकों में आबादी क्षेत्र से दूर होने के कारण अबतक इन दुर्गों का उचित संरक्षण नहीं हो पा रहा था। ऐसे में इनके जीर्णोद्घार के लिए पुरातत्व व संग्रहालय विभाग ने कार्य योजना बनाई है। किशनगढ़ फोर्ट व घोटारू फोर्ट की बाहरी दीवारें उनके निर्मित कक्ष व अन्य स्थान क्षतिग्रस्त हो चुके थे। वहीं गणेशिया फोर्ट मिट्टी से बना होने के कारण एक महत्वपूर्ण मड फोर्ट की श्रेणी में आता है। प्राचीन किलों की वास्तुशिल्प संरचना व अन्य विशेषताओं को लेकर विभाग ने सर्वे करवा इन तीनों दुर्गों को संरक्षण सूची में शामिल किया था।



गत वर्ष मिला था संरक्षण

॥संरक्षण सूची में शामिल होने के बाद इन तीनों दुर्गों के जीर्णोद्घार के लिए प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजे हैं। किशनगढ़ व घोटारू के लिए 50 - 50 लाख व गणेशिया फोर्ट के लिए 25 लाख के प्रस्ताव भेजे गए हैं। ञ्जञ्ज

किशनलाल मारू, वृत्त अधीक्षक, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग

पिछले कई वर्षों से सीमावर्ती इलाके में मौजूद किले संरक्षण के इंतजार में थे। राज्य के पुरातत्व व संग्रहालय विभाग ने तीनों किलों को गत वर्ष नवंबर 2011 में संरक्षण सूची में शामिल किया था। विभागीय टीम ने मुख्यालय के निर्देशानुसार जनवरी 2011 में वृत के अधीन आने वाले प्राचीन किलों का सर्वे किया। सर्वे में इन तीनों दुर्गों की विशेषताओं को देखते हुए संरक्षण प्रदान किया गया।

पत्नी के आशिक को बहलाया, शराब पिलाई और उतार दिया मौत के घाट!

रानी (पाली).इंटदरा चारणान के शंकरलाल मेघवाल ने पत्नी के प्रेमी मीठालाल मेघवाल की हत्या कर रविवार रात को उसका शव भगवानपुरा गांव के एक कुएं में डाल दिया। आरोपी ने मीठालाल के साथी प्रदीप हरिजन को भी नशे की हालत में कुएं में डाल दिया। लेकिन वह जिंदा बच गया। उसे गंभीर अवस्था में सोमवार सुबह ग्रामीणों ने कुएं से निकाला, तब पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
 
पुलिस ने आरोपी शंकरलाल मेघवाल (35) को देर शाम को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी श्यामसिंह चौधरी ने बताया कि शंकरलाल अहमदाबाद में मजदूरी करता है। उसकी पत्नी व तीन बच्चे गांव में रहते हैं। शंकर ने करीब छह माह पहले अपना मकान बनाने के लिए जीवंद कलां गांव के मीठालाल मेघवाल (28) को ठेका दिया था। उस दौरान मीठालाल व उसकी पत्नी के बीच संबंध बन गए।

पहले पिलाई शराब:

शंकर मेघवाल रविवार सुबह अहमदाबाद से गांव इंटदरा चारणान पहुंचा। शाम को वह पत्नी के प्रेमी मीठालाल तथा उसके दोस्त प्रदीप हरिजन से मिला। मीठालाल की बाइक पर तीनों भगवानपुरा गांव में एक कुएं के पास बैठ गए और शराब पी। यहां प्रदीप को और शराब लेने के लिए भेज दिया। पीछे मौका देख शंकर ने धारदार हथियार से मीठालाल की हत्या कर दी।

साथी को भी कुए में डाला

राज खुलने के डर से आरोपी ने प्रदीप को और शराब व बीयर पिलाई। इससे वह बेसुध हो गया। इंटदरा चारणान गांव से कुछ दूरी पर प्रदीप को भी बेसुध हाल सूखे कुएं में फेंक दिया। इसके बाद शंकर नाडोल गांव में बाइक छोड़ पैदल ही अपने गांव आकर सो गया।

और प्रदीप बच गया

किस्मत ने प्रदीप का साथ दिया। सोमवार सुबह करीब 5 बजे उसे होश आया। उसकी चीख पुकार सुन ग्रामीण वहां पहुंचे और उसे कुएं से बाहर निकला। पुलिस भी मौके पर पहुंची। प्रदीप ने पूरी घटना बताई तो पुलिस ने भगवानपुरा गांव के पास कुएं से मीठालाल का शव बरामद किया।

पैसे के लिए बेचती हैं जिस्म, पर फायदा उठाता है कोई और...



नई दिल्ली. जिस्म बेंच कर कमाई करने वाली महिलाओं की हकीकत बहुत कड़वी है। उन्हें कुल कमाई का मात्र चौथाई हिस्सा ही मिल पाता है। बाकी हिस्सा बिचौलिए खा जाते हैं। यही कारण है कि मोटी कमाई के बाद भी उनकी यथा स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाता। मजबूरन धंधा करना पड़ता है। इसका खुलासा भारतीय पतिता उद्धार सभा ने किया है।
 


वेश्याओं के लिए काम करने वाले इस एनजीओ ने उनके अधिकार के लिए मुहिम शुरू की है। इसके अध्यक्ष खैराती लाल भोला ने बताया कि सरकार को इस समस्या की तरफ ध्यान देना चाहिए। इससे इस समाजिक अभिशाप को मिटाने में मदद मिलेगी।



उन्होंने कहा कि कोई भी औरत इस धंधे में शौक के लिए नहीं आती। मजबूरी उसे इस धंधे में खींच लाती है या फिर उसे जबरन इसमें धकेल दिया जाता है। उसके शरीर का सौदा बिचौलिए करते हैं। वे कमाई का बड़ा हिस्सा खुद रख लेते हैं। वेश्याओं को कमाई का चौथाई हिस्सा ही मिल पाता है।



उन्होंने बताया कि देश में 11 सौ रेड लाइट एरिया हैं। इसमें साढ़े पच्चीस लाख वेश्‍यायें काम करती हैं। यदि कोई महिला इसके खिलाफ आवाज उठाती है तो उसे मारपीट व शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। उनके के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को आगे आना चाहिए।




दोस्‍तों ने ही किया गैंगरेप और खुदकुशी के लिए मजबूर, इनकार करने पर काटे बाल


 
अहमदाबाद. यहां निरमा विश्‍वविद्यालय में डिप्‍लोमा कोर्स कर रही 17 वर्षीय लड़की को उसके साथ पढ़ने वाले लड़कों ने ही गैंगरेप का शिकार बनाया है। यही नहीं, धोखे से लड़की को ले जाकर उसका सामूहिक बलात्‍कार करने के बाद उन्‍होंने उसे गर्भनिरोधक गोलियां खाने के लिए मजबूर किया, फिर पुल से कूद कर जान देने का दबाव डाला। लड़की ने इनकार किया तो उन्‍होंने उसका लुक बदलने के लिए उसके बाल तक कटवा दिए।लड़की ने‍ हिम्‍मत जुटा कर एक सप्‍ताह पहले हुई इस घटना की शिकायत अब जाकर पुलिस में की है।

इंस्‍ट्रूमेंटेशन एडं कंट्रोल में पढ़ाई करने वाली पूजा (बदला हुआ नाम) ने सरखेज थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उसने कहा है कि इन लड़कों ने पहले उसे जबरन कुछ नशीला पेय पिलाया और फिर चारों ने एक के बाद एक उसकी इज्‍जत लूट ली।



दस अप्रैल की रात चारों आरोपी उसे चंदखेड़ा इलाके में ले गये और उसे गर्भ निरोधक गोली (कंट्रासेप्टिव पिल्‍स ) खाने को कहा। लेकिन पूजा ने ऐसा करने से मना कर दिया। इससे गुस्‍साये लड़के उसे नेहरू ब्रिज पर ले गये और कहा कि वह नदी में कूद कर आत्‍महत्‍या कर ले। लेकिन पूजा ने यह कदम भी उठाने से इंकार दिया।

इससे लड़कों का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया और उन्‍होनें पूजा को बदसूरत बनाने की नीयत से उसके खूबसूरत बाल काट डाले। इसके बावजूद पूजा की हिम्‍मत के आगे उनकी एक नहीं चली। इससे परेशान ये चारों अहमदाबाद नगर निगम के एक अधिकारी के पास उसे ले गये। इस अधिकारी ने पूजा से कहा कि वह अपने मां बाप को बताये कि उसने ठीक से परीक्षा नहीं दी है और वह इस वजह से घर नहीं आयी है।

इसके बाद अभियुक्‍त पूजा को कालूपुर रेलवे स्‍टेशन ले गये और उसका मोबाइल फोन छीन करके उसे एक ट्रेन में जबरन बैठा दिया और धमकी दी कि वह अहमदाबाद वापस नहीं आये वरना उसे और उसके परिजनों को जान से मार दिया जायेगा। उनके जाने के बाद पूजा ने एक आदमी की मदद से अपने परिवारवालों को फोन किया तब घरवाले वहां पहुंचे और उसे अपने साथ ले गये।

उधर नौ अप्रैल को पूजा के घर नहीं पहुंचने से परेशान घरवाले सरखेज थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा चुके थे। पूजा के मिलने के बाद पुलिस ने उसका बयान लिया जिसमें डरी सहमी पूजा ने कहा कि वह अपनी मर्जी से कहीं घूमने गयी थी। एक सप्‍ताह तक मानसिक तनाव से जूझने के बाद आखिरकार पूजा ने अपने साथ हुये बलात्‍कार और उत्‍पीड़न की शिकायत दर्ज कराई।

सिंघवी की आपत्तिजनक सीडी, प्रसारण पर रोक

 

नई दिल्ली. राजस्थान से राज्यसभा के लिए हाल ही निर्वाचित कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी की कथित सीडी बाजार में आई है। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस सीडी के प्रसारण पर रोक लगा दी है। इस मामले में कोर्ट ने एक प्रमुख मीडिया हाउस को पाबंद किया है। अगली सुनवाई 21 मई को होगी।

जस्टिस रेवा खेत्रपाल के मुताबिक अगली सुनवाई तक मीडिया हाउस, उनके एजेंट व मीडिया हाउस से जुड़े अन्य लोग इस सीडी के बारे में न छाप सकते हैं और न ही उसे प्रसारित कर सकते हैं। इसके अलावा कथित सीडी के अंश भी ट्रांसफर नहीं किए जा सकते।

सीडी कांड में ड्राइवर की भूमिका
सिंघवी और उनके मित्र अभिमन्यु भंडारी ने सीडी पर रोक के लिए याचिका दायर की थी। इस कथित सीडी कांड में सिंघवी के पूर्व ड्राइवर की भूमिका बताई जा रही है। कोर्ट के मुताबिक यदि इस सीडी के कंटेंट पर इस तरह की रोक न लगाई गई तो सिंघवी की प्रतिष्ठा और साख को खतरा है। 21 मई को इसकी सुनवाई होगी जिसके लिए मीडिया हाउस और सिंघवी के पूर्व ड्राइवर को नोटिस भेजा गया है।

छेड़छाड़ करके बनाई गई है सीडी : सिंघवी
याचिका में सिंघवी ने कहा है कि उन्हें कुछ राजनेताओं से पता चला है कि एक मीडिया हाउस के पास उनकी कथित सीडी (इसे लेकर ट्व‍िटर पर आ रही टिप्‍पणियां रिलेटेड आर्टिकल में पढ़ें) है। यह सीडी जाली है। इसे मॉर्फ व फेब्रिकेट किया गया है। इसे टेलीकास्ट या ब्रॉडकास्ट करने का कोई भी कदम सिंघवी के प्रतिष्ठा के अधिकार का हनन होगा।

जोधपुर के रहने वाले हैं अभिषेक सिंघवी
सिंघवी पहली बार 4 अप्रैल 06 से 3 अप्रैल 2012 तक राज्यसभा सदस्य रहे। हाल ही दोबारा निर्वाचित हुए हैं। बीते दिनों वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बदलाव को लेकर दिए गए बयान से चर्चा में आए थे। सिंघवी मशहूर संविधानविद स्व. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी के बेटे हैं और मूल रूप से जोधपुर के हैं।

सोमवार, 16 अप्रैल 2012

प्यासे को पानी पिलाने की अपनी संस्कृति को भूल गए हें .

गर्मी के मौसम में बाजारों में प्यासे राहगीरों की प्यास बुझाने के लिए बाड़मेर में प्याऊ लगाने की परंपरा सदियों तक चली मगर अब शहर में प्याऊ कंही नहीं दिखाती ....शायद लोग प्यासे को पानी पिलाने की अपनी संस्कृति को भूल गए हें .

बाड़मेर के कलेक्टर के लेखा शाखा ऐसे भ्रष्ट कारिंदों


बाड़मेर के कलेक्टर के लेखा शाखा के एक कारिंदे ने एक असफल निविदाकर्ता से पचास हज़ार रुपये की सेट्टिंग कर उसको वितीय वर्ष मार्च २०१२ तक फोटो स्टेट का काम करने का सौदा किया .टेंडर दिसम्बर ८ २०११ को हुए टेंडर चार दिन बाद खोले गए मगर आदेश जारी किये २४ मार्च २०१२ को वो भी तब सफल निविदाकर्ता ने सूचना के अधिकार के तहत आवेदन किया तो २४ मार्च को आदेश जारी कर दिया जबकि आदेश आज तक नहीं मिला भाई दगाबाजी और षड़यंत्र ऐसे कारिंदों से सीखे ,मगर कलेक्टर साहिबा ऐसे भ्रष्ट कारिंदों के खिलाफ कार्यवाही कर जनता में स्वच्छ सन्देश दे