मंगलवार, 13 मार्च 2012

प्रेमी ने किया अनदेखा तो प्रेमिका ने दी दर्दनाक सजा!

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक अनोखे लेकिन दिल दहला देने वाली घटनाक्रम में एक युवती ने अपने पूर्व प्रेमी पर तेजाब फेंक दिया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया।



स्थानीय अखबार 'डान' ने जख्मी युवक मोहसिन (21)के हवाले से बताया कि वह एक बस स्टाप के पास खड़ा था तभी नबीला (20) नामक युवती ने उस पर तेजाब फेंक दिया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। उसने बताया कि वह पहले युवती से प्रेम करता था लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह उसे अनदेखा कर रहा था।



पुलिस सूत्रों का अनुमान है कि युवती ने मोहसिन के रवैये से नाराज होकर यह कदम उठाया था। नबीला को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना फैसलाबाद के नजदीक एक गांव की है।



पाकिस्तान में महिलाओं पर तेजाब फेंकने की घटनाएं आम हैं। यहां तक कि कई ऐसी महिलाएं भी हैं जिन पर उनके ही पति अथवा परिजनों ने तेजाब फेंक दिया। इससे न सिर्फ महिलाओं का चेहरा विकृत हो जाता है और वे जीवन भर के लिए अपना आत्मविश्वास खो देती हैं बल्कि कई बार उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ती है।



गौरतलब है कि जिस देश की महिलाएं तेजाब फेंके जाने की घटनाओं से खौफजदा हों, वहां किसी युवती द्वारा अपनी नारजगी जाहिर करने के लिए एक युवक पर तेजाब फेंक देना एक हैरतअंगेज घटना से कम नहीं।















बगावत के बीच बहुगुणा ने ली शपथ

बगावत के बीच बहुगुणा ने ली शपथ

नई दिल्ली/ देहरादून। विजय बहुगुणा ने आखिरकार मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। देहरादून के परेड ग्राउंड मे हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं हरीश रावत के बागी तेवर अब भी बरकरार हैं। पहले खबर आई थी कि मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज रावत के तेवरों को देखते हुए शपथ ग्रहण टाल दिया गया है। हालांकि इस बगावत का असर शपथ ग्रहण समारोह पर दिखा और आधे से भी कम विधायक ही इसमें नजर आए।

करीब 16 विधायक व प्रदीप टमटा सहित कुछ सांसद रावत के देहरादून स्थित निवास पर रणनीति बनाने में जुटे। टमटा ने कहा, हम रावत के साथ हैं। वे हमारे नेता हैं। पार्टी ने उनके साथ घोर अन्याय किया है। विजय बहुगुणा हमें मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार्य नहीं हैं।


मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज रावत ने कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। रावत के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया। आनन फानन में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक में फैसला हुआ कि रावत के आगे नहीं झुका जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने जो फैसला लिया है वही अंतिम है। विजय बहुगुणा ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता जर्नादन द्विवेदी ने यह जानकारी दी।

2.80 लाख की कैंसर दवा 8,880 रू. में

2.80 लाख की कैंसर दवा 8,880 रू. में

नई दिल्ली। कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर आई है। हैदराबाद की दवा बनाने वाली कंपनी नेटको फार्मा को कैंसर दवा नेक्सावर बनाने व मौजूदा कीमत से 30 प्रतीशत कम में बेचने की इजाजत प्रदान की है। उल्लेखनीयह है कि इस दवा का पेटेंट बेअर कॉरपोरेशन के पास है। सरकार ने ऎसा कदम संभवतया पहली बार उठाया है।

इससे किडनी व लीवर कैंसर के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। यह आदेश विश्व व्यापार संगठन के टीआरआईपीएस समझौते की अनुपालना में इंडिया पेटेंट्स ऑफिस ने अनिवार्य लाइसेंस के तौर पर इंडिया पेटेंट्स एक्ट की धारा 84 के तहत जारी किया है।

कंट्रोलर ऑफ पेटेंट्स पीएच कुरियन ने अपने आदेश में कहा है कि भारत में 2008 में पेटेंट मिलने के बावजूद बेअर ने इस दवा की बिक्री को बढाने के लिए अधिक कुछ नहीं किया है। बेअर ने 2008 में यह दवा आयात नहीं की वहीं 2009 व 2010 में थोड़ी मात्रा में ही आयात की।

नेटको को यह दवा 120 टेबलेट्स के पत्ते को 8,880 रूपए में बेचने की इजाजत दी गई है। एक मरीज को अमूमन एक माह में 120 टेबलेट की जरूरत पड़ती है। वहीं बेअर अभी इतनी ही दवा करीब 2.80 लाख रूपए में बेच रहा है।

विश्व व्यापार संगठन के अनुसार अनिवार्य लाइसेंस किसी के द्वारा बनाई जा रही पेटेंट दवा को बिना उसकी इजाजत के दूसरी कंपनी को बनाने के लिए राष्ट्रीय सरकार द्वारा जारी किया जा सकता है।

सरकार के इस कदम से आम आदमी भी इस जीवन रक्षक दवा को खरीद सकेगा।

गेर में झलकी ग्रामीण संस्कृति



गेर महोत्सव के चौथे दिन कल्याणपुर गेर मंडल और गरासिया गेर मंडल के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

 जालोर

हाथों में लाठी लिए, चंग की थाप पर वीर रस के फाल्गुनी गीतों पर झुमते गेरिए। नजारा था गेर महोत्सव के चौथे दिन सोमवार को कल्याणपुर गेर मंडल की धोका गेर का। कल्याणपुर के गेरियों ने चंग की थाप पर एक साथ जमीन पर बैठना और एक साथ उठकर लाठी को आसमान में घुमाने के बिरले अंदाज में नृत्य पेश कर अपनी कला को प्रदर्शित किया।

इस दौरान गेरियों ने नृत्य करते हुए 'जोधाणा रे किला माथे हलदी कांच फड़के रे...', 'नीला घोड़ा रा असवार बाबा रामसा पीर...' व 'तेल और 'सिंदूर चढ़े हनुमानजी रे आए मंगलवार...' वीर रस से ओतप्रोत फाल्गुनी गीत प्रस्तुत किया। इस गेर मंडल में कल्यापुर सरपंच दौलाराम कुंआ के नेतृत्व में रामाराम, छतराराम, सांवलाराम, रुपाराम, धन्नाराम, अचलाराम व मादाराम समेत २५ जनों ने नृत्य पेश कर सांस्कृतिक छटा बिखेरी। इससे पूर्व जालोर की पोलजी वरदाजी और विभिन्न समाजों के गेरियों ने धोती कुर्ता पहने सिर पर लाल पगड़ी और पैरों में घुंघरू बांधकर नृत्य पेश किया। गेर महोत्सव के चौथे दिन पूरा पांडाल पुरुषों व महिलाओं से भरा रहा। शेषत्नपेज १५

गेर महोत्सव में दूसरी गेर उपरलागढ़ (माउंट आबू) की गरासीया गेर मंडल ने अद्भुत कला पेश की। इस मौके भक्त प्रहलाद समिति के नैनाराम माली, मगसा मेवाड़ा, मिश्रीमल, सार्दुलाराम, लालराम घांची, तुलछाराम, सांवलाराम, खसाराम, मोहनलाल, छोगालाल व जयंतीलाल लुहार समेत कई जने मौजूद थे।

भाद्राजून. कस्बे समेत क्षेत्र के भोरडा, घाणा, बाला गांव में होली महोत्सव की धूम मची हुई है। चंग की थाप और ढोल-ढमाकों की धुन पर पैरों में घुंघरु बांधे गेरिए नृत्य करते हंै। इस दौरान कई स्थानों पर विभिन्न देवी-देवताओं के स्वांग रचकर गेरिए द्वारा रोचक प्रस्तुति दी जा रही है। गेर महोत्सव में क्षेत्र ग्रामीण आनंद ले रहे हंै।

खरल. ओटवाला गांव में ग्रामवासियों की ओर से शुरू किए सात दिवसीय गेर महोत्सव के चौथे दिन गेरियों ने शानदार नृत्य पेश किया। पारंपरिक वेश धारण किए गेरियों ने राजस्थानी संस्कृति की मिशाल पेश की। गेर महोत्सव में खरल, उम्मेदाबाद व सायला के गेरियों ने नृत्य प्रस्तुत किया। इसी प्रकार आलासन गांव के चामुंडा माता मंदिर में गेरियों ने प्रस्तुति दी। इस मौके कस्बे समेत आस पास गांवों के कई ग्रामीण मौजूद थे।

पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर दी गेर की प्रस्तुति : गेर महोत्सव में दूसरी गेर उपरला गढ़ (माउंट आबू) की गरासिया गेर के कलाकारों ने पारंपरिक वाद्ययंत्र ढोलक, कुड़ी, झालर व बांसूरी की मधुर धुन के साथ नृत्य पेश किया। गरासिया गेर के कलाकारों ने 'लिला मोरिया...', आबू गढ़ में देवी मरको बाजे...' व 'भुलू घांबल लिलो वाली वल्ली...' गीत के साथ मुंह से निकलने वाले आवाज लोगों को अपनी ओर बरबस ही खींच रही थी। महोत्सव के दौरान यह कला काफी आकर्षण का केंद्र रही। नृत्य के अंत में पूरा पांडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंजायमान रहा। इस गेर मंडल में दौलाराम, मावाराम, लाजाराम, धीराराम, रणछाराम, मंताकाई, ऐमीया, केली देवी, जोमी देवी, मनुरी देवी व काली देवी समेत २२ जनों ने नृत्य पेश किया।



रामीण मुंगड़ा के गेरिए आज देंगे प्रस्तुति

भक्त प्रहलाद समिति के अध्यक्ष बंशीलाल सोनी ने बताया कि गेर महोत्सव के पांचवें दिन रामीण मुंगड़ा के गेरियों द्वारा रोचक प्रस्तुति दी जाएगी। वाघा पहने और सिर पर पगड़ी बांधे गेरिए अपनी कला प्रस्तुत करेंगे। इसके साथ ही वरदाजी पोलजी गेर मंडल और भक्त प्रहलाद गेर मंडल द्वारा भी गेर की प्रस्तुति दी जाएगी।

देवी देवताओं को मनाने के लिए होती थी गरासिया गेर

उपरला गढ़ (माउंट आबू) की गरासिया गेर के मंशाराम ने बताया कि गरासिया गेर देवी देवताओं को मनाने के लिए खेली जाती थी। इस गेर में मुख्यत: गरासिया समुदाय के देव भाकर बाबा को समर्पित है। यह गेर होली के तीसरे दिन गांव के मुख्य चौराहे पर जोड़े के रूप खेली जाती है। गेर के बाद बाबा की पूजा अर्चना होती है। साथ ही समुदाय के लोगों द्वारा परिवार की खुशहाली की कामना की जाती है।

जालोर. गे महोत्सव के तहत पारंपरिक वेशभूषा में गेर खेलती महिलाएं।

जालोर. गेर महोत्सव के तहत पारंपरिक वेशभूषा में गेर खेलते कलाकार।

गेर में झलकी ग्रामीण संस्कृति







तस्वीरों में देखें, थार के रण में भारतीय और अमेरिकी सेना का सैन्य युद्धाभ्यास








तस्वीरों में देखें, थार के रण में भारतीय और अमेरिकी सेना का सैन्य युद्धाभ्यास

थार महोत्सव मेजबान उदासीन मेहमानों का टोटा

मेजबान उदासीन मेहमानों का टोटा

बाड़मेर। पिछले एक माह से थार महोत्सव का इंतजार कर रहे थारवासियों को इसके आगाज से ही निराशा हाथ लगी। प्रतियोगिताओं को लेकर आमजन की भागीदारी कम रही। स्थिति यह थी कि थार सुंदरी को लेकर तो लग रहा था मानो कोई प्रतिभागी आएगा ही नहीं। वहीं दम्पती दौड़, दादा-पोता दौड़ में भी कम लोगों की भागीदारी रही।

स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर जिस स्टेडियम में लोगों का हुजूम दिखता है, उस स्टेडियम की अधिकांश दर्शक दीर्घाएं खाली थी। कार्यक्रम मे प्रशासनिक कार्मिक व उनके परिजन भी कम ही शामिल हुए। थार सुंदरी प्रतियोगिता को इस महोत्सव की मुख्य प्रतियोगिता मानी जाती है जिसमें मात्र दो प्रतिभागी शामिल हुई। दादा-पोता और दम्पती दौड़ में गिनने लायक चार जोड़ों ने ही भागीदारी दिखाई। अन्य प्रतियोगिता में भी उम्मीद से कम प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

घोड़ी नृत्य आकर्षण का केन्द्र
पूरी प्रतियोगिता में घोड़ी नृत्य आकर्षण का केन्द्र रहा। छह-सात घोडियों ने उनके मालिकों के साथ ढोल की थाप पर ठूमके लगाए तो दर्शकों ने ताली बजा कर अभिनंदन किया।

आकर्षक रही हस्तकला की स्टाल
आदर्श स्टेडियम में बाड़मेर हस्तकला को लेकर विभिन्न स्टाले लगाई गई थी। यहां पर बाड़मेर प्रिंट की चद्दरे, कपड़ों पर बनी कलाकृतियां और लकड़ी की नक्काशी की सामग्री रखी हुई थी। जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने इसको लेकर विशेष रूचि दिखाई।

विदेशी मेहमान, मेजबान उदासीन
महोत्सव को लेकर मेजबान शहर के वाशिंदों ने भी उदासीनता दिखाई। बाड़मेर के आसपास थल सेना और वायु सेना के स्टेशन होने व वहां बड़ी तादाद अधिकारियों व सैनिकों के परिवार समेत रहने के बावजूद इनकी भागीदारी कम दिखाई दी। विदेशी मेहमानों के नाम पर दो पर्यटक ही दिखे। गैस,तेल, लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट में भी काफी तादाद में विदेशी लगे हुए है,लेकिन इनकी भागीदारी भी कम रही।

जैसलमेर के किले को भूकंप से खतरा!

जैसलमेर के किले को भूकंप से खतरा!

जयपुर। राजस्थान का थार क्षेत्र भूकंप की जद में है। विशेष्ाज्ञों की मानें तो भूकंप के कुछ झटके थार क्षेत्र को हिला सकते हैं, जिससे बड़े और पुराने भवनों को नुकसान संभव है। गौरतलब है कि ऎतिहासिक और विश्वविख्यात जैसलमेर का किला भी इसी इलाके में आता है। इसके अलावा सांभर लेक लाइन के नीचे की ओर वॉयब्रेशन होने के कारण भूकंप के मामूली झटके भी नुकसान कर सकते हैं।

थार के इलाके में बढ़ी सक्रियता

राजस्थान विश्वविद्यालय के जूलॉजी विभाग के प्रोफसर एमके पंडित की मानें, तो राजस्थान से होकर गुजरने वाली अरावली पर्वत श्रृंखला में लाखों साल पहले धरती से कुछ दूरी पर जमी प्लेट्सों में काफी हलचत हुआ करती थी। यही कारण था कि उन दिनों अरावली पर्वत के आसपास के इलाकों को इसका खामियाजा ठीक उसी तरह भुगतना होता था जिस तरह आज जापान के हालात हैं।

जापान की धरती के नीचे प्रशांत महासागर के अति सक्रिय होने के कारण वहां भूकंप की स्थिति बनी रहती है लेकिन अब अरावली पर्वत के नीचे मामूली सा वॉयबे्रशन ही है। लेकिन इसके कारण कई बार दिल्ली और गुजरात इलाकों की धरती डोल जाती है। राजस्थान की बात की जाए, तो राजस्थान के थार इलाके के जैसलमेर, सिरोही, पाली, जैसे कुछ जिलों और इनके आसपास के स्थानों से होकर गुजरने वाली अरावली पर्वत माला में हल्का वायब्रेशन होने के कारण धरती डोल सकती है और पुराने और बड़े भवनों को कुछ नुकसान संभव है।

अच्छे हैं छोटे भूकंप

प्रोफेसरों की मानें तो छोटे-छोटे भूकंप अच्छे ही हैं,क्योंकि पृथ्वी की सतह के नीचे मामूली सी उथल-पुथल होते ही ऊपर की धरती हिलने लगती है। अगर ये उथल-पुथल ऊपर तक नहीं आए और नीचे ही दबी रह जाए, तो ऎसा होते रहने से किसी न किसी दिन बड़े भूकंप के खतरे सामने आ सकते हैं, जिसकी विनाशक क्षमता रिक्टर पैमान पर पांच से आठ तक संभव हो सकती है।

जैसलमेर युवक की हत्या कर शव झाडिय़ों में फेंका


युवक की हत्या कर शव झाडिय़ों में फेंका
देवीकोट व छोड़ के बीच मिले शव के हाथ पांव बंधे हुए थे

जैसलमेर/फतेहगढ़ उपखंड की ग्राम पंचायत देवीकोट व छोड़ की सरहद के बीच रविवार रात पुलिस को एक युवक का अज्ञात शव मिला। मृतक के हाथ व पांव रस्सी से बंधे हुए थे और मुंह खून से सना था। आशंका जताई जा रही है कि यह हत्या का मामला भी हो सकता है। किसी ने इस युवक की हत्या कर लाश को सुनसान इलाके में फैंक दिया। मृतक की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है।

देवीकोट चौकी प्रभारी गिरधरसिंह ने बताया कि रविवार रात्रि में क्षेत्र की गश्त करते समय देवीकोट व छोड़ की सरहद के बीच झाडिय़ों के नजदीक एक युवक की लाश मिली। उन्होंने बताया कि संभवतया किसी गाड़ी का ड्राइवर या खलासी हो सकता है। उसे देखने पर ऐसा लग रहा था कि किसी ने युवक के हाथ पांव बांधकर उसकी हत्या कर शव को इस इलाके में फैंक दिया है। मृतक की उम्र 28 वर्ष है। तलाशी लेने पर उसके कपड़ों से कुछ नहीं मिला।

घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल व सांगड़ थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदारा मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। गोदारा ने बताया कि शव को मुर्दाघर में पहचान के लिए रखवा दिया गया है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस ने धारा 302 व 201 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।



आपसी रंजिश के चलते दुकान में आग लगाई

जैसलमेरआपसी रंजिश के चलते बडोड़ा गांव के एक व्यापारी की दुकान में दो लोगों ने आग लगा दी। आगजनी में लाखों रुपए का सामान जल कर खाक हो गया। अनोपसिंह पुत्र तेजसिंह निवासी बडोड़ा गांव ने पुलिस थाना जैसलमेर में रिर्पोट पेश कर बताया कि 10 मार्च को दुकान व आटा चक्की बंद करने के बाद जब वह घर गया तो अचानक ही शोर शराबे की आवाजें आई। जिस पर वह बाहर आया तो देखा कि चतुरसिंह पुत्र आसूसिंह का मकान जल रहा था। तभी अचानक जालम सिंह व नेपालसिंह पुत्र पदमसिंह दौड़ते हुए आए तथा सरियों से चक्की का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुस गए तथा उसमें आग लगाकर वहां से भाग गए। हमने आग पर काबू पाने का प्रयास किया तथा जिला मुख्यालय पर फायरब्रिगेड को भी सूचित किया । लेकिन जब तक आग पर काबू पाते उतनी देर में डीजल चक्की, बिजली से चलने वाली चक्की, डीजल से भरा टीन, लगभग पांच क्विंटल अनाज सहित अन्य सामान जल कर खाक हो गया। पुलिस ने धारा 436, 427 के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।

मारपीट कर बंधक बनाया

मोहनगढ़पुलिस थाना मोहनगढ़ में सोमवार को तुलसाराम ने रिर्पोट पेश कर बताया कि रविवार रात्रि ओमप्रकाश बिश्नोई के साथ तीन व्यक्तियों ने उससे मारपीट की तथा उसे सात घंटे तक बंधक बनाए रखा। रिर्पोट में बताया कि लाखा गांव के पास खेती करने वाला ओमप्रकाश बिश्नोई रविवार शाम करीब 4 बजे अपने चचेरे भाई के पुत्र की सगाई में जाने के लिए मंडाऊ जाने वाली बस में चढ़ रहा था। तभी किशन सिंह, उम्मेदसिंह व एक अन्य व्यक्ति ने उसके साथ मारपीट की तथा उसपर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। मारपीट करने के बाद उसे ट्रैक्टर में डालकर अपने घर ले गए। जहां उसे बंधक बना कर रखा। रविवार रात्रि करीब 3 बजे ओमप्रकाश के रिश्तेदार जगमाल उसे छुड़ा कर लाए तथा सोमवार सुबह उसे मोहनगढ़ स्थित स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। ओमप्रकाश के सिर में गंभीर चोटें आई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।

थार महोत्सव थाप से हुआ थार महोत्सव का आगाज










थार महोत्सव  


थाप से हुआ थार महोत्सव का आगाज


बाड़मेरविविध रंगों व कला को लेकर थार का कण-कण कुछ अलग ही बंया करता है। सोमवार को सुबह निकली शोभायात्रा में जहां कालबेलिया नृत्यांगनाएं अपनी कला से हर एक को नाचने पर मजबूर कर रही थी तो रणबांकुरों के वेष में सजे युवा मारवाड़ के गौरवशाली इतिहास की याद दिला रहे थे। ऊंट गाड़ी पर बैठे लोक कलाकारों की स्वर लहरियों फिजा में पधारो म्हारै देश की तान के साथ कानों में रस घोल रही थी।

चौहटन में डेजर्ट सिम्फनी

महोत्सव के दूसरे दिन चौहटन में वैर का माता मंदिर में आकर्षक कार्यक्रम होंगे जिसमें मालानी फूड फेस्टीवल एवं डेजर्ट सिम्फनी आकर्षण का केंद्र होगा।यहां पर शाम को आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। लोक कलाकार थार की कला एवं संस्कृति की छटा बिखेरेंगे। यहां हाल ही में पदम श्री से सम्मानित शाकर खां एवं बिस्मिल्ला खां पुरस्कार से सम्मानित फकीरा खां, लोक प्रिय अलगोजा वादक धोधे खां अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति देंगे। इस मौके एडीएम अरुण पुरोहित सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

फोटो व लेख प्रतियोगिता

इससे पूर्व थार महोत्सव के बारे में आमंत्रित आलेख एवं फोटो प्रतियोगिता के परिणाम भी इस मौके घोषित किए गए। आलेख प्रतियोगिता में कवर राव सिंह प्रथम, सोनम माहेश्वरी द्वितीय एवं दिनेश कड़वासरा तीसरे स्थान पर रहे। वहीं फोटो प्रतियोगिता में सुनिल राखेचा प्रथम, ठाकराराम मेघवाल द्वितीय एवं अमरलाल तीसरे स्थान पर रहे। आलेख एवं फोटो प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले को 2100 रुपए, द्वितीय स्थान पाने वालों को 1500 रुपए तथा तीसरे स्थान पाने वाले को 1100 रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया।
थाने घणा उड़ीक्या, बताओ अबै थाणी काईं करा मनुआर

बाड़मेर रेत से उपजी और रजवाड़ों में पली मांड गायकी, जब अल्लाह जिलाई बाई के कंठ से निकली तो पद्मश्री से नवाजी गई। इस राग में मनुहार की मिठास इतनी कि पधारो म्हारै देस का आलाप कंठ से निकलते ही मेहमान बरबस सात समंदर पार से खींचा चला आता है। कुछ ऐसा ही हुआ थार महोत्सव के आगाज के वक्त। सोमवार से शुरू हुए उत्सव के पहले दिन थार के जर्रे जर्रे में यहां की कला, संस्कृति और मनुहार भरी अपणायत का रंग मेहमानों के सिर चढ़ कर बोला।

पग -पग पर बाजे घुंघरू

गांधी चौक से लेकर आदर्श स्टेडियम तक लोक कलाकारों के पैरों में बंधे घुंघरुओं की खनक कानों में तराने घोलते रहे। हर ताल के साथ थिरकते कदमों ने कलेक्टर से लेकर आमजन तक को नाचने पर आमादा कर दिया। मीडिया वालों के कैमरों से इतने पलकें पड़े कि मानो दिन में ही तारे टिमटिमा रहे हो। हर ताल, हर चाल को मानो कैमरे में कैद करने ही होड़ मची हो।

विनर ऑफ थार
बाड़मे थार महोत्सव में सोमवार को थार श्री एवं थार सुंदरी प्रतियोगिता के प्रति दर्शकों का काफी उत्साह रहा। इस वर्ष का थार सुंदरी का खिताब ललिता शर्मा के नाम रहा जबकि संतोष कुमार थार श्री चुने गए। थार श्री एवं थार सुंदरी को जिला प्रशासन की ओर से 5100-5100 रुपए की नकद राशि का पुरस्कार दिया गया।
दीवाने हो गए लोग तेरी दीवानी पर

तेरे नाम से जी लूं तेरे नाम से मर जाऊं...तेरी दीवानी गीत की पंक्तियां जब महाबार के टिब्बों पर कैलाश खेर ने गुनगुनाया तो पूरा थार मानो दीवाना हो गया। उसके बाद एक से बढ़कर एक सूफी संगीत ने लोगों को सुरों की दुनिया से सरोबार कर दिया। महाबार के टिब्बों पर दोपहर से ही लोगों का आना शुरू हो गया। शाम होते होते तो महाबार के रेतीलें धोरें लोगों की भीड़ में छुप गए। इस बार रेत के ऊंचे टिब्बों को आकर्षित करने के लिए विशेष रोशनी का इंतजाम किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जफर खान सिंधी ने सूफी शायरी व उर्दू के शेरों से खूब दाद लूटी।

सोनिया के पास 45 हजार करोड़ की संपत्ति!

नई दिल्‍ली.कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी दुनिया की चौथी सबसे दौलतमंद इंसान हैं। यह दावा किया है अमेरिका के एक मीडिया हाउस ने। इसका कहना है कि यूपीए अध्‍यक्ष के पास 10 हजार से 45 हजार करोड़ के बीच (2 से 19 अरब डॉलर) की संपत्ति है।
 

अमेरिकी वेबसाइट ' बिजनेस इनसाइडर ' ने दुनिया के सबसे रईस राजनेताओं की लिस्ट जारी की है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष को चौथे नंबर पर रखा है। इस लिस्ट में हरियाणा की विधायक और जिंदल समूह की प्रमुख सावित्री जिंदल का नाम भी है। साइट के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष की संपत्ति यानी 10 हजार से 45 हजार करोड़ के बीच हो सकती है।

इससे पहले जर्मनी के अखबार 'डी वेल्ट' में भी इस बारे में खबर छपी थी। इस अखबार के वर्ल्ड्स लग्जरी गाइड सेक्शन में दुनिया के सबसे रईस 23 नेताओं की लिस्ट छापी गई थी। उसमें भी सोनिया गांधी चौथे स्थान पर हैं। 'बिजनेस इनसाइडर' ने वर्ल्ड्स लग्जरी गाइड का हवाला देते हुए लिस्‍ट छापी है। लेकिन सबसे नीचे यह भी लिखा गया है कि यह रिपोर्ट OpenSecrets.org, Forbes.com, Bloomberg.com, Wikipedia.org, Guardian.co.uk से मिली जानकारी के आधार पर तैयार की गई है।

लिस्ट में अहम नाम
1. अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अजीज शाह, सऊदी अरब
2. हसनल बोलखेह सुल्तान, ब्रुनेई
3. माइकल ब्लूमबर्ग मेयर, न्यूयॉर्क
4. सोनिया गांधी
6. व्लादीमिर पुतिन
7. सावित्री जिंदल
19. आसिफ अली जरदारी
सोनिया गांधी से हाल ही में एक आरटीआई कार्यकर्ता ने उनके आयकर रिटर्न का ब्‍यौरा मांगा था, लेकिन उन्‍होंने इसे निजी जानकारी बता कर सार्वजनिक करने से मना कर दिया था। लेकिन 2009 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने अपनी कुल संपत्ति 1.38 करोड़ रुपये की बताई थी। ऐसे में अमेरिकी वेबसाइट पर दिया गया ब्‍यौरा जमीन-आसमान का अंतर दर्शाता है। इसलिए इस साइट पर कांग्रेस या सोनिया की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार है और संभावना यह भी है कि सोनिया वेबसाइट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
आखिर कितनी है सोनिया गांधी की आमदनी?
कांग्रेसियों ने की सोनिया गांधी के खिलाफ नारेबाजी

भारत और अमेरिकी सेनाओं के बीच संयुक्त युद्घाभ्यास









एक्सरसाइज युद्घाभ्यास 


एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 2005 से भारत और अमेरिकी सेनाओं के बीच संयुक्त युद्घाभ्यास क्रम का एक हिस्सा है। इसे भारतअमेरिकी रक्षा संबंधों में आपसी सहमति के अंतर्गत नए ांचे के अन्तर्गत शुरू किया गया है। यह युद्ध अभ्यास प्लाटून स्तर से शुरू होकर एक श्रेणीबद्ध रूप में कमांड पोस्ट ;सी पी एक्सद्ध तथा फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज ;एफ टी एक्सद्ध तक की जाएगी। 

युद्ध अभ्यास का 7वां संस्करण दक्षिण पिश्चम कमान के तत्वाधान में 05 मार्च 12 से दो जगहों में शुरू किया गया है। अमेरिकी सैनिक टुकड़ी यू.एस. आर्मी पैसिफिक का एक हिस्सा है। सी पी एक्स में एक इंजीनियर ब्रिगेड हैडक्वार्टर है जिसमें दोनों तरफ के योजनाकार हैं। एफ टी एक्स में 25वीं इंफेन्ट्री डिवीजन हवाई की 14वीं यू एस कैवलरी की सेकेन्ड स्क्वाड्र्न के साथ स्ट्रइकर्स की एक प्लाटून तथा समान आकर की भारतीय मैकेनाइज्ड इंफेन्ट्री सैनिक टुकड़ी है। यह युद्ध अभ्यास काफी रोचक है क्योंकि इसमें दोनों देशों की सेनाओं की ओर से अनेक चौकसी उपस्कर, संचार साधन, आई ई डी खोजक तथा निष्प्रभावीकरण तकनीकियों का उपयोग किया जा रहा है। 

13 मार्च 12 को दोनों तरफ से संदिग्ध घुसपैठियों को निष्प्रभावी करने, संयुक्त घेराबंदी और खोजक अभ्यास किया गया। इस अभ्यास को डिजर्ट लार्क कोड नाम दिया गया। भारतअमेरिकी सैनिकों से रात में अपने युद्ध वाहनों की सहायता से घेराबंदी करके संदिग्ध घुसपैठियों को पकड़ने का अभ्यास किया। इस अभ्यास में थ्री डाइमेन्सन का भी उपयोग किया गया। 

भठिंडा में सी वी एक्स ;सर्वदा सेवियर्सद्ध ने आई ई डी के खतरों से निपटने तथा सैनिकों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने का विशोष अभ्यास किया। इसके अलावा दूरगम्य क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाओं के समय सहायता करने का भी अभ्यास किया गया। इस युद्घाभ्यास में दोनों तरफ की सैनिकों को इंजीनियर ब्रिगेडों की कार्यप्रणाली को समझने का शानदार मौका मिला। 

डिजर्ट लार्क और सर्वदा सेवियर्स में भारत और अमेरिकी सेना का प्रतिनिधिमंडल उपस्थित था, जिसकी अगुवानी जीओसीइन-सी दक्षिण पिश्चम कमान तथा यू एस आर्मी पैसिफिक के कमाण्डर लेफि्टनेन्ट जनरल फ्रांसिस ॔॔फ्रैन्क’’ विरसिनिस्की द्वारा की गई। इसमें ई एस जी के सह अध्यक्ष भी उपस्थित थे। इसके साथसाथ भारतीय सेना के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी इसमें उपस्थित थे जिन्होंने महाजन तथा भठिंडा में युद्ध अभ्यास में शामिल सैनिकों से विचारविमशर भी किया। 

रविवार, 11 मार्च 2012

हम दोनों हैं, अलग-अलग

लंदन। एक जैसी वेषभूषा, एक जैसे हाव-भाव, एक जैसी कद-काठी और एक जैसी ही शक्ल। इन्हें देखकर भला कौन यकीन करेगा कि यह दोनों तस्वीरें उत्तरी कोरिया के दिवंगत तानाशाह किम जोंग इल की नहीं है। 
लेकिन असलियत यह है कि पहली तस्वीर में नजर आ रहा शख्स किम जोंग नहीं, बल्कि पश्चिमी लंदन का एक प्लंबर विलियम चियोंग (43) है, जो हूबहू किम जोंग से मिलता है और उसकी यही खूबी उसके लिए मुसीबत बन खड़ी हुई है। किम जोंग इल की तरह दिखने की वजह से विलियम की न तो अब तक शादी हो पाई है और न ही उनकी कोई गर्लफ्रेंड है।

हालांकि पिछले वर्ष दिसम्बर में जोंग इल की मौत के बाद उम्मीद जगी थी कि शायद उनकी जिंदगी में अब किसी का आगमन हो, लेकिन उन्हें फिर भी निराशा ही हाथ लगी। दिलचस्प है कि विलियम का कद (5 फीट 4 इंच) और किम जोंग इल का कद बिल्कुल समान है।

विलियम मानते हैं कि किम जोंग इल का हमशक्ल होने का आज तक सिर्फ एक ही फायदा मिला है कि उन्हें एक विज्ञापन में किम जोंग के हमशक्ल की भूमिका निभाने का मौका मिला।

आजाद हिंद फौज के जनरल थे ISI चीफ के चाचा


स्लामाबाद।। भारत सहित दुनिया भर के लिए सिरदर्द पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के नए प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जहीरउल इस्लाम का बॉलिवुड स्टार शाहरुख खान से ' रिश्ता ' है। इस्लाम 'इंडियन नैशनल आर्मी' के नायक शाहनवाज खान के भतीजे हैं और उन्हीं की मार्फत उनका बॉलिवुड स्टार शाहरुख खान से रिश्ता है।

पाकिस्तान के रक्षा विश्लेषक इकराम सहगल ने बताया कि इस्लाम के पिता पाकिस्तानी सेना में ब्रिगेडियर थे। सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व वाली इंडियन नैशनल आर्मी में मेजर जनरल रहे शाहनवाज खान इस्लाम के चाचा थे। उन्होंने बताया कि शाहनवाज खान के एक बेटे विभाजन के दौरान उनके साथ चले गए, जबकि दूसरे बेटे महमूद नवाज पाकिस्तान में ही रहे और कर्नल बने।
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सहगल ने बताया 'महमूद नवाज खान रिटायरमेंट के बाद भारत गए और अपने पिता से मिले, क्योंकि सर्विस में रहते हुए वह भारत नहीं जा सके थे।' शाहरुख खान की कई वेबसाइट्स में उनकी बायॉग्रफी है, जिसके मुताबिक, बॉलिवुड के इस सितारे की दिवंगत मां लतीफ फातिमा शाहनवाज खान की गोद ली हुई बेटी थीं।

इस्लाम को शनिवार को प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने देश की सर्वाधिक प्रभावशाली खुफिया एजेंसी आईएसआई का नया प्रमुख नियुक्त किया है। रावलपिंडी में जन्मे इस्लाम एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि क्या इस्लाम कभी शाहनवाज खान से मिले थे। शाहनवाज खान का 1983 में देहांत हो गया था।


शाहनवाज खान का जन्म कहूटा में हुआ था और दूसरे वर्ल्ड वार के दौरान वह ब्रिटिश इंडियन आर्मी में पदस्थ थे। 1942 में जब जापानी सैनिकों ने सिंगापुर पर अतिक्रमण किया था तब वह पकड़े गए थे। बाद में वह इंडियन नैशनल आर्मी में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने जापानी फौजों की तरफ से बर्मा (अब म्यामांर) में ब्रिटिश फौजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। अंग्रेजों ने शाहनवाज खान को पकड़ लिया और 1946 में इंडियन नैशनल आर्मी के अन्य अधिकारियों के साथ साथ उन पर भी मुकदमा चला। इन लोगों पर राजद्रोह के आरोप में मुकदमा चलाया गया, लेकिन बाद में जनता के भारी दबाव के चलते इन लोगों को बरी कर दिया गया।

बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। 4 बार उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत भी गए। आईएसआई के अध्यक्ष पद पर इस्लाम की नियुक्ति से पहले कुछ न्यूज पेपर्स में प्रकाशित खबरों में कहा गया था कि बॉलिवुड के सितारे सैफ अली खान के चाचा मेजर जनरल इस्फंदयार अली खान पटौदी का नाम इस टॉप पद के लिए विचाराधीन है। पटौदी खुफिया एजेंसी में उप महानिदेशक हैं। बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि पटौदी को आईएसआई के अध्यक्ष पद के लिए गंभीर दावेदार के तौर पर कभी नहीं देखा गया।

बॉलीवुड अभिनेत्री ने करवाया था भारत-पाक मैच फिक्स!

लंदन. क्या पिछले साल भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ विश्व कप का सेमीफाइनल मैच फिक्स था? अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने लंदन के अखबार 'संडे टाइम्स' में छपी रिपोर्ट के बाद इस मामले की जांच करने का फैसला किया है। संडे टाइम्स में छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि सट्टेबाजों ने इंग्लैंड जैसे देशों के खिलाड़ियों और बॉलीवुड हीरोइन को भी फिक्सिंग के काम में लगा रखा है।
 
अखबार की वेबसाइट पर मौजूद वीडियो में दिल्ली के सट्टेबाज विकी सेठ ने माना है, 'काउंटी क्रिकेट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का अच्छा बाज़ार है क्योंकि ये लो प्रोफाइल के मैच होते हैं और इन पर कोई नज़र नहीं रखता है। यही वजह है कि काउंटी क्रिकेट में सट्टेबाजी के जरिए बिना किसी परेशानी के अच्छा पैसा बनाया जा सकता है।'

संडे टाइम्स ने आईसीसी को जानकारी देने का दावा किया है। अखबार ने आईसीसी के हवाले से बयान भी छापा है, जिसमें क्रिकेट परिषद ने कहा है, 'आपने जो जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके आधार पर हम इन गंभीर आरोपों पर जांच करवाएंगे।'
गौरतलब है कि काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्सिंग का सिलसिला लगातार सामने आ रहा है। हाल ही में एसेक्स के पूर्व गेंदबाज मर्विन वेस्टफील्ड को मैच फिक्सिंग के आरोप में जेल भेजा गया है। वेस्टफील्ड पर आरोप है कि उन्होंने डरहम के खिलाफ सितंबर, 2009 में मैच फिक्स करने के लिए पैसे लिए थे। इससे पहले पाकिस्तान के क्रिकेटर दानिश कनेरिया पर काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्स करने का आरोप लगा था।
क्या हुआ था सेमीफाइनल में
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवरों में 231 रनों पर आउट हो गई थी। इस तरह भारत ने मैच जीतकर विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में सचिन ने 85 रन बनाए थे, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने 7 बार उनका कैच छोड़ा था। सेमीफाइनल मैच से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने अपनी टीम को मैच फिक्सिंग से दूर रहने को कहा था।

हॉस्टल में केरोसिन फेंक नर्सिंग छात्रा को जलाया



जयपुर. भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर के नर्सिंग कॉलेज हॉस्टल में रविवार को कमरे में सो रही एक छात्रा पर अज्ञात महिला केरोसिन तेल फेंकने के बाद आग लगा भाग निकली। गंभीर रुप से झुलसी छात्रा को एसएमएस अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 



मामले के अनुसार चाकसू जिले में कौथून निवासी मौसमी चौधरी (20) ने गत वर्ष नवंबर माह में नर्सिंग कॉलेज में डिप्लोमा कोर्स के लिए प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। वह कैंपस परिसर में बने हॉस्टल की दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 205 में रह रही थी। होली पर मौसमी के साथ रहने वाले दो अन्य छात्राएं गांव गई थी। इससे वह अकेली कमरे में थी।





पुलिस को दिए बयानों में मौसमी ने बताया कि रविवार तड़के 4:30 बजे किसी ने उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया। तब नींद खुलने पर मौसमी ने गेट खोला। तभी एक महिला हाथ में डिब्बा लेकर अंदर घुसी। फिर मौसमी पर केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा भाग निकली।





मौसमी के मुताबिक वह काफी देर तक चिल्लाती रही। लेकिन, अन्य कमरों में छात्राओं के नींद में होने से किसी ने उसकी चिल्लाने की आवाज नहीं सुनी। आखिर में वह गश खाकर गिर पड़ी। इसके बाद सुबह करीब 7:30 बजे नजदीक रहने वाली एक अन्य छात्रा ने मौसमी को कमरे में झुलसी पड़ी देखकर हॉस्टल वार्डन मंजू चौधरी को घटना की जानकारी दी। तब मौसमी को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना पर उसके पति और अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गए।