लंदन. क्या पिछले साल भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ विश्व कप का सेमीफाइनल मैच फिक्स था? अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने लंदन के अखबार 'संडे टाइम्स' में छपी रिपोर्ट के बाद इस मामले की जांच करने का फैसला किया है। संडे टाइम्स में छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि सट्टेबाजों ने इंग्लैंड जैसे देशों के खिलाड़ियों और बॉलीवुड हीरोइन को भी फिक्सिंग के काम में लगा रखा है।
अखबार की वेबसाइट पर मौजूद वीडियो में दिल्ली के सट्टेबाज विकी सेठ ने माना है, 'काउंटी क्रिकेट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का अच्छा बाज़ार है क्योंकि ये लो प्रोफाइल के मैच होते हैं और इन पर कोई नज़र नहीं रखता है। यही वजह है कि काउंटी क्रिकेट में सट्टेबाजी के जरिए बिना किसी परेशानी के अच्छा पैसा बनाया जा सकता है।'
संडे टाइम्स ने आईसीसी को जानकारी देने का दावा किया है। अखबार ने आईसीसी के हवाले से बयान भी छापा है, जिसमें क्रिकेट परिषद ने कहा है, 'आपने जो जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके आधार पर हम इन गंभीर आरोपों पर जांच करवाएंगे।'
गौरतलब है कि काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्सिंग का सिलसिला लगातार सामने आ रहा है। हाल ही में एसेक्स के पूर्व गेंदबाज मर्विन वेस्टफील्ड को मैच फिक्सिंग के आरोप में जेल भेजा गया है। वेस्टफील्ड पर आरोप है कि उन्होंने डरहम के खिलाफ सितंबर, 2009 में मैच फिक्स करने के लिए पैसे लिए थे। इससे पहले पाकिस्तान के क्रिकेटर दानिश कनेरिया पर काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्स करने का आरोप लगा था।
क्या हुआ था सेमीफाइनल में
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवरों में 231 रनों पर आउट हो गई थी। इस तरह भारत ने मैच जीतकर विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में सचिन ने 85 रन बनाए थे, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने 7 बार उनका कैच छोड़ा था। सेमीफाइनल मैच से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने अपनी टीम को मैच फिक्सिंग से दूर रहने को कहा था।
अखबार की वेबसाइट पर मौजूद वीडियो में दिल्ली के सट्टेबाज विकी सेठ ने माना है, 'काउंटी क्रिकेट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का अच्छा बाज़ार है क्योंकि ये लो प्रोफाइल के मैच होते हैं और इन पर कोई नज़र नहीं रखता है। यही वजह है कि काउंटी क्रिकेट में सट्टेबाजी के जरिए बिना किसी परेशानी के अच्छा पैसा बनाया जा सकता है।'
संडे टाइम्स ने आईसीसी को जानकारी देने का दावा किया है। अखबार ने आईसीसी के हवाले से बयान भी छापा है, जिसमें क्रिकेट परिषद ने कहा है, 'आपने जो जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके आधार पर हम इन गंभीर आरोपों पर जांच करवाएंगे।'
गौरतलब है कि काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्सिंग का सिलसिला लगातार सामने आ रहा है। हाल ही में एसेक्स के पूर्व गेंदबाज मर्विन वेस्टफील्ड को मैच फिक्सिंग के आरोप में जेल भेजा गया है। वेस्टफील्ड पर आरोप है कि उन्होंने डरहम के खिलाफ सितंबर, 2009 में मैच फिक्स करने के लिए पैसे लिए थे। इससे पहले पाकिस्तान के क्रिकेटर दानिश कनेरिया पर काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्स करने का आरोप लगा था।
क्या हुआ था सेमीफाइनल में
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवरों में 231 रनों पर आउट हो गई थी। इस तरह भारत ने मैच जीतकर विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में सचिन ने 85 रन बनाए थे, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने 7 बार उनका कैच छोड़ा था। सेमीफाइनल मैच से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने अपनी टीम को मैच फिक्सिंग से दूर रहने को कहा था।
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