मंगलवार, 24 जनवरी 2012

भंवरी को जलाने वाला बयान देने से मुकरा

जोधपुर. भंवरी को जला कर राख नहर में बहाने वाले आरोपी अशोक विश्नोई ने भी मंगलवार को मजिस्‍ट्रेट के समक्ष बयान देने से इनकार कर दिया। जैसे ही वह बयान देने से मुकरा सीबीआई ने उसे जेल भिजवा दिया। अशोक विशनाराम गैंग का साथी है। इसी गैंग के दूसरे साथी ओमप्रकाश ने भी पहले बयान देने से इनकार किया था। सीबीआई भंवरी को ठिकाने लगाने वाली विशनाराम गैंग के चारों लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

विशनाराम, ओमप्रकाश व कैलाश जाखड़ फिलहाल जेल में हैं। अशोक विश्नोई ने 17 जनवरी को पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया था। बाद में सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर 25 जनवरी तक रिमांड पर लिया।

रिमांड अवधि में पूछताछ करने के साथ ही उसे मजिस्‍ट्रेट के समक्ष अपना जुर्म कबूलने के बयान देने के लिए भी राजी कर लिया। मंगलवार को सीबीआई अशोक को लेकर कोर्ट पहुंची और उसे मजिस्‍ट्रेट के कमरे में भेजा तो अशोक ने बयान देने से इनकार कर दिया। अशोक बाहर आया तो सीबीआई ने उसे फिर समझा कर मजिस्‍ट्रेट के कमरे में भेजा, मगर अशोक ने इस बार भी बयान देने से इनकार कर दिया। नाकाम सीबीआई ने आखिर में अशोक को न्‍यायिक हिरासत में भिजवा दिया।

उत्कृश्ट कार्य के लिए जिला स्तरीय समारोह में 60 लोग सम्मानित होंगे

उत्कृश्ट कार्य के लिए जिला स्तरीय समारोह में 60 लोग सम्मानित होंगे

Jitendra Chhangani

बाडमेर, 24 जनवरी। गणतन्त्र दिवस के मौके पर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृश्ट कार्य करने वाले 60 जनों को जिला स्तरीय समारोह में प्रास्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि सम्मानित होने वालों में जेसीबी चालक रामदयाल चौधरी, कलाकार कालोनी निवासी जोगा खां, नि:ाक्त जन महिला सुश्री पप्पू कंवर, चूली के इलियास खां, नांद के राणाराम, रोडवेज के मुख्य प्रबन्धक मदनलाल चौधरी, गुडामालानी थाने के कानि0 पूनमचन्द, जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया, आफिस कानूनगो गणपतसिंह, उप पंजीयक बद्रीनारायण, कनिश्ट लिपिक अणदाराम चौधरी, तहसील राजस्व लेखाकार झूमरलाल सोनी, छात्रा पप्पी, रूपा, एसबीबीजे उप प्रबन्धक कमलसिंह जाटव, वरिश्ठ रोकडपाल भंवरलाल जैलिया, कार्यक्रम अधिकारी लियाकत अली, सहायक वाणिज्य कर अधिकारी भवानीसिंह, उपखण्ड अधिकारी ओमप्रका विनोई, सांजटा के अध्यापक बांकाराम चौधरी, जनहित युवा संस्थान के अबरार मोहम्मद, आईटीआई के व.अ. पिताम्बर दास डलोरा, च.श्रे.कर्म. बाबुलाल, डिस्कॉम के कनिश्ट लिपिक जितेन्द्र छंगाणी, हेल्पर तेजदास वैश्णव, सांख्यिकी सहायक हीरालाल मालू, नरेगा के नेतसिंह, पीएचईडी के सहायक गेनाराम, सिवाना के छात्र नरेन्द्र कुमार, पटवारी ओम प्रका, जिला कार्यालय के कनिश्ट लिपिक मदनसिंह, च.श्रे.कर्म. गुणोाराम प्रजापत, जीएनएम तिलोक थोरी, एएनएम धीरजबाला जोाी, पीएचईडी के बेलदार धेवरचन्द, पटवारी रामकुमार गोयल, कनिश्ट लिपिक दुर्जनसिंह, नोखडा की छात्रा पुश्पा, व्याख्याता रतनाराम चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता सतीा खीवसरा, अध्यापक गणपतसिंह खींची, ठाकराराम, कनिश्ट लिपिक सवाईसिंह, नर्स द्वितीय हरदानराम चौधरी, बालोतरा के विकास अधिकारी रंजन कुमार कंसारा, कनिश्ट लिपिक दीपाराम, पटवारी देवाराम, अध्यापक प्रकाचन्द्र खोजा, छात्रा कुमारी ओमी, कनिश्ट लिपिक आिश रंजन, प्रवक्ता मुको पचौरी, भारीरिक िक्षक जेसाराम चौधरी, पटवारी उदयसिंह सोा, उपखण्ड अधिकारी मेहताबसिंह उज्जवल, प्रबोधक मेगाराम चौधरी, विभागाध्यक्ष रामकुमार जोाी, हाउस कीपर गिरधारीलाल भार्मा, तहसीलदार भूरसिंह राजपुरोहित, वाहन चालक सवाईसिंह व औशधि नियन्त्रक बी.एस. गहलोत भामिल है।

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जासूसी के आरोपी जवान को सात साल की कैद



नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने पाकिस्तान के खुफिया एजेंट के रूप में काम करने और पड़ोसी देश को रक्षा संबंधी संवेदनशील सूचना मुहैया कराने के मामले में सेना के एक जवान को सात साल कैद की सजा सुनाई है।

जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओपी गुप्ता ने भारत में सेना की गतिविधि और तैनाती के बारे में पाकिस्तान को गोपनीय सूचना उपलब्ध कराने के मामले में 39 वर्षीय अनिल कुमार दुबे को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3 के तहत दोषी ठहराया।

अभियोजन पक्ष के अनुसार दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई ने 20 अक्टूबर 2006 को एक खुफिया सूचना के आधार पर दुबे को महिपालपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि पाकिस्तानी च्च्चायोग का एक कथित कर्मी कुछ संवेदनशील सूचना हासिल करने के लिए दुबे से मिलेगा।

पुलिस ने दुबे को उस समय पकड़ा था जब वह पाकिस्तान उच्चायोग के कथित कर्मी मोहम्मद फारूक को एक बैग सौंप रहा था। इस बैग में कुछ सीडी, सेना के विद्रोह विरोधी अभियानों से संबंधित कुछ अधिसूचनाओं समेत अन्य दस्तावेज थे।

दुबे के घर पर मारे गए छापे में तीन चेक बुक बरामद हुई। इनमें से दो फारूक और पाकिस्तानी दूतावास के एक और कथित अधिकारी शमशाद हुसैन से संबंधित थीं। अभियोजन पक्ष ने कहा कि पुलिस ने सेना के ग्रुप इंश्योरेंस मुख्यालय में दुबे की डेस्क को भी खंगाला और नए डायलिंग सिस्टम से संबंधित दस्तावेज तथा 2005 की एजीआई [आर्टिफिशयल जनरल इंटेलिजेंस] पत्रिका भी बरामद की।

फारूक को राजनयिक के रूप में छूट प्राप्त होने के चलते उसे विदेश मंत्रालय के जरिए पाकिस्तान च्च्चायोग को सौंप दिया गया जबकि दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया। दुबे ने अपने बचाव में तर्क दिया कि उसे पाकिस्तान के साथ दुश्मनी के चलते झूठा फंसा कर उसे बलि का बकरा बनाया गया है।

अदालत ने कहा कि वह यह साबित करने में विफल रहा कि पुलिस उसे क्यों फंसाएगी और बस यह कह देना कि उसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है पर्याप्त नहीं है। अदालत ने उसके इस तर्क को भी खारिज कर दिया कि अभियोजन उसके द्वारा दी जाने वाली गोपनीय सूचना के लिए किसी बड़े बैंक लेन देन की बात साबित करने में भी विफल रहा।

अदालत ने कहा कि यह आम समझ की बात है कि अधिकतर अपराध छिपकर किए जाते हैं। कोई अपराधी अवैध रूप से मिली राशि को अपने बैंक खाते में जमा नहीं करना चाहेगा।

न्यायाधीश ने कहा कि आरोपी के घर से मोहम्मद फारूक की चेक बुक का मिलना यह दर्शाता है कि आरोपी के उसके साथ कुछ संबंध थे। यही बात अभियोजन के मामले को मजबूत करती है कि दोनों कुछ गोपनीय सूचना भेजने के कृत्य में शामिल थे।

दुबे ने अदालत में तर्क दिया था कि फारूक को 2006 में जो दस्तावेज कथित तौर पर दिए जाने थे वे 2003 के थे और जासूसी के लिहाज से उनका कोई मतलब नहीं था। इस पर अदालत ने कहा कि दस्तावेज किसी के लिए पुराने तो किसी अन्य के लिए नए हो सकते हैं।

न्यायाधीश ने कहा कि हो सकता है कि भारत द्वारा 2003 में हासिल किया गया डायलिंग सिस्टम 2006 तक पाकिस्तान के लिए अज्ञात रहा हो। सवाल यह है कि सूचना मुहैया कराने के पीछे आरोपी का क्या औचित्य था।

भंवरी प्रकरण: बिलाड़ा प्रधान सहित 6 से पूछताछ

भंवरी प्रकरण: बिलाड़ा प्रधान सहित 6 से पूछताछ

जोधपुर . एएनएम भंवरी देवी प्रकरण की जांच में जुटी सीबीआई ने सोमवार को बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई सहित आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की। इस दौरान भंवरी का पुत्र साहिल भी मौजूद था। इधर, हाईकोर्ट में शहाबुद्दीन व सोहनलाल के आवाज के नमूने लेने को लेकर दाखिल याचिका की सुनवाई अब 25 जनवरी को होगी।

सूत्रों के अनुसार इन्द्रा का कार चालक विमल सोमवार को सीबीआई के समक्ष उपस्थित हुआ। उसे व भंवरी के पुत्र साहिल को आमने-सामने बिठाकर कई तथ्यों की पुष्टि का प्रयास किया गया। बताया जाता है कि चालक विमल घटना के बाद भंवरी के बच्चों को कार में बैठाकर जयपुर ले गया था। वहां मलखान के कहने पर खरीदारी भी करवाई गई। साहिल ने साथ में किसी रिश्तेदार को लाने की बात स्वीकारी, लेकिन सीबीआई पूछताछ के बारे में उसने कुछ नहीं बताया।

इनसे हुई पूछताछ
सीबीआई ने सोमवार को बिलाड़ा प्रधान कुसुम, बरना गांव के पूर्व सरपंच गोपसिंह, चूना भट्टा मालिक गोरधनराम चौधरी, एनएएम विजय लक्ष्मी सहित तीन-चार महिलाओं से पूछताछ की। उधर, भंवरी प्रकरण में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 28 पुलिसकर्मियों को सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक उमेश मिश्रा ने नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

दो और गवाहों के बयान दर्ज : सीबीआई ने दो और गवाह राजेश फोफलिया एवं रामनिवास ों के धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवाए। सीबीआई अब तक करीब एक दर्जन गवाहों के बयान करवा चुकी है। 

अमिताभ बच्चन की शूटिंग में गांव वालों ने खड़ा किया पंगा

 

गोंडल.बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की ‘खुशबू गुजरात की’ शॉर्ट एड फिल्म श्रंखला की शूटिंग में गोंडल के गांव खंभाडिला के लोगों ने अड़ंगा लगाने की चेतावनी दी है। राजकोट जिले के गोंडल क्षेत्र के इस गांव में प्राचीन बौद्ध गुफाएं हैं। 25 जनवरी को बच्चन की इन गुफाओं में शूटिंग प्रस्तावित है।

लोग बिग बी के शूटिंग शेडच्यूल के बारे में ग्राम पंचायत को विश्वास में न लिए जाने से खफा हैं। गांव के एक व्यक्ति विक्रम सिंह जडेजा का कहना है कि हम लोग वर्षो से बौद्ध गुफाओं का रख-रखाव करते हैं। बौद्ध गुफाएं जहां है वह जमीन हमारे बाप-दादा की हैष यहां आने वाले पर्यटकों की सहूलियत का ख्याल खंभाडिला पंचायत रखती है।

इन सबके बावजूद पर्यटन विभाग ने बिग बी के शूटिंग शेडच्यूल के लिए ग्राम पंचायत को विश्वास में नहीं लिया और दरकिनार कर दिया है। बिग बी राज्य के विभिन्न हिस्सों में दो साल से शूटिंग कर रहे हैं किंतु यह पहला मौका है जब ‘खुशबू गुजरात की’ की शूटिंग में व्यवधान पहुंचाने की बात सामने आई है। अभी फिल्माए जा रहे दृश्य हिंदी और अंग्रेजी भाषा में ऑनएयर किए जाएंगे।

उत्तर गुजरात में 27-28 को शूटिंग:सूर्यमंदिर मोढेरा और संगीतनगरी वडनगर में अमिताभ बच्चन 27 व 28 जनवरी को शूटिंग करेंगे। ये दोनों स्थल उत्तर गुजरात का हिस्सा हैं।

लकवाग्रस्त लोगों के लिए खुशखबरी,आ गया रोबोटिक हाथ

हांगकांग विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक रोबोटिक हाथ तैयार किया है जो हाथ की अंगुलियों में हरकत पैदा करता है। इस रोबोटिक हाथ से लकवे के शिकार रोगियों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है। इस रोबोटिक हाथ का आविष्कार डॉ. रेमंड टोंग ने किया है।  


रोबोटिक हाथ : यह रोबोटिक हाथ एल्यूमीनियम का बना है और व्यक्ति के हाथ के ऊपर बंधा रहता है। जब हाथ की मांसपेशियों से विद्युतीय तरंगें पैदा होती हैं तो यह उन्हें पहचान लेता है और हरकत में आ जाता है। इसके बाद अंगुलियों को हिलने का आदेश देता है।



कैसे करता है काम : डॉ. टोंग के मुताबिक, जब हमारा मस्तिष्क संकेत भेजता है तो वे नर्वस सिस्टम से गुजरते हुए मांसपेशियों तक पहुंचते हैं। इससे मांसपेशियों में हरकत होती है, जिसे इलैक्ट्रोमायोग्राम या ईएमजी कहते हैं। यह रोबोटिक डिवाइस उस ईएमजी की पहचान कर हाथ को उसके अनुरूप नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल करता है।



सफल रहा है प्रयोग : अभी तक लकवे के शिकार 12 रोगियों पर इस रोबोटिक हाथ का प्रयोग किया जा चुका है। संबंधित लोगों को इस हाथ के साथ 20 दिनों तक एक-एक घंटे का प्रशिक्षण दिया गया, ताकि वे इसका इस्तेमाल करना सीख सकें। इस प्रशिक्षण के बलबूते लकवे के शिकार लोगोंं ने अपने मस्तिष्क को फिर से प्रशिक्षित करके हाथ का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।



आगे क्या : हांगकांग विश्वविद्यालय अब एक कंपनी के साथ मिलकर इस रोबोटिक हाथ को बनाने और बेचने की योजना पर काम कर रहा है। लेकिन इससे पहले डॉ. टोंग इसका पेटेंट करवा रहे हैं, ताकि दुनिया भर के साथ इस रोबोटिक हाथ की तकनीक को साझा किया जा सके।

नींद से जागे पिता ने हमबिस्तर होने के लिए कहा..तो क्या करती

पालिताणा (गुजरात)।पालिताणा में एक 21 वर्षीय लड़की ने कुल्हाड़ी से काटकर अपने सगे पिता की निर्मम हत्या कर दी। लड़की ने अपना जुर्म कुबूल करते हुए पुलिस को बताया है कि पिता उसे हमबिस्तर होने के लिए मजबूर कर रहा था।
 



पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पालिताणा के एसटी स्टैंड के पास रहने वाला हकाभाई जेरामभाई कोली (40) की नजर अपनी 21 वर्षीय बेटी पर थी। वह अक्सर उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ कर शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया करता था। पिता की इस हरकत से बेटी त्रस्त थी, लेकिन वह अपने पिता को रोक नहीं पा रही थी।





जब पिता ही उसकी इज्जत तार-तार करना चाहता था तो वह इसकी शिकायत भला करती भी किससे। बस मन ही मन उसके मन में पिता के लिए नफरत पैदा होती जा रही थी। रविवार रात 11 बजे जब कैलाश सो रही थी, तब उसे पिता ने नींद से जगाया और उसके साथ सोने की बात कही।





कैलाश पिता की इस बात से सहम गई और उसने इस समय सिर्फ ना ही कहा। उसकी बात सुन पिता अपने बिस्तर पर जाकर लेट गया। इसी बीच धैर्य खो चुकी कैलाश ने अब पिता की हत्या का मन बना लिया और घर में रखी कुल्हाड़ी उठाकर सो रहे पिता के सिर पर अनगिनत वार कर दिए।





सिर पर लगे कुल्हाड़ी के कई वार से हकाभाई की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने कैलाश को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली है।





मां का एक वर्ष पहले ही स्वर्गवास हुआ :





कैलाश की मां का लगभग एक वर्ष पहले स्वर्गवास हो चुका है। घर में तीन बहनों में कैलाश सबसे बड़ी बहन है। मां की मृत्यु, पिता की हत्या और बड़ी बहन के अब जेल जाने के बाद दोनों बहनों का जीवन मुश्किलों भरा हो गया है।

साधु बना शैतान: मंदिर में ही खेला वीभत्स खेल

 

अहमदाबाद।यहां साणंद के ईयावा गांव में एक साधू ने रविवार सुबह चार व्यक्तियों की हत्या कर आत्महत्या कर ली। वारदात में मंदिर के महंत सहित चार लोग घायल हो गए हैं।


घटना ईयावा गांव के नीलकंठ महादेव मंदिर की है। धर्मदेव नामक साधू ने अल सुबह मंदिर परिसर में सो रहे साधू और सेवकों पर लोहे की रॉड से हमला कर लहूलुहान कर दिया। इसमें चार लोगों की मौत हो गई। आरोपी साधू ने बाद में मंदिर के शिखर पर चढ़ कर फांसी लगा ली।


माना जा रहा है कि धर्मनाथ (45) मानसिक रूप से परेशान था और अफीम के नशे में वारदात को अंजाम दिया। वह अक्सर ‘वे हम सबको मार डालेंगे’ ..कहा करता था।


पुलिस हर पहलू को ध्यान में रख कर छानबीन कर रही है। जिला पुलिस अधीक्षक आर.के. पटेल ने बताया कि वयोवृद्व महंत सोमनाथजी सहित घायलों का अहमदाबाद के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।


भक्ति-संगीत बज रहा था :
रविवार सुबह जब मंदिर में यह खूनी खेल खेला जा रहा था, तब इस समय मंदिर में चारों तरफ भक्ति-संगीत का म्युजिक बज रहा था। इसी वजह से पीड़ितों की आवाज तुरंत कोई सुन नहीं सका।

गे सेक्‍स के दौरान वहशीपन के चलते हुआ डॉक्‍टर का कत्‍ल


 
मेरठ. उत्‍तर प्रेदश में मेरठ के मशहूर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अक्षय राजवंशी की हत्‍या के सिलसिले में हैरतअंगेज सच सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में नूर मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। वह डॉक्टर की हत्या का राजदार बताया जाता है। हत्‍या के आरोपी साबिर को भी गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक साबिर ने हत्या की वारदात कबूल कर ली है और उसके पास से डॉक्टर की लूटी गई चेन व ब्रेसलेट भी बरामद हो गई है। साबिर तीन बार लूट के मामले में जेल जा चुका है।



नूर मोहम्मद उर्फ रहमान उर्फ चांदनी की मानें तो डॉक्टर समलैंगिक था और इसी वजह से उसकी जान गई। बकौल नूर, उसके एक साथी परवेज उर्फ वसीम ने उसे 14 जनवरी को डॉक्टर अक्षय से मिलवाया था। वह एलर्जी का इलाज कराने गया था। डॉक्टर ने उसे दूसरे दिन बुलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इसके एवज में उन्होंने उसे दो सौ रुपये दिए। 16 जनवरी को भी डॉक्टर ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। शुक्रवार की रात डॉक्टर का फोन फिर उसके पास आया।

नूर के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाते समय डॉक्‍टर यौन ताकत बढ़ाने वाली गोलियां भी लेता था। इसके बाद उस पर हैवानियत सवार हो जाती थी। इसके चलते वह डाक्टर से बुरी तरह डर चुका था। डर के मारे उसने इस बार अपने एक साथी साबिर को डॉक्टर के पास भेजने की पेशकश की। वह साबिर को लेकर डॉक्टर के क्लीनिक के बाहर पहुंचा। साबिर ने डॉक्टर को एसटीडी बूथ से फोन किया। इसके बाद वह सीधे लेबर रूम में दाखिल हो गया। लेबर रूम में डॉक्टर ने सोडा, जबकि साबिर ने शराब पी। इसके बाद दोनों ने सेक्‍स शुरू किया। इस दौरान डॉक्टर के वहशीपन को देख साबिर ने उसे अलग हटने को कहा, लेकिन डॉक्टर पर हवस सवार थी। साबिर ने मौका मिलते ही डॉक्टर को दबोचा और हीटर के तार से गला घोंट डाला। हत्या के बाद उसने लूटपाट भी की। करीब डेढ़ घंटे बाद साबिर लौटा तो उसने उसने नूर को सारा किस्सा बताया। बाद में साबिर ने उसे बीस रुपये दिए और भाग जाने को कहा।

अश्लील क्लिपिंग : दो और आरोपी गिरफ्तार

उदयपुर. पुलिस ने अश्लील क्लिपिंग मामले में फरार दो और आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार हुए तीनों आरोपियों को सोमवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। जिन्हें 25 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया। 
पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्रसिंह शेखावत ने बताया कि अश्लील क्लिपिंग मामले में फरार चल रहे हड़मतिया निवासी जीतू राजपूत व छोटीसादड़ी निवासी विज्जु ठाकुर को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में एक आरोपी छोटीसादड़ी निवासी कन्हैयालाल जटिया को रविवार को जयपुर से गिरफ्तार किया गया था।

तीनों आरोपियों को सोमवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 25 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तार हुए एक आरोपी कारूंडा निवासी लोकेंद्रसिंह झाला अभी न्यायिक अभिरक्षा में है। डीएसपी शेखावत ने बताया कि इस प्रकरण में दो और आरोपी छोटीसादड़ी निवासी चिंटू यादव व लखन हरिजन की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

न्यूज़ इनबॉक्स बाड़मेर.... 24 जनवरी, २०१२...कागजों में चला, सड़क पर दिखा नहीं 'रोलर'

कागजों में चला, सड़क पर दिखा नहीं 'रोलर'


भुगतान के कायदे ताक पर, बिल भी बने फर्जी, टांकों का आगोर किया छोटा, कार्रवाई के निर्देश, संतरा ग्राम पंचायत का मामला

बाड़मेरपंचायत समिति बायतु की संतरा ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत हुए कार्यों और उसके बदले में हुए भुगतान को लेकर गड़बड़ी का मामला सामने आया है। ऐसे में अब जिम्मेदारों से वसूली के साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।

तकनीकी अधिकारियों टीम ने जांच में पाया कि ग्रेवल सड़कों पर जितना माल-मसाला होना चाहिए उतना नहीं था। काम के बदले श्रमिकों को जो भुगतान किया गया वो भी कायदों को ताक पर रख किया गया। मजदूरों को निर्धारित अवधि में भुगतान नहीं कर देरी की गई। तय नाप से कम टांकों के आगोर बनाए गए। पक्के और टिन नंबर वाले बिलों की बजाए कच्चे और बिना टिन नंबर के बिल बनाकर भुगतान उठा लिया गया। बाजार भाव से दोगुने दामों में टंकियों का भुगतान किया गया।

रोलर चला नहीं हो गया भुगतान : सियागों की ढाणी से राजपुरा तक बनी ग्रेवल सड़क पर रोलर चलाने का किराया अदा कागजों में किया गया। टीम की जांच में पाया गया कि सड़क पर रोलर चला ही नहीं। राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक बी.डी. शर्मा ने जांच के दौरान नियम विरुद्ध लाखों रुपए के नगद भुगतान एवं श्रमिकों को दो से पांच माह में भुगतान को गंभीर मानते हुए ग्रेवल सड़कों की तकनीकी अधिकारियों से जांच के आदेश दिए है।

यहां भी बुरे हाल : सूत्रों के अनुसार जांच में जिले की बाटाडू, परेऊ, झाक, कोसरिया, चौखला, एवं बाछडाऊ ग्राम पंचायत समिति सहित अन्य ग्राम पंचायतों में भी गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की गई है। यहां भी टीम जल्द ही जांच करेगी।

 

भंवरी केस: सीबीआई की गिरफ्त में आया फरार इंद्रा का राजदार

जोधपुर. भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में लिप्त लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बहन इंद्रा का राजदार विमल सोमवार को सीबीआई की पकड़ में आ गया। सीबीआई ने सर्किट हाउस में उससे पूछताछ कर इंद्रा को गिरतार करने का प्रयास कर रही है।  
विमल कुमार इंद्रा के साथ ही रहता था और गाडिय़ों में एलपीजी गैस भरने का धंधा संभालता था। इंद्रा की कार अक्सर वही चलाता था इसलिए इंद्रा जहां भी जाती विमल भी उसके साथ जाता था। ढाई माह पहले जब सीबीआई इंद्रा को सर्किट हाउस बुलाती थी तब भी वह उसके साथ होता था। मगर अब इंद्रा फरार है और उसकी तलाश में कई जगह छापे मारने के बावजूद उसका कहीं पता नहीं चल रहा है।

विमल भी कई दिनों से संपर्क में नहीं आ रहा था। सोमवार को सीबीआई विमल तक पहुंच गई और पूछताछ के लिए उसे सर्किट हाउस बुला लिया। अब विमल के बताए ठिकानों पर सीबीआई इंद्रा और उसके साथ भागे शिक्षक रेशमाराम की तलाश कर रही है।

इन टोटकों से लकवा भी ठीक हो जाता है

लकवा एक ऐसी बीमारी है जो अचानक ही किसी हंसते-खेलते व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेती है। मेडिकल साइंस के इस दौर में लकवा का ईलाज भी संभव है। यदि ईलाज करवाने के साथ-साथ नीचे लिखे कुछ टोटके भी करें तो संभव है लकवा से पीडि़त व्यक्ति और भी जल्दी ठीक हो जाए।  
टोटके

- एक काले कपड़े में पीपल की सूखी जड़ को बांधकर लकवा से पीडि़त व्यक्ति के सिर के नीचे रखें तो कुछ ही दिनों में इसका असर दिखने लगेगा।

- प्रत्येक शनिवार के दिन एक नुकीली कील द्वारा लकवा पीडि़त अंग को आठ बार उसारकर शनिदेव का स्मरण करते हुए पीपल के वृक्ष की मिट्टी में गाड़ दें। साथ ही यह निवेदन करें कि जिस दिन अमुक रोग दूर हो जाएगा, उस दिन कील निकाल लेंगे। जब लकवा ठीक हो जाए तब शनिदेव व पीपल को धन्यवाद देते हुए वह कील निकालकर नदी में प्रवाहित कर दें।

- लकवे से पीडि़त व्यक्ति को लोहे की अंगूठी में नीलम एवं तांबे की अंगूठी में लहसुनिया जड़वाकर क्रमश: मध्यमा और कनिष्ठा अंगुली में पहना दें। इससे भी लकवा रोग में काफी लाभ होगा।

सोमवार, 23 जनवरी 2012

राजस्थान लगातार दूसरी बार रणजी चैम्पियन

राजस्थान लगातार दूसरी बार रणजी चैम्पियन
राजस्थान लगातार दूसरी बार रणजी चैम्पियन
  
 
 

 
चेन्नई। एम.ए. चिदम्बरम स्टेडियम में तमिलनाडु और राजस्थान की टीमों के बीच खेला गया रणजी ट्रॉफी फाइनल मुकाबला सोमवार को हार-जीत के फैसले के बगैर खत्म हुआ लेकिन पहली पारी में मिली बढ़त के आधार राजस्थान ने विजेता बनने का गौरव हासिल किया। राजस्थान की टीम लगातार दूसरी बार चैम्पियन बनी है।

राजस्थान द्वारा जीत के लिए रखे गए 531 रनों के जवाब में तमिलनाडु की टीम ने मैच के पांचवें दिन सोमवार को दो विकेट के नुकसान पर आठ रन बनाए। कुथेथुरश्री वासुदेवदास सात रन पर और सुब्रह्यण्यम बद्रीनाथ बिना खाता खोले नाबाद लौटे। पहली पारी में 257 रन बनाने वाले विनीत सक्सेना को "मैन ऑफ द मैच" घोषित किया गया।

तमिलनाडु की दूसरी पारी की शुरूआत अच्छी नहीं रही और पारी के पहले ओवर की पहली ही गेंद पर यो महेश खाता खोले बगैर गजेन्द्र सिंह की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। टीम के कुल योग में अभी सात रन ही जुड़े थे कि अभिनव मुकुंद भी एक रन बनाकर गजेन्द्र के दूसरे शिकार हो गए। राजस्थान की ओर से दूसरी पारी में गजेन्द्र ने दो विकेट झटके।

इससे पहले, राजस्थान ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 204 रन बनाकर घोषित की। राजस्थान की ओर से दूसरी पारी में रोबिन बिष्ट ने सबसे अधिक 92 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 185 गेंदों पर 13 चौके लगाए।

राजस्थान की ओर से पांचवें दिन के खेल की शुरूआत रविवार को नाबाद लौटे बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (10) और विनीत सक्सेना (10) ने की। राजस्थान ने चौथे दिन के खेल की समाप्ति तक अपनी दूसरी पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 21 रन बनाए थे। चोपड़ा सुबह आठ रन और जोड़कर 18 रन के निजी योग पर जगन्नाथन कौशिक की गेंद पर उन्हीं को कैच थमा बैठे। इसके बाद पहली पारी में दोहरा शतक लगाने वाले सक्सेना दूसरी पारी में कुछ खास नहीं कर सके और वह एक चौके की मदद से 13 रन बनाकर रामास्वामी प्रसन्ना की गेंद पर बोल्ड हो गए।

कप्तान ऋषिकेश कानितकर को 12 रन के निजी योग पर मुरली विजय ने पगबाधा आउट किया। कानितकर ने बिष्ट के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 41 रन जोड़े।

पुनीत यादव बिना खाता खोले आउट हुए वहीं रश्मि परिदा (43) और दिशांत याज्ञनिक (9) नाबाद लौटे। तमिलनाडु की ओर से दूसरी पारी में प्रसन्ना ने तीन विकेट झटके वहीं कौशिक और विजय के खाते में एक-एक विकेट गया।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान ने अपनी पहली पारी में 621 रन बनाए थे। इसके जवाब में तमिलनाडु की पहली पारी 295 रनों पर सिमट गई थी। राजस्थान को पहली पारी में 326 रनों की बढ़त प्राप्त थी। राजस्थान ने पिछले वर्ष बड़ौदा को हराकर खिताबी जीत दर्ज की थी। इस हार के साथ तमिलनाडु के हाथ से तीसरी बार चैम्पियन बनने का मौका निकल गया।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान दसवीं बार खिताबी मुकाबले में पहुंचा था। इससे पहले, सात मौकों पर राजस्थान को 39 बार के चैम्पियन मुम्बई के हाथों हार का सामना करना पड़ा था जबकि एक बार फाइनल में उसे कर्नाटक ने हराया था।


राजस्थान की टीम कुल दसवीं बार और लगातार दूसरी बार खिताबी मुकाबले में उतरी थी और उसने लगातार दूसरी बार कामयाबी भी दर्ज की। मेजबान तमिलनाडु ने अंतिम बार 1987-88 में इसी मैदान पर एस वासुदेवन की कप्तानी में रेलवे को हराकर खिताब जीता था। 1987-88 के बाद तमिलनाडु ने पांचवी बार फाइनल में स्थान बनाया उसका खिताबी सूखा 25 वर्ष बाद भी खत्म नहीं हो पाया।

वह 1991-92, 1995-96, 2002-03 तथा 2003-04 में भी खिताबी मुकाबले में पहुंचकर असफल रहा था। इस बार तमिलनाडु की टीम 11वीं बार रणजी फाइनल में पहुंची थी। फाइनल से पहले तीन मैचों में 22 विकेट झटक चुके मध्यम तेज गेंदबाज रितुराज ने खिताबी मुकाबले में 76 रन पर चार विकेट लिए। उन्होंने ये चारों विकेट तमिलनाडु की पहली पारी में हासिल किए। विनीत ने पहली पारी शानदार 257 रन बनाये थे जिसके बल पर राजस्थान ने 621 रन का विशाल स्कोर बनाया और जवाब में तमिलनाडु की टीम चौथे ही दिन 295 रन पर ढेर हो गई।

जैसलमेर ....पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स .. 23 जनवरी, 2012


रात्रि मे घर के ताले तोडकर चोरी करने वाले गिरफतार 


जैसलमेर हाल ही के दिनों में जिला जैसलमेर में चोरियो की वारदातो को देखते हुए मन पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला जैसलमेर के समस्त थानाधिकारियो/वृताधिकारियो को चोरियो का खुलाशा करने व चोरो को पकडने के लिए कडे निर्देश दिये गये तथा अलगअलग टीमो का गठन किया गया। जिस पर श्री विरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर द्वारा कारवाई करते हुए, दिनांक 22.01.12 को प्रार्थी श्री गोपीकिशन माहेश्वरी नि0 शारदा पाड़ा जैसलमेर ने हाजर थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट पेश की कि दिनांक 13.01.12 की दरम्यानी रात्रि में अज्ञात चोरों द्वारा उसके मकान के ताले तोड़कर सोने के आभुषण, अन्य आर्टिकल व नगदी चुरा लिये हैं। वगैरा पर मुकदमा सं0 30 दिनांक 22.01.12 धारा 457,380 भादस में दर्ज कर थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर द्वारा अनुसन्धान करते हुए मुल्जिम खमाणाराम पुत्र सरदाराराम जाति ओड उम्र 33 साल व श्रीमति कंवरो पत्नी स्व. इन्द्राराम जाति ओड उम्र 40 साल नि0 राणीसर कोलोनी जैसलमेर को गिरफतार किया गया। बाद अनुसंधान मुल0 श्रीमति कंवरो को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। 


पवन उर्जा कम्पनी में तार चोरी करने वाले गिरफतार 
जैसलमेर हाल ही के दिनों में जिला जैसलमेर में चोरियो की वारदातो को देखते हुए मन पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला जैसलमेर के समस्त थानाधिकारियो/वृताधिकारियो को चोरियो का खुलाशा करने व चोरो को पकडने के लिए कडे निर्देश दिये गये तथा अलगअलग टीमो का गठन किया गया। श्री खीमसिंह पुत्र मंगलसिंह जाति राजपूत नि0 रायंसर हाल सेक्युरिटी इन्चार्ज सुजलॉन कम्पनी जैसलमेर ने हाजर थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट पेश की कि दिनांक 17.01.11 की रात्रि में गार्ड अमरसिंह पुत्र तोलसिंह जाति राजपूत नि0 छोड़ पु.था. सांगड़ व लूणसिंह पुत्र तोलसिंह राणा राजपूत नि0 गीता आश्रम कच्ची बस्ती जैसलमेर ने कल्याणसिंह पुत्र लूणसिंह राजपूत नि0 गीता आश्रम कच्ची बस्ती जैसलमेर ने मिलकर कम्पनी के आकल सरहद में स्थित स्टोर से जले हुए पेनलों से ताम्बा की पट्टीयां चुराकर तीनों भाग गये। जिस पर श्री विरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर मय टीम द्वारा श्री शोभसिंह सउनि मय श्री बालेन्द्रसिंह कानि0 364, श्री गंगासिंह नं0 706 व अन्य जाब्ता द्वारा तत्काल मुल0 व वाहन की तलाश कर मुल0 अमरसिंह पुत्र तोलसिंह जाति राजपूत नि0 छोड़ पु.था. सांगड़ व लूणसिंह पुत्र तोलसिंह राणा राजपूत नि0 गीता आश्रम कच्ची बस्ती जैसलमेर, कल्याणसिंह पुत्र लूणसिंह राजपूत नि0 गीता आश्रम कच्ची बस्ती जैसलमेर मय इण्डिका गाड़ी नं0 डभ 12 ल्। 7720 के दस्तयाब कर माल मसरूका ताम्बा बरामद किया गया। मुल0 से अन्य कम्पनी की चोरी की वारदातों के बारे में गहन पुछताछ जारी हैं। 




जिला जैसलमेर में धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों से सतर्क रहे 


जैसलमेर  श्रीमती ममता बिश्नोई पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ने बताया कि मेरे ध्यान में लाया गया है कि विभिन्न कम्पनीयों के टॉवरों को लगाने के विज्ञापनों, ज्योतिषियों द्वारा धन दुगना करने का झांसा देकर, मोबाईल नम्बरों की लॉटरी निकलने का झांसा देकर जनता के साथ लाखों रूपये की धोखाधड़ी की जा रही है, इसी तरह से आपकों किसी प्रकार का प्रलोभन दिया जाकर नगद राशि की मांगकर या उनके द्वारा बताये गये बैंक खातों में राशि जमा करवाकर धोखाधड़ी करने वाले लोगों से सावधान रहे तथा ऐसे व्यक्तियों के सम्बंध में आपको सूचना प्राप्त होने पर तुरन्त नजदीक पुलिस स्टेशन को सूचना देवें ताकि जनता को ऐसे धोखेबाज व्यक्तियों से बचाया जा सकें। उक्त सम्बंध में अखबारों में विज्ञप्तियां प्रकाशित होने पर तथा आपके मोबाईल पर संदेश प्राप्त होने पर या आपके मोबाईल पर किसी अनजान व्यक्ति द्वारा प्रलोभन देने पर किसी प्रकार से नगद राशि व किसी भी खाते में कोई राशि जमा नहीं करावें । जनहित में प्रसारित