शनिवार, 21 जनवरी 2012

जैसलमेर 21 जनवरी..आज की ताजा खबर.

जूनागढ़ में धंधुका व बिलखा भाटियों का इतिहास पुस्तक का विमोचन


जैसलमेर इतिहासकार नंदकिशोर शर्मा की पुस्तक धंधुका व बिलखा के भाटियों का इतिहास का विमोचन गत दिनों सोडवदरा जूनागढ़ में किया गया। पुस्तक का विमोचन डॉ. संत साधनानंद महाराज ने किया। इस अवसर पर भाटियों के गुरु सुरजकुंड के नारायण गिरी एवं कवि कलाकार लाखणसिंह गढ़वी सहित जूनागढ़ के चारण कवि, राजकोट, मोरवी, गोंडल तथा अन्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान आयोजकों द्वारा धंधुका व बिलखा भाटियों का इतिहास लिखने पर शर्मा का आभार प्रकट किया गया तथा उनका सम्मान किया गया। शर्मा ने बताया कि गिरनार जूनागढ की तहलटी में बसे जैसलमेर के संस्थापक चन्द्रवंशी यादव भाट्टी कुल के जैतसिंह प्रथम के वंशज अलाउद्दीन खिलजी के प्रथम शाके के बाद गुजरात की और जाकर बस गए थे। वहां जैतसिंह के पौत्र मूलराज के पुत्र धनु ने अहमदाबाद के पास धंधुका नाम से छोटे से भाटी राज्य की स्थापना 1357 संवत् के आस-पास की थी। इन्होंने अपने बाहुबल से अपने साम्राज्य का विस्तार किया। उस समय गुजरात में प्रवेश करने वाले समस्त नाकों पर इनकी निगरानी थी। चूड़ासमा यादव, गुहिल, काठि, जाड़ेजा आदि से अपने संबंध स्थापित कर भाटी मान-मर्यादा ओर संस्कृति के साथ निवास करने लगे। उन्होंने बताया कि धंधुका भाटी गौरी, शाह अकबर, महमूद बेगड़ा व जूनागढ़ के बांबियों के साथ संघर्ष करते हुए गिरते-उठते अपने अस्तित्व को बना रखा। उन्होंने बताया कि सौराष्ट्र के बीलखा, सोड़वदर, पसवाना, वीरवान आदि 24 गांवों में खेतीहर, व्यापारी, तथा अन्य कामों के साथ अपनी भाषा रीति-रिवाज के साथ निवास कर रहे हैं। इन्होंने अपने भाटी समाज के संगठन का नाम श्रीगढ़ जैसलमेर दरबार भाटी समाज रखा है। पुस्तक लिखने में सहयोग देने पर जोरावरसिंह, हकुमतसिंह, भगतसिंह, दिलीपसिंह, गभीरसिंह तथा उनके सहयोगियों का भी सम्मान किया गया।

नहर में मिले चार शव

मोहनगढ़  मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र 175 एसएलडी में शुक्रवार शाम को चार शव मिले। प्राप्त जानकारी के अनुसार एसएलडी की 175 आरडी पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर पुलिस को चार अलग-अलग शव मिले। आरसीपी द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाने पर मौके पर पहुंची पुलिस को एक बच्ची, दो महिलाएं तथा एक पुरूष की लाश मिली। डॉ. केआर पंवार द्वारा मौके पर ही चारों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस द्वारा इनका अंतिम संस्कार कर दिया। डॅा. पंवार के अनुसार यह शव 15 से 20 दिन पुराने हैं।


दुर्घटना में घायल युवक की मौत
मोहनगढ़  पिछले दिनों सड़क दुर्घटना में घायल हुए एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। गौरतलब है कि बुधवार की रात्रि में काणोद रोड पर ट्रैक्टर के पीछे ट्रोली जोड़ते वक्त पीछे से आ रही क्रेन की टक्कर से मकबूल पुत्र नूर मोहम्मद व सिकंदर पुत्र निजामुदीन निवासी डेगाना नागौर गंभीर घायल हो गए थे। इलाज के दौरान मकबूल की मौत हो गई। पुलिस ने कार्रवाई कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

राजस्थानी भाषा में जो मिठास है वो अन्य भाषा में नहीं


राजस्थानी बोली में मिठास, अन्य भाषा में नहीं

म्हारी जुबान रो खोलो तालो पोस्टकार्ड अभियान



बाड़मेरअखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति तथा राजस्थानी मोटियार परिषद के तत्वावधान में रामावि अंतरी देवी में शुक्रवार को म्हारी जुबान रो खोलो तालों पोस्टकार्ड अभियान के तहत राजस्थानी रो हैलो कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा में जो मिठास है वो अन्य भाषा में नहीं। उन्होंने कहा राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलना चाहिए। उन्होंने कहा संविधान में छोटी-मोटी भाषा को मान्यता मिली, लेकिन वृहद स्तर पर बोली जाने वाली मायड़ भाषा राजस्थानी को अभी तक संवैधानिक मान्यता नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। समारोह को संबोधित करते हुए इन्द्रप्रकाश पुरोहित ने कहा बाड़मेर से जो आवाज राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए उठी है वो संसद तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने से आम राजस्थानी को फायदा होगा।

एडवोकेट रमेश गौड़ ने कहा राजस्थानी भाषा को सब जगह सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। राजस्थानी भाषा में लिखे ग्रंथ आज भी पढ़े जा रहे हैं। जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता ने कहा कि मायड़ भाषा मां के समान है इसे संवैधानिक सम्मान दिलाना होगा। समिति संयोजक चैनसिंह भाटी ने संघर्ष समिति की ओर से चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी। समिति के संयोजक एडवोकेट विजय कुमार ने कहा कि राजस्थानी राखिए देसी राजस्थानी, हमें अपनी मायड़ भाषा के प्रति सम्मान रखना होगा। पाश्चात्य सभ्यता फेर में पडऩे की बजाए राजस्थानी भाषा को अपनाना होगा।

प्राचार्य राजेश्वरी वैरवा ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए चलाए जा रहे अभियान को सहयोग दिया जाएगा। मोटियार परिषद के पाटवी रघुवीरसिंह तामलोर, भूतपूर्व सरपंच गागरिया जीवाराम, नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इंदा ने भी विचार व्यक्त किए। विद्यालय की छात्राओं ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम पोस्टकार्ड लिख राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग की। संचालन रघुवीर सिंह तामलोर ने किया।

दुर्घटना में छात्र की मौत से गांव में पसरा सन्नाटा

दुर्घटना में छात्र की मौत से गांव में पसरा सन्नाटा
 

सिणधरीसुबहके समय वह घर से खुशी-खुशी स्कूल निकला। मां ने बड़े लाड-प्यार से उसे तैयार कर विदा किया। कुछ ही देर में टैंपो के पेड़ से टकराने व उसकी मौत की सूचना ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे कस्बे को झकझोर दिया। छात्र विशनाराम की मौत की सूचना जैसे ही परिजनों को मिली घर में कोहराम मच गया। पिता चैनाराम व मां का रो-रोकर बुरा हाल था। विशनाराम की तीनों बहनें और दोनों भाई भी बिलख रहे थे। बहनें अपने भाइयों को ढांढस दिला रही थी। घर में रोने-चिल्लाने की आवाज को सुन आस पड़ोस में रहने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसे की सूचना पूरे कस्बे में फैल गई जिससे कस्बे में सन्नाटा पसर गया। बुजुर्ग महिलाएं विशनाराम की मां के सिर पर हाथ फेरते हुए कह रही थी कि ईश्वर को शायद यही मंजूर था। अब हिम्मत रखो। 

वहीं घर के बाहर जमा भीड़ विशनाराम की बहिनों और भाइयों को ढांढस बंधाते हुए कह रहे थे कि चुप हो जाओ बेटा तबीयत बिगड़ जाएगी। परिजनों की चीत्कार सुन ग्रामीणों के आंखों से भी आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे थे।

बातें कर रहे थे मास्टर साहब: हादसे में घायल छात्र कैलाश ने बताया संस्था प्रधान टैंपो चलाते समय बातें कर रहे थे। इस बीच अचानक टैंपो खेजड़ी से टकरा गया।

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स.... 21 जनवरी 2012

लूट के आरोपी छह दिन के रिमाण्ड पर
 


जालोर। जीवाणा गांव में जालमपुरा रोड स्थित पेट्रोल पम्प पर लूट के छह आरोपियों को शुक्रवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपियों को छह दिन के रिमाण्ड पर सौंपा। बाद में पुलिस ने आरोपियों से मौका तस्दीक कराई। गौरतलब है कि जालमपुरा रोड पर 8 जनवरी को लूट हुई थी।

इस मामले में पुलिस में 19 जनवरी को रिड़मलसर निवासी पुखराज पुत्र गंगाराम मेघवाल, लोहावट निवासी खेराजराम पुत्र माणकराम जाट, अरटियावास दासोड़ी निवासी पवनकुमार उर्फ पपिया पुत्र किसनाराम जाट, चौहानों की बेरी रिड़मलसर भोजासर निवासी किशनाराम पुत्र हड़मानाराम जाट, राणेसर भोजासर निवासी ओमप्रकाश पुत्र पाबूराम मेघवाल, मोरिया लोहावट निवासी पप्पूराम पुत्र चौथाराम मेघवाल को गिरफ्तार किया था। आरोपियों को अदालत ने छह दिन के रिमाण्ड पर भेज गया।

इन्होंने कहा
आरोपियों से लूट में प्रयुक्त छूरे, लाठी, दो मोबाइल व एक मोबाइल सिम बरामद नहीं हुई है। पूछताछ से कई वारदातें खुलने की भी संभावना है।
सुमेरसिंह, थानाधिकारी, सायला

दो आरोपी फरार
वारदात में शामिल दो आरोपी अभी फरार है। पुलिस के अनुसार जाखन ओसिया निवासी आनंदसिंह पुत्र संग्रामसिंह राजपूत व सिराणा निवासी लूणसिंह पुत्र नारायणसिंह राजपूत फरार है।

न्यायालय में कांस्टेबल के खिलाफ चालान

जालोर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत के मामले में बागोड़ा थाने के कांस्टेबल के खिलाफ शुक्रवार को सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में चालान किया। गौरतलब है कि 20 सितम्बर 2010 को बागोड़ा तहसील क्षेत्र के नरसाना निवासी हरिसिंह पुत्र हेमसिंह ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि बागोड़ा पुलिस थाने में उसके बेरे पर काश्त करने वाले घेवाराम के खिलाफ 107 की कार्रवाई चल रही है।

जिसमें पुलिस घेवाराम के भाई फौजाराम को पकड़ कर थाने ले गई। इस मामले में फौजाराम को छोड़ने के लिए कांस्टेबल छतरसिंह की ओर से ढाई हजार की रिश्वत मांगी जा रही है। इस पर ब्यूरो ने गोपनीय सत्यापन करवाकर कांस्टेबल को 21 सितम्बर 2010 को ढाई हजार की रिश्वत लेते ट्रेप किया। जांच में आरोप सत्य पाए जाने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पाली ने शुक्रवार को जोधपुर न्यायालय में चालान पेश किया।

डिग्गी में डूबने से युवक की मौत

हाड़ेचा। सरवाना थाना क्षेत्र के बिछावाड़ी गांव की सरहद में डिग्गी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार बिछावाड़ी गांव की सरहद में होथीगांव निवासी रमेशकुमार(19) पुत्र सोमाराम काली डिग्गी में स्नान कर रहा था। डिग्गी में पानी अधिक होने से वह उसमें डूब गया। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की।

टूटने से बच गई गृहस्थी

टूटने से बच गई गृहस्थी

बालोतरा। बरसों से रिश्तों में आई कड़वाहट चंद पलों में दूर हो गई और टूटने के कगार पर पहुंची अल्ताफ व अल्लारक्खी की गृहस्थी सलामत रह गई। लोक अदालत में राजीनामे के बाद अल्ताफ ने अपनी हमराह के गले में फूलों की माला पहनाई। अल्लारक्खी की आंखें खुशी के मारे छलछला आई। उसने भी अपने शौहर अल्ताफ को फूलों का हार पहनाया। दोनों ने एक दूसरे का मुंह मीठा करवाया।
बालोतरा निवासी अल्लारक्खी बानो का निकाह सिणधरी निवासी अल्ताफ के साथ हुआ था। घरेलू कलह ने दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट पैदा कर दी। दरार इतनी बढ़ गई कि मामला पुलिस तक पहंुच गया।

अल्ताफ के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, घरेलू महिला हिंसा अधिनियम व जीवन निर्वहन भत्ता के तीन मामले दर्ज हो गए। पिछले दो वर्ष से ये प्रकरण एसीजेएम न्यायालय में विचाराधीन थे। कोर्ट कचहरी के चक्कर से दोनों पक्ष आर्थिक व मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे थे। शुक्रवार को लोक अदालत के दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल के समक्ष यह प्रकरण पेश किया गया। परिवादी की ओर से एडवोकेट सुरेश नारायण खारवाल व अप्रार्थी की ओर से एडवोकेट मुनीर अली पठान ने भी राजीनामे में सहयोग दिया।

न्यायाधीश ने दोनों पक्षों से समझाइश की। राजीनामे के बाद अल्ताफ व अल्लारक्खी को प्रेमपूर्वक दांपत्य जीवन बिताने की सलाह के साथ विदा किया गया। इस जोड़े ने वादा किया कि वे जिंदगी भर एक दूसरे के सुख दु:ख में हम सफर बनकर जीवन बिताएंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट टे्रक गणेशाराम, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गबरूदीन मोयल, न्यायिक मजिस्टे्रट नवीन मीणा भी मौजूद रहे।

लोक अदालत में 1232 प्रकरणों की सुनवाई
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जिले में पांच दिवसीय मेगा लोक अदालत का आयोजन शुक्रवार को हुआ। जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल की अध्यक्षता में आयोजित लोक अदालत के दौरान 1232 प्रकरणों की सुनवाई की गई। 279 प्रकरण आपसी राजीनामे से निस्तारित करवाए गए। शुक्रवार को बालोतरा न्यायालय में आयोजित लोक अदालत के दौरान लंबे समय से चल रहे पारिवारिक प्रकरण में राजीनामा किया गया।

एमएसीटी के 6 प्रकरणों में 4264221 रूपए का अवार्ड पारित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट टे्रक गणेशाराम, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गबरूदीन मोयल, न्यायिक मजिस्टे्रट नवीन मीणा सहित जिले के न्यायालयों के समस्त न्यायिक अधिकारियों ने अपने-अपने न्यायालयों की लंबित पत्रावलियों मे सुनवाई की। सदस्य हुलास बाफना, नारायणसिंह भाटी, इंद्रकौर व्यास, बार एसोसिएशन अध्यक्ष भूराराम चौधरी, अधिवक्ता लादूराम चौधरी, सुरेशनारायण खारवाल, प्रेमसिंह, चंद्रप्रकाश गुप्ता, संतोष कुमार भंसाली, देवीसिंह, राजेंद्रसिंह कंवरली, श्रीमती सोनिया गौड़ ने भी पक्षकारानों में राजीनामे के लिए सक्रिय सहयोग दिया।

लेबर रूम में पड़ा मिला डॉक्‍टर का नग्‍न शव

मेरठ. उत्‍तर प्रदेश के मेरठ में एक नामी डॉक्‍टर का कत्‍ल कर दिया गया है। बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर अक्षय राजवंशी का शव नंगी हालत में उनके ही क्लिनिक के लेबर रूम में मिला। उनके गले में हीटर का तार और लाल रंग का कपड़ा लिपटा मिला है। 
बताया जाता है कि शुक्रवार की रात जब वारदात हुई, उस समय क्लिनिक में कई मरीज भी मौजूद थे। लेकिन किसी को कुछ भनक नहीं लगी। शव के पास से शराब की बोतलें और कुछ आपत्तिजनक सामान भी मिला है।


डाक्टर अक्षय यशोदा मैटरनिटी एंड चाइल्ड केयर सेंटर नाम से क्लिनिक चलाते थे। उनकी पत्‍नी सुजाता भी स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं। क्लिनिक में काम करने वाली एक नर्स ने बताया कि रात करीब 11 बजे सुजाता का फोन आया था। वह अक्षय से बात करवाने के लिए कह रही थीं। तब नर्स अंदर गई तो उसने पाया कि वह फर्श पर उल्‍टे पड़े थे और उनके बदन पर कपड़े भी नहीं थे। उनके गले में हीटर का तार लिपटा हुआ था। गले में एक लाल रंग का कपड़ा भी बंधा था। पूछताछ में पता चला कि शुक्रवार रात करीब आठ बजे डॉक्टर अक्षय क्लीनिक में ऊपरी मंजिल पर बने लेबर रूम में गए थे।

सोनिया, प्रियंका, राहुल पर हमले करवा सकती है आईएसआई

 

नई दिल्‍ली. खुफिया ब्‍यूरो (आईबी) को सूचना मिली है कि चुनाव प्रचार के दौरान कुछ नेताओं पर आईएसआई हमले करवा सकती है। इसके मद्देनजर आईबी ने चुनाव वाले राज्‍यों के पुलिस प्रमुखों को उन नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है, जिन्‍हें एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है। इनमें कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल हैं।

आईबी को सूचना मिली है कि पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई नेपाल में अपने कारिंदों के संपर्क में है। वह उन कारिंदों को चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं पर हमले करने के लिए तैयार कर सकती है।


प्रचार के लिए जाने वाले एसपीजी सुरक्षा प्राप्‍त नेताओं में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हैं। आईबी ने जेड प्‍लस सुरक्षा प्राप्‍त करीब दर्जन भर नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है।

एक अंग्रेजी अखबार ने यह खबर देते हुए सरकारी सूत्र के हवाले से बताया है कि नेताओं को भी सलाह दी गई है कि वे रोड शो के दौरान जनता की भीड़ से जहां तक हो सके बचें।

24 से गुप्त नवरात्रि, मिलेंगी गुप्त सिद्धियां

हिंदू पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल प्रतिपदा (24 जनवरी, मंगलवार) से गुप्त नवरात्रि प्रांरभ हो रही है। इस दौरान माता की आराधना करने से हर बिगड़े काम बन जाते हैं तथा विशेष सिद्धियां भी प्राप्त होती है।  
हिंदू धर्म के अनुसार एक वर्ष में चार नवरात्रि होती है। वर्ष के प्रथम मास अर्थात चैत्र में प्रथम नवरात्रि होती है। चौथे माह आषाढ़ में दूसरी नवरात्रि होती है। इसके बाद अश्विन मास में प्रमुख नवरात्रि होती है। इसी प्रकार वर्ष के ग्यारहवें महीने अर्थात माघ में चार नवरात्रि का महोत्सव मनाने का उल्लेख एवं विधान देवी भागवत तथा अन्य धार्मिक ग्रंथों में मिलता है।

इनमें अश्विन मास की नवरात्रि सबसे प्रमुख मानी जाती है। इस दौरान पूरे देश में गरबों के माध्यम से माता की आराधना की जाती है। दूसरी प्रमुख नवरात्रि चैत्र मास की होती है। इन दोनों नवरात्रियों को शारदीय व वासंती नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। इसके अतिरिक्त आषाढ़ तथा माघ मास की नवरात्रि गुप्त रहती है। इसके बारे में अधिक लोगों को जानकारी नहीं होती, इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्रि कहते हैं। गुप्त व चमत्कारीक शक्तियां प्राप्त करने का यह श्रेष्ठ अवसर होता है।

ये हें स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण बातें-

ऐसे रहें स्वस्थ .

ये हें स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण बातें-


पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179
शरीर को स्वस्थ रखे बिना व्यक्ति अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाता। रोगों के उपचार की अपेक्षा रोगों से बचना अधिक श्रेयस्कर है। यदि हम प्रयत्न करें और स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ आवश्यक नियमों का पालन करें तो अनेक रोगों से बचकर दीर्धायु के साथ ही जीवनपर्यन्त स्वस्थ रह सकते हैं-
सूर्योदय से पहले उठें। उठते ही अपने भगवान को प्रणाम करें और अच्छी नींद के लिए भगवान का धन्यवाद अदा करें।
सुबह की शुद्ध वायु का सेवन करें।
मौसम के अनुरूप वस्त्र धारण करें व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
यथोचित मात्रा में पौष्टिक भोजन ग्रहण करें।
भोजन के डेढ़-दो घंटे बाद पानी पीना बलवर्द्धक, मध्य में थोड़ा पानी पीना अमृत के समान और तुरंत बाद में पानी पीना विष समान है।
शरीर के सभी अंगों की सफाई का विशेष ख्याल रखें। प्रातः व रात्रि में खाने के बाद दांत साफ करें। नाखून न बढ़ने दें। बाल साफ रखें।
प्रतिदिन सुबह तकरीबन 20 मिनट तक व्यायाम करें। इससे चुस्ती-फुर्ती और शक्ति बढ़ती है।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग तथा ध्यान करें, इससे शरीर तो स्वस्थ रहेगा ही, मानसिक शांति भी मिलेगी।
विपत्ति में धैर्य, साहस व सत्य को न छोडे, नम्र और विनयशील रहें।
दूसरों की अच्छाइयों को देखने की आदत बनाएं।
जहां तक हो सके, गुस्से से बचें, हमेशा सकारात्मक सोच अपनाएं।
अपने आपको हमेशा तनावमुक्त रखें। सदा चित्त को प्रसन्न व मन को हल्का रखें।
आलस्य को पास न फटकने दे। अनावश्यक जल्दबाजी न करें।
सुबह-शाम ईश्वर का स्मरण जरूर करें।
पान, तंबाकू, शराब, बीड़ी, सिगरेट आदि से दूर ही रहें।
रात्रि को 6 घंटे की नींद अवश्य ले।


अगर हम सभी इसे अपने जीवन में अपनाएं या प्रयास करें तो अवश्य हम स्वस्थ रह सकते हैं। आप स्वस्थ रहना चाहेंगे या रोगी बनना फैसला आपके हाथ में हैं।

आइये जाने वर्ष 2012 के श्रेष्ठ /अच्छे मुहूर्त---

आइये जाने वर्ष 2012 के श्रेष्ठ /अच्छे मुहूर्त---


पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179


नया साल 2012 शुभ व श्रेष्ठ मुहूर्त का खजाना लेकर आया है। इस वर्ष 45 दिन खरीदारी के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त हैं। इन 45 दिनों में 21 दिन ऐसे हैं जब पुष्य नक्षत्र के अतिश्रेष्ठ मुहूर्त में आप वाहन समेत अन्य उपयोगी वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं।

इसके अलावा मकर संक्रांति, वसंत पंचमी, अक्षय तृतीया, गुड़ी पड़वा, भड़ली नवमी, देवउठनी ग्यारस, धनतेरस व दीपावली आदि तीज-त्योहारों के मुहूर्त भी शुभ कार्य व खरीदारी के लिए उत्तम रहेंगे। इस वर्ष 84 दिन विवाह मुहूर्त हैं, इनमें से फरवरी माह में सर्वाधिक (15 दिन) मुहूर्त हैं। ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि नया पंचांग आने के साथ ही लोग शुभ मुहूर्तों की तलाश में लग जाते हैं। खास करके शादी-विवाह के लिए अच्छे से अच्छे मुहूर्त की तलाश पण्डित जी और यजमान दोनों की रहती है। इस वर्ष 2012 में सबसे ज्यादा शादियों के मुहूर्त जनवरी, फरवरी और जून माह में है। मार्च में तीन और अप्रैल में बस चार तारीखों में अच्छे मुहूर्त हैं। मई से जून के अंत में शादियों का मुहूर्त खत्म हो जायेगा। क्योंकि चर्तुमास व्रत में भगवान विष्णु शयन के लिए चले जायेगें। जो कार्तिक मास की एकादशी 24 नवम्बर 2012 को वापस होंगे। अर्थात जून के बाद नवम्बर में एकादशी को भगवान विष्णु के शयन से उठने के दिन से ही शादियों का मुहूर्त शुरू होगा और दिसम्बर में 13 तारीख को साल का अन्तिम विवाह मुर्हूत होगा।


ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि नव वर्ष की शुरुआत शाकंभरी नवरात्र से होगी। इस दिन शुभ कार्य व गृहउपयोगी वस्तुओं व स्वर्ण आभूषण आदि की खरीदी करना लाभकारी होगा। ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि श्रेष्ठ मुहूर्त में नए घर में प्रवेश, भूमि, मकान, वाहन व आभूषण आदि की खरीदी करना शुभ फलदायक होगा।

21 पुष्य नक्षत्र का नया साल ------ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि वर्ष में 21 दिन ऐसे हैं, जब पुष्य नक्षत्र रहेगा। इसमें रवि, गुरु व सोम पुष्य नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं। 9, 10 जनवरी, 6, 7 फरवरी, 4, 5 व 31 मार्च, 1, 28, 20 अप्रैल, 25, 26 मई, 21, 22 जून, 19, 20 जुलाई, 15,16 अगस्त, 9, 10 अक्टूबर, 2, 3 20 व 31 दिसंबर को पुष्य नक्षत्र होगा।

क्या करें पहले दिन----

----साल की शुरुआत रविवार को होगी। इस दिन का स्वामी सूर्य है। ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि इस दिन लाल, गुलाबी, पीले, केसरिया, सिंदूरी, सफेद व क्रीम रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होगा। काले, मटमैले व भूरे रंग के वस्त्रों का उपयोग करने से बचें। इस दिन सुबह सूर्य को तांबे के पात्र में भरा जल अर्पण कर सूर्य मंत्र का जाप करें। सात्विक भोजन करें। भोजन में लाल रंग की मिठाई अथवा लाल फल शामिल करें।

------23 मार्च 2012 से नया संवत्सर (विक्रम नव संवत्सर २०६९) की शुरुआत होगी..
----नव वर्ष का नाम विश्वासु, स्वामी राहू, :वर्ष के राजा व मंत्री दोनों पद शुक्र के पास।

----वर्ष लग्न कन्या होने से घी, तेल, रस पदार्थो व सौंदर्य सामग्री के भावों में तेजी। सामान्य बारिश, मनोरंजन जगत व कलाकारों को फायदा।
----वर्ष 2012, दिन 365 और मात्र 62 विवाह मुहूर्त! जी हां, आगामी वर्ष में ऐसा ही कुछ है. चातुर्मास व मल (अधिक) मास होने के कारण इस वर्ष के चार माह-जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्टूबर में एक भी विवाह मुहूर्त नहीं है. मई में गुरु व शुक्रास्त के कारण शुभ मुहूर्त नहीं है. इसलिए यदि आप इस वर्ष में विवाह करने की योजना बना रहे हैं, तो अभी से अलर्ट हो जायें. कारण, लग्न के अभाव में विवाह कार्य में कई तरह की परेशानी आ सकती है.
-----वर्ष 2012 में स्कूली छात्र शादी-विवाह का मजा नहीं ले पायेंगे. कारण, मई में गुरु व शुक्रास्त के कारण शुभ कार्य नहीं होगा. इस माह में विवाह मुहूर्त का अभाव है. जून माह में मात्र सात ही मुहूर्त हैं. स्कूलों में गरमी की छुट्टी मई-जून में ही होती है. जिनके यहां विवाह होता है, वे प्रयास करते हैं कि विवाह की तिथि गरमी की छुट्टी में ही रखी जाये, ताकि अधिक से अधिक रिश्तेदार उसमें शामिल हो सकें. मगर, इस बार यह संभव नहीं होगा.
-----नवंबर में कमवर्ष 2012 में सबसे अधिक शादी-विवाह का मुहूर्त फरवरी माह में है. इसकी संख्या 19 है, जबकि सबसे कम नवंबर माह में मात्र तीन है. मार्च में 11 दिन लग्न है. इसका मतलब है कि फरवरी माह में शादी-विवाह अधिक होंगे. क्लब, होटल, केटेरर वव फ़ूल वालों की मानें तो फरवरी की बुकिंग शुरू हो गयी है. जनवरी में भी बुकिंग मिली है. उन्होंने कहा कि लग्न अभाव के कारण कार्य काफी बढ़ जाता है. कई कार्य को छोड़ना पड़ता है जिसके कारण रिश्ते खराब होते है तथा व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ता है
-----ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि शादी-ब्याह करने वाले तो साल भर पहले से ही वर-कन्या की शादी के लिए अच्छे मुहूर्त की तलाश में लग जाते है। जिसके कारण हम लोगों को भी नये पंचांग के आने का बेसर्बी से इंतजार रहता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 में वृहस्पति और शुक्र के अस्त होने के कारण शादियों का मुहूर्त पिछले वर्षो की तुलना में बहुत कम हैं। खास करके अप्रैल व मई में अपेक्षित तारीखें नहीं हैं। इस वर्ष जनवरी जनवरी की 15 ताराीख को संक्रान्ति बदलने के कारण जनवरी यानी माघ मास में कृष्ण पक्ष अष्टमी स्वाती नक्षत्र 16 जनवरी को पहली शादी का मुर्हूत है। जिसमें रात्रि ११:27बजे से अगले दिन 17 जनवरी को सुबह 5ं17 बजे तक है। इसमें मृत्यु बाण हैं इसलिए इसे विवाह के लिए शुभ नहीं मानते हैं। इस माह18, 20, 22, 27 व 28 जनवरी 2012 को शादी के शुभ मुर्हूत हैं। 28 जनवरी को बसंत पंचमी, तक्षक पूजा और कई महत्वपूर्ण पर्वों के साथ रतिकाम महोत्सव का दिन है। यह दिन बडे ही संयोग से विवाह मुहूर्त के लिए मिलता है। इसी तरह फरवरी माह में 2, 3, 8, 10, 11, 13 व 14 को विवाह के मुर्हूत हैं। इसमें 02 फरवरी को रात 9ं20 से मृत्युबाण लगेगा। 10 फरवरी को भद्रा मृत्युलोक में रहेगा,जिसका समय दिन में 11:57 से रात्रि ११:4 बजे तक ही रहेगा, इस समय के बाद विवाह हो सकते हैं। 13 व 15 फरवरी को भद्रा पाताल में है इसलिए यह तिथि शुभ है। 16, 18, 24, 25 फरवरी को भद्रा मृत्युलोक में है इसलिए यह तारीख विवाह के लिए आंशिक है जबकि29 फरवरी की तारीख पूर्ण रूप से विवाह योग्य है। मार्च माह में 10, 11 व 13 की तारीखों में ही विवाह है।
-----ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने कहा कि अप्रैल मास में मात्र चार तारीखें 18, 19, 24 व 25 है। 30 अप्रैल को वृहस्पति अस्त होने के कारण विवाह के मुहूर्त नहीं हैं। जो30 मई को उदय होगा किन्तु 02 जून को पुन: शुक्र अस्त हो जायेगा तो वह 10 जून को उदय होगा। जिसके बाद 17, 18 व 29 जून को विवाह के अच्छे शुभ मुर्हूत हैं, जबकि 24 को अगले दिन सुबह ४:25 बजे तक ही विवाह है। 25, 26 को आंशिक समय में मुर्हूत हैं। 27व 28 को रात्रि 12 बजे के बाद विवाह मुहूर्त हैं। 30 जून को भगवान विष्णु शयन पर चले जायेंगे, जिससे चार मास बाद नवम्बर माह की एकादशी 24 नवम्बर को भगवान विष्णु के उठने के साथ ही विवाह के मुहूर्त शुरू हो जायेंगे। 28, 29 नवम्बर के बाद दिसम्बर मास में 4, 5 दिसम्बर को भद्रा व्याप्त होने के कारण आंशिक विवाह के मुर्हूत हैं। 7 दिसम्बर को पूरी रात और दिन विवाह है वहीं 8 दिसम्बर को रात्रि दो बजे तक ही मुहूर्त है। 11 दिसम्बर को भद्रा व्याप्त होने के साथ ही आंशिक समय के लिए विवाह है। 13 दिसम्बर को इस वर्ष का अन्तिम विवाह मुहूर्त है। खरमास के कारण इस मास आगे विवाह नहीं है।

शुक्रवार, 20 जनवरी 2012

लव जिहाद.....नाच न जाने आंगन टेढ़ा


नाच न जाने आंगन टेढ़ा---

डा. दिव्या श्रीवास्तव

लव जिहाद का चर्चा फिर उठाया जा रहा है और इसके नाम पर इस्लाम और मुसलमान को बदनाम किया जा रहा है.
लड़के लड़कियां साथ साथ पढ़ रहे हैं, काम काज भी साथ साथ ही कर रहे हैं. इन्हें अपने मां बाप की इज़्ज़त का भी ख़याल होता है। ऐसे में वे अपनी शादियां अपने मां बाप की पसंद से ही करते हैं या फिर अपनी पसंद उन्हें बताकर उनकी रज़ामंदी ले लेते हैं और कुछ ऐसे भी हैं जो उनसे ऊपर होकर ख़ुद अपनी शादी कर लेते हैं या फिर लिव इन रिलेशन में रहने लगते हैं।
क्या दूसरे समुदाय के लड़के और लड़कियों को ‘लिव इन रिलेशन‘ में रहने की प्रेरणा भी मुसलमान युवक ही देते हैं ?
इसमें इस्लाम और जिहाद कहां से आ गया ?
इस्लाम तो यह कहता है कि अजनबी औरत मर्द तन्हाई में आपस में इकठ्ठे ही न हों कि जज़्बात में उबाल आए और क़दम बहक जाएं.

अन्तर्जातीय और अंतरधार्मिक विवाह का प्रचलन आज आम है.
किसी की भी लड़की किसी के साथ भी जा सकती है और जा रही है. जिस समाज में लड़की को पेट में ही मारा जा रहा है और बड़े होने पर उसके बाप से मोटा दहेज मांगा जाता है. उस समाज में लड़की के सामने क्या समस्याएं हैं, इन्हें तो उस समाज की लड़कियां ही जान सकती हैं.
ऐसी लड़कियों को पढ़ाया लिखाया इसलिए भी जाता है कि वे कमा सकें और ऐसी कमाऊ लड़की को कम दहेज के साथ भी क़ुबूल कर लिया जाता है सिर्फ़ इसलिए कि वह सोने का अंडा देने वाली मुर्ग़ी है.
उसके शरीर से लुत्फ़ उठाओ, उससे अपनी नस्ल चलाओ और फिर उसकी आमदनी से ही उसके बच्चे पालो और अपना जीवन स्तर भी ऊंचा उठा लो,
यह सोच आज आम हो चली है.
औरत भी अक्ल रखती है और अपना भला बुरा वह अच्छी तरह समझ सकती है.
वह देख भी रही है और सोच भी रही है.
इसी का नतीजा है कि वह एक ऐसे समाज का हिस्सा बनना चाहती है जहां लड़कियों को पेट में नहीं मारा जाता और न ही घरों से बाहर हवस के मारों के सामने धकेल दिया जाता है माल कमाने के लिए.
वह एक ऐसे समाज का हिस्सा बनना पसंद करती है जहां विधवा को भी दोबारा विवाह करने का अवसर ऐसे ही हासिल है जैसे कि किसी कुंवारी लड़की को.
जहां उसे मासिक धर्म के दिनों में भी सम्मान के साथ उसी बिस्तर पर सुलाया जाता है जिस पर कि वह पहले सोती थी और उसे बादस्तूर उसी रसोई में खाना पकाने दिया जाता है जिसमें कि वह रोज़ पकाती है.
इसी तरह की सहूलत और इज़्ज़त पाने के लिए आज दूसरे समुदायों की कन्याएं मुस्लिम युवकों से शादी कर रही हैं। दरअसल वे अपनी समस्याएं हल कर रही हैं और मुसलमानों की समस्याएं बढ़ा रही हैं.
जो औरत को ज़िंदा जलाने का रिकॉर्ड रखते हैं वे ही उनकी इन समस्याओं के जनक हैं. वे इनके पीछे अपनी भूमिका स्वीकारने के बजाय इल्ज़ाम मुस्लिम समुदाय पर ही लगा रहे हैं कि वे ‘लव जिहाद‘ कर रहे हैं. ऐसा वे केवल अपनी तरफ़ से ध्यान हटाने के लिए कर रहे हैं. इस देश में मुसलमान कोई लव जिहाद नहीं कर रहे हैं लेकिन ऐसा बेबुनियाद इल्ज़ाम लगाकर वे फ़साद ज़रूर कर रहे हैं। इसी के साथ वे अपने समुदाय की लड़कियों की बुद्धि पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं कि पढ़ाई लिखाई के बाद भी उनमें विवेक जाग्रत नहीं होता.
हरेक लड़का लड़की अपने साधनों को देखते हुए अपनी ज़रूरत और अपना शौक़ पूरा कर रहा है। जिसे जो भा रहा है, उसे वह अपना रहा है.
इसे लव जिहाद का नाम देना दूसरों को भरमाना है.
लव जिहाद नाम की कोई चीज़ हक़ीक़त में होती तो क्या हम न करते ?
लेकिन हमारा निकाह भी परंपरागत मुस्लिम घराने की लड़की से हुआ और हमारे दोस्तों का भी. हमारे बाप, दादा, चाचा, मामा, नाना और हमारे पीर मौलाना सबका निकाह परंपरागत घराने की मुस्लिम लड़कियों से ही हुआ और मुस्लिम समाज का आम रिवाज यही है.
‘लव जिहाद‘ के इल्ज़ाम को बेबुनियाद साबित करने के लिए हमारी ज़िंदगी ही काफ़ी है. जो लोग यह इल्ज़ाम लगाते हैं कि मुसलमान चार चार शादियां करते हैं. वे भी देख सकते हैं कि हमारे न तो 4 बीवियां हैं, न 3 और न ही 2 और यही हाल हमारे दोस्तों का है. हमारा ही नहीं बल्कि यही हाल इस्लाम के आलिमों का है. हिंदुस्तान भर के छोटे-बड़े सभी आलिमों को देख लीजिए और आप बताईये कि किसके 4 बीवियां हैं और किसके 25 बच्चे हैं ?
झूठे इल्ज़ाम लगाना सिर्फ़ नफ़रत फैलाना है और आज राष्ट्रवाद का अर्थ बस यही नफ़रत फैलाना भर रह गया है. इसका असर उल्टा हो रहा है. इस्लाम के बारे में जितना भ्रम फैलाया जा रहा है, लोग उसके बारे में जानने के लिए उतने ही ज़्यादा उत्सुक हो रहे हैं और जब वे सच जानते हैं तो उनकी सारी ग़लतफ़हमियां पल भर में काफ़ूर हो जाती हैं.

गृहस्थ जीवन में ख़राबी कैसे आई ?
अपने समाज से युवक युवतियों का पलायन रोकने का उपाय मात्र यह है कि जो फ़ेसिलिटी इस्लाम उन्हें देता है, उसे अपने घरों में ही उन्हें उपलब्ध करा दिया जाए.
यह देखकर एक सुखद अहसास होता है कि अब हिंदू समाज में सती प्रथा लगभग ख़त्म हो चुकी है. विधवाओं के विवाह भी होने लगे हैं और मासिक धर्म के दिनों में भी अब हिंदू औरतों को घर गृहस्थी में काम करने का अधिकार मुसलमान औरतों की तरह ही दिया जाने लगा है. लेकिन शायद अभी कुछ और परिवर्तन की आवश्यकता है.
सन्यासियों को गृहस्थों ने अपना गुरू बनाया तो उन्होंने धर्म यह बताया कि पति अपनी पत्नी के साथ संभोग केवल तब करे जबकि संतान प्राप्ति की इच्छा हो. इसी के साथ कुछ सन्यासी गुरूओं ने गृहस्थ हिंदुओं को मुर्ग़ा, मछली, प्याज़ और लहसुन जैसी चीज़ों को भी खाने से रोक दिया जो कि वीर्यवर्द्धक और स्तंभक हैं. सन्यासियों को गृहस्थ धर्म का पालन करना नहीं होता. सो उन्हें इरेक्शन और रूकावट की भी ज़रूरत नहीं होती बल्कि उनकी ज़रूरत तो इनसे मुक्ति होती है. इसीलिए उन्हें ऐसे खान पान की ज़रूरत होती है जिससे उनके जज़्बात सर्द पड़ जाएं. सन्यासी की ज़रूरत अलग है और गृहस्थ की ज़रूरत अलग है लेकिन गृहस्थों को भी सन्यासियों ने वही खान पान बताया जो कि ख़ुद खाते थे. नतीजा यह हुआ कि घर घर में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और रूकावट की कमी जैसी समस्याएं खड़ी हो गईं. इस तरह की बातों ने भी दाम्पत्य जीवन को आनंद से वंचित किया है. नारी के कोमल मन को न जानने के कारण ही इस तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। यह अच्छी बात है कि अब इन पाबंदियों को भी दरकिनार किया जा रहा है. कंडोम और मांस की बढ़ती हुई बिक्री यही बताती है.
ईश्वर इस तरह की पाबंदियां लगाता ही नहीं है, जिन्हें लोग निभा न सकें.
आज कम्पटीशन का ज़माना है और लोग बेहतर का चुनाव करना चाहते हैं.
पहले इस्तेमाल करो और फिर विश्वास करो का नारा भी आज सबके कानों में पड़ रहा है.
पति अगर मुसलमान है तो संतान की इच्छा के बिना भी पत्नी के साथ अंतरंग समय बिता सकता है और अपने आहार की वजह से उसे चरम सुख के शीर्ष पर भी पहुंचा सकता है.

अपने प्रेम को पवित्र कैसे बनाएं ?
ख़त्ना का लाभ पति के साथ पत्नी को भी मिलता है. लिंग के अगले हिस्से को ढकने वाली खाल बचपन मे हटा दी जाती है ताकि वहां गंदगी के कण सड़कर बीमारियां न फैलाएं. जो औरतें बिना ख़त्ना वाले मर्दों के साथ रहती बसती हैं, उनके अंदर यही सड़न दाखि़ल हो जाती है और गर्भाशय कैंसर जैसी बहुत सी बीमारियां पैदा कर देती है. जिन औरतों का गर्भाशय निकाला जाता है, उनके पतियों के बारे में जाना जाए तो वे अधिकतर बिना ख़त्ना वाले होंगे. इस्लाम एक रहमत है लेकिन लोग इससे चिढ़कर अपना जीवन दुनिया में भी नर्क बना रहे हैं.
चरम सुख के शीर्ष पर औरत का प्राकृतिक अधिकार है और उसे यह उपलब्ध कराना उसके पति की नैतिक और धार्मिक ज़िम्मेदारी है.
प्रेम को पवित्र होना चाहिए और प्रेम त्याग भी चाहता है. ख़त्ना के ज़रिये फ़ालतू की खाल त्याग दी जाती है और इस त्याग के साथ ही प्रेम मार्ग पवित्र हो जाता है.
गर्भनाल भी काटी जाती है और बढ़े हुए बाल और नाख़ून भी शुद्धि और पवित्रता के लिए ही काटे जाते हैं. लिहाज़ा ख़त्ना पर ऐतराज़ केवल अज्ञानता है.
मुसलमान पति से मिलने वाले लाभ को हर घर में आम कर दिया जाए तो हर घर आनंद से भर जाएगा और नारी के मन पर किसी भौतिक अभाव का भी प्रभाव न पड़ेगा.
मुसलमानों को इल्ज़ाम न दो बल्कि जो वे देते हैं आप भी वही आनंद उपलब्ध कराइये.

एक दूसरे से अच्छी बातें सीखिए.
अच्छी बातें एक दूसरे से सीखने में कोई हरज नहीं है,
मुसलमान योग शिविर में जाते हैं और आसन सीखते हैं,
आप उनसे दाम्पत्य जीवन के आनंद का रहस्य जान लीजिए,
हक़ीक़त यह है कि पवित्र प्रेम में जो मज़ा आता है उसे अल्फ़ाज़ में बयान करना मुमकिन नहीं है.
ज़रा सोचिए कि आज मुसलमान को संदिग्ध बनाने की कोशिशें की जा रही हैं. शिक्षा और आय में उसे पीछे धकेला ही जा चुका है. इसके बावजूद भी जब एक लड़की अपना दिल हारना चाहती है तो वह एक मुसलमान युवक को ही क्यों चुनती है ?
जबकि आधुनिक साधन लेकर ख़ुद उसके समुदाय के युवक भी उसके आस पास ही घूम रहे हैं.

धर्म-मतों की दूरियां अब ख़त्म होनी चाहिएं. जो बेहतर हो उसे सब करें और जो ग़लत हो उसे कोई भी न करे और नफ़रत फैलाने की बात तो कोई भी न करे. सब आपस में प्यार करें. बुराई को मिटाना सबसे बड़ा जिहाद है.
जिहाद करना ही है तो सब मिलकर ऐसी बुराईयों के खि़लाफ़ जिहाद करें जिनके चलते बहुत सी लड़कियां और बहुत सी विधवाएं आज भी निकाह और विवाह से रह जाती हैं।
हम सब मिलकर ऐसी बुराईयों के खि़लाफ़ मिलकर संघर्ष करें.
आनंद बांटें और आनंद पाएं.
पवित्र प्रेम ही सारी समस्याओं का एकमात्र हल है.

बाडमेर, 20 जनवरी..आज की ताजा खबर.


 अल्पसंख्यक मामलात मंत्री खान विभिन्न 

स्थानों पर सेवा केन्द्र भवनों का लोकार्पण करेंगे


बाडमेर, 20 जनवरी। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक़्फ राज्यमंत्री अमीन खां जिले में विभिन्न स्थानों पर नवनिर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवनों का लोकार्पण करेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री खां 21 जनवरी को दोपहर 2.00 बजे जोधपुर से प्रस्थान कर वाया बाडमेर देताणी पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम करेंगे। वे 22 जनवरी को बाडमेर पंचायत समिति क्षेत्र में राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के साथ प्रातः 11.00 बजे खडीन, दोपहर 1.00 बजे चाडी, 2.30 बजे धारासर व 3.30 बजे रतासर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नवनिर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का लोकार्पण करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी करेंगे। खान 23 जनवरी को प्रातः 10.30 बजे बूठिया, दोपहर 12.00 बजे कंटल का पार, दोपहर 2.00 बजे रामसर, 4.00 बजे चाडार मदरूप ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नवनिर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवनों का लोकार्पण करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी करेंगे।

खान 24 जनवरी को चौहटन पंचायत समिति क्षेत्र में प्रातः 11.00 बजे भोजारिया, 1.00 बजे भाौभाला जेतमाल तथा 3.30 बजे नवातला जैतमाल ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नवनिर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का लोकार्पण करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी करेंगे। वे 25 जनवरी को देताणी से दोपहर 3.00 बजे प्रस्थान कर सायं 6.00 बजे जालोर पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम करेंगे। खान 26 जनवरी को प्रातः 9.00 बजे जालोर जिला मुख्यालय पर 63 वें गणतन्त्र दिवस के उपलक्ष में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ध्वजारोहण करेंगे व समारोह में भारीक होंगे। तत्पचात जालोर से दोपहर 2.00 बजे प्रस्थान कर देताणी पहुच रात्रि विश्राम करेंगे।

खान 27 जनवरी को िव पंचायत समिति क्षेत्र में प्रातः 11.00 बजे जैसिन्दर, दोपहर 12.00 बजे तामलोर, 2.00 बजे खारची व तीन बजे रेडाना ग्राम पंचायत मुख्यालय तथा 28 जनवरी को प्रातः 11.00 बजे बालासर, दोपहर 1.00 बजे नीमला, 2.00 बजे नागडदा तथा 3.00 बजे मोखाब कलां में नवनिर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का लोकार्पण करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी में करेंगे। इसके पचात वे 29 जनवरी को प्रातः 10.00 बजे देताणी से जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया आकस्मिक निरीक्षण

विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की, लेब टेक्नीाियन मिला अनुपस्थित


बाडमेर। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा करने और चिकित्सकों व कर्मिकों की उपस्थिति देखने के लिए भाुक्रवार को विभाग की जिलास्तरीय टीम ने आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान विभाग के मुखिया सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन और एडिनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने बायतु, बालोतरा, पचपदरा आदि एरिया में स्थित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों को जायजा लिया। अधिकारियों ने विभागीय लक्ष्यों की स्थिति देखी और अन्य रिपोर्ट भी खंगाली। भाुक्रवार को ब्लॉक स्तर पर भी उपस्थित एवं अनुपस्थित कर्मियों की जानकारी फोन के जरिए जुटाई गई। इस दौरान अनुपस्थित मिलने वाले कर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी किए जाएंगे।

जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि भाुक्रवार सुबह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन और अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में दो टीमों में बायतु, बालोतरा व सिवाणा ब्लॉक में निरीक्षण किया। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने पचपदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कल्याणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, समदड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और अजीत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान अजीत पीएचसी पर लैब टेक्नीाियन अनुपस्थित मिला, जिस पर उसके खिलाफ नोटिस जारी कर स्पिश्टकरण मांगा जाएगा। इसी तरह एडिनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने कवास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बायतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं ब्लॉक का निरीक्षण किया। टीम ने निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना, जननी िु सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण, मातृ एवं िु स्वास्थ्य सहित अन्य योजनाओं पर विस्तृत समीक्षा की और रिकॉर्ड जांचा। अधिकारियों ने सभी चिकित्सकों एवं कर्मियों को आवंटित परिवार कल्याण, टीकाकरण एवं अन्य विभागीय लक्ष्यों की समीक्षा करते हुए उन्हें भातप्रतित लक्ष्य अर्जित करने के लिए निर्दोित किया। अधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि लक्ष्य में किसी तरह की कोताही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

तीन केंद्रों पर नसबंदी कैंप

बाडमेर। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भाुक्रवार को तीन स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार कल्याण संबंधी नसबंदी िविरों का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने बताया कि भाुक्रवार को गडरा रोड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, धोरीमन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जसोल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी िविर लगाए गए।




राजस्व मंत्री चौधरी आज नाकोडा आएगें

बाड़मेर, 20 जनवरी। राजस्व, उपनिवोन एवं जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी आज नाकोडा आएगें।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व मंत्री चौधरी 21 जनवरी को प्रातः 830 बजे जोधपुर से प्रस्थान कर प्रातः 9.30 बजे नाकोडा पहुंचेगे। जहां वे राश्ट्रीय चार्टर्ड एकाउन्टेंट सम्मेलन का भाुभारम्भ करेंगे तथा रात्रि विश्राम बाडमेर में करेंगे। वे 22 जनवरी को प्रातः 11.00 बजे खडीन, दोपहर 1.00 बजे चाडी, 2.00 बजे धारासर व 3.30 बजे रतासर में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का उद्घाटन करेंगे तथा रात्रि विश्राम बाडमेर में करेंगे।

चौधरी 23 जनवरी को प्रातः 9.30 बजे बाडमेर से प्रस्थान कर प्रातः 11.00 बजे रामजी का गोल पहुंचेगे तथा नर्मदा नहर से संबंधित किसानों की समस्याओं की सुनवाई करेंगे एवं किसान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे तथा रात्रि विश्राम सांचोर में करेंगे। चौधरी 24 जनवरी को सांचोर में नर्मदा नहर परियोजना के कार्यो का निरीक्षण करने के बाद रात्रि विश्राम बाडमेर में करेंगे। वे 25 जनवरी को दोपहर 2.30 बजे एमबीसी राजकीय महिला महाविद्यालय बाडमेर में संभाग स्तरीय राश्ट्रीय सेवा योजना सेमीनार के समापन समारोह में हिस्सा लेंगे। इसके पचात वे जैसलमेर के लिए प्रस्थान कर जाएगें।

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अंहिसा सर्किल से लक्ष्मी बाजार

तक वन वे यातायात घोशित


बाडमेर, 20 जनवरी। जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदो जारी कर बाडमेर भाहर के अंहिसा सर्किल/स्टोन रोड से सदर बाजार, सब्जी मण्डी, लक्ष्मी बाजार तक वन वे यातायात घोशित किया है।

जिला मजिस्ट्रेट डॉ. प्रधान ने बताया कि बाडमेर भाहर में सब्जी मण्डी, सदर बाजार व लक्ष्मी बाजार की सडके संकडी होने से यातायात का भारी दबाव बना होने से यातायात व्यवस्था बनाये रखने हेतु वन वे यातायात घोशित किया गया है। उन्होने बताया कि बाडमेर भाहर के अंहिसा सर्किल/ स्टोन रोड की तरफ से आने वाले तिपहिया/चारपहिया वाहन गांधी चौक, सदर बाजार, सब्जी मण्डी, लक्ष्मी बाजार तक जाने व सब्जी मण्डी से गांधी चौक आने वाले वाहनों पर रोक लगाते हुए प्रातः 9.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक वन वे यातायात घोशित किया गया है।

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सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना

जिला स्तरीय समिति का गठन


बाडमेर, 20 जनवरी। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना की समीक्षा हेतु जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली ने बताया कि जिला स्तरीय समिति में अधिाी अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग, जोविविनिलि, सार्वजनिक निर्माण विभाग (जिले के समस्त खण्ड), मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अधिशी अधिकारी नगर पालिका (समस्त) व विकास अधिकारी पंचायत समिति(समस्त) सदस्य तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। उन्होने बताया कि उक्त समिति की बैठक सोमवार 23 जनवरी को दोपहर 12.00 बजे आयोजित की जाएगी।

लारा-भूपति के घर आई नन्‍ही परी

 

बॉलीवुड अभिनेत्री लारा दत्ता और टेनिस स्टार महेश भूपति के घर शुक्रवार को बेटी का जन्म हुआ। महेश ने अभिषेक बच्चन की तरह ट्विटर पर अपनी बेटी के आगमन की खबर दी। महेश ने अपने अकाउंट पर लिखा है "हमारे घर बेटी का आगमन हुआ है।" लगभग इसी तरह के संदेश के साथ अभिषेक ने नवम्बर में अपने घर बेटी के जन्म की खबर दी थी।

लारा के एक करीबी सूत्र का कहना है कि मां और बेटी पूरी तरह स्वस्थ हैं। लारा ने बीते वर्ष फरवरी में महेश के साथ शादी की थी। इस जोड़ी को पहली संतान होने पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है।

प्रसूति के लिए जाने से पहले लारा अंतिम बार मुम्बई में परमेश्वर गोदरेज के घर पर मशहूर टॉक शो प्रस्तोता ओपराह विनफ्रे के सम्मान में सोमवार को आयोजित समारोह में दिखी थीं।
जब लारा दत्‍ता प्रेग्‍नेंट थीं तो मीडिया में इस तरह की खबरें थीं कि लारा चाहती है कि उन्‍हें पहली औलाद के रूप में बेटा हो लेकिन महेश भूपति बेटी चाहते थे।

सडक सुरक्षा अभियान अपने परवान पर, छठे दिन 82 चालान काटें ।


सडक सुरक्षा अभियान अपने परवान पर, छठे दिन 82 चालान काटें । 

जैसलमेर जिले में वाहन दुर्घटनाओं के दृष्टिगत इस पर प्रभावी रोकथाम हेतु जिला पुलिस द्वारा सडक सुरक्षा सप्ताह का अभियान दिनांक 16 जनवरी से प्रारंभ किया गया हैं ।जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई,ने बताया कि : अभियान के छठे दिन यातायात शाखा जैसलमेर द्वारा 24, यातायात शाखा पोकरण द्वारा 10, पुलिस थाना जैसलमेर द्वारा 13, पुलिस थाना पोकरण द्वारा 04, पुलिस थाना सांकडा द्वारा 01, पुलिस थाना फलसूण्ड द्वारा 04, पुलिस थाना नोख द्वारा 01, पुलिस थाना रामग द्वारा 05, पुलिस थाना खुहडी द्वारा 03, पुलिस थाना मोहनग द्वारा 05, पुलिस थाना झिझनियाली द्वारा 05, पुलिस थाना सम द्वारा 02 तथा पुलिस थाना नाचना द्वारा 05 वाहनों के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की जाकर चालान काटे गये । इस प्रकार सडक सुरक्षा अभियान के तहत छठे दिन पुरे जिले में कुल 82 वाहनों के चालान काटे गये । सडक सुरक्षा सप्ताह के दौरान इस अभियान में ओवरलोडिंग वाहन, नो पार्किग वाहनों, शराब पीकर वाहन चलाने वाले, बिना हेलमेट पहने व तेज गति से वाहन चलाने वालें वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस द्वारा मोटर वाहन एक्ट के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा रही हैं, अभियान के चलते लोगों में यातायात व्यवस्था के प्रति सुधार साफ झलक रहा हैं तथा लोगों में खासकर हेलमेट के प्रति जागरुकता बी हैं ।

राजस्थानी राखिये रैसी राजस्थानी


राजस्थानी राखिये रैसी राजस्थानी 



बाड़मेर। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति तथा राजस्थानी मोटियार परिषद के तत्वाधान में रा.मा.वि. अन्तरीदेवी में शुक्रवार को म्हारी जुबान रो खोलो तालों पोस्टकार्ड अभियान कार्यक्रम के तहत राजस्थानी रो हैलो कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यालय में आयोजित राजस्थानी रो हैलो कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा में जो मिठास है वो अन्य भाषाओं में नही। आज 8 करोड़ राजस्थानीयों की मांग है कि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिले। जिसके लिये राजस्थान के हर जिले में अभियान चलाकर आमजन को राजस्थानी भाषा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होने कहा कि संविधान में छोटीमोटी भाषाओं को मान्यता मिली है। मगर वृहद स्तर पर बोली जाने वाली हमारी मायड़ भाषा राजस्थानी को अभी तक संवैधानिक मान्यता नही मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। समारोह को सम्बोधित करते हुए इन्द्रप्रकाश पुरोहित ने कहा कि बाड़मेर से जो आवास राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये उठी है जो राजस्थान के समस्त जिलों सहित सांसदों के माध्यम के समस्त जिलों में सहित सांसदों के माध्यम से संसद तक पहुंच चुकी है। उन्होने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने से आम राजस्थनी को फायदा होगा। समोराह को सम्बोधित करते हुए एडवोकेट रमेश गौड़ ने कहा कि राजस्थानी भाषा को पूरा विश्व सम्मान की दृष्टि से देखता है। राजस्थानी भाषा में लिये ग्रंथ आज भी पॄे जा रहे है। उन्होने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये चलाए जा रहे अभियान से आमजन में जागृति आई है। एक स्वर से सभी राजस्थानीवास राजस्थानी को मान्यता देने की बात करने लगे है। इस अवसर पर जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता ने कहा कि मायड़ भाषा मॉ के समान है। जिसे हमे संवैधानिक सम्मान दिलाना है। समिति संयोजक चन्दनसिंह भाटी ने बाड़मेर में सघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी प्रदान की। समिति के संयोजक एडवोकेट विजय कुमार ने कहा कि राजस्थानी राखिए दैसी राजस्थानी, हमे अपनी मायड़ भाषा के प्रति पूरा मान सम्मान रखना होगा। पाश्चात्य भाषाओं के फेर में पड़ने की बजाए राजस्थानी भाषा को पूर्णतः अपनाना होगा। इस अवसर पर प्राचार्य श्रीमती राजेश्वरी वैरवा ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए चलाए जा रहे अभियान को पूरा समर्थन व सहयोग दिया जाएगा। इस अवसर पर मोटियार परिषद के पाटवी रघुवीरसिंह तामलोर, भूतपूर्व सरपंच गागरिया जीवाराम, नगरअध्यक्ष रमेशसिंह इन्दा ने भी अपनी बात कही। विद्यालय की छात्राओं ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम पोस्टकार्ड लिख राजस्थानी भाषा को मान्यता ने गुहार की। कार्यक्रम का संचालन रघुवीरसिंह तामलोर ने किया।