राजस्थानी राखिये रैसी राजस्थानी
बाड़मेर। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति तथा राजस्थानी मोटियार परिषद के तत्वाधान में रा.मा.वि. अन्तरीदेवी में शुक्रवार को म्हारी जुबान रो खोलो तालों पोस्टकार्ड अभियान कार्यक्रम के तहत राजस्थानी रो हैलो कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यालय में आयोजित राजस्थानी रो हैलो कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा में जो मिठास है वो अन्य भाषाओं में नही। आज 8 करोड़ राजस्थानीयों की मांग है कि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिले। जिसके लिये राजस्थान के हर जिले में अभियान चलाकर आमजन को राजस्थानी भाषा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होने कहा कि संविधान में छोटीमोटी भाषाओं को मान्यता मिली है। मगर वृहद स्तर पर बोली जाने वाली हमारी मायड़ भाषा राजस्थानी को अभी तक संवैधानिक मान्यता नही मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। समारोह को सम्बोधित करते हुए इन्द्रप्रकाश पुरोहित ने कहा कि बाड़मेर से जो आवास राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये उठी है जो राजस्थान के समस्त जिलों सहित सांसदों के माध्यम के समस्त जिलों में सहित सांसदों के माध्यम से संसद तक पहुंच चुकी है। उन्होने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने से आम राजस्थनी को फायदा होगा। समोराह को सम्बोधित करते हुए एडवोकेट रमेश गौड़ ने कहा कि राजस्थानी भाषा को पूरा विश्व सम्मान की दृष्टि से देखता है। राजस्थानी भाषा में लिये ग्रंथ आज भी पॄे जा रहे है। उन्होने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये चलाए जा रहे अभियान से आमजन में जागृति आई है। एक स्वर से सभी राजस्थानीवास राजस्थानी को मान्यता देने की बात करने लगे है। इस अवसर पर जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता ने कहा कि मायड़ भाषा मॉ के समान है। जिसे हमे संवैधानिक सम्मान दिलाना है। समिति संयोजक चन्दनसिंह भाटी ने बाड़मेर में सघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी प्रदान की। समिति के संयोजक एडवोकेट विजय कुमार ने कहा कि राजस्थानी राखिए दैसी राजस्थानी, हमे अपनी मायड़ भाषा के प्रति पूरा मान सम्मान रखना होगा। पाश्चात्य भाषाओं के फेर में पड़ने की बजाए राजस्थानी भाषा को पूर्णतः अपनाना होगा। इस अवसर पर प्राचार्य श्रीमती राजेश्वरी वैरवा ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए चलाए जा रहे अभियान को पूरा समर्थन व सहयोग दिया जाएगा। इस अवसर पर मोटियार परिषद के पाटवी रघुवीरसिंह तामलोर, भूतपूर्व सरपंच गागरिया जीवाराम, नगरअध्यक्ष रमेशसिंह इन्दा ने भी अपनी बात कही। विद्यालय की छात्राओं ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम पोस्टकार्ड लिख राजस्थानी भाषा को मान्यता ने गुहार की। कार्यक्रम का संचालन रघुवीरसिंह तामलोर ने किया।
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