शनिवार, 21 जनवरी 2012

दुर्घटना में छात्र की मौत से गांव में पसरा सन्नाटा

दुर्घटना में छात्र की मौत से गांव में पसरा सन्नाटा
 

सिणधरीसुबहके समय वह घर से खुशी-खुशी स्कूल निकला। मां ने बड़े लाड-प्यार से उसे तैयार कर विदा किया। कुछ ही देर में टैंपो के पेड़ से टकराने व उसकी मौत की सूचना ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे कस्बे को झकझोर दिया। छात्र विशनाराम की मौत की सूचना जैसे ही परिजनों को मिली घर में कोहराम मच गया। पिता चैनाराम व मां का रो-रोकर बुरा हाल था। विशनाराम की तीनों बहनें और दोनों भाई भी बिलख रहे थे। बहनें अपने भाइयों को ढांढस दिला रही थी। घर में रोने-चिल्लाने की आवाज को सुन आस पड़ोस में रहने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसे की सूचना पूरे कस्बे में फैल गई जिससे कस्बे में सन्नाटा पसर गया। बुजुर्ग महिलाएं विशनाराम की मां के सिर पर हाथ फेरते हुए कह रही थी कि ईश्वर को शायद यही मंजूर था। अब हिम्मत रखो। 

वहीं घर के बाहर जमा भीड़ विशनाराम की बहिनों और भाइयों को ढांढस बंधाते हुए कह रहे थे कि चुप हो जाओ बेटा तबीयत बिगड़ जाएगी। परिजनों की चीत्कार सुन ग्रामीणों के आंखों से भी आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे थे।

बातें कर रहे थे मास्टर साहब: हादसे में घायल छात्र कैलाश ने बताया संस्था प्रधान टैंपो चलाते समय बातें कर रहे थे। इस बीच अचानक टैंपो खेजड़ी से टकरा गया।

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