टूटने से बच गई गृहस्थी
बालोतरा। बरसों से रिश्तों में आई कड़वाहट चंद पलों में दूर हो गई और टूटने के कगार पर पहुंची अल्ताफ व अल्लारक्खी की गृहस्थी सलामत रह गई। लोक अदालत में राजीनामे के बाद अल्ताफ ने अपनी हमराह के गले में फूलों की माला पहनाई। अल्लारक्खी की आंखें खुशी के मारे छलछला आई। उसने भी अपने शौहर अल्ताफ को फूलों का हार पहनाया। दोनों ने एक दूसरे का मुंह मीठा करवाया।
बालोतरा निवासी अल्लारक्खी बानो का निकाह सिणधरी निवासी अल्ताफ के साथ हुआ था। घरेलू कलह ने दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट पैदा कर दी। दरार इतनी बढ़ गई कि मामला पुलिस तक पहंुच गया।
अल्ताफ के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, घरेलू महिला हिंसा अधिनियम व जीवन निर्वहन भत्ता के तीन मामले दर्ज हो गए। पिछले दो वर्ष से ये प्रकरण एसीजेएम न्यायालय में विचाराधीन थे। कोर्ट कचहरी के चक्कर से दोनों पक्ष आर्थिक व मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे थे। शुक्रवार को लोक अदालत के दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल के समक्ष यह प्रकरण पेश किया गया। परिवादी की ओर से एडवोकेट सुरेश नारायण खारवाल व अप्रार्थी की ओर से एडवोकेट मुनीर अली पठान ने भी राजीनामे में सहयोग दिया।
न्यायाधीश ने दोनों पक्षों से समझाइश की। राजीनामे के बाद अल्ताफ व अल्लारक्खी को प्रेमपूर्वक दांपत्य जीवन बिताने की सलाह के साथ विदा किया गया। इस जोड़े ने वादा किया कि वे जिंदगी भर एक दूसरे के सुख दु:ख में हम सफर बनकर जीवन बिताएंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट टे्रक गणेशाराम, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गबरूदीन मोयल, न्यायिक मजिस्टे्रट नवीन मीणा भी मौजूद रहे।
लोक अदालत में 1232 प्रकरणों की सुनवाई
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जिले में पांच दिवसीय मेगा लोक अदालत का आयोजन शुक्रवार को हुआ। जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल की अध्यक्षता में आयोजित लोक अदालत के दौरान 1232 प्रकरणों की सुनवाई की गई। 279 प्रकरण आपसी राजीनामे से निस्तारित करवाए गए। शुक्रवार को बालोतरा न्यायालय में आयोजित लोक अदालत के दौरान लंबे समय से चल रहे पारिवारिक प्रकरण में राजीनामा किया गया।
एमएसीटी के 6 प्रकरणों में 4264221 रूपए का अवार्ड पारित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट टे्रक गणेशाराम, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गबरूदीन मोयल, न्यायिक मजिस्टे्रट नवीन मीणा सहित जिले के न्यायालयों के समस्त न्यायिक अधिकारियों ने अपने-अपने न्यायालयों की लंबित पत्रावलियों मे सुनवाई की। सदस्य हुलास बाफना, नारायणसिंह भाटी, इंद्रकौर व्यास, बार एसोसिएशन अध्यक्ष भूराराम चौधरी, अधिवक्ता लादूराम चौधरी, सुरेशनारायण खारवाल, प्रेमसिंह, चंद्रप्रकाश गुप्ता, संतोष कुमार भंसाली, देवीसिंह, राजेंद्रसिंह कंवरली, श्रीमती सोनिया गौड़ ने भी पक्षकारानों में राजीनामे के लिए सक्रिय सहयोग दिया।
बालोतरा। बरसों से रिश्तों में आई कड़वाहट चंद पलों में दूर हो गई और टूटने के कगार पर पहुंची अल्ताफ व अल्लारक्खी की गृहस्थी सलामत रह गई। लोक अदालत में राजीनामे के बाद अल्ताफ ने अपनी हमराह के गले में फूलों की माला पहनाई। अल्लारक्खी की आंखें खुशी के मारे छलछला आई। उसने भी अपने शौहर अल्ताफ को फूलों का हार पहनाया। दोनों ने एक दूसरे का मुंह मीठा करवाया।
बालोतरा निवासी अल्लारक्खी बानो का निकाह सिणधरी निवासी अल्ताफ के साथ हुआ था। घरेलू कलह ने दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट पैदा कर दी। दरार इतनी बढ़ गई कि मामला पुलिस तक पहंुच गया।
अल्ताफ के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, घरेलू महिला हिंसा अधिनियम व जीवन निर्वहन भत्ता के तीन मामले दर्ज हो गए। पिछले दो वर्ष से ये प्रकरण एसीजेएम न्यायालय में विचाराधीन थे। कोर्ट कचहरी के चक्कर से दोनों पक्ष आर्थिक व मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे थे। शुक्रवार को लोक अदालत के दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल के समक्ष यह प्रकरण पेश किया गया। परिवादी की ओर से एडवोकेट सुरेश नारायण खारवाल व अप्रार्थी की ओर से एडवोकेट मुनीर अली पठान ने भी राजीनामे में सहयोग दिया।
न्यायाधीश ने दोनों पक्षों से समझाइश की। राजीनामे के बाद अल्ताफ व अल्लारक्खी को प्रेमपूर्वक दांपत्य जीवन बिताने की सलाह के साथ विदा किया गया। इस जोड़े ने वादा किया कि वे जिंदगी भर एक दूसरे के सुख दु:ख में हम सफर बनकर जीवन बिताएंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट टे्रक गणेशाराम, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गबरूदीन मोयल, न्यायिक मजिस्टे्रट नवीन मीणा भी मौजूद रहे।
लोक अदालत में 1232 प्रकरणों की सुनवाई
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जिले में पांच दिवसीय मेगा लोक अदालत का आयोजन शुक्रवार को हुआ। जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल की अध्यक्षता में आयोजित लोक अदालत के दौरान 1232 प्रकरणों की सुनवाई की गई। 279 प्रकरण आपसी राजीनामे से निस्तारित करवाए गए। शुक्रवार को बालोतरा न्यायालय में आयोजित लोक अदालत के दौरान लंबे समय से चल रहे पारिवारिक प्रकरण में राजीनामा किया गया।
एमएसीटी के 6 प्रकरणों में 4264221 रूपए का अवार्ड पारित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट टे्रक गणेशाराम, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गबरूदीन मोयल, न्यायिक मजिस्टे्रट नवीन मीणा सहित जिले के न्यायालयों के समस्त न्यायिक अधिकारियों ने अपने-अपने न्यायालयों की लंबित पत्रावलियों मे सुनवाई की। सदस्य हुलास बाफना, नारायणसिंह भाटी, इंद्रकौर व्यास, बार एसोसिएशन अध्यक्ष भूराराम चौधरी, अधिवक्ता लादूराम चौधरी, सुरेशनारायण खारवाल, प्रेमसिंह, चंद्रप्रकाश गुप्ता, संतोष कुमार भंसाली, देवीसिंह, राजेंद्रसिंह कंवरली, श्रीमती सोनिया गौड़ ने भी पक्षकारानों में राजीनामे के लिए सक्रिय सहयोग दिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें