ऑपरेशन सर्द हवा बुधवार से शुरू
राजस्थान से सटी पाकिस्तान सीमा पर रात में सर्द हवा और कोहरा गहराने से चौकसी करना बीएसएफ के लिए चुनौती भरा साबित हो रहा है। कड़कड़ाती सर्दी में जवानों को चुस्त रखने के लिए बीएसएफ का ऑपरेशन अलर्ट(ऑपरेशन सर्द हवा) बुधवार से शुरू हो गया। इस दौरान बीएसएफ के आईजी से लेकर कमांडेंट तक बॉर्डर पर रहकर जवानों का मनोबल बढ़ाएंगे और सीमा प्रबंधन को नए सिरे से मजबूत करेंगे।
बाड़मेर से गंगानगर तक पाकिस्तान से सटी सीमा पर रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक सर्द हवा के साथ घना कोहरा होने से तारबंदी के उस पार देखना तो दूर, जवानों को एक-दूसरे को भी देख पाना मुश्किल हो रहा है। पाला पडऩे से सर्दी ओर बढ़ गई है। ऐसे हालात में आठ से दस घंटे रात के समय खुले आसमान के नीचे तारबंदी और निगरानी टॉवर पर चौकसी करने वाले जवान अत्याधुनिक उपकरणों की मदद ले रहे हैं।
विशेषकर सेंसर थर्मल की मदद ली जा रही है, ताकि किसी के घुसपैठ का प्रयास करने पर बीएसएफ के जवान अलर्ट हो सकें। बॉर्डर पर पानी जमने के साथ सर्द हवा चलने की वजह से बीएसएफ जवान बर्फीले पहाड़ों पर पहनी जाने वाली केमोफ्लैग पोशाक पहनकर पहरेदारी कर रहे हैं। बीएसएफ डीआईजी आरसी ध्यानी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी राजस्थान बॉर्डर पर बुधवार से ऑपरेशन अलर्ट शुरू हो गया है। इस दौरान विशेष चौकसी के साथ अधिकारी बार्डर पर जवानों के साथ रात बिताकर उनका मनोबल बढ़ाएंगे।
मोहाली।। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन की पत्नी रह चुकीं अनुराधा बाली उर्फ फिजा की चंडीगढ़ के पास स्थित निवास पर उनके पड़ोसियों ने पिटाई कर दी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि हरियाणा की पूर्व सहायक महाधिवक्ता फिजा के माथे में गंभीर चोटें आयी हैं और उन्हें चंडीगढ़ के एक सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। फिजा ने कथित तौर पर अपने निवास के बाहर एक पार्क में खेल रहे कुछ बच्चों की पिटाई कर दी थी। इससे नाराज छह-सात पड़ोसियों ने फिजा की पिटाई की। हमलावरों में महिलाएं भी थीं।
इसके पहले भी फिजा के अपने पड़ोसियों से झगड़े होता रहे हैं और एक बार पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी लिया था।
फिजा कुछ साल पहले उस समय चर्चा में आयी थीं जब उन्होंने चंद्रमोहन उर्फ चांद मोहम्मद से विवाह किया था। बाद में चंद्रमोहन ने उनसे तलाक ले लिया और पहली पत्नी के पास लौट गए थे।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद देश में मचे राजनीतिक बवाल के बीच आज सरकार और सेना खुलकर आमने-सामने आ गई है जिससे न्यायपालिका,विधायिका और सेना तीनों के बीच गंभीर टकराव पैदा हो गया है।
सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने मेमोगेट कांड पर उनके बयान को गैर कानूनी बताने सम्बन्धी प्रधानमंत्नी युसुफ रजा गिलानी के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धमकी दी कि इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं। उनकी इस धमकी के जवाब में गिलानी ने रक्षा सचिव खालिद नईम लोधी को बर्खास्त कर दिया।
शासन तंत्न के विभिन्न स्तंभों के बीच टकराव की स्थिति पर विचार करने के लिए कल सरकार ने जहां संसद का आपात सत्न बुलाया गया है वहीं सेना प्रमुख ने कोर कमांडरों की आपात बैठक बुलाई है। इन गंभीर परिस्थतियों के बीच गिलानी ने आज रात राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने मेमोगेट कांड मे पहले से ही फंसे राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दोबारा शुरू करने के उसके आदेश के उल्लंघन पर कल गिलानी के खिलाफ सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्हें बर्खास्त किया जा सकता है क्योंकि उन्होनें न्यायालय का आदेश लागू न करके असंवैधानिक काम किया है।
उधर गिलानी ने कहा था कि मेमोगेट मामले पर जनरल कयानी और खुफिया प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में जो बयान दिया है वह गैरकानूनी है क्योंकि दोनों ने इसके लिए सक्षम प्राधिकरण से पूर्व अनुमति नही ली थी।
जनरल कयानी ने गिलानी के इस बयान पर कड़ी टिप्पणी करते हुए चेतावनी दी कि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होने एक बयान जारी करके कहा कि गिलानी ने उनके और खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख जनरल शुजात अहमद पाशा जो आरोप लगाए हैं उससे गंभीर आरोप और कुछ नहीं हो सकता। उन्होने दोनों पर देश के संविधान के उल्लंघन का आरोप लगाया है जो निहायत ही
दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रधानमंत्नी ने बयान जारी करके कहा कि लोधी को इसलिए बर्खास्त किया गया है क्योंकि उन्होने गंभीर कदाचार और गैरकानूनी काम किया है जिससे देश की संस्थाओं के बीच गलतफहमी पैदा हो गई है। लेफ्टिनेंट जनरल(सेवानिवृत्त)लोधी को जनरल कयानी का करीबी माना जाता है।
इससे पहले केंद्रीय कैबिनेट की आज हुई बैठक में गिलानी और जरदारी के नेतृत्व के प्रति पूरी आस्था व्यक्त की गई। गिलानी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कुछ मंत्नियो ने राष्ट्रीय सौहाद्र्र्र अध्यादेश पर न्यायालय का आदेश लागू करने की सलाह दी तो अन्य ने कहा कि देश में संसद ही सर्वोच्च है।
इस बीच जरदारी ने इन खबरों का खंडन किया कि वह इस्तीफा देने को तैयार हैं।
ग़ौरतलब है कि रक्षा सचिव लैफ्टीनेंट जनरल नईम ख़ालिद ने 15 दिसंबर 2011 को सुप्रीम कोर्ट में कथित मेमो विवाद के मामले की सुनवाई के दौरान बताया था कि उनके मंत्रालय का पाकिस्तानी सेना और ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई पर कोई नियंत्रण नहीं है।
नईम ख़ालिद लोधी के बयान की सरकार से कड़ी प्रतिक्रिया की थी और प्रधानमंत्री यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने संसद को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार और सेना के बीच कोई मतभेद नहीं हैं।
इस विवाद की वजह से अमरीका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक़्क़ानी को इस्तीफ़ा देना पड़ा था।
पोकरण में सरपंच एवं ग्राम सेवक के विरूद्ध धोखाधडी के मुकदमे दर्ज
जैसलमेर जैसलमेर जिले के पोकरण थाना क्षेत्र में एक सरोपंच सहित ग्रामसेवक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया पुलिस कप्तान ममता विश्नोई ने बताया की रामचन्द्र पुत्र चैनसुख व्यास नि0 पोकरण हाल ग्राम सेवक गोमट एवं इस्माईल खॉ पुत्र बच्चूखॉ हाल सरपंच गोमट के द्वारा आवास योजना में सरकारी धन का दुरूपयोग करने व अपने चहेतो को लाभ पहॅूचाने पर दोनो के विरूद्ध प्रार्थी दीनमोहम्मद पुत्र ईस्माईलखॉ मुसलमान नि0 गोमट एवं मंजूरदीन पुत्र अंता मोहम्मद मुसलमान नि0 गोमट द्वारा आज दिनांक 11.01.2012 को पुलिस थाना पोकरण में रिपोर्ट पेश करने पर ग्राम सेवक एवं सरपंच के विरूद्ध थाना में धारा 420 भादस के तहत धोखाधडी का मुकदमा दर्ज किया। श्री हमीरसिंह उनि पुलिस थाना पोकरण द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है।
दुर्घटना में दो जवान घायल
पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में जैसलमेरबाडमेर रोड पर जैसलमेर जैसलमेर से बीएसएफ जा रही टैक्सी को बोलरो सं0 आरजे 15 टीए 0111 के चालक द्वारा लापरवाही व तेजगति से चलाकर टक्कर मारने से टैक्सी चालक हजाराम पुत्र बालाराम भील नि0 चूना की ाणी जैसलमेर व टैक्सी में सवार बीएसएफ के दो जवान घायल हो गये। तीन जैर इलाज स्थानिय चिकित्सालय में भर्ती हैं।
गजल गायक मेहंदी हसन की हालत खराब
कराची। मशहूर गजल गायक मेहंदी हसन की हालत काफी बिगड़ गई हैं। मंगलवार रात को कराची के आगा खान अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया हैं। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालात काफी ज्यादा खराब हैं। बताया जा रहा है कि मेहंदी हसन के फेफ ड़े में संक्रमण हो गया हैं। इसके अलावा पीठ के घावों से भी वें जूझ रहे हैं।
उनके बेटे ने बताया कि पिछले ढाई साल से वह ट्यूब के जरिए खा- पी रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनकी पिछली एक माह से आवाज भी बंद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए वह भारत आना चाहते थे, लेकिन उनकी यह ख्वाहिश अब कभी पूरी नहीं हो पाएगी। डाक्टरों ने उन्हें यात्रा करने से सख्ती से मना किया है।
कहा जा रहा है कि उनके इलाज का पूरा खर्च पाकिस्तान सरकार उठा रही हैं। अस्पताल में इलाज के दौरान करीब 45 लाख रूपए का बकाया हैं। राजस्थान में झुंझून में जन्में मेहंदी हसन फरवरी 2010 में भारत आने वाले थे। उन्होंने लता मंगेशकर, दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन से मिलने की इच्छा जताई थी। 2008 में भी उन्हें भारत आना था, लेकिन मुंबई पर आंतकी हमले के बाद उनका दौरा रद्द् हो गया था।
श्रीगंगानगर मूंगफली, गजक और रेवड़ी सबकी पसंद है। ठंड बढऩे के साथ ही इनकी मांग भी बढ़ गई है। बाजारों में देर रात तक जगह-जगह मूंगफली व गजक की रेहडिय़ा दिखने लगीं। व्यापारियों ने भी लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार के गजक और रेवडिय़ा तैयार कराए हैं। इसमें गुड़ की तिलपट्टी, मूंगफली लाई, मावा बाटी, स्पेशल गजक पराठा, रेवड़ी, तिल्ली मावा, मिक्स तिली, गजक रोल आदि की डिमांड खूब है। लोग भी खरीदारी के लिए दुकानों पर पहुंच रहे हैं। दुकानदार राजकुमार गंभीर ने बताया कि इस बार गजक की बिक्री में खूब इजाफा हुआ है। गजक के साथ रेवड़ी, मूंगफली के साथ दाने की भी मांग बढ़ी हैं। गुणकारी है मूंगफली
मूंगफली गुणों का खजाना है। इसमें बादाम जैसे पौष्टिक तत्व होते हैं। साथ ही सर्दी से बचने में भी कारगर सिद्ध होती है। ये कहना है डॉक्टर सुंदरलाल जोशी का। उन्होंने बताया कि मूंगफली में फैट की मात्रा सबसे अधिक होती है। इसलिए यह सर्दी के मौसम में शरीर की त्वचा को रूखी नहीं होने देती। इसमें विटामिन बी-3 की मात्रा पाई जाती है।
राजस्थानी पत्र-पत्रिकाओं के लिए सहयोग राशि घोषित
बीकानेर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर ने वर्ष 2005 से 2010 के बीच राजस्थानी भाषा में प्रकाशित 27 पुस्तकों को 1,01,500 रुपए की सहयोग राशि घोषित की है।
राजस्थानी भाषा का आंशिक साहित्य प्रकाशित करने वाली पत्र-पत्रिकाओं के लिए भी 75,000 रुपए की सहयोग राशि दी गई है। अकादमी अध्यक्ष श्याम महर्षि एवं सचिव पृथ्वीराज रतनू ने बताया कि इस संबंध में हुई प्रकाशन सहयोग व पत्र-पत्रिका सहयोग उप समिति की बैठक में अकादमी अध्यक्ष सहित गोरधन सिंह शेखावत सीकर, भवानी शंकर व्यास विनोद, रवि पुरोहित बीकानेर, श्याम सुंदर भारती जोधपुर, जेबा रसीद जोधपुर, नीरज दइया सूरतगढ़ ने भाग लिया। पांडुलिपि सहयोग राशि के लिए उप समिति की बैठक शीघ्र ही बुलाई जाएगी। पुस्तकों को ढाई से पांच हजार तक का सहयोग : कथा-गुच्छ, रतन राहगीर 2,500 रु., होली री धमाळां, भंवर लाल महरिया 3,000 रु., लाडेसर बणज्यावां , राजकुमार जैन 2,500 रुपए, म्हारी धरती, श्रीभगवान सैनी 2,500 रु., मिनख री ओलखाण, दुर्गादान खिडिय़ा 3,000 रु., धोरां धोरां पाळां पाळां, देवदास रांकावत 4,500 रु., भारत रौ सिरमौड़, सरदार अली परिहार 5,000 रु., कुसुम संतो, मोहन थानवी 3,000 रु. अमर ओळूं, सांवलदान बारहठ 3500 रु., लाम्बीनाक, सूरज सिंह पंवार 4,000 रु., ठावा लोग, ठावी बातां, हरमन चौहान 4,500 रु., सुणले भायला, डॉ. रामकुमार घोटड़ 4,500 रु., मगरां माथे चढ देखो, शांति लाल दाधीच 4,000 रु., अंतस री ओळियां, अर्जुन सिंह पार्थ 4,000 रु., धर नेड़ा मन आंतरा, रूप सिंह राठौड़ 4,000 रु., उजास, बनवारी लाल शर्मा 4,000 रु., गदीड़, बैजनाथ पंवार 4,500 रु. सुपनो वासवदत्ता रो, देवकरण जोशी 4,000 रु., थांरी-म्हारी, बजरंग लाल जेठू 3,000 रु. गीत काव्य रो गुलदस्तों, राधेश्याम जोशी 3,500 रु., हथलेवौ, पन्नालाल कटारिया 4,500 रु., धान कथावां, सत्य नारायण सोनी 3,500 रु., प्रेम प्रतिज्ञा, माधुरी मधु 4,000 रु., मन रा मोती, अर्जुन सिंह राजपुरोहित 3,500 रु., तन जावै तनोट न जावै, पं. भंवर व्यास 4,500 रु., परम पुरख रो पाणि-पीडण, डॉ. बदरी नारायण दीक्षित 3,000 रु., मुजरो करै अकास, श्याम सुंदर भारती 5,000 रु. का सहयोग घोषित किया गया है।
पत्र-पत्रिकाओं को चार से नौ हजार तक का सहयोग : कोलकाता की नैणसी बिहरी की कुरजां व बीकानेर के युगपक्ष को नौ-नौ हजार, बीकानेर की राजस्थानी गंगा, पिलानी की बिणजारो को आठ-आठ हजार, डीडवाना की ओळख को सात हजार, बिसाऊ की वरदा, सूरतगढ़ की सूरतगढ़ टाइम्स को छह-छह हजार, हनुमान की टाबर टोली को पांच हजार, बीकानेर के चौकसी व भीवालाड़ा के साहित्यांचल को चार-चार हजार रुपए की सहयोग राशि की घोषणा की गई है।
तीन मिलावटखोरो को कारावास
खाद्य अपमिश्रण अधिनियम के तहत कोर्ट ने सुनाई सजा
जैसलमेर जिले में मिलावटी खाद्य सामग्री पर अंकुश लगाने के लिए चलाए गए अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से न्यायालयों में दायर प्रकरणों में तीन मिलावट खोरो को कोर्ट ने सजा सुनाई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 118 मिलावट खोरो के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाए गए थे। उनमें से तीन प्रकरणों में न्यायालय ने सजा सुनाई। विभाग के अनुसार आगामी दिनों में कई और मिलावट खोर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचेंगे।
दो वर्ष कठोर कारावास की सजा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित ने बताया कि खाद्य निरीक्षक रेवंतसिंह ने दही विक्रेता प्रदीप कुमार से जैसलमेर शहर में दही का नमूना लेकर उदयपुर जांच के लिए भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में दही का नमूना अपमिश्रित पाया गया। इस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने फैसला सुनाते हुए आरोपी को दो वर्ष का कठोर कारावास और एक हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई।
दो अन्य प्रकरणों में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पोकरण ने दिनेश टोबेको कंपनी जोधपुर के मेनेजर कम नॉमिनी अशोक मेहरा और स्थानीय विक्रेता को गुटखा ब्रांड 2100 जो जांच रिपोर्ट में मिस ब्रांडेड पाया गया था, में उत्पादन और विक्रय करने के आरोप में एक वर्ष का साधारण कारावास और 10 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। इसी प्रकार साइकिल पर दूध बेचने वाले बगडूराम बिश्नोई के दूध में भी मिलावट पाए जाने पर अभियुक्त को छह माह का साधारण कारावास और एक हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई।
डोडा पोस्त तस्कर को 10 साल का कारावास
सिरोही विशिष्ट न्यायाधीश एनडीपीएस ने मंगलवार को एक मामले में डोडा पोस्त की तस्करी के आरोपी को दस साल का कठोर कारावास और एक लाख रुपए के जुर्माने से दंडित किया। गत 30 जून 08 को उदयपुर बस स्टैंड पर नाकाबंदी के दौरान एक जीप में पिंडवाड़ा पुलिस को डोडा पोस्त भरा हुआ मिला।
पुलिस ने जालोर जिला निवासी सिंधी हुसैन मियां, भारमल राम और गंगाराम को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद उनके खिलाफ चालान पेश किया। इनमें से दो आरोपियों को पूर्व में ही सजा हो चुकी है।तीसरे आरोपी भीनमाल निवासी भारमल राम पुत्र भगवाना राम ढाका के मामले में आरोपी पक्ष के एडवोकेट ने तर्क दिया कि वह गरीब व्यक्ति है, उसका पहला अपराध है तथा परिवार के एकमात्र पोषक है। इस पर विशिष्ट लोक अभियोजक करण सिंह देवड़ा ने निवेदन किया कि अपराध की प्रकृति को देखते हुए समुचित दंड दिया जाए। दोनों पक्षों के तर्क को सुनने के बाद विशिष्ट न्यायाधीश अजय कुमार शारदा ने भारमल राम को 10 साल के कठोर कारावास तथा एक लाख रुपए से दंडित किया। एक लाख रुपए नहीं भरने पर दो साल के अतिरिक्त कठोर कारावास से दंडित किया जाएगा।
जोधपुर। मथुरादास माथुर अस्पताल के मेडिकल आईसीयू में भर्ती मरीज का चेहरा कुतरने की घटना का खुलासा होने के बाद स्थानीय प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन को सकते में ला दिया है। बुधवार सुबह जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन एमडीएम आईसीयू पहुंचे।
उन्होंने पीडि़त मरीज के परिजनों से बात कही। परिजनों ने मंगलवार तड़के हुई घटना की जानकारी महाजन व मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को दी। मामले को लेकर आवश्यक निर्देश देकर महाजन वहां से निकल गए।
इसके बाद प्रबंधन ने काजरी से चूहे पकडऩे वाले विशेषज्ञों को बुलाया। साथ ही पेस्ट कंट्रोल शुरू करवाया। इस दौरान पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को बुलाकर सीवरेज दुरुस्त करवाने का काम शुरू करवाया गया। इधर अस्पताल प्रबंधन ने एक बैठक कर मामले की जांच के लिए चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ. एमके सिंघी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया है।
जोधपुर. बदहाली के लिए कुख्यात जोधपुर के सरकारी अस्पतालों में से एक मथुरादास माथुर (एमडीएम) अस्पताल के मेडिकल आईसीयू में मंगलवार सुबह चार बजे रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना हुई। 70 साल के मरीज के चेहरे को चूहों ने कुतर दिया। गले में लगी प्रिक्योटोमी ट्यूब काट गए।
दिमाग में खून का थक्का जमने से लकवे का शिकार हुआ मरीज खुद का बचाव करने में असहाय रहा। पलक-भौंहें, होंठ और कान कुतरे जाने से चेहरा और बैडशीट खून से सन गए। इस बीच गिलास गिरने से चूहे भाग गए। परिजनों की आंखें खुलीं। मेडिकल स्टाफ को सूचना दी गई। इसके बाद मरीज को संभाला गया।
आईसीयू में रात 11 बजे बाद डॉक्टर से लेकर चौकीदार तक सभी सो जाते हैं। लाइटें बंद हो जाती हैं। परिजन ही मरीज की देखरेख करते हैं। हालत गंभीर होने पर ही स्टाफ को बुलाना होता है।
अस्पताल ने खरोंच की बात मानी
घटना की जानकारी दोपहर में अधीक्षक डॉ. अरविंद माथुर को मिली। उन्होंने मरीज के चेहरे पर दो जगह खरोंच की बात तो स्वीकारी, लेकिन इस पर असमंजस जताते रहे कि मरीज को चूहे ने ही कुतरा है। उन्होंने आईसीयू में चूहे घुसने की एक नाली को बंद करवाया। चूहे मारने की दवा भी डलवाई। सफाई ठेकेदार को भी पाबंद किया गया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के इंजीनियरों और एक अमेरिकी कम्पनी के सहयोग से दो भारतीय डॉक्टरों ने पीरियड के दिनों में अत्यधिक रक्तस्राव की समस्या से परेशान रहने वाली महिलाओं के लिए एक ऐसे उपकरण का इजाद किया है, जिससे उन्हें राहत मिल सकेगी।
इसे क्रांतिकारी सफलता बताई जा रही है। चिकित्सा विज्ञान की भाषा में इस समस्या को 'मेनोरेजिया' कहा जाता है। एक अधिकारी ने कहा कि चिकित्सकों ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के इंजीनियरों और अमेरिका की एक कम्पनी के सहयोग से इस उपकरण का विकास किया है। इससे इस समस्या का सुरक्षित तरीके से और सरलता से इलाज किया जा सकता है। उपकरण मुंबई लोकमान्य तिलक चिकित्सा महाविद्यालय के वाई.एस. नंदनवार और चिन्मय पाटकी के मस्तिष्क की उपज है। इस महाविद्यालय को सियोन अस्पताल के नाम से भी जाना जाता है।
पाटकी ने कहा, "दुनियाभर में 35 वर्ष से अधिक उम्र की एक तिहाई से अधिक महिलाएं मेनोरेजिया से पीड़ित हैं। इस समस्या के इलाज के अधिकतर मामलों में गर्भाशय को महिलाओं के शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है, जिसे शायद ही कोई महिला पसंद करती है। गर्भाशय को बाहर निकाले जाने की प्रक्रिया को हिस्टेरेक्टोमी कहा जाता है।"
आजकल हालांकि बगैर शल्य चिकित्सा वाले दूसरे विकल्प भी उपलब्ध हैं। इनमें से एक है एंडोमेट्रियल एब्लेशन तकनीक। इसके तहत मेनोरेजिया के इलाज के लिए लेजर किरणों या इलेक्ट्रिक के झटकों का इस्तेमाल किया जाता है और इसके जरिए गर्भाशय के अंदर की सतह की झिल्ली, जिसे एंडोमेट्रियल कहा जाता है, उसे या तो नष्ट कर दिया जाता है या फिर इसे बाहर निकाल दिया जाता है।
माहवारी के दिनों में यह झिल्ली बाहर निकल जाती है या फिर प्रसव के वक्त यह गर्भनाल के साथ बाहर निकल जाती है। इस तकनीक का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन अस्पताल के स्त्री रोग विभाग के प्रमुख नंदनवार ने कहा, "इस प्रक्रिया में कुछ खामियां हैं।" चिकित्सकों ने दो सालों के शोध के बाद एंडोमेट्रियल को नष्ट करने के लिए 'मिनिटच सिस्टम' का विकास किया। इस प्रणाली के तहत एंडोमेट्रियल को बिजली का उपयोग कर जला दिया जाता है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है।
पाटकी ने कहा, "इस प्रक्रिया में एक तीन मिलीमीटर चौड़े और 24 सेंटीमीटर लम्बे माइक्रोवेव ऊर्जा वाले उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है। इसे योनि के अंदर डालकर 90 सेकेंड बाद बाहर निकाल दिया जाता है। इसी दौरान मेनोरेजिया का स्थायी इलाज हो जाता है। नब्बे सेकेंड के दौरान गर्भाशय की झिल्ली यानी एंडोमेट्रियल नष्ट हो जाती है। इस पद्धति का दुनिया में पहली बार विकास हुआ है।"
पाटकी ने कहा, "इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की बेहोशी की दवा नहीं दी जाती है, अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है, विशेष आराम की जरूरत नहीं है, हॉरमोन से सम्बंधित औषधि लेने की जरूरत नहीं है, कोई शारीरिक परेशानी नहीं होती है, न ही कोई दुष्प्रभाव होता है और गर्भाशय को भी बाहर नहीं निकाला जाता है।"
नंदनवार ने कहा, "यह सियोन अस्पताल के स्त्री रोग विभाग की उपलब्धि है। उम्मीद है कि अप्रैल तक यह प्रणाली पूरे भारत में उपलब्ध हो जाएगी। यह अस्पताल इस प्रणाली का उपयोग करने वाला दुनिया का पहला अस्पताल होगा।" पद्धति का ब्यौरा अमेरिका की विज्ञान पत्रिका 'मिनिमल इनवैसिव गायनोकलॉजी' में प्रकाशित किया गया। अमेरिका और यूरोप में नए उपकरण के वाणिज्यिक इस्तेमाल की अनुमति दी जा चुकी है।
जोधपुर. एएनएम भंवरी को जलाकर राख नहर में बहा देने के आरोपी गैंग के सरगना ओमप्रकाश ने बुधवार दोपहर सीबीआई को बड़ा झटका दे दिया। सीबीआई न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने ओमप्रकाश का जुर्म कबूल कराने के लिए सीआरपीसी की धारा 164 में बयान दर्ज कराना चाहती थी। जैसे ही ओमप्रकाश मजिस्ट्रेट के सामने बंद कमरे में गया, उसने बयान देने से इनकार कर दिया। इससे बौखलाई सीबीआई ने ओमप्रकाश को जेल भेज दिया।
सीबीआई ने अपहरण के आरोपियों व साजिश में शामिल नेताओं की गिरफ्तारी के बाद भंवरी को ठिकाने लगाने वाली गिरोह के सरगना विशनाराम, उसके भाई ओमप्रकाश और कैलाश जाखड़ को गिरफ्तार किया था। ये तीनों अभी सीबीआई की रिमांड पर चल रहे हैं। पूछताछ में ओमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने भंवरी को जालोड़ा गांव में जला कर मार दिया और उसकी राख राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल में बहा दी थी। ओमप्रकाश की निशानदेही पर सीबीआई ने भंवरी की अधजली हड्डियां, हाथ घड़ी, कानों में पहनने वाली बाली आदि बरामद किए थे। इन जेवरात व घड़ी की पहचान भंवरी के बेटे साहिल और पति अमरचंद ने कर ली थी। सीबीआई इस कामयाबी के बाद ओमप्रकाश के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराना चाहती थी कि ताकि वह बाद में बयान नहीं बदले।
मंगलवार को इस संबंध में सीबीआई ने कोर्ट में अर्जी लगाई थी जिस पर मजिस्ट्रेट ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान कराने की अनुमति दे दी थी। बुधवार दोपहर सीबीआई ओमप्रकाश को कोर्ट तो ले गई, मगर ओमप्रकाश ने मजिस्ट्रेट के समक्ष जाकर कहा कि वह बयान नहीं देना चाहता। ऐसा कह कर वह बाहर आ गया। इस पर सीबीआई ने उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
आदिवासियों से जबरन करवाया न्यूड डांस
नई दिल्ली। अंडमान द्वीप में जरावा आदिवासियों के अपमान का मामला सामने आया है। बिट्रेन के एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी पर्यटकों ने खाने के लिए आदिवासियों से न्यूड डांस करवाया। डांस करने वालों में आदिवासी महिलाएं भी शामिल थी। ब्रिटेन के एक समाचार पत्र ने आदिवासियों के न्यूड डांस वाला वीडिया भी जारी किया है। अंडमान से लौटे एक पत्रकार ने यह वीडिया लिया था।
वीडियो में दिखाया गया है कि एक पुलिस वाला आदिवासी महिलाओं से कह रहा है कि अगर वे विदेशी पर्यटकों के सामने डांस करेगी तो वे उन्हें खाना देंगे। रिपोर्ट के मुताबिक आदिवासी महिलाओं से डांस करवाने के लिए पुलिस वाले को 200 पाउण्ड की रिश्वत दी गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी पर्यटक सड़क किनारे आदिवासियों को लिए बिस्किट और केले फेंकते हैं। जरावा आदिवासी सिर्फ अंडमान में ही पाए जाते हैं। अब इनकी संख्या सिर्फ 403 है। सुप्रीम कोर्ट ने इनके संरक्षण के लिए कदम उठाने के लिए कई बार आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि जरावा आदिवासियों के रिहायशी इलाके में जाने वाली सड़क पर आम लोगों को न जाने दिया जाए।
महाराष्ट्र में दलित महिला को निर्वस्त्र घुमाया
सतारा। अंडमान द्वीप में आदिवासी महिलाओं से न्यूड डांस कराए जाने की घटना पर मचा बवाल अभी थमा भी नहीं था कि बुधवार को महाराष्ट्र के सतारा में एक दलित महिला को निर्वस्त्र घुमाने की घटना सामने आ गई।
मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक दलित महिला के कपड़े फाड़े गए। बाद में उसे निर्वस्त्र कर घुमाया गया। इतना ही नहीं उसके साथ मारपीट भी की गई। घायल महिला को कराड के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक महिला का पुत्र कथित ऊंची जाति की लड़की के साथ भाग गया था। जब लड़की के घर वालों को इसका पता चला तो वे आग बबूला हो गए।
उनकी बेटी को भगाने वाले लड़के की मां जब पानी भरने जा रही थी तब लड़की के रिश्तेदारों ने उसकी पिटाई कर दी। बाद में उसके कपड़े फाड़े और निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। हालांकि अधिकारी महिला को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने से इनकार कर रहे हैं।
सतारा के डीएम डॉ रामास्वामी ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह नहीं पाया गया है कि दलित महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था। पुलिस ने घटना के संबंध में चार लोगों से पूछताछ की है। चारों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। रामास्वामी के मुताबिक जिस लड़की को भगा ले जाने की बात कही जा रही है वह नाबालिग थी। किशोर और किशोरी 18 नवंबर को भाग गए थे।
छत्तीस कौम के सद्भाव से ही होंगी सीमा मजबूत बाड़मेर देश की सीमा सीमांत क्षेत्र में रहने वाले छत्तीस कौम के लोगों के आपसी प्रेम से ही मजबूत हैं और रहेगी। देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए जात-पात से ऊपर उठकर राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य को निष्ठा से निभाना होगा। यह बात क्षत्रिय युवक संघ के संघ प्रमुख भगवान सिंह रोलसाहबसर ने सीमा सद्भावना संदेश यात्रा के दौरान मंगलवार को सूंदरा गांव में आयोजित सर्वधर्म समुदाय के सीमा प्रहरी ग्रामीणों की सभा में कही। उन्होंने कहा सीमा पर संदिग्ध हलचल की चौकसी करनी होगी तथा घुसपैठ और आतंकवाद जैसी समस्याओं का डटकर मुकाबला करना होगा। गीता का ज्ञान होना जरूरी : रोलसाहबसर ने कहा कि वर्तमान में गीता का ज्ञान होना जरूरी है। गीता किसी धर्म, संप्रदाय का ग्रंथ नहीं है, यह तो मानव मात्र के कल्याण और जीवन के ध्येय का जीता जागता प्रमाण है। सभा स्थल व सीमा चौकियों पर सैनिकों से मुलाकात कर यथार्थ गीता की प्रतियां वितरित की गईं। यात्रा के दौरान रोलसाहबसर अकली, रोहिड़ी, सजनाणी, जीरो लाइन बॉर्डर और जैसिंधर के सीमांत वासियों से रु बरू हुए और कुशलक्षेम पूछी। यात्रा के प्रदेश संयोजक राजेंद्र सिंह भींयाड़ ने कार्यक्रम का संचालन किया। सभा में पूर्व विधायक हरी सिंह सोढ़ा, पूर्व सरपंच तेजमाल सिंह, कंवराज सिंह, अमर सिंह, नींब सिंह, सरपंच श्री खान सहित राजपूत, अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति एवं जनजाति आदि विभिन्न समुदाय के पुरुष एवं महिलाओं ने शिरकत की।