बैंक लॉकर से जेवरात चोरी का आरोपी गिरफ्तार
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से आया गिरफ्त में, आरोपी लॉकर नं. 10 का उपभोक्ता व वार्ड नं. 6 का वार्ड पंच है
सिवाना स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर शाखा के लॉकर से जेवरात चोरी के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया। लॉकर से जेवरात चोरी का आरोपी बैंक उपभोक्ता होने के साथ जनप्रतिनिधि भी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से जेवरात बरामद किए हैं।
क्या था मामला: बैंक लॉकर न. 251 के उपभोक्ता जयंतीलाल पुत्र चंपालाल ओसवाल निवासी सिवाना ने मामला दर्ज करवाया कि स्थानीय बैंक शाखा में पिता व पुत्र के संयुक्त नाम से नम्बर 201 लॉकर है। जिसमें कुल तीन किलो सोने के जेवरात रखे थे। 28 अक्टूबर को बैंक प्रबंधन को लॉकर का लॉक उभरे होने का संदेह हुआ तो उपभोक्ता को सूचना दी। उपभोक्ता ने 31 अक्टूबर को बैंक पहुंचकर लॉकर खोला तो जेवरात गायब थे। इस बाबत पुलिस में मामला दर्ज कराया गया।
..और डोल गया मन: आरोपी हरीश कुमार ने बताया कि 13 अक्टूबर को वह बैंक के लॉकर में घुसा तो वहां पर लॉकर न. 251 अधखुला देखा तो मन डोल गया। उसने लॉकर में रखे जेवरात थैली में डाले और चलता बना।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से आया गिरफ्त में, आरोपी लॉकर नं. 10 का उपभोक्ता व वार्ड नं. 6 का वार्ड पंच है
सिवाना स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर शाखा के लॉकर से जेवरात चोरी के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया। लॉकर से जेवरात चोरी का आरोपी बैंक उपभोक्ता होने के साथ जनप्रतिनिधि भी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से जेवरात बरामद किए हैं।
क्या था मामला: बैंक लॉकर न. 251 के उपभोक्ता जयंतीलाल पुत्र चंपालाल ओसवाल निवासी सिवाना ने मामला दर्ज करवाया कि स्थानीय बैंक शाखा में पिता व पुत्र के संयुक्त नाम से नम्बर 201 लॉकर है। जिसमें कुल तीन किलो सोने के जेवरात रखे थे। 28 अक्टूबर को बैंक प्रबंधन को लॉकर का लॉक उभरे होने का संदेह हुआ तो उपभोक्ता को सूचना दी। उपभोक्ता ने 31 अक्टूबर को बैंक पहुंचकर लॉकर खोला तो जेवरात गायब थे। इस बाबत पुलिस में मामला दर्ज कराया गया।
..और डोल गया मन: आरोपी हरीश कुमार ने बताया कि 13 अक्टूबर को वह बैंक के लॉकर में घुसा तो वहां पर लॉकर न. 251 अधखुला देखा तो मन डोल गया। उसने लॉकर में रखे जेवरात थैली में डाले और चलता बना।