गुरुवार, 10 नवंबर 2011

भंवरी प्रकरणः महिपाल मदेरणा से सीबीआई की पूछताछ

जोधपुर। भंवरी देवी अपहरण प्रकरण में बुधवार को पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा जोधपुर स्थित सीबीआई के लालसागर कार्यालय में पेश हुए। जहां सीबीआई के अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। पूर्व में सीबीआई ने मदेरणा को जयपुर कार्यालय में बुलाया था। लेकिन मदेरणा ने उन्हें जोधपुर होने की सूचना दी थी। इसके बाद उन्हें जोधपुर कार्यालय बुलाया गया है। खास बात यह रही कि सीबीआई ने पूर्व मंत्री से पड़ताल की जानकारी मीडिया से छुपाने के लिए उन्हें सर्किट हाउस स्थित कैंप कार्यालय नहीं बुलाया। बल्कि लालसागर स्थित कार्यालय पर बुलाया।

उल्लेखनीय है कि सत्तर दिन से लापता हुई एएनएम भंवरी के मामले की जांच सीबीआई दी गई है। लेकिन सीबीआई भी करीब बीस दिन की पड़ताल के बाद खाली हाथ ही है। वह लगातार लूणी विधायक मलखान विश्नोई की बहन इंद्रा विश्नोई, आरोपी शहाबुद्दीन की महिला मित्र रेहाना सहित अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है। दूसरे आरोपी सहीराम विश्नोई की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों में दबिश भी दे रही है।

भंवरी मामले में सहीराम को फलौदी व बाप में तलाश रही है सीबीआई
भंवरी अपहरण की साजिश रचने वाले पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई को सीबीआई और जिला पुलिस फलौदी व बाप क्षेत्र की ढाणियां में तलाश रही है, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा है। उधर, सर्किट हाउस में उसके रिश्तेदारों और शहाबुद्दीन के बेटों से पूछताछ की गई।

सीबीआई की एक और टीम बुधवार सुबह जोधपुर पहुंची। दो अन्य टीमें फलौदी व बाप क्षेत्र में पहले से डेरा डाले हुए हैं। दोनों टीमें बाप पंचायत समिति के केलनसर निवासी सहीराम विश्नोई की तलाश कर रही है। सहीराम के पकड़ में आने पर ही दूसरी गैंग और भंवरी का भी खुलासा हो सकेगा। इस बीच दिन में शहाबुद्दीन के बेटों को सर्किट हाउस बुलाया गया और पूछताछ की गई।

भंवरी की सेक्स सीडी आई सामने

भंवरी की सेक्स सीडी आई सामने

जयपुर। 1 सितंबर से लापता एएनएम भंवरी देवी की सेक्स सीडी सामने आ गई है। सीबीआई के पास सीडी नहीं है लेकिन एक चैनल ने अपने पास सीडी होने का दावा किया है। चैनल ने इस सीडी का प्रसारण भी कर दिया है। चैनल के मुताबिक सीडी से महिपाल मदेरणा और भंवरी देवी के अंतरंग संबंधों का पता चलता है।

चैनल का दावा है कि मदेरणा के आलावा कई अन्य नेताओं के भी भंवरी से संबंध थे। सीडी के प्रसारण से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है। सीडी जारी होने से अब भंवरी मामले का खुलासा होने में जांच एजेंसी को कामयाबी मिल सकती है। भंवरी देवी एक मामूली नर्स थी लेकिन राजनेताओं से संपर्क के चलते उसने काफी पैसा बना लिया था।

उल्लेखनीय है कि मामले में सीबीआई और पुलिस जांच के दौरान भंवरी के नाम लाखों रूपए की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। जोधपुर में आलीशान मकान, अजमेर में भूखंड और कई वाहनों की मालकीन हैं। यह भी ज्ञात हो कि भंवरी की एक बेटी प्रदेश की राजधानी जयपुर एक बड़े स्कूल में पढ़ रही है। कहा जा रहा है कि भंवरी की इस संपत्ति और खर्चो के पीछे राजनेताओं के साथ उसके अनैतिक संबंध हैं।

बुधवार, 9 नवंबर 2011

आडवाणी की रैली में छाया भंवरी मामला

आडवाणी की रैली में छाया भंवरी मामला

जोधपुर। जोधपुर के गांधी मैदान में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की रैली में भंवरी देवी का मामला छाया रहा। भंवरी मामले के बहाने प्रदेश भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी भंवरी मामले के बहाने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा और इस मामले को लेकर उनसे इस्तीफा मांगा।

वसुंधरा ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भंवरी मामले में एक कैबिनेट मंत्री का नाम आने पर गहलोत ने उन्हें मंत्रिण्डल से बर्खास्त कर दिया था लेकिन अब खुद उनका नाम इस मामले में आया है तो क्या वह इस्तीफा देंगे। वसुंधरा ने कहा कि उन्हें पता है कि गहलोत इस्तीफा नहीं देंगे।

वसुंधरा ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री गहलोत को घेरा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे लेकिन किसी भी मामले में उनके खिलाफ सबूत नहीं मिले। वसुंधरा ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए गहलोत ने माथुर आयोग गठित किया लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आयोग के गठन को ही गलत ठहरा दिया। जलमहल मामले में भी कोर्ट ने उनको क्लीन चिट दे दी। वसुंधरा ने कहा कि गहलोत सरकार को अपने गिरेबां में झाकना चाहिए क्योंकि उनका पूरा मंत्रिण्डल भ्रष्टाचार में लिप्त है।

जसवंत और वसुंधरा की दूरिया मिटी
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जनचेतना यात्रा बुधवार को जोधपुर पहुंची। आडवाणी दिल्ली से बुधवार सुबह 10 बजे जोधपुर पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। आडवाणी सबसे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह के फॉर्म हाउस गए। वहां उनकी भाजपा नेताओं से मुलाकात हुई। एक निजी चैनल के मुताबिक वसंुधरा राजे वहां नहीं थी।

चैनल के मुताबिक पार्टी के अन्य नेताओं ने वसुंधरा राजे को फॉर्म हाउस पर आने के लिए मनाया। इसके बाद वसुंधरा जसवंत सिंह के फॉर्म हाउस पहुंची। गौरतलब है कि जब वसुंधरा राजे सत्ता में थी तब जसवंत सिंह ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसको लेकर जसवंत सिंह और वसंुधरा राजे के बीच मनमुटाव पैदा हो गया था।

आडवाणी की जयपुर में यात्रा 10 नवम्बर को आएगी और 12 को हरियाणा चली जाएगी। आडवाणी राज्य में 8 बड़ी सभाओं और रास्ते में पड़ने वाले छोटे शहर-कस्बों में स्वागत सभाओं को सम्बोधित करेंगे। वे 4 दिन की यात्रा के दौरान 770 किमी दूरी तय करेंगे।

मृतकों की संख्या बढ़कर तीन

मृतकों की संख्या बढ़कर तीन
समदड़ी। कस्बे के लूनी नदी की रपट पर सोमवार शाम घटित हादसे में गंभीर घायल हुए एक युवक ने देर रात उपचार के दौरान जोधपुर में दम तोड़ दिया। इस घटना में तीन युवकों की हुई मृत्यु पर कस्बे में शोक की लहर छा गई। हादसे में घायल एक अन्य गंभीर युवक का उपचार जोधपुर चिकित्सालय में चल रहा है।

सोमवार शाम लूनी नदी की रपट पर किनारे खड़ी पत्थरों से भरी ट्रेक्टर ट्रोली से मोटर साईकिल टकराने की घटना में दो जनों ने उपचार के दौरान समदड़ी चिकित्सालय में ही दम तोड़ दिया था, वहीं दुघर्टना में गंभीर रूप से घायल दो जनों को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया था, जिसमें से राजू निवासी फूलण ने सोमवार रात 11 बजे जोधपुर चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। फूलण निवासी भागीरथ का जोधपुर चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।

चारों युवक सहपाठी थे
हादसे मे जान गंवाने वाले तीन युवक व एक अन्य घायल चारों ही सहपाठी थे। ये सभी कक्षा बारहवीं के विद्यार्थी थे। इनमें से तीन एक निजी विद्यालय तो एक अन्य सरकारी विद्यालय में पढ़ता था। एक ही कक्षा में अध्ययनरत चारों सहपाठियों में से तीन की हादसे में मृत्यु हो गई, जबकि एक अन्य सहपाठी का उपचार चल रहा है।

शोक की लहर
सड़क हादसे में तीन युवकों की मृत्यु के बाद कस्बे सहित क्षेत्र के आस पास गांवों में शोक की लहर छा गई। शारदा उच्च विद्यालय में इस दिन आयोजित शोक सभा में प्रधानाचार्य अंबाशंकर सोनी व छात्रों ने विद्यालय के दिवंगत छात्र राजू, रफीक व मुकेश को श्रद्धांजलि दी। छात्र भागीरथ के शीघ्र स्वस्थ होेने की कामना की।

कैसा है घर आपका-------

कैसा है घर आपका---------

घर की बनावट, उसकी दिशा, घर के सामान, पेड-पौधे बताते हैं कि घर किस ग्रह के प्रभाव में है। आमतौर पर देखा जाता है कि घर की दिशा क्‍या है और उसे संबंधित ग्रह के हवाले कर दिया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है। पूर्व मुखी घर में भी राहू की समानताएं हो सकती हैं और पश्चिम मुखी घर में बुध की। इससे पहले की घर पर ग्रहों के विशद प्रभाव की चर्चा करूं मैं सरसरी तौर पर बता देना चाहता हूं कि पारंपरिक पध्‍दति में दिशा और ग्रह का क्‍या संबंध है।

सूर्य का घर:

आमतौर पर पूर्व की दिशा में जिन घरों का मुंह होता है उन्‍हें सूर्य से प्रभावित घर कहते हैं। इनमें परिवार का मुखिया पुरुष होता है यानि पितृ सत्‍तात्‍मक परिवार इसमें निवास करता है। पुरुषों की संख्‍या अधिक होती है और महिलाएं कष्‍ट पाती हैं। घर के वर्किंग मैम्‍बर्स का संबंध राजकीय सेवाओं से होता है चाहे नौकरी के तौर पर हो या ठेकेदारी से।

बुध का घर:

इन घरों का मुंह उत्‍तर दिशा में होता है। इनमें कंसल्‍टेंट रहते हैं लेकिन चिकित्‍सक नहीं। उत्‍तर दिशा का संबंध क्रिएटिविटी से जोडा गया है। ऐसे में आर्कीटेक्‍ट, कैरियर काउंसलर, इंटीरियर डेकोरेटर, बैंकिंग सेवाओं से जुडे और मध्‍यस्‍थ की भूमिका निभाने वाले लोगों का स्‍थान बताया गया है। इन घरों में बच्‍चे अच्‍छी संख्‍या में होते हैं और धमाचौकडी मचाते रहते हैं।


शनि का घर:


इन घरों का मुंह पश्चिम दिशा में होता है। नौकरी पेशा लोगों के रहने की जगह। दिन में किसी सरकारी या निजी प्रतिष्‍ठान में बंधुआ मजदूर की तरह काम करके आने के बाद लोग इस घर में आराम, आमोद-प्रमोद करते हैं और सुख-दुख की बातें होती हैं। ये लोग खुद निर्णय लेने वाले लोग नहीं होते। जैसे जिन्‍दगी इन्‍हें धक्‍का देती है ये उसी रास्‍ते पर निकल पडते हैं। किसी एक की समस्‍या पूरे परिवार के लिए मिशन बन जाती है। एक समस्‍या निपटाने के बाद दूसरी समस्‍या निपटाने की तैयारी शुरू हो जाती है।

मंगल का घर:

इन घरों का मुंह दक्षिण दिशा में होता है। इसमें चिकित्‍सक और लौंडे मजे करते हैं और आम आदमी दुख पाता है। आमतौर पर हॉस्‍टल या अस्‍पताल का मुंह दक्षिण में शुभ होता है। सबसे सफल हॉस्‍टल भी दक्षिण दिशा में ही हो सकता है। इन घरों से कोई प्‍यार नहीं करता। न मकान मालिक और न ही रहवासे। लौंडे दिनभर के थके मांदे आते हैं और उल्‍टी-सीधी हरकतें करने के बाद सो जाते हैं। अगले दिन बिना किसी देख-रेख के इसे छोड जाते हैं। चिकित्‍सक सुबह और शाम के समय पूजा पाठ की बजाय लोगों के दुख दर्द सुनता है और पैसा बनाता है। घर का ध्‍यान नौकर या नौकरानी रखते हैं।

इन चार प्रमुख दिशाओं के आधार पर घरों को शुभ या अशुभ बताया जाता है। हालांकि इसके अलावा गुरू, चंद्रमा, राहू और शुक्र की भी दिशाएं होती है लेकिन मोटे तौर पर उन्‍हें नजर अंदाज कर दिया जाता है---

गुरू की दिशा – उत्‍तर पूर्व
शुक्र की दिशा– दक्षिण पूर्व
चंद्रमा की दिशा– उत्‍तर पश्चिम
राहू की दिशा– दक्षिण पश्चिम

घर और घर का वातावरण----

घर के वातावरण और आस-पास के वातावरण के आधार पर घर पर ग्रह के प्रभाव की- ---

1. गुरू का घर:--

इस घर में एयर सर्कुलेशन बेहतरीन होगा। यानि चारों ओर से भले ही खुला न हो लेकिन हवा का असर हर कमरे और कोठरी में देखने को मिलेगा। इस घर का दरवाजा प्राय: उत्‍तर पूर्व में होता है। या फिर किनारे में होगा लेकिन बीच में नहीं होता। घर के आस-पास धार्मिक स्‍थान होता है। पीपल का पेड भी हो सकता है।

2. सूर्य का घर: ---

इस घर में प्राकृतिक रोशनी के उत्‍तम साधन होते हैं। घर के हर कोने में सूर्य की रोशनी पहुंचती है। चाहे अंडरग्राउंड ही क्‍यों न हो। घर के मुख्‍य द्वार का संबंध पूर्व दिशा से होता है और मकान के दाहिने हाथ की ओर पानी निकासी की व्‍यवस्‍था होती है। एक बात और ऐसे मकान में डिप्रेशन का मरीज अधिक दिन नहीं रह सकता। अगर रहेगा तो जल्‍दी ही ठीक भी हो जाएगा। इसमें ऊर्जा का प्रवाह जबरदस्‍त होता है। इसे संभाल लेने की क्षमता मुखिया में होती है इसी कारण आमतौर पर इस परिवार का मुखिया मैनेजमेंट या प्रशासन में होता है। निर्णय लेने वाले लोगों की ऐशगाह।

3. चंद्र का मकान:--

इस मकान में पानी की पूर्ति पूरी रहती है। कई बार तो घर के भीतर ही बोरिंग कर पानी की व्‍यवस्‍था की गई होती है। अन्‍यथा घर से थोडी ही दूरी पर पानी का बडा स्रोत अवश्‍य होता है। इस मकान में बडे परिवार रहते हैं। घर की महिलाओं के लिए मुखिया की आज्ञा अंतिम आदेश होती है। अधिकांशत: ऐसे मकान का मुंह उत्‍तर पश्चिम होता है और मुखिया के बैठने की जगह भी उत्‍तर पश्चिम होती है। ये लोग मिल जुलकर काम करने वाले लोग होते हैं। आमतौर पर इस घर में शांति रहती है लेकिन छोटी-मोटी घटना भी इन लोगों को अन्‍दर तक झकझोर देती है।

4. शुक्र का मकान: ----

बनावट आलीशान वरना कच्‍ची जमीन के बीच बना हुआ आशियाना। दक्षिण पूर्व में इसका मुंह होने से मंगल और सूर्य की विशेषताएं लेकर शुक्र यहां आमोद करता है। यहां रहने वाले लोग नाजुक स्‍वभाव के और तरक्‍की पसंद होते हैं। इन घरों को कभी दक्षिण में गिन लिया जाता है तो कभी पूर्व में। लेकिन शुक्र का अपना रोल होता है। वह या तो मकान को हद तक खूबसूरत बना देता है या फिर कच्‍ची मिट्टी के बीच बना शांत स्‍थान। दोनों की मामलों में घर के भीतर का वातावरण खुशनुमा रहता है। इस घर में लाल रंग का अधिक उपयोग होता है। महिलाएं तेजी से तरक्‍की करती हैं और पतियों पर राज करती हैं।

5. मंगल का मकान: ---

ऐसे मकान चिकित्‍सकों के लिए होते हैं। यह आग रखने का स्‍थान है। इसके उपचार के लिए दक्षिण की दीवार पर मंदिर बनाकर आग जलाए रखने से घर की कलह में कुछ हद तक कमी आती है। किस्‍मत वाले लोगों को ऐसा घर बनाने के बाद भी इसमें रहने का अवसर नहीं मिल पाता है। अत: यह किराए पर अधिक रहता है।

6. बुध का मकान:----

इस घर का मुंह प्राय: उत्‍तर दिशा में ही होगा लेकिन इसकी विशेषता होगी हर कोने का खुला होना। यानि मालिक अपना घर जमीन के बीचों-बीच बनाने की कोशिश करता है। घर में कच्‍ची जमीन होती है और न भी हो तो पेड पौधों के लिए गुंजाइश रखी जाती है। चाहे गमले में ही क्‍यों न हो। हरी पत्तियों के बीच बैठा इंसान लगातार सोचता है। भले ही आगे बढने की न सोचे पर अपने और दूसरों को जीवन को बेहतर बनाने के बारे में विचार करता रहता है। क्रिएटिव माइंड और कंसल्‍टेंसी इसकी फितरत है।
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7. शनि का मकान:------

घर का बडा दरवाजा पश्चिम दिशा में होगा। घर के भीतर घुसते ही दांयी ओर बनी कोटडी में रोशनी कम होगी। इस कोटडी को जब भी नीम अंधेरे में रखा जाएगा मकान मालिक का दिन अच्‍छा जाएगा। मकान में पत्‍थर गडा होता है। पुराना सा दिखाई देता है। बनाने के कुछ ही दिनों के भीतर ऐसा दिखाई देने लगता है जैसे सालों पहले बनाया हो और अब इसे रंग रोगन की जरूरत है। कितना ही संवार लो सुंदरता आ नहीं पाती। ताजगी का एकांतिक अभाव रहता है। इस घर में बडा गर्डर या खम्‍भे की गुंजाइश हमेशा होती है जो इसे हल्‍की भव्‍यता प्रदान करती है।

8. राहू का मकान: ---

राहू का काम ही गुमनामी का है। आप समझ सकते हैं कि घर के भीतर जाते ही ऐसा महसूस होगा कि जो कुछ दिखाई दे रहा है इससे इतर कुछ और इस मकान में है। भले ही सीधा-सादा मकान ही क्‍यो न हो। मुख्‍य द्वार में प्रवेश करने के बाद दाहिनी ओर गुमनाम गड्ढा होने की संभावना होती है। प्रवेश द्वार के नीचे से घर का गंदा पानी बहता हुआ बाहर निकलता है। सामने का घर या तो खाली होगा या उस मकान के मालिक के कोई संतान नहीं होगी। मकान की दीवारें वही रहती हैं और छत बदलती रहती है। मकान के बिल्‍कुल पास धुंआ छोडने वाली भट्टी होती है या गंदा पानी जमा करने का गड्ढा। कॉमन सेप्टिक टैंक भी हो सकता है जिसमें इलाके के कई घरों का गंदा पानी एकत्र होता हो।

9. के‍तू का मकान: ----

ऐसा घर जिसकी दीवारें दो गलियों से लगी हों। यानि कोने का मकान और तीन तरफ से खुला। इस घर में हवा आती है लेकिन कहां से पता नहीं लगता। साथ का एक मकान या तो गिरा हुआ होगा या‍ फिर बर्बाद हुआ होगा। साथ के मकान में कुत्‍तों के टट्टी जाने का स्‍थान होगा। केतू के मकान में नर संतान तीन या तीन से कम होती है। इससे अधिक नहीं हो पाती।

अच्छे काम करने वालों को मिलता है जनता का स्नेह : वसुंधरा राजे

अच्छे काम करने वालों को मिलता है जनता का स्नेह : वसुंधरा राजे


जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व मुख्यमंत्री के स्वागत में उमड़े लोग, स्वागत के दौरान कई लोगों की जेबें कटीं


बिलाड़ा  पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का मंगलवार को जयपुर से जोधपुर आते समय बिलाड़ा कस्बे सहित पूरे क्षेत्र में दर्जनों जगह पर स्वागत किया गया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि अच्छे काम करने वालों को ही जनता का अपार स्नेह मिलता है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता का हमें अपार जन समर्थन मिल रहा है। राजे ने लोगों द्वारा किए गए स्वागत का आभार जताते हुए कहा कि म्है आपरौ भरोसो नीं तोड़ंूला। लोगों ने जगह-जगह पर राजे का जोरदार स्वागत किया। भाजपा समर्थकों ने राजे को फूल मालाओं से लाद दिया। दोपहर बाद 3.30 बजे खारिया मीठापुर पहुंचने पर वसुंधरा राजे का भव्य स्वागत किया गया। यहां पर मौजूद सैकड़ों लोगों ने राजे के यहां पहुंचने पर फूल मालाओं से लाद दिया। राजे यहां पर स्थित विधायक अर्जुनलाल गर्ग के आवास पर कुछ समय के लिए रूकी। जहां पर राजे का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री रामनाराण डूडी, भाजपा नेता कंवराराम विश्नोई, पूर्व मंत्री सुरेंद्र गोयल, कैलाशदान चारण, तरूण सीरवी, सहित कई लोग मौजूद थे। बिलाड़ा कस्बे में छींपा समाज भवन, बस स्टैंड, कापरड़ा बस स्टैंड पर भी स्वागत किया गया।

अपहरण के बाद आरोपी ने नाबालिग से किया दुष्कर्म

नाबालिग के अपहरण का आरोपी गिरफ्तार

अपहरण के बाद आरोपी ने नाबालिग से किया दुष्कर्म

आबूरोड  दादा को नशीला पदार्थ खिलाकर नाबालिग पोती का अपहरण कर ले जाने वाले युवक को मंगलवार को रेलवे पुलिस के दल ने मेहसाणा से दस्तयाब किया। राजकीय रेलवे पुलिस थाने में गत 16 अक्टूबर को पुलिस थाना पोसीना गुजरात ने एक एफआईआर भेजी, जिस पर राजकीय रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज किया। मामले में रिपोर्टकर्ता आशाराम पुत्र ओदाजी परमार निवासी बैठीफली पोसीना ने बताया कि उसका बड़ा पुत्र इंदु किसी मामले में साबरमती जेल में सजा काट रहा है। 16 अक्टूबर को उसके साथ सजा काट रहे केसाभाई पुत्र मणाजी ठाकुर मेहसाणा उनके गांव आया और कहा कि उसके लड़के की जमानत वह करवा देगा, लेकिन घर से कोई दो आदमी उसके साथ चलें। इसके बाद आशा भाई अपनी पोती के साथ आबूरोड रेलवे स्टेशन पहुंचकर खाना खाया। इसके बाद आरोपी केसाभाई ने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर आशा भाई को पीला दी, जिससे वह बेहोश हो गया व आरोपी उसकी पोती को लेकर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया। इसमें थानाधिकारी शंभुसिंह, कांस्टेबल सुगनलाल मेवाड़ा, देवाराम व कमलकिशोर की टीम ने मुलजिम द्वारा उपयोग में लाए जा रहे मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी को मेहसाणा के शमी गांव से नाबालिग लड़की के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तार करने पर आरोपी ने अपना नाम रहीम भाई पुत्र अहमद भाई बताया लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना सही नाम बताया। लड़की ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

सरकार हर मोर्चे पर विफल : राजे

सरकार हर मोर्चे पर विफल : राजे

स्वागतत्नपूर्व मुख्यमंत्री का जगह-जगह हुआ स्वागत

जैतारण पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। कानून व्यवस्था चरमरा रही है। भ्रष्टाचार चरम सीमा तक पहुंच गया है। विकास के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले हो रहे हैं। वहीं, काश्तकारों को पानी, बिजली व खाद के लिए आंदोलन करने पड़ रहे हैं। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पार्टी हित में काम करने को कहा, ताकि आगामी चुनावों में राज्य में भाजपा सरकार काबिज हो सके।

प्रतिपक्ष नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राजे राष्ट्रीय भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना रथ यात्रा को लेकर आयोजित बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में जैतारण में ही नहीं पूरे राज्य में विकास की गंगा बही। भाजपा का राज आया तो विकास होगा और महंगाई पर अंकुश लगेगा और जनता का राज कायम होगा।

इससे पूर्व राजे का जैतारण बाइपास पर स्वागत किया गया। इस मौके पर भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष जैतारण एडवोकेट संतोष वैष्णव, पूर्व नगरीय विकास मंत्री सुरेंद्र गोयल, भाजपा अल्प संख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष एडवोकेट रूस्तम भाटी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष भैणाराम गेहलोत के नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री का 51 किलो की फूलों की माला एवं चुंदड़ी ओढ़ाकर स्वागत किया। इस अवसर पर अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला महामंत्री ओमप्रकाश पहाडिय़ा, भाजपा मंडल अध्यक्ष गोविंदराम अडाणिया, ब्लाक उपाध्यक्ष ओम दाधीच, पार्षद गोपाल गुर्जर, सुरेश सोनी, अश्विन दाधीच, रामचंद्र गौड़, महेश पंचारिया, पार्षद कंचन माली, मैना दाधीच सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके पर भाजपा अल्प संख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अमीन पठान का भी जैतारण आगमन पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष भैणाराम गहलोत व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

जागरूक हो महिलाएं

महिलाओं को देखा तो पूर्व मुख्यमंत्री राजे अपने आपको रोक नहीं पाई और उनके बीच पहुंच गई। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए जागरूक रहने को कहा। राजे को महिलाओं ने चुंदड़ी भी ओढ़ाई। कार्यकर्ताओं से राजे आत्मियता से मिली और आडवाणी की जनचेतना यात्रा में अधिकाधिक संख्या में पहुंचने की अपील की।

माता के दरबार में लगी भक्तों की कतार

माता के दरबार में लगी भक्तों की कतार


जसोल स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर में त्रयोदशी पर श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना

जसोल  माता राणी भटियाणी मंदिर जसोल में मंगलवार को त्रयोदशी पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। दूर दराज क्षेत्रों से आए भक्तों ने मां के दरबार में धोक लगाकर पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी। मंदिर में दिनभर श्रद्धालुओं की रेलमपेल लगी रही।

कार्तिक शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी के अवसर पर कस्बे में स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर में मंगलवार को दर्शन-पूजन करने के लिए आस-पास के क्षेत्रों से कई श्रद्धालु मां के दर्शनार्थ यहां पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मां के समक्ष शीश झुका कुमकुम, प्रसाद व चुनड़ी चढ़ाकर क्षेत्र में खुशहाली की कामना की। मेले में बालोतरा, समदड़ी, सिणधरी, मोकलसर, सराणा, जोधपुर, बाड़मेर, पाली, शिव, जालोर, सांचौर के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, अहमदाबाद, यूपी व एमपी से भी श्रद्धालु मां के दर्शनार्थ यहां पहुंचे। मंदिर परिसर में दिन भर श्रद्धालुओं की आवाजाही रहने से कस्बे में दिन भर मेले सा माहौल बना रहा।

मंदिर परिसर में अलसुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया था। बालोतरा सहित आस-पास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु माजीसा के भजन गाते व जयकारे लगाते हुए पैदल जत्थों के रूप में मंदिर परिसर में पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में मंगला आरती में भाग लेकर विधि विधान से दर्शन-पूजन कर प्रसाद चढ़ा क्षेत्र में खुशहाली की कामना की। इस मौके पर माजीसा की प्रतिमा का नववस्त्राभूषणों व फूलमालाओं से आकर्षक शृंगार किया गया। दिन चढऩे के साथ मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला भी बढ़ता गया। दोपहर तक मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। घंटों तक धूप की परवाह किए बगैर लाइन में खड़े रहकर श्रद्धालुओं ने अपनी बारी का इंतजार कर मां के दर्शन किए।

नवविवाहित युगल भी पहुंचे : मंदिर परिसर में मां के दर्शनार्थ आए नवविवाहित जोड़ों ने मंदिर की परिक्रमा लगाकर अपने सुखमय जीवन की कामना की। वहीं बच्चों के दीर्घायु जीवन की कामना को लेकर अभिभावकों ने उनके झड़ूले उतरवाए। संतान प्राप्ति की कामना लेकर आए नि:संतान दंपतियों ने बायोसा की खेजड़ी के तांती बांधी। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में स्थित बायोसा, सवाईसिंहजी व लालसिंहजी के मंदिरों में भी दर्शन व पूजा-अर्चना की।

पैदल संघ पहुंचा मां के दरबार

बालोतरा त्न महामंदिर जोधपुर से जसोल स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर के दर्शनार्थ सातवीं बार पैदल यात्रा संघ भोपाजी सीताराम परिहार के नेतृत्व में मंगलवार को जसोल पहुंचा। संघ के सदस्यों ने मां की पूजा-अर्चना कर देश में अमन-चैन व खुशहाली की कामना की। संघ संचालक यशोदा देवी परिहार ने बताया कि 2 नवंबर को महामंदिर जोधपुर से माता राणी भटियाणी की पूजा-अर्चना कर गाजे-बाजे के साथ 71 पद यात्रियों का संघ मां के दर्शनार्थ रवाना हुआ था। संघ बोरानाडा, धवा रामदेव मंदिर, चारलाई खेमा बाबा मंदिर व कुड़ी शिव मंदिर में विश्राम करते हुए सोमवार रात्रि में पचपदरा रोड स्थित रणुजा तीर्थ पहुंचा। रणुजा तीर्थ पर भजन संध्या के साथ मेहंदी की रात का आयोजन किया गया। मंगलवार प्रात: रणुजा तीर्थ पर महाआरती के बाद गाजे-बाजे के साथ पैदल जत्था बालोतरा के मुख्य मार्गों से होता हुआ जसोल पहुंचा जहां संघ के सदस्यों की ओर से माता राणी भटियाणी की पूजा-अर्चना कर क्षेत्र में खुशहाली की कामना की गई। पैदल यात्रा संघ के दौरान माता राणी भटियाणी की प्रतिमा व सजा-धजा रथ शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। मां के भक्ति गीतों की धुनों पर संघ के सदस्य नाचते-गाते हुए चल रहे थे। संघ के सदस्यों की ओर से मंगलवार रात्रि में मंदिर परिसर में भजन संध्या का भी आयोजन किया गया। जयदेव परिहार, बंशीलाल माली, मूलचंद, बबलू, डूंगरसिंह, माधुराम भाटी, रामकिशन खींवसर, श्रवण महाराज, सुरेंद्र बोराणा, शांतिलाल माली, खेतसिंह, यशवंतसिंह तंवर सहित कई संघ सदस्य उपस्थित थे।

रेहाना, इंद्रा व लाखाराम से फिर की सीबीआई ने पूछताछ!


जोधपुर.सीबीआई ने मंगलवार को लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बहन इंद्रा को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया, मगर उसकी तबीयत खराब होने के कारण थोड़ी देर में भेज दिया। बताया जाता है कि इंद्रा ने सीबीआई को कुछ फोटो सौंपे हैं। इंद्रा से सीबीआई ने पांचवीं बार पूछताछ की है।

इससे पहले शहाबुद्दीन की साथी शिक्षिका रेहाना को दुबारा बुलाया गया। उससे पूरे दिन तक पूछताछ हुई है। सीबीआई को संदेह है कि फरारी के दौरान शहाबुद्दीन ने भंवरी अपहरण की महत्वपूर्ण जानकारी उसे दी थी।

भंवरी से संपर्क में रहे निलंबित एसआई लाखाराम को सौदेबाजी में मध्यस्थता करने के संदेह में पूछताछ करने के लिए बुलाया गया। इस बीच शहाबुद्दीन के लिए जयराम के नाम से सिम कार्ड लाने वाले युनुस और एयरटेल एजेंसी के संचालक सुनील आचार्य को भी पीपाड़ से पूछताछ के लिए दुबारा बुलाया गया और सिम से संबंधित रिकॉर्ड की जांच की गई।

सहीराम के रिश्तेदारों से पूछताछ

सहीराम पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित करने के बाद भी सीबीआई को कोई कामयाबी नहीं मिली है। स्थानीय पुलिस की मदद से फलौदी तहसील में लगातार दबिश दी जा रही है। सीबीआई सोमवार रात को फलौदी से सहीराम के दो सालों को लेकर आई थी, उनसे मंगलवार को पूरे दिन पूछताछ हुई।

वहीं दिन में एयरफोर्स एरिया में रहने वाले सहीराम के भाई मनोहर राम से भी पूछताछ की गई। उधर दूसरे आरोपी सोहनलाल के रिश्तेदार को भी तिलवासनी से बुला कर पूछताछ की गई।


एसआई पाना से पूछा भंवरी की शिकायत के बारे में

सीबीआई ने एसआई पाना चौधरी से भी मंगलवार को काफी देर तक पूछताछ की। भंवरी कुछ महीनों पहले लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई की शिकायत लेकर एसपी ऑफिस गई थी।

तत्कालीन एसपी उस वक्त मौजूद नहीं थे, इसलिए एएसपी ने उसकी फरियाद सुनने के लिए एसआई पाना चौधरी को बुलाया था। बाद में इंद्रा विश्नोई भंवरी को एसपी ऑफिस से अपने साथ ले गई थी। सीबीआई ने इसी संबंध में पाना चौधरी से पूछताछ की है।

और गहराया भंवर, तो विशनाराम गैंग के हवाले हुई थी भंवरी!

जोधपुर.सूत्रों के अनुसार सीबीआई को शक है कि बिलाड़ा से अपहृत एएनएम भंवरी देवी को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने उम्मेद नगर के पास लोहावट थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर विशनाराम विश्नोई की गैंग को सौंप दिया था। करीब एक माह से छानबीन कर रही सीबीआई की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से अपहरण के आरोपी पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई के साथ विशनाराम की गिरफ्तारी के लिए फलौदी क्षेत्र के गांवों में दबिश दे रही है।
यह भी जानकारी मिली है कि मोस्ट वांटेड विशनाराम ने सहीराम के ठिकानों पर शरण ली थी और भंवरी के अपहरण से दो दिन पहले ही सहीराम उससे मिला था। विशनाराम की गैंग पर शक इसलिए है कि भंवरी को ले जाने वाली गैंग ने सोहनलाल व शहाबुद्दीन से संपर्क करने के लिए राह चलते लोगों के मोबाइल फोन इस्तेमाल किए थे।

विशनाराम भी दूसरे के फोन ही इस्तेमाल करता है। विशनाराम हजारों बीघा जमीन के फर्जी बेचान का आरोपी है। सहीराम का भाई बाबूराम इसी गैंग का सदस्य है। बाबूराम जेल में है।


मुख्यमंत्री की भूमिका की भी जांच हो : वसुंधरा

वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा के स्वागत के लिए मंगलवार को जोधपुर पहुंचे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि भंवरी मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।





किसी काम का श्री गणेश करना हो तो जानिए बुधवार के मुहुर्त...



जब भी कोई नया या शुभ या मांगलिक कार्य प्रारंभ किया जाए तो उसकी सफलता के भगवान से प्रार्थना करना चाहिए। इसके साथ ही ध्यान रखें कि कार्य का शुभारंभ शुभ चौघडिय़े में ही हो। रोज के कार्यों के लिए जरूरी है चौघडिय़ा देखकर शुभारंभ किया जाए या यात्रा के लिए निकला जाए।
ज्योतिष के अनुसार बताए गए उत्तम चौघडिय़े से हमारे कार्य के पूर्ण होने की संभावनाएं काफी अधिक बढ़ जाती हैं।
जानिए बुधवार को कब-कब है अच्छे चौघडिय़े और कब-कब हैं बुरे चौघडिय़े...
प्रात: 6 बजे से 7.30 तक लाभ
प्रात: 7.30 बजे से 9 बजे तक अमृत
प्रात: 9 बजे से 10.30 बजे तक काल
प्रात: 10.30 बजे से 12 बजे तक शुभ
दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक रोग
दोप. 1.30 बजे से 3 बजे तक उद्वेग
दोप. 3 बजे से 4.30 बजे तक चर
शाम 4.30 बजे से 6 बजे तक लाभ
शाम 6 बजे से 7.30 तक उद्वेग
शाम 7.30 बजे से 9 बजे तक शुभ
रात 9 बजे से 10.30 बजे तक अमृत
रात 10.30 बजे से 12 बजे तक चर
रात 12 बजे से 1.30 बजे तक रोग
रात 1.30 बजे से 3 बजे तक काल
रात 3 बजे से 4.30 बजे तक लाभ
रात 4.30 बजे से 6 बजे तक उद्वेग
जानिए, कौन से श्रेष्ठ चौघडिय़े और कौन से हैं अशुभ चौघडिय़े...
उत्तम चौघडिय़े- अमृत, शुभ, लाभ और चर हैं।
अशुभ चौघडिय़े- उद्वेग, रोग तथा काल हैं।
उत्तम चौघडिय़े में ही कार्य का प्रारंभ करना चाहिए जबकि अशुभ चौघडिय़े में नया कार्य प्रारंभ करने से बचना चाहिए।

राजस्थान हाउस में मलखान के कमरे में ठहरी थी भंवरी!

जोधपुर.भंवरी मामले में पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ ने मंगलवार को लूणी विधायक मलखान सिंह की बहन इंद्रा के आरोपों को झूठ बताया है। इंद्रा ने सोमवार को आरोप लगाया था कि भंवरी से जाखड़ सीडी लेना चाहते थे, लेकिन सौदा नहीं बैठा।

जाखड़ ने कहा कि न तो उन्होंने सीडी देखी है और न ही इस पर कभी चर्चा की। वे भंवरी को नहीं जानते। पिछले साल जुलाई में वह दिल्ली में गैस एजेंसी मांगने आई थी। जब उसने मुझसे कहा था कि वह राजस्थान हाउस में मलखान सिंह के कमरे में ठहरी है और इंद्रा भी साथ है, तब मैंने डिजायर लिखी थी।


जब सांसद को बताया गया कि इंद्रा ने फिर आरोप लगाया है कि भंवरी, सर्किट हाउस में जाखड़ से दो-तीन बार मिली थी और इसके गवाह भी उसके पास हैं, तो सांसद ने कहा- इंद्रा को गवाही करानी है तो सीबीआई के सामने कराए। इस बारे में विधायक मलखान सिंह ने बात करने से इनकार कर दिया।

महिपाल मौन :

उधर पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा भी इन दिनों जोधपुर में ही हैं, लेकिन उन्होंने भी इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया।

प्रकाशक चाहिए....मेरी पुस्तक बाड़मेर ....विकास का सफ़र पार्ट २ का लेखन कार्य पूर्ण


प्रकाशक चाहिए जो इस महत्वपूर्ण पुस्तक का वृहद स्तर पर प्रकाशन कर सके साथ ही मरुधरा के लोक गीत संगीत के पहरुए मान्गानियारो के जीवन आधारित पुस्तक का काम भी पूरा हो चुका हें ...


प्रिय युवा साथियों .मेरे सम्मानित आदरणीय साथियों मेरी पुस्तक  बाड़मेर ....विकास का सफ़र पार्ट २ का लेखन कार्य पूर्ण हो चूका हें ...इस खास पुस्तक में बाड़मेर जिले के इतिहास ,परंपरा ,लोक कला संस्कृति ,रहन सहन ,रीती रिवाज़ ,पहनावा ,मेले ,तीज त्यौहार ,मंदिर ,सरहद....विकास को लेकर ज्ञानवर्धक आलेख हें बाड़मेर की सम्पूर्ण तथ्यात्मक जानकारिय हें ...मेरी दूसरी पुस्तक ब्रांड अम्बेसेडर ऑफ़ थार डेज़र्ट....दी  मंगनियार ..अगले माह तक पूर्ण हो जाएगी ..दी मंगनियार का अंग्रेजी संस्करण की तयारी चल रही हें ...राजस्थान की लोक कला संस्कृति के व्यापक प्रसार प्रचार के लिए आप दोस्तों खास कर प्रवासी राजस्थानी बंधुओ से निवेदन हें की ...इसमे विज्ञापन दिलावे क्योकि इससे जो राशि प्राप्त होगी वो बाड़मेर के रुखमा बाई  मांड अनुसन्धान केंद्र के निर्माण एवं विकास पर खर्च की जायेगी ..आपके सहयोग से थर रेगिस्तान की मांड कला को बचने का प्रयास किया जायेगा 

मंगलवार, 8 नवंबर 2011

Hemant Kumar::Tum Pukar Lo



tum pukaar lo, tumhaaraa intzaar hain
khwaab chun rahee hain raat bekaraar hain

honth pe liye huye, dil ki baat hum
jaagte rahenge aur, kitnee raat hum
mukhtasar si baat hai, tum se pyaar hain
tumhaaraa intzaar hain.. ..