मंगलवार, 8 नवंबर 2011

अबोलो ने जुबान दे सरकार ...स्वामी प्रतापपुरी


म्हारी जबान रो तालों खोलो पोस्टकार्ड अभियान 

अबोलो ने जुबान दे सरकार ...स्वामी प्रतापपुरी  


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति तथा राजस्थान मोटियार

परिषद के तत्वाधान में राणी रूपादे संस्थान में म्हारी जुबान रो तालो खोलो

पोस्ट कार्ड अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन स्वामी प्रतापपुरी के मुख्य आतिथ्य में

आयोजित कर सैकड़ो पोस्टकार्ड राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम राजस्थानी भाषा

को संविधान की आठवी सूची में शामिल कर मान्यता देने का आग्राह किया गया। कार्यक्रम

को सम्बोधित करते हुए स्वामी प्रतापुरी ने कहा कि राजस्थान की संस्कृति, परम्परा तथा

इतिहास का लौहापूरा विश्व मानता है। उन्होने कहा कि राजस्थानी भाषा की मिठास को

पूरा विश्व नमन करता है। विदेशों में राजस्थानी को मान्यता दी गई। हम अपने ही घर में

अबोले है हमारी जुबान पर संवैधानिक ताला लगा हुआ है। इस ताले को खोलने के

उद्देश्य से युवा वर्ग द्वारा चलाया जा रहा अभियान सराहनीय प्रयास है। इस अवसर पर

कमलसिंह राणीगांव ने कहा कि राजस्थानी केवल भाषा ही नही हमारी संस्कृति है। भाषा

के बिना हमारी संस्कृति अधूरी है। पोस्टकार्ड अभियान के माध्यम से केन्द्र सरकार पर

राजस्थानी भाषा को संवैधनिक मान्यता प्रदान करने का दबाव बनेगा। इस अवसर पर

साहित्यकार कन्हैयालाल वक्र ने कहा कि राजस्थानी भाषा दो सौ साल पुरानी है।

राजस्थानी भाषा का शब्द ग्रथ आज भी पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में है। उन्होने कहा कि

महाकवि दिनकर ने भी माना है कि हिन्दी भाषा की जननी राजस्थानी है। राजस्थनी को

आप मान्यता दिलानी चाहिये। इसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर

समिति के संयोजक चन्दनसिंह भाटी जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता, राजस्थानी मोतियार

परिषद के रघुवीरसिंह तामलोर, दीपसिंह रणधा, कृष्णसिंह रानीगांव, दिनेश दवें, प्रकाश

जोशी, विजयकुमार, खेतेश कोचरा, पृथ्वीसिंह पंवार स्वरूप सोलकी, मयंक शर्मा दिनेश गौड़,

नरेन्द्रसिंह गहलोत, छोटूसिंह चाडी, कल्याणसिंह चूली, जालमसिंह लुणु सहित कई

कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर राजस्थानी भाषा को संविधान की

आठवी सूची में शामिल कर मान्यता प्रदान करने के लिये राष्ट्रपति प्रधानमंत्री तथा सांसद

को पोस्टकार्ड लिखे गए।

एलओसी के पास पाकिस्तान ने बनाए 162 बैरक और 97 पोस्ट, 'निर्भय' से जवाब देगा भारत

नई दिल्ली.पाकिस्तान गुपचुप तरीके से भारत से सटी सीमा पर अपनी सैन्य ताकत बढ़ाता जा रहा है। 2003 में हुए युद्धविराम के बाद पाकिस्तान ने अब तक 162 बैरक और 97 अतिरिक्त निगरानी पोस्ट बना लिए हैं। एक संसदीय दल ने यह नतीजा निकाला है। संसदीय दल ने सरकार को कई सुझाव दिए हैं ताकि पाकिस्तान की तरफ से उठाए जा रहे कदमों के जवाब में भारत की तैयारी भी पुख्ता हो। आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने सुझाव दिया है कि सीमा से सटे भारत अपनी जमीन पर एक बांध बनाए।

समिति की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान से सीमा पर ज़्यादातर निर्माण नवबंर, 2003 को युद्धविराम की घोषणा के बाद पिछले 8 सालों में कराया है। बीजेपी सांसद एम. वेंकैया नायडू की अगुवाई वाली समिति ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को 3 नवंबर को यह रिपोर्ट सौंप दी है।

दूसरी ओर, भारत पाकिस्तान की क्रूज मिसाइल बाबर को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जल्द ही अपनी लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल निर्भय का परीक्षण करेगी। निर्भय की मार करने की क्षमता बाबर से दोगुनी है। निर्भय जहां 1000 किलोमीटर तक दुश्मन के ठिकाने पर अचूक वार कर सकती है वहीं बाबर की क्षमता महज 500 किलोमीटर है। निर्भय रडार की पकड़ से बाहर है। जनवरी-फरवरी, 2012 तक इस मिसाइल के परीक्षण की संभावना जताई गई है।

केसा होगा लाइफ पार्टनर(वर/पति)....... कुंडली बताएगी.

केसा होगा लाइफ पार्टनर(वर/पति)....... कुंडली बताएगी....

पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179

हर लड़की के मन में अपने जीवनसाथी के बारे में कल्पनाएं होती है कि उसका पति सुंदर हो, हष्ट-पुष्ट हो, आकर्षक व्यक्तित्व वाला, पढ़ा-लिखा, उत्तम गुणों वाला हो आदि-आदि। माता-पिता का भी अपने लड़की के प्रति कुछ ऐसा ही सपना होता है कि उनकी बेटी सुखी रहे, उसे अच्छा वर मिले, घर परिवार अच्छा हो।
लड़की की पत्रिका में सप्तम भाव से उसके भावी ‍जीवनसाथी का विचार किया जाता है। वहीं नवांश कुंडली को भी देखना चाहिए। सप्तम भाव, सप्तमेश, सप्तम भाव में पड़ने वाली दृष्‍टियां, सप्तम भाव में अन्य ग्रहों की युति, सप्तमेश किन ग्रहों के साथ है, सप्तमेश वक्री है या अस्त, नीच का तो नहीं आदि।
हर लड़की ऐसा जीवनसाथी चाहती है जिस पर उसे गर्व हो यानी वह उसकी चाहत की कसौटी पर खरा उतरता हो। लड़कियाँ लड़के के रंग-रूप या कद-काठी की बजाए उसकी पढ़ाई- लिखाई, कमाई और वैयक्तिक गुणों को अधिक महत्व देती हैं। यदि पति हैंडसम हो और गुणों की खान भी तो सोने पर सुहागा।
लड़कियाँ ऐसे लड़के से शादी करना चाहती हैं जो खुले विचारों का हो जिसकी सोच दकियानूसी न होकर विस्तृत हो, क्योंकि तभी वह अपनी पत्नी की इच्छाओं और भावनाओं को समझ सकता है तथा उसकी कद्र कर सकता है।
लड़कियाँ ऐसे लड़के पसंद करती हैं, जो केवल उनका पति ही बनकर न रहे अपितु एक सच्चा दोस्त भी बने और सुख-दुख में साथ भी निभाए।
लड़कियों की नजर में वह लड़का उनका जीवनसाथी बनने योग्य है, जो अपनी पत्नी की उपलब्धियों पर खुश हो तथा गर्व का अनुभव करे न कि ईर्ष्या करे या उसकी प्रतिभा को रौंदने का काम करे।
हर लड़की ऐसा पति चाहती है जो कंजूस न हो और खुले हाथ से खर्च कर सकता हो, क्योंकि कंजूस युवक के साथ उन्हें अपने जीवन की खुशियाँ नहीं मिल सकतीं।
अच्छा कमाऊ लड़का ही वह पति के रूप में चाहती हैं। पत्नी की कमाई पर ऐश करने वाले या निर्भर रहने वाले लड़के को वह कभी पसंद नहीं करती।
ज्यादातर लड़कियाँ चाहती हैं कि उनका पति उनसे पढ़ा-लिखा, समझदार और योग्य हो।
लड़कियाँ ऐसे लड़के से शादी करना चाहती हैं, जो स्वयं आर्थिक दृष्टि से आत्म निर्भर हो न कि अपने पिता पर निर्भर हो।
लड़कियों की नजर में एक अच्छा पति वह है, जो अपनी पत्नी को अपने समकक्ष दर्जा दे न कि उसे अपने पैरों की जूती समझे। स्वाभिमान को ठेस पहुँचाने वाले को वह कभी जीवनसाथी बनाना नहीं चाहती, क्योंकि ऐसे लोग पत्नी पर हाथ उठाना या उसके स्वाभिमान को ठेस पहुँचाने में अपनी मर्दानगी समझते हैं।
लड़कियाँ ऐसे लड़के से साथ जीवन जीना चाहती हैं, जो उसे प्यार और साथ दोनों दे सके। शादी के बाद भी यदि उसे अकेलापन काटना पड़े तो ऐसी शादी से क्या फायदा? खासकर जो लड़के विदेश में नौकरी करते हैं, यदि वे अपने साथ अपनी पत्नी को ले जाएँ तब तो ठीक अन्यथा पिया मिलन की आस में जिंदगी कट जाती है।
देश में रहने पर भी यदि पति के पास अपनी पत्नी के लिए समय नहीं है तो पत्नी को पीड़ा होती है। कोई भी पत्नी कम आमदनी में गुजर-बसर कर लेगी, लेकिन उसे पति का साथ चाहिए।
हर लड़की ऐसे लड़के से शादी करना चाहेगी, जो पत्नी की अहमियत को समझता हो तथा हर महत्वपूर्ण फैसले में उसकी राय लेता हो।
लड़कियों की नजर में एक अच्छा पति वह है, जो अपनी पत्नी को अपने समकक्ष दर्जा दे न कि उसे अपने पैरों की जूती समझे। स्वाभिमान को ठेस पहुँचाने वाले को वह कभी जीवनसाथी बनाना नहीं चाहती, क्योंकि ऐसे लोग पत्नी पर हाथ उठाना या उसके स्वाभिमान को ठेस पहुँचाने में अपनी मर्दानगी समझते हैं।
अवगुणी लड़के को कभी भी कोई लड़की अपना जीवनसाथी बनाना नहीं चाहेगी, फिर चाहे वह किसी तरह का नशा करता हो या किसी बुरी अथवा आपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त हो। ये सब ऐसी लतें या आदते हैं, जो किसी भी पत्नी का जीवन नर्क बना देती हैं।
हँसमुख,मिलनसार,समझदार और विचारशील हो।
सहनशील होना बहुत जरुरी है
सुन्दर,सुशील और संस्कारी हो
महत्वाकांक्षी और स्वावलम्बी हो
हाइली रोमान्टिक हो, रोमान्स जो उमर के साथ साथ बढता जाय
अन्तिम मगर बहुत ही महत्वपूर्ण कि मुझ पर पूर्णरूपेण भरोसा करता हो। आपसी विश्वास ही वैवाहिक जीवन का आधार होता है।
युवा ऐसे जीवनसाथी को तरजीह देने लगे हैं जो धूम्रपान नहीं करता हो या कभी कभार करता हो।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे प्लेनेट कॉम्बिनेशन ‍जो बताते हैं कि कैसा होगा आपका लाइफ पार्टनर :
यदि जन्म पत्रिका (कुंडली) का अध्ययन करते समय इन सबका ध्यान रखा जाए तो भावी जीवनसाथी की झलक पहले से ही मिल सकती है..जेसे----
* सप्तम भाव में शनि हो तो अपनी उम्र वाला वर मिलेगा, रंग सांवला भी हो सकता है।

* सप्तमेश शुक्र उच्च का होकर द्वादश भाव में हो तो जन्म स्थान से दूर विवाह होगा, लेकिन पति सुंदर होगा।

* सप्तम भाव में मंगल उच्च का हो तो ऐसी कन्या को वर उत्तम, तेजस्वी स्वभाव का, पुलिस या सेना में काम करने वाला मिल सकता है।

* सप्तम भाव में धनु का गुरु हो तो ऐसी कन्या को मिलने वाला वर सुंदर, गुणी, उद्यमी या वकील, शिक्षक या बैंककर्मी भी हो सकता है।

* मंगल के साथ शनि हो तो ऐसी कन्या को वियोग का योग होता है।

* शुक्र-शनि साथ हो तो ऐसी कन्या को वर सांवला, सुंदर, आकर्षक, इंजीनियर या चिकित्सा के क्षेत्र में मिलेगा। धनवान भी हो सकता है।

* सप्तमेश सप्तम भाव में उच्च का हो तो ऐसी कन्या का वर भाग्यशाली होगा, लेकिन विवाह बाद उसे अधिक लाभ रहेगा।


- यदि मेष लग्न हो और सातवें भाव में शुक्र हुआ तो लाइफ पार्टनर सुंदर होगा, वहीं वह फाइनेंशियली साउंड भी होगा।

- वृषभ लग्न हो और सप्तम भाव में मंगल हो व चंद्र लग्न में हो तो वह जीवनसाथी उग्र स्वभाव का होगा लेकिन धन के मामलों में सौभाग्यशाली होगा।

- मिथुन लग्न हो और सप्तम भाव का मालिक भी सातवें भाव में ही बैठा हो तो ऐसी पत्रिका ‍जिसकी होगी वह ज्ञानी, न्यायप्रिय, मधुरभाषी, परोपकारी, धर्म-कर्म को मानने वाला या वाली होगी।

- कर्क लग्न वालों के लिए शनि सप्तम भाव में या सप्तमेश उच्च का होकर चतुर्थ भाव में हो तो वह साँवला या साँवली होगी, लेकिन जीवनसाथी सुंदर होगा या होगी व शनि उच्च का हुआ तो विवाह सुख उत्तम मिलेगा।

- सिंह लग्न हो और सप्तमेश सप्तम में हो या उच्च का हो तो वह साधारण रंग-रूप की होगी पर उसका पति या पत्नी पराक्रमी होगें लेकिन भाग्य में रुकावटें आएँगी।

- कन्या लग्न हो और सप्तम भाव में गुरु हो तो पति या पत्नी सुंदर मिलता है। स्नेही व उत्तम संतान सुख मिलेगा। ऐसी स्थिति वाला प्रोफेसर, जज, गजेटेट ऑफिसर भी हो सकता है। लाइफ पार्टनर सम्माननीय होगा।

- तुला लग्न हो और सप्तम भाव में मेष का मंगल हो तो वह उग्र स्वभाव, साहसिक, परिवार से अलग रहने वाली होगा। लाइफ पार्टनर की पारिवारिक स्थिति मध्यम होगी व नौकरी या व्यापार में बाधा होगी।

- वृश्चिक लग्न हो और सप्तम भाव में शुक्र हो तो स्वराशि का होने से उसे सुसराल से धन मिलेगा। पति पत्नी से लाभ पाने वाला और पत्नी पति से लाभ पाने वाली होगी।

- धनु लग्न हो और सप्तम भाव में बुध हो तो लाइफ पार्टनर समझदार, विद्वान, विवेकी, पढ़ी-लिखा होगा। अगर पत्रिका लड़के की है तो लड़की सर्विस में हो सकती है।

- मकर लग्न हो और चंद्रमा सप्तम भाव में हो तो ऐसा युवा सुंदर, सॉफ्ट स्पोकन, शांतिप्रिय होगा। लाइफ पार्टनर बेहद खूबसूरत होगा।

- कुंभ लग्न हो और सप्तम भाव में सूर्य हो तो वह साहसिक, महत्वाकांक्षी, तेजस्वी स्वभाव की होगी व हुकूमत करने वाली होगी। परिवार से भी अलग हो सकती है।

- मीन लग्न हो और सप्तम में उच्च का बुध हो तो वह युवा प्रतिष्ठित होगा, ऐसी प्लेनेट कंडीशन वाली वाली युवती पढ़ी-लिखी, समझदार, माता-पिता, भूमि-भवन से लाभ पाने वाली होगी। परिवार में सम्माननीय होगी।

यदि इन प्लेनेट कॉम्बिनेशन पर अशुभ प्रभाव हुआ तो फल में परिवर्तन आ सकता है। उसी प्रकार अन्य ग्रहों की स्थिति भी देखी जानी चाहिए। उसी प्रकार सप्तमेश सप्तम में ही हो, लेकिन वक्री या अस्त हो तब भी फल में अंतर आ जाएगा।

ज्यातिष में 12 राशियां होती है। इन राशियों की आपस में मित्रता और शत्रुता होती है। इन राशियों की अलग अलग प्रकृति और स्वभाव भी बताए गए हैं साथ ही इनके गुण और दोष भी ज्योतिषियों ने बताए हैं।इन सभी के आधार पर जानिएं किस नाम का होगा आपका जीवनसाथी...
मेष- आपकी राशि के अनुसार आपका जीवन साथी र, त, भ या ध इनमें से किसी अक्षर से शुरू होने वाले नाम का होगा।
वृष- न, य या प अक्षर से शुरु होने नाम वाला आपका जीवन साथी होगा।
मिथुन- आपकी राशि के स्वभाव के अनुसार भ, ध या र अक्षर वाला जीवनसाथी आपके लिए श्रेष्ठ रहेगा।
कर्क- राशि के अनुसार आपका जीवनसाथी ज, ख या ग अक्षर के नाम वाला होगा।
सिंह- आपकी राशि के लिए जीवनसाथी स, द या फ इनमें से किसी अक्षर से शुरू होने वाले नाम का होगा।
कन्या- आपका जीवनसाथी द, च या व अक्षर वाले नाम का होगा।
तुला- आपकी राशि के स्वभाव के अनुसार च ल या अ अक्षर वाला जीवनसाथी आपके लिए होगा।
वृश्चिक- आपके लिए इ, उ या व अक्षरों से शुरू होने वाले नाम का जीवनसाथी होगा।
धनु- आपकी मित्र राशि के अनुसार आपका जीवनसाथी क घ या ह अक्षरों से शुरू होने वाले नाम का होगा।
मकर- आपका जीवनसाथी आपकी राशि के अनुसार व, प या ड अक्षरों से शुरू होने वाले नाम का होगा।
कुंभ- इस राशि वालों का जीवनसाथी र म या ट अक्षरों से शुरू होने वाले नाम का होगा।
मीन- प ज या न अक्षरों के नाम का जीवनसाथी इस राशि वालों के लिए होता है।

देसी नुस्खा: ऐसे सिर्फ आधा चम्मच हल्दी कर देगी जानलेवा डायबिटीज को कंट्रोल



हल्दी में अनेक तरह के गुणों का खजाना है। इसीलिए हल्दी का उपयोग पुराने समय से ही भारत में भोजन में नियमित रूप से किया जाता रहा है। इसका कारण यह है कि हल्दी में वातनाशक का गुण भी पाया जाता है।आयुर्वेद में भी हल्दी को कई रोगों की एक रामबाण दवा माना गया है। हल्दी रोगियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। विशेषकर डायबिटीज के रोगियों के लिए हल्दी का उपयोग संजीवनी की तरह काम करता है।

आयुर्वेद में यह माना गया है कि हल्दी से मधुमेह का रोग भी ठीक हो जाता है। हल्दी एक फायदेमंद औषधि है। हल्दी किसी भी उम्र के व्यक्ति को दी जा सकती है चाहे वह बच्चा हो, जवान हो, बूढ़ा हो और यहां तक की गर्भवती महिला ही क्यों न हो। हल्दी में प्रोटीन,वसा खनिज पदार्थ एरेशा, फाइबर, मैंगनीज, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम,फास्फोरस, लोहा, ओमेगा, विटामिन ए, बी, सी के स्रोत तथा कैलोरी भी पाई जाती है। माना जाता है कि मधुमेह की रोकथाम के लिए हल्दी सबसे अच्छा इलाज है। रोज आधा चम्मच हल्दी लेकर डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।

मधुमेह के रोगियों को रोजाना ताजे आंवले के रस या सूखे आंवले के चूर्ण में हल्दी का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।

मधुमेह के रोगी 2 ग्राम हल्दी, 2 ग्राम जामुन की गुठली का चूर्ण, 500 मिलीग्राम कुटकी मिलाकर दिन में चार बार सादे पानीं से खाएं।

मधुमेह में आंवले के रस में हल्दी व शहद मिलाकर सेवन करने से भी मधुमेह रोगी को फायदा मिलता है।

प्रेमी युगल सहित तीन ने की आत्महत्या

प्रेमी युगल सहित तीन ने की आत्महत्या


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के गिडा थाना क्षेत्र के हीरा की धनि में एक प्रेमी युगल सहित तीन जनों ने आत्महत्या कर ली .पुलिस सूत्रानुसार कुम्पलिया गाँव निवासी विवाहिता तारावती और राजूराम मेघवाल ने घर के बहार बने पानी के टांके में कूद कर अपनी इह लीला समाप्त कर दी .सूत्रानुसार तारा और राजू रिश्ते में देवर भाभी थे .लम्बे समय से दोनों के बीच प्रेम की पींगे चल रही थी .परिजनों को जानकारी होने पर विरोध किया तो दोनों ने टाँके में कूदकर आत्महत्या कर ली .इस आशय का मुक़दमा गिडा थाने में चनना राम मेघवाल ने दर्ज कराया ,.पुलिस को सूचना मिलाने पर मौके पर जाकर शव को टांके से बहार निकला पोस्ट मार्टम कर परिजनों को सोमप दिया.इसी तरह हीरा की ढाणी निवासी ३५ वर्षीय धर्माराम ने गाँव के बहार स्थित एक मंदिर के झोम्पे में फंदा लगा कर आत्म हत्या कर ली .गिडा थाने में उक्त मामला दर्ज हुआ

हत्या के आरोप में तीन युवक गिरफ्तार

जोधपुर. रातानाडा थानांतर्गत पाबूपुरा क्षेत्र में गुरुवार देर रात विवाह समारोह से लौट रहे हिस्ट्रीशीटर भीमराज पुत्र रामधन नायक की हत्या के मामले में सोमवार को पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपियों व भीमराज में पुरानी रंजिश थी। वारदात से पहले भीमराज ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया था।

इसी के चलते उनके बीच तनातनी हुई और आरोपियों ने धारदार हथियार से भीमराज की हत्या कर दी थी। डीसीपी दीपक कुमार ने बताया कि पाबूपुरा निवासी भीमराज अपने साथी सुरेश, राहुल व प्रण के साथ गुरुवार रात क्षेत्र में एक विवाह समारोह में शामिल होने गया था।

वहां से लौटते समय देर रात करीब एक बजे एयरपोर्ट के निकट जसवंत सिंह के कृषि फार्म के निकट दो कार में सवार कुछ युवकों से ओवरटेक करने की बात को लेकर इनकी कहासुनी हो गई। इसी दौरान कार में सवार युवकों ने भीमराज व उसके साथियों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। भीमराज के हाथ पैर कट जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथी सुरेश व राहुल घायल हो गए।

इस प्रकरण की जांच के लिए एडीसीपी (कानून व्यवस्था) ज्योतिस्वरूप शर्मा के निर्देशन में एसीपी (पूरब) मनोज चौधरी के साथ अन्य अधिकारियों की विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने प्रकरण में नामजद आरोपी पाबूपुरा निवासी विज्जू पुत्र बोदूराम, मनोज उर्फ रिंकू पुत्र बंशीलाल, दलपत पुत्र गणोश व कुचामन सिटी निवासी चैनाराम पुत्र भंवरलाल सहित अन्य की तलाश शुरू की।

गुरुवार को पुलिस ने पाबूपुरा निवासी दलपत उर्फ दल्लू पुत्र गणोशराम नायक, चिंकू उर्फ मनोज पुत्र बंशीलाल नायक और दिवेक पुत्र रतनचंद नायक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इनसे पूछताछ कर अन्य आरोपियों व वारदात में प्रयुक्त धारदार हथियार की बरामदगी के प्रयास कर रही है।

भंवरी के भंवर में दिग्गज, मुख्यमंत्री को थी अश्लील सीडी की जानकारी!



जोधपुर.लूणी विधायक मलखान सिंह विश्नोई की बहन इंद्रा विश्नोई ने खुद को बेकसूर बताते हुए दावा किया है कि लापता एएनएम भंवरी देवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की अश्लील सीडी के बारे में भी उन्हें बताया था।

इस पर उन्होंने मदेरणा को भंवरी से मिलकर सुलह करने को कहा था। इंद्रा ने सोमवार को  बातचीत में यह खुलासा किया।


भंवरी के साथ ऑडियो कैसेट में सीडी के बारे में बातचीत करने की वजह से इंद्रा जांच के दायरे में है। इंद्रा ने बताया कि भंवरी उसकी भी परिचित थी। भंवरी ने उसे अश्लील सीडी के बारे में बताया था। इंद्रा ने कहा कि भंवरी व उसकी ऑडियो टेप करीब एक साल पुरानी है।

सांसद बद्री जाखड़ को पता था

इंद्रा ने बताया कि भंवरी को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ ने मुंहबोली बेटी बना रखा था। जाखड़ को इस सीडी के बारे में पता चलने पर वे उससे सीडी लेना चाहते थे। बाद में भंवरी ने बताया कि सौदा नहीं बैठा। पैसे कम थे।

५ करोड़ थारा, अर २ करोड़ म्हारा


उल्लेखनीय है कि आज यह बयान देने वाली इंद्रा से भंवरी की बातचीत का जो ऑडियो टेप आया है उसमें खुद भंवरी इंद्रा से कहती है कि पांच करोड़ थारा, अर दो करोड़ म्हारा। इंद्रा ने आज यह भी कहा कि बातचीत किसने टेप की उसे पता नहीं है, जबकि ऑडियो टेप में खुद भंवरी इंद्रा पर फोन टेपिंग का आरोप लगाते हुए उसे अपशब्द कहती है।

ब्लैकमेलिंग का बदला सीडी

इंद्रा के अनुसार भंवरी ने उसे बताया था कि मदेरणा उसे ब्लैकमेल कर रहे थे। इसलिए बाद में भंवरी ने मदेरणा की सीडी बना ली।
इंद्रा ने कहा कि सीबीआई एक ऑडियो टेप के आधार पर मुझसे तो पूछताछ कर रही है, मगर असली गुनहगारों को आज तक नहीं बुलाया। पूछताछ करनी है तो लीला और महिपाल मदेरणा से करें। उसने कहा- किसी दबाव के कारण मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है।


भंवरी ३१ दिसंबर को मेरे घर आई थी : इंद्रा


इंद्रा ने कहा कि आखिरी बार पिछले ३१ दिसंबर को भंवरी मेरे घर आई थी। उसके बाद हम नहीं मिले। इंद्रा ने दावा किया कि भंवरी के मुख्यमंत्री से मिलने के बाद मदेरणा ने जोधपुर में रेजिडेंसी रोड स्थित एक होटल के पास भंवरी से मुलाकात की और उसे कार में बिठाकर ले गए थे।


ध्यान नहीं कि भंवरी मुझसे मिली थी : गहलोत


मुझसे हर रोज हजारों लोग मिलते हैं। मुझे तो ध्यान नहीं कि भंवरी कभी मुझसे मिली होगी। मेरे लिए तो यह (इंद्रा का बयान कि भंवरी ने मुख्यमंत्री को अश्लील सीडी की जानकारी दी थी) न्यूज है।

अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री

मैं तो दिल्ली गया हुआ था। आज ही लौटा हूं। मैंने इंद्रा की बात नहीं सुनी है। इसलिए कुछ नहीं कह सकता।


मलखान सिंह, विधायक

मेरे पास गैस एजेंसी मांगने आई थी : जाखड़

सांसद बद्रीराम जाखड़ ने कहा कि भंवरी से मेरा बेटी-वेटी का कोई रिश्ता नहीं था। मैं उसे जानता भी नहीं। एक बार दिल्ली में मेरे पास गैस एजेंसी मांगने आई थी। मैंने कहा- मैं तुम्हें जानता ही नहीं तो एजेंसी कैसे दिलवा दूं। उसने कहा- मैंने चुनाव में काम किया था तो मैंने कहा- मुझे नहीं पता।

लॉकर खोलने की कहानी झूठी निकली


सीबीआई ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि अजमेर के एक बैंक लॉकर से 150 सीडी मिलने की खबर गलत है। इसमें नाममात्र भी सत्यता नहीं है।


इंद्रा, लाखाराम से सीबीआई पूछताछ
जोधपुर. भंवरी के साथ ऑडियो टेप के कारण सोमवार को इंद्रा से सीबीआई ने फिर पूछताछ की। बोरुंदा के निलंबित, पुलिस चौकी प्रभारी लाखाराम से भी पूछताछ की गई। इस बीच पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम की तलाश में कई जगह छापामारी की गई। ब्यूरो को गैस एजेंसी संचालक घनश्याम चौधरी और नर्स कुसुम की भी तलाश है।

|| हनुमान चालीसा || जय बजरंग बली


|| हनुमान चालीसा ||


श्री गुरु चरण सरज राज , निज मनु मुकुर सुधारे |
बरनौ रघुबर बिमल जासु , जो धयक फल चारे ||

बुधिहिएँ तनु जानके , सुमेराव पवन -कुमार |
बल बूढी विद्या देहु मोहे , हरहु कलेस बिकार ||




जय हनुमान ज्ञान गुण सागर |
जय कपिसे तहु लोक उजागर ||

राम दूत अतुलित बल धामा |
अनजानी पुत्र पवन सूत नामा ||

महाबीर बिक्रम बज्रगी |
कुमति निवास सुमति के संगी ||

कंचन बरन बिराज सुबेसा |
कण कुंडल कुंचित केसा ||

हात वज्र औ दहेज बिराजे |
कंधे मुज जनेऊ सजी ||

संकर सुवन केसरीनंदन |
तेज प्रताप महा जग बंधन ||

विद्यावान गुने आती चतुर |
राम काज कैबे को आतुर ||


प्रभु चरित सुनिबे को रसिया |
राम लखन सीता मान बसिया ||


सुषम रूप धरी सियाही दिखावा |
बिकट रूप धरी लंक जरावा ||


भीम रूप धरी असुर सहरइ |
रामचंद्र के काज सवारे ||


लाये संजीवन लखन जियाये |
श्रीरघुवीर हर्षा उरे लाये ||


रघुपति किन्हें बहुत बड़ाई |
तुम मम प्रिये भारत सम भाई ||


सहरत बदन तुमर्हू जस गावे |
आस कही श्रीपति कान्त लगावे ||


संकदीक भ्रमधि मुनीसा |
नारद सरद सहित अहिसा ||


जम कुबेर दिगपाल जहा थी |
कवी कोविद कही सके कहा थी ||


तुम उपकार सुघुव कहिन |
राम मिलाये राज पद देंह ||


तुम्रहो मंत्र विभेक्षण मन |
लंकेश्वर भये सब जग जान ||


जुग सहेस जोजन पैर भानु |
लिन्यो ताहि मधुर फल जणू ||


प्रभु मुद्रिका मेली मुख माहि |
जलधि लाधी गए अचरज नहीं ||


दुर्गम काज जगत के जेते |
सुगम अनुग्रह तुमरे तेते ||


राम दुआरे तुम रखवारे |
हूट न आगया बिनु पसरे ||


सब सुख लहै तुम्हरे सरना |
तुम रचक कहू को डारना ||


आपण तेज सम्हारो आपे |
तेनो लोक हकतइ कापे ||


भुत पेसच निकट नहीं आवेह |
महावीर जब नाम सुनावेह ||


नसे रोग हरे सब पीरा |
जपत निरंतर हनुमत बल बीरा ||


संकट से हनुमान चुदावे |
मान कम बचन दायाँ जो लावे ||


सब पैर राम तपस्वी रजा |
तिन के काज सकल तुम सजा ||


और मनोरत जो कई लावे |
टसुये अमित जीवन फल पावे ||


चारो गुज प्रताप तुमारह |
है प्रसिद्ध जगत उजियारा ||


साधू संत के तुम रखवारे |
असुर निकंदन राम दुलारे ||


अस्ट सीधी नवनिधि के डाटा |
अस वर दीं जानकी माता ||


राम रसायन तुम्हरे पासा |
सदा रहो रघुपति के दस ||


तुम्रेह भजन राम को भावे |
जनम जनम के दुःख बिस्रावे ||


अंत काल रघुबर पुर जी |
जहा जनम हरी भगत कहेई ||


और देवता चितन धरयो |
हनुमत सेये सर्व सुख करेई ||


संकट कटे मिटे सब पर |
जो सुमेरे हनुमत बलबीर ||


जय जय जय हनुमान गुसाई |
कृपा करो गुरु देव के नाइ ||


जो सैट बार पट कर कोई |
चुतेही बंधी महा सुख होई ||


जो यहे पड़े हनुमान चालीसा |
होए सीधी सा के गोरेसा ||


तुलसीदास सदा हरी चेरा |
कीजेये नाथ हृदये महा डेरा ||
पवनतनइ संकट हरण, मंगल मूर्ति रूप |
राम लखन सीता सहित , हदय बसहु सुर भूप | |

सोमवार, 7 नवंबर 2011

अपाहिज बेटी को 'बोझ' बताकर दलाल को बेचा

मुंबई।। मुंबई में मां-बाप ने 14 साल की अपनी अपाहिज बेटी की परवरिश में नाकाम रहने पर उसे एक दलाल को बेचकर सेक्स रैकेट में धकेल दिया। मुंबई पुलिस ने इस सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर इस लड़की को मुक्त कराया। इस लड़की के पैर खराब हैं। वह होश संभालने से लेकर अब तक वीलचेयर पर ही रहती है।

कुछ महीने पहले यूपी में रहने वाले दंपती ने अपनी बेटी को 10 हजार रुपये में दलाल को बेच दिया था। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता उसे बोझ समझते थे। उन्हें लगता था कि उसकी शादी नहीं हो पाएगी।

एसीपी वसंत धोबले ने बताया कि उन्हें इस सेक्स रैकेट के बारे में सूचना मिली थी। पुलिस के पास खबर थी कि एयरपोर्ट के बाहर ऑटो वाले 350 से 500 रुपये में कस्टमर को होटेल में ले जाते थे। इन दलालों को इसके लिए एक हजार रुपये मिलते थे।

कैसे हुआ ऑपरेशन
एयरपोर्ट पर एक पुलिस ऑफिसर ने फर्जी ग्राहक बनकर ऑटो ड्राइवर से किसी होटेल पर चलने को कहा। ड्राइवर ने रास्ते में बताया कि वह उनको ऐसे होटेल पर ले चलेगा जहां रात को भी उनकी खूब खातिरदारी होगी। वह उसे अंधेरी ईस्ट के कुमड़िया रेजिडेंस होटेल ले गया।

ऑफिसर को कमरे में इंतजार करने को कहा गया और कुछ देर बाद 4 नाबालिग लड़कियों को सामने खड़ा कर दिया गया। अधिकारी यह देखकर दंग रह गया कि उनमें से एक लड़की अपाहिज थी। लड़की की उम्र के हिसाब से 2 हजार से 10 हजार रुपये की डिमांड की गई।

पुलिस अधिकारी के इशारे पर पुलिस ने छापा मार दिया। पुलिस ने मैनेजर, होटेल के कर्मचारियों और दलाल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लड़की को भी मुक्त करा लिया। पुलिस का कहना है कि लड़की का क्या होगा वह नहीं जानते। वह अपने घर नहीं जाना चाहती है।

युवती की लाश मिली, गैंगरेप के बाद हत्या की आशंका

मेरठ।। मेरठ में मेडिकल कॉलेज परिसर के पास झाड़ियों में एक युवती की लाश मिली है। आशंका जताई जा रही है कि गैंग रेप के बाद युवती की हत्या की गई है। पुलिस अधिकारी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि मृतका की शिनाख्त पूनम निवासी जयदेवी नगर के रूप में हुई है। 18 साल की पूनम रविवार रात को अपनी मां के साथ जागृति विहार में अपने किसी रिश्तेदार की शादी में गई थी। रात को उसकी मां तो वहीं पर रूक गई, लेकिन पूनम घर निकल गई।

देर रात घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसे तलाश किया तो उसकी लाश मेडिकल कॉलेज के पास झाड़ियों में पड़ी मिली। लाश की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि गैंग रेप के बाद पहचाने जाने के डर से उसकी उसके दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। पुलिस क्षेत्राधिकारी के अनुसार पोस्टमॉर्टम के लिए लाश भेजकर मामले की छानबीन की जा रही है।

29 महिलाओं की लाशों को गुड़िया बनाकर रखा था अपार्टमेंट में


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मॉस्को।। रूस की पुलिस ने एक ऐसे आदमी को गिरफ्तार किया है जिसने महिलाओं की 29 लाशों की ममी बनाकर और उन्हें गुड़ियों की पोशाक पहना कर अपने अपार्टमेंट में रखा था।

मंत्रालय के प्रवक्ता वालेरी ग्रिबाकिन ने बताया कि मॉस्को से करीब 400 किलोमीटर दूर निझनी नोवगोरोद के वोल्गा रिवर सिटी के इस सिरफिरे ने इलाके की कई कब्रों को खोदकर इन लाशों को इकट्ठा किया था।

ग्रिब्राकिन ने बताया कि संदिग्ध आदमी इतिहासकार है, जिसने कई किताबें लिखी हैं। इलाके में खोदी गई कब्रों की जांच शुरू होने पर वह हत्थे चढ़ा। इससे पहले समझा जा रहा था कि कब्र खोदने के पीछे चरमपंथियों का हाथ है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि अपने संग्रह के लिए संदिग्ध ने केवल युवा महिलाओं की लाशें निकालीं।

गुप्तांग काटने के प्रयास का मामला

गुप्तांग काटने के प्रयास का मामला

भीनमाल। शहर के रामसीन रोड पर 440 केवी जीएसएस के पास रविवार को कुछ लोगों द्वारा प्लॉट में अनाधिकृत प्रवेश कर प्लॉट मालिक का अपहरण कर बधंक बनाकर उसके साथ मारपीट करने व गुप्तांग काटने के प्रयास का मामला थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस के मुताबिक सेवड़ी हाल-भीनमाल निवासी भैराराम पुत्र वजाराम चौधरी ने लिखित रिपोर्ट दर्ज करवाई कि रविवार को वह और जेसीबी चालक सिणधरी निवासी तेजाराम जाट प्लॉट की सफाई कर रहे थे।

उस दौरान शैतानसिंह व गजेन्द्रसिंह पुत्र भीखसिंह राजपूत ने खेत में अनधिकृत प्रवेश कर उनके साथ मारपीट की एवं जेसीबी चालक को नीचे पटक दिया। बाद में उसका अपहरण कर ऊकसिंह देवल बीएड कॉलेज लेकर गए। वहां बंधक बनाकर कपड़े उतारकर उसके साथ मारपीट की और गुप्तांग काटने की कोशिश की। उन्होंने इस दौरान जबरदस्ती जेब से 50 हजार रूपए व एक सोने की चैन छीन ली। लोगों ने बीच-बचाव कर उसे उनके चंगुल से छुड़ाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

हाबूर बन गया पूनमनगर


हाबूर बन गया पूनमनगर


45 वर्षों से चल रही मांग अब जाकर हुई पूरी, शहीद के गांव में खुशी की लहर


जैसलमेर  देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीद पूनमसिंह के नाम से उसके पैतृक गांव हाबूर का नाम करने की मांग आखिरकार 45 साल बाद पूरी हो गई है। हाबुर के रहने वाले पूनमसिंह ने पुलिस सेवा में रहते हुए 9 सितम्बर 1965 को भुट्टोवाला चौकी पर दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। पूनमसिंह को मरणोपरांत पुलिस अग्नि सेवा पदक भी दिया गया। तत्कालीन कलेक्टर विजय गुप्ता ने हाबूर का नाम पूनमनगर करने की घोषणा की थी। उस दौरान डाकघर आदि में तो हाबूर का नाम पूनमनगर हो गया लेकिन गजट नोटिफिकेशन नहीं होने से अभी भी कार्रवाई अटकी हुई थी।

हाबूर के रहने वाले विधायक छोटूसिंह भाटी ने इस मांग को विधानसभा में बार- बार उठाया आखिरकार सरकार ने गजट नोटिफिकेशन में हाबूर का नाम पूनमनगर कर दिया। इस संबंध में विधायक भाटी को राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने फोन कर बधाई दी। हालांकि जिलेवासी पिछले कई वर्षों से हाबूर को पूनमनगर से ही संबोधित करते आ रहे हैं लेकिन राजस्व रिकार्ड में इस गांव का नाम हाबूर ही रहा।

अपने ही लगा रहे शहर की सुंदरता पर दाग

अपने ही लगा रहे शहर की सुंदरता पर दाग


शहर के स्मारकों व छतरियों पर लगा दिए विज्ञापनों के पोस्टर, बैनर
पालिका भी नहीं कर रही कार्रवाई, लोगों को जागरूक किए जाने की जरूरत

लगाने के बाद भूल जाते हैं

जैसलमेर दीपावली के बाद से शहर का सौंदर्य तो दिनों दिन खराब होता जा रहा है। दीपावली के दिनों में व्यापारियों द्वारा अपने प्रतिष्ठान के प्रचार एवं विभिन्न आकर्षक योजनाओं के होर्डिंगस द्वारा शहर को पाट दिया जाता है। लेकिन उसके बाद उन्हें नहीं हटाया जा रहा है। जिससे वह शहर की सुंदरता को बिगाड़ रहे है। कई जगहों पर ऐसे पोस्टर अभी भी लगे है जिनका आयोजन संपन्न हुए करीब एक से ड़ेढ़ साल का समय हो गया है फिर भी उन्हें नहीं हटाया गया है।

जैसलमेर की छवि हो रही है खराब

स्वर्णनगरी भ्रमण पर प्रतिवर्ष लाखों देशी विदेशी सैलानी आते हैं। उनके मन में यहां की सुंदरता की अमिट छाप होती है लेकिन यहां पहुंचने पर उन्हें ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं जिनसे जैसलमेर की छवि खराब हो रही है। कई बार तो सैलानियों को स्मारकों पर लगे पोस्टरों व बैनरों को फोटो खींचते भी देखा जा सकता है।

नहीं हो रही है कार्रवाई

शहर के सौंदर्यकरण एवं सुंदरता के प्रति जबावदेह नगरपालिका भी इस मुद्दें पर कोई खास कार्रवाई नहीं कर रही है। पालिका ने भी गत एक वर्ष में सौंदर्यकरण विरूपण के तहत कोई कार्रवाई नहीं की है। पालिका द्वारा कार्रवाई नहीं करने से लोगों भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। पालिका द्वारा भी पोस्टर व बैनर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है तो मात्र चुनावी माहौल में। कार्रवाई के अभाव में इन दिनों शहर का हर प्रमुख पर्यटन स्थल तथा सरकारी इमारतें पोस्टर व बेनर से अटी पड़े हंै।

 जैसलमेर

स्वर्णनगरी में ऐतिहासिक धरोहरों पर भी लोग पोस्टर- बैनर लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इससे धरोहरों का रूप बिगड़ रहा है। शहरी क्षेत्र में सौंदर्यीकरण के लिए लगी कलात्मक बंगलियां व छतरियां पोस्टरों व बैनरों से रंग बिरंगी नजर आने लगी हंै। ऐतिहासिक धरोहरों पर भी यही हाल देखने को मिलता है। यहां तक कि शहर में पालिका की ओर से सैलानियों की सुविधा के लिए लगाए गए साइनबोर्ड भी पोस्टरों में छिप गए। नगरपालिका ने एक दो बार इस संबंध में कार्रवाई कर चुप्पी साध ली। शहर का सौंदर्य बिगाडऩे वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होती है तो बस चुनावी माहौल में।

कलात्मक छतरियां भी हो रही हैं बदहाल

शहरी क्षेत्र में हनुमान चौराहे से लेकर स्वर्णनगरी चौराहे तक सौंदर्यीकरण के लिए अनेक छतरियां लगी हुई है और चौराहों को भी कलात्मक बनाया गया है। लेकिन इन जैसलमेरी पत्थरों व छतरियों पर लगे पोस्टर व बैनर दागनुमान साबित हो रहे हैं। इसके अलावा शहरी के भीतरी हिस्सों में अनेक स्थानों पर यही हाल है। और तो और प्राचीन इमारतें, सोनार दुर्ग व गड़सीसर सरोवर जैसे ऐतिहासिक स्थल भी इस दाग से अछूते नहीं है।

पर्यटन स्थलों पर भी पोस्टर

पिछले लंबे से पोस्टर व बेनर लगाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं होने के कारण हनुमान चौराहा, अमरसागर प्रोल, सोनार दुर्ग की प्राचीर, गड़सीसर प्रोल, पटवा हवेली, गड़सीसर सरोवर आदि जगहों पर आए दिन व्यापारियों द्वारा पोस्टर, बैनर आदि लगा दिए जाते है। जिससे शहर का सौंदर्य खराब हो रहा है। शहर के अमरसागर प्रोल, मुख्यबाजार, गोपा चौक, गड़सीसर चौराहा पर इतनी बड़ी तादाद में पोस्टर व बेनर लगे है कि सैलानियों को उसका मौलिक स्वरूप भी नहीं दिखाई दे रहा है।

सनसनीखेज खुलासा- इस 'ड्रेस कोड' को फॉलो करती हैं मुंबई की कॉलगर्ल !


मुंबई. मुंबई में देह व्यापार करने वाली लड़कियों के लिए अब दलालों ने ड्रेसकोड तय कर दिया है। यह ड्रेसकोड नाइट गाउन है। यह खुलासा पिछले दिनों मुंबई पुलिस ने किया है। पुलिस ने पिछले दिनों एक बिल्डिंग में छापा मारकर ११९ लड़कियों को छुड़ाया था। यहां चकलाघर चलानेवाली मालकिनों से यह ड्रेसकोर्ड तय किया था।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने पिछलों दिनों एक बिल्डिंग में चलने वालो १३ कमरों पर छापा मारकर ११९ लड़कियों को छुड़ाया था। इस दौरान इस चकलाघर को चलानेवाली महिलाओं को भी दबोचा था।
इस बिल्डिंग में काफी सालों से यह चकलाघर चल रहा था। यहां से लड़कियां रात में नाइटगाउन में बाहर जाती थीं। यही वजह थी कि पुलिस को इन लड़कियों पर कभी शक नहीं हुआ।