रविवार, 6 नवंबर 2011

रिश्ते को कलंकित करने वाले मां-बेटे अब पांच साल के लिए सलाखों के पीछे

उदयपुर. सौतेले मां-बेटे के नाजायज रिश्ते से परेशान होकर तीन वर्ष पूर्व बहू के आत्महत्या करने के बहुचर्चित मामले में शनिवार को कोर्ट का फैसला आ गया। डबोक क्षेत्र के इस मामले में आरोपियों को पांच-पांच साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है।

ससुर को संदेह का लाभ मिल गया। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट ट्रैक क्रम 1 की पीठासीन रेखा भार्गव ने यह फैसला सुनाया। इस मामले में डबोक में मेड़ता के काली घाटी निवासी भंवर कुंवर पत्नी देवी सिंह और उसके सौतेले बेटे गुलाब सिंह पुत्र देवी सिंह को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने पर धारा 306 के तहत पांच-पांच साल की कठोर कैद व तीन-तीन हजार का जुर्माना, दहेज प्रताडऩा के मामले में धारा 498 ए में तीन साल का कठोर कारावास व एक-एक हजार जुर्माने की सजा सुनाई गई है।


ससुर देवी सिंह पुत्र धूल सिंह को साक्ष्य के अभाव में संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया गया है। पुलिस ने पहले इस मामले में दहेज हत्या की धारा 304 बी और 498 ए के तहत चालान पेश किया था।

पीहर पक्ष के बयानों के आधार पर हुई सजा

अभियोजन पक्ष की ओर से अपर लोक अभियोजक जय पालीवाल ने 18 गवाह और 34 दस्तावेज पेश किए। पुलिस ने इस मामले में दहेज हत्या की धारा 304 बी और 498 ए के तहत चालान पेश किया था। अदालत ने मृतका सज्जन कुंवर के मां-पिता, भाई-भाभी के बयानों को आधार माना।

सज्जन कुंवर ने पीहर पक्ष को उसके पति व सास के बीच नाजायज संबंध के बारे में बताया था। इस पर धारा 304 बी दहेज हत्या के स्थान पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने पर आईपीसी की धारा 306 के तहत व दहेज प्रताडऩा (498 ए) में अपराध दोष सिद्ध माना।


नाजायज संबंधों से दुखी होकर की थी आत्महत्या

अदालत ने कहा कि मां-बेटे का आचरण ऐसी प्रकृति का था जो मानसिक क्रूरता की श्रेणी में आता है। अभियुक्त गुलाब सिंह व भंवर कुंवर के संबंध मां-बेटे के समान हैं। इनके बीच इस प्रकार के नाजायज संबंध होना स्वयं में अविश्वसनीय था। जिनको कहीं भी स्वतंत्र रूप से मृतका द्वारा बताया जाना संभव नहीं था।

मृतका वह इसका उल्लेख मात्र अपने परिजनों से ही कर पाई। इसी घुटन के कारण उसने आत्महत्या कर ली थी। यही प्रमाणित होता है।

क्या था मामला :

30 अगस्त 08 को भैरू सिंह ने डबोक थाने में केस दर्ज कराया था कि उसकी 20 वर्षीय बेटी सज्जन कुंवर की शादी डेढ़ साल पूर्व गुलाब सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद ही ससुराल पक्ष सज्जन कुंवर को दहेज के लिए परेशान करते थे। 28 अगस्त 08 को भी सज्जन कुंवर ने फोन कर ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए परेशान करने की बात कही थी।

तब पिता ने सज्जन कुंवर को पीहर बुला लिया था। समझाइश कर वापस अगले दिन ससुराल वापस भेज दिया था। उसी दिन ससुराल जाते ही सज्जन कुंवर ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज किया था।

महज आठवीं की छात्रा की ब्लू फिल्म बनाई और...

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी
ब्लू फिल्म युवक और छात्रा की पहचान हो चुकी है
अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है
राजौरी में एक आठवीं कक्षा की छात्रा की अश्लील फिल्म बनाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसे कार में फिल्माया गया है। मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने शनिवार को इस संदर्भ में एफआईआर नंबर 580, आरपीसी की धारा 292/67/65ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिल्म में शामिल छात्रा तथा युवक की पहचान हो गई है। लेकिन पुलिस ने अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस तरह का यह चार माह में दूसरा मामला है। जिससे क्षेत्र के लोगों में काफी रोष है।

जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से राजौरी में एक स्थानीय छात्रा की अश्लील फिल्म का मामला काफी चर्चा में था। पुलिस के पास जब इसकी शिकायत आई तो मामले से पर्दाफाश हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जांच में पाया कि फिल्म में छात्रा तथा युवक दोनों ही स्थानीय हैं। छात्रा एक प्राइवेट स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है। जबकि युवक उसी के घर के पास रहता है। दोनों काफी अच्छे परिवारों से तालुक रखते है। पुलिस ने फिल्म की कापी को जांच के लिए उसे भेज दिया है।

फिलहाल पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर लिया है। जांच के दौरान इस बात पर नजर रखी जा रही है कि फिल्म किस मकसद से बनाई गई है। क्या इससे छात्रा को ब्लैकमेल किया जा रहा था या फिर उसे बदनाम करने के लिए। इसके लिए पहले चरण में युवक से भी पूछताछ की जा सकती है। जिसके बाद ही साफ हो पाएगा की फिल्म मार्केट में कैसे आई और इसके पीछे किन किन लोगों का हाथ है। फिल्म की कापी को मार्केट से खत्म करने की भी कवायद शुरू कर दी गई है और तमाम लोगों को इसकी कापी को नष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। ज्ञात रहे कि इससे चार माह पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था, पुलिस उसकी भी जांच चल रही है।

कैदी का परिवार व समाज से जुड़ाव जरूरी : भारद्वाज

कैदी का परिवार व समाज से जुड़ाव जरूरी : भारद्वाज

कहा खुली जेल में कैदियों के आजीविका के साधन बढ़ाए जाएंगे। जेलों को शहर से बाहर स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं।

. जालोर राज्य के जेल महानिदेशक ओमेंद्र भारद्वाज ने कहा है कि कैदियों को सुधरने का मौका मिलना चाहिए ताकि वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। वे शनिवार को यहां जेल परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कैदी में सुधार के लिए जरूरी है उसका अपने परिवार और समाज से सतत् जुड़ाव बना रहे। उन्होंने बताया कि आमतौर पर जेलों को शहर से बाहर करने की बात की जाती है, लेकिन यह सही नहीं है क्योंकि किसी सुनसान जगह पर जेल खोल देने से कैदी भी उसी माहौल के आदि हो जाएंगे और उनसे मिलने वाले भी परेशान होंगे। उन्होंने कहा कि अपराधी भी इंसान है उन्हें सुधारने के लिए ही जेल लाया जाता है। किसी को जेल में रखने का मतलब उस व्यक्ति को मिटाना नहीं है बल्कि उसके अपराध को मिटाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई जेलों को शहर से बाहर करने की चर्चाएं होती रहती हैं, लेकिन यह गलत है। केवल उन्हीं जेलों को बदला जा रहा है जिनकी क्षमता पूरी हो चुकी है। जालोर में स्थित खुली जेल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि अगर वहां कैदियों के रहने की पर्याप्त जगह नहीं है तो इस समस्या को दूर किया जाएगा। साथ ही इन कैदियों के लिए आजिविका के संसाधन भी मुहैया करवाए जाएंगे। इस दौरान उनके साथ उप महानिरीक्षक कारागार जोधपुर (डीआईजी जेल) देवेंद्रसिंह, जालोर एसपी राहुल बारहठ, जेलर धन्नाराम, मुख्य प्रहरी दलपतसिंह और मोहनसिंह तथा मेलनर्स शहजाद खान भी मौजूद थे।

अधिवक्ताओं की हड़ताल 13वें दिन भी जारी

अधिवक्ताओं की हड़ताल 13वें दिन भी जारी


बालोतरा अधिवक्ता डूंगरसिंह नामा पर कोर्ट परिसर में हुए हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अधिवक्ताओं का धरना 13वें दिन भी जारी रहा। जिला अभिभाषक संघ बालोतरा के कोषाध्यक्ष गणपतदान चारण ने कहा कि घटना के 13 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन घटना के आरोपियों को पकड़ पाने में नाकाम रहा है। अधिवक्ताओं के हड़ताल पर चले जाने से न्यायिक कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं। चारण ने बताया कि शनिवार को अधिवक्ताओं ने नारे लगाकर विरोध जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक आगे भी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया।

एक गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी

॥कोर्ट परिसर में एडवोकेट के साथ हाथापाई करने के मामले में एक आरोपी कमरुद्दीन को पुलिस ने चार दिन पूर्व शिव में उंडू गांव से गिरफ्तार कर लिया था जिसे शनिवार को बाड़मेर न्यायालय से जेल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरे आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस दल अलग-अलग स्थानों पर तलाशी में जुटे हुए हैं।ञ्जञ्ज भंवरदान रतनू, थानाधिकारी, बालोतरा

प्रसव के दौरान बच्चे की मौत की जांच कराने की मांग

प्रसव के दौरान बच्चे की मौत की जांच कराने की मांग

बाड़मेर सरली निवासी ने प्रसव के दौरान बच्चे की मौत के मामले में शनिवार को कलेक्टर वीना प्रधान को ज्ञापन सौंप प्रसव में पचपदरा सीएचसी के स्टाफ पर पैसे नहीं देने पर इलाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की। इस बाबत पचपदरा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है।

ज्ञापन में प्रसूता के पति उम्मेदसिंह जाखड़ ने बताया कि राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपदरा में 16 अक्टूबर को उसने पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर शाम तीन बजे भर्ती कराया। पीड़ा अधिक होने पर प्रसूता को डिलेवरी के लिए प्रसूता रूम में ले जाया गया। महिला की प्रसव के दौरान परेशानी होने पर पचपदरा स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने प्रसूता को चीरा लगाया। रात नौ बजे उसे इलाज के लिए बालोतरा स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्रसूता की जांच कर बच्चे को मृत बताया। प्रसूता की स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने प्रसूता का सिजेरियन ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। इसको लेकर 23 अक्टूबर को पचपदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

जीएनएम ने मांगे पैसे: पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि जीएनएम ने उसे फोन कर सुरक्षित प्रसव करने के लिए दस हजार रुपए की मांग की। पैसा देने से इनकार करने पर गलत तरीके से इलाज करना शुरू कर दिया।

॥मैने आज जांच की है साथ ही ब्लॉक सीएमएचओ को जांच के लिए नियुक्त किया है। जो तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। प्राइमरी में चीरा लगाते हैं। रेफर किया तब बच्चा जिंदा था।ञ्जञ्ज डॉ. अजमल हुसैन सीएमएचओ

बेटियों की शिक्षा को दें बढ़ावा : कलेक्टर

बेटियों की शिक्षा को दें बढ़ावा : कलेक्टर


भारत निर्माण जन सूचना अभियान का समारोहपूर्वक हुआ समापन


बालोतरा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की विशेष जरूरत है। नारी शिक्षा को प्रोत्साहित कर ही विकास की गति को तेज किया जा सकता है। यह बातें कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने यहां पंचायत समिति परिसर में तीन दिन से चल रहे भारत निर्माण जन सूचना अभियान के समापन समारोह में कही।

उन्होंने आह्वान किया कि ग्रामीण विकास की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाकर विकास में भागीदार बनें। केंद्र सरकार की ओर से रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़ी अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन जागरुकता के अभाव में ग्रामीण जनता इनका लाभ लेने से वंचित रह जाती है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए ग्राम पंचायत मांजीवाला के सरपंच कुम्पाराम पंवार ने बालोतरा में इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों का आभार जताया। नोडल अधिकारी राजेश मीणा ने भी जानकारियां दी। उपखण्ड अधिकारी ओपी विश्नोई एवं रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव एडवोकेट यज्ञदत्त जोशी ने भी विचार व्यक्त किए। गीत एवं नाटक प्रभाग के सहायक निदेशक रजनीश भगत ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। अभियान में सहयोग करने वाले केन्द्र व राज्य सरकार के विभागों, सहयोगियों को जिला कलक्टर ने पत्र सूचना कार्यालय, जोधपुर की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

नियमित टीकाकरण आपके लिए रक्षा कवच का काम करता है। यदि टीकाकरण 80 फीसदी से अधिक है तो बीमारियों की संभावना नहीं के बराबर रह जाती है। अभियान के दौरान शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पर आयोजित कार्यशाला में असाडा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ. संजय गहलोत ने यह बातें कही। वहीं मध्यान्ह भोजन योजना एवं सर्व शिक्षा अभियान पर आयोजित कार्यशाला में प्रभारी अंबालाल खत्री ने कहा कि सरकार की ओर से संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक रहने पर उसका लाभ अवश्य मिलेगा।

बैंक लॉकर से जेवरात गायब होने का मामला

एसपी ने किया मौका मुआयना
बैंक लॉकर से जेवरात गायब होने का मामला


सिवाना   पिछले दिनों स्थानीय एसबीबीजे बैंक की मुख्य शाखा के लॉकर से करीबन तीन किलो सोने के लाखों रुपए के जेवरात गायब होने के मामले में पुलिस एवं बैंक सिक्योरिटी ब्रांच की सयुंक्त जांच में शनिवार को छठे दिन भी पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई। शनिवार को एसपी संतोष चालके ने बैंक में लॉकर का मौका मुआयना कर घटना स्थल का जायजा लिया। इस दौरान बैंक लॉकर प्रभारी वासुदेव एवं शाखा प्रबंधक आरके वर्मा को पुलिस थाने में तलब कर गहनता से जेवरात गायब होने के संबंध में पूछताछ की गई। वहीं जांच दल ने लॉकर प्रभारी के घर पर जाकर तलाशी भी ली।

टेक्निकल टीम करेगी जांच : पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चोरी प्रकरण में टेक्निकल जांच का दायरा लंबा होने के कारण जांच में समय लगेगा। उन्होंने कहा कि हमने एक विशेष टीम का गठन कर जांच के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रथम जांच दायरे में चालीस दिन का सीसीटीवी कैमरे के फुटेज व चालीस दिनों के भीतर लॉकर रूम में प्रवेश हुए सैंतीस ग्राहकों व पन्द्रह बैंक कर्मियों से पूछताछ एवं फुटेज जांच में समय लगेगा। पुलिस अपने तमाम संसाधनों के साथ जांच में जुटी हुई है। वही फुटेज की जांच के लिए बैंक में कम्प्यूटर वेंडर से संपर्क कर उन्हें बुलाया गया है जिससे लॉकर रूम पर लगे कैमरों से छेड़छाड़ के बारे में पता लगाया जा सके। चालके ने बताया कि टेक्निकल टीम सोमवार तक पहुंचने की संभावना है।

सिलसिलेवार चोरियों में बड़ी गैंग का हाथ : बातचीत एसपी चालके ने सिवाना उपखण्ड में बढ़ती चोरियों की वारदातों में पड़ोसी जिले पाली, जालोर, सिरोही की बड़ी गैंग का हाथ होना बताया। उन्होंने बताया कि इसके लिए हमारी टीम गैंग का पता लगाने में जुटी हुई है। शीघ्र ही हमें सफलता हासिल होगी। समदड़ी एटीएम चोरी प्रकरण का राज अभी तक नहीं खुलने के प्रश्न पर एसपी ने बताया कि पुलिस को इसका ठोस सुराग हाथ लग चुका है जिसके बारे में शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा।

युवक ने आत्महत्या की

युवक ने आत्महत्या की

बाड़मेर जिले के लंगेरा गांव निवासी व यहां मसूरिया में रहने वाले किशन सिंह उर्फ त्रिलोकसिंह पुत्र शंकरसिंह राजपुरोहित ने शनिवार रात को कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रतापनगर पुलिस ने बताया कि वह बरकतुल्ला स्टेडियम के सामने स्थित एक निजी कंपनी में कार चालक की नौकरी करता था। कंपनी कार्यालय के पास में ही वह किराए के कमरे में रहता था। पुलिस को उसके कमरे से मिले सुसाइड नोट में उसने कंपनी के कैशियर पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। कैशियर लंबे समय से उसे नौकरी से निकालने व जान से मारने की धमकी दे रहा था। इसके साथ ही उसने सुसाइड नोट में कमरे में रखे चौदह सौ रुपए व एक मोबाइल मां को देने के लिए लिखा है। पुलिस ने शव को एमडीएम की मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचित किया है।

इस 'हसीना' के कारनामे पढ़कर हक्के बक्के रह जाएंगे आप



पटना.समाज के बदलते परिवेश की रुप रेखा शनिवार को पटना जंक्शन पर देखी गई। जमशेदपुर का रहने वाला 12 वीं का छात्र बुर्का पहने हुए पटना के दसवीं के लड़के साथ पकड़ा गया। एक यात्री को शक होने पर पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस दोनों को पकड़ कोतवाली ले आई।



पूछताछ में पता चला कि जमशेदपुर के आंध्रा एसोसिएशन इंग्लिश स्कूल में 12 वीं का छात्र रहमान(बदला हुआ नाम) पटना के शिवम कान्वेंट में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र मो. रज्जाक(बदला हुआ नाम) से सना नाम की लड़की बनकर बात करता था। रज्जाक इस बात से अनजान था, कि वह एक लड़के से बात कर रहा है। दोनों की मुलाकात जमशेदपुर में एक शादी के दौरान हुई थी। उस समय से दोनों दोस्त बन गए थे। सिटी एसपी सेंट्रल शिवदीप लांडे ने बताया कि दोनों लड़के भटक गए हैं। उन्हें सुधारने की आवश्यकता है।



उधर रहमान ने बताया कि वह शनिवार को जमशेदपुर से पटना इसलिए आया था कि वह रज्जाक को सच्चाई बता सके। लेकिन उसने बुर्का क्यों पहना इसका जबाव उसके पास नहीं है। रहमान ने शनिवार की शाम जमशेदपुर जाने के लिए राजधानी बस से टिकट भी ले लिया था। हालांकि टिकट उसने शहबाज के नाम से लिया था। रहमान के पिता टेल्को में कार्यरत हैं।

पत्नी से बात कर फांसी पर झूल गया सैन्य अधिकारी!

जोधपुर.सेना की जोधपुर स्थित सिग्नल रेजीमेंट के नायब सूबेदार जयकुमार ने उदयपुर के सैन्य इलाके में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वे वहां तीन दिन पूर्व ही गेम्स प्रैक्टिस के लिए गए थे और आत्महत्या से पहले अपनी पत्नी से मोबाइल फोन पर बात की थी।

इधर जयकुमार की आत्महत्या को संदिग्ध मान सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। सिग्नल रेजीमेंट के जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारी केरल निवासी जयकुमार तीन दिन पूर्व खेलकूद प्रतियोगिता की तैयारियों के लिए उदयपुर गए थे। वे सैन्य छावनी में ही ठहरे हुए थे। वहां शुक्रवार शाम सात बजे उन्होंने अपनी पत्नी से मोबाइल पर बात की।

बाद में दुबारा पत्नी ने फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला। इस पर पत्नी ने उनके एक साथी को फोन कर जयकुमार के फोन नहीं उठाने के बारे में पूछा। जब साथी ने उनके कमरे में जाकर देखा तो जयकुमार खिड़की के हुक में लगे फंदे पर झूलते पाए गए।

इस पर वहां मौजूद लोगों ने गले से फंदा निकाला और अस्पताल ले गए। वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस बारे में सूचना मिलने पर जयकुमार की पत्नी भी आज सुबह उदयपुर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जयकुमार शुगर की बीमारी से पीड़ित थे और इस वजह से काफी परेशान थे, मगर पत्नी ने संदेह जताया है कि कहीं किसी ने उनकी हत्या कर शव खिड़की के हुक पर लटका दिया है।

सेना के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर खिड़की के हुक से उन्होंने किस तरह फंदा लगाकर आत्महत्या की और आत्महत्या की वजह क्या रही?

कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के आदेश

"सेना ने जय कुमार के आत्महत्या मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए है।"

एस डी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

पांच युवतियां के साथ कार में दो युवक, पुलिस ने गिरफ्तार किया तो...!

अजमेर/जेठाना.मांगलियावास थाना क्षेत्र में शनिवार को ब्यावर रोड पर पुलिस ने नाकाबंदी कर शक के आधार पर कार में दो युवकों के साथ पांच युवतियों को पकड़ा है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।

प्रारंभिक तौर पर युवतियों ने बताया कि वे डांस ग्रुप की सदस्य हैं और जोधपुर निवासी युवक के साथ कार्यक्रम में डांस करने जा रही है। पुलिस ने युवक और युवतियों से अलग-अलग पूछताछ की है, इनके बयान विरोधाभासी पाए गए हैं।

अजमेर से ब्यावर जा रहे एसपी राजेश मीणा ने भी मांगलियावास थाने में संदिग्ध युवक-युवतियों से पूछताछ की। श्रीनगर थाना प्रभारी सुशीला बिश्नोई, मांगलियावास थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने भी संदिग्धों से पूछताछ की। इनके खिलाफ धारा 109 के तहत कार्रवाई की गई है।


पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि टवेरा कार में युवक के साथ युवतियां संदिग्ध हालत में हाइवे पर ब्यावर की तरफ जा रही हैं। सूचना पर नाकाबंदी कर कार रुकवाई गई। कार संख्या आरजे 01-टी-1413 में सवार यूआइटी कालोनी वैशालीनगर निवासी दिनेश पुत्र साजनदास और उसकी पत्नी मीनाक्षी, सुल्तानपुरी नई दिल्ली की मूल निवासी हाल कृष्णा कालोनी खुशी पुत्री मदनलाल, मुस्कान उर्फ डोली पुत्री राकेश कोली, बिहारी गंज निवासी संगीता उर्फ सोनी पुत्री गोपाल शर्मा, जोधपुर निवासी टोनी उर्फ अविनाश पुत्र राजेन्द्र और लाखन कोटड़ी निवासी प्रिया उर्फ मुस्कान पत्नी कुलदीप को मांगलियावास थाने लाया गया।

पुलिस को इनके बयान पर एतबार नहीं है। देर रात तक इनसे पूछताछ जारी थी। इनके नाम-पतों की तस्दीक की जा रही थी। पुलिस को शक है कि डांस पार्टी की आड़ में यह लोग अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं।

3 मंत्रियों,3 आईएएस अफसरों से हैं भंवरी के रिश्ते!

जोधपुर.करीब दो माह के अनुसंधान एवं चर्चाओं से यह साफ हो रहा है कि पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के अलावा तीन और मंत्रियों, तीन आईएएस अधिकारियों, परसराम विश्नोई सहित कांग्रेस के दो पूर्व पदाधिकारियों तथा दो पूर्व विधायकों का भंवरी से संबंध रहा है।

हालांकि, सीबीआई सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। यह अलग बात है कि अब अनुसंधान इसी ओर बढ़ रहा है कि भंवरी को फाइनेंस करने वाले बड़े लोग कौन थे और एएनएम के अपहरण में उनकी क्या भूमिका रही?

पुलिस और सीबीआई के अनुसंधान में यह सामने आ चुका है कि मलखान, महिपाल, परसराम विश्नोई, पूर्व उपजिला प्रमुख सहीराम विश्नोई, मलखान की बहन इन्द्रा विश्नोई, ठेकेदार सोहनलाल, बिलाड़ा प्रधान कुसुम और शहाबुद्दीन का भंवरी से नजदीकी रिश्ता रहा है।



एएनएम से रिश्ता रखने वालों में तीन आईएएस अफसर, दो और मंत्रियों, कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी और दो पूर्व विधायकों के नाम भी चर्चा में हैं, लेकिन ये हैं कौन? इसके बारे में न पुलिस ने आज तक खुलासा किया न ही अब सीबीआई कर रही है।



चर्चा यह भी है कि भंवरी को गायब करवाने में किसी बड़े नेता का तो हाथ नहीं है। संदेह की सुई इस वजह से भी इन बड़े लोगों की तरफ है कि अब तक भंवरी से जुड़े तीन ऑडियो बाहर आए हैं जिनमें साफ लग रहा है कि भंवरी की महत्वाकांक्षा बहुत बढ़ गई थी। इनमें एक जगह यह बात सामने आई है कि नई दिल्ली की एक पार्टी से भंवरी व सोहनलाल को सात करोड़ रुपए मिलने वाले थे?

सीबीआई के साथ सब जानना चाहते हैं कि ये पैसे दे कौन रहा था और क्यों? यह साफ है कि इतनी बड़ी रकम देने वाला कोई साधारण आदमी नहीं हो सकता।



भंवरी को कौन-कौन करता रहा फाइनेंस



एएनएम की नौकरी और करोड़ों की चल-अचल संपत्ति, बोरुंदा में आलीशान मकान। अजमेर में 70 लाख की कीमत का भूखंड। दो कार और जोधपुर में प्रोपर्टी। सीबीआई अब इसकी पड़ताल कर रही है कि आखिर एएनएम भंवरी देवी के पास इतनी संपत्ति आई कैसे? उसे फाइनेंस करने वालों में कौन-कौन बड़े लोग शामिल रहे हैं? अथवा इसके स्रोत क्या है?



इसकी तहकीकात के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि भंवरी से ताल्लुकात रखने वाले किसी नेता का ही साथ उसे गायब करने में तो नहीं है। इसके लिए जोधपुर एवं अजमेर में भंवरी की संपत्ति के बारे में पूरी छानबीन की जा रही है।

इंद्रा, भंवरी, और सहीराम का एक और टेप - 'लीला को पता चला तो साहब को ...



जोधपुर.एक और ऑडियो टेप बाजार में है। इसमें लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा ने अपने परिचित अमित विश्नोई के मोबाइल से भंवरी को फोन किया। बात शुरू होने के कुछ ही देर में भंवरी के दूसरे मोबाइल पर सहीराम की कॉल आ गई।

भंवरी ने इंद्रा का फोन चालू छोड़कर सहीराम से बात शुरू कर दी। चूंकि, इंद्रा, भंवरी का फोन टेप हो रहा था, इस कारण इस टेप में सहीराम से बात शुरू होने के बाद केवल भंवरी की आवाज है। इसमें सुनील गूजर का नाम भी है, जिसे सोहनलाल द्वारा सीडी बेचने की बात कही जा रही है। भंवरी कहती है- लीला (मदेरणा की पत्नी) तक यह बात पहुंची तो वह साहब को गला दबाकर मार देगी।

बातचीत हूबहू

इंद्रा: हैलो।

भंवरी: हां, इंद्रा बोल। इंद्रा: खाती बैठा था, हिसाब कर रही थीं। एसी की खिड़कियां टूट गई थीं।

भंवरी: एक मिनट इंद्रा, सहीराम का फोन आ रहा है।

इंद्रा: किसका?

भंवरी: तू सुन। सहीराम का फोन है।

इंद्रा: हां।

भंवरी: हैलो। अरे सहीराम जी, कहां हो। सुबह से फोन लगा रही हूं।

...तुम्हारे पीछे-पीछे मुझे भी बुखार आ गया, उठना नहीं हो रहा है।

....टेस्ट कल कराऊंगी, अभी तो दिमाग खराब हो रहा है। साहब (महिपाल मदेरणा) से बात हुई तुम्हारी?

....यार, लेट हो गया हो तो मुझे दोष मत देना, मैं साफ बात कह रही हूं।

...तुम मेरी बात समझाओ कि भंवरी इतनी जिद कर रही है तो कोई न कोई बात है। तब इतनी जिद कर रही हूं।

...नहीं तुम जाकर आओ, मेरी बात करा देना। मैं साहब को पूरी बात बता दूंगी। 5-7 दिन में सोहन क्या मामला करने वाला है। वह पूरा गेम खेल जाएगा। वह पैसा ला चुका है अगली पार्टी से और यह आदमी 7 दिन में गेम खेल जाएगा, साहब को टीवी पर दिखा देगा।

...बाद में तुम जानो और तुम्हारा काम जाने। मेरी चीज मेरे पास पड़ी है। तुम मेरी चीज की कुछ कह न सकोगे कि यह मैने आउट की है क्योंकि मेरी चीज मेरे पास अब भी पड़ी है।

...इंद्रा (बीच में): वो (सोहन) तो चुरा कर ले गया था।

भंवरी: सोहन के पास है तो सही। यह मना नहीं करतीं, मगर उसके पास डुप्लीकेट है। इतना ही फर्क है।

...सोहन के पास है सहीराम जी, इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन उसके पास ओरिजनल नहीं है।

...वह अनपढ़ है, उसे क्या पता, ओरिजनल क्या है और ये क्या है? अगर उसे पता होता तो वह दिल्ली बेच कर कैसे आता, वह दिल्ली देकर आ चुका है।

...सुनील गूजर के पास जो कैसेट गई है वह सोहन बेच कर आया है। पैसों का मुझे पता नहीं है, लेकिन यह बात लाखों से बाहर गई है।

...यह बात साहब को पता है, साहब ने जिस दिन फोन किया उससे एक दिन पहले की बात है।

....साहब महिपाल जी ने जब मुझे कहा कि भंवरी यह कैसेट आउट हुई है, उससे एक दिन पहले ये मामला हो चुका है।

....मतलब मुकाम की मीटिंग 29 को थी न? ....28, 29, 30 की है न। यह बात है 26 और 25 तारीख के बीच की। 25 व 26 को यह गेम खेला और 27 को साहब को पता चला।

....आई समझ में। इसलिए साहब को कहा बचाव करना हो तो कर लो। और नहीं करो तो मुझे दोष मत देना। मैं मेरी तरफ से पूरा सहयोग कर चुकी हूं तुम्हें। मैंने हर चीज तुम्हें कह दी, मैं बयान लिख दूं। सब कर दूं। इससे ज्यादा क्या मेरी जान लोगे?

....इतना करते हुए भी यदि साहब ध्यान नहीं दें तो कल लीला जी (मदेरणा की पत्नी) तक यह बात पहुंच गई तो साहब को वह यूं ही मार देगी, गला दबा कर।

...क्या बताऊं। आपको ध्यान ही है। इसलिए तुमसे हाथा-जोड़ी करती हूं कि किसी तरह साहब से मेरी बात करा दो। अरजेंट से अरजेंट। नहीं तो साहब फंस जाएंगे। सात दिन के भीतर यह टीवी पर आ जाएगी।

...यार ये मुझे पता नहीं, ये सीडी उसने बिलाड़ा में कहीं बनवाई है। बिलाड़ा में मेरी जान पहचान नहीं है, वह मेरा रूट नहीं है।

.....नहीं-नहीं। सरदारपुरा में मैंने कोई सीडी नहीं बनाई। सरदारपुरा वाला कैसेट बनाना जानता ही नहीं, वह तो वीडियो शूटिंग की दुकान चलाता है। वह तो इतना डरपोक आदमी है, उसने हाथ जोड़ दिया कि यह मेरे बस की बात नहीं है। उसने तो साफ मना कर दिया।

.....साथ तो मेरे गया था, वह तो एलबम बनाता है। वह वीडियो रिकॉर्डिग नहीं करता, वह एलबम बनाता है जिसके साथ मैं 15 साल से काम करती हूं। आई समझ में।

....वह (सोहन) डुप्लीकेट कैसेट बनाने उसके पास जरूर गया होगा, मगर उसने कह दिया कि वह यह काम नहीं करता है। उसने कह दिया कि भाई साहब इतने बड़े आदमी से पंगा मैं नहीं ले सकता। उसने साफ कहा जाटों से कौन पंगा ले, मुझे मेरे बच्चे पालने हैं। मेरे सामने की बात है। .....बाद में उस आदमी (वीडियो एडिटर) ने मुझे फोन किया। भंवरी जी उस आदमी (सोहन) से सावधान रहना, वह नीच निकलेगा। और वही हुई। .....वह आदमी(वीडियो एडिटर) जिससे यह बात हुई न आउट करने की। तब मुझे शक हुआ। मैंने उससे पूछा कि वह आदमी (सोहन) तुझसे वापस आकर मिला क्या? तो उसने (वीडियो एडिटर) कहा कि भंवरी जी पहली बात मैं जाटों से पंगा नहीं ले सकता और दूसरी बात वह आदमी (सोहन) मुझे उसी दिन संदिग्ध लगा, बताना भी चाहता था कि इस आदमी का भरोसा मत करना। .. (सोहन व भंवरी की इतनी बातचीत के बीच इंद्रा वाला मोबाइल कट जाता है।)

शनिवार, 5 नवंबर 2011

महंगाई के विरोध में सड़कों पर उतरी छात्राएं



जोधपुर। पेट्रोल के बढ़ते दाम से परेशान छात्राएं शनिवार को केंद्र सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरी। उन्होंने केएन कॉलेज के मुख्यद्वार पर प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सरकार ने पेट्रोल के भाव वापस नहीं लिए तो बढ़ती महंगाई का जनता जवाब मांगेगी।

केएन कॉलेज के मुख्यद्वार पर स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले छात्राएं शनिवार दोपहर एकत्र हुई। उन्होंने पेट्रोल के बढ़ते हुए दाम पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इस अवसर पर एसएफआई की केएन कॉलेज इकाई अध्यक्ष हेम कंवर व सचिव निक्की सोनी ने आरोप लगाया कि वर्तमान केंद्र सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार व महंगाई बहुत बढ़ गई है। छात्राओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पुतले की शवयात्रा निकाली तथा इसके बाद नारेबाजी करते हुए पुतले का दहन कर दिया।

यूपी में ससुर ने दामाद को गोलियों से भूना

बुलन्दशहर।। जनपद बुलन्दशहर के खुर्जा नगर से सटे मुंडाखेड़ा गांव में एक ससुर ने अपने दामाद की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने ससुर को पकड़कर जेल भेज दिया है।

एसएसपी आर. के. एस. राठौर ने बताया कि दस साल पहले मुंडाखेड़ा गांव के गंगा सरन की बेटी की शादी मुकुंद राम के साथ हुई थी। शादी के बाद दामाद सुसराल में ही रहने लगा था। शादी के चार साल बाद गंगा सरन की बेटी का देहांत हो गया लेकिन उसका दामाद ससुराल में ही रहता था।

उन्होंने बताया कि सुसर के नाम पर 16 बीघा जमीन थी जिसको लेकर दोनों में झगड़ा हुआ जिस पर ससुर गंगा सरन उर्फ काले ने अपने दामाद को गोलियों से भून दिया। पुलिस ने ससुर को पकड़कर जेल भेज दिया है।