शनिवार, 5 नवंबर 2011

सीडी के लिए अजमेर में लॉकर की तलाश

भंवरी प्रकरण : सीबीआई की कार्रवाई


सीडी के लिए अजमेर में लॉकर की तलाश

जोधपुर  भंवरी और सोहनलाल के बीच बातचीत के ऑडियो टेप का खुलासा होने के बाद सीबीआई टीम अजमेर में उस लॉकर की तलाश कर रही है जिसमें नेताओं की कथित सीडी रखे जाने की बात कही जा रही है। इसे बरामद करने के लिए सीबीआई की एक टीम अजमेर गई है। दूसरी ओर, सीबीआई की एक अन्य टीम ने शुक्रवार को शहाबुद्दीन की साथी महिला शिक्षक रेहाना और दो अन्य नर्सों से पूछताछ की। टीम ने रेहाना और शहाबुद्दीन को रूबरू कराया। भंवरी के अपहरण के बाद रेहाना आबूरोड में शहाबुद्दीन के साथ थी और गुजरात के काणोदर में बोलेरो छोडऩे के लिए भी साथ गई थी। शहाबुद्दीन को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सीबीआई उस सीडी की तलाश में है जिसमें भंवरी व पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के कथित आपत्तिजनक दृश्य हैं। इस बीच सीबीआई को भंवरी और सोहनलाल विश्नोई के बीच हुई बातचीत का ऑडियो टेप मिल गया है, जिसमें भंवरी ऐसी दो सीडी अजमेर के लॉकर में होना बताती है। अब सीबीआई भंवरी के परिजनों और किशनगढ़ में उसके पीहर वालों से पूछताछ कर वह लॉकर तलाश रही है।

इस बीच शुक्रवार को सीबीआई ने पावटा तथा भीतरी शहर में रहने वाली दो नर्सों से भी पूछताछ की जो काफी समय से शहाबुद्दीन के संपर्क में रही हैं। टीम ने तिलवासनी में सोहनलाल के घर की तलाशी ली।

एएनएम भंवरीदेवी अपहरण मामले में शहाबुद्दीन की प्रेमिका से फिर पूछताछ

शहाबुद्दीन की प्रेमिका से फिर पूछताछ

जोधपुर। एएनएम भंवरीदेवी अपहरण मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार को यहां सर्किट हाउस में मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन की प्रेमिका समेत सहकर्मी एक एएनएम व कुछ महिलाओं से पूछताछ की। शहाबुद्दीन की प्रेमिका रेहाना से महिला अधिकारी की मौजूदगी में बंद कमरे में पूछताछ की गई। इससे पूर्व सीबीआई गुरूवार को लूनी विधायक मलखान विश्नोई की बहन इन्द्रा विश्नोई से करीब सात घंटे तक पूछताछ कर चुकी है।

पूछताछ की वजह क्या?

भंवरी के अपहरण में शहाबुद्दीन की मुख्य भूमिका सामने आने के बाद पहले पुलिस और फिर सीबीआई रेहाना से कई बार पूछताछ कर चुकी है। शहाबुद्दीन रिमाण्ड पर चल रहा है। सीबीआई अधिकारी द्वारा शहाबुद्दीन के बयानों की तस्दीक अथवा पुष्टि करवाने के लिए दोनों से आमने-सामने पूछताछ की संभावना है।


भंवरी-इन्द्रा के बीच हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप मीडिया के हाथ लगने के बारे में भी उससे सवाल-जवाब किए गए। इधर पांच दिन की रिमाण्ड अवधि समाप्त होने के बाद शहाबुद्दीन को एक बार फिर शनिवार को सीबीआई मामलात की कोर्ट में पेश किया जाएगा।

इस बीच न्यायालय के आदेशानुसार सीबीआई ने रिमाण्ड पर चल रहे शहाबुद्दीन का शुक्रवार सुबह महात्मा गांधी अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई। जांच में आरोपी की रिपोर्ट सामान्य पाई गई।

नक्शों से तस्दीक के प्रयास


रेहाना के समक्ष शहाबुद्दीन से पूछताछ के दौरान सीबीआई ने जोधपुर संभाग के नक्शों का सहयोग लिया। जिसकी सहायता से सीबीआई वारदात के फरार हुए शहाबुद्दीन व रेहाना से उन स्थानों की तस्दीक करने का प्रयास कर रही है, जहां-जहां दोनों गए थे। इदसके साथ ही पालनपुर के कणोदर स्थित गैराज में छुपाई गई बोलेरो के संबंध में भी तस्दीक की जा रही है।

भंवरी के भाई से सुराग जुटाने की कोशिश


मदनगंज-किशनगढ़. भंवरीदेवी मामले में सीबीआई ने उसके भाई कैलाश नटराज से भी पूछताछ की है। जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में छह दिन पहले करीब चार घण्टे तक हुई पूछताछ में कैलाश ने लूणी विधायक मलखान विश्नोई की बहन इंद्रा पर भंवरी की हत्या करने का संदेह व्यक्त किया। कैलाश ने अपहरण से पूर्व भंवरी के परेशान रहने की बात भी बताई। कैलाश ने "पत्रिका" को बताया कि उसका जीजा नेहरू अस्पताल में भर्ती था। इसी दौरान 30 अक्टूबर को सीबीआई के एक अधिकारी ने उससे अस्पताल में पूछताछ की।

सरपंच को जलाया जिंदा, 51 को मिली उम्रकैद

सरपंच को जलाया जिंदा, 51 को मिली उम्रकैद

रायपुर। राजधानी से लगभग 55 किमी दूर भाटापारा के नेवारी-फुलवारी गांव में साढ़े तीन साल पहले सरपंच को जिंदा जलाकर मार डालने के मामले में विशेष अदालत ने गांव के ही 51 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। पुलिस ने 79 लोगों को इस जघन्य हत्याकांड में आरोपी बनाया था। अदालत ने 27 लोगों को बरी कर दिया, जबकि एक की मृत्यु हो गई है।

फैसले को ध्यान में रखते हुए रायपुर जिला कचहरी में शुक्रवार को सुबह से काफी फोर्स लगा दी गई थी। वहां मौजूद लोगों में 29 वे भी थे, जिन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इस मामले में जेल में बंद 49 लोगों को शाम करीब पौने 4 बजे कचहरी लाया गया। इसके आधा घंटे बाद, विशेष न्यायाधीश गनपत राव ने शाम करीब सवा 4 बजे फैसला सुनाया। जिन्हें सजा सुनाई गई, उनमें से दो जमानत पर थे। इन दोनों को भी शेष 49 के साथ जेल भेज दिया गया।

"भंवरी मत जाना, बच्चों से दूर हो जाएगी"

"भंवरी मत जाना, बच्चों से दूर हो जाएगी"
जोधपुर। भंवरी प्रकरण में शुक्रवार को सामने आई एक और ऑडियो क्लिप में कथित रूप से सोहनलाल व भंवरी के बीच बातचीत है। इसमें बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा को 2 दिन की मोहलत, भंवरी को बाहर नहीं जाने की हिदायत, एक करोड़ या 50 लाख रू. लेने, निलम्बित एसआई लाखाराम के मध्यस्थता करने का जिक्र है।

इसमें बंटी ग्रुप को बुलाने की बात भी कही गई है। बातचीत के दौरान सोहनलाल मध्यस्थता कर भंवरी को समझा रहा है। शुक्रवार को  पौने ग्यारह मिनट की ऑडियो क्लिप पहंुची। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश। 

फूटी कौड़ी भी नहीं मिली

सोहनलाल: लाखाराम आदमी कैसा है....।
भंवरी: लाखा अच्छा व्यक्ति है...अपने काम आए जैसा आदमी है...बोरूंदा रहा हुआ है...सभी को जानता है।
सोहनलाल: लाखाराम से कहो कि उस बनिए को हटाओ...।
भंवरी: कोई बात नहीं...बाबू वाला काम शुरू नहीं किया...मुझे पैसे की जरूरत नहीं...।
सोहनलाल: लोग इस मामले में बदनाम कर रहे हैं....कोई कह रहा है करोड़ तो कोई पचास लेने की बात कर रहा है...लेकिन फूटी कौड़ी भी नहीं दी...इसका हल्ला ज्यादा हो गया।
भंवरी: गांव नहीं आ रहे हो...।
सोहनलाल: बड़े लोग अन्ना हजारे में उलझ गए...इसके बाद आ जाएंगे...।

दोनों की साथ में आवाज

भंवरी: अजमेर आजा या ब्यावर, बर कहीं पर आ जाना...।
सोहनलाल: कहीं भी आऊंगा, लेकिन जोधपुर नहीं आ सकता...। बंटी वाला ग्रुप भारी पड़ेगा...बाहर के लोग हट जाएंगे...घर परिवार के बिना नहीं चल सकता...। फोटोग्राफ के साथ बाबू (मलखान) के जयपुर स्थित पते पर रजिस्टर्ड पत्र भेज दें। उसमें डिटेल लिखी है।...मैंने उनकी वजह से नुकसान व बुराई झेली...।
दोनों की साथ में आवाज...अब नहीं डरेंगे।
सोहनलाल: बाहर जाती है तो ध्यान से जाना...बच्चों से दूर हो जाएगी।
भंवरी: ऎसा कुछ नहीं है, कुछ करने पर इसका प्रूफ निकल जाएगा।
भंवरी: लॉकर है अजमेर में...कोड नम्बर कल बता दूंगी...।
सोहनलाल: कैसेट चार हैं क्या...राजूभाई कह रहा था चार कैसेट बनी हैं छोटी वाली...।
भंवरी: मेरे पास दो कैसेट हैं...दो कैसेट...मलखान के हाथ लगे तो मैं धोखे में नहीं रहंूगी...एक गोल व एक छोटी कैसेट है...दो दिन का समय है कुछ करने का....
सोहनलाल: ...कुछ नहीं होगा...।

बोरवेल में गिरी मासूम बारह घंटे बाद निकला मासूम को जिन्दा नहीं रही


बोरवेल में गिरी मासूम बारह घंटे बाद निकला मासूम को 


जिन्दा नहीं रही 
 
बाड़मेर। सीमावर्ती चौहटन तहसील के तड़ला पंचायत के सांवलासी गांव में शुकवार को एक पांच वर्षीय मासूम खेलते-खेलते खुले बोरवेल में गिरी मासूम बालिका को बारह घंटे के बचाव के कार्यो के बाद भी जिन्दा नहीं बचाया जा सका .मासूम को शनिवार अलसुबह पांच बजे बोरवेल से निकाला गया .बारह घटे तक जींदगी और मौत के बीच जंग लड़ते हुए बालिका आखिर जिंदगी की जंग हार गयी । बोरवेल दो सौ मीटर गहरा  है। 
तड़ला पंचायत के राजस्व गांव सांवलासी की छह वर्षीय भूरी पुत्री हनुमान कुम्हार अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ धोरों पर बकरियां चराते हुए खेल रही थी। इसी शाम करीब पांच बजे उसका पांव एक गहरे गड्ढे में उतर गया। उसे जमीन में जाते देख बदहवास दोनों सहेलियां घर की ओर दौड़ी। 


घर जाकर घटना की जानकारी दी। पता लगते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। दुरूह धोरों में बच्ची को निकालने का कोई साधन ग्रामीणों को नहीं सूझ रहा है। उन्होंने प्रशासन व पुलिस को इसकी इत्तला दी है। चौहटन से उपखण्ड अधिकारी और नायब तहसीलदार सेड़वा सांवलासी में डेरा डाले हुए हें । बचाव में ग्रामीण भी पूरा प्रयास कर रहे हें 


यह गड्ढा दो सौ फीट से ज्यादा गहरा है। इसमें पहले बोरवेल का पाइप लगा था जिसको निकाल दिया गया। जलदाय महकमे द्वारा गड्ढे को नहीं पाटा गया। घटना स्थल पर देर रात तक सैकड़ों ग्रामीणों का जमावड़ा हो गया। रात भर की मस्कट के बाद अलसुबह बालिका को निकाला गया .बालिका का शव परिजनों को सौप दिया. 

हमले में मां-बेटी समेत तीन घायल

हमले में मां-बेटी समेत तीन घायल

सिणधरी। भूंका भगतसिंह गांव में गुरूवार रात को एक जने ने घर में अनाधिकृत प्रवेश कर मां बेटी समेत तीन जनों पर तलवार से जानलेवा हमला कर चोटे पहुंचाई। हमले में घायल मां बेटी का सिणधरी में प्राथमिक उपचार के बाद बाड़मेर रैफर किया। पुलिस के मुताबिक भैराराम पुत्र लाधुराम निवासी जैरूपाणियों का तला होडू ने भूंका भगतसिंह निवासी सइयां पत्नी स्व. जोगाराम केली पुत्री जोगाराम, भोमाराम पुत्र उदाराम निवासी उंदरी के साथ घर में घुसकर जानलेवा हमला किया। इसमें मां बेटी समेत तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने भैराराम को गिरफ्तार कर तीनों का उपचार करवाया तथा प्राथमिकी दर्ज की।

अवैध लकड़ी से भरा ट्रक जब्त
सिणधरी। सिणधरी से बालोतरा जाने वाली मेगा हाइवे पर गुरूवार रात्रि को हैड कांस्टेबल चंद्रपाल मय जाब्ता ने नाकेबंदी के दौरान खेजड़ी व देशी बबूल की गीली लकड़ी से भरे ट्रक को जब्त किया। साथ ही आरोपी ट्रक चालक हरीसिंह पुत्र खीमसिंह निवासी सायला को गिरफ्तार किया। वन अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।

बोरवेल में गिरी मासूम प्रशासन जुटा बचाव में


बोरवेल में गिरी मासूम प्रशासन जुटा बचाव में 
 

बाड़मेर। सीमावर्ती चौहटन तहसील के तड़ला पंचायत के सांवलासी गांव में शुकवार को एक पांच वर्षीय मासूम खेलते-खेलते खुले बोरवेल में गिर गई। बोरवेल दो सौ मीटर गहरा है। घटनास्थल पर ग्रामीणों का जमघट लग गया है और इस मासूम को बचाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पंहुच गए हें ,बालिका को निकालने के प्रयास जारी हें

तड़ला पंचायत के राजस्व गांव सांवलासी की छह वर्षीय भूरी पुत्री हनुमान कुम्हार अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ धोरों पर बकरियां चराते हुए खेल रही थी। इसी शाम करीब पांच बजे उसका पांव एक गहरे गड्ढे में उतर गया। उसे जमीन में जाते देख बदहवास दोनों सहेलियां घर की ओर दौड़ी।

घर जाकर घटना की जानकारी दी। पता लगते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। दुरूह धोरों में बच्ची को निकालने का कोई साधन ग्रामीणों को नहीं सूझ रहा है। उन्होंने प्रशासन व पुलिस को इसकी इत्तला दी है। चौहटन से उपखण्ड अधिकारी और नायब तहसीलदार सेड़वा सांवलासी में डेरा डाले हुए हें । बचाव में ग्रामीण भी पूरा प्रयास कर रहे हें

यह गड्ढा दो सौ फीट से ज्यादा गहरा है। इसमें पहले बोरवेल का पाइप लगा था जिसको निकाल दिया गया। जलदाय महकमे द्वारा गड्ढे को नहीं पाटा गया। घटना स्थल पर देर रात तक सैकड़ों ग्रामीणों का जमावड़ा हो गया। एक जेसीबी आई है, लेकिन बचाव के पुख्ता इंतजाम शुरू नहीं हो पाए थे।

संक्षिप्त रामायण कथा...........सुन्दरकाण्ड....

संक्षिप्त रामायण कथा...........सुन्दरकाण्ड....

सम्पाति की बात सुनकर हनुमान और अंगद आदि वानरों ने समुद्र की ओर देखा। फिर वे कहने लगे- “कौन समुद्र को लाँघकर समस्त वानरों को जीवन-दान देगा?” वानरों की जीवन-रक्षा और श्रीरामचन्द्र जी के कार्य की प्रकृष्ट सिद्धि के लिये पवन कुमार हनुमान जी सौ योजन विस्तृत समुद्र को लाँघ गये। लाँघते समय अवलम्बन देने के लिये समुद्र से मैनाक पर्वत उठा। हनुमान जी ने दृष्टिमात्र से उसका सत्कार किया। फिर (छायाग्राहिणी) सिंहिका ने सिर उठाया। (वह उन्हें अपना ग्रास बनाना चाहती थी, इसलिये) हनुमानजी ने उसे मार गिराया।

समुद्र के पार जाकर उन्होंने लंकापुरी देखी। राक्षसों के घरों में खोज की; रावण के अन्त:पुर में तथा कुम्भकर्ण, विभीषण, इन्द्रजित तथा अन्य राक्षसों के गृहों में जा-जाकर तलाश की; मद्यपान के स्थानों आदि में भी चक्कर लगाया; किंतु कहीं भी सीता उनकी दृष्टि में नहीं पड़ीं। अब वे बड़ी चिन्ता में पड़े। अन्त में जब अशोक वाटिका की ओर गये तो वहाँ शिंशपा-वृक्ष के नीचे सीता जी उन्हें बैठी दिखायी दीं। वहाँ राक्षसियाँ उनकी रखवाली कर रही थीं। हनुमान जी ने शिंशपा-वृक्ष पर चढ़कर देखा।

रावण सीता जी से कह रहा था - “तू मेरी स्त्री हो जा”; किंतु वे स्पष्ट शब्दों में 'ना' कर रही थीं। वहाँ बैठी हुई राक्षसियाँ भी यही कहती थीं- “तू रावण की स्त्री हो जा।”

जब रावण चला गया तो हनुमान जी ने इस प्रकार कहना आरम्भ किया- “अयोध्या में दशरथ नाम वाले एक राजा थे। उनके दो पुत्र राम और लक्ष्मण वनवास के लिये गये। वे दोनों भाई श्रेष्ठ पुरुष हैं। उनमें श्रीरामचन्द्र जी की पत्नी जनक कुमारी सीता तुम्हीं हो। रावण तुम्हें बलपूर्वक हर ले आया है। श्रीरामचन्द्र जी इस समय वानर राज सुग्रीव के मित्र हो गये हैं। उन्होंने तुम्हारी खोज करने के लिये ही मुझे भेजा है। पहचान के लिये गूढ़ संदेश के साथ श्रीरामचन्द्र जी ने अँगूठी दी है। उनकी दी हुई यह अँगूठी ले लो।”

सीता जी ने अँगूठी ले ली। उन्होंने वृक्ष पर बैठे हुए हनुमान जी को देखा। फिर हनुमान जी वृक्ष से उतर कर उनके सामने आ बैठे, तब सीता ने उनसे कहा- “यदि श्रीरघुनाथ जी जीवित हैं तो वे मुझे यहाँ से ले क्यों नहीं जाते?”

इस प्रकार शंका करती हुई सीता जी से हनुमान जी ने इस प्रकार कहा- “देवि सीते! तुम यहाँ हो, यह बात श्रीरामचन्द्र जी नहीं जानते। मुझसे यह समाचार जान लेने के पश्चात सेना सहित राक्षस रावण को मार कर वे तुम्हें अवश्य ले जायँगे। तुम चिन्ता न करो। मुझे कोई अपनी पहचान दो।”

तब सीता जी ने हनुमान जी को अपनी चूड़ामणि उतार कर दे दी और कहा- “भैया! अब ऐसा उपाय करो, जिससे श्रीरघुनाथ जी शीघ्र आकर मुझे यहाँ से ले चलें। उन्हें कौए की आँख नष्ट कर देनेवाली घटना का स्मरण दिलाना; आज यहीं रहो कल सबेरे चले जाना; तुम मेरा शोक दूर करने वाले हो। तुम्हारे आने से मेरा दु:ख बहुत कम हो गया है।”

चूड़ामणि और काक वाली कथा को पहचान के रूप में लेकर हनुमान जी ने कहा- “कल्याणि! तुम्हारे पतिदेव अब तुम्हें शीघ्र ही ले जायेँगे। अथवा यदि तुम्हें चलने की जल्दी हो, तो मेरी पीठ पर बैठ जाओ। मैं आज ही तुम्हें श्रीराम और सुग्रीव के दर्शन कराऊँगा।” सीता बोलीं- “नहीं, श्रीरघुनाथ जी ही आकर मुझे ले जायेँ।”

तदनन्तर हनुमान जी ने रावण से मिलने की युक्ति सोच निकाली। उन्होंने रक्षकों को मार कर उस वाटिका को उजाड़ डाला। फिर दाँत और नख आदि आयुधों से वहाँ आये हुए रावण के समस्त सेवकों को मारकर सात मन्त्रि कुमारों तथा रावण पुत्र अक्षय कुमार को भी यमलोक पहुँचा दिया। तत्पश्चात इन्द्रजीत ने आकर उन्हें नागपाश से बाँध लिया और उन वानर वीर को रावण के पास ले जाकर उससे मिलाया। उस समय रावण ने पूछा- “तू कौन है?” तब हनुमान जी ने रावण को उत्तर दिया- “मैं श्रीरामचन्द्र जी का दूत हूँ। तुम श्री सीताजी को श्री रघुनाथजी की सेवा में लौटा दो; अन्यथा लंका निवासी समस्त राक्षसों के साथ तुम्हें श्रीराम के बाणों से घायल होकर निश्चय ही मरना पड़ेगा।”

यह सुनकर रावण हनुमान जी को मारने के लिये उद्यत हो गया; किंतु विभीषण ने उसे रोक दिया। तब रावण ने उनकी पूँछ में आग लगा दी। पूँछ जल उठी। यह देख पवन पुत्र हनुमान जी ने राक्षसों की पूरी लंका को जला डाला और सीता जी का पुन: दर्शन करके उन्हें प्रणाम किया। फिर समुद्र के पार आकर अंगद आदि से कहा- “मैंने सीता जी के दर्शन कर लिए हैँ।”

तत्पश्चात् अंगद आदि के साथ सुग्रीव के मधुवन में आकर, दधिमुख आदि रक्षकों को परास्त करके, मधुपान करने के अनन्तर वे सब लोग श्रीरामचन्द्र जी के पास आये और बोले- “सीताजी के दर्शन हो गये।” तब श्रीरामचन्द्र जी अत्यन्त प्रसन्न होकर हनुमान जी से बोले- “कपिवर! तुम्हें सीता के दर्शन कैसे हुए? उसने मेरे लिये क्या संदेश दिया है? मैं विरह की आग में जल रहा हूँ। तुम सीता की अमृतमयी कथा सुनाकर मेरा संताप शान्त करो।”

यह सुनकर हनुमान जी ने रघुनाथ जी से कहा- “भगवान्! मैं समुद्र लाँघकर लंका में गया था! वहाँ सीता जी के दर्शन करके, लंकापुरी को जलाकर यहाँ आ रहा हूँ। यह सीताजी की दी हुई चूड़ामणि लीजिये। आप शोक न करें; रावण का वध करने के पश्चात निश्चय ही आपको सीता जी की प्राप्ति होगी।”

श्रीरामचन्द्र जी उस मणि को हाथ में ले, विरह से व्याकुल होकर रोने लगे और बोले- “इस मणि को देखकर ऐसा जान पड़ता है, मानो मैंने सीता को ही देख लिया। अब मुझे सीता के पास ले चलो; मैं उसके बिना जीवित नहीं रह सकता।” उस समय सुग्रीव आदि ने श्रीरामचन्द्र जी को समझा-बुझाकर शान्त किया।

उसके बाद श्रीरघुनाथ जी समुद्र के तट पर गये। वहाँ उनसे विभीषण आकर मिले। विभीषण के भाई दुरात्मा रावण ने उनका तिरस्कार किया था। विभीषण ने इतना ही कहा था कि “भैया! आप सीता को श्रीरामचन्द्र जी की सेवा में समर्पित कर दीजिये।” इसी अपराध के कारण उसने इन्हें ठुकरा दिया था। अब वे असहाय थे। श्रीरामचन्द्र जी ने विभीषण को अपना मित्र बनाया और लंका के राजपद पर अभिषिक्त कर दिया।

इसके बाद श्रीराम ने समुद्र से लंका जाने के लिये रास्ता माँगा। जब उसने मार्ग नहीं दिया तो उन्होंने बाणों से उसे बींध डाला। अब समुद्र भयभीत होकर श्रीरामचन्द्र जी के पास आकर बोला- “भगवन्! नल के द्वारा मेरे ऊपर पुल बँधाकर आप लंका में जाइये। पूर्वकाल में आप ही ने मुझे गहरा बनाया था।” यह सुनकर श्रीरामचन्द्र जी ने नल के द्वारा वृक्ष और शिलाखण्डों से एक पुल बँधवाया और उसी से वे वानरों सहित समुद्र के पार गये। वहाँ सुवेल पर्वत पर पड़ाव डाल कर वहीं से उन्होंने लंका पुरी का निरीक्षण किया।

शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

यहां मात्र 71 पैसे में मिलता है 1 लीटर पेट्रोल!



भारत में लोग भले ही पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान हों लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश भी है जहां पेट्रोल की कीमत, पानी से भी कम है। शायद आपको आसानी से इस बात पर यकीन भी ना हो लेकिन यह बात सौ फीसदी सच है। कच्चे तेल की आसमान छूती कीमतों के बावजूद वेनेजुएला में पेट्रोल 71 पैसे प्रति लीटर मिलता है। आपको बता दें कि वेनेजुएला पेट्रोलियम एक्सपोर्ट देशों का सदस्य है और इसकी राष्ट्रीय आय का अधिकतर भाग तेल निर्यात से ही आता है।

वेनेजुएला की एक तिहाई जीडीपी तेल निर्यात पर निर्भर करती है। यहां से तकरीबन 80 फीसदी तेल को निर्यात कर दिया जाता है। और दुनिया में पेट्रोल उत्पादन में वेनेजुएला 5वें नंबर पर है। यहां तेल की बहुलता है और इसकी कोई कमी नहीं है। कीमतों की बात की जाए तो यहां दुनिया भर में सबसे कम कीमत पर पेट्रोल उपलब्ध है।

रामदेव के इस रूप को देखकर चौंक जाएंगे आप !



मोगा. योग और राजनीति के बाद बाबा रामदेव खेल के मैदान में भी उतर पड़े। शुक्रवार को योग गुरु ने पंजाब के मोगा में भारतीय कबड्डी टीम के खिलाड़ियों के साथ दो-दो हाथ किए। करीब 10 मिनट तक उन्होंने खिलाड़ियों को जमकर छकाया। इस दौरान एक भी खिलाड़ी उन्हें छू तक नहीं पाया।


वहीं उन्होंने कबड्डी-कबड्डी करते हुए चारों खिलाड़ियों को मैदान से बाहर कर दिया। जब खिलाड़ियों ने उनसे उनके दम का राज पूछा तो बाबा ने कहा कि यह योग का कमाल है।


उन्होंने कहा कि कबड्डी सांस को साधने का खेल है और लगातार कपाल भाती, अनुलोम विलोम और अन्य प्राणायाम के साथ योग करते रहने पर आपको कोई भी टीम पराजित नहीं कर सकती।


इस दौरान इंगलैंड टीम ने भी रामदेव से योग क्रिया और उनके लाभ की जानकारी हासिल की। इन दिनों पंजाब में मोगा के ढुढीके में विश्व कबड्डी कप का आयोजन चल रहा है।

40 लाख में बिका मजदूर नेता

40 लाख में बिका मजदूर नेता

नई दिल्ली। मानेसर स्थित मारूति सूजूकी कंपनी में मजदूरों के हक के लिए जिस नेता ने हड़ताल की कमान संभाली वहीं 40 लाख रूपए में बिक गया। इस हड़ताल में करीब 700 करोड़ का घाटा लगने के बाद कंपनी ने मजदूर नेता के साथ समझौता कर लिया। इसके तहत मजदूर नेता ने कंपनी से 40 लाख रूपए लिए और नौकर छोड़ दी। हड़ताल के इस मुख्य नेता सोनू गुर्जर के साथ ही अन्य 30 मजदूर नेताओं ने भी कंपनी छोड़ दी।

उल्लेखनीय है कि मारूति सूजूकी कंपनी ने इस समझौते के तहत पूर्व में हटाए गए 64 कर्मचारियों को फिर से बहाल कर दिया है। और हड़ताल समाप्ति के बाद अब 1200 मजदूर फिर से काम पर लौट आए हैं। हालांकि अब भी 30 नियमित मजदूर निलंबित हैं।

इससे पहले नए मजदूर संगठन मारूति सूजूकी कर्मचारी यूनियन के तहत जून में मानसेर प्लांट में 13 दिन की हड़ताल हुई थी। उस समय कंपनी को 12600 कारों के निर्माण का घाटा हुआ था, जो करीब 630 करोड़ रूपए आंका गया।

विधायक बिड़ला को करंट लगा,आईसीयू में भर्ती

विधायक बिड़ला को करंट लगा,आईसीयू में भर्ती

जयपुर। कोटा से भारतीय जनता पार्टी विधायक ओम बिड़ला शुक्रवार सुबह घर पर करंट लगने से अस्वस्थ हो गए। हालत बिगड़ने पर उन्हें यहां सवाई मानसिंह अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स ने उपचार के बाद अब हालत में सुधार बताया है। विधायक के अस्पताल में भर्ती की खबर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कुशलक्षेम पूछने अस्पताल पहुंचे।

सूत्रों के अनुसार विधायक बिड़ला को करंट उनके घर पर तब लगा जब वह बाथरूम में नहा रहे थे। करंट लगने के बाद उन्होंने खुद को संभाला और ड्राइवर के साथ अस्पताल पहुंचे। बाद में तबीयत खराब होने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया।

सुन लो नेता सगला डंके री चोट ,पेली भासा पछे वोट


अखिल भारतीय राजस्थानी भासा मान्यता संघर्स समिति बाड़मेर

सुन लो  नेता सगला डंके री चोट ,पेली भासा पछे वोट



बाड़मेर ४ नवम्बर  राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता के लिए चलाये जा रहे राजस्थानी भासा मान्यता संघर्स समिति बाड़मेर  तथा राजस्थानी मोटियार परिषद् के तत्वाधान में ‘म्हारी जबान रो खोलो ताळो’ पोस्टकार्ड अभियान के तहत शुक्रवार को जय नारायण व्यास पोलोटेक्निक महाविद्यालय जालिपा  के युवा साथियों ने २५०० पोस्ट कार्ड  राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, सांसद एवं अन्य केंद्रीय मंत्रियों के नाम ज्ञापन व पोस्टकार्ड लिखकर भेजे। इस अवसर पर संघर्स समिति के वरिष्ट उपाध्याक्स इन्दर पुरोहित ने  कहा कि देश के लगभग सभी राज्यों की 22 भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है मगर करोड़ों राजस्थानियों की मातृभाषा राजस्थानी को अनुसूची में शामिल नहीं किया गया है इसके लिए राजस्थानी 64 वर्षों से संघर्षरत है। राजस्थानी भाषा को मान्यता न होने के कारण शासन, प्रशासन व जनता के बीच संवादहीनता है। सरकारी योजनाओं को प्रचार-प्रसार अन्य भाषाओं में होने के कारण जनता इनका लाभ नहीं उठा पा रही है। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जिला पाटवी रिदमल सिंह दांता  ने कहा कि भाषा के कारण ही हमारी संस्कृति नष्ट होती जा रही है। इसलिए राजस्थानी भाषा को शीघ्र मान्यता मिलनी चाहिए। राजस्थानी मोट्यार परिषद पाटवी रघुवीर सिंह तामलोर ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं मिलने से राजस्थानी 64 वर्षों से अबोले है। जबान पर ताला लगा हुआ है। इसलिए सरकार शीघ्र राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाकर राजस्थानियों की जुबान पर लगा ताला खुलवाए। इस अवसर पर समिति के संयोजक चन्दन सिंह भा टी ने कहा की अब समय जागरूकता का हे युवा वर्ग को राजस्थानी भासा की मान्यता के लिए आगे आकर अपना योगदान देना होगा उन्होंने कहा की जन प्रतिनिधियों को इस अभियान को आगे आकर सहयोग करना चाहिए ,ताकि राजस्थानियों को उनकी जुबान मिले ,इन्होने कहा की सुनले सगला नेता डंके री  चोट ,पेली भासा पछे वोट की तर्ज पर मजबूरन जनता से आह्वान करना पडेगा ,जनहित के इस मुद्दे पर जन प्रतिनिधियों को सहयोग करना चाहिए .इस अवसर पर महासचिव विजय कुमार सुल्तान  सिंह रेडाना ,सचिव अनिल सुखानी ,रहमान जयडू, ने भी राजस्थानी भासा को संवैधानिक दर्जा दे कर मान्यता देने की बात कही ,इस अवसर पर राजेंद्र सिंह ,निलेश शर्मा ,विक्रम सिंह सोढा,शिवराज सिंह दुर्गादास राठोड ,सहित समिति के पदाधिकारी और कार्य करता उपस्थित थे ,समिति के आह्वान पर युवाओं ने प्रत्येक घर से चार चार पोस्ट कार्ड लिखने की शपथ ली .

उपनिदेशक घूस लेते गिरफ्तार

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चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरूवार को यहां सर्किट हाउस में उद्यान विभाग, उदयपुर के उपनिदेशक मनोहरलाल तुसावड़ा को 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। तुसावड़ा ने अपने मातहत अघिकारी से ही अनुदान की फाइलों पर हस्ताक्षर की एवज में रिश्वत मांगी थी।

ब्यूरो के थानाघिकारी फाऊलाल के अनुसार सहायक निदेशक उद्यान चित्तौड़गढ़ अजयसिंह शेखावत ने लिखित में शिकायत की थी कि किसानों की अनुदान वाली फाइलों पर हस्ताक्षर करने के एवज में उपनिदेशक तुषावड़ा 15 हजार रूपए मांग रहे हैं। इस पर ब्यूरो ने अपना जाल बिछाया।

गुरूवार सुबह पांच हजार रूपए तुसावड़ा को दिए गए। शेष्ा 10 हजार रूपए लेकर सहायक निदेशक शेखावत सर्किट हाउस में ठहरे तुषावड़ा के पास पहुंचे। जैसे ही शेखावत ने तुषावड़ा को दस हजार रूपए सौंपे, एसीबी की टीम ने तुष्ाावड़ा को गिरफ्तार कर लिया। तुषावड़ा के उदयपुर स्थित मकान की भी तलाशी ली गई।

कनिष्ठ अभियंता व स्टोर कीपर भी दबोचे
सीकर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरूवार को विद्युत कनेक्शन के लिए दो हजार रूपए रिश्वत लेते अजमेर विद्युत वितरण निगम, खूड़ के कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार डागला व लोसल सहायक अभियंता कार्यालय के स्टोर कीपर शंभूसिंह को गिरफ्तार किया है। माडोता के महेन्द्र कुमार बुरड़क ने दुकान पर विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन किया था।

डिमांड राशि जमा करवाने के बावजूद कनेक्शन नहीं मिला तो वह कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार से मिला। उसने रिश्वत मांगी। महेन्द्र ने 2 नवम्बर को एसीबी कार्यालय में शिकायत की। गुरूवार को महेन्द्र कनिष्ठ अभियंता को दो हजार रूपए देने खूड़ पहुंचा। कनिष्ठ अभियंता ने उसे लोसल सहायक अभियंता कार्यालय बुला लिया।

वहां कृष्ण कुमार ने महेन्द्र से रिश्वत के दो हजार रूपए ले लिए। पांच सौ रूपए सहायक अभियंता कार्यालय के स्टोर कीपर शंभूसिंह को दे दिए। इसी बीच एसीबी की टीम ने दबिश देकर कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार व स्टोर कीपर शंभूसिंह को गिरफ्तार कर लिया।

"7 करोड़ की डील, महिपाल को चेतावनी"

"7 करोड़ की डील, महिपाल को चेतावनी"

जोधपुर। प्रदेश के बहुचर्चित एएनएम भंवरी प्रकरण में हाथ लगी एक ऑडियो क्लिप में चर्चित सीडी को लेकर सात करोड़ रूपए की सौदेबाजी, महिपाल मदेरणा को सचेत करने, दिल्ली से पार्टी के पैसे लेकर आने, पुलिस को बयान देने की बात के साथ ही अशोक गहलोत की सरकार को संकट में डालने का भी उल्लेख है। इस क्लिप में कथित रूप से कांग्रेस के विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बहन इन्द्रा और भंवरी के बीच मारवाड़ी भाषा में बातचीत है।



बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी के कांग्रेस विधायक मलखान का इसमें उल्लेख करते हुए सीडी का सौदा नहीं होने की स्थिति में एसपी के पास जाने तक की बात कही गई है। बातचीत में दोनों पक्षों के पास सीडी होने की बात भी कही गई है। क्लिप में खुल कर अश्लील शब्दावली व गाली गलौज का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि इंद्रा विश्नोई का दावा है कि न तो उसे ऑडिया क्लिप की जानकारी है और न ही उसकी आवाज है।

...चार दिन बाद देखना टीवी पर चलेगी

गुरूवार यह ऑडियो क्लिप पहुंची। पेश है इस बातचीत के प्रमुख अंश।
भंवरी: हैलो, बात क्यों नहीं कर रहे हो....
इन्द्रा: हां बात कर रही हंू, इसके लिए गरज करूं....
भंवरी: सोहनलाल की बात कर रही हंू....क्या किया, वो डील कर रहा है....महिपालजी से बात करो, मैं कल 12 बजे तक इंतजार करूंगी, नहीं तो एसपी से बात करके मेरा बयान देने जा रही हंू..4 दिन बाद देखना टीवी पर चलेगी फिर जिंदगी भर रोते रहना।
दोनों की आवाज...सहीराम कहां है?
भंवरी: महिपाल से मिलकर आया था..दस दिन पहले कहा था...भंवरी के पास कुछ भी नहीं है।..साहब से मिल बात की थी..जो चीज है वह तुम्हारे पास भी पड़ी है और मेरे पास भी रहेगी। तेरी बाद में काम आ जाएगी (संभवतया सीडी के संदर्भ में)
इन्द्रा: मैं मलखानसिंह से बात नहीं करती.....मेरा कोई लेना-देना नहीं है.....पचास बार कह दिया
भंवरी: मलखानसिंह की गाड़ी फंसा दूंगी.....पकी-पकाई खाई.....थोड़े पैसे हाथ आने दें.....फिर देख लेना.....भंवरी बेवकूफ नहीं है.....।

इन्द्रा: महिपाल ने क्या तुझे पैसा नहीं दिया.....
भंवरी: सहीराम ने पैसे की बात नहीं की...पहले डिमाण्ड कम थी...अब ज्यादा हो गई...दिल्ली की पार्टियों का फोन आया था...मेरे पास तो सोहन लेकर आया था..सोहन ही लेकर आता है मैं तो जानती भी नहीं... बात हो गई, पांच करोड़ तेरे और दो करोड़ मेरे...और क्या चाहिए...।
भंवरी: कुछ नहीं राजस्थान में अशोक सरकार का तख्त पलट हो जाएगा.....जिस तरह से लोग हाथ धो कर पीछे पड़े हैं, उस तरीके से लगता है.....तुम मेरा मोबाइल टेप क्यों कर रहे हो.....टेप हो रहा है.....
इन्द्रा:मेरे कोई और कॉल आ रही है.....।

गाली-गलौच के साथ बात समाप्त।


मेरे भाई परसराम विश्नोई और बहन इन्द्रा को भंवरी की कॉल डिटेल में नम्बर आने के कारण सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है। भंवरी अपहरण केस से मेरा या मेरे परिवार का कोई लेना-देना नहीं है। भंवरीदेवी, इन्द्रा के बीच बातचीत की ऎसी कोई ऑडियो सीडी की मुझे जानकारी नहीं है। इन्द्रा ने बात की तो इन्द्रा जाने।

मलखानसिंह विश्नोई, विधायक, लूणी

सीबीआई ने मेरे से पूछताछ की है। ऑडियो सीडी के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। कब बनी या किसकी आवाज है, इसका मुझे कोई पता नहीं है। ऎसी किसी सीडी में मेरी आवाज नहीं है।

इन्द्रा विश्नोई, लूणी विधायक की बहन