शनिवार, 5 नवंबर 2011

बोरवेल में गिरी मासूम बारह घंटे बाद निकला मासूम को जिन्दा नहीं रही


बोरवेल में गिरी मासूम बारह घंटे बाद निकला मासूम को 


जिन्दा नहीं रही 
 
बाड़मेर। सीमावर्ती चौहटन तहसील के तड़ला पंचायत के सांवलासी गांव में शुकवार को एक पांच वर्षीय मासूम खेलते-खेलते खुले बोरवेल में गिरी मासूम बालिका को बारह घंटे के बचाव के कार्यो के बाद भी जिन्दा नहीं बचाया जा सका .मासूम को शनिवार अलसुबह पांच बजे बोरवेल से निकाला गया .बारह घटे तक जींदगी और मौत के बीच जंग लड़ते हुए बालिका आखिर जिंदगी की जंग हार गयी । बोरवेल दो सौ मीटर गहरा  है। 
तड़ला पंचायत के राजस्व गांव सांवलासी की छह वर्षीय भूरी पुत्री हनुमान कुम्हार अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ धोरों पर बकरियां चराते हुए खेल रही थी। इसी शाम करीब पांच बजे उसका पांव एक गहरे गड्ढे में उतर गया। उसे जमीन में जाते देख बदहवास दोनों सहेलियां घर की ओर दौड़ी। 


घर जाकर घटना की जानकारी दी। पता लगते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। दुरूह धोरों में बच्ची को निकालने का कोई साधन ग्रामीणों को नहीं सूझ रहा है। उन्होंने प्रशासन व पुलिस को इसकी इत्तला दी है। चौहटन से उपखण्ड अधिकारी और नायब तहसीलदार सेड़वा सांवलासी में डेरा डाले हुए हें । बचाव में ग्रामीण भी पूरा प्रयास कर रहे हें 


यह गड्ढा दो सौ फीट से ज्यादा गहरा है। इसमें पहले बोरवेल का पाइप लगा था जिसको निकाल दिया गया। जलदाय महकमे द्वारा गड्ढे को नहीं पाटा गया। घटना स्थल पर देर रात तक सैकड़ों ग्रामीणों का जमावड़ा हो गया। रात भर की मस्कट के बाद अलसुबह बालिका को निकाला गया .बालिका का शव परिजनों को सौप दिया. 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें