चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरूवार को यहां सर्किट हाउस में उद्यान विभाग, उदयपुर के उपनिदेशक मनोहरलाल तुसावड़ा को 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। तुसावड़ा ने अपने मातहत अघिकारी से ही अनुदान की फाइलों पर हस्ताक्षर की एवज में रिश्वत मांगी थी।
ब्यूरो के थानाघिकारी फाऊलाल के अनुसार सहायक निदेशक उद्यान चित्तौड़गढ़ अजयसिंह शेखावत ने लिखित में शिकायत की थी कि किसानों की अनुदान वाली फाइलों पर हस्ताक्षर करने के एवज में उपनिदेशक तुषावड़ा 15 हजार रूपए मांग रहे हैं। इस पर ब्यूरो ने अपना जाल बिछाया।
गुरूवार सुबह पांच हजार रूपए तुसावड़ा को दिए गए। शेष्ा 10 हजार रूपए लेकर सहायक निदेशक शेखावत सर्किट हाउस में ठहरे तुषावड़ा के पास पहुंचे। जैसे ही शेखावत ने तुषावड़ा को दस हजार रूपए सौंपे, एसीबी की टीम ने तुष्ाावड़ा को गिरफ्तार कर लिया। तुषावड़ा के उदयपुर स्थित मकान की भी तलाशी ली गई।
कनिष्ठ अभियंता व स्टोर कीपर भी दबोचे
सीकर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरूवार को विद्युत कनेक्शन के लिए दो हजार रूपए रिश्वत लेते अजमेर विद्युत वितरण निगम, खूड़ के कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार डागला व लोसल सहायक अभियंता कार्यालय के स्टोर कीपर शंभूसिंह को गिरफ्तार किया है। माडोता के महेन्द्र कुमार बुरड़क ने दुकान पर विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन किया था।
डिमांड राशि जमा करवाने के बावजूद कनेक्शन नहीं मिला तो वह कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार से मिला। उसने रिश्वत मांगी। महेन्द्र ने 2 नवम्बर को एसीबी कार्यालय में शिकायत की। गुरूवार को महेन्द्र कनिष्ठ अभियंता को दो हजार रूपए देने खूड़ पहुंचा। कनिष्ठ अभियंता ने उसे लोसल सहायक अभियंता कार्यालय बुला लिया।
वहां कृष्ण कुमार ने महेन्द्र से रिश्वत के दो हजार रूपए ले लिए। पांच सौ रूपए सहायक अभियंता कार्यालय के स्टोर कीपर शंभूसिंह को दे दिए। इसी बीच एसीबी की टीम ने दबिश देकर कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार व स्टोर कीपर शंभूसिंह को गिरफ्तार कर लिया।
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