"पॉलिशिंग दि पुलिस"
जैसलमेर। पुलिस नफरी की सीमा व शहरी जरूरतो के साथ व्यवस्थाओ के साथ तालमेल बिठाने के लिए अब पुलिस महकमे ने नया फार्मूला निकाला है। हाल ही भर्ती किए गए नए कांस्टेबलो को ट्रेनिंग से पहले ही पुलिसिया ढांचे मे ढालने की तैयारी पुलिस प्रशासन ने कर ली है।
जहां उन्हे पुलिस की चुनौतियो को लेकर मानसिक रूप से तैयार करने की योजना है, वहीं शहरी व्यवस्थाओ को दुरूस्त करने के लिए इनकी सेवाएं भी ली जा सकेंगी। गौरतलब है कि पुलिस महकमेे मे 40 नए कांस्टेबलो की भर्ती की गई है। इनमे 20 ट्रेनी शाम छह से रात 12 बजे व अन्य कांस्टेबल सुबह चार से 10 बजे तक सेवाएं देंगे।
अब तक ट्रेनिंग से वंचित इन कांस्टेबलो को पुराने पुलिसकर्मियो के साथ भेजा जा रहा है, वहीं इनकी तैनाती गश्त के नए प्वाइंट पर की जा रही है। प्रदेशभर मे एक साथ हुई ट्रेनिंग के कारण कई कांस्टेबल फिलहाल ट्रेनिंग के लिए नहीं जा पाए हैं। इनका नंबर करीब चार या पंाच महीने बाद आएगा। इस कारण इन नए खाकी पहनने वाले युवाओ को प्रायोगिक रूप से पुलिस के तौर तरीको व कार्य पद्धति के बारे मे जानकारी मिल रही है।
यह होगा फायदा
पुलिस अधिकारियो की मानें तो पुराने पुलिसकर्मियो के साथ ड्यूटी पर इन नए कांस्टेबलो को भेजने से उन्हे जनता के साथ सीधे जुड़ने मे मदद मिलेगी। इसके अलावा उन्हें कार्य करने का प्रायोगिक अनुभव भी मिल सकेगा। इस दौरान इन नए पुलिसकर्मियो को यह भी जानकारी दी जाएगी कि थाने मे कैसे काम होता है और जनता के साथ कैसे सामंजस्य बिठाया जाता है। खाकी वर्दी पहनने के बाद सोच मे किस तरह का बदलाव किया जाता है और क्या नयापन जीवन मे आता है, इनके बारे मे भी इन्हे जानकारी देने के प्रयास किए जाएंगे।
यहां ली जाएंगी सेवाएं
नए भर्ती किए गए कांस्टेबलो से सेवाएं लेने के लिए वरिष्ठ पुलिसर्मियो की देखरेख मे उन्हे दायित्व सौंपे गए हैं। इन्हे शहर मे उन प्वाइंट पर नियुक्त किया जाएगा, जहां से वे अवैध या बिना परमिट की बसो पर नजर रख सकें। इसके अलावा पर्यटन सीजन को देखते हुए ये जवान बस या ट्रेन मे सवार सैलानियो की लपको से हिफाजत करेंगे। वे शहर मे भी सैलानियों को लपकों से बचाने के लिए उन पर नजर रखेगे।
व्यवस्था व प्रशिक्षण एक साथ
पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई के निर्देशन मे यह नई व्यवस्था शुरू की गई है। इससे नए पुलिसकर्मियो को मानसिक रूप से तैयार करने व शहरी व्यवस्था को बेहतर बनाने के कार्य एक साथ किए जा रहे हैं।
वीरेन्द्रसिंह जोधा शहर कोतवाल, जैसलमेर
जैसलमेर। पुलिस नफरी की सीमा व शहरी जरूरतो के साथ व्यवस्थाओ के साथ तालमेल बिठाने के लिए अब पुलिस महकमे ने नया फार्मूला निकाला है। हाल ही भर्ती किए गए नए कांस्टेबलो को ट्रेनिंग से पहले ही पुलिसिया ढांचे मे ढालने की तैयारी पुलिस प्रशासन ने कर ली है।
जहां उन्हे पुलिस की चुनौतियो को लेकर मानसिक रूप से तैयार करने की योजना है, वहीं शहरी व्यवस्थाओ को दुरूस्त करने के लिए इनकी सेवाएं भी ली जा सकेंगी। गौरतलब है कि पुलिस महकमेे मे 40 नए कांस्टेबलो की भर्ती की गई है। इनमे 20 ट्रेनी शाम छह से रात 12 बजे व अन्य कांस्टेबल सुबह चार से 10 बजे तक सेवाएं देंगे।
अब तक ट्रेनिंग से वंचित इन कांस्टेबलो को पुराने पुलिसकर्मियो के साथ भेजा जा रहा है, वहीं इनकी तैनाती गश्त के नए प्वाइंट पर की जा रही है। प्रदेशभर मे एक साथ हुई ट्रेनिंग के कारण कई कांस्टेबल फिलहाल ट्रेनिंग के लिए नहीं जा पाए हैं। इनका नंबर करीब चार या पंाच महीने बाद आएगा। इस कारण इन नए खाकी पहनने वाले युवाओ को प्रायोगिक रूप से पुलिस के तौर तरीको व कार्य पद्धति के बारे मे जानकारी मिल रही है।
यह होगा फायदा
पुलिस अधिकारियो की मानें तो पुराने पुलिसकर्मियो के साथ ड्यूटी पर इन नए कांस्टेबलो को भेजने से उन्हे जनता के साथ सीधे जुड़ने मे मदद मिलेगी। इसके अलावा उन्हें कार्य करने का प्रायोगिक अनुभव भी मिल सकेगा। इस दौरान इन नए पुलिसकर्मियो को यह भी जानकारी दी जाएगी कि थाने मे कैसे काम होता है और जनता के साथ कैसे सामंजस्य बिठाया जाता है। खाकी वर्दी पहनने के बाद सोच मे किस तरह का बदलाव किया जाता है और क्या नयापन जीवन मे आता है, इनके बारे मे भी इन्हे जानकारी देने के प्रयास किए जाएंगे।
यहां ली जाएंगी सेवाएं
नए भर्ती किए गए कांस्टेबलो से सेवाएं लेने के लिए वरिष्ठ पुलिसर्मियो की देखरेख मे उन्हे दायित्व सौंपे गए हैं। इन्हे शहर मे उन प्वाइंट पर नियुक्त किया जाएगा, जहां से वे अवैध या बिना परमिट की बसो पर नजर रख सकें। इसके अलावा पर्यटन सीजन को देखते हुए ये जवान बस या ट्रेन मे सवार सैलानियो की लपको से हिफाजत करेंगे। वे शहर मे भी सैलानियों को लपकों से बचाने के लिए उन पर नजर रखेगे।
व्यवस्था व प्रशिक्षण एक साथ
पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई के निर्देशन मे यह नई व्यवस्था शुरू की गई है। इससे नए पुलिसकर्मियो को मानसिक रूप से तैयार करने व शहरी व्यवस्था को बेहतर बनाने के कार्य एक साथ किए जा रहे हैं।
वीरेन्द्रसिंह जोधा शहर कोतवाल, जैसलमेर