वाशिंगटन. मंगोलिया से पहली बार डायनासोर का पूरा कंकाल मिला है। यह पहला जीवाश्म है, जिसे अलग-अलग अवशेषों से जोड़ कर नहीं बनाया गया है। इसके पास उसी के पैरों के निशान भी मिले हैं।
यह दावा पोलैंड के जीवाश्म वैज्ञानिक ग्रेजगोर्ज नीड्सविस्की और टॉमस सिंगर ने किया। वे इस जीवाश्म को पॉलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रदर्शनी के लिए तैयार कर रहे हैं। यह डायनासोर की प्रोटोसिरेटॉप्स प्रजाति का है।
80 लाख साल पुराने इस कंकाल को संग्रहालय में रखा गया है। सिंगर के अनुसार जीवाश्म से उस जानवर की प्रजाति का अनुमान लगाना मुश्किल होता है। लेकिन पूरे जीवाश्म और पैरों के निशान से इसकी प्रजाति का पता आसानी से लग गया।
पैरों के निशान जानवर के अध्ययन में बहुत मदद कर सकते हैं। इससे जानवर के वजन और चलने का तरीका पता चल सकता है।
यह दावा पोलैंड के जीवाश्म वैज्ञानिक ग्रेजगोर्ज नीड्सविस्की और टॉमस सिंगर ने किया। वे इस जीवाश्म को पॉलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रदर्शनी के लिए तैयार कर रहे हैं। यह डायनासोर की प्रोटोसिरेटॉप्स प्रजाति का है।
80 लाख साल पुराने इस कंकाल को संग्रहालय में रखा गया है। सिंगर के अनुसार जीवाश्म से उस जानवर की प्रजाति का अनुमान लगाना मुश्किल होता है। लेकिन पूरे जीवाश्म और पैरों के निशान से इसकी प्रजाति का पता आसानी से लग गया।
पैरों के निशान जानवर के अध्ययन में बहुत मदद कर सकते हैं। इससे जानवर के वजन और चलने का तरीका पता चल सकता है।
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