जैसलमेर में बरामद ४८ किलोग्राम हेरोइन का इनामी तस्कर
पीरु खान गिरफ्तार
बाड़मेर वर्ष २००९ में जैसलमेर के सदराऊ गाँव में बरामद ४८ किलोग्राम हेरोइन को मुख्य अभियुक्त यारु खान को पंहुचने का आरोपी दो साल बाद बाड़मेर पुलिस के हत्थे चढ़ा .आज पुलिस ने बड़ी कार्यवाही कर २५ हज़ार का इनामी तस्कर पीरु खान को धनो डा गाँव से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की .पुलिस कप्तान संतोष चालके ने बताया की दो साल से फरार चल रहे कुख्यात तस्कर को आज उसके गाँव से गिरफ्तार किया.बाड़मेर पुलिस गत कई महीनो से पीरु खान को तलास करने के साथ उसके घर पर नज़र रखे थी आज उसे गिरफ्तार किया गया ,पीरु खान की गिरफ्तारी से बाड़मेर सहित कई स्थानों पर सक्रीय तस्कर गिरोह के तार खुलने की संभावना हें .गौरतलब हें की पीरु खान ने २००९ में ४८ किलोग्राम हेरोइन जिसकी अंतराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत ५० करोड़ की थी की सप्लाई जैसलमेर के कुख्यात तस्कर यारु खान निवासी भागु का गाँव को बाड़मेर जिले के देरासर गाँव के फांटे पर की थी .यह हेरोइन एस ओ जी तथा जैसलमेर पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही कर सदराऊ गाँव से बरामद की थी.पूरा मामला इस प्रकार हेंपचास करोड की हेरोइन बरामद
बाडमेर में हाल ही मिले आरडीएक्स व हथियारों के जखीरे के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्र्रुप (एसओजी) व बाडमेर-जैसलमेर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गुरूवार को जैसलमेर में दो स्थानों पर 48 किलोग्र्राम हेरोइन बरामद हुई। बाडमेर-जैसलमेर से सटी अन्तरराष्ट्रीय सीमा के निकट सम्भवत: अब तक की इस सबसे बडी बरामदगी में मिली हेरोइन की कीमत अन्तरराष्ट्रीय बाजार में करीब 50 करोड रूपए आंकी गई है।
पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) भूपेन्द्र कुमार दक ने गुरूवार शाम यहां बताया कि बाडमेर में आरडीएक्स व हथियारों के साथ गिरफ्तार कुख्यात तस्कर सोढा खां उर्फ लूणिया व उसके सहयोगियों से पूछताछ में हेरोइन तस्करी का अहम सुराग मिला था। इस पर एसओजी व बाडमेर पुलिस ने गुरूवार को जैसलमेर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जैसलमेर के भागु का गांव निवासी तस्कर यारू उर्फ यार मोहम्मद पुत्र फतेह खां की निशानदेही पर मोहनगढ थानान्तर्गत सदराउ सरहद स्थित दीते खां के मुरब्बे में बने कमरे के पीछे छिपाकर रखी 16 किलो हेरोइन बरामद की। इसी तरह 3-लखा माइनर स्थित मुरब्बे से 32 किलो हेरोइन और बरामद हुई। पुलिस ने यारू खां को गिरफ्तार कर लिया है।
सूचना साठ किलो कीलूणिया व उसके सहयोगियों से पूछताछ में यारू खां का नाम सामने आया। पुलिस को पता लगा कि यारू खां वह बाडमेर से कुछ दिन पहले ही हेरोइन के साठ पैकेट लाल रंग की स्कोर्पियो (जीजे 12 जे 5195) में जैसलमेर की ओर ले गया है। यारू बाडमेर के रास्ते हेरोइन लाकर दिल्ली तक पहुंचाता रहा है। नई खेप वह अपनी मां की बीमारी की मौत के कारण दिल्ली नहीं ले जा सका।
चौबीस घंटे से मशक्कतहेरोइन बरामद करने के लिए पुलिस को चौबीस घंटे से मशक्कत करनी पडी। बाडमेर से पहुंची सूचना के आधार पर जैसलमेर पुलिस ने यारू खां को बुधवार शाम ही उठा लिया था, लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। उसने पहले तो यही बताया कि वह काफी अरसा पहले जैसलमेर के सम थानान्तर्गत लक्ष्मणों की बस्ती व हाल जिला सांगड (पाकिस्तान) निवासी दादिया पुत्र हाजी खां के लिए चान्दी की तस्करी करता था। अरसा पहले वह कई बार दादिया के गुर्गो से देरासर फांटा तिरसिंगडी रोड बाडमेर से हेरोइन लाकर दिल्ली पहुंचा चुका है, लेकिन अभी उसके पास कोई हेरोइन नहीं है। पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया और तीन माह पहले 58 थेली हेरोइन लाने की बात स्वीकार कर ली।
घबरा कर शिफ्ट किया मालदक के अनुसार लूणिया की गिरफ्तारी की खबर के बाद घबरा कर यारू खां हेरोइन की खेप स्कोर्पियों में डालकर मोहनगढ स्थित अपने जीजा दीते खां पुत्र धींगाणे खां के मुरब्बे व अपने खुद के मुरब्बे में छिपा आया। इस काम में दीते खां व यारू खां का भाई शाह मोहम्मद भी साथ थे। पुलिस इन दोनों की गिरफ्तारी व वाहन बरामद करने का प्रयास कर रही है।
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CHANDAN SINGH BHATI
बाड़मेर वर्ष २००९ में जैसलमेर के सदराऊ गाँव में बरामद ४८ किलोग्राम हेरोइन को मुख्य अभियुक्त यारु खान को पंहुचने का आरोपी दो साल बाद बाड़मेर पुलिस के हत्थे चढ़ा .आज पुलिस ने बड़ी कार्यवाही कर २५ हज़ार का इनामी तस्कर पीरु खान को धनो डा गाँव से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की .पुलिस कप्तान संतोष चालके ने बताया की दो साल से फरार चल रहे कुख्यात तस्कर को आज उसके गाँव से गिरफ्तार किया.बाड़मेर पुलिस गत कई महीनो से पीरु खान को तलास करने के साथ उसके घर पर नज़र रखे थी आज उसे गिरफ्तार किया गया ,पीरु खान की गिरफ्तारी से बाड़मेर सहित कई स्थानों पर सक्रीय तस्कर गिरोह के तार खुलने की संभावना हें .गौरतलब हें की पीरु खान ने २००९ में ४८ किलोग्राम हेरोइन जिसकी अंतराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत ५० करोड़ की थी की सप्लाई जैसलमेर के कुख्यात तस्कर यारु खान निवासी भागु का गाँव को बाड़मेर जिले के देरासर गाँव के फांटे पर की थी .यह हेरोइन एस ओ जी तथा जैसलमेर पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही कर सदराऊ गाँव से बरामद की थी.पूरा मामला इस प्रकार हेंपचास करोड की हेरोइन बरामद
बाडमेर में हाल ही मिले आरडीएक्स व हथियारों के जखीरे के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्र्रुप (एसओजी) व बाडमेर-जैसलमेर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गुरूवार को जैसलमेर में दो स्थानों पर 48 किलोग्र्राम हेरोइन बरामद हुई। बाडमेर-जैसलमेर से सटी अन्तरराष्ट्रीय सीमा के निकट सम्भवत: अब तक की इस सबसे बडी बरामदगी में मिली हेरोइन की कीमत अन्तरराष्ट्रीय बाजार में करीब 50 करोड रूपए आंकी गई है।
पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) भूपेन्द्र कुमार दक ने गुरूवार शाम यहां बताया कि बाडमेर में आरडीएक्स व हथियारों के साथ गिरफ्तार कुख्यात तस्कर सोढा खां उर्फ लूणिया व उसके सहयोगियों से पूछताछ में हेरोइन तस्करी का अहम सुराग मिला था। इस पर एसओजी व बाडमेर पुलिस ने गुरूवार को जैसलमेर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जैसलमेर के भागु का गांव निवासी तस्कर यारू उर्फ यार मोहम्मद पुत्र फतेह खां की निशानदेही पर मोहनगढ थानान्तर्गत सदराउ सरहद स्थित दीते खां के मुरब्बे में बने कमरे के पीछे छिपाकर रखी 16 किलो हेरोइन बरामद की। इसी तरह 3-लखा माइनर स्थित मुरब्बे से 32 किलो हेरोइन और बरामद हुई। पुलिस ने यारू खां को गिरफ्तार कर लिया है।
सूचना साठ किलो कीलूणिया व उसके सहयोगियों से पूछताछ में यारू खां का नाम सामने आया। पुलिस को पता लगा कि यारू खां वह बाडमेर से कुछ दिन पहले ही हेरोइन के साठ पैकेट लाल रंग की स्कोर्पियो (जीजे 12 जे 5195) में जैसलमेर की ओर ले गया है। यारू बाडमेर के रास्ते हेरोइन लाकर दिल्ली तक पहुंचाता रहा है। नई खेप वह अपनी मां की बीमारी की मौत के कारण दिल्ली नहीं ले जा सका।
चौबीस घंटे से मशक्कतहेरोइन बरामद करने के लिए पुलिस को चौबीस घंटे से मशक्कत करनी पडी। बाडमेर से पहुंची सूचना के आधार पर जैसलमेर पुलिस ने यारू खां को बुधवार शाम ही उठा लिया था, लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। उसने पहले तो यही बताया कि वह काफी अरसा पहले जैसलमेर के सम थानान्तर्गत लक्ष्मणों की बस्ती व हाल जिला सांगड (पाकिस्तान) निवासी दादिया पुत्र हाजी खां के लिए चान्दी की तस्करी करता था। अरसा पहले वह कई बार दादिया के गुर्गो से देरासर फांटा तिरसिंगडी रोड बाडमेर से हेरोइन लाकर दिल्ली पहुंचा चुका है, लेकिन अभी उसके पास कोई हेरोइन नहीं है। पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया और तीन माह पहले 58 थेली हेरोइन लाने की बात स्वीकार कर ली।
घबरा कर शिफ्ट किया मालदक के अनुसार लूणिया की गिरफ्तारी की खबर के बाद घबरा कर यारू खां हेरोइन की खेप स्कोर्पियों में डालकर मोहनगढ स्थित अपने जीजा दीते खां पुत्र धींगाणे खां के मुरब्बे व अपने खुद के मुरब्बे में छिपा आया। इस काम में दीते खां व यारू खां का भाई शाह मोहम्मद भी साथ थे। पुलिस इन दोनों की गिरफ्तारी व वाहन बरामद करने का प्रयास कर रही है।
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CHANDAN SINGH BHATI
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