गुरुवार, 4 अगस्त 2011
Main Jis Din Bhula Doon[Police Public-1990]
Main jiss din bhula doon tera pyar dil se woh aakhri ho meri zindagi ka
सड़क पर प्रसव, चिकित्सक और मेल नर्स कार्यमुक्त
सड़क पर प्रसव, चिकित्सक और मेल नर्स कार्यमुक्त
माण्डल(भीलवाड़ा)। करेड़ा गांव में बुधवार को एक प्रसूता को लेकर उसके परिजन अस्पताल से लेकर चिकित्सकों के घर तक भटकते रहे, लेकिन उनकी पीड़ा किसी ने नहीं सुनी। आखिरकार प्रसव बीच सड़क पर ही हो गया। प्रसूता ने बालिका को जन्म दिया है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा विभाग ने करेड़ा अस्पताल के एक चिकित्सक व मेल नर्स को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया है। धुंवाला गांव की प्रसूता गैणा पत्नी अमृतनाथ कालबेलिया को परिजन सबसे पहले डॉ. प्रभाकर अवताड़े के घर लेकर गए। जहां से उसे अस्पताल भेज दिया गया। अस्पताल पहुंचने पर वहां मौजूद मेल नर्स राजेंद्र सिंह ने प्रसूता को भर्ती नहीं किया। इसके बाद परिजन जब डॉ. सुनीता मीणा के घर जा रहे थे, तभी प्रसूता गैणा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और उसने बीच सड़क ही बालिका को जन्म दे दिया।
जांच के आदेश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरसी सामरिया ने डॉ. अवताड़े व मेल नर्स राजेंद्र सिंह को कार्यमुक्त करने व विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
माण्डल(भीलवाड़ा)। करेड़ा गांव में बुधवार को एक प्रसूता को लेकर उसके परिजन अस्पताल से लेकर चिकित्सकों के घर तक भटकते रहे, लेकिन उनकी पीड़ा किसी ने नहीं सुनी। आखिरकार प्रसव बीच सड़क पर ही हो गया। प्रसूता ने बालिका को जन्म दिया है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा विभाग ने करेड़ा अस्पताल के एक चिकित्सक व मेल नर्स को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया है। धुंवाला गांव की प्रसूता गैणा पत्नी अमृतनाथ कालबेलिया को परिजन सबसे पहले डॉ. प्रभाकर अवताड़े के घर लेकर गए। जहां से उसे अस्पताल भेज दिया गया। अस्पताल पहुंचने पर वहां मौजूद मेल नर्स राजेंद्र सिंह ने प्रसूता को भर्ती नहीं किया। इसके बाद परिजन जब डॉ. सुनीता मीणा के घर जा रहे थे, तभी प्रसूता गैणा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और उसने बीच सड़क ही बालिका को जन्म दे दिया।
जांच के आदेश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरसी सामरिया ने डॉ. अवताड़े व मेल नर्स राजेंद्र सिंह को कार्यमुक्त करने व विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
घूस लेने के आरोप में एएसआई गिरफ्तार
घूस लेने के आरोप में एएसआई गिरफ्तार
अलवर। राजस्थान पुलिस ने अलवर के बानसूर में तैनात एक एसिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सूत्रों की मानें तो बानसूर थाने में तैनात आरोपी एएसआई दोजीराम मीणा के खिलाफ वसूली के आरोप में वारंट जारी किया गा था। लेकिन मीणा ने बार बार वारंट की तामील की जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने का विचार किया। सूत्रों की मानें तो एडिशनल एसपी बिशनराम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बानसूर में छापा मारा और भूपसेड़ा इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया।
अलवर। राजस्थान पुलिस ने अलवर के बानसूर में तैनात एक एसिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सूत्रों की मानें तो बानसूर थाने में तैनात आरोपी एएसआई दोजीराम मीणा के खिलाफ वसूली के आरोप में वारंट जारी किया गा था। लेकिन मीणा ने बार बार वारंट की तामील की जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने का विचार किया। सूत्रों की मानें तो एडिशनल एसपी बिशनराम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बानसूर में छापा मारा और भूपसेड़ा इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया।
पहले की हत्या, फिर घसीटकर डाल दिया कुएं में!
तारानगर। झुंझुनूं जिले के बिसाऊ थाना क्षेत्र में गांगियासर रोही के कच्चे रास्ते पर मोडियो की कुई में बुधवार को एक युवक की लाश मिली। मृतक की शिनाख्त देगाबास मोहल्ला-तारानगर के दीपाराम (२२) पुत्र संतलाल भामी के रूप में हुई। पुलिस ने हत्या का अंदेशा जताया है। पुलिस के अनुसार रायमाता मंदिर के खेत में काश्त करने वाले बरसान स्वामी व उसकी पत्नी सुबह निनाण करने जा रहे थे। वहां बाजरे के बूंटों में किसी को घसीटकर ले जाने के निशान दिखाई दिए। कुई तक लाइन सी बनी हुई थी।
बरसान ने कुई में झांककर देखा तो लाश दिखाई दी। उसने सरपंच शादरुलसिंह शेखावत को बताया। सरपंच की सूचना पर बिसाऊ थानाधिकारी सतीश कुमार मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों व जलदाय कार्मिकों की मदद से लाश को बाहर निकाला गया। मृतक की शिनाख्त ना होने पर लाश को बिसाऊ के जटिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। मृतक के शर्ट पर तारानगर के आरके टेलर का टेग लगा हुआ था। उसी के आधार पर उसकी शिनाख्त दीपाराम के रूप में हो सकी।
हत्या कर कुई में डाली लाश!
कुई में मिले शव के गले में रस्से के निशान, बाजरे के खेत में लाश को घसीटने, मृतक का शर्ट खेजड़ी पर लटका मिलना हत्या की आशंका पैदा करते हैं। पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है। झुंझुनूं डीएसपी अजरुनसिंह ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए झुंझुनूं व चूरू से आई एफएसएल टीमों ने मौका स्थल से कई साक्ष्य जुटाए हैं। सीकर से एमओबी टीम बुलाकर टायरों के निशान व पदचिह्न् उठाए गए हैं।
बरसान ने कुई में झांककर देखा तो लाश दिखाई दी। उसने सरपंच शादरुलसिंह शेखावत को बताया। सरपंच की सूचना पर बिसाऊ थानाधिकारी सतीश कुमार मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों व जलदाय कार्मिकों की मदद से लाश को बाहर निकाला गया। मृतक की शिनाख्त ना होने पर लाश को बिसाऊ के जटिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। मृतक के शर्ट पर तारानगर के आरके टेलर का टेग लगा हुआ था। उसी के आधार पर उसकी शिनाख्त दीपाराम के रूप में हो सकी।
हत्या कर कुई में डाली लाश!
कुई में मिले शव के गले में रस्से के निशान, बाजरे के खेत में लाश को घसीटने, मृतक का शर्ट खेजड़ी पर लटका मिलना हत्या की आशंका पैदा करते हैं। पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है। झुंझुनूं डीएसपी अजरुनसिंह ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए झुंझुनूं व चूरू से आई एफएसएल टीमों ने मौका स्थल से कई साक्ष्य जुटाए हैं। सीकर से एमओबी टीम बुलाकर टायरों के निशान व पदचिह्न् उठाए गए हैं।
सेंट्रल जेल में बंद एक विदेशी से 35 हजार रु. हड़पने का मामला
जयपुर। सेंट्रल जेल में बंद एक विदेशी से 35 हजार रु. हड़पने का मामला सामने आया है। उसने मंगलवार को अन्य कैदी के खिलाफ लालकोठी थाने में मामला दर्ज कराया है।
पुलिस ने बताया कि ठगी का शिकार जोहांसबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) निवासी जोजफ न्याती नडलोवो नशीले पदार्थो की तस्करी मामले में जेल में है। उसने अपने खर्चे व वकील की फीस के लिए रुपए मंगवाने के तरीके के बारे में कैदी मुकेश गुर्जर से पूछा। मुकेश ने उसे खुद के परिचित के खाते में रुपए डलवाने का झांसा दिया।
जोजफ को विश्वास में लेकर जेल से ही मोबाइल पर परिचित महिला मीना हिरवानी से बात कराई और 35 हजार रु. मीना के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में जमा करा दिए, लेकिन जोजफ को रुपए नहीं दिए। मुकेश काफी दिनों तक जोजफ को टरकाता रहा।
पुलिस ने बताया कि ठगी का शिकार जोहांसबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) निवासी जोजफ न्याती नडलोवो नशीले पदार्थो की तस्करी मामले में जेल में है। उसने अपने खर्चे व वकील की फीस के लिए रुपए मंगवाने के तरीके के बारे में कैदी मुकेश गुर्जर से पूछा। मुकेश ने उसे खुद के परिचित के खाते में रुपए डलवाने का झांसा दिया।
जोजफ को विश्वास में लेकर जेल से ही मोबाइल पर परिचित महिला मीना हिरवानी से बात कराई और 35 हजार रु. मीना के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में जमा करा दिए, लेकिन जोजफ को रुपए नहीं दिए। मुकेश काफी दिनों तक जोजफ को टरकाता रहा।
बाड़मेर जिले में इस बार बेटियो की संख्या में इजाफा हुआ
बाड़मेर जिले में इस बार
बेटियो की संख्या में इजाफा
हुआ
बाड़मेर। बेलगाम बढ़ती आबादी की गुणात्मक वृद्धि को थामने और लोगों को सक्षर करने के लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा करोड़ों रूपए दर्जनों योजनाओं पर खर्च करने के बावजूद 2001-2011 के दशक में नतीजा सिफर रहा है। बाड़मेर जिले में शहरी आबादी एक दशक में 25.45 प्रतिशत बढ़ी और गांवों की जनसंख्या में 33.12 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई है। शहर और गांवों में हो रही यह गुणात्मक वृद्धि संसाधनों और विकास के मार्ग में रोड़ा बन रही है। वहीं लाख जतन करने के बावजूद साक्षरता दर में आई गिरावट सरकारी दावों की पोल खोल रही है।
गांव में बेटियां बढ़ी
बाड़मेर जिले में इस बार बेटियो की संख्या में इजाफा हुआ है। वर्ष 2001 के आंकड़ों में जहां 1000 लड़कों पर 892 लड़कियां थी वहीं इस बार गांव में यह आंकड़ा 901 पर पहुंच गया है। नौ लड़कियां प्रति हजार पर बढ़ी है। छोटे बच्चों में भी यह अनुपात 891 से 900 तक पहुंच गया है। घटती बेटियों की संख्या की स्थिति में यह वृद्धि शुभ संकेत है।
इस दशक में राज्य एवं केन्द्र सरकार के साझा प्रयासों से परिवार नियोजन, परिवार कल्याण, जनमंगल जोड़े, जननी सुरक्षा योजना, लिंगानुपात के अंतर को कम करने के लिए आपणी बेटी योजना, छात्रवृत्ति योजनाओं सहित दर्जनों योजनाएं चलाई गई। इतना सब होने के बावजूद जनसंख्या में वृद्धि दर पर अंकुश नहीं लग पाया। बाड़मेर जिले में 2001 में 19 लाख 64 हजार 835 आबादी थी, जो करीब तैंतीस फीसदी वृद्धि कर 26 लाख 4 हजार 453 पहुंच गई।
कम हो गए साक्षर
जिले के साक्षरता के ग्राफ में खास फर्क नहीं पड़ा है। गांव की साक्षरता वर्ष 2001 में 59 प्रतिशत ही थी जो इस बार कम होकर 55.72 प्रतिशत आ गई है। अलबत्ता शहरी साक्षरता 79.52 फीसदी रही है। साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए गत एक दशक के दौरान सरकारी स्तर पर कई अभियान चलाए गए। गांव-गांव स्कूल खोलने के साथ ही कई योजनाओं पर करोड़ों रूपए खर्च कर दिए गए, लेकिन इन सब का नतीजा सिफर ही रहा।
तेजा दशमी विशेष आलेख लोकदेवता सत्यवादी तेजाजी .....
तेजाजी राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात प्रान्तों में लोकदेवता के रूप में पूजे जाते हैं। किसान वर्ग अपनी खेती की खुशहाली के लिये तेजाजी को पूजता है। तेजाजी के वंशज मध्यभारत के खिलचीपुर से आकर मारवाड़ मे बसे थे। नागवंश के धवलराव अर्थात धौलाराव के नाम पर धौल्या गौत्र शुरू हुआ। तेजाजी के बुजुर्ग उदयराज ने खड़नाल पर कब्जा कर अपनी राजधानी बनाया। खड़नाल परगने में 24 गांव थे।
तेजाजी ने ग्यारवीं शदी में गायों की डाकुओं से रक्षा करने में अपने प्राण दांव पर लगा दिये थे। वे खड़नाल गाँव के निवासी थे। भादो शुक्ला दशमी को तेजाजी का पूजन होता है। तेजाजी का भारत के जाटों में महत्वपूर्ण स्थान है। तेजाजी सत्यवादी और दिये हुये वचन पर अटल थे। उन्होंने अपने आत्म - बलिदान तथा सदाचारी जीवन से अमरत्व प्राप्त किया था। उन्होंने अपने धार्मिक विचारों से जनसाधारण को सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया और जनसेवा के कारण निष्ठा अर्जित की। जात - पांत की बुराइयों पर रोक लगाई। शुद्रों को मंदिरों में प्रवेश दिलाया। पुरोहितों के आडंबरों का विरोध किया। तेजाजी के मंदिरों में निम्न वर्गों के लोग पुजारी का काम करते हैं। समाज सुधार का इतना पुराना कोई और उदाहरण नहीं है। उन्होंने जनसाधारण के हृदय में हिन्दू धर्म के प्रति लुप्त विश्वास को पुन: जागृत किया। इस प्रकार तेजाजी ने अपने सद्कार्यों एवं प्रवचनों से जन - साधारण में नवचेतना जागृत की, लोगों की जात - पांत में आस्था कम हो गई।
सुरसुरा अजमेर में तेजाजी का धाम
तेजाजी का जन्म धौलिया या धौल्या गौत्र के जाट परिवार में हुआ। धौल्या शासकों की वंशावली इस प्रकार है:- 1.महारावल 2.भौमसेन 3.पीलपंजर 4.सारंगदेव 5.शक्तिपाल 6.रायपाल 7.धवलपाल 8.नयनपाल 9.घर्षणपाल 10.तक्कपाल 11.मूलसेन 12.रतनसेन 13.शुण्डल 14.कुण्डल 15.पिप्पल 16.उदयराज 17.नरपाल 18.कामराज 19.बोहितराव 20.ताहड़देव 21.तेजाजी
तेजाजी के बुजुर्ग उदयराज ने खड़नाल पर कब्जा कर अपनी राजधानी बनाया। खड़नाल परगने में 24 गांव थे। तेजाजी का जन्म खड़नाल के धौल्या गौत्र के जाट कुलपति ताहड़देव के घर में चौदस वार गुरु, शुक्ल माघ सत्रह सौ तीस को हुआ। तेजाजी के जन्म के बारे में मत है-
जाट वीर धौलिया वंश गांव खरनाल के मांय।
आज दिन सुभस भंसे बस्ती फूलां छाय।।
शुभ दिन चौदस वार गुरु, शुक्ल माघ पहचान।
सहस्र एक सौ तीस में प्रकटे अवतारी ज्ञान।।
तेजाजी की प्रिय घोड़ी लीलण भी दुःख नहीं झेल सकी और अपना शरीर छोड़ दिया. लीलण घोड़ी का मंदिर आज भी खरनाल के तालाब के किनारे पर बना है.
इतिहासकारों ने तेजाजी के निधन की तिथि दर्ज की: २८ अगस्त, ११०३ ईस्वी।
बुधवार, 3 अगस्त 2011
टार्गेट पूरा करना था, कुंवारे की नसबंदी कर दी
हाईकोर्ट ने आरोपी की जमानत की खारिज
जोधपुर। सरकारी टार्गेट पूरा करने के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने अपने मुंह बोले भाई को एक शिविर में लाकर उसकी नसबंदी करवा दी। होश में आने पर युवक को पता चला कि उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई है, तो उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। अभियुक्त पकड़े गए, अब जमानत के लिए हाईकोर्ट तक ने आवेदन स्वीकार करने से मना कर दिया है। हाईकोर्ट के न्यायाधीश निशा गुप्ता ने बुधवार को इस मामले की सुनवाई दौरान आरोपी की जमानत देने से इंकार कर दिया।
हाईकोर्ट में सरकारी वकील अनिल जोशी ने बताया कि सिरियारी निवासी प्रद्युम्नसिंह ने देवगढ़ राजसमंद में इस्तगासा करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं भावना और चांदमल सुथार आदि के खिलाफ आरोप लगाया कि वह अविवाहित है और उसे फेंफड़ों की बीमारी है। इसकी जानकारी भावना को है, वह मुंहबोली बहन भी है।
हाईकोर्ट में सरकारी वकील अनिल जोशी ने बताया कि सिरियारी निवासी प्रद्युम्नसिंह ने देवगढ़ राजसमंद में इस्तगासा करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं भावना और चांदमल सुथार आदि के खिलाफ आरोप लगाया कि वह अविवाहित है और उसे फेंफड़ों की बीमारी है। इसकी जानकारी भावना को है, वह मुंहबोली बहन भी है।
4 फरवरी 2011 को जीजाजी से मिलने बेरवा जा रहा था तो ये सभी अभियुक्त कामली घाट पर मिले। उन्होंने कहा कि वहां निशुल्क शिविर चल रहा है व तुम्हारा इलाज करवाएंगे। इस पर उसे वहां ले गए, इन्जेक्शन देने के बाद वह बेहोश हो गया। होश आने पर पता चला कि उसकी नसबंदी कर दी गई है। इस पर उसने भावना से विरोध प्रकट करते हुए कहा कि उसकी जिंदगी खराब हो गई है। इस पर उसने कहा कि उसे टार्गेट पूरा करना था, नौकरी खतरे में थी, इस लिए नसबंदी करवानी पड़ी।
एक्सईएन, एईएन व रिटायर्ट जेईएन गिरफ्तार
16 लाख का बिल पास करने के लिए मांगा 1 लाख, 50 हजार
जोधपुर। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के एक्सईएन व जेईएन 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए। यह रिश्वत उन्होंने रिटायर्ड जेईएन के मार्फत ली थी, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने उसे भी गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि नोखा बीकानेर के पूर्वाराम ने बुधवार सुबह शिकायत की थी। पूर्वाराम नहर परियोजना में पीआर कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से ठेकेदारी करता है। दंतोर माइनर व सामेवाला डिस्ट्रीब्यूटरी पर ग्रेवल सप्लाई तथा रोलिंग का ठेका था। इस काम के 16 लाख रुपए का बिल एईएन जयदेव गोयल ने 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगते हुए रोक लिया।
बिल पर एक्सईएन अजीतकुमार वर्मा, एईएन गोयल व जेईएन भगवतीप्रसाद मुद्गल जो 30 जून 11 को ही रिटायर हुआ था, तीनों के हस्ताक्षर बकाया था। शिकायत के सत्यापन में इस काम का सौदा 50 हजार रुपए में तय हो गया।
दोपहर बाद ब्यूरो टीम ने उन्हें रंगे-हाथों पकडऩे के लिए परिवादी को रुपए लेकर भेजा। एईएन गोयल ने ये रुपए जेईएन भगवतीप्रसाद को दिलाते हुए कहा कि हम तीनों आपस में बटवारा कर लेंगे।
पूर्वाराम ने रुपए जेईएन को दे दिए, उसी वक्त ब्यूरो टीम पहुंच गई। जेईएन की जेब से रुपए बरामद किए तथा उसके बयानों पर एक्सईएन वर्मा व एईएन गोयल को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
नाबालिग लड़की ने अपनेसौतेले पिता पर रेप का आरोप लगाया
नई दिल्ली
द्वारका साउथ में रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने अपनेसौतेले पिता पर रेप का आरोप लगाया है। पीड़ित लड़कीकी शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस काकहना है कि मेडिकल में रेप की पुष्टि हो गई है।
पुलिस के मुताबिक , द्वारका साउथ स्थित सेक्टर -1 केमहावीर विहार में 14 साल की एक लड़की की मां ने दूसरीशादी कर ली थी। जब लड़की की मां किसी काम से बाहरगई हुई थी , तो पिता ने सौतेली बेटी के साथ दुराचारकिया। वापस लौटने पर लड़की ने सारी बात अपनी मां कोबताई। इस पर मां बेटी को थाने ले गई। अभी इस मामलेमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
द्वारका साउथ में रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने अपनेसौतेले पिता पर रेप का आरोप लगाया है। पीड़ित लड़कीकी शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस काकहना है कि मेडिकल में रेप की पुष्टि हो गई है।
पुलिस के मुताबिक , द्वारका साउथ स्थित सेक्टर -1 केमहावीर विहार में 14 साल की एक लड़की की मां ने दूसरीशादी कर ली थी। जब लड़की की मां किसी काम से बाहरगई हुई थी , तो पिता ने सौतेली बेटी के साथ दुराचारकिया। वापस लौटने पर लड़की ने सारी बात अपनी मां कोबताई। इस पर मां बेटी को थाने ले गई। अभी इस मामलेमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
'आरक्षण' से डरीं माया, अमिताभ के लखनऊ में घुसने पर रोक
लखनऊ।। 12 अगस्त को रिलीज होने जा रही फिल्म 'आरक्षण' पर विवाद बढ़ता जा रहा है। लखनऊ जिला प्रशासन ने किसी विवाद से बचने के लिए फिल्म के प्रमोशन कार्यक्रमों पर रोक लगाते हुए अमिताभ बच्चन के लखनऊ एयरपोर्ट से बाहर आने पर ही पाबंदी लगा दी है।
उधर, मुंबई हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि आखिर फिल्म के प्रदर्शन से कानून-व्यवस्था पर क्या असर पड़ सकता है? हालांकि प्रकाश झा का कहना है कि फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है और किसी भी नेता को यह पता ही नहीं कि फिल्म किस बारे में है।
दलित विरोधी बताई जा रही फिल्म आरक्षण के कार्यक्रमों से कोई विवाद पैदा न हो, इसलिए लखनऊ जिला प्रशासन ने मायावती सरकार के निर्देश पर फिल्म से जुड़े सभी तरह के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी और राम मनोहर लोहिया नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से टॉक शो की इजाजत न मिलने पर यह कार्यक्रम 4 अगस्त को गोमती नगर स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ऑडिटोरियम में होना था, लेकिन इसकी अनुमति भी बुधवार को रद्द कर दी गई।
इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 940 स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करा चुके थे। कार्यक्रमों के लखनऊ को-ऑर्डिनेटर अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिला प्रशासन ने किसी विवाद से बचने के लिए टॉक शो व प्रेस कॉन्फ्रेंस को दी गई इजाजत को रद्द कर दिया है। स्टूडेंट्स के साथ होने वाले इस टॉक शो में अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और मनोज बाजपेयी को हिस्सा लेना था।
एडीएम राम सिंहासन प्रेम ने बताया कि खुफिया रिपोर्ट मिली है कि अमिताभ के कार्यक्रम को इजाजत देने से कानून-व्यवस्था निश्चित रूप से खराब होगी।
उधर, मुंबई हाई कोर्ट की जस्टिस डी. डी. सिन्हा और ए. आर. जोशी की बेंच ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि क्या आरक्षण फिल्म के रिलीज होने से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है? अगर हां, तो राज्य सरकार बताए कि वह स्थिति से निपटने के लिए कितनी तैयार है? बेंच फिल्म को आरक्षण विरोधी बताने वाली दो वकीलों की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें कहा गया है कि फिल्म रिलीज होने पर एक वर्ग विशेष में असंतोष पैदा हो सकता है। सरकार को इस मामले में 5 अगस्त तक जवाब देना है।
इस मामले में प्रकाश झा का कहना है कि सभी नेता केवल शक कर रहे हैं कि कुछ गलत हो सकता है, लेकिन किसी को पता ही नहीं है कि फिल्म में है क्या ? फिल्म शिक्षा और सरकारी नौकरियों में जातिगत आरक्षण ही नहीं, शिक्षा के कमर्शल होने पर भी आधारित है और सेंसर इसे पास कर चुका है। किसी सामाजिक मुद्दे पर फिल्म बनाने पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं होती हैं। मैं सभी को सुनने के लिए तैयार हूं, लेकिन अपने दर्शकों को सच जरूर बताऊंगा।
गौरतलब है कि फिल्म में दलित का किरदार रॉयल फैमिली के सैफ अली खान को दिए जाने से नाराज कुछ लोगों ने इसे दलितों का अपमान बताकर कानपुर में विरोध प्रदर्शन भी किया था।
उधर, मुंबई हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि आखिर फिल्म के प्रदर्शन से कानून-व्यवस्था पर क्या असर पड़ सकता है? हालांकि प्रकाश झा का कहना है कि फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है और किसी भी नेता को यह पता ही नहीं कि फिल्म किस बारे में है।
दलित विरोधी बताई जा रही फिल्म आरक्षण के कार्यक्रमों से कोई विवाद पैदा न हो, इसलिए लखनऊ जिला प्रशासन ने मायावती सरकार के निर्देश पर फिल्म से जुड़े सभी तरह के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी और राम मनोहर लोहिया नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से टॉक शो की इजाजत न मिलने पर यह कार्यक्रम 4 अगस्त को गोमती नगर स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ऑडिटोरियम में होना था, लेकिन इसकी अनुमति भी बुधवार को रद्द कर दी गई।
इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 940 स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करा चुके थे। कार्यक्रमों के लखनऊ को-ऑर्डिनेटर अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिला प्रशासन ने किसी विवाद से बचने के लिए टॉक शो व प्रेस कॉन्फ्रेंस को दी गई इजाजत को रद्द कर दिया है। स्टूडेंट्स के साथ होने वाले इस टॉक शो में अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और मनोज बाजपेयी को हिस्सा लेना था।
एडीएम राम सिंहासन प्रेम ने बताया कि खुफिया रिपोर्ट मिली है कि अमिताभ के कार्यक्रम को इजाजत देने से कानून-व्यवस्था निश्चित रूप से खराब होगी।
उधर, मुंबई हाई कोर्ट की जस्टिस डी. डी. सिन्हा और ए. आर. जोशी की बेंच ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि क्या आरक्षण फिल्म के रिलीज होने से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है? अगर हां, तो राज्य सरकार बताए कि वह स्थिति से निपटने के लिए कितनी तैयार है? बेंच फिल्म को आरक्षण विरोधी बताने वाली दो वकीलों की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें कहा गया है कि फिल्म रिलीज होने पर एक वर्ग विशेष में असंतोष पैदा हो सकता है। सरकार को इस मामले में 5 अगस्त तक जवाब देना है।
इस मामले में प्रकाश झा का कहना है कि सभी नेता केवल शक कर रहे हैं कि कुछ गलत हो सकता है, लेकिन किसी को पता ही नहीं है कि फिल्म में है क्या ? फिल्म शिक्षा और सरकारी नौकरियों में जातिगत आरक्षण ही नहीं, शिक्षा के कमर्शल होने पर भी आधारित है और सेंसर इसे पास कर चुका है। किसी सामाजिक मुद्दे पर फिल्म बनाने पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं होती हैं। मैं सभी को सुनने के लिए तैयार हूं, लेकिन अपने दर्शकों को सच जरूर बताऊंगा।
गौरतलब है कि फिल्म में दलित का किरदार रॉयल फैमिली के सैफ अली खान को दिए जाने से नाराज कुछ लोगों ने इसे दलितों का अपमान बताकर कानपुर में विरोध प्रदर्शन भी किया था।
रेप नहीं कर पाए, तो दलित स्टूडेंट को जिंदा जलाया
लखनऊ।। बारहवीं क्लास की एक दलित स्टूडेंट के साथ गैंगरेप में विफल होने के बाद दबंगों ने उसे जिंदा जलाकर मारने का प्रयास किया।
गंभीर रूप से झुलस जाने वाली इस छात्रा के बचने की उम्मीद सीतापुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों को नहीं है। मंगलवार की रात को ममता नामक युवती के पिता ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई है, मगर सभी फरार हैं।
लखनऊ कमिश्नरी के सीतापुर जिले थाना रामकोट क्षेत्र स्थित जुहरी गांव की ममता अपने घर में जब मंगलवार की सुबह सो रही थी, तो इसी गांव के धर्मेंद्र, टिल्लू, टुइयां, बिल्लू एवं अजय नाम के चार दंबग घर में घुस आए।
लड़की के पिता मोल्हू जब तक कुछ समझते इन लोगों ने मिट्टी का तेल डालकर सोती ममता को जलाकर मारने का प्रयास किया। एफआईआर के अनुसार यह हरकत इन दबंगों ने इसलिए की थी क्योंकि सोमवार की रात को इन लोगों ने ममता की इज्जत लूटने का विफल प्रयास किया था।
मामला थाने में न जाए, इसलिए ममता को मार देने का इरादा इन लोगों ने बनाया था। ममता का चेहरा एवं बीच का हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका है। उसे सीतापुर के जिला अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया।
मामले की जानकारी मिलने के बाद सीतापुर डीएम-एसपी ने एफआईआर दर्ज कर दबंगों को पकड़ने के निर्देश दिए। सीतापुर के डॉक्टरों ने ममता को लखनऊ रेफर करने की तैयारी कर रखी है।
गंभीर रूप से झुलस जाने वाली इस छात्रा के बचने की उम्मीद सीतापुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों को नहीं है। मंगलवार की रात को ममता नामक युवती के पिता ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई है, मगर सभी फरार हैं।
लखनऊ कमिश्नरी के सीतापुर जिले थाना रामकोट क्षेत्र स्थित जुहरी गांव की ममता अपने घर में जब मंगलवार की सुबह सो रही थी, तो इसी गांव के धर्मेंद्र, टिल्लू, टुइयां, बिल्लू एवं अजय नाम के चार दंबग घर में घुस आए।
लड़की के पिता मोल्हू जब तक कुछ समझते इन लोगों ने मिट्टी का तेल डालकर सोती ममता को जलाकर मारने का प्रयास किया। एफआईआर के अनुसार यह हरकत इन दबंगों ने इसलिए की थी क्योंकि सोमवार की रात को इन लोगों ने ममता की इज्जत लूटने का विफल प्रयास किया था।
मामला थाने में न जाए, इसलिए ममता को मार देने का इरादा इन लोगों ने बनाया था। ममता का चेहरा एवं बीच का हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका है। उसे सीतापुर के जिला अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया।
मामले की जानकारी मिलने के बाद सीतापुर डीएम-एसपी ने एफआईआर दर्ज कर दबंगों को पकड़ने के निर्देश दिए। सीतापुर के डॉक्टरों ने ममता को लखनऊ रेफर करने की तैयारी कर रखी है।
3 बच्चों की मां से 3 लोगों ने किया सामूहिक बलात्कार
बैंगलुरु। बैंगलुरु के चंद्रा ले आउट इलाके में रविवार को घर के बाहर टहलते समय एक महिला से तीन लोगों ने सामुहिक बलात्कार किया फिर उसका मंगलसूत्र और नगद लूटकर फरार हो गये। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और महिला को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है। पुलिस को अभी तक बलात्कारी लूटेरों के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। महिला की उम्र 40 वर्ष है और वह तीन बच्चों की मां है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगोडलाहल्ली निवासी 40 वर्षीय महिला कपड़ों के कारखानों में काम करती है। रविवार को उसका अवकाश होता है तो वह अपने अभिभावकों से मिलने के लिये मद्देर गई थी। वह देर रात लगभग 12 बजे बैंगलुरु पहुंची। बस से उतरने के बाद वह पैदल ही घर जा रही थी कि दो लोग उसे चाकू दिखाकर पुरानी इतारत के पीछे ले गये और फिर वहां उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।
महिला ने पुलिस को बताया कि पहले तो दो लोग थे उसके बाद दोनों ने फोनकर कर अपने एक और दोस्त को बुला लिया। फिर तीनों ने मिलकर उसके साथ फिर बलात्कार किया। महिला ने पुलिस को बताया कि बलात्कार के बाद उन लोगों ने उसे मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी और फिर 4,500 रुपये नगद तथा गले में मौजूद मंगलसूत्र लेकर फरार हो गये। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने महिला को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगोडलाहल्ली निवासी 40 वर्षीय महिला कपड़ों के कारखानों में काम करती है। रविवार को उसका अवकाश होता है तो वह अपने अभिभावकों से मिलने के लिये मद्देर गई थी। वह देर रात लगभग 12 बजे बैंगलुरु पहुंची। बस से उतरने के बाद वह पैदल ही घर जा रही थी कि दो लोग उसे चाकू दिखाकर पुरानी इतारत के पीछे ले गये और फिर वहां उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।
महिला ने पुलिस को बताया कि पहले तो दो लोग थे उसके बाद दोनों ने फोनकर कर अपने एक और दोस्त को बुला लिया। फिर तीनों ने मिलकर उसके साथ फिर बलात्कार किया। महिला ने पुलिस को बताया कि बलात्कार के बाद उन लोगों ने उसे मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी और फिर 4,500 रुपये नगद तथा गले में मौजूद मंगलसूत्र लेकर फरार हो गये। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने महिला को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है।
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