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शनिवार, 21 जून 2014

अब तराना बढ़ाएगा मायड़ भाषा का मान ..





अब तराना बढ़ाएगा मायड़  भाषा  का मान ...

- मरुधरा के स्वरूप खान ने दी आवाज , राजस्थानी भाषा बचाने की अनूठी पहल

बाड़मेर राजस्थान के लोक संगीत और लोक गायन ने सात समंदर पार तक भले ही अपनी धमक मचाई हो लेकिन यहाँ की मायड़ भाषा और लोक गान ने अपनी ही जमी पर बुरे दिन देखे है। राजस्थान अपने पधारो म्हारे देश गीत के बाद एक अदद ऐसे तराने को तरसा है जिसे हर कोई गुनगुना सके ऐसेमें मारवाड़ के उभरते हुई गायक स्वरूप खान ने राजस्थान को राज्य गान के तोर पर नई सौगात दी है। म्हारो राजस्थान के तराने ने आज राज्य के हर कोने में धूम मचा रखी है। दिल्ली में रिकॉर्ड हुए इस तराने में न केवल राजस्थान की मायड़ भाषा का बखूबी इस्तेमाल हुआ है साथ ही इसे रेपरिया बालम और कुणाल वर्मा ने युवाओ के आज की पसन्द को देखते हुए राजस्थानी शब्दों को रेप्प् कर मायड़ शब्दों का भी सुन्दर समावेश किया है। म्हारो राजस्थान गाने का शूट जैसलमेर , उदयपुर, चितौरगढ़ , जयपुर ,अजमेर और जोधपुर समेत राजस्थान के 12 जिलो में हुआ है। अब तक फिल्मिस्तान , हवा हवाई , भारत का वीर पुत्र महाराणा प्रताप , देवो के देव महादेव और अता पता लापता में गए चुके स्वरूप ने मशहूर सिंगर लेडी गागा के साथ भी एक गीत गाया है। इंडियन आईडल सीजन 5 के अंतिम 4 प्रतियोगियों में शामिल होकर मशहूर हुए स्वरूप बाड़मेर के प्रख्यात लोक गायक नियाज खान के बेटे और अनवर खान बहिया के भतीजे है। मुंबई में रह कर अपनी मायड़ भाषा कुछ करने के मानस से इस प्रोजेक्ट पर काम किया। म्हारो राजस्थान गीत को करना उनके लिए अपनी जमी के लिए कुछ करने के इरादे से सभी को रूबरू करवाने वाला है। अपनी इस नई प्रस्तुति पर स्वरूप खान कहते राजस्थान में राजस्थानी भाषा को लेकर चल रहे महाअभियान की सही मायने में आज जरूरत है और आज हमे हर क्षेत्र में राजस्थानी भाषा को बढ़ने की जरूरत है ऐसेमें मै गायन क्षेत्र से जुड़ा हु तो मुझे इस बात का अहसास हुआ की मुझे मेरी जमीं के लिए कुछ करना चाहिए। जयपुर मूल के रेपरिया बालम और कुणाल वर्मा के साथ म्हारो राजस्थान नामक गाना किया जो की आज राज्य भर में धूम मचाये हुए है। राजस्थान की जनता के दिलो से जुड़े जैसलमेर के सोनार और सम , उदयपुर के लेक पैलेस , चितौरगढ़ के विजय स्तम्भ , जयपुर के आमेर फोर्ट ,अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह और जोधपुर के मेहरानगढ़ को इस बड़ी बखूबी दिखाया गया है साथ ही राजस्थान के महाराणा प्रताप , पृथ्वी राज चौहान और भगतीमई मीरा को भी इस गीत में नमन किया गया है। बाड़मेर के उभरते गायक स्वरूप खान द्वारा अपनी मायड़ भाषा के लिए किया गया प्रयास सही मायने में वह कदम है जिनकी आज राजस्थानी भाषा आज अपने पांच करोड़ निवासियों आशा रखती है।


मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे

राजस्थान की कला संस्कृति और लोकरंग के साथ साथ यहाँ के प्रमुख किलो और धरोहरो को प्रमुखता से वाले गीत म्हारो राजस्थान को राजस्थान पर्यटन विभाग से जोड़ने के लिए गायक स्वरूप खान जल्द ही राज्य की मुख्यमंत्री वशुंधरा राजे से मिलेंगे। खान ने बताया की अपनी जमीं और अपनी मायड़ भाषा के प्रचार प्रसार के लिए उन्होंने इस गाने को आवाज दी है। वह यह भी चाहते है की राजस्थानी भाषा से जुड़े इस तरह के तरानों को सरकार की तरफ प्रोत्शाहन मिले इसी के चलते वह जल्द ही राज्य की मुख्यमंत्री वशुंधरा राजे से मुलाकात करेंगे।

शनिवार, 7 जून 2014

राजस्थानी भाषा समिति की बैठक आज ,राजस्थानी सम्मलेन पर होगी चर्चा

राजस्थानी भाषा समिति की बैठक आज ,राजस्थानी सम्मलेन पर होगी चर्चा

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघरश समिति बाड़मेर की अहम बैठक रविवार को शाम चार बजे डाक बंगलो की जाएगी। बैठक में राजस्थानी सम्मलेन बाड़मेर में आयोजित करने को लेकर चर्चा की जाएगी ,समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया जुलाई माह में बाड़मेर राजस्थानी सम्मेलन के आयोजन पर के लिए अहम बैठक हैं जिसमे समिति के समस्त पदाधिकारी ,कार्यकर्ता ,और मार्ग दर्शक भाग लेंगे। जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने बताया की पूर्व निर्धारित राजस्थानी भाषा सम्मलेन का आयोजन स्थगित किया था अब सम्मेलन जुलाई माह में आयोजित किया जाना हे जिसके के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की जा रही हैं साथ ही की साहित्यकार स्वर्गीय लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत को श्र्रदांजली किया जायेगा ,मोटियार परिषद के रमेश सिंह इन्दा एयर जिला पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ने बताया की घातक दलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता लेंगे ,बैठक में रावत त्रिभुवन सिंह राठोड ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,सांग सिंह लुणु ,महेश दादानी ,प्रकाश जोशी ,नरेश देव सारण ,अनिल सुखानी , जीतेन्द्र छंगाणी ,,छोटू सिंह पंवार , आईदान सिंह इन्दा ,युसूफ खान ,सहित कई प्रेमी भाग लेंगे

गुरुवार, 5 जून 2014

अर्जुन मेघवाल ने संसद में गुंजाई राजस्थानी

अर्जुन मेघवाल ने संसद में गुंजाई राजस्थानी

बाड़मेर राजस्थान के बीकानेर से भाजपा सांसद अर्जुन मेघवालने संसद में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का आग्रह कर संसद का ध्यान राजस्थानी भाषा की और खिंचा। आसान ने संवेधानिक मान्यता न होने के कारन अर्जुन मेघवाल को राजस्थानी में शपथ लेने की अनुमति नहीं दी। इसके बावजूद पुरे सदन में राजस्थानी भाषा का मुद्दा गुंजायमान हो गया ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित वरिष्ठ नेताओ  ध्यान राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने  मुद्दे की तरफ खिंचा। राजस्थानी भाषा समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की सांसद अर्जुन मेघवाल ने राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा बेहतर तरीके से संसद में शपथ के आग्रह के साथ रखा। उन्होंने अर्जुन मेघवाल का धन्यवाद ज्ञापित किया की संसद में राजस्थान से  सांसद ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का आग्रह कर अपनी मायड़ भाषा के प्रति सम्मान व्यक्त किया साथ ही चौदह करोड़ राजस्थानियों की भवन को संसद में रखा। 

शनिवार, 24 मई 2014

बाड़मेर,लक्ष्मी कुमारी चूंडावत का निधन, भाटी ने जताया शोक

बाड़मेर,लक्ष्मी कुमारी चूंडावत का निधन, भाटी ने जताया शोक

बाड़मेर राजस्थानी भाषा की साहित्यकार पद्म श्री लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत के निधन पर राजस्थानी भाषा मान्यता संघरश समिति बाड़मेर ने संवेदना व्यक्त की हैं ,समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड ने बताया की पद्म श्री लक्ष्मी कुमारी चूंडावत का शनिवार को सवाई मानसिंह अस्पताल में निधन हो गया।

समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ,उपाध्यक्ष इन्दर प्रकाश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,भीखदान चरण ,महेश दादानी ,नरेश देव सारण ,दीप सिंह रणधा ,किशोर सिंह कानोड़ ,अनिल सुखानी ,भंवर लाल जैलिया ,असरफ अली ख़िलजी ,अल्लाह बक्स नोहडी ,प्रकाश चंद विश्नोई ने चूंडावत के निधन पर गहरा शोक जताया है।उन्होंने बताया की लक्ष्मी कुमारी चूंडावत का जन्म 24 जून 1916 को मेवाड़ में हुआ था। चूंडावत 1962 से 1971 तक राजस्थान विधानसभा की सदस्य रह चुकी है। चूंडावत 1972 से 1978 तक राज्यसभा सदस्य भी रह चुकी है। राजस्थानी साहित्य में योगदान के लिए चूंडावत को 1984 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।

शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2014

बाड़मेर राजस्थानी भाषा कि अनदेखी से नाराज़ भाषा प्रेमियो ने राहुल गांधी का पुतला फूंका

राजस्थानी भाषा कि अनदेखी से नाराज़ भाषा प्रेमियो ने राहुल गांधी का पुतला फूंका


राजस्थानी को मान्यता न देना केंद्र कि सरकार को महंगा पडेगा /सांग सिंह लुणु


बाड़मेर राजस्थानी भाषा दिवस पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के नेतृत्व में राजस्थानी भाषा को मान्यता कि अनदेखी कर रहे कांग्रेस क्वे युवराज राहुल गांधी का पुतला कलेक्टर परिसर के आगे जलाया। इस अवसर पर सेकड़ो मायड़ भाषा प्रेमी उपास्थित थे। शुक्रवार दोपहर तीन बजे संघर्ष समिति द्वारा कांग्रेस के राष्ट्री उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे जिसके कारन समिति कि रिपोर्ट संसद में पेश नहीं हो पा रही। इससे आक्रोशित मायड़ भाषा प्रेमियो ने राहुल गांधी का पुतला फूंक डाला। इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ महासचिव सांग सिंह लुणु ने कहा कि राजस्थान कि संस्कृति राजस्थानी भाषा के कारन ज़िंदा हें। राजस्थानी कि अनदेखी अब असहनीय हें। केंद्र सरकार वोटो कि राजनीती के च;लते महज वोटो में लाभ कि घोषणाए कर रही हें राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा दस साल से केंद्र के पास पड़ा हें ,जिस पर कोई अमल नहीं कर रहा। प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि राजस्थानी भाषा कि मान्यता के लिए राजस्थान के सभी संसद लामबंध होने के बावजूद संसद में प्रस्ताव पेश नहीं करना दुर्भागयपूर्ण हें ,इसका खामियाजा लोक सभा चुनावों में कांग्रेस को भुगतना पडेगा। राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला अध्यक्ष रमेश गौड़ ने कहा कि अब वक़्त आ गया हें कि मायड़ भाषा प्रेमी केंद्र सरकार को अपनी वोटो कि ताकत का अहसास कराये ,राजनेता वोटो कि भाषा ही समझते हें। इस अवसर पर संगठन महामंत्री भंवर लाल जेलिया ,मोटियार परिषद् के प्रदेश मंत्री रमेश सिंह इंदा ,जिला पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ,जीवाराम मेघवाल ,नरेंद्र सिंह ,प्रकाश जोशी ,कैलाश दरजी ,बठिया सरपंच अमिन खान ,हितेन सिंधी ,मनमोहन मेघवाल ,मोतीलाल ,सहित समिति के धरने को एन आर एच एम् कर्मियो ने अपना समर्थन देकर प्रदर्शन में शामिल हुए। राहुल गांधी मुर्दाबाद ,राजस्थानी को मान्यता दो जैसे नारे लगा मायड़ भाषा प्रेमियो ने अपना आक्रोश जताया।

सिवाना राजस्थानी भाषा दिवस पर लिखे पत्र

राजस्थानी भाषा दिवस पर लिखे पत्र
सिवाना! अखिल भारतीय मायड़ भाषा राजस्थानी मान्यता संघर्ष समिति घटक सिवाना मोट्यार परिषद् के तत्वाधान में शुक्रवार को राजस्थानी भाषा दिवस पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलवाने की मांग की गई! संघठन के ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र जाँगिड़ के निर्देशानुसार उपाध्यक्ष पुखराज दहिया ने निकटवर्ती मूठली ग्राम स्थित श्री विनायक विद्या मन्दिर में अभियान चलाकर राजस्थानी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला! वहीं इस दौरान उपस्थित छात्रों और ग्रामिणों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखे़ और राजस्थानी भाषा को संविधान की आठव़ी अनुसूची में शामिल करवाने की मांग की|

मंगलवार, 18 फ़रवरी 2014

संासद अर्जुन राम मेघवाल ने संसद मे उठाया राजस्थानी भाषा का मुद्दा

संासद अर्जुन राम मेघवाल ने संसद मे उठाया राजस्थानी भाषा का मुद्दा
नई दिल्ली। 18 फरवरी 2014। मंगलवार को लोक सभा मे बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने तांराकित प्रश्न के माध्यम से गृह मंत्री संविधान की आठवीं अनुसूचित मे भाषाओं को सम्मिलित किये जाने के बारें मे प्रश्न पूछा। सांसद मेघवाल ने अपने प्रश्न मे पूछा कि सरकार द्वारा संविधान की आठवीं अनुसूचि में और अधिक भाषाओं को शामिल करने हेतु क्या मानदंड अपनाए गए है तथा राज्यों और अन्यों से इस अनुसूची मे और अधिक भाषाओं को शामिल करने हेतु प्राप्त प्रस्तावों का ब्यौरा क्या है और इस पर सरकार की राजस्थानी व भोजपुरी सहित राज्य और भाषावार क्या प्रतिक्रिया है। सांसद मेघवाल ने प्रश्न किया कि भाषाई विशेषज्ञों संबंधी समिति (सीताकंात महापात्र समिति) द्वारा अपनी रिपोर्ट मे की गई सिफारिशों का ब्यौरा क्या है तथा क्या सरकार द्वारा उक्त समिति की सभी सिफारिशों को कार्यान्वित कर दिया गया है और यदि हां तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि नहीं तो इसके क्या कारण है?
सांसद अर्जुन राम मेघवाल के प्रश्न का गृह राज्य मंत्री आर.पी.एन.सिंह ने लिखित जवाब दिया। मंत्री ने अपने जवाब मे कहा कि भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची मे भाषाओं को शामिल करने के लिए कोई अनुमोदित मानदंड नहीं है। इस समय भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में राजस्थानी व भोजपरी सहित 38 ओर भाषाओं को शामिल करने की मांग है। सांसद मेघवाल के प्रश्न के जवाब में मंत्री ने बताया कि वस्तुपरक मानदंडो का एक सेट तैयार करने के लिए वर्ष 2003 मे भाषाई विशेषज्ञों की एक समिति सीताकांत महापात्र समिति गठित की गई थी, जिसके संदर्भ मे 8वीं अनुसूची मे ओर अधिक भाषाओं को शामिल करने के लिए सभी प्रस्तावों की जांच की जा सके और उनका अंतिम रूप से निपटान किया जा सके। किसी भाषा के विकास के प्रसार इसके उपयोग आदि से संबंधित एकसमान मानदंडो के एक सेट का सुझाव देने के लिए सीताकांत महापात्र समिति की सिफारिशों सहित पूरे मुद्दे का गहराई से अध्ययन करने के लिए मंत्रालय द्वारा एक आंतरिक अंतर मंत्रालय समिति गठित की गई थी, जो आठवीं अनुसूची मे किसी भाषा को शामिल करने अथवा न करने का निर्णय लेने के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी। यह मामला सरकार के विचाराधीन है।
सांसद अर्जुन मेघवाल ने कहा कि राजस्थानी भाषा करोड़ो लोगो द्वारा बोली जाती है तथा सरकार ने इसे मान्यता के लिए कई बार सदन मे आश्वासन दिया है। सीताकांत महापात्र समिति ने भी सिफारिश की गई थी जो सरकार के पास अभी तक विचाराधीन है। राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राजस्थान की विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव केन्द्र को पहले ही भेजा जा चुका है। भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री उक्त सिफारिशों को कार्यान्वित नहीं किये जाने के कारणों का जवाब नहीं दे रहे है। यह करोड़ो राजस्थानियों की उपेक्षा है और इसे ज्यादा दिनों तक सहन नहीं किया जायेगा।

रविवार, 16 फ़रवरी 2014

राजस्थानी भाषा दिवस इक्कीस फरवरी को ,कई कार्यक्रम होंगे आयोजित

राजस्थानी भाषा दिवस इक्कीस फरवरी को ,कई कार्यक्रम होंगे आयोजित


बाड़मेर राजस्थानी भाषा दिवस शुक्रवार को मनाया जायेगा इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि इक्कीस फरवरी को पुरे प्रदेश में राजस्थानी भाषा दिवस धूमधाम से मनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को राजस्थानी भाषा दिवस पर विभिन प्रतियोगिताओ का आयोजन ,विचार गोष्ठी ,धरना ,रेल्ली ,प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम पुरे प्रदेश में किये जायेंगे ,बाड़मेर ,जैसलमेर के सभी तहसील और उप खंड मुख्यालयो पर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इक्कीस फरवरी को बाड़मेर में मुखपट्टी प्रदर्शन ,धरना और विचार गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा ,उन्होंने बताया कि प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के राजस्थान के में राजस्थानी भाषा दिवस मनाया जायेगा

शनिवार, 1 फ़रवरी 2014

बाड़मेर मायड़ भाषा के समर्थन में निम्बड़ी माता के दरबार में चला हस्ताक्षर अभियान

मायड़ भाषा के समर्थन में निम्बड़ी माता के दरबार में चला हस्ताक्षर अभियान


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति और राजस्थानी छात्र परिषद् के तत्वाधान में शुक्रवार और शनिवार को निम्बड़ी माता मंदिर प्रांगण में हस्ताक्षर अभियान अध्यक्ष जीतेन्द्र फुलवरिया के नेतृत्व में चलाया गया जिसमे सेकड़ो मायड़ भाषा प्रेमियो ने अभियान के समर्थन में हस्ताक्षर कर केंद्र सरकार से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने कि मांग कि। प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता दिलाने को लेकर चलाये जा रहे हस्ताक्षर अभियान का तीसरा चरण निम्बड़ी माता मंदिर से आरम्भ किया गया जिसमे राजस्थानी भाषा प्रेमियो ने उत्साह के साथ भाग लेकर दस्तखत कर अभियान को अपना समर्थन दिया। कार्यक्रम प्रभारी जीतेन्द्र फुलवरिया समिति के कार्यकर्ता नेताराम जयपाल ,प्रकाश चौहान ,रंजीत,हनुमान डऊकिया ,भारत ,फुलवरिया खेमाराम शर्मा ,पवन विजय ,तथा प[राकेश सहित कई जनो कि उपस्थिति में सेकड़ो लोगो ने हस्ताक्षर कर अभियान को गति दी

रविवार, 26 जनवरी 2014

बाड़मेर बंतळ कार्यक्रम आयोजित। । राजस्थानी भाषा के रंगो से रंगा हमारा गणतंत्र दिवस







बाड़मेर बंतळ कार्यक्रम आयोजित। । राजस्थानी भाषा के रंगो से रंगा हमारा गणतंत्र दिवस

हम अपनी भाषा का अधिकार ले के रहेंगे। ओम प्रकाश गर्ग मधुप

बाड़मेर राजस्थानी भाषा राजस्थान के लोगो की मातृभाषा होने के साथ ही राजस्थानी संस्कृति की पहचान है। भाषा लोगो को बान्धे रखती है भाषा ही संस्कृति को आगे ले जाती है और भाषा के बिना राजस्थान की संस्कृति की कल्पना बेमानी है। उक्त विचारवरिष्ठ राजस्थानी साहित्यकार ओम प्रकाश गर्ग मधुप ने गणतंत्र दिवस पर तरुण माध्यमिक विद्यालय में आयोजित राजस्थानी बंतळ कार्यक्रम में मुख्य वक्त के रूप में कही। उन्होंने कहा कि आज के दिन देश के संविधान को लागु किया गया था मगर हमें आज भी हमारा भाषाई अधिकार नहीं मिला। उन्होंने कहा कि गांधी जी को मातृ भाषा से बहुत लगाव था। राजस्थानी हमारी मातृ भाषा है और हिन्दी राष्टभाषा। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा समृद्ध भाषा हें उसे कौन मान्यता दे सकता हें। उसे किसी मान्यता कि जरुरत नहीं मगर सरकारी काम काश में संवेधानिक मान्यता जरुरी होती हें। 

समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रेमजीत धोबी ने कहा कि राजस्थानी को आठवी अनूसूची मे जोडने हेतु 25 अगस्त 2003 को विधानसभा में सकल्प प्रस्ताव पास किया गया। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा के बिना राजस्थान कि कल्पना नहीं कि जा। सकती समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने कहा कि आठवी अनुसूची में जुडने से प्रदेश के बच्चो को राजस्थानी तृतीय भाषा के रूप में लेने की सुविधा मिल जाएगी। भारतीय प्रशासनिक सेवा मे भी हिन्दी अग्रेजी के अलावा राजस्थानी भी माध्यम होगा। प्रदेश के सांसद विधायको को भी राजस्थानी मे शपथ लेने व संवाद की सुविधा मिल सकेगी। 

समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि विधानसभा सत्र के पहले दिन विधायको ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि बात रख राजस्थानी भाषा कि मान्यता के दरवाजे फिर खोल दिए ,उन्होंने कहा कि आज राजनेता राजस्थानी भाषा और उससे जुड़े तबके कि ताकत को पहचान गए हें ,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाषा कि मांग को घोषणा पात्र में शामिल कर सराहनीय कदम उठाया ,अब वसुंधरा राजे को केंद्र सरकार तक पैरवी करनी होगी। इस अवसर पर मंजूर मोहम्मद कुरैशी ने कहा कि हमें अपनी मायड़ भाषा कि मान्यता के लिए लड़ाई लड़नी पद रही हें जो दुर्भाग्य पूर्ण हें। जब सभी प्रदेशो कि अपनी मातृ भाषा को मान्यता हे तो राजस्थानी को क्यूँ नहीं। इस अवसर पर राजस्थानी साहित्य्कार गोर्धन सिंह जहरीला ने राजस्थानी साहित्य का पाठन किया ,इस अवसर पर शिक्षाविद महेश ददानी संगठन मंत्री भंवर लाल जैलिया ,अमृत लाल जैन ,तिला राम सेजु ,आईदान सिंह इंदा ,इंजिनियर केवल राम ,रुघाराम धतरवाल ,चेतन राम ,पप्पूराम ,खेमाराम सहित कई विद्वानो ने अपने विचार रखे। 


प्रतियोगिताओ का आयोजन। । गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में समिति द्वारा राजस्थानी भाषा साहित्य ,भाषा ,संस्कृति ,इतिहास और परम्पराओ के सम्बन्ध में प्रतियोगिताओ का आयोजन भी किया ,विजेता छात्रो को भंवर लाल जेलिया और महेश दादनी द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का सञ्चालन गोर्धन सिंह जहरीला ने किया।

मंगलवार, 21 जनवरी 2014

पहले दिन विधानसभा में गूंजी राजस्थानी

पहले दिन विधानसभा में गूंजी राजस्थानी


विधायको ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि इच्छा जाहिर की



बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति द्वारा नव निर्वाचित विधायको से राजस्थानी भाषा में विधानसभा में शपथ लेने कि अपील ने असर दिखाया। समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि विधानसभा के पहले दिन प्रोटेक्ट स्पीकर श्री प्रद्युमन सिंह द्वारा जब विधायको शपथ दिलाई जा रही थी। विधायक अर्जुन राम ने स्पीकर से राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि इच्छा जाहिर कि जिस पर स्पीकर द्वारा राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं होने के कारन राजस्थानी भाषा में शपथ नहीं दिला सकने कि मज्बुि बताई जिस पर विधायक ने हिंदी भाषा में शपथ ली। सदन में बाड़मेर जैसलमेर जिलो के विधायको ने भी राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि इच्छा जाहिर कि थी मगर उन्हें भी अन्य भाषाओ में शपथ लेनी पड़ी। समिति द्वारा किये गए जागरूकता प्रयासो से सदन में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने के प्रयासो कि अनूठी पहल हुई। सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल तो सदन में जै राजस्थान जै राजस्थानी के उदघोष के साथ पहुंचे। समिति ने विधायको द्वारा राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि पहल को सकारात्मक बताते हुए विधायको तथा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का आभार जताया। मुख्यमंत्री कि पहल पर भाजपा के घोषणा पात्र में राजस्थानी भाषा को संवैधानि मान्यता देने तथा राजस्थानी भाषा के समग्र विकास के बीस से अधिक बिंदु शामिल किये हें।

बुधवार, 15 जनवरी 2014

प्रकाश चंद विश्नोई गुड़ा सांचोर के संयोजक नियुक्त

प्रकाश चंद विश्नोई गुड़ा सांचोर के संयोजक नियुक्त


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर कि कार्यकारी का विस्तार कर प्रकाश चंद विश्नोई को गुड़ा मालानी उप खंड और सांचोर का संयोजक नियुक्त किया गया हें। समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया राजस्थानी भाषा के अभियान से सक्रीय रूप से जुड़े प्रकाश चंद विश्नोई को गुड़ा ,धोरीमन्ना और सांचोर क्षेत्र में समिति के विस्तार के उद्देश्य से उन्हें उप खंड संयोजक बना कर सांचोर कि अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी हें। उन्हें सांचोर में समिति के गठन के निर्देश दिए गए हें। समिति धोरीमन्ना और गुड़ा ब्लॉक समिति का विस्तार जल्द करने निर्णय लिया हें।

रविवार, 12 जनवरी 2014

विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ कि जिद करेंगे। भायल


सिवाना मुख्यालय पर मायड़ भाषा का महासम्मेलन

विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ कि जिद करेंगे। भायल


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समीरी और राजस्थानी मोटियार परिषद् सिवाना के संत्यक्त तत्वाधान में रविवार को सिवाना मुख्यालय पर मायड़ भाषा का महासम्मेलन सिवाना विधायक हमीर सिंह भयल के मुख्य आतिथ्य ,समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी कि अध्यक्षता और पूर्व प्रधान मूल सिंह भायल ,उपाध्यक्ष इन्दर प्रकाश पुरोहित ,महामंत्री भंवर लाल जेलिया ,चिंतन परिषद् के जिला अध्यक्ष रमेश गौड़ के विशिष्ट आतिथ्य में हुआ। इससे पूर्व नव निर्वाचित विधायक हमीर सिंह भयल का समिति द्वारा अभिनन्दन। समारोह को सम्बोधित करते हुए विधायक हमीर सिंह भायल ने कहा कि राजस्थानी केवल भाषा नहीं हमारी पहचान हें। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा में विधासभा में शपथ लेने कि जिद कर मुझे गर्व महसूस होगा। उन्होंने कहा कि राज्य कि मुखिया वसुंधरा राजे ने घोषणा पात्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता और भाषा विकास के प्रयासो को लिया हें ,राजस्थानी भाषा का संवर्धन और सरंक्षण सरकार कि प्राथमिकता हें ,उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते ही राजस्थानी को मान्यता मिल जायेगी ,उन्होंने कहा कि राजस्थानी को प्राथमिक शिक्षा में शामिल करने के भी पुरे प्रयास किये जायेंगे। इस अवसर पर प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि राज्य कि मुखिया ने घोषणा पात्र में राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता का मुद्दा डाल लिया था। इसके लिए सरकार को धन्यवाद ,उन्होंने कहा कि आज़ादी के पेंसठ साल बाद विधानसभा में जन प्रतिनिधि अपनी भाषा में शपथ नहीं ले सकते इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता हें ,उन्होंने कहा कि नव निर्वाचित सभी विधायको से समिति द्वारा संपर्क कर विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि जिद करने का आग्रह किया जा रहा हें ,इसके लिए बाड़मेर जैसलमेर में विधानसभा क्षेत्र वार मायड़ भाषा सम्मलेन आयोजित किये जा रहे हें ,इस अवसर पर इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा कि राजस्थानी हमारी पहचान हें इसे खो दिया तो हमारे पर कुछ भी नहीं बचेगा उन्होंने कहा कि समिति सभी विधायको के पास पहुँचाने का प्रयास कर रही हें ,पूर्व प्रधान मूल सिंह भायल ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए संघर्ष करना पड़े यह वाकई दुर्भागयपूर्ण हें ,उन्होंने विशवास दिलाया राजस्थानी भाषा के आत्मसम्मान के लिए तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर भंवर लाल जेलिया ,डॉ हरपाल सिंह राव ,रमेश गौड़ ,भीखदान चारण ,अब्दुल रहमान जायडू ,अर्जुनदान चारण ,जीतेन्द्र जांगिड़ ,सुरेन्द्र सिंह भायल ,संगठन के ब्लॉक संरक्षक सुरेंद्रसिंह भायल के निर्देशन में ब्लॉक महामंत्री प्रकाश सोनी, नगर अध्यक्ष महेंद्र परिहार, सुधीर शर्मा, शौकत अली, सुरेंद्र वैष्णव, अमित शर्मा, पुखराज दहिया, नवीन शर्मा, रज्जाक जौया, मीठालाल मेघवाल, पियुश सारस्वत, नितेश शर्मा, विकास सोनी, पियूष श्रीमाली, विष्णु वैष्णव, हुसैन पठान ने भी सम्बोधित किया ,सम्मलेन का सञ्चालन

शौकत अली ने किया

शनिवार, 11 जनवरी 2014

मायड़ भाषा महासम्मेलन रविवार को सिवाना में

मायड़ भाषा महासम्मेलन रविवार को सिवाना में



सिवाना. अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के घटक राजस्थानी मोटियार परिषद सिवानाकी ओर से 12 जनवरी को मायड़ भाषा महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सिवाना मोटियार परिषद के ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र जांगिड़ ने बताया कि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलवाने क लिए चलाए जा रहे अभियान से आमजन को जोडऩे के उद्देश्य से इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में नवनिर्वाचित विधायक हमीरसिंह भायल का अभिनंदन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष चंदनसिंह भाटी, जिला संरक्षक रावत त्रिभुवनसिंह, जिलाध्यक्ष रिड़मलसिंह दांता, जिला उपाध्यक्ष इंद्रप्रकाश पुरोहित , जिला महामंत्री भंवरलाल जेलिया, जिला महासचिव डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी , महेश ददानी, जितेंद्र छंगाणी, सचिव अनिल सुखानी, मोटियार परिषद के प्रदेश मंत्री रमेशसिंह इंदा, चिंतन परिषद के जिलाध्यक्ष रमेश गौड़ ,सचिव अब्दुल रहमान ,अशरफ अली सहित क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी शिरकत करेंगे। सम्मेलन में कल्याणसिंह दाखां, भीखदान चारण, चिंतन परिषद बालोतरा अध्यक्ष राजेंद्रसिंह कंवरली, सालगराम परिहार सहित बड़ी संख्या में राजस्थानी भाषा प्रेमी भाग लेंगे। संगठन के ब्लॉक संरक्षक सुरेंद्रसिंह भायल के निर्देशन में ब्लॉक महामंत्री प्रकाश सोनी, नगर अध्यक्ष महेंद्र परिहार, सुधीर शर्मा, शौकत अली, सुरेंद्र वैष्णव, अमित शर्मा, पुखराज दहिया, नवीन शर्मा, रज्जाक जौया, मीठालाल मेघवाल, पियुश सारस्वत, नितेश शर्मा, विकास सोनी, पियूष श्रीमाली, विष्णु वैष्णव, हुसैन पठान सहित कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारियों में जुटे हुए हैं।

मंगलवार, 7 जनवरी 2014

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित,चयन कमेटी का गठन

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित,चयन  कमेटी का गठन 




 बाडमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संर्घष समिति और मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति शोध संसथान के संयुक्त तत्वाधान में जनवरी माह में आयोजित होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह के लिए संथन कि और से प्रतिभाओ से आवेदन आमंत्रित किये गए हें। समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड और प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थांनी लोक गीत संगीत क्षेत्र में देश विदेशो में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिभावान कलाकारो और लोक साहित्यकारो से आवेदन मांगे गए हें। आवेदन के लिए बाड़मेर ,जैसलमेर ,जोधपुर जिले का निवासी होना जरुरी हें। 

उन्होंने बताया कि आवेदनो कि जांच और चयन के लिए एक कमिटी का गठन किया गया हें। कमेटी में चन्दन सिंह भाटी ,रावत त्रिभुवन सिंह राठोड ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,भंवर लाल जेलिया ,महेश ददानी ,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ,जीतेन्द्र छंगाणी ,मगर सिंह राठोड खारा ,जोगेन्द्र सिंह चौहान ,अशोक तनसुखानी  ,अनिल सुखानी ,मेगुदान  झनकाली फकीरा खान मांगणियार,रमेश गौड़  को शामिल किया गया हें 

उन्होंने बताया आवेदन साधारण कागज पर किया जा सकता हें साथ ही आवेदन  अपनी पिछले तीन साल कि गतिविधियो का ब्यौरा फोटो ,पुस्तक ,न्यूज़ कटिंग सहित देना होगा। 

उन्होंने बताया समिति के सचिव मांगणियार फकीरा खान के पास उक्त आवेदन दस जनवरी तक जमा होंगे। उन्होंने बताया यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाएगा जिसमे लोक गीत संगीत के गायको ,संगीतकारों और राजस्थानी सहितीकरो को सम्मानित किया जायेगा ,उन्होंने बताया कि पुरस्कारो का चयन स्तरीय कमेटी करेगी ,उन्होंने बताया कि बाडमेर जैसलमेर जोधपुर के मांगणियार ,लंगा लोक कलाकारो को प्राथमिकता दी। जायवेगी। समिति द्वारा आवेदन सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड गढ मंदिर बाडमेर ,और फकीरा खान मांगणियार लोक गायक कलाकार इंदिरा कालोनी ,मांगणियार कालोनी बाडमेर के नाम भेजे जा सकते हें वाही व्यक्तिश प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के पास अपना आवेदन जमा करा सकते हें.

रविवार, 5 जनवरी 2014

रुखमा बाई के साथ बाड़मेर के सिद्ध पुरुषो के नाम से होंगे पुरस्कार ,भव्य होगा सम्मान समारोह

राजस्थानी भाषा समिति कि बैठक सम्पन

रुखमा बाई के साथ बाड़मेर के सिद्ध पुरुषो के नाम से होंगे पुरस्कार ,भव्य होगा सम्मान समारोह


बाड़मेर अखिल राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जिला कार्यकारिणी कि बैठक रविवार को डाक बंगलो में डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी के मुख्य आतिथ्य ,प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी कि अध्यक्षता और वरिष्ठ उपाध्यक्ष इन्दर प्रकाश पुरोहित और महामंत्री भंवर के विशिष्ठ आतिथ्य में आयोजित कि गयी। बैठक में समिति द्वारा मांड गायिका स्वर्गीय रुखमा बाई के नाम पर पुरस्कार कि घोषणा पर चर्चा कि गयी। बैठक में निर्णय लिया गया कि बाड़मेर जिले कि विभिन क्षेत्रो कि विभूतियों के नाम से भी कुछ पुरस्कार घोषित किये जाए ,बैठक को सम्बोधित करते हुए इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा कि समिति का बेहतर प्रयास हें कि विश्व कि एक मात्र मांगणियार महिला मांड गायिका रुखमा बाई के नाम पर पुरस्कार शुरू किये जा रहे हें उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में कई सिद्ध पुरुष हुए जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रो में उल्लेखनीय कार्य किये उन लोगो के नाम से भी पुरस्कार घोषित होने चाहिए ,भंवर लाल जेलिया ने कहा कि राजस्थानी भाषा कि मान्यता कि मांग के साथ साथ राजस्थानी भाषा के व्यापक प्रचार प्रसार पर भी काम करने कि जरुरत हें ,उन्होंने कहा कि समिति का लक्ष्य निर्धारित हें समिति में वरिष्ठ लोगो कि भागीदारी इसे पूरा करने में सहयोग करेगी। डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा स्तर से लागू करना जरुरी हें ,इसके लिए सतत प[रायसो कि जररत हें। चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि नव निर्वाचित जन प्रतिनिधियो को विधानसभा ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा ,राजस्थानी भाषा कि बात विधासभा के सदन तक पहुँचाना जरुरी हें ,दुर्भाग्यपूर्ण स्थति हें कि आज़ादी के पेंसठ साल बाद भी राजस्थान का विधायक राजस्थानी में शपथ नहीं ले सकता ,उन्होंने कहा कि समिति का लक्ष्य हें कि सभी विधायक राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि जिद करे।साहित्यकार गोर्धन सिंह जहरीला ने कहा कि विद्यक्लायो में पारम्परिक राजस्थानी कि शिक्षा को अनदेखी करने के कारन ही हैम अपनी भाषा से पिछड़ते जा रहे हें उन्होंने जोर दिया कि समिति के प्रति आम जन में आस्था बड़ी हें,इस समिति में साहित्यकारो को भी जोड़ने के प्रयास होने चाहिए। डॉ हरपल राव ने कहा कि समिति साहित्यकारो के हस्त लिखित ग्रंथो के प्रकाशन का जिम्मा ले। इस अवसर पर आईदान सिंह इंदा ,अशरफ अली खिलजी ,एडवोकेट रमेश गौड़ जीतेन्द्र छंगाणी ,अनिल सुखानी ,मदन बारुपाल ,भोम सिंह बलाई ने भी विचार रखे , बैठक में नरेश देव सारण ,सुलतान सिंह रेडाणा ,मोटियार परिषद् के जिला पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ,प्रदेश मंत्री रमेश सिंह इंदा ,दिग्विजय सिंह चुली ,बाबू भाई शेख ,बसंत खत्री ,मुबारक खान ,जीतेन्द्र फुलवरिया,आवड सिंह सोढा ,सवाई चावड़ा ,प्रेम सेन ,महावीर सिंह कोलू ,लोकेन्द्र सिंह ढीमा ,पुष्कर शर्मा,मुकेश दैया ,नेतु जायपाल ,सहित सेकड़ो कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे ,बैठक में सबसे पहले समिति के राष्ट्रिय प्रचारक ओम पुरोहित कागद कि माताजी के देहवासन पर उन्हें शर्धांजलि अर्पित कि गयी ,बैठक में तय किया गया कि समिति द्वारा जनवरी माह में आयोजित होने वाले सम्मान समारोह का आयोजन भव्य स्तर पर किया जायेगा ,इसके लिए अलग समितिया बनाई जायेगी।

शनिवार, 4 जनवरी 2014

राजस्थानी भाषा समिति कि बैठक रविवार को डाक बंगलो में

राजस्थानी भाषा समिति कि बैठक रविवार को डाक बंगलो में

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति कि जिला कार्यकारिणी कि बैठक रविवार को दोपहर दो बजे डाक बंगलो में आयोजित कि जा रही हें। जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने बताया कि समिति के उनीस जनवरी को आयोजित होने वाले जिला स्तरीय सम्मान समारोह के आयोजन के साथ मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के सम्बन्ध में चर्चा कि जायेगी वाही समिति के राष्ट्रिय प्रचारक ओम पुरोहित कागद कि माताजी के देहवसान पर शर्धांजलि भी दी जायेगी ,बैठक में प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,संगठन महामंत्री भंवर लाल जेलिया ,महासचिवइन्दर प्रकाश पुरोहित ,सांग सिंह लुणु ,उर्मिला जैन ,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ,नरेश देव सारण ,डॉ हरपाल राव ,मोटियार परिषद् के प्रदेश मंत्री रमेश सिंह इंदा ,जीतेन्द्र छंगाणी ,अनिल सुखानी ,रहमान जायडू ,काबुल खान ,अशरफ अली ,भोम सिंह बलाई ,सवाई चावड़ा ,बाबू शेख सहित समस्त पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।

शुक्रवार, 3 जनवरी 2014

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित




बाडमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संर्घष समिति और मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति शोध संसथान के संयुक्त तत्वाधान में जनवरी माह में आयोजित होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह के लिए संथन कि और से प्रतिभाओ से आवेदन आमंत्रित किये गए हें। समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड और प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थांनी लोक गीत संगीत क्षेत्र में देश विदेशो में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिभावान कलाकारो से आवेदन मांगे गए हें उन्होंने बताया समिति के सचिव मांगणियार फकीरा खान के पास उक्त आवेदन दस जनवरी तक जमा होंगे। उन्होंने बताया यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाएगा जिसमे लोक गीत संगीत के गायको ,संगीतकारों और राजस्थानी सहितीकरो को सम्मानित किया जायेगा ,उन्होंने बताया कि पुरस्कारो का चयन स्तरीय कमेटी करेगी ,उन्होंने बताया कि बाडमेर जैसलमेर जोधपुर के मांगणियार ,लंगा लोक कलाकारो को प्राथमिकता दी। जायवेगी। समिति द्वारा आवेदन सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड गढ मंदिर बाडमेर ,और फकीरा खान मांगणियार लोक गायक कलाकार इंदिरा कालोनी ,मांगणियार कालोनी बाडमेर के नाम भेजे जा सकते हें वाही व्यक्तिश प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के पास अपना आवेदन जमा करा सकते हें

गुरुवार, 2 जनवरी 2014

जैलिया राजस्थानी भाषा समिति के महामंत्री मनोनीत

जैलिया राजस्थानी भाषा समिति के महामंत्री मनोनीत


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के महामंत्री संगठन पद पर भंवर लाल जैलिया को मनोनीत किया गया हें। जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने बताया कि प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार श्री भंवर लाल जैलिया को राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के जिला महामंत्री संगठन के पद पर मनोनय किया हें। उन्होंने बताया कि जैलिया को बाड़मेर जिले में समिति के विस्तार और संगठनात्म्क मजबूती का जिम्मा दिया गया हें। श्री जैलिया राजस्थानी भाषा के अभियान से जुड़े हुए हें। उनके समिति ने जुड़ने से संगठनात्म्क मजबूती आने के साथ नए उत्साह का संचार हुआ। उन्होंने बताया कि श्री जेलिया बैंक यूनियन के भी जिला अध्यक्ष हें।

शनिवार, 28 दिसंबर 2013

मनोहर खत्री चौहटन राजस्थानी भाषा समिति के ब्लॉक अध्यक्ष मनोनीत

-मनोहर खत्री चौहटन राजस्थानी भाषा समिति के ब्लॉक अध्यक्ष मनोनीत


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर का विस्तार करते हुए जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने मनोहर खत्री को चौहटन का बोलक अध्यक्ष मनोनीत किया हें। जिला पाटवी दांता ने बताया कि प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार चौहटन में मनोहर खत्री को ब्लॉक अध्यक्ष मनोनीत कर सात दिवस में कार्यकारिणी के गठन के निर्देश दिए गए हें। उन्होंने बताया राजस्थानी भाषा के राज्य स्तरीय सम्मलेन कि तैयारिया जोर शोर से चल रही हें।