बुधवार, 29 जनवरी 2014

बंपर नौकरियां, 22 फरवरी से पहले करें आवेदन

जयपुर। सरकारी नौकरी के इंतजार में बैठे युवाओं को अच्छी खबर है। बैंक, असिस्टेंट प्रोफेसर और थल सेना के साथ कई सरकारी नौकरियां की बंपर वैकेंसी निकली। इन पदों के लिए आवेदन पत्र 22 फरवरी से पहले जमा करा सकते है।
यूनिवर्सिटी ऑफ पुणे

पद : असिस्टेंट प्रोफेसर
पद संख्या : कुल 03 पद
योग्यता : 55 फीसदी अंकों के साथ परास्नातक, इसके अलावा नेट, सेट, स्लेट उत्तीüण हों
अंतिम तिथि- 06 फरवरी, 2014

इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सलेक्शन

पद : हिंदी अनुवादक
पद संख्या : कुल 01 पद
अंतिम तिथि : 07 फरवरी, 2014
रेलवे रिक्रूटमेंट सेल, नार्दर्न रेलवे
पद : गेटमैन से लेकर विभिन्न
पद संख्या : कुल 5679 पद
आयु सीमा : 18 से 33 वर्ष के मध्य
अंतिम तिथि : 10 फरवरी, 2014

नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक

पद- ऑफिसर स्केल-1, ऑफिस असिस्टेंट
पद संख्या : कुल 212 पद
आयु सीमा : 18 से 28 वर्ष के मध्य
अंतिम तिथि : 10 फरवरी, 2014

पंजाब नेशनल बैंक

पद : मैनेजर (सेक्योरिटी) से लेकर विभिन्न पद
पद संख्या : कुल 82 पद
अंतिम तिथि : 11 फरवरी, 2013

थल सेना (शार्ट सर्विस कमीशन)

पद : लॉ ग्रेजुएट
पद संख्या : कुल 10 पद
(महिला-03, पुरूष-07)
अंतिम तिथि - 14 फरवरी, 2014
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स
पद : असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर
पद संख्या : कुल 271 पद
आयु सीमा : 18 से 25 वर्ष के मध्य
अंतिम तिथि : 22 फरवरी, 2014

ईरान की महिला के दोस्त ने किया बेटी से दुष्कर्म

पणजी। उत्तरी गोवा के आरपोरा इलाके में ईरान की एक नाबालिग लड़की के साथ उसकी मां के दोस्त ने दुष्कर्म किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार 22 जनवरी को जब लड़की की मां सामान खरीदने के लिए बाजार गई हुई थी, तब उस व्यक्ति ने नाबालिग लड़की के साथ कथित रूप से दुष्कर्म किया। ईरान की महिला के दोस्त ने किया बेटी से दुष्कर्म
आरपोरा के एक गेस्ट रूम में ईरान के तीन पर्यटक अपनी चार वर्षीय लड़की के साथ रूके हुए थे और मुंबई के 31 वर्षीय आह्ले क्रस्टो भी उन्हीं के साथ था। चार दिन बाद लड़की ने अपनी मां को उस दिन की घटना के संबंध में जब जानकारी दी, तब महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 376ए 377 और 323 के तहत गिरफ्तार कर लिया।

मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर भीषण हादसा, 7 जिंदा जले

मुंबई। मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर हुए भीषण सड़क हादसे में सात लोग जिंदा जल गए, वहीं हादसे में 11 लोगों के जख्मी होने की खबर है। जख्मी लोगों में कुछ की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। हादसा एक लग्जरी बस और टैंकर की भिड़ेत से हुआ।मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर भीषण हादसा, 7 जिंदा जले
बताया जा रहा है कि डीजल से भरे टैंकर से टक्कर के बाद बस पुरी तरह से जल गई। हादसा मानौर नाम की जगह पर हुआ, हादसे की जगह मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर बताई जा रही है।

हादसे की खबर मिलते ही आपात सेवा और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डीजल टैंकर की वजह से बचावकार्यो में सावधानी बरती जा रही है। हादसे के बाद हाइवे पर चार घंटे के लिए ट्रैफिक को रोक दिया गया।

विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर



कोलकाता। 15वीं शताब्दी के बंगाल के महान कृष्ण भक्त व वैष्णव संत चैतन्य महाप्रभु की स्मृति में नदिया जिले के मायापुर धाम में इस्कान दुनिया के सबसे वृहत्तम व उच्चतम मंदिर चंद्रोदय के निर्माण परियोजना पर गंभीरता से बढ़ रहा है। खास बात यह है कि मंदिर परियोजना के लिए अमेरिका की विख्यात आटोमोबाइल कंपनी फोर्ड के परिवार का पूरा सहयोग इस्कोन को मिल रहा है। अमेरिका के लीजेंड्री उद्यमी और फोर्ड मोटर्स के संस्थापक हेनरी फोर्ड के पौत्र एल्फ्रेड ब्रश फोर्ड ने सोमवार यहां बताया कि वे इसे तय समय तक पूरा होता देखना चाहते हैं और इसके लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।

ब्रश फोर्ड ने कहा कि इस्कान के संस्थापक श्रील प्रभुपाद ने 1976 में उनके अमेरिका यात्रा के दौरान कृष्ण व चैतन्य की याद में बंगाल में दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर बनाने की बात कही थी। महाप्रभु के मंदिर के लिए फोर्ड ने उसी समय पूरे सहयोग का भरोसा जताया था। फोर्ड के साथ उनकी बंगालन पत्नी शर्मिला भट्टाचार्य फोर्ड भी मौजूद थीं। उल्लेखनीय है कि फोर्ड दंपति प्रस्तावित चंद्रोदय मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन भी हैं। ब्रश फोर्ड ने कृष्ण भक्ति के कारण अपना उपनाम जहां अम्बरीश दास रख लिया है वहीं उनकी पत्नी स्वाहा देवी दासी के नाम से परिचित हो गई है।

इस्कान की मंदिर निर्माण परियोजना के वर्ग फुट मुहिम से जुड़े स्वामी राधा जीवन दास ने बताया कि मंदिर की कुल ऊंचाई 300 फुट से अधिक होगी। पूरी तरह स्टील निर्मित 75 कलात्मक गुंबदों वाला यह मंदिर 2016 में पूरा होने के बाद अपनी ऊंचाई से लंदन के सेंटपाल कैथीड्रल को भी पछाड़ देगा।

स्वामी राधाजीवन दास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण और उनके भक्त चैतन्य महाप्रभु के लिए बनने वाला चंद्रोदय मंदिर वैदिक संस्कृति साहित्य और विज्ञान के शोध व अध्ययन केंद्र के तौर पर भी विकसित किया जाएगा। इसके अलावा विश्व बंधुत्व और प्रेम के मूल्यों को भी इसके जरिए प्रसारित किया जाएगा।

इस्कान द्वारा 2016 में मंदिर के उद्घाटन के लिए भारत और अमेरिका के राष्ट्रपति को संयुक्त रूप से आमंत्रित करने की योजना है। ब्रश फोर्ड जहां अमेरिका के राष्ट्रपति को उद्घाटन समारोह के लिए राजी करने पर आशान्वित हैं वहीं इस्कान भारत के राष्ट्रपति के आगमन पर आश्वस्त है। उल्लेखनीय है कि इसी हफ्ते राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पूना में बने इस्कान के नए राधाकृष्ण मंदिर का उद्घाटन किया था।

तेजी से हों आमजन के कार्य'कलेक्टर ने किया अनेक स्थानों का दौरा


तेजी से हों आमजन के कार्य'कलेक्टर ने किया अनेक स्थानों का दौरा



 डीडवाना जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने मंगलवार को शहर के तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय व्यवस्थाओं के साथ ही साफ-सफाई का भी जायजा लिया। मंगलवार की शाम को यहां पहुंची डॉ. प्रधान तहसील कार्यालय के हर कमरे में पहुंची और कर्मचारियों की कार्य दक्षता व कार्यप्रणाली को परखा।

उन्होंने कर्मचारियों को आमजन से जुड़े कार्यों को त्वरित गति से करने के साथ ही कार्यालय में आने वाले हर व्यक्ति व फरियादी की बात को ध्यानपूर्वक सुनने तथा उसे संतोषजनक जवाब देने के निर्देश दिए। इस मौके पर उपखंड अधिकारी आरएन शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अर्जुनराम, तहसीलदार श्योराम वर्मा भी मौजूद थे। कलेक्टर के दौरे के दौरान कई लोगों ने ज्ञापन देकर गट्टाणियों की बगीची की भूमि को नगरपालिका द्वारा रेगर समाज को आवंटित करने पर कड़ा एतराज जताया। इसके अलावा श्रमिक नेता रामनिवास शर्मा व नृसिंह मंदिर के पुजारी मनोज ने भी ज्ञापन देकर बताया कि नृसिंह मंदिर की श्मशान भूमि पर कुछ भूमाफिया अवैध रूप से कब्जा करके प्लाटिंग कर रहे हैं।
कुचामन सिटी. जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने जवाहर नवोदय विद्यालय का निरीक्षण कर बैठक ली। कलेक्टर व नवोदय विद्यालय संचालन समिति की पदेन अध्यक्ष डॉ. वीणा प्रधान नवोदय पहुंचने पर एनसीसी कैडेट्स ने उनका स्वागत किया। तत्पश्चात प्रधान ने पुस्तकालय पहुंचकर यहां की व्यवस्थाओं को देखा व पुस्तकों की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के पश्चात कलेक्टर की अध्यक्षता में स्कूल संचालन समिति की बैठक हुई।
उपखंड अधिकारी सतवीर यादव, तहसीलदार बाबूलाल जाट, जलदाय विभाग के एईएन दाऊद अली खान, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश शर्मा, प्राचार्य महेंद्र चौधरी, पवन शर्मा, वीणा त्रिवेदी आदि उपस्थित रहे।
इसी प्रकार गौ पुत्र सेना ने मंगलवार को कलक्टर से मिलकर शहर में आवारा विचरण करने वाले गोवंश की सारसंभाल के लिए उनके मालिक पशुपालकों को पाबंद करने का आग्रह किया हैं।
परबतसर. कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने मंगलवार को सुबह 9.30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क दवाओं, लेबोरेटरी, वार्डों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने वार्ड में भर्ती एक विवाहिता की शारीरिक कमजोरी पर उसके पति को पत्नी के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर संपूर्ण इलाज करवाने की बात कही। दौरे के दौरान अस्पताल के बरामदे की पट्टियां क्षतिग्रस्त होने की जानकारी एसडीएम जगदीशप्रसाद गौड़ ने कलेक्टर को दी। इस पर बरामदे की मरम्मत के बारे में उनसे चर्चा की।
डॉ. प्रधान ने अस्पताल की सुविधाओं के बारे में उपस्थितजनों से राय मांगी। इस पर व्यापार मंडल अध्यक्ष रामस्वरूप मोदी, छगनलाल चौधरी ने बताया कि चिकित्सकों के रिक्त पद भरे जाएं तथा अस्पताल में अस्थि रोग विशेषज्ञ लगाकर हड्डी वार्ड खोला जाए।

बिना आधार कार्ड भी मिलेगी गैस सब्सिडी

नादिकेरी। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि जिन उपभोक्ताओं के पास आधार कार्ड नहीं हैं उन्हें भी रसोई गैस में सब्सिडी दी जाएगी। मोइली ने मंगलवार को कहा कि सुप्रीमकोर्ट केआदेश के अनुसार आधार कार्ड सब्सिडी पाने के लिए आवश्यक नहीं है।
उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को घरेलू एलपीजी पर सब्सिडी मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने घरेलू इस्तेमाल की एलपीजी में सब्सिडी को व्यवस्थित करने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया था लेकिन यदि किसी के पास आधार नहीं है तो उसे भी एलपीजी पर सब्सिडी पाने का हक है।

मेड़ता में मिलीं 10वीं शताब्दी की धरोहरें और शिलालेख!


मेड़ता में मिलीं 10वीं शताब्दी की धरोहरें और शिलालेख!


धरोहरों का करेंगे संरक्षण 1857 की क्रांति के वीरों के स्मारक जीर्ण-शीर्ण


मीरा शोध संस्थान ने सर्वेक्षण कर खोजे कई शिलालेख, इतिहासकारों से कराएंगे परीक्षण




   मेड़ता सिटी  मीरा शोध संस्थान ने प्रथम चरण में मेड़ता उपखंड में 10वीं शताब्दी तक के कई महत्वपूर्ण शिलालेख और पुरातात्विक धरोहरों की खोज की है जो राजस्थान के इतिहास कई नई कडिय़ों को खोल रहे हैं। इनमें सबसे खास खोज 1062 ईस्वी का एक शिलालेख है। विडंबना यह है कि कई गांवों में पड़ी इन धरोहरों का कोई धणी धोरी नहीं है। यह शोध और सर्वेक्षण मीरा शोध संस्थान के संस्थापक और अध्यक्ष दीपचंद सुथार व उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने मिलकर किया है। सुथार ने बताया कि प्रथम चरण में जिले की मेड़ता, रियां बड़ी व डेगाना क्षेत्र के जसनगर, जलवाणा, चंपाखेड़ी, सिरासना, धौलेराव, चुई, रेण, डाबरियाणी, खेडूली, गंगारड़ा, भंवाल सहित अन्य गांवों से करीब 50 शिलालेख खोजे गए हैं।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के इतिहासकार नरेंद्र सिंह ने बताया कि इन गांवों के शोध एवं सर्वेक्षण से बरसों से गुमनाम अनेक पुरा संपदाओं और उनसे जुड़ी ऐतिहासिक जानकारी भी मिली है। कई धरोहरें ऐसी भी हैं जो किंवदंतियों व जनश्रुति में तो जीवित हैं लेकिन इतिहास के पन्नों में आज तक दर्ज नहीं हैं। मारवाड़ का यह क्षेत्र प्राचीन शिलालेखों का विपुल भंडार है। प्राचीन बस्तियों के अलावा कई युद्ध भी इस धरा पर हुए हैं। इन युद्धों में हुए शहीदों की स्मृतियां भी पाई गई हैं। उस काल में कई शहीदों के स्मारक बनाए गए थे। इन स्मारकों की प्रामाणिकता साबित करने के लिए पर्यटन, पुरातत्वविदों और इतिहासकारों की सेवाएं ली जाएंगी। इन नई खोजों को इतिहास में स्थान मिल सकेगा।
॥मीरा शोध संस्थान का यह प्रयास अनूठा और प्रेरणादायक है। इस शोध में मिली जानकारी को पुरातत्व व संग्रहालय विभाग को भेजकर इन धरोहरों के संरक्षण का प्रयास किया जाएगा।  -सोहनलाल चौधरी, अधीक्षक, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, अजमेर
> मेड़ता सिटी. डांगावास में 1857 की क्रांति के शहीदों के स्मारक को देखते दीपचंद सुथार व नरेंद्र सिंह तथा घटेला की ढाणी में मिला 1062 ईस्वी का शिलालेख।

प्राचीन राजवंश के प्रमाण मिले 
शोध एवं सर्वेक्षण के दौरान मिले इन शिलालेखों से ज्ञात होता है कि मारवाड़ क्षेत्र में राजसत्ता में राठौड़ों का अभ्युदय होने से पहले यहां गुहिल, चौहान, सांखला, पंवार, इंदा, हुल व दहिया वंश का आधिपत्य रहा था। चुई, डावोली, डाबरियाणी, धौलेराव, ढावा, जारोड़ा, मेड़ता, घटेला की ढाणी, गंगारड़ा व जसनगर में गोरधन स्तंभ व लेख खोजने में सफलता मिली है।

महाभारतकालीन अवशेष भी मिले 
सर्वेक्षण एवं शोध अभियान के तहत डेगाना तहसील के रेवंत, तामडोली व आछोजाई गांव में महाभारतकालीन राजा परीक्षित व जन्मेजय, जसनगर (केकींद) में उज्जैन के सम्राट वीर विक्रमादित्य, राजा भर्तृहरि, मोर्रा में राजा मोरध्वज की नगरी व कुराड़ा में कुषाणकालीन सभ्यता के भी पुरा अवशेष मिले हैं।

ऐतिहासिक मेड़ता नगरी के सर्वेक्षण के दौरान राव वर सिंह, राव दूदा, जयमल मेड़तिया के अलावा जोधपुर के राजा विजय सिंह, अभय सिंह, जसवंत सिंह, मान सिंह, दिल्ली के बादशाह औरंगजेब के लेख के साथ 1857 के क्रांतिवीर रियां के शेर सिंह, आऊवा के कुशाल सिंह की छतरी भी मेड़ता में होने की जानकारी मिली है। शिलालेखों में पुरोहित बैजनाथ, सिंघवी, भींवराज, धनराज, नेकापुरी गोसाईं, मंत्री मंछाराम, रुघनाथ भंडारी आदि भामाशाहों द्वारा दिए गए योगदान के कई लेख मिले हैं। 

आज अदालत में पेश होंगे सलमान

जोधपुर।कांकाणी में काले हरिणों के शिकार के आरोपी फिल्म अभिनेता सलमान खान बुधवार को आम्र्स एक्ट के तहत दर्ज प्रकरण में अदालत में पेश होंगे। अदालत ने उन्हें 29 जनवरी को बयान देने के लिए न्यायालय में उपस्थित होने के आदेश दिए थे।
मामले में बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (जोधपुर जिला) चन्द्रकला जैन की अदालत में सुनवाई होनी है। गौरतलब है कि फिल्म "हम साथ-साथ हैं" की शूटिंग के दौरान 1-2 अक्टूबर 1998 की मध्यरात्रि में कांकाणी गांव की सरहद पर दो काले हरिणों का शिकार हुआ था। जिसमें सलमान सहित अन्य सिने सितारों को आरोपी बनाया गया था। इस दौरान सलमान के खिलाफ अवैध हथियार रखने का भी मामला दर्ज किया गया था।

चंद्रावती की खुदाई में मिली हड्डियां


चंद्रावती की खुदाई में मिली हड्डियां 

 




खुदाई में मिली हड्डियां और अन्य अवशेष, जांच के बाद ही पता लगेगा ये हड्डियां मानव की या पशुओं की

 आबूरोड शहर के निकट चंद्रावती की खुदाई में मंगलवार को विशेषज्ञों को कुछ हड्डियां और अन्य अवशेष मिले हैं। जिससे विशेषज्ञों की जिज्ञासा भी काफी बढ़ गई है। हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि ये हड्डियां मानव की हैं या पशुओं की, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि ये हड्डियां किस प्राणी की हैं। इससे हम उस समय के रहन सहन, भोजन और पर्यावरण का अध्ययन कर सकेंगे।

प्रोफेसर जीवन खरगवाल ने बताया कि दो दिन पूर्व नये स्थान को चिह्नित कर नदी किनारे पर नए ट्रेन्च में खुदाई शुरु की गई। जहां हड्डियों के अवशेष मिले हैं। इसी परिसर में मिट्टी के बने ढक्कन नुमा संरचनाएं मिली हैं। शोधार्थी प्रांजल गर्ग के अनुसार हड्डियों के बारे में बताना मुश्किल है कि हड्डियां पशुओं की हैं या इंसानों की। यह तो बाद में किये जाने वाले शोध में यह पता लगाने के प्रयास किया जाएगा कि हड्डियां किसकी है। यदि यह हड्डियां पशुओं की है तो, कौनसे पशुओं की अस्थियां है और उनका रहन सहन व भोजन पर्यावरण कैसा रहा होगा। इसका अध्ययन विशेषज्ञ करेंगे। इन हड्डियां में नाखून व दांत जैसा अवशेष मिला है। यह किस पशु का है यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा।

खंडित प्रतिमा भी मिलीत्नचंद्रावती के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र के बस्ती क्षेत्र में खुदाई के दौरान महिला की खंडित प्रतिमा मिली है। उत्खनन अधिकारी विनीत गोधल के ने बताया कि महिला की खंडित प्रतिमा का एक हाथ कमर के पास नृत्य की मुद्रा की तरह है। साथ ही प्रतिमा के हाथ पर बाजूबंध की आकृति है। गोधल ने बताया कि इसे अनुमान होता है कि तत्कालीन लोग नृत्य जानते होंगे व महिलाएं कमरबंध व बाजूबंध धारण करती होंगी। एक ही सेंड स्टोन पर बनाई गई प्रतिमा के पीछे की तरफ कोई आकृति नहीं है। खनन के दौरान सेंड स्टोन से निर्मित कूटने का एक पत्थर भी मिला है।