शनिवार, 30 दिसंबर 2017

*मुख्यमंत्री चार जनवरी को बाड़मेर आएगी*

*मुख्यमंत्री चार जनवरी को बाड़मेर आएगी*

 *बाड़मेर राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चार जनवरी को बाड़मेर एक दिवसीय दौरे पर आने की सम्भावन है।प्रधानमंत्री के 14  जनवरी के प्रस्तावित दौरे की संभावना के मध्यनजर मुख्यमंत्री तैयारियो का जायजा लेने चार जनवरी को बाड़मेर आ सकती है।

देवर को तड़पता देखना चाहती थी भाभी, मौत के बाद किसी ने नहीं देखी इसकी शक्ल

देवर को तड़पता देखना चाहती थी भाभी, मौत के बाद किसी ने नहीं देखी इसकी शक्ल
देवर को तड़पता देखना चाहती थी भाभी, मौत के बाद किसी ने नहीं देखी इसकी शक्ल

कुरुक्षेत्र-पिहोवा.सारसा गांव में तीन बच्चों की हत्या करने वाले आरोपी चाचा जगदीप ने गुरुवार देर शाम जेल के बाथरूम में सुसाइड कर लिया। शुक्रवार को जगदीप का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। वहीं जगदीप का शव भी लेने से साफ इंकार कर दिया। इस बीच जगदीप की भाभी सुमन का कहना है कि जगदीप सुसाइड केस की जांच होनी चाहिए। क्योंकि अचानक जगदीप के मरने की खबर उसके गले नहीं उतर रही। सुमन का कहना है कि वह जगदीप को जेल में तड़पते हुए देखना चाहती थी। उसे शक है कि जेल में उसकी हत्या की।पत्नी से लेकर घर वालों ने भी नहीं देखी जगदीप की आखिरी बार शक्ल...

- शुक्रवार देर शाम तक शव लेने के लिए कोई नहीं पहुंचा। जगदीप के प्रति पूरे गांव में नफरत का माहौल है। परिवार भी उसकी शक्ल तक देखने को तैयार नहीं हुआ।

- हालांकि बताया जाता है कि गुरुवार रात को उसकी मौत की खबर मिलने पर एक मर्तबा मां व पत्नी रीना रो पड़ी। घर में इस वारदात के बाद से ही एक तरह से मातम का माहौल था, जो मौत की खबर से और गहरा गया।

- घरवालों ने पंचायत के फैसले से सहमति जताई। पंचायत में निर्णय लिया कि गांव में जगदीप का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया जाएगा। संस्कार से गांव के श्मशान में उसके लिए एक इंच जमीन भी नहीं दी जाएगी।

- पंचायत में मौजूद गांववालोंने बताया कि पंचायत ने निर्णय लिया है कि उसकी मौत पर कोई शोक नहीं जताएगा। पत्नी रीना व उसके मायके वालों ने भी इसका समर्थन किया।

सोनू ने नहीं देखी शक्ल

- जगदीप के साथ ही सोनू भी जिला कारागार में बंद है। दोनों को गत चार दिसंबर को जगदीप की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद जेल भेजा गया था।

- गुरुवार शाम को उसकी मौत के बाद जेल प्रबंधन ने सोनू को बताया। लेकिन सोनू ने साफ इंकार कर दिया कि वह उसकी शक्ल भी देखना नहीं चाहता।




दोनों पर बराबर नजर, कर गया सुसाइड

दोनों चार दिसंबर से जेल में बंद थे। हालांकि दोनों को अलग अलग बैरकों में रखा गया। जगदीप दो नंबर तो सोनू तीन नंबर ब्लाक में था।

हालांकि दिन में सभी कैदियों की तरह परिसर में ये खुले रहते थे। लेकिन सोनू ने कभी उससे बात तक नहीं की।

- जेल सुपरिटेंडेंट सुभाषचंद्र के मुताबिक जेल प्रबंधन लगातार दोनों पर नजर रखे हुए था। डर था कि कहीं दोनों आपस में न भिड़ जाएं।

- वहीं यह भी आशंका रहती थी कि दूसरे कैदी इन्हें घृणा के चलते कोई नुकसान न पहुंचा दें। गुरुवार शाम को टायलेट में जगदीप ने आत्महत्या कर ली।

तहसील पहुंच नाम कराई जमीन

- एक तरफ शुक्रवार को एलएनजेपी हॉस्पिटल में पुलिस प्रशासन जगदीप के शव का पोस्टमार्टम कराने को परिजनों व गांववालो का इंतजार कर रहा था। लेकिन गांव से कोई वहां नहीं पहुंचा।

- जबकि इसी दौरान बच्चों के दादा जीताराम लोगों के साथ सोनू की पत्नी सुमन को लेकर पिहोवा तहसील पहुंचे। जहां सुमन के नाम साढ़े तीन एकड़ जमीन नाम करा दी।

- कुछ रोज पहले पंचायत ने सुमन के नाम जमीन कराने का फैसला सुनाया था।

- जीता राम ने बताया कि कुल 11 एकड़ में से दो एकड़ जमीन पर केस चल रहा है। बकाया में से सुमन के हिस्से की जमीन उसके नाम करवा दी है। हालांकि उसकी बाकी की जमीन भी बहू के पास ही रहेगी।

पेचीदा हुआ मामला:विरेंद्र की भी मौत

- जगदीप की मौत के बाद मामला और पेचीदा हो गया। एसआईटी को जगदीप से पूछताछ करनी थी। हालांकि एसआईटी दो बार गांव पहुंच कर फैमिलीवालों और गांववालों से बातचीत कर चुकी है।

- वहीं जगदीप के रिश्तेदार हेडकांस्टेबल विरेंद्र की भी करीब एक हफ्ता पहले मौत हो चुकी है। कैथल के विरेंद्र सीआईए कुरुक्षेत्र में था।

- गांव वालों ने आरोप लगाया कि विरेंद्र जगदीप व सोनू की केस में मदद कर रहा है। एसपी ने विरेंद्र को सीआईए से हटा कर इस्माइलाबाद में एसए लगा दिया। बताया जाता है कि करीब एक हफ्ता पहले गांव दूबन, कैथल में उसकी मौत हो गई।

- पुलिस का कहना है कि उसकी मौत हृदयगति रूकने से हुई। लेकिन अब सारसा वासी उसकी मौत को भी संदिग्ध मान रहे हैं।

जगदीप कई दिनों से था गुमसुम

- वहीं जेल सूत्रों के मुताबिक जगदीप जेल में गुमसुम ही रहता था। यहां उसकी बैरक में उसका ही एक सहपाठी भी एक अन्य मामले में बंद है। उससे भी गुमसुम रहने बारे जेल प्रबंधन ने बात की थी।

- डिप्टी जेलर सुभाषचंद्र के मुताबिक उसने यही बताया था कि जगदीप गांव में भी अक्सर ऐसे ही रहता है। हालांकि वह वारदात को लेकर साथी कैदियों के सामने पश्चाताप जरूर जताता था। अक्सर कहता कि उसने दो घरों को उजाड़ दिया।

तीन बच्चों की गोली मारकर की थी हत्या

- बता दें कि 19 नवंबर को गांव सारसा पिहोवा से तीन बच्चे समीर-समर व सिमरन तीनों बच्चे संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गए थे। तीसरे दिन 21 नवंबर को तीनों बच्चों के शव पंचकूला के मोरनी जंगल से मिले थे। फिर पता चला कि जगदीप ने ही तीनों बच्चों की हत्या की थी।

- देर शाम कागजी कार्रवाई कर पुलिस ने जगदीप का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया था। 19 नवंबर को लापता हुए बच्चों की हत्या की खबर से ना केवल सारसा बल्कि पूरा कुरुक्षेत्र सन्न रह गया था। तब जगदीप ने कबूल किया था कि हत्या बच्चों के पिता सोनू के कहने पर की थी। प्लानिंग के तहत जगदीप बच्चों को सारसा से कार में लेकर गया।

- किसी को शक ना हो, इस लिए पहले बच्चों को पैदल गांव के बाहर भेजा। फिर बाद में कार से मेला दिखाने की कह मोरनी हिल्स ले गया। वहां सुनसान एरिया में तीनों बच्चों की अलग-अलग जगह लेकर उसने गोली मार हत्या कर दी थी।

- इसके बाद उसने पुलिस को दिए बयान में बताया कि बच्चों की हत्या उसने अपने ताऊ के लड़के सोनू की जमीन व प्रॉपर्टी हड़पने के उद्देश्य से की थी।

वीडियो-ग्राफी के बीच पोस्टमार्टम

शुक्रवार को डॉ.एसएस अरोड़ा, डॉ.विमल, डॉ.नितिका भटनागर के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इस दौरान जेएमआईसी अरविंद्र कुमार बंसल, जेल डिप्टी सुपरिटेंडेंट सुभाषचंद्र, चौकी इंचार्ज तरसेम की देखरेख में वीडियोग्राफी के बीच पूरी कार्रवाई हुई।

पद्मावती: नाम समेत 5 बदलावों का दिया सुझाव: प्रसून; करणी सेना बोली- फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे

पद्मावती: नाम समेत 5 बदलावों का दिया सुझाव: प्रसून; करणी सेना बोली- फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे
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मुंबई. सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC- सेंसर बोर्ड) ने पद्मावती का नाम पद्मावत करने समेत 5 बदलाव करने के सुझाव दिए हैं। साथ ही फिल्म को U/A सर्टिफिकेट देने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि पद्मावती में 26 कट लगाए जा सकते हैं। वहीं राजपूत करणी सेना अभी भी अपने तेवर नहीं बदले। उन्होंने कहा है कि अगर किसी भी थिएटर में फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे। इसको लेकर 28 दिसंबर को सेंसर बोर्ड ने पद्मावती का रिव्यू किया था। फिल्म में जरूरी बदलाव करने के लिए एक्सपर्ट्स का एक पैनल भी बनाया गया था। बता दें कि फिल्म को 1 दिसंबर को रिलीज किया जाना था। लेकिन विवादों में आने के चलते रिलीज टाल दी गई थी।

फिल्म में अब तक क्या हुआ?
कब हुई थी सेंसर बोर्ड की मीटिंग और क्या तय हुआ?
28 दिसंबर। तय हुआ कि कुछ बदलावों के साथ फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जहां से कहानी ली गई है, उसके आधार पर फिल्म का नाम भी बदला जा सकता है।

बोर्ड ने क्या सुझाव दिया?
- प्रसून जोशी ने कहा कि फिल्म का टाइटल समेत 5 बदलाव करने को कहा गया है। फिल्म में बाकायदा डिस्क्लेमर भी लगाना होगा।
- सती प्रथा को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं दिखाया जाएगा। फिल्म में दिखाए घूमर नृत्य में भी बदलाव होंगे।
क्या संजय लीला भंसाली को भी पक्ष रखने के मौका मिला?
- भंसाली पार्लियामेंट्री पैनल के सामने पेश हुए थे। उन्होंने कहा था कि फिल्म में 150 करोड़ रुपए लगे हैं। उनकी फिल्म 1540 में लिेखे गए ग्रंथ पद्मावत पर आधारित है। 
- भंसाली प्रोडक्शन ने सेंसर बोर्ड को लेटर लिखा था जिसमें हिस्टॉरियंस और राजपूत कम्युनिटी के लोगों को फिल्म दिखाने की बात कही थी।
सेंसर बोर्ड के स्पेशल पैनल में कौन थे?
उदयपुर के अरविंद सिंह और जयपुर यूनिवर्सिटी के डॉ. चंद्रमणि सिंह और प्रो. केके सिंह।
- पैनल ने कहा कि फिल्म में दिखाई ऐतिहासिक घटनाओं और सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दों की प्रामाणिकता तय होनी चाहिए।
बोर्ड का क्या रुख रहा?
- "फिल्म को लेकर फिल्ममेकर्स और सोसाइटी में संतुलित रवैया रखना चाहिए।"
- "फिल्म की पेचीदगी को देखते हुए हमने एक स्पेशल पैनल गठित किया था। पैनल के सुझाव पर ही बोर्ड अंतिम फैसला लेगा।"
क्या बोली करणी सेना?
राजपूत करणी सेना के सुखदेव सिंह गोगामेडी ने कहा कि हमारे लोग सिनेमा हॉल के बाहर रहेंगे। जिस भी थिएटर में फिल्म दिखाई जाएगी वहां तोड़फोड़ की जाएगी। फिल्म का रिव्यू करने वाली कमेटी ने ही उसका विरोध किया था लेकिन सेंसर बोर्ड ने अंडरवर्ल्ड के दबाव के चलते इसकी मंजूरी दे दी।
फिल्म पद्मावती को लेकर क्या आपत्ति है?
- राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया। राजपूत करणी सेना का मानना है कि ​इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची। फिल्म में रानी पद्मावती को भी घूमर नृत्य करते दिखाया गया है। जबकि राजपूत राजघरानों में रानियां घूमर नहीं करती थीं।
- हालांकि, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं।
कौन थीं रानी पद्मावती?
पद्मावती चित्तौड़ की महारानी थीं। उन्हें पद्मिनी भी कहा जाता है। वे राजा रतन सिंह की पत्नी थीं। उन्होंने जौहर किया था। उनकी कहानी पर ही संजय लीला भंसाली ने फिल्म बनाई है।
क्या हकीकत में थीं रानी पद्मावती?
वे कोरी कल्पना नहीं थीं। रानी पद्मावती ने 1303 में जौहर किया। मलिक मुहम्मद जायसी ने 1540 में ‘पद्मावत’ लिखी। छिताई चरित, कवि बैन की कथा और गोरा-बादल कविता में भी पद्मावती का जिक्र था।
क्या जायसी ने हकीकत के साथ कल्पना जोड़ी?
इसी पर डिबेट है। कई इतिहासकार कुछ हिस्सों को कल्पना मानते हैं। जायसी ने लिखा कि पद्मावती सुंदर थीं। खिलजी ने उन्हें देखना चाहा। चित्तौड़ पर हमले की धमकी दी। रानी मिलने के लिए राजी नहीं थीं। उन्होंने जौहर कर लिया।
खिलजी हीरो नहीं था
चित्तौड़गढ़ के जौहर स्मृति संस्थान का कहना है- फिल्म में हमलावर अलाउद्दीन खिलजी को नायक बताया है। जबकि राजा रतन सिंह की अहमियत खत्म कर दी है। यही इतिहास से छेड़छाड़ है।
घूमर नृत्य नहीं, सम्मान
फिल्म के एक गाने में घूमर नृत्य दिखाया है। राजपूतों के मुताबिक, घूमर अदब का प्रतीक है। रानी सभी के सामने घूमर कर ही नहीं सकतीं।
पद्मावती: नाम समेत 5 बदलावों का दिया सुझाव: प्रसून; करणी सेना बोली- फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे,  

UP: गैंगरेप में नाकाम होने पर दबंगों ने फोड़ी महिला की आंख, कुल्हाड़ी से किया जानलेवा हमला

UP: गैंगरेप में नाकाम होने पर दबंगों ने फोड़ी महिला की आंख, कुल्हाड़ी से किया जानलेवा हमला
UP: गैंगरेप में नाकाम होने पर दबंगों ने फोड़ी महिला की आंख, कुल्हाड़ी से किया जानलेवा हमला

फतेहपुर. यहां के औंग थाना इलाके के कौड़ियां गांव में दो दबंगों ने एक महिला के साथ गैंगरेप करने की कोशिश की। विरोध करने पर उस पर जानलेवा हमला किया और उसकी एक आंख फोड़ दी। आरोपी फरार हैं। महिला को कानपुर रैफर किया गया है।




बहन के घर आई थी महिला

- बिंदकी सर्कल ऑफिसर अभिषेक तिवारी के मुताबिक, घटना शनिवार सुबह की है। विक्टिम यहां अपनी बहन के यहां आई थी। वह सुबह शौच के लिए गई थी, तभी पड़ोस में रहने वाले पिंटू गुप्ता और उसके साथी ने उसे गैंगरेप के इरादे से दबोच लिया। महिला ने शोर मचाया तो उस पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला कर दिया। इस हाथापाई में महिला की आंख फूट गई।

घने कोहरे का फायदा उठाना चाहते थे आरोपी

- विक्टिम के भाई के मुताबिक, उनकी बहन शादीशुदा है। बड़ी बहन की तबियत खराब थी, इसलिए वह उनकी मदद के लिए ससुराल से कौड़िया गांव आई थी। सुबह गांव में काफी कोहरा था। शायद आरोपी इसका फायदा उठाना चाहते थे, लेकिन वे नाकाम रहे।

बाड़मेर भारत पाक सरहदी गांव से दो पाक नागरिक पकड़े गए

बाड़मेर भारत पाक सरहदी गांव से दो पाक नागरिक पकड़े गए 

बाड़मेर भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर जिले के एक गांव से चोह्टन पुलिस ने दो पाक नागरिको को आज पकड़ा ,बताया जा रहा हे ये दोनों वीजा से आये हे बिना प्रशासनिक स्वीकृति के सरहद पर आये 

सूत्रानुसार चोहटन के सरहदी गांव कापराऊ में पुलिस ने आज दो पाक नागरिको को पकड़ा जिनमे दोनों अमरकोट जिले के धमराड़ा गांव निवासी जान मोहम्मद 77 वर्ष और बरकत अली ६७ वर्ष उम्र के रूप में पहचान हुई ,प्रारंभिक पूछताछ में बताया की वो पाकिस्तान से वीजा पर भारत आये थे अपने रिश्तेदारों से मिलने कापराऊ गांव आये ,विदेशी अधिनियम के  मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया ,पश्चिमी सरहदी क्षेत्र में पाक नागरिको को आने की अनुमति नहीं हैं ,ये दोनों बिना किसी स्वीकृति के चोरी छिपे अपने रिश्तेदारों से मिलने आये थे 

अजमेर लोकसभा उप चुनाव के संबंध जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित



अजमेर  लोकसभा उप चुनाव के संबंध जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित
अजमेर, 30 दिसम्बर। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गौरव गोयल की अध्यक्षता में शनिवार को विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई।

बैठक में श्री गोयल ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता की अक्षशः पालना आवश्यक है। भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ही समस्त कार्य संचालित किए जाएंगे। चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहित लागू होने से समस्त अधिकारियों को राजकीय दायित्वों के साथ-साथ चुनाव प्रक्रियाओं के सौंपे हुए कार्य भी करने होंगे।

उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। समस्त विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपने क्षेत्र में स्थानीय व्यक्तियों को मतदान के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यालयाध्यक्ष द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा की समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नाम मतदाता सूची में पंजीकृत हो। अजमेर जिले में अपना नाम जुड़वाने के लिए पात्र व्यक्ति अपना फॉर्म 6 संबंधित सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी अथवा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी के पास प्रस्तुत कर सकते है। मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन 2 जनवरी को किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि ईवीएम के माध्यम से सम्पादित होने वाली चुनाव प्रक्रिया में इस बार वीवीपेट मशीन का भी उपयोग किया जाएगा। इससे मतदाता को यह पता चल पाएगा कि उसका मत किस उम्मीदवार को गया है। इससे पारदर्शी, निष्पक्ष एवं स्वच्छ चुनाव को बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कैलाशचंद शर्मा, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट श्री अबु सूफियान चौहान एवं अरविंद कुमार सेंगवा सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

लोकसभा उपचुनाव

अजमेर जिले में विभिन्न पाबंदियां लागू

अजमेर, 30 दिसम्बर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गौरव गोयल ने लोकसभा उपचुनाव के दौरान निष्पक्ष व भयमुक्त माहौल में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए अजमेर जिले में भा.द.स की धारा 144 के तहत विभिन्न पाबंदियां लागू की हैं। इस निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। यह निषेधाज्ञा आगामी 3 फरवरी तक लागू रहेगी।

जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार लोकसभा उपचुनाव जिला अजमेर में सम्पन्न होने जा रहे हैं। लोकसभा उपचुनाव के दौरान कुछ तत्वों द्वारा विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भिन्न-भिन्न तरीकों से जिले में लोक शान्ति को विक्षुब्ध किया जा सकता है। जिले में चुनाव शान्तिपूर्वक, स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराया जाना आवश्यक है, साथ ही जिले के सभी क्षेत्रों एवं वर्गों के मतदाता बिना किसी आतंक एवं भय के अपने संवैधानिक मताधिकार का प्रयोग कर सकें, इसके लिए असामाजिक, अवांछित एवं बाधक तत्वों की गतिविधियों को नियंत्रित करने तथा कानून व्यवस्था एवं लोक शान्ति बनाए रखने के लिए प्रतिबंधात्मक उपाय किया जाना नितांत आवश्यक है।

जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए अजमेर जिले की राजस्व सीमाओं के अन्दर निषेधाज्ञा लागू की गई है। इस दौरान कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का विस्फोटक पदार्थ, आग्नेय अस्त्र-शस्त्र यथा रिवाल्वर, पिस्टल, बन्दूक एवं अन्य हथियार जैसे गण्डासा, फरसी, भाला, तलवार, गुप्ती, कृपाण, चाकू,छुरी, बरछी, कटार, धारिया, बाघनख जो किसी धातु के शस्त्र के रूप में बना हो आदि तथा विधि द्वारा प्रतिबंधित हथियार और मोटे घातक हथियार लाठी आदि, सार्वजनिक स्थानों पर धारण कर न तो घूमेगा और न ही प्रदर्शन कर साथ में लेकर चलेगा।

यह आदेश ड्यूटी पर तैनात सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल, राजस्थान पुलिस, चुनाव ड्यूटी में तैनात अद्धसैनिक बल, होम गार्ड एवं चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। सिख समुदाय के व्यक्तियों को धार्मिक परम्परा के अनुसार निर्धारित कृपाण रखने की छूट होगी। यह आदेश अनुज्ञापत्रधारी द्वारा शस्त्र पुलिस थाना में जमा कराने के लिए ले जाने पर लागू नही होगा।

वृद्ध अपाहिज एवं बीमार व्यक्ति जो बिना लाठी के सहारो नहीं चल सकते है, उन्हें लाठी का सहारा लेने की छूट रहेगी। कोई भी व्यक्ति किसी भी मतदात को परोक्ष, अपरोक्ष व सांकेतिक रूप से न तो स्वयं डरायेगा व धमकायेगा, न ही किसी अन्य को इसके लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करेगा।

इसी तरह उत्तेजनात्मक, साम्प्रदायिक एवं जातिय तनाव उत्पन्न करने वाली भाषा, पोस्टर, पैम्पलेट या चुनाव सामग्री छपवाने व बटवाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। ऎसे किसी भी ओडियो या वीडियो कैसेट या अन्य कोई भी इलेक्टॉनिक माध्यम से प्रचार -प्रसार भी प्रतिबंधित रहेगा। सूखा दिवस पर मदिरा का विक्रय पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा। कोई भी व्यक्ति सक्षम पुलिस अधिकारी से लिखित अनुशंसा के बिना एवं संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी की अनुमति के बिना जूलुस, रैली, सभा या सार्वजनिक सभा का आयोजन नहीं कर सकेगा। संबंधित सहायक रिटर्निंग पुलिस अधिकारी से विचार विमर्श कर ऎसी अनुमति जारी कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि सरकारी भवनों पर किसी तरह की नारा लेखन एवं चुनाव प्रचार सामग्री नहीं लगायी जा सकेगी। निजी भवन पर भी चुनाव सामग्री का प्रदर्शन संबंधित भवन मालिक की अनुमति से ही किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति ऊंचे टावर या पानी की टंकी पर नहीं चढ़ेगा। यह निषेधाज्ञा आगामी 3 फरवरी तक लागू रहेगी।

बाड़मेर एनसीसी कैडेट्स ने जीते 48 गोल्ड मैडल, भव्य स्वागत आज



बाड़मेर एनसीसी कैडेट्स ने जीते 48 गोल्ड मैडल, भव्य स्वागत आज
बाड़मेर की गल्र्स ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर किया राजस्थान का नेतृत्व
बाड़मेर 30 दिसम्बर।

जिले के 16 कैडेट्स ने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए आसाम में एनआईसी ऑल इण्डिया चैम्पियनशिप जीती। जिनका बाड़मेर आगमन पर भव्य स्वागत समारोह डाॅ. वीरेन्द्र चैधरी मेमोरियल छात्रावास में रविवार को दोपहर 2 बजे होगा। जिसमें अध्यक्षता एआईससी सचिव एवं पूर्व सांसद हरीष चैधरी, मुख्य अतिथि पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चैधरी विषिष्ट अतिथि समाजसेवी एवं भामाषाह नवलकिषोर गोदारा, राष्ट्रपति पुरस्कृत डाॅ. एस.एस. तेवतिया, दिल्ली अधीनस्थ सेवा के पूर्व प्राचार्य डाॅ. धर्मवीरसिंह, किसान बोर्डिग संस्थान के अध्यक्ष बलवंतसिह चैधरी, षिक्षाविद् कमलसिह महेचा के आतिथ्य में होगा।

पूर्व कमाण्डेट जोरसिंह ने बताया कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय तेजपुर आसाम में आयोजित राजस्थान के दल में टू राज (इन्डेप) बाड़मेर एनसीसी और पीजी कॉलेज के 10 एसडी और 6 गर्ल्स कैडेट्स का नेतृत्व लेफ्टिनेंट डॉ. आदर्श किशोर ने किया। 12 दिन तक चले शिविर में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कैडेट्स ने भाग लिया।

बाड़मेर की गर्ल्स ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर किया राजस्थान का नेतृत्व बाड़मेर की गर्लस ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर राजस्थान का नेतृत्व किया। जिसमें वीरों, सुगणा, मंजू, ममता मेहरा, शांति और प्रमिला शामिल है। इनके साथ दल में राजेश शर्मा, बालाराम जांगिड़, अशोक विश्नोई, मोतीचंद जाणी, टीकम सिंह राजपुरोहित, बालाराम मेघवाल, मदन गोपाल, सतीश कुमार, नेमाराम, नीतेश चैधरी ने प्रतिनिधित्व किया।

राजस्थानने जीते सभी कॉम्पिटीशन रू राजस्थानने सभी प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान हासिल कर रिकॉर्ड बनाया। बाड़मेर ने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए ऑल इण्डिया चैम्पियनशिप जीतने की हैट्रिक बनाई। 2014 में बरौनी बिहार और 2015 में नासिक महाराष्ट्र में भी ऑल इण्डिया चैम्पियनशिप जीती थी। नासिक के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री रैली 2016 में नई दिल्ली में बाड़मेर दल को आमंत्रित किया गया था। पुरस्कार वितरण समारोह में ब्रिगेडियर एमएस जोधा, कर्नल आरबी पाटिल, कर्नल एसएस कुल्लर और कर्नल केके सिंह ने प्रमाण-पत्र और पुरस्कार प्रदान किए।

बाड़मेर प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियांे का जायजा लिया

बाड़मेर प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियांे का जायजा लिया

बाड़मेर, 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के पचपदरा के प्रस्तावित दौरे एवं रिफाइनरी की शिलान्यास की तैयारियांे का शनिवार को कार्यवाहक संभागीय आयुक्त रविकुमार सुरपुर ने जायजा लिया। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए।

कार्यवाहक संभागीय आयुक्त रविकुमार सुरपुर ने शनिवार को पचपदरा पहुंचकर तैयारियांे का जायजा लिया। उन्हांेने प्रस्तावित शिलान्यास स्थल, सभा, हैलीपैड, सड़क एवं अन्य सुविधाआंे की जानकारी दी। इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने प्रस्तावित कार्यक्रम एवं तैयारियांे के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, उपखंड अधिकारी भागीरथ राम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान, पचपदरा तहसीलदार, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता सुराराम चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर जन सुनवाई मंे खोलिया ने सुनी आमजन की परिवेदनाएं



बाड़मेर जन सुनवाई मंे खोलिया ने सुनी आमजन की परिवेदनाएं
-संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई कर परिवादियांे को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।

बाड़मेर, 30 दिसंबर। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष विकेश खोलिया ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस मंे जन सुनवाई के दौरान आमजन की परिवेदनाएं सुनी। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई कर पीडि़त पक्ष को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।

जन सुनवाई के दौरान देदूसर के ग्रामीणांे की ओर से मारपीट के मामले मंे आरोपियांे के खिलाफ कार्रवाई करवाने, छात्रवृति नहीं मिलने समेत विभिन्न प्रकार के प्रकरण उपाध्यक्ष खोलिया के समक्ष प्रस्तुत किए गए। खोलिया ने संबंधित अधिकारियांे को व्यक्तिशः एवं दूरभाष पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान खोलिया ने कहा कि आमजन की परिवेदनाआंे के निस्तारण मंे किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाए। उन्हांेने परिवादियांे से कहा कि राज्य सरकार इसको लेकर बेहद गंभीर है। इस मौके पर उन्होंने जनसुनवाई के दौरान खोलिया के सामने आए प्रकरणों के अलावा आयोग में दर्ज विभिन्न मामलों को लेकर अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने प्रत्येक प्रकरण समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता से निस्तारण करने को कहा। उन्हांेने कहा कि तय समय में इन प्रकरणों का निस्तारण नहीं हुआ तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का कदम उठाया जाएगा। जन सुनवाई के दौरान खोलिया ने मौके पर ही कई मामलांे मंे पुलिस एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियांे को संबंधित प्रकरणांे मंे आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस मौके पर अन्य सरकारी योजनाओं की समीक्षा भी की गई। इससे पहले खोलिया का बाड़मेर सर्किट हाउस पहुंचने पर विभिन्न संगठनांे की ओर से साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।

जैसलमेर सहायक प्रषासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट गोपा के सेवानिवृति पर दी भावभिनी विदाई

जैसलमेर सहायक प्रषासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट गोपा के सेवानिवृति पर दी भावभिनी विदाई




जैसलमेर, 30 दिसम्बर। सहायक प्रषासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट जैसलमेर लक्ष्मणलाल गोपा के सेवा निवृति पर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर कार्यालय के अधिकारियो व कर्मचारियों द्वारा भावभिनी विदाई दी गई। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने गोपा का माल्यार्पण कर, साफा पहनाकर एवं शाॅल ओढाकर सम्मान किया वही अतिरिक्त जिला कलक्टर के एल स्वामी ने श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें विदाई दी । इस दौरान कोषाधिकारी जसराज चैहान, तहसीलदार विरेन्द्रसिंह, सहायक निदेषक सांख्यिकी डाॅ. बृजलाल मीणा, सूचना आविज्ञान अधिकारी नवीन माथुर के साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर के कर्मचारी उपस्थित थे एवं उन्होने भी गोपा को सेवानिवृति पर गुलाल लगाकर एवं माल्यार्पण कर विदाई दी।

            जिला कलक्टर मीना ने कहा कि गोपा ने अपनी राजकीय सेवाकाल में कलेक्ट्रेट में पूरी निष्ठा एवं सेवाभाव से कार्य किया जिसके लिए वे बधााई के पात्र है। उन्होने युवा कर्मचारियों से आहवान् किया कि वे गोपा के कार्यप्रणाली से सीख लेकर वे भी अपने कार्य के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहे एंव कलेक्ट्रेट में आने वाले व्यक्ति को धैर्य से सुनकर उनकी समस्या का समाधान करे। उन्होने गोपा के उज्जवल भविष्य की कामना की एवं आषा जताई कि वे जब भी जिला प्रषासन को काम की जरूरत पड़ने पर अवष्य ही सहयोग देंगे।

            अतिरिक्त जिला कलक्टर स्वामी ने भी गोपा के कार्य की प्रंषसा की एवं कहा कि जब भी गोपा को काम के लिए कहा जाता था तो वे कभी मना नही करते थे। उन्होने गोपा जी को सेवानिवृति पर बधाई देते हुए कहा कि राजकीय सेवा में सेवानिवृति हर कर्मचारी की होती है। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. बृजलाल मीना ने किया वही गोपा ने कहा कि उन्होने 38 वर्ष की राजकीय सेवा की जिसमें से 29 साल कलेक्ट्रेट में ही सेवाकाल निकाला है। उन्होने कहा कि अधिकारियों के मार्गदर्षन एवं सभी के सहयोग से ही उन्होने अपनी सेवा पूर्ण की है।

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जैसलमेर नववर्ष को मनाते वक्त रखे सावधानी, पुलिस की सम्पूर्ण व्यवस्था की हरसम्भव करे पालना



पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर एवं जिला पुलिस की तरफ से समस्त जिलेवासियों एवं सैलानियों को नव वर्ष की शुभकामनाऐं
जैसलमेर नववर्ष को मनाते वक्त रखे सावधानी, पुलिस की सम्पूर्ण व्यवस्था की हरसम्भव करे पालना
  हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिले में नववर्ष 2018 के आगमन पर जिलेवासियों एवं जिले में आने वाले सैलानियों द्वारा आयोजित किये जाने वाले नववर्ष के विभिन्न कार्यक्रमों को मघ्यनजर रखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर गौरव यादव के आदेशानुसार जयनारायण मीना अतिरिक्त पुलिस जैसलमेर एवं मांगीलाल राठौड वृताधिकारी वृत जैसलमेर के सुरपवाजरिंग में जिला पुलिस द्वारा कानून एवं यातायात व्यवस्था बनाये रखने तथा सैलानियों की सुविधा व सुरक्षा हेतु पुलिस द्वारा माकुल सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उक्त व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने हेतु 01 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 03 उप अधीक्षक पुलिस, 08 निरीक्षक पुलिस, 30 उप निरीक्षक पुलिस/सहायक उप निरीक्षक एवं 300 पुलिस कर्मियों को 12 मोबाईल पार्टियों, करिब 50 फिक्स पिकेट एवं अन्य विभिन्न पर्यटक स्थलों, चैराहो, बाईपास रोड एवं 15 नाका पोईट बनाये गये है। जोकि 24 घण्टे अपनी ड्यूटी पर तैनात रहेगे तथा सैलानियों को सुरक्षा सुनिश्चित करेगें। पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था के अलावा समस्त जिलावासी एवं सैलानी अपनी सुरक्षा के लिए निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखते हुए खुशी के साथ नववर्ष का पर्व मनाये:-

1. वाहन को तेजगति से ना चलाये।

2. शराब पीकर वाहन ना चलाये।

3. वाहन चलाते वक्त मोबाईल का उपयोग ना करे।

4. वाहनों को अपनी लाईन में ही चलावे तथा ओवरटेक ना करे।

5. किसी भी व्यक्ति के प्रलोभन में ना आवे।

6. किसी भी लावारिस वस्तु, वाहन को ना छुऐ ।

7. संदिग्ध व्यक्तियों से किसी प्रकार की वस्तु ग्रहण ना करे।

8. वाहन किराये पर लेने से पहले वाहन चालक की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करे तथा चालक

की शराब पिने की भी जाॅच करें तथा शराब पिये हुए वाहन चालक का वाहन किराये पर ना लेवे।

9.यातायात नियमों की पूर्णतः पालना करें।

10. दुपहियाॅ वाहन चालक हेलमेट का अवश्यक प्रयोग करे।

11. ‘‘स्वच्छ भारत अभियान‘‘ के तहत शहर एवं पर्यटक स्थलों को साफ-सुथरा रखे।




पुलिस अधीक्षक द्वारा अपील

नववर्ष हर व्यक्ति की जिन्दगी में एक नया अध्याय जोडता है जिसके लिए पुलिस विभाग इस खुशी के पलोें में आपके साथ है तथा समस्त जिलेवासियों एवं सैलानियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ सुरक्षा के लिए अपील करता हॅू की आप समस्त पुलिस द्वारा नववर्ष कार्यक्रमों के दौरान किये गये समस्त प्रकार के प्रबंधों एवं नियमों की हरसम्भव पालना करे तथा पुलिस को एक अच्छी एवं बेजोड व्यवस्था बनाये रखने अपने सहयोग प्रदान करे क्यों कि पुलिस द्वारा कि गई सम्पूर्ण व्यवस्था आमजन की भलाई एवं उनकी सुरक्षा के लिए होते है। अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहे तथा यातायात नियमों की पालना करे तथा किसी भी प्रकार की तकलीफ एवं असुविधा होने पर अपने नजदीकी पुलिस थाना/चैकी, पुलिस कंट्रोल रूम एवं पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर के नम्बर 02992-252322, पुलिस थाना सम 03014-274355, पुलिस कंट्रोल रूम नम्बर 02992-252100,250747,100, पर्यटक पुलिस जैसलमेर 9829046463, पर्यटक पुलिस सम 9828561233 एवं पुलिस वाट्सएप नम्बर 9530438560 एवं पुलिस के फैसबुक व ट्वीटर एकाउट पर सुचित करे।



जैसलमेर सशस्त्र सीमा बल के उप निरीक्षक भाटी सिल्वर डिस्क से सम्मानित



जैसलमेर सशस्त्र सीमा बल के उप निरीक्षक भाटी सिल्वर डिस्क से सम्मानित
जैसलमेर सशस्त्र सीमा बल (एस एस बी ) के 54 वे स्थापना दिवस पर दिल्ली के बल मुख्यालय में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में सशस्त्र सीमा बल के उप निरीक्षक (सामान्य ) भीम सिंह भाटी पुत्र किशन सिंह भाटी निवासी चौगान पाड़ा दुर्ग जैसलमेर को बल में सराहनीय व निष्ठा पूर्वक व उच्च कोटि की अनुकर्णीय सेवा के लिये सिल्वर डिस्क से सम्मानित किया गया यह सम्मान एस एस बी के महानिदेशक रजनीकांत मिश्र द्वारा सिल्वर डिस्क और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सिंघी आज बाड़मेर आएगें



राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सिंघी आज बाड़मेर आएगें
बाड़मेर, 30 दिसंबर। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग सदस्य सुनिल सिंघी दो दिवसीय दौरे पर रविवार को बाड़मेर आएंगे। इस दौरान जिला परिषद सभागार मंे जन सुनवाई के उपरांत जिला स्तरीय अधिकारियांे की बैठक लेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग सदस्य सिंघी 31 दिसंबर की रात्रि मंे बाड़मेर पहुंचेंगे। वे शाम 7.30 बजे चौबीस गांव भवन मंे आयोजित बैठक मंे भाग लेने के बाद बाड़मेर मंे रात्रि विश्राम करेंगे। दूसरे दिन सोमवार को जिला परिषद सभागार मंे दोपहर दो बजे जन सुनवाई के साथ जिला स्तरीय अधिकारियांे की बैठक लेंगे। इसके उपरांत नाकोड़ा के लिए प्रस्थान करेंगे। जहां रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार को प्रातः 9 बजे जालोर के लिए प्रस्थान करेंगे।

अमृता हाट मंे तीसरे दिन भी दिखा उत्साह, 1.59 लाख की बिक्री
बाड़मेर, 30 दिसंबर। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, स्टेशन रोड़ में चल रहे अमृता हाट आयोजन के तीसरे दिन आमजन मंे खरीददारी को लेकर खासा उत्साह देखा गया। दूसरे दिन की बिक्री 1 लाख 59 हजार 382 रूपए की हुई। यह मेला आगामी 1 जनवरी तक चलेगा।

महिला अधिकारिता एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित इस मेले मंे मेले में राज्य के विभिन्न जिलों से आए श्रेष्ठ महिला स्वयं सहायता समूहों के उच्च गुणवत्तायुक्त व वाजिब दाम वाले उत्पादों मिट्टी के बर्तन, गर्म पट्टू , मूंग पापड़, आम पापड़, दलिया, नमकीन, हींग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, रेडिमेड गारमेंट, श्रृंगार का सामान, आचार, मुरब्बा, घर का साज-सज्जा का सामान, टेरीकोटा, मीनाकारी, नेट की साडि़या, सूट, मनिहारी, पूजा थाली, मार्बल की मूर्तिया, जूट का सामान, कठपूतलिया, कशीदे का सामान, केर, सांगरी, कुमठिया की खरीददारी को लेकर आमजन ने खासा उत्साह दिखाया। शनिवार शाम तक मेले मंे खासी भीड़ देखी गई। मेले मंे महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, महिला अधिकारिता निदेशालय के लेखाधिकारी चौथमल एवं सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मेला आयोजन में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर परिषद, चिकित्सा विभाग की ओर से सहयोग प्राप्त हो रहा है। इस मेले में महिला अधिकारिता जैसलमेर के सहायक निदेशक भैरूलाल नागर, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन विभिन्न परियोजनाओं के बाल विकास परियोजना अधिकारी, महिला सुपरवाईजर, विभाग के प्रचेता एवं अन्य कर्मचारी सेवाएं दे रहे है।

जैसलमेर ग्रुप फ़ॉर पीपल की आम जन से अपील पुराने वस्त्र दान करे फेंके नही।*

जैसलमेर ग्रुप फ़ॉर पीपल की आम जन से अपील पुराने वस्त्र दान करे फेंके नही।*

नव वर्ष पर जरुरतमंदो को कंबल और वस्त्र वितरण होगा 

*जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतीक ग्रुप फ़ॉर पीपल ने आम जन से अपील की है कि घर मे रखे पुराने ऊनी, सूती वस्त्र,जूते, कम्बल,बर्तन ,खाद्य सामग्री ,और किताबे फेंके नही।अनुपयोगी सामग्री ग्रुप फ़ॉर पीपल को दान करे ताकि किसी जरूरतमंद को दे सके।।ग्रुप फ़ॉर पीपल जैसलमेर विंग की अहम बैठक सार्वजनिक सभा भवन गफ्फुर भट्टा में रविवार को अध्यक्ष मुकेश गज्जा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें नव वर्ष को कच्ची बस्तियों में वस्त्र और कम्बल वितरण के आयोजन पर चर्च करने के साथ फरवरी में मेगा मेडिकल केम्प आयोजित करने पर भी विचार विमर्श किया गया ।बैठक में ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी,देवेंद्र परिहार,पार्षद पर्वत सिंह भाटी,जितेंद्र कुमार खत्री,पुखराज सोनी, संजय सिंह राहड़,नवीन वाधवानी,शौकत अली,अशोक भार्गव सहित कई सदस्य उपस्थित थे।।बैठक में नव वर्ष पर कच्ची बस्ती में वस्त्र वितरण का आयोजन करने पे सहमति हुई।ग्रुप सदस्य अनिल शर्मा,भंवर सिंह भाटी,हरीश धनदे,दलवीर सिंह भाटी ,विवेक भाटिया,पंकज तंवर,शैतान सिंह देवड़ा,मांन सिंह देवड़ा,,दीनमोहम्मद रंगरेज,सोनू भाटिया,राजेन्द्र सिंह चौहान,हर्ष जैन,हरीश सोनी सहित समस्त सदस्यो की सहमति से वस्त्र वितरण और मेडिकल केम्प के आयोजन की रूप रेखा तय की गई।वस्त्र वितरण के लिए देवेंद्र परिहार,नवीन वाधवानी,जितेंद्र खत्री,पर्वत सिंह भाटी,और पुखराज सोनी को जिम्मीदरी दी गई।

ग्रुप अध्यक्ष मुकेश गज्जा ने जैसलमेर वासियो से अपील की है कि घरों में रखे अनुपयोगी वस्त्र,कम्बल,जूते,किताबे,बर्तन आदि फेंकने की बजाय ग्रुप के वस्त्र बैंक में दान करे ताकि किसी जरूरतमंद परिवार को इसका लाभ मिले।।बैठक में आगामी कार्यक्रमो पे भी चर्चा की गई।

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां
बिलासपुर   छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले स्थित कुनकुरी थाने में एक आदिवासी लड़की ने शिकायत दर्ज करा बताया है कि उसे नौकरी दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले जाया गया और वहां जिस्मफरोशी में धंधे में धकेल दिया गया। यह लड़की किसी तरह बच निकली। उसने बताया कि वह अकेली नहीं थी, बल्कि 60 और लड़कियां भी उसके साथ थीं, जिन्हें प्लेसमेंट एजेंसी के दलाल नौकरी दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले गए थे। वहां इन्हें बेच दिया गया। ग्राम जोकारी निवासी इस लड़की ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि शेष 60 लड़कियां अभी भी वहां फंसी हुई हैं।

यह घटना एक ज्वलंत उदाहरण है। जो बयां कर रही है कि आदिवासी बहुल राज्यों में गरीब आदिवासी लड़कियों को दलाल अपने जाल में फांसने में कामयाब हो जा रहे हैं। शहरों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर इन्हें जिस्म की मंडी में बेच दिया जा रहा है।



जशपुर में सक्रिय कुछ एनजीओ की बात पर यकीन करें तो हालात यह हैं कि महज दो से पांच हजार रुपये में लड़कियों को बेच दिया जाता है। पहले इन्हें इनके जान- पहचान वाले या रिश्तेदार ही चंद रुपयों की लालच में एजेंटों को सौंप देते हैं। फिर एजेंट इन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर शहर ले जाकर बेचते हैं। इसने चंगुल में फंसी लड़की को एक नहीं कई बार बेचा जाता है।

झारखंड, ओड़िशा और छत्तीसगढ़ में यह घिनौना कारोबार धड़ल्ले से जारी है। छत्तीसगढ़ में प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसी अधिनियम (2013) अगस्त 2014 से लागू है। लेकिन हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जशपुर जिला अब भी मानव तस्करी का केंद्र बना हुआ है।

स्वयं सेवी संस्थाओं ने मानव तस्करी के मामले में छत्तीसगढ़ को देश का तीसरे नंबर का राज्य आंका है। जबकि झारखंड पहले और ओड़िशा को दूसरे नंबर पर बताया जा रहा है। आदिवासी बहुल जशपुर जिले में लड़कियों की खरीद-पुरोख्त एक बाजार का रूप ले चुकी है। इसका खुलासा छह साल पहले तब हुआ जब स्वयं सेवी संस्था ग्रामीण विकास केंद्र कुनकुरी ने एक सर्वे किया। इसमें सामने आया कि जिले से हर साल औसतन सात हजार लड़कियों को महानगरों में बेच दिया जा रहा था।



उक्त संस्था ने 259 गांवों के अध्ययन में पाया था कि बेची जाने वाली लड़कियों में से 1833 लड़कियां जहां नाबालिग थीं, वहीं 509 वयस्क। लड़कियों को बेचने वालों में जान पहचान के लोग ही शामिल रहते हैं। हाल के दिनों में भी ऐसे प्रकरण लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस के पास वे ही मामले पहुंचते हैं, जिनमें शिकायत दर्ज कराई जाती है। पिछले पांच सालों में जशपुर में केवल 99 प्रकरण ही दर्ज हुए। प्लेसमेंट एंजेसियों पर नकेल कसने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य जरूर हो गया है, लेकिन बताया जाता है कि इस एक्ट के तहत राज्य में एक भी प्लेसमेंट एजेंसी का पंजीयन नहीं हुआ है।

महिला महासंघ की समन्वयक सुश्री ममता कुजूर का कहना है कि समय के साथ पंचायत प्रतिनिधि सहित जमीनी स्तर पर जुड़े सरकारी तंत्र को प्रशिक्षण दिया जाए तो मानव तस्करी के मामलों पर नियंत्रण संभव है। लेकिन विभागीय समन्वय का अभाव इस समस्या के रोकथाम में बाधा बनता है।