मंगलवार, 29 मार्च 2016

भीलवाड़ा।देवर की हत्या की आरोपित भाभी को उम्रकैद



भीलवाड़ा।देवर की हत्या की आरोपित भाभी को उम्रकैद


जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जमीन विवाद के मामले में देवर की हत्या की आरोपित भाभी को सोमवार को उम्रकैद के साथ 50 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है।

प्रकरण के अनुसार करेड़ा थाने के शिवपुर गांव निवासी पुष्पा रावत का उसके देवर घनश्याम सिंह रावत के साथ जमीन को लेकर विवाद था। 2 जनवरी 2013 की शाम पुष्पा ने घनश्याम सिंह पर लाठियों, सरियों व कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।

घनश्याम की चीख पुकार सुनकर उसकी पत्नी टंपू कंवर, मांगीलाल व नारायण गुर्जर वहां पहुंचे और बीच बचाव किया। इसके बाद गंभीर रूप से घायल घनश्याम सिंह को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां अगले दिन घनश्याम सिंह ने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुष्पा के साथ दो बाल अपचारी भी थे। करेड़ा पुलिस ने पुष्पा को गिरफ्तार कर बाल अपचारियों को डिटेन किया था।

बाड़मेर। वेन्टीलेटर पर अस्पताल का आईसीयू वार्ड

बाड़मेर। वेन्टीलेटर पर अस्पताल का आईसीयू वार्ड


बाड़मेर। जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय में गहन चिकित्सा इकाई(आईसीयू) खुद ही वेन्टीलेटर पर है। यहां सरकार की आेर से मुहैया करवाई गई लाखों रुपए की मशीनें वर्षों से धूल फांक रही हैं। वहीं आईसीयू में गंभीर मरीजों को साधारण सुविधा ही मिल रही है। नतीजतन अधिकांश मरीजों को रैफर करना पड़ता है।


वर्षों से आक्सीजन आपूर्ति बंद
यहां वर्ष 2012 में महत्वपूर्ण वार्डो में गंभीर मरीजों को जीवनरक्षक के तौर पर प्रत्येक बैड पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की उपलब्धता की सुविधा आरंभ हुई जो पिछले करीब चार वर्ष से बंद है। आईसीयू में मरीज को ऑक्सीजन की उपलब्धता पाइप लाइन से नहीं होकर सिलेंडर से की जा रही है। गंभीर मरीज को मास्क लगा सिलेंडर से ऑक्सीजन देने के दौरान गैस समाप्त होने व नया सिलेंडर लगाने में देरी से मरीज के जान पर बन आती है। यहां पर आक्सी डी जनरेट मशीन की कमी के कारण मरीजों को 24 घंटे अनवरत ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है।



वेन्टीलेटर मशीनें सिर्फ दिखावा
चिकित्सालय में करीब पांच वर्ष पहले गंभीर मरीजों को कृत्रिम श्वसन प्रक्रिया पर रखने के लिए तीन वेंटीलेटर मशीनें निदेशालय की तरफ से उपलब्ध कराई गई थीं। इन्हें कुछ माह चलाने के बाद बंद कर दिया गया। प्रत्येक वेंटीलेटर की अनुमानित लागत एक लाख से अधिक है।



धूल फांकती टीएमटी मशीन
मरीज को मशीन पर दौड़ा कर उसके ह्दय की विभिन्न जांचों के लिए उपलब्घ टीएमटी मशीन तीन वर्ष से अधिक समय से ताले में बंद है। करीब पांच लाख की लागत वाली इस मशीन का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है।



संक्रमण का खतरा
चिकित्सालय के आइसीयू वार्ड में प्रवेश पर रोक नहीं होने से यहां पर हर कोई बेरोकटोक प्रवेश कर जाता है। वार्ड में पड़ा कबाड़, बेरोकटोक प्रवेश, वातानुकूलित व वेन्टीलेशन की उचित सुविधा नहीं होने से यहां पर हर समय संक्रमण का खतरा रहता है।



महत्वपूर्ण वार्ड, सुविधाएं सामान्य
मेरा रिश्तेदार यहां भर्ती है। चिकित्सालय का सबसे महत्वपूर्ण वार्ड होने के बावजूद यहां की सुविधाएं सामान्य हैं।

अभिमन्यु सांजिरा, नेहरू नगर


मरीजों को आधुनिक सुविधा मिले
चिकित्सालय में वर्षों से बेकार पड़े वेन्टीलेटर व टीएमटी की सुविधा के साथ यहां पर सभी आधुनिक सुविधा मरीजों को मिले।

बद्रीप्रसाद शारदा, सचिव, जिला केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन


चिकित्सकों की समस्या
चिकित्सालय में वेन्टीलेटर व टीएमटी मशीन संचालन के लिए चिकित्सकों की समस्या आड़े आ रही है। ऑक्सीजन पाइप लाइन को ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन, आईसीयू व एफबीएनसी के लिए उपलब्ध करवाएंगे।

डॉ देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्साधिकारी

पोकरण।भारत को भारत बनाए रखने के लिए हिन्दू समाज को संगठित होने की जरूरत: आदित्यनाथ



पोकरण।भारत को भारत बनाए रखने के लिए हिन्दू समाज को संगठित होने की जरूरत: आदित्यनाथ

पोकरण में विशाल धर्मसभा का हुआ आयोजन। भारत माता की जय व वंदे मातरम् नहीं बोलने वालों पर भी बरसे योगी

गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि भारत को भारत बनाए रखना है, तो हिन्दू समाज को संगठित होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब हिन्दू शक्तिहीन व असंगठित होगा, तब भारत भारत नहीं रहेगा। उन्होंने सोमवार की शाम हिन्दू युवा वाहिनी राजस्थान की स्थानीय शाखा की ओर से पोकरण स्थित मैदान में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश का कई बार विभाजन हुआ।

अखण्ड भारत से अफगानिस्तान, तिब्बत, नेपाल, बांग्लादेश जैसे कई राष्ट्र अलग हुए, लेकिन आजादी के बाद मत व मजहब के नाम पर देश का बहुत बड़ा विभाजन हुआ तथा तत्कालीन नेताओं की सोच के चलते देश के टुकड़े होकर पाकिस्तान का निर्माण हुआ, जो आज भी भारत के लिए सिरदर्द बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि जो पाकिस्तान भारत को परेशान करने के लिए आतंकवाद को बल दे रहा है, वही आतंकवाद एक दिन पाकिस्तान को निगल जाएगा। उन्होंने हिन्दू समाज को संगठित होकर पाकिस्तान के नापाक इरादों व हरकतों से मुकाबला करने के लिए तैयार रहने तथा राष्ट्र की एकता व अखण्डता को सुरक्षित रखने के लिए कार्य करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि देश में हजारों मंदिर तोड़े गए। यदि हिन्दू समाज उस समय एकजुट व संगठित होता, तो सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, राम जन्मभूमि, मथुरा में मंदिरों को तोडऩे से बचाया जा सकता था।

जनगणना के आंकड़े हिन्दू समाज के लिए खतरे की घंटी

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की 2001 व 2011 की जनगणना के आंकड़े न केवल चौंकाने वाले है, बल्कि हिन्दू समाज के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि केवल 10 वर्षों के जनगणना के आंकड़ों पर ही नजर डालें, तो स्पष्ट है कि हिन्दू समाज घटता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि देश के अंदर जगह-जगह हो रहे धर्मांतरण, विदेशी लोगों के अवैध रूप से यहां आकर निवास करने व अन्य कई कारणों से हिन्दुओं की जनसंख्या घटती जा रही है, जो आने वाले भविष्य के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि देश की योजनाओं पर सभी का बराबर अधिकार है, तो जनसंख्या नियंत्रण के कानून कायदे भी सभी धर्म व समाजों के लिए एक होने चाहिए, तभी यह असमानता मिटेगी।

भारत माता की जय कहना होगा



उन्होंने कहा कि भारत भूमि वेदों की जननी है तथा वेदों में जननी व जन्मभूमि को माता का दर्जा दिया गया है। जबकि कुछ तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेताओं को भारत माता की जय व वंदे मातरम् बोलने पर आपत्ति है।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को, जिन्हें अपनी माता की जय बोलने पर एतराज है, उन्हें इस भूमि पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने राष्ट्रपिता शब्द पर भी आपत्ति व्यक्त करते हुए बिना किसी का नाम लिए कहा कि भारत माता के पिता वे है, जिन्होंने भारत की संस्कृति व परंपराओं का विस्तार किया है।

उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति राष्ट्र के लिए आदरणीय व पूज्य हो सकता है, लेकिन इस राष्ट्र के पिता तो मात्र भगवान शिव, राम व कृष्ण ही है।

उन्होंने विश्वभर में मानवाधिकार को लेकर कार्य कर रहे संगठनों को ललकारते हुए कहा कि जब हिन्दू समाज के अधिकारों को छीना जाता है, उनके मंदिरों को तोड़ा जाता है, पाकिस्तान में हिन्दू परिवारों के साथ अन्याय किया जाता है, जम्मू कश्मीर से पंडितों को अपना घर व प्रदेश छोडऩे के लिए मजबूर किया जाता है, तब मानवाधिकार संगठन मौन क्यों हो जाते है।

उन्होंने बुद्धि व विवेक के साथ धर्म की रक्षा करने, देश की एकता व अखण्डता के लिए हिन्दु समाज को संगठित होने, ऊंच-नीच, अगड़ा-पिछड़ा, छूआछूत जैसी बुराइयों को समाप्त करने, गौमाता की रक्षा करने, ओरण व गोचर, परंपरागत पेयजल स्त्रोतों को बचाने का आह्वान करते हुए कहा कि गौमाता की रक्षा होगी, तभी देश में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को लेकर देश में हिन्दुत्व जागरण का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्र को बचाने के लिए हिन्दु समाज को एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। हिन्दू युवा वाहिनी के स्थानीय शाखा अध्यक्ष नारायणसिंह राठौड़ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

पोकरण पहुंचने पर किया स्वागत

सांसद योगी आदित्यनाथ, गौरक्षधाम बोरीवली मुंबई के महंत गुलाबनाथ का पोकरण पहुंचने पर क्षेत्रीय विधायक शैतानसिंह राठौड़ के नेतृत्व में लोगों ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया।

धर्मसभास्थल पर बालिकाओं ने मंगल कलश तथा मंच पर स्वामीजी की ढाणी के महंत रावलपुरी महाराज, सुथारों की बेरी डिडाणिया के संत मदननाथ महाराज, चेतन आश्रम बड़ली के संत हरिराम महाराज का क्षेत्रीय विधायक राठौड़ व हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष नारायणसिंह ने माल्यार्पण कर व शॉल ओढाकर स्वागत किया।

इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने पंडित मुकेश ओझा, हेमंत बिस्सा व ज्योतिष व्यास के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भारत माता की तस्वीर पर पूजा-अर्चना की।

बाड़मेर। बच्चे आते हैं स्कूल, शिक्षक नहीं!

बाड़मेर। बच्चे आते हैं स्कूल, शिक्षक नहीं!


बाड़मेर। तहसीलदार सूरजभान बिश्नोई ने ग्रामीणों की शिकायत पर सोमवार को राप्रावि भूराणियों की ढाणी बोली का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय बन्द पाया गया।वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि अध्यापक लंबे समय से अनुपस्थित ही रहता है। बच्चे रोजाना विद्यालय आते हैं, लेकिन शिक्षक नहीं होने से वे चक्कर लगा वापस चले जाते हैं।मात्र कागजों में विद्यालय का संचालन हो रहा है। ऐसे में यहां अध्ययनरत बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। तहसीलदार ने विद्यालय के कार्यालय को सील लगा कर सीज कर दिया तथा सेड़वा बीईईओ को अग्रिम कार्रवाई के लिए लिखा है। इस दौरान रामनारायण जाणी व कैलाश शर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।

चौहटन।देहजलोभियों की दरिंदगी: महिला की निकाल ली आंख, मौत



चौहटन।देहजलोभियों की दरिंदगी: महिला की निकाल ली आंख, मौत


क्षेत्र के पंवारियों का तला गांव में शनिवार को विवाहिता के टांके में कूदकर आत्महत्या के मामले में उसके भाई ने दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है।

चौहटन थानाधिकारी ओमप्रकाश बिश्नोई के अनुसार मूलाराम पुत्र देदाराम निवासी नूनियों की बेरी रोहिला पूर्व ने रिपोर्ट पेशकर बताया कि उसकी बहन अणसी से ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए मारपीट करते थे।

उन लोगों ने कई बार दहेज के लिए उसे घर से भी निकाल दिया था। इसको लेकर पहले भी उन्होंने इस्तगासे के माध्यम से मामला दर्ज करवाया था। अब शनिवार को अणसी के पति मूलाराम, जेठ रामाराम व सास गजरोंदेवी ने चाकू से उसकी आंखें निकाल हत्या कर दी तथा वारदात को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को टांके में डाल दिया।

पुलिस को पूर्व में पंवारियों का तला गांव में विवाहिता के आत्महत्या की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पीहर पक्ष को सूचित किया।

बाडमेर। स्वर्ण व्यवसायियों ने किया प्रदर्शन, वित्तमंत्री का फूंका पुतला

बाडमेर। स्वर्ण व्यवसायियों ने किया प्रदर्शन, वित्तमंत्री का फूंका पुतला


बाडमेर। जिले के धोरीमन्ना में स्वर्ण व्यवसाय पर एक्साइज ड्यूटी व 2 लाख से अधिक खरीदारी पर पेन कार्ड की अनिवार्यता के विरोध में सोमवार को क्षेत्र के स्वर्ण व्यापारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया।इस दौरान स्वर्ण व्यापारियों ने धोरीमन्ना बंद रखने की अपील की। इस पर समस्त व्यापारियों ने दो घंटे तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। व्यापारियों ने बाजार में जुलूस निकाल उपखंड कार्यालय के आगे वित्तमंत्री का पुतला फूंका।


उन्होंने धरना देकर एक्साइज ड्यूटी हटाने की मांग रखी तथा वित्तमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी मणिलाल तीरगर को ज्ञापन सौंपा। अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के जिला अध्यक्ष मुल्तानमल कुकरा, मंडल अध्यक्ष मोटाराम सोनी, स्वर्णकार ग्रामीण जागृति कोषाध्यक्ष भंवरलाल कड़ेल, सचिव अमेदाराम पिपराली, जगदीश सोनी, शंकरलाल सोनी, सुरेश कुकरा, नेमीचन्द, गोतमचन्द अरणियाली, अशोक कड़ेल सहित कई गांवों के स्वर्णकार उपस्थित रहे। इस दौरान पुलिस प्रशासन भी अलर्ट रहा।

ब्रसेल्स हमले में लापता इंफोसिस कर्मचारी की मौत की पुष्टि

ब्रसेल्स हमले में लापता इंफोसिस कर्मचारी की मौत की पुष्टि



ब्रसेल्स में हुए बम धमाकों के बाद लापता हुए इंफोसिस कर्मचारी राघवेंद्रन गणेशन की मौत की पुष्टि हो गई है। भारतीय दूतावास ने राघवेंद्रन की मौत की पुष्टि की है।बेल्जियम में भारतीय राजदूत मंजीव सिंह पुरी ने कहा, 'बेल्जियम अधिकारियों ने भारतीय दूतावास को सूचित किया है कि मृतकों में आज राघवेंद्रन गणेशन की पहचान की गई। उनका पार्थिव शरीर एमस्टर्डम के रास्ते भारत भेजा जा चुका है। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं।'

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वहीं विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'मुझे यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि ब्रसेल्स के अधिकारियों ने राघवेंन्द्र की पहचान ब्रसेल्स में हुए हमलों के एक पीड़ित के रूप में की है।' उन्होंने कहा, 'उनके पार्थिव अवशेष ब्रसेल्स में उनके परिवार को सौंपे जाएंगे।'

सुषमा ने ट्वीट कर बताया, 'दुर्भाग्यवश वह मेट्रो के उसी कोच में यात्रा कर रहे थे, जिसमें आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ाया। परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।' मूल रूप से बेंगलुरु के रहने वाले गणेशन पिछले चार साल से ब्रसेल्स में काम कर रहे थे। उन्हें आखिरी बार मेट्रो में सफर करते देखा गया था। इससे पहले विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर उनके आखिरी लोकेशन की जानकारी दी थी। विदेशमंत्री ने साथ ही बताया था कि उन्होंने राघवेंद्रन की मां से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया कि उनके बेटे को ढूंढ़ने की हर कोशिश की जाएगी।

गौरतलब है कि बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स के एयरपोर्ट और मेलबीक मेट्रो स्टेशन पर हुए बम धमाकों में कम से कम 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 300 लोग घायल हुए हैं। एयरपोर्ट पर हुए धमाकों में जेट एयरवेज के दो क्रू सदस्य निधि चापेकर और अमित मोटवानी भी घायल हुए थे।

सीकर राजू ठेहट के भाई का खुलासा, राजनीतिक संरक्षण में पनपी गैंगवार



सीकर राजू ठेहट के भाई का खुलासा, राजनीतिक संरक्षण में पनपी गैंगवार


प्रदेश में माफिया की गैंगवार राजनीतिक संरक्षण में फल-फूल रही है। फरार गैंगस्टर आनंदपाल गिरोह को राजनीतिक संरक्षण के बाद राजू ठैंठ गिरोह को भी राजनीतिक पनाह मिलने का खुलासा हो चुका है।




उसके भाई ओमप्रकाश उर्फ ओमा ठेहट ने पांच माह पहले सीकर पुलिस और एसओजी की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबाए रखा। वहीं, संरक्षण देने वालों के नाम उजागर होने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।




कई राजनेताओं से स्वीकारे थे संबंध

ओमा के पूछताछ नोट में एक प्रधान से लेकर सीकर के पूर्व जिलाध्यक्ष, कई विधायक और सांसद से संपर्क का जिक्र है। फरारी के दौरान उसे सभी से सहयोग मिला था। इस दरमियान वह सांसद सुमेधानंद के संपर्क में आया और दोनों में खूब बातचीत होती थी। जयपुर में पकड़े गए शंकर जाजोद के साथ वह सांसद के पिपराली स्थित आश्रम भी गया था।




34 मददगारों के बताए थे नाम

पूछताछ में ओमा ने उसे शरण देने वाले 34 लोगों के नाम बताए थे। उसे इनके घर, प्रतिष्ठान और ढाणियों में पनाह मिली थी। एक स्थान पर तो वह 50 बार ठहरा था। अधिकतर फरारी उसने सीकर जिले में काटी थी। साथ ही ओमा मुंबई, जयपुर, सुजानगढ़ (चूरू) एवं डीडवाना (नागौर) में भी रुका था।

इनका कहना है...

मैं अपराधियों की कोई मदद नहीं करता। ना उनसे मेरा कोई संबंध है। सभी अधिकारियों को कह रखा है कि किसी भी अपराधी को मेरी तरफ से कोई मदद नहीं की गई है।

सुमेधानंद सरस्वती, सांसद- सीकर




ओमा ठेहट से पूछताछ की जो सूचना हमारे पास है। वह जयपुर एसओजी के पास भी है। एसओजी की टीम स्वयं उससे पूछताछ कर के गई है। सूचना के आदान-प्रदान में किसी तरह की देरी नहीं हुई है।

अखिलेश कुमार, पुलिस अधीक्षक, सीकर

नौ वर्ष पहले बन गई थी सूची

2006 में सीकर में गोपाल फोगावट व नागौर के जीवणराम गोदारा हत्याकांड के बाद दोनों गिरोह फिर आमने-सामने हो गए थे। पुलिस ने दोनों गिरोह के कई गुर्गों को गिरफ्तार कर इनके सक्रिय सदस्यों की सूची बनाइ थी। पुलिस ने गिरोह पर नजर रखने का दावा किया था, लेकिन इसके बावजूद गैंगवार थमी नहीं।

जोधपुर में पनाह से इनकार

आनंदपाल की फरारी के बाद उसके जोधपुर में पनाह लेने की चर्चा से पुलिस ने इनकार किया है। एेसी चर्चा थी कि आनंदपाल शहर के एक छात्रावास में छिपा हुआ है। एेसी तमाम अफवाहें दिनभर चलती रहीं। वहीं, सतर्कता बरतते हुए पुलिस संदिग्धों की तलाश में जुटी है।

शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में कहा, रीट परीक्षा में निरस्त सवालों के बदले बोनस अंक दिए जाएंगे

शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में कहा, रीट परीक्षा में निरस्त सवालों के बदले बोनस अंक दिए जाएंगे




— हमीर सिंह भायल ने लगाया था ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
— देवनानी ने कहा
— रीट परीक्षा में 32 सवाल पर आपत्तियां आईं, उनके लिए कमेटी बनाई
— लेवल फस्ट में 13 और सैकंड में 19 सवालों पर आपत्ति
— रीट परीक्षा में 17 विषयों के 1080 सवाल थे
— लेवल फस्ट में 510 और लेवल सैकंड के 570 सवाल थे



जयपुर। रीट परीक्षा-2015 के निरस्त सवालों के बदले बोनस अंक दिए जाएंगे। भाजपा विधायक हमीर सिंह भायल के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने सदन में कहा कि रीट में कुल 32 सवालों पर आपत्ति आई थी, कमेटी उन सवालों पर विचार कर रही है। निरस्त सवालों के बदले अभ्यर्थियों को बोनस अंक दिए जाएंगे।

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पहले आरटेट में भी बोनस अंक दिए गए थे, उसी तर्ज पर बोनस अंक दिए जाएंगे। देवनानी ने कहा कि रीट परीक्षा में 17 विषयों के 1080 सवाल थे जिनमें से लेवल फस्ट के 13 और लेवल सैंकंड के 19 सवालों पर आपत्तियां आई थी, आपत्तियों पर विचार करने के लिए एक समिति बनाई है, समिति में दोनों लेवल की रीट परीक्षा में 32 सवालों को निरस्त करने पर विचार किया जा रहा है। जितने भी सवाल निरस्त होंगे उनके बोनस अंक दिए जाएंगे।

बिलाड़ा/जोधपुर नाबालिग की छेड़छाड़ में शिक्षक ही निकला दरिंदा



बिलाड़ा/जोधपुर नाबालिग की छेड़छाड़ में शिक्षक ही निकला दरिंदा


क्षेत्र के मालकोसनी गांव में एक निजी स्कूल में तेरह वर्षीय छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी स्कूल संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

पुलिस के अनुसार सातवीं कक्षा की छात्रा को स्कूल में संचालक द्वारा अश्लील हरकतें की गई तथा उसे डरा धमकाया गया। आखिरकार उसने पूरी कहानी अपनी मां को बताई। जिस पर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। छात्रा को 9 मार्च के दिन न्यायालय में बयान देने बुलवाया। आखिरकार उसके बयान दर्ज किए गए। न्यायालय ने

बिलाड़ा थानाप्रभारी को पोक्सो के तहत मामला दर्जकर आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। सोमवार तड़के बिसलपुर क्षेत्र की एक ढाणी में छुपे बैठे आरोपी अध्यापक शिवराम पुत्र बाबूलाल जाट निवासी मियासनी को दबोच गिरफ्तार कर लिया, जिसे मंगलवार को यहां न्यायाधीश के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

बाड़मेर । पानी बिल जमा करवाने की अन्तिम तिथि से एक दिन पहले थमाये उपभोक्ताओ को बिल

बाड़मेर । पानी बिल जमा करवाने की अन्तिम तिथि से एक दिन पहले थमाये उपभोक्ताओ को बिल


विभाग के अधिकारी बोले इस बार तो जमा कराना पडेगा

बाड़मेर । पीएचईडी विभाग की मनमानी और अधिकारियों की लापरवाही का दोष शहर की जनता भुगत रही मगर जिले के सबसे बडे विभागीय अधिकारी को उससे कोई सरोकार नही। पहले तो नियमानुसार दो माह में पानी के बिल जारी किये जाते थे। इस बार चार का बिल एक साथ थमा दिया गया ओर उपर से लोगो को बिल 28 मार्च को मिले और 29 मार्च भुगतान की अतिन्म तिथि अंकित कर दी गई जबकि चैक के द्वारा भुगतान करने की अन्तिम तिथि 28 मार्च अंकित की गई है।  अधिषांशी अभियन्ता वृत बाड़मेर के नेमाराम परिहार से बात की तो उन्होने सन्तोश जनक जवाब देने के बजाय कहा कि इस बार आपको भरना पडेगा अगली से हम ख्याल रखेगे। जबे पुछा की चार माह के बिल एक साथ जारी किये गये है जबकि पानी के बिल दो माह में एक बार वितरित किये जाते रहे है वो इसका कोई जवाब नही दे पाये। ऐसे में ये कहा जा सकता है की विभाग की ओर से अपने कार्य के प्रति कितने सजग है। एक उपभोक्ता से बात करने पर उसने बताया कि उसे मुझे 28 मार्च को शाम मुझे बिल मिला है और 29 को मुझे इसे भरना पडेगा नही तो 20 रूपये की पेनल्टी लग जायेगी। उसने बताया कि मुझे 28 मार्च की षाम को बिल मिला है जबकि बिल पर वितरण की तिथि 08 मार्च लिखी गई है तो विभाग ने आखिर 20 दिन तक बिल क्यों नही वितरित किये। विभाग द्वारा समय पर बिल वितरण नही करने की गलती की सजा आम उपभोक्ताओं को भुगतनी पड रही है।



मार्च में काम का बोझ ज्यादा- परिहार से बात करने पर उन्होने बताया कि मार्च में काम का बोझ ज्यादा रहता है इस लिए इस बार लेट हो गये। अब आम उपभोक्ता को ये समझ में नही आ रहा है कि मार्च में काम को बोझ ज्यादा है मगर बिल जो चार माह के डाले गये है वो तो नवम्बर से फरवरी तक के है। ऐसे में ये समझ में नही आ रहा है कि मार्च में काम को बोझ इतना ज्यादा होगा की वो नवम्बर से इसकी तैयारी करने में लग गये।

इस बार तो भरवा दो- परिहार को जब दुबारा फोन लगाकर पुछा गया तो उन्होने बताया कि इस बार तो भरवा दो आगे से ऐसा नही होगा। जब उनसे तिथि बढाने के बारे पुछा गया तो उन्होने कहा कि मार्च का महिना है तिथि को आगे नही बढाया जा सकता। टारगेट पुरा करने के चक्कर में उपभोक्ता के हक के साथ इस तरह का बर्ताव हो रहा है।

बाड़मेर। सरपंच संघ कलक्टर को आज देगा ज्ञापन

बाड़मेर। सरपंच संघ कलक्टर को आज देगा ज्ञापन

बाड़मेर। सरपंच संघ जिला शाखा बाड़मेर द्वारा आज जिला कलेक्टर बाड़मेर को मुख्यमंत्री एवं पंचायतीराज मंत्री के नाम ज्ञापन देगें। जिला प्रवक्ता हिन्दूसिंह तामलोर ने बताया कि सरपंच संघ प्रदेष कार्यकारिणी के निर्देषानुसार आज दोपहर एक बजे महावीर पार्क बाड़मेर में एकत्रित होकर जिले कलेक्टर को मुख्यमंत्री एवं पंचायतीराज मंत्री के नाम ज्ञापन देगें। महावीर पार्क में एकत्रित हेाने के पश्चात रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचकर राज्य सरकार से पंचायतीराज की गई घोषणाओं को लागू करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देगें। सरपंच संघ ने अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया है।

प्रदेश के सभी जिलों में होगी डायलिसिस सुविधा - मुख्यमंत्री



मुख्यमंत्री ने झालावाड़ में डायलिसिस यूनिट का शुभारम्भ किया

प्रदेश के सभी जिलों में होगी डायलिसिस सुविधा - मुख्यमंत्री


झालावाड़, 28 मार्च। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सोमवार को झालावाड़ में मेडिकल काॅलेज से सम्बद्ध एसआरजी अस्पताल में डायलिसिस यूनिट का लोकार्पण किया। उन्होंने इस यूनिट का नामकरण समाज सेवी स्वर्गीय सत्यनारायण सेठी के नाम पर करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजस्थान का पहला जिला है, जिसमें इस प्रकार की 12 बैड वाली डायलिसिस यूनिट स्थापित की गई है। अन्य सभी जिलों में भी चरणबद्ध रूप से यह सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।

श्रीमती राजे ने इस अवसर पर कहा कि आजकल षुगर (मधुमेह) तथा अन्य बीमारियों के कारण गुर्दे के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारत में लगभग 10 लाख रोगियों को डायलिसिस की जरूरत होती है, लेकिन करीब एक लाख लोगों को ही यह सुविधा मिल पाती है। हर वर्ष इनमें डेढ़ लाख नए रोगी और जुड़ जाते हैं, जिनमें से केवल 15 हजार को ही डायलिसिस की सुविधा मिल पाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में करीब 52 प्रतिशत भारतीय इस बात से अनजान हैं कि उन्हें हाई ब्लड शुगर है, जबकि भारत में 65 मिलियन लोग डाइबिटीज से पीड़ित हैं। आगामी 2030 तक भारत में डाइबिटीज रोगियों की संख्या 100 मिलियन के पार होने की आशंका है। हमारे यहां भी गुर्दे के रोगियों की संख्या पर हम गौर करें तो प्रदेश में जितने रोगी हंै, उनमें से करीब 10 प्रतिशत गुर्दे के रोगी हैं, जिन्हें डायलिसिस कराने के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता है। वहां रोगियों की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें लम्बा इंतजार करना पड़ता है। इससे समय और पैसे की बर्बादी होती है।

विष्व स्तरीय व्यवस्था

श्रीमती राजे ने कहा कि झालावाड़ मेडिकल काॅलेज में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पीपीपी मोड पर यह पहल की है। झालावाड मेडिकल काॅलेज, एसआरजी हाॅस्पीटल और जापान की नामी कम्पनी निप्रो से समर्थित बायोमेड एकेडमी एलएलपी के बीच गत 21 नवम्बर, 2015 को एमओयू हुआ था, जिसने आज मूर्तरूप ले लिया है। यह एक वल्र्ड क्लास व्यवस्था है, जिसमें रोगियों को बाजार दर से काफी कम दर पर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी। बीपीएल और भामाशाह स्वास्थ्य बीमा से जुड़े लोगों के लिए यह सुविधा निषुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।

झालावाड़ से डायलिसिस टैक्नीषियन होंगे तैयार

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां दक्ष डायलिसिस टैक्नीषियन की भी बेहद कमी है। इस कमी को दूर करने के लिये यहां प्रति तीन माह में 20 युवाओं को ट्रेनिंग दी जायेगी, जिन्हें राज्य में हाथों-हाथ रोजगार मिल जायेगा।

ई-हैल्थ कार्ड ‘भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना‘ से जुडे़गा

मुख्यमंत्री ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में राज्य में अब तक 43 हजार से अधिक परिवार लाभान्वित हुए हंै। राज्य के 850 राजकीय और निजी चिकित्सालयों को इस योजना से जोड़ा गया है। इसी प्रकार आरोग्य राजस्थान में 1 करोड़ 5 लाख ग्रामीण परिवारों का हैल्थ सर्वे करवाया गया है। इसकी आॅनलाइन एंट्री पूरी करके इन्हें ई-हैल्थ कार्ड से जोड़ा जायेगा तथा ई-हैल्थ कार्ड को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाएगा।

राज्य में मेडिकल क्षेत्र में हो रहे हैं नवाचार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चिकित्सा की दृष्टि से अनेक नवाचार किए जा रहे है। आज राजस्थान इस क्षेत्र में इतना आगे बढ़ चुका है कि लोग दूर-दूर से यहां इलाज कराने के लिये आ रहे हैं। राजस्थान मंे मेडिकल टूरिज्म का विस्तार हो रहा है। यहां बे्रन एन्जियोप्लास्टी भी होने लगी है, जो अब तक दिल्ली, मुम्बई और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में होती थी। इसके अलावा यहां स्किन, हार्ट, किडनी व बोनमैरो ट्रांसप्लांट भी होने लगा है। एसएमएस अस्पताल सहित कई निजी चिकित्सालयों में कैडेवर आॅर्गन ट्रांसप्लांट भी होने लगे हैं। अब राजस्थान मेडिकल हब बन गया है।

सत्य नारायण सेठी के नाम पर होगा नामकरण

मुख्यमंत्री ने सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय सत्यनारायण सेठी का स्मरण करते हुए कहा कि सबसे पहले उन्होंने झालावाड़ में डायलिसिस यूनिट लगाने की मांग की थी। वे स्वयं गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे, किंतु उन्होंने यह मांग अपने लिये नहीं अपितु उन गरीब लोगों के लिये की थी, जो डायलिसिस के लिये कोटा जाया करते थे। मुख्यमंत्री ने डाक बंगले के सेवानिवृत्त कर्मचारी रतनलाल का भी स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर सांसद श्री दुष्यंत सिंह, राज्य जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदार, विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल, श्री नरेन्द्र नागर तथा श्री कंवरलाल मीणा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेष शर्मा, संभागीय आयुक्त कोटा श्री रघुबीरसिंह मीणा, आरएसएलडीसी के एमडी श्री गौरव गोयल, पुलिस महानिरीक्षक श्री विषाल बंसल, पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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सोमवार, 28 मार्च 2016

जैसलमेर राजकीय चिकित्सालय में व्यापक सुधार और चिकित्सक लगाने को लेकर ग्रुप फॉर पीपुल्स में राठौड़ से चर्चा कर ज्ञापन सौंपे।।



राजकीय चिकित्सालय में व्यापक सुधार और चिकित्सक लगाने को लेकर ग्रुप फॉर पीपुल्स में राठौड़ से चर्चा कर ज्ञापन सौंपे।।



जैसलमेर ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर जैसलमेर के कार्यकर्ताओ ने रविवार को एक दिवसीय दौरे पर जैसलमेर आये चिकित्सा मंत्रो राजेन्द्र सिंह राठौड़ से खास मुलाकात कर जवाहर चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाए बहाल करने और तत्काल नए चिकित्सको को लगाने की मांग को लेकर चर्चा की टज उन्हें ज्ञापन सुपुर्द किया।ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की ग्रुप फॉर पीपुल्स के कार्यकर्ताओ दलवीर सिंह भाटी ,हरीश धनदे,जितेंद्र खत्री,देवेन्द्र परिहार,पुखराज सोनी,नवीन वाधवानी,जितेंद्र सिंह भाटी,अक्षयदान बारहट,रमेश इंदा,दुर्जन सिंह राठौड़ ,डॉ हितेश चौधरी ,सुभान चनिया सहित दर्जनों कार्यकताओ ने रैलवे स्टीज़हन पर राजेन्द्र सिंह राठौड़ की गर्मजोशी से अगवानी की।ग्रुप सदस्योंके साथ चर्चा कर जवाहर चिकित्सालय में अप्रैल माह में राज्य में की जा रही 13 सौ चिकित्सको में प्राथमिकता आधार पर जैसलमेर नियुक्ति देने की बात कही ।उन्होंने बतायाकि पी पी मोड़ पर सिटी सकें मशीन के टेंडर हो गए वही तीन माह में सोनोग्राफी मशीन भेज दी जायेगी।ट्रॉमा सेंटर,बर्न यूनिट और आई सी यू में व्यवस्थाएं दुरुस्त क्र चिकित्सको और पर मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति जल्द की जायेगी ।उन्होंने बताया की अस्पताल की सफाई व्यवस्था के लिए डेढ़ गुना राशि बढ़ा दी हे ।और बढ़ोतरी करनी पड़ी तो भी करेंगे।उन्होंने ग्रुप फॉर पीपुल्स की सक्रिय की प्रसंशा करते हुए कहा की निश्वार्थ सेवा का कोई तोड़ नही।ग्रुप सदस्यों ने राजेन्द्र सिंह राठौड़ का आभार जताया।।।राठौड़ ने जोर से ग्रुप फिर पीपुल्स का नारा भी लगाया।।ग्रुप सदस्यो ने प्रसूता मामले की जानकारी मंत्री को दी जिस उन्होंने ठोस कर्यवाही के संकेत दिए।ग्रुप ने उन्हें बाड़मेर में आयोनित होने वाले बालिका बचाओ अभियान के सेमिनार में आमंत्रित किया।।

जोधपुर जोधपुर-बाड़मेर स्पेशल ट्रेन 1 अप्रेल से



जोधपुर जोधपुर-बाड़मेर स्पेशल ट्रेन 1 अप्रेल से


यात्रियों की सुविधा को देखते हुए जोधपुर से बाड़मेर के बीच एक अप्रेल 2016 से स्पेशल ट्रेन संचालित की जाएगी।

उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी गोपाल शर्मा के अनुसार जोधपुर-बाड़मेर स्पेशल ट्रेन जोधपुर से हर सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार को सुबह 10:50 बजे रवाना होकर दोपहर 2:05 बजे बाड़मेर पहुंचेगी। वापसी में बाड़मेर से दोपहर 2:50 रवाना होकर शाम 5:55 बजे जोधपुर पहुंचेगी।

यह ट्रेन सेवा 1 अप्रेल से 30 जून 2016 तक संचालित होगी। साथ ही परबतसर से मकराना के बीच भी 1 अप्रेल से एक जुलाई के दौरान स्पेशल ट्रेन संचालित की जाएगी।

यह ट्रेन परबतसर से सुबह साढ़े छह बजे रवाना होकर सुबह साढ़े सात बजे मकराना पहुंचेगी। वापसी में मकराना से शाम सात बजे रवाना होकर रात आठ बजे परबतसर पहुंचेगी।

बाड़मेर चौहटन।आपका भी दिल दहल जाएगा, एक मां ने अपने ही बच्चों को फैंका कुएं में, फिर लगाई छलांग



बाड़मेर चौहटन।आपका भी दिल दहल जाएगा, एक मां ने अपने ही बच्चों को फैंका कुएं में, फिर लगाई छलांग


पुलिस के अनुसार गैरोंदेवी (25) पत्नी लिखमाराम ने सबसे पहले अपने बड़े बेटे प्रकाश (10), बेटी कविता (7) व छोटे बेटे दिनेश (3) को एक-एक कर टांके में धकेल दिया। अंत में गैरों ने खुद ही टांके में छलांग लगा दी। शाम तक पुलिस को घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया।

बाड़मेर। सिलिकोसिस के पीडि़तो को अनुग्रह सहायता राशि स्वीकृत

बाड़मेर। सिलिकोसिस के पीडि़तो को अनुग्रह सहायता राशि स्वीकृत



बाड़मेर। मेडिकल कालेज जोधपुर की अनुशंषा के अनुसार जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने सिलिकोसिस के पीडि़त व्यक्तियो  को अनुग्रह सहायता राशि के रूप में 4 लाख रूपए जारी किए है।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि सिलिकोसिस से पीडि़त हुकमोणी कोथो की ढाणी, गुड़ामालानी निवासी नेनाराम, गांधव कला निवासी प्रतापराम, साधुनी पुरोहितान निवासी रावलसिंह एवं श्रीमती समीदेवी निवासी निहालो की बस्ती गंगाला को एक-एक लाख रूपए की अनुग्रह सहायता स्वीकृत की गई है।

बाड़मेर। दिव्यांगो की समस्या निस्तारण के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त

बाड़मेर। दिव्यांगो की समस्या निस्तारण के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त


बाड़मेर। जिले के विशेष योग्यजनो दिव्यांगो की विभिन्न प्रकार की समस्याओ के निस्तारण के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी मनोनीत किया गया है।



जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि जिला स्तर पर विशेष योग्यजनांे की विभिन्न प्रकार की समस्याआंे के निस्तारण के लिए एक दिन नियत कर समस्या निवारण करने के निर्देश सहायक निदेशक को दिए गए है। उनको आयुक्त, विशेष योग्यजन की ओर से भिजवाए गए अद्र्व शासकीय पत्र मंे दिए गए निर्देशांे की पूर्ण पालना करने के लिए निर्देशित किया गया है।

बाड़मेर। जिला कलक्टर ने किया राजस्थान की विकास यात्रा प्रदर्शनी का शुभारंभ

बाड़मेर। जिला कलक्टर ने किया राजस्थान की विकास यात्रा प्रदर्शनी का शुभारंभ


बाड़मेर। राजस्थान दिवस समारोह के उपलक्ष्य में  जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय सूचना केन्द्र में  सोमवार को राजस्थान की विकास यात्रा प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा, अतिरिक्त निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग प्रदीप चौधरी समेत विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, पत्रकार एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



जिला मुख्यालय पर सूचना केन्द्र मंे आमजन के अवलोकनार्थ राजस्थान विकास यात्रा प्रदर्शनी 30 मार्च तक खुली रहेगी। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने प्रदर्शनी के शुभारंभ के उपरांत इसका अवलोकन किया। जिला कलक्टर शर्मा ने प्रदर्शनी मंे दर्शाए गए राजस्थान के इतिहास, राजस्थान के निर्माण एवं विकास के विभिन्न आयामांे के चित्रांे की सराहना की। उन्हांेने कहा कि राजस्थान का अतीत गौरवशाली रहा है। प्रदेश के साथ बाड़मेर जिला भी विभिन्न क्षेत्रांे मंे अच्छी प्रगति कर रहा है।



 इस प्रदर्शनी मंे यूं बना राजस्थान, इतिहास के पन्नांे से राजस्थान का निर्माण, जागीरदारी, जमींदारी एवं बिस्सेदारी प्रथा की समाप्ति, इतिहास साक्षी है राजपूती सिंगारी दिल्ली मंे धमाका, बारहठ बंधुआंे का पराक्रम आजादी का अतुल्य उपक्रम, स्वामी भक्ति की प्रतिमूर्ति पन्नाधाय, वीर रस के सिद्व कवि सूर्यमल मिश्रण, जन जागृति के अग्रदूत डा.केसरीसिंह बारहठ, गोपालसिंह खरवा, विजयसिंह पथिक, इतिहास नायिका महारानी पदमिनी, भक्ति की मरू मंदाकिनी मीराबाई, महानायक महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चैहान, अमरसिंह राठौड़, वीर दुर्गादास राठौड़, बाड़मेर के ऐतिहासिक स्थलांे के साथ राजस्थान के विकास के सफर तथा उपलब्धियांे को भी चित्रांे के माध्यम से दर्शाया गया है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक प्रदीप चैधरी ने बताया कि यह प्रदर्शनी आमजन के लिए 30 मार्च तक कार्यालय समय मंे खुली रहेगी। इस दौरान कोई भी व्यक्ति, विद्यार्थी इसका अवलोकन कर सकते है।राजस्थान दिवस समारोह के लिए अधिकारी नियुक्त: अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने एक आदेश जारी कर राजस्थान दिवस समारोह को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए सांस्कृतिक संध्या महिला कलाकारांे के निर्देशन के लिए उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग के लिए राबाउमावि माल गोदाम रोड़ एवं राबाउमावि अंतरीदेवी बाड़मेर की प्रधानाचार्य को नियुक्त किया है। इसी तरह एक अन्य आदेश जारी कर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने आदर्श उमावि लंगेरा के प्रधानाचार्य लक्ष्मीनारायण जोशी, सुंदरदान देथा, मांगूसिंह राठौड़, ओम जोशी, मुकेश व्यास, अमरदान एबीईओ, हनुमाराम डउकिया, मोहनलाल, मुकेश बोहरा, इन्द्रप्रकाश पुरोहित, दीपसिंह भाटी व्याख्याता को भी राजस्थान दिवस समारोह के कार्यक्रमांे एवं प्रतियोगिताआंे के सफल संचालन के लिए नियुक्त किया है।सक्रिय सहयोग करवाने के निर्देश: अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने एक आदेश जारी कर राजस्थान दिवस समारोह के दौरान समस्त विभागीय अधिकारियांे एवं कर्मचारियांे को 30 मार्च तक आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमांे एवं प्रतियोगिताआंे मंे सक्रिय सहयोग करवाने तथा सहभागिता निभाने के निर्देश दिए है।

बाड़मेर। सैटेलाईट नक्षे बने विवाद का कारण

बाड़मेर।  सैटेलाईट नक्षे बने विवाद का कारण

अवैध रूप से जारी हो रहे हैं खातेदारी सेटेलाईट नक्षे, एक नक्षे के नाम पर वसूले जा रहे हैं हजार से पन्द्रह सौ रूपये
बाड़मेर। राजस्थान राज्य के राजस्व मण्डल अजमेर द्वारा अपने एसडीओ, तहसीलदारों,नायब तहसीलदारों, आरआई व पटवारियों पर कितनी नकेल लगाये लेकिन पटवारियों की मिली भगत से पष्चिमी सरहद पर बसे बाड़मेर जिले में इन दिनों सेटेलाईट से जारी हो रहे अवैध खातेदारी नक्षें खातेदारों के बीच विवाद का कारण बने हुए हैं। हालनात यह है कि बिना जिला प्रषासन की स्वीकृति से जारी हो रहे इन सेटेलाईट नक्षों के नाम पर मोटी रकम खातेदारों से इन दिनों एक व्यक्ति द्वारा वसूल की जा रही है इससे भी सौकाने वाली बात तो यह है कि इस अवैध करोबार पर रोक लगाने की बजाया स्वयं पटवारी व आरआई तक सही मानते हुए खातेदारों की जमीनों की सीमा का निर्धारण कर रहे है जबकि गूगल अर्थ सेटेलाईट से जारी हुए ये नक्षे किसी भी सुरत में अधिमान्य नहीं है। जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिले के सेटलमेंट के समय से आवंटित जमीन को पिछले कई महिनों से सेटेलाईट नक्षों के जरिये चुनौती दी जा रही है। इनता ही नहीं इन नये सेटेलाईट नक्षों में सेटलमेंट के समय दी गई जमीनों की सीमा को ही उलट करके रख दिया है इसके कारण खातेदारों में इन दिनों में जमीनों के विवाद यकायक बढ गये है। जिले में बहुतायत मात्रा में मिले खनिज भण्डार एवं पेटोलियम पदार्थो के कारण बढी जमीनों की किमतों के कारण एक एक इंच जमीन के मायने बदल गये है। बिना स्वीकृति जारी हो रहे है सेंटलमेंट नक्षे। बाड़मेर जिले में इन दिनों सिणधरी चैराहे के पास एक व्यक्ति के द्वारा दुकान लगाकर सेटेलाईट के जरिये जमीनी नक्षें जारी कर खातेदारों को दिये जा रहे है इसकी एवज में एक खातेदार को उसके खसरे की प्रतिलिपि प्रिंट आउट देने के लिए करीब 1 हजार से 1500 रूप्ये तक वसूले जा रहे है। पिछले कई महिनों से चल रहे इस गोरखधंधे के जरिये दुकान मालिक द्वारा अच्छा खासा पैसा बटोर लिया गया है लेकिन बिना किसी प्रमाणिकता के जारी किये जा रहे इन नक्षोें में सेटलमेंट के समय से आंवटित जमीन और वर्तमान नक्षें में बड़े पैमाने में विविधता आ गई है इसके कारण जमीनी सीमा को लेकर खातेदारों के बीच विवाद पैदा रहे है। जबकि कानूनी रूप से इस सेटेलाईट नक्षों को किसी भी तरह से वैध नहीं माना गया है।

क्या है नियम -
जानकारों के मुताबिक बाड़मेर जिले में सेटेलाईट के जरिये जमीनी नक्षें जारी करने के लिए कोई भी फर्म या व्यक्ति अधिकृत नहीं है जबकि इसके लिए जिला कलेक्टर की स्वीकृति के बाद स्वयं जिला कलेक्टर, तहसीलदार, या नायब तहसीलदार स्तर के किसी सेवानिवृत अधिकारी को इस कार्य के लिए अधिकृत कर सकता है लेकिन वर्तमान में इस तरह की स्वीकृति जिला प्रषासन द्वारा किसी को भी नहीं दी गई है। इससे भी गंभीर बात तो यह है कि सेटेलाईट से जारी इन नक्षों को कानूनी रूप से अदालत से मान्यता नहीं है ऐसे में अगर कोई खातेदार इस नक्षें के आधार पर कोई दावा करता है तो अदालत इस दावें को पहले ही चरण में खारिज कर देती है।



क्या है गड़बड़झाला
जिले में तेजी से बढी जमीनों की कीमतों के कारण इन दिनों हर कोई ,खातेदार अपनपी जमीन का सीमाज्ञान कराने में जुटा हुआ है। इसके लिए वह पटवपरी से जब संपर्क करता है तो पटवरी द्वारा उसे उक्त सिणधरी चैराहे पर सिथत दुकान पर भेज दिया जाता है और वहां से सेटेलाईट नक्षे की प्रतिल लाने के लिए कहा जाता है सूत्रों के मुताबिक इस कार्य में दुकानदार एवं पटवारी के बीच कुछ कमीषन भी तय है। इसके बाद सेटेलाईट से जारी बिना प्रमाणिकता के इन नक्षों को पटवारी और आरआई ग्रामीणों की अज्ञानता का फायदा उठाकर उनकी जमीनों की सीमा में परिवर्तन होने के बात बताकर उनकी जमीन का काफी हिस्सा दूसरे खातेदार के हिस्से में चले जाने एवं आॅवरलिपिंग होने की बात कहकर उन्हें डरा देता है और बाद में बड़ी रकम खातेदार से वसूल लेता है। लेकिन काष्तकार अपनी अज्ञानता के कारण इस नक्षे की प्रमाणिकता का पता किए बिन वही अपने पडौसी खातेदारों से अपनी जमीन को लेकर लड़ रहे है जिसके कारण जिले का सौहार्दपूर्ण वातावरण खराब हो रहा है वहीं इस सेटेलाईट नक्षें की आड़ में भूमाफिया गिरोह के लोग पटवारी और आर आई से मिली भगत कर जमीनों में हैरा फैरी करने में जुटे हुए है।

देर रात्रि में बनते है सेटेलाईट नक्षें
सिणधरी चैराहे पर स्थित इस अवैध दुकान पर दिन में आने वाले काष्तकारों से खसरे व इससे संबंधित जानकारी ले ली जाती है और रात्रि में उक्त नक्षें तैयार किये जाते है और दूसरे दिन उक्त खातेदारों को नक्षे सुपुर्द कर दिये जाते है एवं उक्त खसरे की फाईल अपने लिए खसरा संख्या के नाम से सेव कर दी जाती है। भविष्य में खातेदारी इसी दुकान पर पुनः नक्षा प्राप्त करने के लिए आये तो उन्हेें जल्द वो प्रिन्ट निकालकर दी जा सके। संबंधित खातेदारों के विवाद होने पर उक्त नक्षें को प्रमाणित किया जाता है लेकिन मौके पर किसी तरह से कोई नक्षा नहीं बनाया जाता है ।

क्या कहते है उपखण्ड अधिकारी
इस संबंध में बाड़मेर उपखण्ड अधिकारी हिमताराम मेहरा से बात करने पर उन्होने कहा कि सेटेलाईट से जारी किये जा रहे ये खातेदारी नक्षे से किसी तरह से मान्य नहीं है। हमारी जानकारी में भी इस तरह के प्रकरण आये है। और इसके बाद हमारी और से सभी तहसीलदारों व पटवारियों को यह निर्देष जारी किये गये है वह इन सेटेलाईट नक्षों को आधार मानकर कोई कार्यवाही नहीं करें लेकिन यह भेजी सही है कि इन निर्देषों की पालना नहीं हो रही है और गरीब एवं अनजान किसान लूटे जा रहे है इस संबंध पुनः फिल्ड अधिकारियों को निर्देषा जारी किये जायेगें ताकि इन नक्षों के आधार पर भूमि की पैमाईष नहीं की जायें।

क्या कहते है विधि जानकारी
इस संबंध में विधि सलाहकार अम्बालाल जोषी ने बताया कि सेटेलाईट के जरिये जारी किये जा रहे जमीनों के नक्षें कानूनी रूप से वैद्य नहीं है अदालत में किसी जमीनी दावें के प्रकरण में इस तरह के नक्षों को अदालत मान्यता नहीं देता है।

क्या कहते है पटवारी
इस संबंध में नाम न छापने की शर्त पर एक पटवारी ने यह बताया कि बाड़मेर शहर में जारी किये जा रहे है सेटेलाईट नक्षें मान्य नहीं है सिर्फ राजस्व विभाग, तहसीलदार व पटवारी द्वारा जारी प्रमाणित नक्षें ही विधि मान्य है इसके अलावा सेटेलाईट नक्षें किसी भी रूप से जमीनी हकदारी के लिए भी अधिकृत नहीं है । उन्होने बताया कि बाड़मेर जिले में जो सेटेलाईट नक्षें जारी किये जा रहे है उसके लिए कोई व्यक्ति अधिकृत नहीं है ।