बाड़मेर। वेन्टीलेटर पर अस्पताल का आईसीयू वार्ड
बाड़मेर। जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय में गहन चिकित्सा इकाई(आईसीयू) खुद ही वेन्टीलेटर पर है। यहां सरकार की आेर से मुहैया करवाई गई लाखों रुपए की मशीनें वर्षों से धूल फांक रही हैं। वहीं आईसीयू में गंभीर मरीजों को साधारण सुविधा ही मिल रही है। नतीजतन अधिकांश मरीजों को रैफर करना पड़ता है।
वर्षों से आक्सीजन आपूर्ति बंद
यहां वर्ष 2012 में महत्वपूर्ण वार्डो में गंभीर मरीजों को जीवनरक्षक के तौर पर प्रत्येक बैड पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की उपलब्धता की सुविधा आरंभ हुई जो पिछले करीब चार वर्ष से बंद है। आईसीयू में मरीज को ऑक्सीजन की उपलब्धता पाइप लाइन से नहीं होकर सिलेंडर से की जा रही है। गंभीर मरीज को मास्क लगा सिलेंडर से ऑक्सीजन देने के दौरान गैस समाप्त होने व नया सिलेंडर लगाने में देरी से मरीज के जान पर बन आती है। यहां पर आक्सी डी जनरेट मशीन की कमी के कारण मरीजों को 24 घंटे अनवरत ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है।
वेन्टीलेटर मशीनें सिर्फ दिखावा
चिकित्सालय में करीब पांच वर्ष पहले गंभीर मरीजों को कृत्रिम श्वसन प्रक्रिया पर रखने के लिए तीन वेंटीलेटर मशीनें निदेशालय की तरफ से उपलब्ध कराई गई थीं। इन्हें कुछ माह चलाने के बाद बंद कर दिया गया। प्रत्येक वेंटीलेटर की अनुमानित लागत एक लाख से अधिक है।
धूल फांकती टीएमटी मशीन
मरीज को मशीन पर दौड़ा कर उसके ह्दय की विभिन्न जांचों के लिए उपलब्घ टीएमटी मशीन तीन वर्ष से अधिक समय से ताले में बंद है। करीब पांच लाख की लागत वाली इस मशीन का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है।
संक्रमण का खतरा
चिकित्सालय के आइसीयू वार्ड में प्रवेश पर रोक नहीं होने से यहां पर हर कोई बेरोकटोक प्रवेश कर जाता है। वार्ड में पड़ा कबाड़, बेरोकटोक प्रवेश, वातानुकूलित व वेन्टीलेशन की उचित सुविधा नहीं होने से यहां पर हर समय संक्रमण का खतरा रहता है।
महत्वपूर्ण वार्ड, सुविधाएं सामान्य
मेरा रिश्तेदार यहां भर्ती है। चिकित्सालय का सबसे महत्वपूर्ण वार्ड होने के बावजूद यहां की सुविधाएं सामान्य हैं।
अभिमन्यु सांजिरा, नेहरू नगर
मरीजों को आधुनिक सुविधा मिले
चिकित्सालय में वर्षों से बेकार पड़े वेन्टीलेटर व टीएमटी की सुविधा के साथ यहां पर सभी आधुनिक सुविधा मरीजों को मिले।
बद्रीप्रसाद शारदा, सचिव, जिला केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन
चिकित्सकों की समस्या
चिकित्सालय में वेन्टीलेटर व टीएमटी मशीन संचालन के लिए चिकित्सकों की समस्या आड़े आ रही है। ऑक्सीजन पाइप लाइन को ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन, आईसीयू व एफबीएनसी के लिए उपलब्ध करवाएंगे।
डॉ देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्साधिकारी
बाड़मेर। जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय में गहन चिकित्सा इकाई(आईसीयू) खुद ही वेन्टीलेटर पर है। यहां सरकार की आेर से मुहैया करवाई गई लाखों रुपए की मशीनें वर्षों से धूल फांक रही हैं। वहीं आईसीयू में गंभीर मरीजों को साधारण सुविधा ही मिल रही है। नतीजतन अधिकांश मरीजों को रैफर करना पड़ता है।
वर्षों से आक्सीजन आपूर्ति बंद
यहां वर्ष 2012 में महत्वपूर्ण वार्डो में गंभीर मरीजों को जीवनरक्षक के तौर पर प्रत्येक बैड पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की उपलब्धता की सुविधा आरंभ हुई जो पिछले करीब चार वर्ष से बंद है। आईसीयू में मरीज को ऑक्सीजन की उपलब्धता पाइप लाइन से नहीं होकर सिलेंडर से की जा रही है। गंभीर मरीज को मास्क लगा सिलेंडर से ऑक्सीजन देने के दौरान गैस समाप्त होने व नया सिलेंडर लगाने में देरी से मरीज के जान पर बन आती है। यहां पर आक्सी डी जनरेट मशीन की कमी के कारण मरीजों को 24 घंटे अनवरत ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है।
वेन्टीलेटर मशीनें सिर्फ दिखावा
चिकित्सालय में करीब पांच वर्ष पहले गंभीर मरीजों को कृत्रिम श्वसन प्रक्रिया पर रखने के लिए तीन वेंटीलेटर मशीनें निदेशालय की तरफ से उपलब्ध कराई गई थीं। इन्हें कुछ माह चलाने के बाद बंद कर दिया गया। प्रत्येक वेंटीलेटर की अनुमानित लागत एक लाख से अधिक है।
धूल फांकती टीएमटी मशीन
मरीज को मशीन पर दौड़ा कर उसके ह्दय की विभिन्न जांचों के लिए उपलब्घ टीएमटी मशीन तीन वर्ष से अधिक समय से ताले में बंद है। करीब पांच लाख की लागत वाली इस मशीन का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है।
संक्रमण का खतरा
चिकित्सालय के आइसीयू वार्ड में प्रवेश पर रोक नहीं होने से यहां पर हर कोई बेरोकटोक प्रवेश कर जाता है। वार्ड में पड़ा कबाड़, बेरोकटोक प्रवेश, वातानुकूलित व वेन्टीलेशन की उचित सुविधा नहीं होने से यहां पर हर समय संक्रमण का खतरा रहता है।
महत्वपूर्ण वार्ड, सुविधाएं सामान्य
मेरा रिश्तेदार यहां भर्ती है। चिकित्सालय का सबसे महत्वपूर्ण वार्ड होने के बावजूद यहां की सुविधाएं सामान्य हैं।
अभिमन्यु सांजिरा, नेहरू नगर
मरीजों को आधुनिक सुविधा मिले
चिकित्सालय में वर्षों से बेकार पड़े वेन्टीलेटर व टीएमटी की सुविधा के साथ यहां पर सभी आधुनिक सुविधा मरीजों को मिले।
बद्रीप्रसाद शारदा, सचिव, जिला केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन
चिकित्सकों की समस्या
चिकित्सालय में वेन्टीलेटर व टीएमटी मशीन संचालन के लिए चिकित्सकों की समस्या आड़े आ रही है। ऑक्सीजन पाइप लाइन को ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन, आईसीयू व एफबीएनसी के लिए उपलब्ध करवाएंगे।
डॉ देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्साधिकारी
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