मंगलवार, 29 मार्च 2016

सीकर राजू ठेहट के भाई का खुलासा, राजनीतिक संरक्षण में पनपी गैंगवार



सीकर राजू ठेहट के भाई का खुलासा, राजनीतिक संरक्षण में पनपी गैंगवार


प्रदेश में माफिया की गैंगवार राजनीतिक संरक्षण में फल-फूल रही है। फरार गैंगस्टर आनंदपाल गिरोह को राजनीतिक संरक्षण के बाद राजू ठैंठ गिरोह को भी राजनीतिक पनाह मिलने का खुलासा हो चुका है।




उसके भाई ओमप्रकाश उर्फ ओमा ठेहट ने पांच माह पहले सीकर पुलिस और एसओजी की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबाए रखा। वहीं, संरक्षण देने वालों के नाम उजागर होने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।




कई राजनेताओं से स्वीकारे थे संबंध

ओमा के पूछताछ नोट में एक प्रधान से लेकर सीकर के पूर्व जिलाध्यक्ष, कई विधायक और सांसद से संपर्क का जिक्र है। फरारी के दौरान उसे सभी से सहयोग मिला था। इस दरमियान वह सांसद सुमेधानंद के संपर्क में आया और दोनों में खूब बातचीत होती थी। जयपुर में पकड़े गए शंकर जाजोद के साथ वह सांसद के पिपराली स्थित आश्रम भी गया था।




34 मददगारों के बताए थे नाम

पूछताछ में ओमा ने उसे शरण देने वाले 34 लोगों के नाम बताए थे। उसे इनके घर, प्रतिष्ठान और ढाणियों में पनाह मिली थी। एक स्थान पर तो वह 50 बार ठहरा था। अधिकतर फरारी उसने सीकर जिले में काटी थी। साथ ही ओमा मुंबई, जयपुर, सुजानगढ़ (चूरू) एवं डीडवाना (नागौर) में भी रुका था।

इनका कहना है...

मैं अपराधियों की कोई मदद नहीं करता। ना उनसे मेरा कोई संबंध है। सभी अधिकारियों को कह रखा है कि किसी भी अपराधी को मेरी तरफ से कोई मदद नहीं की गई है।

सुमेधानंद सरस्वती, सांसद- सीकर




ओमा ठेहट से पूछताछ की जो सूचना हमारे पास है। वह जयपुर एसओजी के पास भी है। एसओजी की टीम स्वयं उससे पूछताछ कर के गई है। सूचना के आदान-प्रदान में किसी तरह की देरी नहीं हुई है।

अखिलेश कुमार, पुलिस अधीक्षक, सीकर

नौ वर्ष पहले बन गई थी सूची

2006 में सीकर में गोपाल फोगावट व नागौर के जीवणराम गोदारा हत्याकांड के बाद दोनों गिरोह फिर आमने-सामने हो गए थे। पुलिस ने दोनों गिरोह के कई गुर्गों को गिरफ्तार कर इनके सक्रिय सदस्यों की सूची बनाइ थी। पुलिस ने गिरोह पर नजर रखने का दावा किया था, लेकिन इसके बावजूद गैंगवार थमी नहीं।

जोधपुर में पनाह से इनकार

आनंदपाल की फरारी के बाद उसके जोधपुर में पनाह लेने की चर्चा से पुलिस ने इनकार किया है। एेसी चर्चा थी कि आनंदपाल शहर के एक छात्रावास में छिपा हुआ है। एेसी तमाम अफवाहें दिनभर चलती रहीं। वहीं, सतर्कता बरतते हुए पुलिस संदिग्धों की तलाश में जुटी है।

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