बाड़मेर। बच्चे आते हैं स्कूल, शिक्षक नहीं!
बाड़मेर। तहसीलदार सूरजभान बिश्नोई ने ग्रामीणों की शिकायत पर सोमवार को राप्रावि भूराणियों की ढाणी बोली का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय बन्द पाया गया।वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि अध्यापक लंबे समय से अनुपस्थित ही रहता है। बच्चे रोजाना विद्यालय आते हैं, लेकिन शिक्षक नहीं होने से वे चक्कर लगा वापस चले जाते हैं।मात्र कागजों में विद्यालय का संचालन हो रहा है। ऐसे में यहां अध्ययनरत बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। तहसीलदार ने विद्यालय के कार्यालय को सील लगा कर सीज कर दिया तथा सेड़वा बीईईओ को अग्रिम कार्रवाई के लिए लिखा है। इस दौरान रामनारायण जाणी व कैलाश शर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
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