रविवार, 26 अप्रैल 2015

जैसलमेर गोडावण की हर हरकत पर रहेगी नजर

जैसलमेर
गोडावण की हर हरकत पर रहेगी नजर

Great Indian Bustard will monitor every movement
राज्य पक्षी गोडावण को संरक्षित करने के लिए इनकी हर गतिविधि पर वन्य जीव विशेषज्ञों की नजर रहेगी। विशेषज्ञों का दल जैसलमेर पहुंंच चुका है और शोध कार्य शुरू किया गया है।
पहले चरण में गोडावण के शरीर पर कॉलर आईडी की चिप लगाई जाएगी। गौरतलब है कि भारतीय वन्य जीव संस्थान की ओर से सरहदी जैसलमेर जिले के गोडावण संरक्षित क्षेत्र में यह कवायद शुरू की गई है। संस्थान के वैज्ञानिक वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इस संबंध में कार्य कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि गोडावण के शरीर पर चिप व्यवस्थित होने बाद वन्य जीव वैज्ञानिक गोडावण की हर हरकत पर नजर रखकर उनकी सुरक्षा के उपाय करेंगे। राज्य पक्षी गोडावण की हर हरकत, खानपान, रहन-सहन व रहने के क्षेत्र पर नजर रखकर इनको सुरक्षित करने की कार्यवाही की जाएगी।
पहले दो गोडावणों के शरीर में लगेगी चिप
गोडावण पर चल रहे शोध में प्राथमिक तौर पर प्रदेश के जैसलमेर क्षेत्र में दो गोडावणों के शरीर पर आईडी कॉलर चिप लगाई जाएगी। इनके शरीर पर चिप फिट करने के बाद इनकी हर हरकत पर शोध कर इनकी सुरक्षा की योजना बनाई जाएगी। चिप लगाने के बाद वन्यजीव संरक्षण संस्थान के वैज्ञानिक गोडावण की दिनचर्या व रहन-सहन व व्यवहार पर शोध करेंगे। इस दौरान वे गोडावण से संबंधित असुरक्षित क्षेत्रों को भी चिह्नित करेंगे। यही नहीं गोडावण के चलने की गति, खाने की सामग्री, रहने का स्थान, रहन-सहन व आदतों को चिह्नित कर इन्हें संरक्षित करने के उपाय किए जाएंगे।
सात दिन से चल रहा शोध
जैसलमेर के वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र में गोडावण के शरीर पर चिप लगाने के लिए वन्य जीव वैज्ञानिक एक सप्ताह से शोध कर रहे हैं। वे वन्यजीव कार्मिकों के साथ मिलकर गोडावण के शरीर में कॉलर आईडी चिप लगाने के लिए गोडावण की तलाश में जुटे हैं।
प्रवास पर भी नजर
गोडावण के शरीर पर कॉलर आईडी चिप लगने के बाद गोडावण के प्रवास क्षेत्र की जांच की जाएगी। वन्यजीव विशेषज्ञ गोडावण के देश की सीमाओं के बाहर प्रवास करने पर विशेष नजर रखी जाएगी।
महाराष्ट्र में प्रयोग रहा सफल
गोडावण प्रवास क्षेत्र की जानकारी जुटाने और गोडावण क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान ने पूर्व में महाराष्ट्र में मिले गोडावण के शरीर में चिप लगाई है। अब राजस्थान के मरुक्षेत्र में रह रहे गोडावण के शरीर पर चिप लगाने की तैयारी की जा रही है।
जुटाएंगे जानकारी
गोडावण को सुरक्षित करने के लिए राज्य पक्षी गोडावण के शरीर में कॉलर आईडी चिप लगाने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिक जैसलमेर के वन्यजीव सुरक्षा क्षेत्र में शोध कर रहे है। चिप लगने के बाद गोडावण के रहन-सहन, दिनचर्या व गोडावण के प्रवास क्षेत्र की जानकारी जुटाई जाकर इन्हें सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
- गोविन्द सागर भारद्वाज, मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव, जोधपुर

बीकानेर श्रीराम-सीता के पांच हजार साल पुराने साक्ष्य मिले



बीकानेर श्रीराम-सीता के पांच हजार साल पुराने साक्ष्य मिले

Ram-Sita's five thousand year old evidence
भगवान श्रीराम व सीया के होने के पांच हजार साल पुराने पुरातात्विक साक्ष्य मिले हैं। यह प्रमाण कालीबंगा में सुरक्षित एक मृण प्रतिमा (मिट्टी की प्रतिमा) में मिले हैं। कालीबंगा में सुरक्षित एक प्राचीन मृण प्रतिमा का अध्ययन करने के बाद पुरातत्वविद् जफर उल्लाह खां ने इसे भगवान श्रीराम और सीता की आकृतियां करार दिया है।

यह मृण प्रतिमा तीन हजार ईसा पूर्व की है। मृण प्रतिमाओं को पुरातात्विक भाषा में टेराकोटा कहा जाता है। इस टेराकोटा में एक पुरुष एवं एक महिला की आकृति का अंकन है। महिला आकृति को पुरुष के बायीं ओर वामांग खड़ी मुद्रा में दर्शाया गया है। इस प्रकार मृण प्रतिमा में देवी सीता को श्रीराम के बांयी तरफ खड़े हुए बताया गया है। देवी सीता के सिर पर बालों की दो चोटियां बंधी हुई है, बालों की चोटियों को सुंदर रूप से गूंथकर बांध रखा है।

देवी सीता ने अपने दोनों हाथों को सीधी मुद्रा में नीचे कर रखा है। वहीं श्रीराम के सिर पर एक जुडा बंधा हुआ है। श्रीराम ने अपना दायां हाथ ऊपर कर रखा है और बायां हाथ नीचे की ओर है। श्रीराम का मुखमण्डल भी बायीं ओर देवी सीता की ओर देखते हुए बनाया गया है। पुरातत्वविद् खां ने बताया कि हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार परम्परागत रूप से प्राचीन काल से एक पुरुष आकृति के साथ बायें हाथ की तरफ खड़ी महिला के अंकन को देवी सीता के रूप में देखा व पहचाना जाता रहा है।

ये मृण प्रतिमा कालीबंगा से मिली है। इस पुरास्थल को चार हजार ईसा पूर्व माना जाता है। उक्त मृण प्रतिमा एवं चिन्हित मुद्राओं पर अंकित मानव आकृति के हाथ व अंगुलियों की बनावट, पुरुष आकृति के सिर पर बंधा जूड़ा एवं महिला आकृति के सिर पर बंधी दोनो चोटियों में एकरूपता व समानता है। इस बारे में कालीबंगा म्यूजियम के प्रभारी प्रवीण से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त मृण प्रतिमा मुद्रा जितनी बड़ी है, जिसे हड्डपाकाल में अच्छे काम की मंजूरी देने के वक्त लगाया जाता था।

जोधपुर दस वर्ष बाद दोस्त की हत्या के आरोप से मिली मुक्ति

जोधपुर दस वर्ष बाद दोस्त की हत्या के आरोप से मिली मुक्ति
out of charge after ten years in friend's murder case
राजस्थान उच्च न्यायालय ने दोस्त की हत्या के मामले में दस वर्ष से सजा काट रहे बीकानेर जिले के हजारीराम को जिला न्यायालय का फैसला पलटते हुए दोषमुक्त कर तत्काल रिहा करने का आदेश दिया हैं। उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास व न्यायाधीश अनुपेन्द्रसिंह ग्रेवाल की खण्डपीठ ने अपीलार्थी की अपील मंजूर करते हुए अपर जिला न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक) बीकानेर के 25 फरवरी 2006 को दिए निर्णय को अपास्त करते हुए कहा कि अभियोजन पक्ष द्वारा पेश की गई परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर और अपीलार्थी से बरामद हथियार के आधार पर उसे अपने दोस्त रामेश्वरलाल की हत्या का दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।
खण्डपीठ ने अधीनस्थ न्यायालय के निर्णय को रद्द करते हुए कहा कि न तो अभियोजन पक्ष परिस्थितिजन्य साक्ष्य की सभी कडिय़ां जोड़ पाया है और न ही ऐसी ठोस वजह बता पाने में कामयाब रहा है, जिसके आधार पर अपीलार्थी को अपने दोस्त की हत्या का दोषी ठहराया जा सके।
अभियोजन के तर्क
राज्य सरकार की ओर से लोक अभियोजक चन्द्रशेखर का कहना था कि अधीनस्थ न्यायालय का निर्णय पूर्णतया साक्ष्य पर आधारित है। उनका कहना था कि अभियोजन पक्ष के महत्वपूर्ण गवाह भंवरलाल, कनीराम तथा अर्जुनराम की साक्ष्य से यह प्रमाणित है कि 31 मार्च 2005 की रात्रि हजारीराम मृतक रामेश्वरलाल को बुलाकर अपने घर पर ले गया था तथा अंतिम बार उसके साथ शराब पीते हुए उसके घर पर ही देखा गया था। उनका यह भी कहना था कि अपीलार्थी की सूचना पर ही खून भरी कुल्हाड़ी बरामद की गई थी।
अपीलार्थी की दलील
जबकि अपीलार्थी के न्यायमित्र अभिषेक का कहना था कि अभियोजन पक्ष की साक्ष्य व दस्तावेज के आधार पर अधीनस्थ न्यायालय का निर्णय अनुचित है और उनके द्वारा साक्ष्यों की सही विवेचना नहीं की गई है। उनका कहना था कि रामेश्वर की हत्या उसके ससुराल पक्ष द्वारा की गई थी और उन्हीं के मोहल्ले में उसकी लाश मिली थी। अपीलार्थी मृतक का अच्छा दोस्त था। उसकी हत्या करने का कोई कारण नहीं था और न ही अभियोजन कोई कारण बता पाया है। उनका कहना था कि 31 मार्च 2005 को न तो रामेश्वरलाल के घर पर वह गया और न ही अपने घर लाकर उसे शराब पिलाई थी।
तत्काल किया रिहा
सभी पक्षों को सुनने के बाद वरिष्ठ न्यायाधीश व्यास की खण्डपीठ ने अपने 15 पृष्ठों के विस्तृत फैसले में अपीलार्थी हजारीराम को भारतीय दण्ड संहिता की धारा 302 के आरोप से दोषमुक्त कर तत्काल रिहा करने का आदेश दिया।

जोधपुर दीवार पर आई लव यू पापा लिख किशोरी फंदे पर झूली

जोधपुर दीवार पर आई लव यू पापा लिख किशोरी फंदे पर झूली
teenager girl suicide by hanging
रातानाडा एयरफोर्स क्षेत्र के साऊ एनक्लेव स्थित मकान के कमरे में दिवंगत वायुसैनिक की पुत्री ने चुन्नी से फंदा बनाकर पंखे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। फंदा लगाने से पहले उसने बाजार गई मां को फोन कर कहा कि वह जा रही है। साथ ही कमरे की दीवार पर आई लव यू पापा भी लिखा। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं लग पाया है।
एएसआई गंगाराम के अनुसार मूलत: यूपी में बरेली जिले के पश्चिम नगरिया नैनीताल रोड हाल रातानाडा एयरफोर्स क्षेत्र में साऊ एनक्लेव निवासी जीनत (17) पुत्री स्व. शमशाद अली शेख डांस सिखाने जाती थी। पिछले कुछ दिनों से वह गुमसुम थी। पति की जगह वायुसेना में नौकरी करने वाली मां नसीमा बानो ने कारण भी पूछा, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। शुक्रवार रात नसीमा बानो बाजार गई। पीछे से पुत्री जीनत ने उसे फोन किया। तब मां ने कहा कि वह बाजार है। जवाब में जीनत ने कहा कि वह जा रही है। मां ने पूछा कहां, लेकिन पुत्री ने फोन काट दिया।
रात नौ बजे मां घर पहुंची तो मुख्य गेट अंदर से बंद था। धक्का देने पर चिकटनी खुल गई। वह अंदर पहुंची तो कमरे का दरवाजा भी बंद मिला। आवाज लगाने के बावजूद कोई जवाब नहीं आया। तब उसने अपनी दूसरी पुत्री को खिड़की से कमरे में भेजकर दरवाजा खुलवाया। वह अंदर पहुंची तो पुत्री को चुन्नी के फंदे से पंखे पर लटका पाया। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन जान देने से पहले उसने कमरे की दीवार पर आई लव यू पापा लिखा था।
सूचना मिलने पर वायुसेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे। देर रात रातानाडा थाना पुलिस को सूचना दी गई। मध्यरात्रि बाद शव महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया, जहां शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। मां की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की है। मृतका का मोबाइल पुलिस ने कब्जे में लिया है। कॉल डिटेल निकलवाकर जांच की जाएगी।

लखनऊ बिना पार्टनर मादा तोते ने दिए अंडे, लोग हैरान, लेकिन विशेषज्ञ नहीं परेशान


without making relation with male parrot female parrot produces eggs
लखनऊ बिना पार्टनर मादा तोते ने दिए अंडे, लोग हैरान, लेकिन विशेषज्ञ नहीं परेशान
यूपी की राजधानी लखनऊ के चौक सरांय माली खां इलाके की गलियों में इन दिनों लोगों की भीड़ अक्सर देखी जा सकती है। दरअसल, यहां रहने वाले संजीव रस्तोगी ने एक ऐसा तोता पाल रखा है, जिसने वो कर दिया है, जिसे सुनकर लोग हैरान हो जाते हैं और उनके मन में उसे देखने की इच्छा भी जरूर हो जाती है।

इनके मादा तोते ने 12, 16 और 19 अप्रैल को अंडे दिए, लेकिन बिना किसी नर तोते के नजदीक आए। जाहिर है ये बात तो लोगों को हैरान करेगी ही कि कोई मादा तोता बिना पार्टनर के कैसे अंडे दे सकता है। तोता कई साल से पिंजरे में बंद है।

तोता और उसके 3 अंडे को देखने के लिए आस-पास के लोगों की भीड़ इनके घर के बाहर इकट्ठी हो जाती है। लोग उत्सुकता के साथ देखते हैं और आपस में चर्चा भी करते हैं।

इस तरह से तोते के अंडे देने घटना से लोग जरूर हैरान हैं, लेकिन पशु विशेषज्ञ इस बात से बिल्कुल भी हैरान-परेशान नहीं हैं। उनकी मानें तो वैज्ञानिक आधार पर ऐसा होना संभव है।

विशेषज्ञों का कहना है कि मादा पक्षियों में कई बार ऐसा हार्मोन असंतुलन की वजह से हो जाता है। हालांकि इन अंडों में जीवन नहीं होता और ये अंडे जल्द ही नष्ट भी हो जाते हैं।

जयपुर सोना तस्करी में कई अफसरों के नाम



जयपुर सोना तस्करी में कई अफसरों के नाम  

The names of several officers in gold smuggling
जयपुर एयरपोर्ट पर 21 अप्रेल को तस्करी से लाए गए सोने को दुबई से जयपुर तक पहुंचाने में कई एयरलाइंस के बड़े अधिकारियों का नाम सामने आ रहा है। एयरपोर्ट पर एक करोड़ 51 लाख रुपए कीमत का 5 किलो 600 ग्राम सोना पकड़ा गया था।

कस्टम विभाग की जांच विंग राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) उन अफसरों के फोन काल्स की जांच कर रहा है, जिन्होंने 21 अप्रेल को एयरपोर्ट पर उतरे विमान में डीआरआई टीम को जाने से रोकने की कोशिश की थी।

बताया जाता है कि एक दो-दिन में इनकी गिरफ्तारी संभव है। वहीं पकड़े गए आरोपितों ने पिछले डेढ़ साल में दुबई से जयपुर तक सोना लाने में कई अन्य एयरलाइंस का भी इस्तेमाल किया है। उन सभी एयरलाइंस की भी जांच की जा रही है।

अफसरों की हिदायत का पालन कर रहे थे

21 अप्रेल को शाम 7.50 बजे इंडिगो एयरलाइंस की बेंगलूरु से घरेलू उड़ान जयपुर एयरपोर्ट पहुंची थी। इसमें सोना लेकर पहुंचे मोहम्मद हारून और नजीम को डीआरआई ने गिरफ्तार किया था। डीआरआई को सूचना मिली थी कि इंडिगो की इस उड़ान में दो तस्कर बैठे हैं और सोना लेकर आ रहे हैं।

उड़ान जयपुर आने से एक घंटे पूर्व ही डीआरआई का दल एयरपोर्ट पर पहुंच गया। इंडिगो के कर्मचारियों ने डीआरआई के दल को एयरोब्रिज से पहले ही रोक लिया।

डीआरआई ने कर्मचारियों को अपने पास भी बताए, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। कर्मचारी बार-बार फोन कर उनके अधिकारियों से इस बारे में पूछ रहे थे।

दल की ओर से कार्रवाई की चेतावनी देने पर कर्मचारियों ने मात्र 10 मिनट पहले उसे अंदर जाने की अनुमति दी। अगर जरा सी भी देर होती तो तस्कर वहां से रफूचक्कर हो सकते थे।

डेढ़ साल की तस्करी खंगालेंगे

डीआरआई दोनों तस्करों से पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि दोनों डेढ़ साल में कई बार दुबई से जयपुर सोना लेकर आए और इसके लिए उन्होंने कई एयरलाइन्स का इस्तेमाल किया।

शनिवार, 25 अप्रैल 2015

बाड़मेर सोलंकिया प्रकरण के प्रशासनिक जांच के आदेश ।मृतका के आश्रितों को पचास हज़ार घायलो को पांच से दस हज़ार की राहत राशि।



बाड़मेर सोलंकिया प्रकरण के प्रशासनिक जांच के आदेश ।मृतका के आश्रितों को पचास हज़ार घायलो को पांच से दस हज़ार की राहत राशि।



बाड़मेर शिव उपखंड के सओलंकिया में कल रात टांका ढहने की घटना को जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने गंभीरता से लेते हुए प्रसासनिक जांच के आदेश दिए हे।प्रकरण की जांच उप खण्ड अधिकारी शिव करेंगे।इधर जिला कलेक्टर ने मृतक के आश्रितों को पचास हज़ार गंभीर घायलो को दस और घायलो को पांच हज़ार की राहत राशि प्रदान करने के आदेश जारी किये।

बाड़मेर शिव मलेरिया दिवस पर रैली का आयोजन


बाड़मेर शिव मलेरिया दिवस पर रैली का आयोजन

शिव उप खाद के भियांड में चिकित्सा विभाग और कृष्णा संस्था के तत्वाधान में मलेरिया जागरूकता रैली का आयोजन मातेश्वरी विद्या मंदिर द्वारा किया गया ,मलेरिया दिवस पर रैली को प्रधानाध्यापक देवी सिंह राठोड ने हर झंडी दिखाकर रवाना किया ,रैली में व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह भीयांड ,अशोक जांगिड़ ,धनदां आरंग ,बाबू सिंह ,गिर्वीर सिंह स्वरुपाराम ,ईश्वर सिंह मगदान बाबूलाल ,मनोहर लाल सहित कई लोग उपस्थित थे ,

बाड़मेर मलेरिया रोकने में सरकार के साथ ही खुद भी उठाएं जिम्मेदारीः डॉ बिष्ट

विश्व मलेरिया दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन

मलेरिया रोकने में सरकार के साथ ही खुद भी उठाएं जिम्मेदारीः डॉ बिष्ट




बाड़मेर हर साल विश्व में लाखों लोग एक ऐसी बीमारी के शिकार बन मौत के आगोश में समा जाते हैं जिसकी वजह बहुत छोटी सी होती है. एक छोटे से मच्छर की वजह से विश्व में हर साल 2,05,000 मौतें होती हैं. इतनी बढ़ी संख्या में होने वाली मौतों के पीछे अक्सर वजह तो मच्छर होते हैं लेकिन उनके पनपने में हमारा ही हाथ होता है.यह विचार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने विश्व मलेरिया दिवस पर जयनारायण व्यास फॉर्मेसी कॉलेज में आयोजित विचार गोष्टी में मुख्य वक्ता के रूप में कही ,विचार गोष्ठी का आयोजन चिकित्सा विभाग और कृष्णा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था ,संस्था द्वारा जिले के आठो ब्लॉक में विश्व मलेरिया दिवस पर विभिन कार्यक्रम आयोजित किये गए।


डॉ बिष्ट ने कहा की कभी आस-पड़ोस में जमा गंदे पानी में तो कभी छत पर पड़े घड़े या अन्य बर्तनों में पैदा होने वाले यह मच्छर इंसान का खून चूस दूसरे में इंजेक्ट कर देते हैं जिसकी वजह से मलेरिया हो जाता है.

उन्होंने कहा की मलेरिया एक प्रकार का बुखार है. इसमें बुखार ठण्‍ड या सर्दी (कंपकपी) के साथ आता है. मलेरिया बुखार के मुख्य लक्षण हैं सरदर्द, उलटी और अचानक तेज सर्दी लगना. मलेरिया मुख्यत: संक्रमित मादा एनोलीज मच्‍छर द्वारा काटने पर ही होता है. जब संक्रमित मादा एनोलीज मच्‍छर किसी स्वस्थ व्‍यक्ति को काटता है तो वह अपने लार के साथ उसके रक्‍त में मलेरिया परजीवियों को पहुंचा देता है. संक्रमित मच्‍छर के काटने के 10-12 दिनो के बाद उस व्‍यक्ति में मलेरिया रोग के लक्षण प्रकट हो जाते हैं. मलेरिया के रोगी को काटने पर असंक्रमित मादा एनोलीज मच्‍छर रोगी के खून के साथ मलेरिया परजीवी को भी चूस लेते हैं व 12-14 दिनों में ये मादा एनोलीज मच्‍छर भी संक्रमित होकर जितने भी स्‍वस्थ मनुष्‍यों को काटते हैं उनमें मलेरिया फैलाने में सक्षम होते हैं. इस तरह एक मादा मच्छर कई स्वस्थ लोगों को बीमार कर सकती है.


विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए संस्था सचिव चन्दन सिंह भाटी ने कहा की मलेरिया बहुत तेजी से स्वस्थ मनुष्यों में फैलता है और इसकी वजह से जान का नुकसान भी होने का आसार रहता है. मच्छर के काटने से फैलने वाली इस बीमारी के स्वरूप और संक्रामकता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने पाया कि इस बीमारी से निपटने के लिए सरकारी उपायों के साथ-साथ लोगों में मलेरिया के प्रति जागरूकता भी आवश्यक है. इसे ध्यान में रखते हुए डबल्यूएचओ की संस्था वर्ल्ड हेल्थ एसेम्बली की मई 2007 की 60वें सत्र की बैठक में 25 मई को विश्व मलेरिया दिवस मनाने का निर्णय लिया गया.

उन्होंने कहा की वैसे मलेरिया से निपटने के लिए भारत ने बहुत पहले ही उपाय करने शुरु कर दिए थे. भारत सरकार ने वर्ष 1953 में राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम (एनएमसीपी) चलाने के साथ ही डीडीटी का छिड़काव शुरू किया, जबकि वर्ल्ड हेल्थ एसेम्बली के अनुरोध पर वर्ष 1958 में राष्ट्रीय मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (एनएमईपी) और आगे चलकर मॉडिफाइड प्लान ऑफ ऑपरेशन (एमपीओ) नाम से नई योजना शुरू की गई.

इस अवसर पर कॉलेज प्रबंधक अनिल सुखानी ने कहा की तमाम कोशिशों और उपायों के बाद भी मलेरिया पर नियंत्रण पाना बहुत ही मुश्किल काम साबित हुआ जिसकी वजह थी जन जागरुकता की कमी. आज विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर हमें उन छोटी-छोटी बातों का खास ख्याल रखना चाहिए जिससे मलेरिया के फैलने के आसार होते हैं. सबसे पहले तो अपने आसपास गंदा पानी जमा ना होने दें, बाल्टी या छत पर रखी टंकी की नियमित तौर पर सफाई करनी चाहिए. पानी की सफाई के साथ एक सबसे अहम बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि यदि आपको कभी मलेरिया हो या उसके लक्षण दिखें तो घर पर ना बैठें बल्कि अपने खून की जांच कराएं और उचित दवाइयां ले. याद रखें कि मलेरिया का इलाज संभव है बस जरुरत है तो सही समय पर उपचार की.इस अवसर पर आखे दान बारहट ,रमेश सिंह इन्दा ,प्रवीण चौधरी ,राजेंद्र सिंह ,सेवाराम खत्री ,दिलीप शर्मा नीलेश शर्मा ,नितिन शर्मा और ठाकराराम चौधरी ने भी विचार रखे ,कार्यक्रम का संचालन ठाकरे राम चौधरी ने किया




Earthquake: भारत में अब तक 18 मौतें, बिहार में 14 और यूपी में 3 मरे


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नई दिल्ली।

नेपाल और भारत में शनिवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप से भारत में अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें यूपी के 5 लोग, बिहार के तीन लोग और पश्चिम बंगाल के एक लोग शामिल है। नेपाल के काठमांडू में अब तक 8 बार भूंकप के झटके महसूस किए गए हैं।

यूपी में 3 की मौत

भारत में आए भूकंप से यूपी में तीन लोगों की मौत हो गी है। यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने बताया कि प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दे दिए है। साथ ही उन्होंने कहा कि मरने वालों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को बीस हजार मुआवजा देने की घोषणा की है।

READ: नेपाल भूकंप : 80 की मौत, 400 लोगों के फंसे होने की आशंका

बिहार में 14 की मौत

वहीं भूंकप के कारण बिहार में 14 लोगों के मारे जाने की खबरे आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के चंपारण और सीतामढ़ी में चार-चार, दरभंगा में 2 और वैशाली में एक व्यक्ति की मौत हुई है।

पश्चिम बंगाल में एक की मौत

पश्चिम बंगाल में भूंकप के कहर से एक लोगों की मौत हो गई है। साथ ही सिलीगुड़ी में बिल्डिंग गिर गई है। जिसमें करीब दस लोगों के घायल होने की संभावना है। कोलकाता में भूकंप की वजह से मेट्रो टनल में दरार में दरार पड़ गई है। फिलहाल किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता

नेपाल में रिक्टर स्केल पर भकंप की तीव्रता 7.5 थी। जबकि नेपाल की सीमा से पास होने के कारण यूपी और बिहार में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बिहार और यूपी में 6 रिक्टर स्केल का भूकंप
आया था।

पाली/ सिरोही/ शिवगंज वृद्ध से दिनदहाड़े 70 हजार रुपए लूटे


पाली/ सिरोही/ शिवगंज वृद्ध से दिनदहाड़े 70 हजार रुपए लूटे
शिवगंज क्षेत्र में शनिवार दोपहर पूर्व हुई घटना
Older than 70 thousand rupees robbed in broad daylight
पाली/ सिरोही/ शिवगंज शहर के आर्य समाज मार्ग स्थित शनि महाराज मंदिर के समीप शनिवार दोपहर पूर्व बाइक सवार दो लुटेरे एक वृद्ध से 70 हजार रुपए छीन कर फरार हो गए। शहर में दिनदहाड़े हुई इस घटना का पता चलने पर शहर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार जोयला निवासी वृद्ध मूलाराम सुआरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि ये रुपए उसका बेटा मकान निर्माण का कार्य कर रहे श्रमिकों व कारीगरों को भुगतान करने के लिए देकर गया था। पुलिस के अनुसार राशि को लेकर वृद्ध बार-बार बयान बदल रहा है। पुलिस ने बाइक सवार लुटेरों की तलाश के साथ ही सम्बन्धित पक्षों से पूछताछ शुरू कर दी है। वृद्ध से लुटेरे कितने रुपए लूट कर भागे यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन दिनदहाड़े हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।

ओरण हमारी बहुमूल्य धरोहर, संरक्षण की दरकार



ओरण दिवस 26 अप्रैल को

ओरण हमारी बहुमूल्य धरोहर, संरक्षण की दरकार

संरक्षण के अभाव में दम तोड़ रही है ओरण गोचर,
मुकेश  बोहरा अमन 

बाड़मेर । जिले भर में पसरी आमजन की आस्था का केन्द्र ओरण गोचर को बचाने को लेकर 13 वर्ष पूर्व राणीगांव में धर्मपुरी की ओरण भू माफियों के चुंगल से छुडानें की स्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण दिवस के रूप में मनाया जाता है ।

राणीगांव में वर्ष 2002 में हुए ऐतिहासिक ओरण बचाओ आन्दोलन की चिरस्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण दिवस के रूप में मनाया जाता है । 13 वर्ष पूर्व राणीगांव में चैहटन रोड़ फांटा पर विस्तृत भू भाग में फैली धर्मपूरी जी महाराज की ओरण को भूमाफियों एवं स्वार्थी तत्वों के चुंगल से बड़ी जदोजहद के बाद मुक्त करवाई गई थी । इसी की स्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण बचाओ आन्दोलन से जुड़े कार्यकर्ता एवं आमजन ओरण दिवस के रूप में मनाते है । साथ ही ओरण गोचर में पूजा अर्चना की जाती है तथा ओरण में स्थित वृक्षों को रक्षासूत्र बांधे जाने के साथ ही ओरण गोचर संरक्षण का संकल्प लिया जाता है ।

वहीें पिछले 13 सालों से यहां के लोग ओरण गोचर एवं उसकी बेषकीमती सम्पदा बचाने के लिए वृक्षों को भी राखियां बांधते आ रहे है तथा उनको बचाने के प्रयत्न भी । इसी की बदौलत ओरण और गोचर को पूर्ण संरक्षण मिला हआ है । प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण गोचर को बचाये जाने की स्मृति में वृक्षों को रक्षासूत्र व धरती माता को वन्दन व पूजन किया जाता है ।

ओरण बचाओ आन्दोलन संयोजक मुकेष बोहरा अमन आन्दोलन को याद करते हुए बताते है कि अप्रैल 2002 की भीषण गर्मी के बाद भी राणीगांव, रड़वा, तारातरा, बालेरा, बलाउ, उण्डखा, निम्बड़ी, सेगड़ी सहित कई गावों के सैंकड़ों पशुपालकों एवं किसानों ने भाग लेकर धर्मपूरी की महाराज की ओरण में लगने वाले दो क्रेषर व डामर प्लांट को निरस्त करवा हमारी धरोहर ओरण गोचर को बचाने का महता उपक्रम किया । वहीं तारातरा मठ के महन्त श्री मोहनपुरी जी महाराज ने ओरण व गोचर के दूध की कार देकर सबको ओरण गोचर संरक्षण की शपथ दिलाई जिसका ग्रामीण आज भी बड़ी ही षिद्दत से पालना कर रहे है । जिसकी स्मृति में हर वर्ष 26 अप्रैल को राणीगांव फांटा पर स्थित धर्मपुरी जी महाराज की ओरण में कार्यक्रम का आयोजन ओरण बचाओ आन्दोलन के युवाओं एवं ग्रामीणों की ओर से किया जाता है ।

इस दिन राणीगांव में स्थित धर्मपुरी जी महाराज की ओरण में 26 अप्रेल को ओरण की पूजा अर्चना कर पेड-पौधों को रक्षासूत्र बांधे जायेेंगें । इस अवसर पर ओरण बचाओ आन्दोलन से जुड़े कई कार्यकर्ता मौजूद रहेंगें ।



ओरण हमारी धरोहर पुस्तक का होगा विमोचन

ओरण दिवस के अवसर पर ओरण-गोचर की महता एव संरक्षण को लेकर लेखक मुकेष बोहरा अमन की पुस्तक ओरण हमारी धरोहर का विमोचन आन्दोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा किया जायेगा ।

नेपाल भूकंप : 80 की मौत, 400 लोगों के फंसे होने की आशंका



नेपाल के लामजुंग में शनिवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 दर्ज की गई। नेपाल से भूकंप में भारी नुकसान होने की खबर है। नेपाल में अब तक 80 लोगों के मरने जाने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के नेपाल के अब तक 80 लोगों की मरने जाने की खबर आ रही है। साथ ही 400 लोगों के फंसे होने की आशंका है। राहत कार्य जारी है। लोगों की सड़कों पर इलाज किया जा रहा है। नेपाल के लोकनथाली और अरनीको हाइवे पर सड़क में दरार पड़ गई है। कई जगहों पर मकानों के ध्वस्त होने की सूचना है।
Nepal Earthquake
नेपाल के काठमांडू में भीमसेना टॉवर गिर गया है। टॉवर में 160 लोगों ने टिकट लिया था।भूकंप का केंद्र राजधानी काठमांडू से 83 किलोमीटर पश्चिमोत्तर में था। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, नेपाल में 10 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसे नेपाल का अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप बताया जा रहा है। दो लोगों के मारे जाने की खबर मिल रही है।


राजसमंद।ससुराल में चूहों ने कुतरा दामाद का शव



राजसमंद।ससुराल में चूहों ने कुतरा दामाद का शव
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शहर के जलचक्की इलाके में ससुराल के मकान में दामाद का शव चूहों ने कुतर दिया। वह वहां अकेला रहता था और दो दिन पहले उसकी मौत हो गई थी। उसकी मौत कैसे हुई यह रहस्य बना हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।



पुलिस के अनुसार जलचक्की निवासी भैरूलाल (8 0) पुत्र उदयलाल बलाई अकेला रहता था। पड़ोसी ही उसे खाने-पीने को देते थे। वृद्ध दो दिन से जब घर से बाहर नहीं निकला,तो अनहोनी की शंका पर कुछ लोग उसे देखने पहुंचे।



वहां कमरे में भैरू का शव पड़ा था। वृद्ध की मृत्यु के बाद पुलिस पड़ताल में पता चला कि भैरूलाल मूलत: सालोर (नाथद्वारा) का रहने वाला था। जलचक्की राजसमंद में उसका ससुराल था। लंबे समय अकेला ससुराल के मकान में ही रह रहा था। सास- ससुर की वर्षों पहले मृत्यु हो गई । भैरू का बेटा दिनेश नाथद्वारा में रहता है।



पुलिस ने जब बेटे को पिता का शव ले जाने की सूचना दी, तो एक बार तो उसने इनकार कर दिया। बाद में पुलिस की सख्ती पर पिता का शव ले गया और सालोर में अंतिम संस्कार कर दिया।



जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. सीएल डूंगरवाल ने बताया कि शव दो दिन पुराना था। नाक व शरीर के कई हिस्सों को चूहों ने कुतर दिया था। पोस्टमार्टम डॉ. मुुनेश मीणा ने किया। रिपोर्ट आने पर ही मौत का कारण पता लगेगा।

जयपुर।सीएम राजे ने किसानों को दी राहत, बढ़ी बिजली दर वापस ली



जयपुर।सीएम राजे ने किसानों को दी राहत, बढ़ी बिजली दर वापस ली

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मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुई भारी क्षति के मद्देनजर कृषि पर बढ़ाई गई बिजली की दरें वापस लेने की घोषणा की हैं।

राजे शनिवार को अमरुदों के बाग में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तथा अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कृषि कनेक्शन पर बढाई गई बिजली की दरें वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के किसान की आवाज की अनदेखी नहीं की जा सकती।

उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा बढ़ी हुई दरों के जमा कराए गए बिल की अंतर राशि का समायोजन आगामी बिल में कर लिया जाएगा और भुगतान में विलंब के कारण पेनल्टी को भी माफ कर दिया जाएगा।