जैसलमेर
गोडावण की हर हरकत पर रहेगी नजर
राज्य पक्षी गोडावण को संरक्षित करने के लिए इनकी हर गतिविधि पर वन्य जीव विशेषज्ञों की नजर रहेगी। विशेषज्ञों का दल जैसलमेर पहुंंच चुका है और शोध कार्य शुरू किया गया है।
पहले चरण में गोडावण के शरीर पर कॉलर आईडी की चिप लगाई जाएगी। गौरतलब है कि भारतीय वन्य जीव संस्थान की ओर से सरहदी जैसलमेर जिले के गोडावण संरक्षित क्षेत्र में यह कवायद शुरू की गई है। संस्थान के वैज्ञानिक वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इस संबंध में कार्य कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि गोडावण के शरीर पर चिप व्यवस्थित होने बाद वन्य जीव वैज्ञानिक गोडावण की हर हरकत पर नजर रखकर उनकी सुरक्षा के उपाय करेंगे। राज्य पक्षी गोडावण की हर हरकत, खानपान, रहन-सहन व रहने के क्षेत्र पर नजर रखकर इनको सुरक्षित करने की कार्यवाही की जाएगी।
पहले दो गोडावणों के शरीर में लगेगी चिप
गोडावण पर चल रहे शोध में प्राथमिक तौर पर प्रदेश के जैसलमेर क्षेत्र में दो गोडावणों के शरीर पर आईडी कॉलर चिप लगाई जाएगी। इनके शरीर पर चिप फिट करने के बाद इनकी हर हरकत पर शोध कर इनकी सुरक्षा की योजना बनाई जाएगी। चिप लगाने के बाद वन्यजीव संरक्षण संस्थान के वैज्ञानिक गोडावण की दिनचर्या व रहन-सहन व व्यवहार पर शोध करेंगे। इस दौरान वे गोडावण से संबंधित असुरक्षित क्षेत्रों को भी चिह्नित करेंगे। यही नहीं गोडावण के चलने की गति, खाने की सामग्री, रहने का स्थान, रहन-सहन व आदतों को चिह्नित कर इन्हें संरक्षित करने के उपाय किए जाएंगे।
सात दिन से चल रहा शोध
जैसलमेर के वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र में गोडावण के शरीर पर चिप लगाने के लिए वन्य जीव वैज्ञानिक एक सप्ताह से शोध कर रहे हैं। वे वन्यजीव कार्मिकों के साथ मिलकर गोडावण के शरीर में कॉलर आईडी चिप लगाने के लिए गोडावण की तलाश में जुटे हैं।
प्रवास पर भी नजर
गोडावण के शरीर पर कॉलर आईडी चिप लगने के बाद गोडावण के प्रवास क्षेत्र की जांच की जाएगी। वन्यजीव विशेषज्ञ गोडावण के देश की सीमाओं के बाहर प्रवास करने पर विशेष नजर रखी जाएगी।
महाराष्ट्र में प्रयोग रहा सफल
गोडावण प्रवास क्षेत्र की जानकारी जुटाने और गोडावण क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान ने पूर्व में महाराष्ट्र में मिले गोडावण के शरीर में चिप लगाई है। अब राजस्थान के मरुक्षेत्र में रह रहे गोडावण के शरीर पर चिप लगाने की तैयारी की जा रही है।
जुटाएंगे जानकारी
गोडावण को सुरक्षित करने के लिए राज्य पक्षी गोडावण के शरीर में कॉलर आईडी चिप लगाने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिक जैसलमेर के वन्यजीव सुरक्षा क्षेत्र में शोध कर रहे है। चिप लगने के बाद गोडावण के रहन-सहन, दिनचर्या व गोडावण के प्रवास क्षेत्र की जानकारी जुटाई जाकर इन्हें सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
- गोविन्द सागर भारद्वाज, मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव, जोधपुर
गोडावण की हर हरकत पर रहेगी नजर
पहले चरण में गोडावण के शरीर पर कॉलर आईडी की चिप लगाई जाएगी। गौरतलब है कि भारतीय वन्य जीव संस्थान की ओर से सरहदी जैसलमेर जिले के गोडावण संरक्षित क्षेत्र में यह कवायद शुरू की गई है। संस्थान के वैज्ञानिक वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इस संबंध में कार्य कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि गोडावण के शरीर पर चिप व्यवस्थित होने बाद वन्य जीव वैज्ञानिक गोडावण की हर हरकत पर नजर रखकर उनकी सुरक्षा के उपाय करेंगे। राज्य पक्षी गोडावण की हर हरकत, खानपान, रहन-सहन व रहने के क्षेत्र पर नजर रखकर इनको सुरक्षित करने की कार्यवाही की जाएगी।
पहले दो गोडावणों के शरीर में लगेगी चिप
गोडावण पर चल रहे शोध में प्राथमिक तौर पर प्रदेश के जैसलमेर क्षेत्र में दो गोडावणों के शरीर पर आईडी कॉलर चिप लगाई जाएगी। इनके शरीर पर चिप फिट करने के बाद इनकी हर हरकत पर शोध कर इनकी सुरक्षा की योजना बनाई जाएगी। चिप लगाने के बाद वन्यजीव संरक्षण संस्थान के वैज्ञानिक गोडावण की दिनचर्या व रहन-सहन व व्यवहार पर शोध करेंगे। इस दौरान वे गोडावण से संबंधित असुरक्षित क्षेत्रों को भी चिह्नित करेंगे। यही नहीं गोडावण के चलने की गति, खाने की सामग्री, रहने का स्थान, रहन-सहन व आदतों को चिह्नित कर इन्हें संरक्षित करने के उपाय किए जाएंगे।
सात दिन से चल रहा शोध
जैसलमेर के वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र में गोडावण के शरीर पर चिप लगाने के लिए वन्य जीव वैज्ञानिक एक सप्ताह से शोध कर रहे हैं। वे वन्यजीव कार्मिकों के साथ मिलकर गोडावण के शरीर में कॉलर आईडी चिप लगाने के लिए गोडावण की तलाश में जुटे हैं।
प्रवास पर भी नजर
गोडावण के शरीर पर कॉलर आईडी चिप लगने के बाद गोडावण के प्रवास क्षेत्र की जांच की जाएगी। वन्यजीव विशेषज्ञ गोडावण के देश की सीमाओं के बाहर प्रवास करने पर विशेष नजर रखी जाएगी।
महाराष्ट्र में प्रयोग रहा सफल
गोडावण प्रवास क्षेत्र की जानकारी जुटाने और गोडावण क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान ने पूर्व में महाराष्ट्र में मिले गोडावण के शरीर में चिप लगाई है। अब राजस्थान के मरुक्षेत्र में रह रहे गोडावण के शरीर पर चिप लगाने की तैयारी की जा रही है।
जुटाएंगे जानकारी
गोडावण को सुरक्षित करने के लिए राज्य पक्षी गोडावण के शरीर में कॉलर आईडी चिप लगाने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिक जैसलमेर के वन्यजीव सुरक्षा क्षेत्र में शोध कर रहे है। चिप लगने के बाद गोडावण के रहन-सहन, दिनचर्या व गोडावण के प्रवास क्षेत्र की जानकारी जुटाई जाकर इन्हें सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
- गोविन्द सागर भारद्वाज, मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव, जोधपुर
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