बुधवार, 29 अक्तूबर 2014

नीलोफर की आड़ में राजस्थान में घुसपैठ की आशंका, अलर्ट -

जयपुर। चक्रवाती तूफान नीलोफर राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर और जैसलमेर को आंशिक तौर पर प्रभावित कर सकता है। इसकी पुष्टि होने पर बीएसएफ ने हाई अलर्ट जारी किया है। स्थानीय प्रशासन इस क्षेत्र में तूफान से होने वाले नुकसान को कम से कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।नीलोफर दक्षिण अरब सागर से कराची और गुजरात के तटवर्ती इलाकों की ओर बढ़ रहा है।

cyclone nilofer may affect rajasthan border districts bsf on high alert

तूफान की आड़ में घुसपैठ की आशंका

बीएसएफ ने अपने जवानों को अलर्ट पर रखा है। तूफान की आड़ में पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ के जवानों ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है।ऎसी आशंका जताई जा रही है कि नीलोफर के कारण शुक्रवार से धूलभरी आंधी चल सकती है। ऎसे में बीएसएफ ने अपने जवानों को पाकिस्तान से सटे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया है। राजस्थान सीमा पर बीएसएफ के डीआईजी रवि गांधी ने कहा कि नीलोफर को देखते हुए जवानों को अलर्ट किया गया है। धूलभरी आंधी से बचने के लिए उनको विशेष गॉगल लगाने को कहा गया है। साथ ही उनको टीन शेड्स और बिजली के ढीली ढाली तारों से भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।ऎसा अनुमान है कि तूफान के कारण राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भारी बारिश भी हो सकती है। - 

ब्रेकिंग। ।पाली में केमिकल टेंक की सफाई के दौरान पांच श्रमिको की मौत

ब्रेकिंग। ।पाली में  केमिकल टेंक की सफाई के दौरान पांच श्रमिको की मौत 


बाड़मेर राजस्थान के औद्योगिक नगर पाली में एक कपड़ा फैक्टरी के केमिकल टेंक की सफाई करने उतरे छ मजदुर बेहोश हो गए जिन्हे बांगड़  अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया ,उपचार के दौरान पांच श्रमिको ने दम तोड़ दिया ,श्रमिको की मौत के बाद अस्पताल में परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया ,समाचार लिखे जाने तक अस्पताल में हंगामा जारी हैं ,विस्तृत समाचार आना शेष हे 

आस्था (लकवे का सहारा) का केंद्र बुटाटी धाम (नागौर,राजस्थान)---














पंडित दयानन्द शास्त्री




भारत वर्ष में एक मंदिर ऐसा भी है जहा पर पैरालायसिस(लकवे ) का इलाज होता है ! यहाँ पर हर साल हजारो लोग पैरालायसिस(लकवे ) के रोग से मुक्त होकर जाते है यह धाम नागोर जिले के कुचेरा क़स्बे के पास है, अजमेर- नागोर रोड पर यह गावं है !


लगभग 500 साल पहले एक संत होए थे चतुरदास जी वो सिद्ध योगी थे, वो अपनी तपस्या से लोगो को रोग मुक्त करते थे ! आज भी इनकी समाधी पर सात फेरी लगाने से लकवा जड़ से ख़त्म हो जाता है ! नागोर जिले के अलावा पूरे देश से लोग आते है और रोग मुक्त होकर जाते है हर साल वैसाख, भादवा और माघ महीने मे पूरे महीने मेला लगता है !




ये एक महान संत और सिद्ध पुरुष चतुरदास जी का मंदिर है .... ...जय चतुर दास जी ..आस्था को नमन


(यह विचार साभार लिए हैं--गूगल से)----
संत चतुरदास जी का इतिहास उस वक्त मुझे बुटाटी धाम के विषय में कोई जानकारी नहीं थी घर पर तेल मालिश करते रहे फिजियोथेरापी का लाभ लेते रहे। स्वास्थ्य में कोई खास बदलाव नहीं था। उस वक्त मेरे एक पड़ोसी मनोज तंवर ने मुझे बुटाटी धाम के विषय में जानकारी दी। बीकानेर रहवासी उनकी मौसीजी, जोकि लकवा से पीड़ित थी। उन्होंने बाबा की ७-७ फेरी लगायी और उन्हें बहुत ज्यादा फायदा हुआ। मुझे इन बातों पर विश्वास नहीं था परन्तु मेरी धर्मपत्नी ने जिद की आप मुझे एक बार बुटाटी धाम ले चलो आखिर अपने मन से मैंने स्वीकृति दी।


हम दीवाली के पश्चात् कार्तिक सुदी ११ को अहमदाबाद से रवाना होकर नागौर होते हुए कार्तिक सुदी १२ को बुटाटी पहुंचे धाम में काफी भीड़ थी। पता लगा कि कल मेला था। हमें वहां पर एक कमरा दे दिया गया। मेरे साथ में मेरी लड़की आरती थी। हम लोग ७ दिन तक बुटाटी में रहे एक दिन की एक फेरी मानी जाती है। इस तरह हमने ७ दिनों में ७ फेरी लगायी परन्तु इन सात दिनों में मैने अपनी धर्मपत्नी में अभूतपूर्व परिवर्तन देखा। जिससे चला नहीं जा रहा था। अब बिना सहारे ही चलने में समर्थ थी। कोई भी दवा नहीं की थी। केवल एक विश्वास बाबा का विश्वास, दो समय आरती प्रसाद आरती के समय आ रही ज्योति को दिखलाकर सरसों को तेल और इस तेल में मिलाने के लिए बाबा की भभुती। भभुति मिले हुए तेल से मरीज के हाथ, पावं एवं शरीर की मालिश। यही तो किया था। अद्भुत था चमत्कार। कमाल हो गया। सच पूछो तो मैं निहाल हो गया। सात दिन में ५० प्रतिशत से भी ज्यादा फायदा हमें नजर आया। जब वहां से रवाना होने लगे तो मेरी धर्मपत्नी ने बाबा से अरदास भी की कि यदि मैं बिल्कुल ठीक हो जाऊंगी। तो बाबा तेरी रात जगाउंगी एवं सवामणी का भोग चढ़ाउंगी। अद्भुत था बाबा का चमत्कार आज मेरी धर्मपत्नी ८० प्रतिशत ठीक है।


आज दिनांक ६-११-२००८ वार गुरुवारमें बुटाटी धाम पहुंचा हूं मेरे साथ मेरी धर्मपत्नी है जो बिना किसी सहारे के चलती है। खाना पकाती है। कपड़े धोती है। घर का सभी कार्य करने में आज सक्षम है। मैं तो कहता हूं कि यह सब बाबा की कृपा होगी। उनका ही चमत्कार है। दिनांक ७-११-२००८ को बाबा का जागरण किया।


८-११-२००८ को सवामणी का भोग लगाया। उस वक्त बाबा के दरबार में मन में यह विचार आया कि बाबा की करूणा पर एक पुस्तक लिखूं। जिसका वितरण पूरे भारत वर्ष में नहीं बल्कि पूरी धरा पर हो और जो लोग इस कष्टप्रद एवं असाध्य बीमारी से पीड़ित है और जिन्होंने लाखों रूपये अपने इलाज पर खर्चा किये है। फिर भी उन्हें कोई फायदा नहीं है, तो भी बाबा के चमत्कार एवं बुटाटी धाम के विषय में जाने यहां आये और इस असाध्य रोग से छुटकारा पायें।




इसी भावना से फलस्वयप मैं यहां पर आये हुए लकवा पीड़ित लोगों से मिला उनको क्या फायदा हुआ, इसका वर्णन में नीचे कर रहा हूं। साथ में उन मरीजों के नाम व फोन नम्बर भी लिख रहा हूं। यदि कोई पाठक चाहें, तो लिखे हुए फोन नम्बर पर फोन करके और विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सर्वप्रथम मैं चतुरदासजी मंदिर के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री रतनसिंह सुपुत्र श्री आनंदसिंह राजपुत गांव बुटाटी धाम (फोन नं. ०१५८७-२४८०३६) के बारे में बताता हूं ये १४ जनवरी १९९७ के दिन प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष बने। इसके पहले प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष श्री अमरसिंह राजपुत थे।


मैं बात कर रहा हूं कि श्री रतनसिंह के विषय में कि उनके साथ क्या घटना घटित हुई और क्या रहा बाबा का चमत्कार उनसे मैं मिला और उनके द्वारा बतलायी हुई जानकारी मैं आपको दे रहा हूं।




श्री रतनसिंह जी सरकारी नौकरी में कार्यरत थे। निवृतिकाल में अभी एक साल की देरी थी। परंतु चमडी अथवा अन्य किसी बीमारी के कारण उनके हाथ एवं पांव से पानी झरने लगा, जिसके कारण वे स्वेच्छा से नौकरी से इस्तीफा देकर अपने गांव बुटाटी आ गये। बाबू के पद से निवृत हुए थे। आपको प्रबन्धन का ज्ञान था। गांव वालों के विशेष आग्रह के कारण आपने कुछ समय के लिए यह कार्य संभाल लिया।




अपनी कुशाग्र बुद्धि एवं कड़ी मेहनत के कारण तथा बाबा चतुरदासजी के आशीर्वाद फलस्वरूप आपने मंदिर की व्यवस्था को एक नया आयाम दिया। मई १९९८ में आपको अचानक सर्दी के उपरांत बुखार हो गया। बुटाटी के नजदीक जो की एक कस्बा है। आपको वहां ले जाया गया डॉक्टर को दिखलाया। डॉक्टर ने पांच पेनीसिलिन के इंजेक्शन लिखे। तीन दिन में तीन इंजेक्शन लग चुके थे। कोई दवा शरीर में रीऐक्ट नहीं हुई। चौथे दिन जो इंजेक्शन लगा वह रीऐक्ट कर गया। श्रीरतनसिंह मृत प्रायः हो गये। उनकी याददाश्त कभी आये कभी चली जाये। उनकी धर्मपत्नि उनकी हालत देखकर बहुत ज्यादा घबरा गयी। परिवार में सभी सदस्य एकत्रित हो गये। निर्णय लिया गया कि उनको जयपुर ले जाया जाए।


श्रीरतनसिंह जी ने उसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि मुझे यहीं रहने दो। मौत आए तो आ जाए उनकी जिद के आगे परिवार झुक गया। १८ घंटे की बेहोशी के बाद जब होश आया, आपने आंखे खोली ओर पास में कोई भी न था। आप उठकर बैठ गये अकेल ही आप नंगे पांव, बाबा चतुरदासजी के मंदिर पहुंच गये आप डायबिटिज के मरीज भी थे। आपने दरबार में जाकर बाबा से कहा कि गांव के लोग क्या कहेंगे कि कोई मंदिर में घपलेबाजी की होगी। जिसका यह परिणाम है। मेरे मुह पर कालीख पुत जायेगी। जिसका यह परिणाम है यदि मैं सच्चा हूं तो मेरीरक्षा कर। उन्होंने पूजारी कर से कहा कि मुझे बाबा का प्रसाद दों आपने तीन दफा प्रसाद के लिए हाथ बढ़ाया पुजारी ने तीनों दफा आपका हाथ (खोबा) प्रसाद से भर दिया। आपने यह प्रसाद जेब में रख लिया। प्रसाद खाते-खाते आप घर के लिए रवाना हो गये।

वस्त्र कारोबार को मिलेगी नई दिशा : राजे



जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि टैक्सटाइल उद्योग में निवेश बढ़ने के साथ ही प्रदेश में वस्त्र उद्योग को नर्ई दिशा मिलेगी। राजे बुधवार को सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में वस्त्र एवं परिधान पर आधारित अन्तरराष्ट्रीय टैक्सटाइल फेयर वस्त्र 2014 का उदघाटन करने के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रही थीं।
vastra 2014 textile trade fair begins in jaipur

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेक इंडिया के नारे से राजस्थान में वस्त्रों की तकनीक और गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान टैक्सटाइल सेक्टर में आगे बढे इसके लिए सरकार अच्छी तकनीकी, शोध और अच्छी गुणवत्ता उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है।




राजे ने कहा कि राज्य में निवेश का वातावरण बेहतरीन बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि विदेशी बाजार में हस्तशिल्प और वस्त्रों के मामले में राजस्थान की पहचान बने। हम पांच साल में प्रदेश में 15 लाख युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि हम इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद है टैक्सटाइल सेकटर से इसमें बड़ा सहयोग मिलेगा।




उन्होंने कहा कि देश में कृषि के बाद सर्वाधिक लोगों को रोजगार टैक्सटाइल उद्योग में मिलता है और आगामी वर्षो में राजस्थान टैक्सटाइल उद्योग का केन्द्र बन कर उभरेगा। इसके लिए प्रदेश में छह स्थानों पर टैक्सटाइल पार्क विकसित किए जा रहे हैं।






इसके बाद राजे ने पाण्डाल में देश की ख्यातनाम वस्त्र एवंधागा निर्माता कम्पनियों द्वारा प्रदर्शित किए गए उत्पादों का जायजा लिया तथा राजस्थान के स्टॉल में मौके पर ही हस्तशिल्प का प्रदर्शन कर रहे सरहदी बाडमेर जिले की कशीदाकारी का प्रदर्शन कर रही महिलाओं और लूम पर कोटा डोरिया के साडियां बना रहे कलाकारों से बातचीत की और उनके काम की सराहना की। - 

अजमेर में पुष्कर मेला 31 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक



अजमेर। विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला इस वर्ष 31 अक्टूबर से 6 नवम्बर अजमेर के निकट पुष्कर में आयोजित किया जाएगा।
Pushkar Fair to begin from October 31
राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग और पुष्कर मेला विकास समिति की ओर से इसका आयोजन किया जा रहा है।

इस मेले पर्यटकों का न सिर्फ देश के सबसे बडे पशु मेले को बल्कि सांस्कृतिक और संगीत के कार्यक्रमों को भी देखने का मौका मिलेगा। पर्यटन विभाग ने सप्ताह भर के इस मेले के लिए आयोजनों का एक विस्तृत कार्यक्रम बनाया है।

कई प्रतियोगिताएं ग्रामीण खेलकूद गतिविधियां, पशु प्रदर्शनियां, ऊंट सज्जा शो और घोडा नृत्य प्रदर्शन प्रमुख रूप से शामिल होंगे। इनके साथ साथ कला व शिल्प बाजार, महा आरती और दीपदान भी मुख्य आकर्षण होंगे।

मेले की हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें बडी संख्या में लोक प्रस्तुतियां होंगी।


उल्लेखनीय है कि पुष्कर मेला पूरे दुनिया में अपनी तरह का एकमात्र मेला है। इस मेले में ग्रामीण भारत से लाखों लोग समूह बनाकर यहां पशुओं का व्यापार, घोडों की खरीददारी करने और तीर्थयात्रा व धार्मिक त्यौहार मनाने के उद्देश्य से आते है।

हिंदू कार्यक्रम के अनुसार पुष्कर मेला कार्तिक माह की अष्टमी व चंद्र कैलेंडर के आठवें दिन शुरू होता है जो पूर्णिमा तक चलता है। इस मेले के शुरूआती तीन-चार दिनों में ऊंट और पशु व्यापार पूरे चरम पर होता है।

इनके बाद के दिनों में धार्मिक गतिविधियां परिदृश्य पर हावी होती है। इस दौरान यहां आने वाले भक्त लोग पवित्र, सरोवर, झील में डूबकी लगाते है जिसका पवित्र पानी मोक्ष प्रदान करने के लिए जाना जाता है। - 

जैसलमेर हरियाणा निर्मित अवैध शराब से भरा ट्रक बरामद, 02 गिरफतार



शराब तस्करों के विरूद्ध जिला पुलिस की बडी कार्यवाही
जैसलमेर हरियाणा निर्मित अवैध शराब से भरा ट्रक बरामद, 02 गिरफतार
ट्रक में 576 कार्टून हरियाणा निर्मित अवैध शराब
शराब की बाजार किमत करिबन 10 लाख रूपये
जैसलमेर पुलिस अधीक्षक   जिला जैसलमेर के आदेशानुसार जिले में शराब तस्करी एवं अवैध शराब बिक्री पर अकुश लगान हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत धीमाराम विष्नोई आर पी एस वृताधिकारी वृत पोकरण के नेतृत्व मंे थानाधिकारी पुलिस थाना फलसुण्ड भाखरराम मय जाब्ता द्वारा बिना परमिट शराब परिवहन करते एक ट्रक में 576 कार्टून अवैध शराब पंजाब/हरियाणा निर्मित जब्त कर 02 को गिरफतार किया गया।

ज्ञात रहे कि आज दिनांक 29.10.2014 को थानाधिकारी पुलिस थाना फलसुण्ड भाखरराम उप. निरीक्षक मय जाब्ता द्वारा लोकल एंव स्पेषल एक्ट की कार्यवाही के सिलसिले में थाना से रवाना होकर गश्त की गई । दौराने गश्त पुलिस थाना फलसुण्ड के हल्का में गाॅव भिखोडाई झलोडा फाॅटा होते हुए दाॅतल फाॅटा पहुॅच कर नाकाबन्दी शुरू की गई। दौराने नाकाबन्दी जरिये मुखबीर ईतला मिली की एक ट्रक अवैध शराब से भरा हुआ, फांटा की तरफ आ रहा हैं। जिस थानाधिकारी मय पुलिस दल सतर्कतापूर्वक नाकाबंदी करने लगे। कुछ समय बाद सुचना अनुसार दूर से एक ट्रक संख्या आर जे 19 जीए 5621 ड्रम्पर आता हुआ दिखाई दिया। जिसको रूकवाकर चैक किया गया तो उक्त ट्रक मे 174 कार्टुन ज्ञपदहकवउ ॅपेाल पोवा के, 189 छंपदं गगग तंउ पोवा के 135 कार्टुन छंपदं गगग तंउ बोतल के कार्टुन पजाब निर्मित तथा 78 कार्टुन भ्ंलूंतक 5000 बीयर के डिब्बो के हरियाणा निर्मित भरे हुए, कूल 576 कार्टुन भरे हुआ हुए मिले । जिसकी बाजार किमत करीबन दस लाख रूपये की है। ट्रक को रूकवाकर उसमें सवार चालक मुरादखा पुत्र सफी मोहम्मद मुसलमान उम्र 30 साल निवासी सादल खेडा थाना निकुम्म व अयुबखा पुत्र लालेखा मुसलमान उम्र 24 साल निवासी सादल खेडा थाना निकुम्म जिला चितौडगढ (राज) को शराब के परमिट बाबत पुछने पर कोई परमिट होना नही बताया जिस पर उक्त अपराधियो का कृत्य जुर्म धारा 19/54, 54क, 14/54 आबकारी अधिनियम का धटित होना पाया जाने से हर दोनो मुल्जिमान को गिरफ्तार कर अवैघ शराब व प्रयुक्त वाहन ड्रम्पर को जब्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। तथा प्रकरण दर्ज कर जाॅच शुरू की गई।

बाड़मेर बिरदा ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पदभार संभाला



बाड़मेर बिरदा ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पदभार संभाला
बाड़मेर। राजस्थान प्रषासनिक सेवा के अधिकारी गोपाल राम बिरदा ने बुधवार को बाड़मेर जिला परिषद मंे मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पदभार संभाला। इससे पहले बिरदा भरतपुर जिला परिषद मंे अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। बिरदा ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र मिश्रा से कार्यभार ग्रहण किया।

राजस्थान प्रषासनिक सेवा के अधिकारी गोपाल राम बिरदा इससे पहले मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद करौली, अतिरिक्त जिला कलक्टर डूंगरपुर, उप सचिव यूआईटी कोटा, आयुक्त नगर निगम कोटा,अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चितौड़गढ, उपखंड अधिकारी टोंक, भरतपुर, जोधपुर, झूंझनू, कार्यक्रम अधिकारी ईजीएस तेलवाड़ा समेत विभिन्न पदांे पर कार्यरत रह चुके है। बिरदा ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद स्थानीय अधिकारियांे एवं कार्मिकांे से ग्रामीण विकास योजनाआंे की जानकारी ली। उन्हांेने बताया कि ग्रामीण विकास योजनाआंे के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रयासरत रहेंगे। इस दौरान अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेष कुमार दाधीच, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भगवती प्रसाद प्रजापति, परियोजना अधिकारी लेखा ताराचंद चैहान, अधिषाषी अभियंता एस.पी.माथुर, अषोक गोयल उपस्थित थे।

महिला टीचर से छेड़छाड़ करने वाला कांस्टेबल सस्पेंड

शाहपुरा। राजसमंद जिले में नियुक्त एक शिक्षिका से छेड़छाड़ कर रूपए और सोने की चेन छीनने के मामले में अजीतगढ़ थाने में नियुक्त कांस्टेबल नेकीराम को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है।

सीकर पुलिस अधीक्षक हैदर अली ने मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। हालांकि पुलिस अभी तक भी आरोपितों को आईपीसी की धाराओं में गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इधर, ग्रामीणों ने आरोपित कांस्टेबल व उसके दोनों साथी कैलाश चौधरी व राजेन्द्र चौधरी को गिरफ्तार करने की मांग की है।
constable suspended for misbehaving with lady teacher

गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 27 अक्टूबर के अंक में "अंधेरा छंटने से पहले ही पुलिस ने किया खेल" शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। समाचार में मामले को पुलिस अधिकारियों के गंभीरता से नहीं लेने और आरोपितों के खिलाफ सख्ती नहीं बरतने के बारे में लिखा गया था।

समाचार प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए सीकर पुलिस अधीक्षक हैदर अली ने कार्रवाई करते हुए आरोपित कांस्टेबल को निलम्बित कर और जांच अधिकारी को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

जानकारी के अनुसार रविवार शाम को हाथीदेह निवासी एक जना राजसमंद में शिक्षक पद पर नियुक्त अपनी पत्नी को अजीतगढ़ में बस में बैठाने के लिए आया था। बस नहीं मिलने पर दोनों गांव लौट रहे थे। यहां मंडूस्या सड़क पर कांस्टेबल और उसके दो साथियों ने शिक्षिका से छेड़छाड़ कर बीस हजार रूपए और सोने की चेन छीन ली थी।

नीमकाथाना के एएसपी राकेश काडवाल ने बताया कि मामले की जांच थोई थाना प्रभारी सोहनलाल कर रहे हैं। दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। -

बाड़मेर के बाद जोधपुर में भी मिलेगा पेट्रोल!

रजनीश अग्रवाल/जोधपुर। बाड़मेर के बाद जोधपुर जिले में भी पेट्रोल मिल सकता है। यह दावा है जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञानिकों का।

इन वैज्ञानिकों ने इंटरनेशनल यूनियन ऑफ जियोलॉजिकल कॉरेलेशन (आईयूजीसी) प्रोजेक्ट के तहत मारवाड़ सुपर ग्रुप (सैंड स्टोन और चूना पत्थर) चट्टानों में इडियाकारा जीवाश्म खोजा है। ऎसी चट्टानों में ऑस्ट्रेलिया में पेट्रोल मिला है। 

Geology get some petrol in Jodhpur

जेएनवीयू के भूविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेश चन्द्र माथुर ने बताया कि पहले 24.8 से 6.5 करोड़ वर्ष आयु (क्रिटेशियस-ईयोसीन काल) वाली चट्टानों से ही पेट्रोल मिलने की धारणा थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के इडियाकारा क्षेत्र और अन्य देशों में इडियाकारा जीवाश्म (63 से 54.2 करोड़ वर्ष आयु) वाली चट्टानों में पेट्रोलियम मिलने से यह धारणा बदल गई।

यहां मिले जीवाश्म
डॉ. वीरेन्द्र परिहार ने बताया कि जीवाश्मों की खोज जोधपुर से सिंध तक हुई है। ये चट्टानें इडियाकारा काल का सुमद्रीय तट था। इनमें शैलीय चट्टानें सॉर्स रॉक तथा बालू पत्थर पेट्रोल के लिए रिजर्ववायर रॉक हो सकती है। बीकानेर के बाघेवाला में मिला तेल इसको बल देता है। कुछ क्षेत्रों में चूना पत्थरों से हाइड्रोकार्बन की गंध आना इसका प्रमाण है।

बाड़मेर में भी खोजे जीवाश्म
प्रो. सुरेश चन्द्र माथुर ने बताया कि बाड़मेर में उन्होंने अपने शोधार्थियों के साथ मछलियों की 24 प्रजातियों के जीवाश्म खोजे थे। इससे स्थापित हुआ कि वहां भी कभी समुद्री वातावरण रहा था। उसके बाद हुए शोध से ही वहां तेल मिला।

इसलिए है संभावना
प्रो. माथुर ने बताया कि जोधपुर की मारवाड़ सुपर ग्रुप की चट्टानों की भूवैज्ञानिक स्थितियां एवं पारिस्थितिकी ओमान, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेटीना, साइबेरिया और वेनेजुएला से मिलती-जुलती है, क्योंकि इडियाकारा काल (63 से 54.2 करोड़ वर्ष) में यह सभी क्षेत्र भारत के नजदीक थे।

इन तरह की चट्टानों में प्रचुर मात्रा में इडियाकारा व इन्फ्राकेम्ब्रियन जीव जतुंओं के मरने के बाद उनका ऑर्गेनिक मैटर उच्च ताप एवं दाब द्वारा परिपक्व होकर हाइड्रोकॉर्बन में परिवर्तित हुआ। ऎसी चट्टानों को चिन्हित करके पेट्रोलियम संभावनाओं का आकलन किया जा सकता है। - 

आठ जिलों में कलक्टर, तीन में संभागीय आयुक्त बदले

जयपुर। राज्य सरकार ने मंगलवार को प्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल करते हुए 45 आईएएस के तबादले कर दिए। इनमें आठ जिलों में कलक्टर व तीन जिलों में संभागीय आयुक्त बदले गए हैं।

कुछ माह पहले आईएएस के किए तबादले फिर किए गए हैं। एसीएस अशोक जैन से स्वायत्त शासन विभाग की कमान लेकर मंजीत सिंह को सौंपी गई है। जयपुर मेट्रो का काम देख रहे निहालचन्द गोयल को अब दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक कोरिडोर एवं भिवाड़ी औद्योगिक विकास प्राधिकरण की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री के सचिव (द्वितीय) टी. रविकांत को सचिव सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।

changed eight district collector and three division commissioner

किसे-क्या जिम्मा

अशोक जैन - एसीएस नगरीय विकास एवं आवासन
राजहंस उपाध्याय - सीएमडी ग्रामीण अकृषि क्षेत्र विकास अभिकरण एवं स्पिनफैड जयपुर
निहाल चन्द गोयल - प्रमुख सचिव दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक कोरिडोर एवं विशेषाधिकारी भिवाड़ी औद्योगिक विकास प्राधिकरण एवं सीएमडी जयपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन

ओमप्रकाश सैनी - प्रमुख सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग
मुकेश कुमार शर्मा - प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
प्रीतम सिंह - प्रमुख सचिव आयुर्वेद विभाग

दीपक उत्पे्रती - प्रमुख सचिव सहकारिता विभाग
पवन कुमार गोयल - प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग
मंजीत सिंह - प्रमुख सचिव स्वायत्त शासन विभाग

राजेश्वर सिंह - प्रमुख सचिव पशुपालन मत्स्य एवं गौ-पालन विभाग व एमडी आरसीडीएफ
समीर सिंह चन्देल - सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग
संजय मल्होत्रा - सचिव ऊर्जा विभाग एवं सीएमडी राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड

आर. वेंकटेश्वरन - संभागीय आयुक्त भरतपुर
अभय कुमार - आयुक्त उद्योग विभाग
आलोक - सचिव राजस्व उपनिवेशन सैनिक कल्याण विभाग

कुलदीप रांका - सचिव एवं आयुक्त कृषि एवं हॉर्टिकल्चर विभाग
नरेशपाल गंगवार - सचिव माध्यमिक शिक्षा एवं आयुक्त राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान
गायत्री ए. राठौड़ - सचिव परिवहन विभाग एवं आयुक्त परिवहन विभाग

वैभव गालरिया - आयुक्त वाणिज्यिकर विभगा
भवानी सिंह देथा - संभागीय आयुक्त एवं पदेन आयुक्त डीएडी उदयपुर
ओंकार सिंह - निदेशक राजस्व अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान अजमेर

गिरिराज सिंह कुशवाह - आयुक्त उपनिवेशन विभाग बीकानेर
भानू प्रकाश एटरू - निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग बीकानेर
वीना प्रधान - एमडी राजस्थान राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम

कुंज बिहारी गुप्ता - एमडी राजस्थान राज्य खान एवं खनिज निगम लिमिटेड उदयपुर
लक्ष्मी नारायण सोनी - कलक्टर सीकर
रवि जैन - कलक्टर भरतपुर

आरूषी अजेय मलिक - कलक्टर अजमेर
राजन विशाल - कलक्टर नागौर
अर्चना सिंह - कलक्टर चुरू

अनूप खींची - अतिरिक्त निदेशक एचसीएम रीपा जयपुर
प्रकाश राजपुरोहित - कलक्टर बांसवाड़ा
जितेन्द्र कुमार सोनी - कलक्टर जालौर

नेहा गिरी - सीईओ जिला परिषद उदयपुर
विश्व मोहन शर्मा - संयुक्त सचिव वित्त विभाग जयपुर
धर्मेन्द्र भटनागर - संभागीय आयुक्त अजमेर

हनुमान सिंह भाटी - संभागयी आयुक्त जयपुर
हनुमान सहाय मीणा - विशिष्ट शासन सचिव राजस्व विभाग जयपुर
विनोद अजमेरा - आयुक्त राजस्थान फाउण्डेशन जयपुर

श्रवण साहनी - आयुक्त कॉलेज शिक्षा एवं पदेन विशिष्ट शासन सचिव उच्च शिक्षा विभाग जयपुर
स्वरूप सिंह पंवार - सीईओ जिला परिषद जयपुर
सलविन्द्र सिंह सोहता - कलक्टर झुंझुनूं

सुधीर कुमार शर्मा - महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक अजमेर
बाबूलाल मीणा - निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा बीकानेर
सुमति लाल बोहरा - सदस्य राजस्व मण्डल अजमेर - 

सीएम राजे ने किस मंत्री को दिया कौन सा मंत्रालय

जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार के अगले ही दिन मंगलवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी कर दिया है।

नए मंत्रियों को इस प्रकार विभागवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्य मंत्रिपरिष्ाद में अब मुख्यमंत्री सहित कुल 26 मंत्री हो गए हैं। इनमें 13 काबिना मंत्री हैं। जबकि स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों की संख्या 7 और राज्य मंत्रियों की संख्या 5 है।
expansion of rajasthan state cabinet

केबिनेट मंत्री गुलाबचंद कटारिया को अब गृह विभाग सौंपा गया है। राज्य मंत्री अरूण चतुर्वेदी और हेमसिंह भड़ाना को अब केबिनेट का दर्जा दिया गया है। लोकसभा का चुनाव जीतकर विधानसभा की सदस्यता छोड़ने वाले सांवरलाल जाट का केबिनेट मंत्री पद का इस्तीफा मंगलवार को राज्यपाल ने मंजूर कर लिया।

केबिनेट मंत्री

सुरेन्द्र गोयल-पंचायतीराज विभाग व ग्रामीण विकास विभाग

राजपालसिंह शेखावत-नगरीय विकास विभाग

डॉ.रामप्रताप-जल संसाधन विभाग, इंदिरा गांधी नहर परियोजना, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास, जल उपयोगिता विभाग

किरण माहेश्वरी-जलदाय विभाग व भू-जल विभाग

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

अमराराम-राजस्व विभाग, उप निवेशन विभाग, सैनिक कल्याण विभाग, पुनर्वास विभाग, जयपुर शहर पुनर्वास और पुन:बंदोबस्त विभाग, देवस्थान विभाग

कृष्णेन्द्र कौर-कला संस्कृति व पुरातत्व विभाग, पर्यटन विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग

वासुदेव देवनानी-शिक्षा विभाग (प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा), भाष्ाा विभाग

राजकुमार रिणवा-खान विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग

अनिता भदेल-महिला व बाल विकास विभाग

सुरेन्द्रपाल सिंह-श्रम नियोजन, कारखाना बॉयलर्स

राज्य मंत्री

पुष्पेन्द्र सिंह-ऊर्जा विभाग

बाबूलाल वर्मा-परिवहन विभाग

जीतमल खांट-सामान्य प्रशासन, मोटर गैराज, मुद्रण-लेखन

अर्जुनलाल गर्ग-विधि एवं विधिक कार्य विभाग, विधि परामर्शी कार्यालय, संसदीय मामलात विभाग, मंत्रिमण्डल सचिवालय, निर्वाचन विभाग

ओटाराम देवासी-गोपालन विभाग, देवस्थान विभाग

मुख्यमंत्री के पास विभाग

कार्मिक विभाग, राजस्थान राज्य अन्वेषण ब्यूरो, वित्त विभाग, सांख्यिकी विभाग, आयोजना विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रोद्यौगिकी विभाग, नीति आयोजना प्रकोष्ठ मुख्यमंत्री सचिवालय, आबकारी विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, ऊर्जा विभाग, जन अभियोजन निराकरण विभाग व प्रशासनिक सुधार व समन्वय विभाग सहित 16 विभाग। -

आज पता चलेगा किस-किस ने जमा किया है विदेशों में कालाधन


नई दिल्ली। केंद्र सरकार विदेशी बैंकों में खाता रखने वाले भारतीय नागरिकों के नाम बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय को सौंप देगी। एक दिन पहले मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार से बुधवार तक सभी खाताधारकों के नाम सौंपने के लिए कहा था।

केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने चूंकि पहले ही 27 जून को पूरी सूची (सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित) विशेष जांच दल (एसआईटी) दे दी थी, इसलिए सरकार को यह सूची अदालत को देने में कोई ऎतराज नहीं है और बुधवार सुबह पूरी सूची अदालत को सौंप दी जाएगी।

modi government to submit black money holders list to supreme court on wednesday

सरकार ने सोमवार को एक हलफनामे में तीन नाम का खुलासा किया था। इनमें उद्योगपति प्रदीप बर्मन का नाम भी है, जिनका विदेशी बैंक में खाता है और अब आयकर विभाग की जांच के दायरे में हैं। जेटली ने पहले कहा था कि जैसे-जैसे अदालत में मामला दायर किया जाएगा, वैसे-वैसे नामों का खुलासा किया जाएगा।

मालूम हो कि विदेशी बैंकों में जमा भारतीयों के काले धन के मुद्दे पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को उस समय कड़ी फटकार लगाई, जब अटॉर्नी जनरल ने शीर्ष कोर्ट से अपने आदेश में संशोधन करने की मांग की। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सभी काले कुबेरों के नाम सार्वजनिक नहीं करने पर भी केंद्र को आड़े हाथ लिया।

मुख्य न्यायाधीश एचएल दत्तू की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र से बुधवार तक सारे नामों की जानकारी सील बंद लिफाफे में देने का आदेश दिया और सवाल किया कि कालाधन रखने वाले लोगों को क्यों बचाया जा रहा है।

केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से विदेशी बैंकों में काला धन जमा करने वाले खाताधारकों के नामों के खुलासे से संबंधित पूर्व के आदेश में संशोधन का अनुरोध किया, इस पर पीठ ने केंद्र से कहा, "हम अपने आदेश में एक शब्द भी नहीं बदलेंगे।"

न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई एवं न्यायाधीश मदन बी लोकुर की सदस्यों वाली पीठ ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, "ऎसे आपकी जांच कभी पूरी नहीं होगी। विदेशों से मिली सारी जानकारी हमें दी जाए। इस मामले की जांच हम करवाएंगे।"

कोर्ट ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ नई सरकार अब आदेश में सुधार का अनुरोध नहीं कर सकती, क्योंकि वह तो खुली अदालत में पारित किया गया था और सरकार ने इसे स्वीकार किया था।" कोर्ट ने कड़े शब्दों में सरकार से कहा कि आप विदेशी बैंकों में खाता धारकों को संरक्षण क्यों प्रदान कर रहे हैं? हम कालाधन वापस लाने का मसला सरकार पर नहीं छोड़ सकते। हमारे समय के दौरान ऎसा कभी नहीं होगा।

केजरीवाल भी दाखिल करेंगे हलफनामा

काले धन के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करेंगे। केजरीवाल इस केस में शामिल होना चाहते हैं। केजरीवाल कानूनी तरीके से भाजपा को काले धन के मुद्दे पर घेरना चाहते हैं, इसलिए वह हलफनामा दाखिल करने वाले हैं।

कांग्रेस ने लिया आड़ेहाथ

सुप्रीम कोर्ट के कड़े रूख के बाद कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली अपने बयानों से देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार सुप्रीम कोर्ट को भी अंधेरे में रखना चाहती है और ब्लैकमनी के खातेदारों का नाम सामने लाने के बजाय देश की जनता को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है।

बालोतरा। लूट-नकबजनी गिरोह का राज खुला मुख्य आरोपी सहित चार गिरफ्तार

बालोतरा। लूट-नकबजनी गिरोह का राज खुला मुख्य आरोपी सहित चार गिरफ्तार

रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा पुलिस ने शहर के एक मकान में हुई 17 लाख की चोरी की वारदात का 23 दिनो में खुलाशा कर मुख्य नकबजन सहित चोरी का माल रखने वाले तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है। 


5 अक्टुम्बर को स्थानिय भगतसिंह सभा स्थल के पास में स्थ्ति एक सुने मकान में आरोपी ने सेंध मार करके करीब 17 लाख की चोरी की थी। पुलिस के विशेष दल ने मामले में संदिगधो की रेकी कर जोधपुर निवासी अशोक प्रजापत को चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चोरी का माल रखने के आरोप में तीन अन्य आरोपियो को भी गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी दिन में चोरी करने का आदतन नकबजन है जिसके खिलाफ विभिन्न स्थानो के न्यायालयो में एक दर्जन से अधिक मामले विचाराधिन है।

मंगलवार, 28 अक्तूबर 2014

राजस्थान गुजरात सरहद पर नीलोफर को लेकर सीमा सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर

राजस्थान गुजरात सरहद पर नीलोफर को लेकर सीमा सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर 
स्टार रिपोर्टर। । विमल भाटिया 

वर्तमान में कराची बंदरगाह से 1250 कि.मी साऊथ में अरेबियन सागर में स्थित नीलेफर चक्रवात के आगामी 96 घंटो में देष की पष्चिमी सीमा पर पहुंचने की संभावना के मुद्देनजर राजस्थान गुजरात से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संभावित किसी भी नुकसान से बचने के लिए ऐतिहात के तौर पर बी.एस.एफ को हाई एलर्ट पर रहने के आदेष दिए हैं, खासकर रेतीले इलाको व पानी वाले इलाको में डेजर्ट सैंड स्टाॅम व भारी वर्षा के दौरान सीमा पार से संभावित किसी प्रकार की घुसपैठ की आषंका के मुद्देनजर कड़ी सतर्कता बरतने के निर्देष दिए हैं। अरब सागर के क्रीक इलाके में तैनात वाटरविंग को भी सर्तक रहते हुवें कड़ी निगरानी रखने के दिषा-निर्देष दिए गए हैं।

सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रन्ट्रीयर के उपमहानिरीक्षक रवि गांधी ने एक विषेष बातचीत में बताया कि अरब सागर में केंद्रित नीलोफोर चक्रवात तूफान के राजस्थान गुजरात के क्षेत्रों में आने की संभावना के मुद्देनजर राजस्थान से लगती सीमा पर समूची बी.एस.एफ को हाई एलर्ट पर रख दिया गया हैं। जवानो को तूफान, तेज हवा आदि से बचाव के निए चष्मे पहन की जाने की सलाह दी गई हैं। इसी तरह ढीली बिजली वायरो, टिन शेडो के उड़कर आने की संभावना के मुद्देनजर जवानो को अपने स्वयं का ध्यान रखने को कहा गया हैं।

उन्होने बताया कि बी.एस.एफ के जवानो को ये भी दिषा-निर्देष दिए गए हैं कि आंधी तूफान या वर्षा के मौसम का सीमा पार के घुसपैठियें फायदा उठा सकते हैं, ऐसे सीमा पर कड़ी निगाह रखने के साथ अत्यधिक सर्तकता बरती जाये।

वही दूसरी तरफ गुजरात से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा व समुद्री सीमा पर भी बी.एस.एफ को अत्यधिक सर्तक रहने के निर्देष दिए गए हैं, खासकर अरब सागर के क्रीक इलाके में बी.एस.एफ की वाटर विंग को फलोटिंग बी.ओ.पी व मीडियम क्राफ्टबोट आदि अन्य संसाधनो के जरिये कड़ी चैकसी बरतने के निर्देष दिए गए हैं।

बाड़मेर मासूमो ने ली जल संचय की शपथ ,पोस्टरों ने सिखाई बड़ी सीख


बाड़मेर मासूमो ने ली जल संचय की शपथ ,पोस्टरों ने सिखाई बड़ी सीख




बाड़मेर
जल ही जीवन है। इसके दुरुपयोग से बचना चाहिए। जल संरक्षण सभी का दायित्व है। अगर इसका संरक्षण नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में बड़ी चुनौती का सामना करना पडे़गा। युद्ध स्तर पर प्रयास करके कुएं एवं तालाब को बचाना होगा, ताकि वर्षा का जल भूमि में संचय हो सके। यह कहना है समजा सेविका धनवंती चौधरी का। वह सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग बाड़मेर द्वारा आयोजित चित्र प्रदर्शनी और "प्रोमिस फॉरफ्यूचर" शपथ अभियान में बतौर मुख्य वक्ता बोल रही थी। विधार्थियो को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पृथ्वी का 70 प्रतिशत भाग जल में डूबा है, लेकिन इस जल का अधिकांश हिस्सा खारा है। 97 प्रतिशत जल समुद्र के रूप में है, जो पीने के योग्य नहीं है। सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग द्वारा आम जनता में चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से जागरूकता प्रदान कि जा रही है उसी क्रम में स्थानीय गौरव विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विधालय में चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमे विधलयी विधार्थियो को जल चेतना पर जानकारी प्रदान कि गई , सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग ने मनभावन पोस्टरो के माध्यम से बच्चो को जल संचय कि बड़ी जानकारी प्रदान की। इस मोके पर विधालय के प्रमुख हरीश मूढ़ ने बच्चो से कहा कि भूगर्भ जल निरंतर नीचे जा रहा है। इसको रोकने की आवश्यकता है। भूगर्भ जल की सुरक्षा हेतु पानी का उपयोग कम करना होगा। बच्चो को सम्बोधित करते हुए इन्वेस्ट मित्रा के एमडी अरविन्द खत्री ने कहा कि भू जल कम है ।बदलें शहरीकरण के कारण गहरे बोरवेलो के पानी की सतह बहुत नीचे पहुच गयी है उसका पोषण करना बहुत ज़रूरी हो गया है।




विद्यालयी विधार्थी ले रहे है शपथ

इस साल जनवरी माह के 27 तारिक से रेतीले बाड़मेर में शुरू हुए जल चेतना के एक अभियान से अब वे विधार्थी जुड़ रहे है जिन्हे आने वाले कल के बाड़मेर की आवाज कहा जाता है।रेगिस्तानी बाड़मेर में बरसो से जिंदगी को जंग चूका पानी अब सरंक्षण की दरकार चाह रहा है और इसी पानी कि बचत को लेकर शुरू हुआ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू की आईईसी इकाई के "प्रोमिस फॉरफ्यूचर" नामक महाअभियान अब जिले के विधार्थियो के साथ नजर आ रहा है। सिंह ने बताया जनवरी के में शुरू हुए इस महा अभियान से अब तक "प्रोमिस फॉरफ्यूचर" अभियान के अंतर्गत 20 हजार विधार्थी जल बचत की शपथ लेगे।आगामी 6 माह तक चलने वाले इस अभियान के तहत जिले के कई विधालयो में कार्यकर्मो का आयोजन किया जा रहा है साथ ही बीस हजार बच्चो को इस बात की शपथ दिलाई जायेगी कि वह न तो खुद पानी का अपव्यय करेंगे और न ही अपने आस पास किसी को जल का अपव्यय करने देगे। सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम जिले में पानी को लेकर आयोजित हुए सभी जन चेतना कार्यक्रमो से प्रभावी और व्यापक नजर आ रहा है।इस अभियान के अंतर्गत जिले के जनप्रतिनिधियो , कॉलेज और स्कुल के विधार्थियो को पानी पर बचत का प्रण दिलाया जा रहा है। इन शपथ पत्रो के पूरे होने के बाद इन्हे पत्र राज्य की मुखिया के नाम लिखाये जाएंगे जिनमे हर कोई इस बात की शपथ लेगा कि वह भविष्य में कभी भी पानी का अपव्यय नही करेगे और अगर कोई ऐसा करता हुआ उन्हें दीखता है तो वह उसे भी पानी कि एक एक बूंद की महता को बताएँ जा रहे है ।