मंगलवार, 28 अक्तूबर 2014

बाड़मेर मासूमो ने ली जल संचय की शपथ ,पोस्टरों ने सिखाई बड़ी सीख


बाड़मेर मासूमो ने ली जल संचय की शपथ ,पोस्टरों ने सिखाई बड़ी सीख




बाड़मेर
जल ही जीवन है। इसके दुरुपयोग से बचना चाहिए। जल संरक्षण सभी का दायित्व है। अगर इसका संरक्षण नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में बड़ी चुनौती का सामना करना पडे़गा। युद्ध स्तर पर प्रयास करके कुएं एवं तालाब को बचाना होगा, ताकि वर्षा का जल भूमि में संचय हो सके। यह कहना है समजा सेविका धनवंती चौधरी का। वह सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग बाड़मेर द्वारा आयोजित चित्र प्रदर्शनी और "प्रोमिस फॉरफ्यूचर" शपथ अभियान में बतौर मुख्य वक्ता बोल रही थी। विधार्थियो को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पृथ्वी का 70 प्रतिशत भाग जल में डूबा है, लेकिन इस जल का अधिकांश हिस्सा खारा है। 97 प्रतिशत जल समुद्र के रूप में है, जो पीने के योग्य नहीं है। सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग द्वारा आम जनता में चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से जागरूकता प्रदान कि जा रही है उसी क्रम में स्थानीय गौरव विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विधालय में चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमे विधलयी विधार्थियो को जल चेतना पर जानकारी प्रदान कि गई , सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग ने मनभावन पोस्टरो के माध्यम से बच्चो को जल संचय कि बड़ी जानकारी प्रदान की। इस मोके पर विधालय के प्रमुख हरीश मूढ़ ने बच्चो से कहा कि भूगर्भ जल निरंतर नीचे जा रहा है। इसको रोकने की आवश्यकता है। भूगर्भ जल की सुरक्षा हेतु पानी का उपयोग कम करना होगा। बच्चो को सम्बोधित करते हुए इन्वेस्ट मित्रा के एमडी अरविन्द खत्री ने कहा कि भू जल कम है ।बदलें शहरीकरण के कारण गहरे बोरवेलो के पानी की सतह बहुत नीचे पहुच गयी है उसका पोषण करना बहुत ज़रूरी हो गया है।




विद्यालयी विधार्थी ले रहे है शपथ

इस साल जनवरी माह के 27 तारिक से रेतीले बाड़मेर में शुरू हुए जल चेतना के एक अभियान से अब वे विधार्थी जुड़ रहे है जिन्हे आने वाले कल के बाड़मेर की आवाज कहा जाता है।रेगिस्तानी बाड़मेर में बरसो से जिंदगी को जंग चूका पानी अब सरंक्षण की दरकार चाह रहा है और इसी पानी कि बचत को लेकर शुरू हुआ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू की आईईसी इकाई के "प्रोमिस फॉरफ्यूचर" नामक महाअभियान अब जिले के विधार्थियो के साथ नजर आ रहा है। सिंह ने बताया जनवरी के में शुरू हुए इस महा अभियान से अब तक "प्रोमिस फॉरफ्यूचर" अभियान के अंतर्गत 20 हजार विधार्थी जल बचत की शपथ लेगे।आगामी 6 माह तक चलने वाले इस अभियान के तहत जिले के कई विधालयो में कार्यकर्मो का आयोजन किया जा रहा है साथ ही बीस हजार बच्चो को इस बात की शपथ दिलाई जायेगी कि वह न तो खुद पानी का अपव्यय करेंगे और न ही अपने आस पास किसी को जल का अपव्यय करने देगे। सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम जिले में पानी को लेकर आयोजित हुए सभी जन चेतना कार्यक्रमो से प्रभावी और व्यापक नजर आ रहा है।इस अभियान के अंतर्गत जिले के जनप्रतिनिधियो , कॉलेज और स्कुल के विधार्थियो को पानी पर बचत का प्रण दिलाया जा रहा है। इन शपथ पत्रो के पूरे होने के बाद इन्हे पत्र राज्य की मुखिया के नाम लिखाये जाएंगे जिनमे हर कोई इस बात की शपथ लेगा कि वह भविष्य में कभी भी पानी का अपव्यय नही करेगे और अगर कोई ऐसा करता हुआ उन्हें दीखता है तो वह उसे भी पानी कि एक एक बूंद की महता को बताएँ जा रहे है ।

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