कोटा। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को कोटा शहर एसपी सत्यवीर सिंह को 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। एसपी ने मुकदमे की तफ्तीश बदलने के बदले रिश्वत मांगी थी। एसीबी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एसीबी के डीजी मनोज भट्ट ने बताया कि ब्यूरो में एक परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके खिलाफ मामला दर्ज है। इस मामले में तफ्तीश बदलने की एवज में एसपी सत्यवीर सिंह 2 लाख रूपये की रिश्वत मांग रहे हैं। इस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया, जिसमें शिकायत सही पाई गई। इस पर मंगलवार को एसीबी ने सत्यवीर सिंह को 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे पहले सत्यवीर सिंह जयपुर पूर्व के डीसीपी रह चुके हैं। इस दौरान कार से एक इंजीनियरिंग छात्र की मौत होने के बाद उन्हे एपीओ कर दिया गया था। इसके बाद कोटा में नियुक्ति दी गई थी।
मोदी राजस्थान में तालमेल के लिए करेंगे ओम माथुर की ताज़पोशी ?
बाड़मेर भारत के नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के साथ सारे देश के खिले चेहरों के बीच राजस्थानवासियो मुरझाए चेहरों से निराशा झलक रही थी ,मोदी की सरकार से बड़ी आस लगाए बैठी राज्य की मुखिया वसुंधरा राजे को ऐसा भान नहीं था की मोदी सरकार में राजस्थान को ऐसे छिटक दिया जायेगा। राजस्थान से जीते पचीस सांसदों में से मात्र एक निहाल चंद मेघवाल को जगह मिली। जबकि आस की थी काम से काम चार मंत्री राजस्थान से केंद्र में होंगे। मोदी ने ऐसा क्यों किया यह गर्भ में हे ,मगर इतना तय हो गया की वसुंधरा राजे ने मिशन 25 के लिए जीतनी म्हणत की उस पर पानी जरूर फिर गया। राजस्थान में 163 विधायक हे मौजूदा समय में जिनमे से अधिकांस संघ पृष्ठ भूमि से। हैं वसुंधरा राजे की इन संघिष्ठ नेताओ से पटरी काम बैठती हैं ऐसे में मोदी वसुंधरा राजे को विशेष तव्वजो देने के पक्ष में नहीं थे। /मोदी आगामी दिनों में अपने चहेते संघ पृष्ठ भूमि के नेता को राजस्थान की कमान सौंपना चाहेंगे चाहे वो सरकार की हो या संघठन की ,इस समय ओम प्रकाश मथिर नरेंद्र मोदी के सबसे नजदीक और विश्वसनीय हैं। सूत्रों की मने तो मोदी राजस्थान में राजे एकल शक्ति को बाँट सकते हैं। माथुर को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। एक दो माह में यह बदलाव तय मन जा रहा हैं। मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के निष्काषित नेता जसवंत सिंह को सभी नियम टाक में रख चिट्ठी लिख उनसे सरकार और योगदान मांग नयी पहल की जो वसुंधरा राजे के लिए बड़ा झटका थी। मोदी जसवंत सिंह को अपने साथ लेकर राजस्थान की बागडौर ओम माथुर को सौंप सकते हैं। खबर हे की राजस्थान में बदलाव तेजी से होगा।
राजसमंद। अजमेर में कोर्ट लिपिक भर्ती घोटाला मामले में निलम्बित जिला न्यायाधीश अजय शारदा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) ने राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया है। ब्यूरो के अतिरिकत पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट ने शारदा की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि शारदा को राजसमंद से गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय प्रशासन ने लिपिक भर्ती घोटाले में आरोपी बनाये जाने के बाद शारदा को निलम्बित कर उनका मुख्यालय राजसमंद कर दिया था।
भट्ट ने बताया कि एसीबी ने पिछले गुरूवार को राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ में प्रार्थना पत्र पेश कर शारदा को गिरफ्तार करने की अनुमति मांगी थी। इस पर हाईकोर्ट ने इजाजत दे दी थी, इसके बाद ये कार्रवाई की गई।
शारदा पर किशनगढ की अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चतुर्थ श््रेणी कर्मचारियों की भर्ती और तबादले में मनमर्जी व सिफारिश से कार्रवाई करने का आरोप हैं। शारदा पर कोर्ट में लिपिक भर्ती में भी घोटाला करने का आरोप है। एसीबी ने शारदा सहित अन्य लोगों के खिलाफ आठ मामले दर्ज किये हैं।
जयपुर। जयपुर पुलिस ने युवती से छेड़छाड़ के मामले में रिटायर्ड एक्सईएन को गिरफ्तार किया है। जवाहर नगर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार जवाहर नगर थाना क्षेत्र में पीडब्लूडी से रिटायर्ड 69 वर्षीय एक्सईएन सोमवार को उसके कमकान में पहले किराए से रहने वाले एक परिवार के यहां पहुंचा। आरोप है कि यहां मौजूद बीस वर्षीय युवती को अकेला पाकर आरोपी ने अश्लील बातें करना शुरू कर दिया। इस दौरान आरोपी ने छेड़छाड़ करते हुए युवती को पकड़ लिया।
इस पर युवती ने हल्ला मचा दिया और थाने पहुंच कर पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए मामला दर्ज कराया।
मोदी सरकार का पहला विवाद: आर्टिकल 370 खत्म करने की तैयारी
जम्मू कश्मीर। लगता है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पहले दिन की शुरूआत विवाद से की है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म करने की प्रक्रिया में है।
पदभार ग्रहण करने के बाद जितेन्द्र सिंह ने कहा,आर्टिकल 370 को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हम सभी संबंधित पक्षों से बात कर रहे हैं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में आधे से ज्यादा सीटें जीती है,इसलिए आप इसे आर्टिकल 370 को खत्म करने के भाजपा के स्टैण्ड के रूप में व्याख्यायित करेंगे? यह मानसिक बाधा की तरह है। जितेन्द्र सिंह जम्मू कश्मीर के उधमपुर से सांसद हैं।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में आर्टिकल 370 को खत्म करने का वादा किया था। भाजपा लंबे वक्त से जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का विरोध कर रही है। पहले भाजपा ने दावा किया था कि बहुमत नहीं होने के कारण वाजपेयी सरकार आर्टिकल 370 को खत्म नहीं कर पाई थी। जितेन्द्र सिंह ने कहा,भाजपा ने संविधान के प्रावधान पर अपना स्टैण्ड दोबारा साफ किया है।
इस पर सभी पक्षों से चर्चा करेंगे। हम इसका अंत करने के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे। कश्मीरी पण्डितों को पूरे सम्मान और सुरक्षा के साथ उनकी पैतृक भूमि पर लौटाना भाजपा के एजेंडे में रहेगा। अगर सरकार आर्टिकल 370 को खत्म करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाती तो वह बड़े विवाद में घिर सकती है क्योंकि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके पिता डॉ फारूक अब्दुल्ला इस तरह के किसी भी कदम के विरोध में हैं। -
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ मंगलवार को काफी गर्मजोशी से मिले और दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। मोदी और शरीफ के बीच आज नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाऊस बैठक हुई। इस दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी मौजूद थीं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद के मसले पर भी चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि मोदी ने शरीफ से कहा कि आतंकी हमले बिल्कुल समाप्त होने चाहिए। भारत की ओर से मुंबई में 26/11 हमले का मुद्दा उठाया गया। करीब 45 मिनट तक चली बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच विभिन्न मसलों पर बातचीत हुई।
गौर हो कि मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने सोमवार को यहां आए शरीफ के साथ आज हुई द्विपक्षीय बातचीत में मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश सचिव सुजाता सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद थे। यहां हैदराबाद हाउस में वार्ता शुरू करने से पहले दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए फोटो खिंचवाए।
सूत्रों के अनुसार इस वार्ता से किसी महत्वपूर्ण निर्णय की उम्मीद नहीं है, हालांकि इसके जरिए दोनों देश के नेताओं को व्यक्तिगत रिश्ते बनाने का अवसर मिलेगा जो दीर्घकाल में दोनों देशों के आपसी संबंधों के तनावों को कम करने में सहायक होगा। शरीफ ने कल यहां आने पर कहा था कि वह शांति का संदेश लेकर आए हैं और उनका इरादा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 1999 में दोनों देशों के संबंधों को बेहतर बनाने की पहल को आगे बढ़ाया जाए।
उन्होंने कहा कि दोनों देश की सरकारों के पास जनादेश है और यह आपसी संबंधों को बेहतर बनाने में मददगार होगा। सूत्रों के अनुसार शरीफ द्वारा मोदी को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया जा सकता है।
इससे पहले, आज मोदी ने हैदराबाद हाउस में नवाज का स्वागत किया। उन्होंने हाथ मिलाया और तस्वीरें खिंचवाई। बैठक से पहले नवाज पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद गए और कहा कि वह बेहतर संबंध बनाने के लिए भारत आए हैं। नवाज के अतिरिक्त दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के नेताओं व मॉरिशस के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति भवन में सोमवार को आयोजित प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की थी।
जयपुर। भाजपा से बागी होकर बाड़मेर से चुनाव लड़े जसवंत सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें पत्र लिखकर उनके प्रति सम्मान जताया है और कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि उनके अनुभव का लाभ मिलेगा। मोदी के इस पत्र के बाद संभावना जताई जा रही है कि जसवंत सिंह को सरकार में पद मिल सकता है या फिर उन्हें फिर से पार्टी में शामिल किया जा सकता है। जसवंत सिंह के करीबी लोगों ने इस पत्र के मिलने की पुष्टि की है। हालांकि,इस बारे में जसवंत सिंह से देर रात तक सम्पर्क नहीं हो सका।
जसवंत सिंह केन्द्र में विदेश, रक्षा और वित्त मंत्री रह चुके हैं और लाल कृष्ण आडवाणी से उनके अच्छे सम्बन्ध भी हैं। पिछले दिनों ही जसवंत सिंह ने लालकृष्ण आडवाणी और नए गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी। जसवंत सिंह बाड़मेर से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे और हार गए थे।
जसवंत सिंह को तो पार्टी ने छह वष्ाü के लिए निष्कासित किया ही साथ ही उनके पुत्र विधायक मानवेन्द्र सिंह को भी पार्टी से निलम्बित कर दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक जसवंत सिंह अपने पुत्र के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चिंतित है और वे दिल्ली में लगातार बड़े नेताओं के सम्पर्क में हैं। -
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का एक ऑफिस अब दिल्ली में भी होगा। ऎसा पहली बार होगा, जब मुख्यमंत्री का ऑफिस जयपुर के बाहर दिल्ली में भी संचालित होगा। इसके लिए शाहजहां रोड स्थित बीकानेर हाउस का चयन किया गया है।सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राके श श्रीवास्तव ने इस बारे में बताया कि,"हां, मुख्यमंत्री का एक दफ्तर अब दिल्ली में भी बनाया जाएगा। यह दफ्तर बीकानेर हाउस में बनाया जाएगा।" बीकानेर हाउस में अब तक केन्द्र व दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यालय चलते रहे हैं। हाल ही सुप्रीम कोर्ट ने बीकानेर हाउस को वापस राजस्थान सरकार को सौंपने का फैसला दिया है।
एक जून को यह भवन राज्य सरकार को वापस मिलेगा। केन्द्र व दिल्ली सरकार के दफ्तरों को वहां से खाली किया जा रहा है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री राजे के लिए बीकानेर हाउस में जो दफ्तर बनाने की योजना बनाई है, उसके तहत इसे देश के प्रधानमंत्री के कार्यालय (पीएमओ) से भी ज्यादा भव्य, हाइटेक और सुरक्षित बनाया जाएगा।
नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि यह शानदार लम्हा और शानदार मौका है। समारोह मे हिस्सा लेने के लिए आज सुबह ही दिल्ली पहुंचे नवोज ने एक भारतीय समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि मैं वहां से शुरू करना चाहता हूं जहां से मैंने और वाजपयी ने छोड़ा था।पिछले साल जून में तीसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने नवाज शरीफ को सार्क के अन्य सदस्य देशों के राष्ट्राध्क्षया के साथ समारोह में आने के न्योता दिया गया था। भारत और पाकिस्तान के संबंधो में चल रही तल्खी के बीच शरीफ की यात्रा ऎतिहासिक मानी जा रही है।
शरीफ ने भाजपा की जीत को पिछले साल उनकी पार्टी को मिली जीत से जोड़ते हुए कहा, दोनों सरकारों को ऎतिहासिक मत मिला है। यह दोनों देशों के संबंधों में नई दिशा लाने में सहायक होगा। मेरे मन में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए बहुत सम्मान है।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद शरीफ (64) मंगलवार को प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। हालांकि, सार्क के अन्य नेता भी मोदी से इसी दिन मुलाकात करेंगे। शरीफ और मोदी की मुलाकात संभवत: दोपहर में होंगी।
शरीफ ने चैनल के साथ बातचीत में कहा कि दोनों देशों को एक दूसरे के खिलाफ डर, संदेह और अविश्वास को दूर करना होगा। दोनों देशों को दशकों से क्षेत्र में फैली अस्थिरता को दूर करना होगा।
चुनावी अभियान में मोदी ने पड़ोसी देश द्वारा भारतीय सैनिकों की हत्या करने के बाद कांग्रेस को पाकिस्तान से वार्ता जारी रखने के लिए आड़े हाथों लिया था। शरीफ को अपने शपथ ग्रह्रण समारोह में बुलाने के फैसले को कई लोगों ने साहसिक कदम बताया, तो भाजपा के सहयोगी दल शिव सेना ने इसकी आलोचना की थी।