मोदी राजस्थान में तालमेल के लिए करेंगे ओम माथुर की ताज़पोशी ?
बाड़मेर भारत के नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के साथ सारे देश के खिले चेहरों के बीच राजस्थानवासियो मुरझाए चेहरों से निराशा झलक रही थी ,मोदी की सरकार से बड़ी आस लगाए बैठी राज्य की मुखिया वसुंधरा राजे को ऐसा भान नहीं था की मोदी सरकार में राजस्थान को ऐसे छिटक दिया जायेगा। राजस्थान से जीते पचीस सांसदों में से मात्र एक निहाल चंद मेघवाल को जगह मिली। जबकि आस की थी काम से काम चार मंत्री राजस्थान से केंद्र में होंगे। मोदी ने ऐसा क्यों किया यह गर्भ में हे ,मगर इतना तय हो गया की वसुंधरा राजे ने मिशन 25 के लिए जीतनी म्हणत की उस पर पानी जरूर फिर गया। राजस्थान में 163 विधायक हे मौजूदा समय में जिनमे से अधिकांस संघ पृष्ठ भूमि से। हैं वसुंधरा राजे की इन संघिष्ठ नेताओ से पटरी काम बैठती हैं ऐसे में मोदी वसुंधरा राजे को विशेष तव्वजो देने के पक्ष में नहीं थे। /मोदी आगामी दिनों में अपने चहेते संघ पृष्ठ भूमि के नेता को राजस्थान की कमान सौंपना चाहेंगे चाहे वो सरकार की हो या संघठन की ,इस समय ओम प्रकाश मथिर नरेंद्र मोदी के सबसे नजदीक और विश्वसनीय हैं। सूत्रों की मने तो मोदी राजस्थान में राजे एकल शक्ति को बाँट सकते हैं। माथुर को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। एक दो माह में यह बदलाव तय मन जा रहा हैं। मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के निष्काषित नेता जसवंत सिंह को सभी नियम टाक में रख चिट्ठी लिख उनसे सरकार और योगदान मांग नयी पहल की जो वसुंधरा राजे के लिए बड़ा झटका थी। मोदी जसवंत सिंह को अपने साथ लेकर राजस्थान की बागडौर ओम माथुर को सौंप सकते हैं। खबर हे की राजस्थान में बदलाव तेजी से होगा।
बाड़मेर भारत के नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के साथ सारे देश के खिले चेहरों के बीच राजस्थानवासियो मुरझाए चेहरों से निराशा झलक रही थी ,मोदी की सरकार से बड़ी आस लगाए बैठी राज्य की मुखिया वसुंधरा राजे को ऐसा भान नहीं था की मोदी सरकार में राजस्थान को ऐसे छिटक दिया जायेगा। राजस्थान से जीते पचीस सांसदों में से मात्र एक निहाल चंद मेघवाल को जगह मिली। जबकि आस की थी काम से काम चार मंत्री राजस्थान से केंद्र में होंगे। मोदी ने ऐसा क्यों किया यह गर्भ में हे ,मगर इतना तय हो गया की वसुंधरा राजे ने मिशन 25 के लिए जीतनी म्हणत की उस पर पानी जरूर फिर गया। राजस्थान में 163 विधायक हे मौजूदा समय में जिनमे से अधिकांस संघ पृष्ठ भूमि से। हैं वसुंधरा राजे की इन संघिष्ठ नेताओ से पटरी काम बैठती हैं ऐसे में मोदी वसुंधरा राजे को विशेष तव्वजो देने के पक्ष में नहीं थे। /मोदी आगामी दिनों में अपने चहेते संघ पृष्ठ भूमि के नेता को राजस्थान की कमान सौंपना चाहेंगे चाहे वो सरकार की हो या संघठन की ,इस समय ओम प्रकाश मथिर नरेंद्र मोदी के सबसे नजदीक और विश्वसनीय हैं। सूत्रों की मने तो मोदी राजस्थान में राजे एकल शक्ति को बाँट सकते हैं। माथुर को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। एक दो माह में यह बदलाव तय मन जा रहा हैं। मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के निष्काषित नेता जसवंत सिंह को सभी नियम टाक में रख चिट्ठी लिख उनसे सरकार और योगदान मांग नयी पहल की जो वसुंधरा राजे के लिए बड़ा झटका थी। मोदी जसवंत सिंह को अपने साथ लेकर राजस्थान की बागडौर ओम माथुर को सौंप सकते हैं। खबर हे की राजस्थान में बदलाव तेजी से होगा।
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