गुरुवार, 30 जनवरी 2014

आंध्रप्रदेश विधानसभा में तेलंगाना बिल खारिज

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश विधानसभा में गुरूवार को तेलंगाना बिल खारिज हो गया है। इसके साथ ही यह मसला और गहराता जा रहा है। इसके साथ ही राज्य की विधानसभा भी अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है।
गौरतलब है कि गुरूवार को ही विधानसभा में तेलंगाना गठन को लेकर बिल पास होना था। आंध्र प्रदेश के सीएम किरण रेड्डी ने केंद्र को चेतावनी दी थी कि वो तेलंगाना बिल को संसद में पेश करके तो दिखाए।

केन्द्र सरकार 5 फरवरी से शुरू हो रहे संसद सत्र में तेलंगाना विधेयक पेश करेगी। आंध्र प्रदेश विधानसभा का फैसला किसी भी तरह से केन्द्र पर बाध्यकारी नहीं है । सरकारी सूत्रों के मुताबिक ऎसे में केन्द्र सरकार आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक पेश कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन पर अपने फैसले को और आगे बढाएगी।

गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे पहले ही केन्द्र सरकार के इरादे का ऎलान कर चुके हैं कि सरकार संसद के आगामी सत्र में तेलंगाना विधेयक पेश करेगी । केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 5 दिसंबर को 10 जिलों वाले तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दी थी ।

शिक्षिका से दुव्र्यवहार का आरोपी कांस्टेबल गिरफ्तार


शिक्षिका से दुव्र्यवहार का आरोपी कांस्टेबल गिरफ्तार


पीडि़त शिक्षिका के मुकदमे पर रोहट थाना पुलिस ने की कार्रवाई, एसपी ने भी इस मामले को गंभीरता से लेकर आरोपी पुलिसकर्मी को किया था निलंबित

पाली   रोहट थाना क्षेत्र के धोलेरिया जागीर गांव की सरकारी स्कूल में तैनात शिक्षिका से दुव्र्यवहार व राजकार्य बाधित करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। इस आशय का मामला सामने आने पर एसपी जयनारायण शेर ने इसे दुराचरण की श्रेणी में मानते हुए आरोपी कांस्टेबल को मंगलवार को ही निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए थे। पुलिस के अनुसार धोलेरिया गांव में सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि गत 25 जनवरी को दिन में वह स्कूल में पढ़ाई करा रही थी। इस दौरान पाली के औद्योगिक क्षेत्र थाने में कार्यरत पुलिस कांस्टेबल गढ़वाड़ा निवासी दिनेश चारण पुत्र लक्ष्मणदान ने उसके साथ दुव्र्यवहार कर राजकार्य में बाधा पहुंचाई। इस मामले में एसपी ने कांस्टेबल को मंगलवार को निलंबित करने के आदेश दिए थे। बुधवार को पुलिस ने मामले की जांच के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है।






श्रीकृष्ण भक्त कवि सूरदास


संपूर्ण भारत में मध्ययुग में कई भक्त कवि और गायक हुए लेकिन सूरदास का नाम उन सभी कवि/गायकों में सर्वाधिक प्रसिद्ध और महान कवि के तौर पर लिया जाता है। जिन्होंने श्रीकृष्ण भक्ति में अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया था। यह 'सूरसागर' के रचयिता सूरदास की लोकप्रियता और महत्ता का ही प्रमाण है कि एक अंधे भक्त गायक का नाम भारतीय धर्म इतने आदर से लिया जाता है।





कवि सूरदास का जन्म दिल्ली के पास सीही नाम के गांव में बहुत निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके तीन बड़े भाई थे। सूरदास जन्म से ही अंधे थे, किंतु भगवान ने उन्हें सगुन बताने की एक अद्भुत शक्ति से परिपूर्ण करके धरती पर भेजा था।

मात्र छ: वर्ष की अवस्था में ही उन्होंने अपने माता-पिता को अपनी सगुन बताने की विद्या से चकित कर दिया था। लेकिन उसके कुछ ही समय बाद वे घर छोड़कर अपने घर से चार कोस दूर एक गांव में जाकर तालाब के किनारे रहने लगे थे। सगुन बताने की विद्या के कारण शीघ्र ही उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैल गई।

इस उपलब्धि के साथ ही वे गायन विद्या में भी शुरू से ही प्रवीण थे। अत: उन्हें शीघ्र ही अच्छी प्रसिद्धि मिली। लेकिन फिर अठराह साल की उम्र में उन्हें संसार से विरक्ति हो गई और सूरदास वह स्थान छोड़कर यमुना के किनारे (आगरा और मथुरा के बीच) गऊघाट पर आकर रहने लगे।

गऊघाट पर उनकी भेंट वल्लभाचार्य से हुई। सूरदास गऊघाट पर अपने कई सेवकों के साथ रहते थे और वे सभी उन्हें 'स्वामी' कहकर संबोधित करते थे। वल्लभाचार्य ने भी प्रभावित होकर उनसे भेंट की और उन्हें पुष्टिमार्ग में दीक्षित किया। वल्लभाचार्य ने उन्हें गोकुल में श्रीनाथ जी के मंदिर पर कीर्तनकार के रूप में नियुक्त किया और वे आजन्म वहीं रहे। वहां वे कृष्‍ण भक्ति में मग्न रहें।

उस दौरान उन्होंने वल्लभाचार्य द्वारा 'श्रीमद् भागवत' में वर्णित कृष्ण की लीला का ज्ञान प्राप्त किया तथा अपने कई पदों में उसका वर्णन भी किया। उन्होंने 'भागवत' के द्वादश स्कन्धों पर पद-रचना की, 'सहस्त्रावधि' पद रचे, जो 'सागर' कहलाएं। सूरदास की पद-रचना और गान-विद्या की ख्याति सुनकर अकबर भी उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकें। अत: उन्होंने मथुरा आकर सूरदास से भेंट की।

श्रीनाथजी के मंदिर में बहुत दिनों तक कीर्तन करने के बाद जब सूरदास को अहसास हुआ कि भगवान अब उन्हें अपने साथ ले जाने की इच्छा रख रहे हैं, तो वे श्रीनाथजी में स्थित पारसौली के चन्द्र सरोवर पर आकर लेट गए और श्रीनाथ जी की ध्वजा का ध्यान करने लगे। इसके बाद सूरदास ने अपना शरीर त्याग दिया।

सूरदास जी द्वारा लिखित पांच प्रमुख ग्रंथ बताए जाते हैं - * सूरसागर, * सूरसारावली, * साहित्य-लहरी, * नल-दमयंती और ब्याहलो।

सूरदास की रचना महान कवियों के बीच अतुलनीय है। वे सच्चे कृष्ण भक्त, कवि थे जो सत्य का अन्वेषण कर उसे मूर्त रूप देने में समर्थ होते हैं।

विराटनगर (राजस्थान) पावनधाम श्री पञ्चखंडपीठ



विराट नगर नाम से प्राय: लोगो को भ्रम हो जाता है. विराटनगर नमक एक क़स्बा नेपाल की सीमा में भी है. किन्तु नेपाल का विराट नगर, महाभारत कालीन विराटनगर नहीं है. पावनधाम श्री पञ्चखंडपीठ से सम्बन्ध विराटनगर पौराणिक, प्रगेतिहासिक, महाभारतकालीन तथा गुप्तकालीन ही नहीं मुगलकालीन महत्वपूर्ण घटनाओ को भी अपने में समेटे हुए, राजस्थान के जयपुर और अलवर जिले की सीमा पर स्थित है विराटनगर में पौराणिक शक्तिपीठ, गुहा चित्रों के अवशेष, बोध माथो के भग्नावशेष, अशोक का शिला लेख और मुगलकालीन भवन विधमान है. अनेक जलाशय और कुंड इस क्षेत्र की शोभा बढा रहे है. प्राकर्तिक शोभा से प्रान्त परिपूर्ण है. विराटनगर के निकट सरिस्का राष्ट्रीय व्याघ्र अभ्यारण, भर्तहरी का तपोवन, पाण्डुपोल नाल्देश्वर और सिलिसेद जैसे रमणीय तथा दर्शनीय स्थल लाखों श्रधालुओ और पर्यटकों को आकर्षित करते है. विराट नगर (बैराट) राजस्थान प्रान्त के जयपुर जिले का एक शहर है। इसका पुराना नाम बैराट है. विराट नगर राजस्थान में उत्तर मे स्थित है । यह नगरी प्राचीन मस्तय राज की राजधानी रही है । चारो और सुरम्य पर्वतो से घिरे प्राचीन मत्स्य देश की राजधानी रहे विराटनगर में पुरातात्विक अवशेषों की सम्पदा बिखरी पड़ी है या भूगर्भ में समायी हुई है.


विराट नगर अरावली की पहाडियो के मध्य में बसा है । राजस्थान के जयपुर जिले में शाहपुरा से 25 किलोमीटर दूर विराट नगर कस्बा अपनी पौराणिक ऐतिहासिक विरासत को आज भी समेटे हुए है।

इतिहास

यह वही विराट नगर जहाँ महाभारत काल में पांड्वो ने अपना अज्ञातवास व्यतीत किया था. यहाँ पर पंच्खंड पर्वत पर भीम तालाब और इसके ही निकट जैन मंदिर और अकबर की छतरी है जहाँ अकबर शिकार के समय विश्राम करता था. यह स्थल राजा विराट के मत्स्य प्रदेश की राजधानी के रूप में विख्यात था। यही पर पांडवों ने अपने अज्ञातवास का समय व्यतीत किया था। महाभारत कालीन स्मृतियों के भौतिक अवशेष तो अब यहां नहीं रहे किंतु यहां ऐसे अनेक चिन्ह हैं जिनसे पता चलता है कि यहां पर कभी बौद्ध एवं जैन सम्प्रदाय के अनुयायियों का विशेष प्रभाव था। विराट नगर, जिसे पूर्व में वैराठ के नाम से भी जाना जाता था, के दक्षिण की ओर बीजक पहाड़ी है।

इस के ऊपर दो समतल मैदान हैं यहां पर व्यवस्थित तरीके से रास्ता बनाया गया है। इस मैदान के मध्य में एक गोलाकार परिक्रमा युक्त ईंटों का मन्दिर था जो आयताकार चार दीवारी से घिरा हुआ था। इस मन्दिर के गोलाकार भीतरी द्वार पर 27 लकड़ी के खम्भे लगे हुए थे। ये अवशेष एक बौद्ध स्तूप के हैं जिसे सांची व सारनाथ के बौद्ध स्तूपों की तरह गुम्बदाकार बनाया गया था। यह बौद्ध मंदिर गोलाकार ईंटों की दीवार से बना हुआ था, जिसके चारों तरफ 7 फीट चौड़ी गैलरी है। इस गोलाकार मंदिर का प्रवेश द्वार पूर्व की तरफ खुलता हुआ 6 फीट चौड़ा है। बाहर की दीवार 1 फीट चौड़ी ईंटों की बनी हुई है। इसी प्लेटफार्म पर बौद्ध भिक्षु एवं भिक्षुणियों आदि के चिंतन-मनन करने हेतु श्रावक गृह बने हुए थे।

यहां बनी 12 कोठरियों के अलावा अन्य कई कोठरियों के अवशेष भी चारों तरफ देखे जा सकते हैं। ये कोठरियां साधारणतया वर्गाकार रूप में बनाई जाती थीं। इन पर किए गए निर्माण कार्यों पर सुंदर आकर्षक प्लास्टर किया जाता था। इस प्लेटफार्म के बीच में पश्चिम की तरफ शिला खण्डों को काटकर गुहा-गृह बनाया गया था जो दो तरफ से खुलता था। इसमें भी भिक्षुओं एवं भिक्षुणियों के निवास का प्रबंध किया गया था। इस गुहा गृह के नीचे एक चट्टान काटकर कुन्ड अर्थात् टंकी भी बनाई गई है जिसमें पूजा व पीने के लिए पानी इकट्ठा किया जाता था। विराट नगर की बुद्ध-धाम बीजक पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक चट्टान है जिस पर भब्रू बैराठ शिलालेख उत्कीर्ण है। इसे बौद्ध भिक्षु एवं भिक्षुणियों के अलावा आम लोग भी पढ़ सकते थे। इस शिलालेख को भब्रू शिलालेख के नाम से भी जाना जाता था। यह शिलालेख पाली व ब्राह्मी लिपि में लिखा हुआ था।

इसे सम्राट अशोक ने स्वयं उत्कीर्ण करवाया था ताकि जनसाधारण उसे पढ़कर तदनुसार आचरण कर सके। इस शिला लेख को कालान्तर में 1840 में ब्रिटिश सेनाधिकारी कैप्टन बर्ट द्वारा कटवा कर कलकत्ता के संग्रहालय में रखवा दिया गया। आज भी विराटनगर का यह शिलालेख वहां सुरक्षित रखा हुआ है। इसी प्रकार एक और शिला लेख भीमसेन डूंगरी के पास आज भी स्थित है। यह उस समय मुख्य राजमार्ग था।

बीजक की पहाड़ी पर बने गोलाकार मन्दिर के प्लेटफार्म के समतल मैदान से कुछ मीटर ऊंचाई पर पश्चिम की तरफ एक चबूतरा है जिसके सामने भिक्षु बैठकर मनन व चिन्तन करते थे। यहीं पर एक स्वर्ण मंजूषा थी जिसमें भगवान बुद्ध के दो दांत एवं उनकी अस्थियां रखी हुई थीं। अशोक महान बैराठ में स्वयं आए थे। यहां आने के पहले वे 255 स्थानों पर बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार कर चुके थे। बैराठ वर्षों तक बुद्धम् शरणम् गच्छामी, धम्मम् शरणम् गच्छामी से गुंजायमान रहा है।

यह स्थल बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार का केंद्र रहा है। कालान्तर में जाकर जैन समाज के विमल सूरी नामक संत ने यहीं पर रहकर वर्षों तपस्या की। ऐसी मान्यता है कि उन्हीं के प्रभाव में आकर अकबर ने सम्पूर्ण मुगल राज्य में वर्ष में एक सौ छ: दिन के लिए जीव हत्या बंद करवाई। विराट नगर के उत्तर में नसिया में जैन समाज का संगमरमर का भव्य मंदिर है। इस मन्दिर की भव्यता देखते ही बनती है। पहाड़ की तलहटी में स्थित यह मन्दिर अपनी धवल आभा के कारण प्रत्येक आगन्तुक को अपनी ओर आकर्षित करता है।


नसिया के पास ही मुगल गेट भी बना हुआ है। इस इमारत को अकबर ने बनवाया था। वह यहां पर शिकार के लिए आया करता था। यहीं पर अकबर ने राज्य के लिए सोने चांदी एवं तांबे की टकसाल स्थापित की थी जो औरंगजेब के समय तक चलती रही. महान हिन्दू संत, गोभकत महात्मा रामचन्द्र वीर द्वारा स्थापित पावन धाम पंचंखंड पर्वत पर वज्रांग मंदिर भी यही स्थापित है. इस मंदिर के विषय में सबसे महत्वपूर्ण बात ये है की यहाँ हनुमान जी जाति वानर मानी गयी है, तन से उनको मानव सामान माना गया है. यह महात्मा रामचन्द्र वीर की जन्मभूमि भी है.

विराट नगर से 90 कि मी की दूरी पर जयपुर और 60 कि मी पर अलवर , और 40 कि मी पर शाहपुरा स्थित है।

बुधवार, 29 जनवरी 2014

खड़ताल का नन्हा जादूगर फिरोजखां

बाड़मेर। मात्र दस साल की उम्र और खड़ताल बजाने की ऎसी कला की हर कोई अचरज में पड़ जाए। यह नन्हा कलाकार फिरोजखां जो शिव तहसील के झांपली गांव का है। फिरोजखां दस साल की आयु में भी उस बुलंदी को छू चुका है जिसे कई कलाकार छूने की तमन्ना रखते है।

परम्परागत मांगणियार गायकी का यह नन्हा कलाकार गणतंत्र दिवस पर सम्मानित हुआ। पिता गफूरखां के साथ नियमित अभ्यास करता है। अब तक देश के कई कोनों में खड़ताल की जादूगरी से लोगों की दाद बटोर चुका है। गफूरखां ने बतया कि मां की गोद से ही उसे खड़ताल बजाने का शौक लगा। पाटी पर अ, आ लिखने से पहले उसने खड़ताल हाथ में थाम ली। आरएएस अधिकारी डा. नखतदान बारहठ और एबीईईओ अमरदान चारण के अनुसार एक बार जो फिरोज की खड़ताल को ुसुन लेता है वह इसका दीवाना हो जाता है।

सेना की लिखित परीक्षा 2 फरवरी को

जोधपुर। सेना में विभिन्न पदों की भर्ती के लिए एम.एच.फिट, एनसीसी और खेल सम्बन्धी सत्यापन के कारण शेष अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा 2 फरवरी को जोधपुर में होगी। सेना की लिखित परीक्षा 2 फरवरी को
यह परीक्षा सैनिक सामान्य, सैनिक तकनीकी, सैनिक क्लर्क और सैनिक ट्रेडमैन पदों के लिए होगी।

रक्षा प्रवक्ता कर्नल एस.डी.गोस्वामी ने बताया कि परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र वितरण एक फरवरी को एन.सी.सी. कैम्प एरिया, डिफेंस लैब के पास, रातानाडा, जोधपुर में होगा। यदि किसी अभ्यार्थी का कोई दस्तावेज कम है तो उसको पूरा करके साथ में लेकर जावें।

हिरणों की रक्षा करते हुए दे दी जान



जोधपुर। जोधपुर जिले की फलौदी के बाप गांव के पास मंगलवार रात को शिकार करने से रोकने पर शिकारियों ने एक वन्यजीव प्रेमी की हत्या कर दी। मृतक शैतान सिंह विश्नोई रात को शिकार करने की भनक करने पर शिकारियों का पीछा कर रहा था। इसी दौरान शिकारियों ने गोली चला दी। गोली शैतान सिंह के मुंह पर लगी, इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है। घटना की जानकारी मिलने पर लोगों ने प्रदर्शन किया। मौके पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी पहुंचे और समझाइश के प्रयास किए।
हिरणों की रक्षा करते हुए दे दी जान
पिकअप ने दिया दगा तो पैदल किया पीछा
पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात को एक-डेढ़ बजे के लगभग बाप क्षेत्र के नेनऊ गांव में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। इस पर शैतान सिंह विश्नोई और उसके साथियों ने बाहर आकर देखा कि कुछ लोग हिरणों का शिकार कर रहे थे। इस पर उसने उन्हें रोका, ये देखकर शिकारी भागने लगे। शैतान सिंह ने पिक अप गाड़ी से उनका पीछा किया लेकिन आगे जाकर उनकी गाड़ी खेत फंस गई। इस पर वे पैदल पीछा करने लगे। इसी दौरान शिकारियों ने उन पर फायरिंग कर दी। गोली शैतान सिंह के मुंह पर लगी। इससे उसकी मौत हो गई।

शहीद का दर्जा देने की मांग
सुबह मामले की जानकारी मिलने पर लोगों ने प्रदर्शन किया। इस पर एसपी नितिन दीप बलग्गन और एडीएम नारायण सिंह बारहठ ने समझाइश का प्रयास किया। लोगों ने मांग की कि शैतान सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए, मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए इसके अलावा वन्य संरक्षा के लिए काम करने वाले व्यक्तियों को लाइसेंस दिया जाए।





 

समलैंगिकता में बेरूखी तो महिला प्रधान ने की हत्या

लखनऊ। समलैंगिकता पर देश भर में छिड़ी बहस के बीच उत्तरप्रदेश में संदिग्ध समलैंगिकता के मामले में एक महिला ने दूसरी महिला की गोली मार कर हत्या कर दी। समलैंगिकता में बेरूखी तो महिला प्रधान ने की हत्या
मारने वाली महिला भी कोई साधारण नहीं बल्कि एक निर्वाचित प्रधान है। बताया जाता है कि महिला प्रधान ने समलैंगिक सम्बन्धों में दूसरी महिला के बेरूखी जताने के बाद यह क्रूर कदम उठाया। वारदात में शामिल उसके वाहन चालक को भी पकड़ लिया गया जबकि भतीजा फरार हो गया।

पुलिस के मुताबिक गोंडा के ग्राम कटरा शहबाजपुर की प्रधान सुमन सिंह ने मोहल्ला इस्माइलगंज निवासी दीपा सिंह (36) की मंगलवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी।

आरोपी महिला प्रधान ने कुबूला है कि वह दीपा को बीवी मानती थी। लेकिन दीपा अपने पति के दबाव में उससे बेरूखी करने लगी थी। सुमन सोमवार को ही बबलू के घर आ गई थी। सीओ गाजीपुर विशाल पांडेय के मुताबिक मंगलवार को उसने बबलू के घर हंगामा शुरू कर दिया।

उसने फोन कर अपने भतीजे विपिन सिंह को बुला लिया। विपिन के आते ही उसने कार में रखा अपना अवैध पिस्टल निकाला और धड़धड़ाते हुए घर के अंदर जा घुसी और दीपा की गोली मारकर हत्या कर दी। चीख-पुकार व गोली चलने की आवाज पर आसपास के लोग दौड़े।

इस पर सुमन ने दहशत फैलाने के इरादे से दो और फायर किए और कार में सवार होकर भागने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने नागरिकों की मदद से घेराबंदी करके सुमन व कार चालक शिवम मिश्रा को गिरतार करके वारदात में इस्तेमाल पिस्टल व कार बरामद कर ली जबकि विपिन सिंह फरार हो गया।

पदोन्नति को लेकर अधीक्षण अभियंता का किया घेराव



पदोन्नति को लेकर अधीक्षण अभियंता का किया घेराव
विधुत तकनीकी कर्मचारियों ने नारेबाजी कर दिया अल्टीमेटम, कार्य में कोताही बरतने का लगाया आरोप

बाड़मेर, 29 जनवरी।

राजस्थान विधुत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन बाड़मेर द्वारा आज बुधवार को तकनीकी कर्मचारियों के पदोन्नति मामले को लेकर अधीक्षण अभियंता बाडमेर का घेराव किया गया। दर्जनों कर्मचारियों ने दोपहर करीब 1 बजे वृत कार्यालय एकत्रित होकर पदोन्नति मामले में लापरवाही बरतने पर रोष जताते हुए नारेबाजी की। इस पर कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता मांगीलाल जाट ने कर्मचारियों से समझार्इश की।

यह जानकारी देते हुए जिला प्रवक्ता रमेश पंवार ने बताया कि संभाग अध्यक्ष आर्इदानसिंह र्इंदा, शिव से चेतनराम, बाबूलाल मुढ़, बाबूलाल सैन, धोरीमन्ना प्रकाश, बालोतरा से गणपत प्रजापत, पचपदरा मंगलाराम, धनराजसिंह, हिंगलाजदान, चुन्नीलाल, विनोद कुमार, लिखमाराम, राजेन्द्र सोनी, हरीराम, कुलदीप रामावत, रविशंकर सहित दर्जनों कर्मचारियों ने एक सूत्री मांग को लेकर ज्ञापन सौपा जिसमें बताया गया कि निगम के अन्य वृतों में तकनीकी कर्मचारियों को पदोन्नति देने का कार्य लंबे समय से चल रहा हैं लेकिन बाड़मेर वृत के तकनीकी कर्मचारियों को पदोन्नति नहीं दी जा रही हैं और कार्मिक शाखा में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा उक्त कार्य को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा हैं जिसके कारण यह प्रकि्रया अटकी हुर्इ हैं, जिससे कर्मचारियों में रोष हैं। इस पर अधीक्षण अभियंता ने कार्मिक शाखा के कर्मचारी को बुलाकर पदोन्नति प्रकि्रया में विलंब के कारण जाने एवं जिन-जिन उपखण्डों की सूची नहीं पहुंची हैं उनसे उसी समय दूरभाष पर वार्ता कर 30 जनवरी तक उक्त सूची वृत कार्यालय भेजने के निर्देश दिए।

कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता मांगीलाल जाट ने तकनीकी कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वह उक्त सूचिया मंगवाकर आगामी दो-तीन दिन में ही यह प्रकि्रया पूर्ण करा पदोन्नति करेगे। ज्ञापन में तकनीकी कर्मचारियों ने सात दिन में कार्यवाही नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस अवसर पर गोविन्दसिंह, वासुदेव, दलपतसिंह, देवाराम, डूंगराराम, राजेन्द्र चौधरी, पवन खत्री, मनोज खत्री, पदमसिंह, दिनेशसिंह एवं कुंपसिंह सहित जिले के सभी उपखण्डों से तकनीकी कर्मचारी एवं पदाधिकारी उपसिथत थे।

दजर्नो कंडोम के साथ 5 अरेस्ट

जयपुर। राजस्थान की राजधानी में तेजी से पनप रहे सेक्स कारोबार पर अंकुश लगाते हुए जयपुर पुलिस ने इस धंधे से जुड़े नए मामले का पर्दाफाश किया है।
यह मामला ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र का है और यहां से चार महिलाओं सहित पांच को गिरफ्तार किया है। पुसिल ने मौके से तीन दर्जन कंडोम भी जब्त किए हैं।

पुलिस ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि जयसिंहपुरा खोर स्थित श्याम वाटिका के एक मकान में वेश्यावृत्ति का अड्डा चल रहा है।

एसीपी आमेर सुरेंद्र सागर ने टीम बनाकर सूचना की तस्दीक करने के लिए बोगस ग्राहक भिजवाया। सौदा तय होने के बाद पुलिस ने दबिश दी और आरोपियों को पकड़ लिया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी मीनू (28) के घर में वेश्यावृत्ति का धंधा चल रहा था, जहां से नंदपुरी, बाइस गोदाम निवासी रेहाना (29), झोटवाड़ा धानका बस्ती निवासी सोनाली (19), चार दरवाजा निवासी परवीन (32) और बनीपार्क निवासी राहुल जैन (37) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मौके से 1650 रूपए और तीन दर्जन कंडोम भी जब्त किए गए हैं।

गैंगरेप के बाद घर लौटी थी, फिर उठाया

जयपुर। राजस्थान के पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा के गांव परसरामपुरा (झुंझुनूं जिला) में एक सामुहिक बलात्कार की शिकार पीडिता को फिर से अगवा करने की खबर है। पीडिता का मंगलवार सुबह घर के बाहर से अपहरण किया गया है।
पुलिस के मुताबिक पीडिता के चाचा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि कि उसकी भतीजी को मंगलवार सुबह 4-5 बजे अज्ञात लोग गाड़ी में डालकर ले गए। रिपोर्ट के बाद से पुलिस ने पीडिता की तलाश शुरू कर दी है लेकिन फिलहाल कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

उल्लेखनीय है कि नवलगढ़ थाना क्षेत्र की केशा की ढाणी(परसरामपुरा) की रहने वाली इय युवती का अक्टूबर में भी अपहरण हो गया था और तभी कुछ युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। तब आरोपी जबरन शादी रचाने तथा बार-बार जान से मारने की धमकी दे रहे थे।


बलात्कार के आरोपियों की संपत्ति होगी कुर्क

अगवा लड़की के साथ पहले भी बलात्कार हुआ था। पीडिता की ओर से तब अपहरण और सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कराया गया था। पुलिस ने इस मामले में ज्यादती के आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।


तीन लोगों घर से उठाया था, लूटी थी आबरू

पीडिता की ओर से दर्ज रिपोर्ट में बताया गया था कि पुजारी की ढाणी के पूर्णमल यादव, ताराचंद यादव व विनोद यादव उसके घर पर फोन करते थे और उसे उठाकर ले जाने की धमकी देते थे। आरोपी 25 सितम्बर 2013 की रात करीब एक बजे उसके घर आए और उसके साथ जबरदस्ती करने लगे। अहीरों की ढाणी के रामावतार यादव की गाड़ी में डालकर आरोपी उसे कोटा के एक होटल में ले गए थे। वहां आरोपियों ने शराब पीकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

रेलवे के क्वार्टर में किया बलात्कार, बनाई सीडी

कोटा से पीडिता को ट्रेन से उज्जैन के महेन्द्रपुर रोड जंक्शन में रविन्द्र सिंह के घर ले गए और उसे बंधक बनाकर रखा। इसके बाद रेलवे के क्वार्टर में ले गए जहां पर आरोपियों ने ज्यादती की तथा उसकी अश्लील सीडी भी बना ली। आरोपियों ने किसी को बताने पर मीडिया को इंटनेरट पर अपलोड करने की धमकी दी। मौका पाकर युवती ने अपने चाचा को फोन किया और पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद चाचा व पीडिता के रिश्तेदार उज्जैन पहुंचे और उसे लेकर आए थे।

मोदी का काम तमाम करने का प्लान तैयार



नई दिल्ली। भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को जान से मारने के लिए आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा एक साथ काम कर रहे हैं।

ये आंतकी संगठन मोदी की हत्या के लिए तीन शार्प शूटर को ट्रेनिंग दे रहे हैं। आईबी के सूत्रों के मुताबिक आतंकी समूहों के कॉल इंटरसेप्ट करने के बाद अधिकारियों को यह जानकारी मिली है।

आईबी के मुताबिक नरेन्द्र मोदी जहां जहां जाते हैं उन स्थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। लश्कर और इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों का ब्लास्ट करने का भी प्लान है।

इसके लिए एक टीम को नेपाल भेजा गया है जो नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के रहने वाले तीन शार्प शूटर लश्कर और इंडियन मुजाहिदीन के लिए काम कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि इसके लिए इंडियन मुजाहिदीन हैदर अली शकूर को मोदी की हत्या का जिम्मा सौपा गया है।

आतंकियों के बीच हुर्ई बातचीत से पता चला है कि चुनावी गतिविधियां तेज होने पर मोदी के रैलियों को को निशाना बनाया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार 1 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के खंडवा की जेल से फरार सिमी कार्यकर्ता अबू फजल 24 दिसंबर को पकड़े जाने से पहले इन आतंकियों के संपर्क में था।

आ गया डीजल से चलने वाला स्कूटर?



नई दिल्ली। दुपहिया वाहन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकार्प लिमिटेड ने कांसेप्ट डीजल स्कूटर सहित पांच नए दुपहिया वाहनों का अनावरण किया।

कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन मुंजाल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में पांच नए वाहनों का अनावरण किया।

उन्होंने कहा कि कांसेप्ट डीजल स्कूटर हीरो आरएनटी में 150 सीसी का डीजल इंजन है। इसमें अलग होने वाला हेडलैम्प है जिसे आवश्यकता पड़ने पर अलग कर टार्च के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

इस स्कूटर के अगले पहिए में इलेक्ट्रिक हब मोंटर लगा हुआ है जो इसे खराब सड़क पर चलने में मदद करता है।

कंपनी ने नई हीरो एचएक्स 250 आर मोटरसाइकिल का अनावरण किया है जिसमें 249 सीसी का सिंगल सिलेंडर इंजन है। इसमें छह गियर हंै और लिक्विड कूल इंजन है जो इसे बेहतर गति देने में सक्षम है।

मुंजाल ने बताया कि सिंगल सिलेंडर 150 सीसी इंजन वाली नई स्पोर्ट मोटरसाइकिल भी पेश की जा रही है। इसमें पांच गियार है और यह पांच रंगों में उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त कंपनी ने 110 सीसी का नया स्कूटर डैश भी पेश किया है।

कंपनी स्कूटर बाजार में अपनी हिस्सेदारी को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से इस स्कूटर को लेकर आ रही है। उन्होंने बताया कि हीरो के वैश्विक बाजार को ध्यान में रखते हुए पहला इलेक्ट्रिक हाईब्रिड स्कूटर लीप का अनावरण किया गया है।

इसमें लीथियम आयन बैटरी और आठ केडकल्यू का इलेक्ट्रिक मोटर है जिसे 124 सीसी इंजन से जोड़ा गया है। इसमें तीन लीटर का पेट्रोल टैंक भी है। उन्होंने कहा कि इन दुपहिया वाहनो के साथ ही और नए उत्पाद दिल्ली ऑटो शो में पेश किए जाएंगे।

बाड़मेर रिश्वत लेते जे टी ऐ पकड़ा गया

बाड़मेर रिश्वत लेते जे टी ऐ पकड़ा गया

बाड़मेर जिले के शिव पंचायत समिति में नरेगा में कार्यरत जे टी ऐ को आज भरष्टाचार निरोधक विभाग ने पांच हज़ार कि रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरागतर किया। जाँबकरी के अनुसार शिव पंचायत समिति में संविदा पर लगे तकनीक सहायक दुर्गा प्रसाद मीना को ब्यूरो ने अली खांन से पांच हज़ार रुपये कि रिश्वत लेते रेंज हाथो गिरफ्तार किया। समाचार लिखे जाने तक कार्यवाही जारी थी

बेहोश कर बनाई छात्रा की डर्टी पिक्चर

जयपुर। विद्याधर नगर थाने में रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के बेटे के खिलाफ एक छात्रा ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि नशीली कॉफी पिलाकर बेहोश कर दिया। अश्लील क्लिपिंग बनाई और उसे सार्वजनिक करने की धमकी देकर पीडिता के साथ दुष्कर्म किया। शादी का वादा करके उसे दो माह तक साथ भी रखा।
पुलिस के मुताबिक, रिपोर्ट देने वाली 23 वर्षीय युवती एमए की छात्रा है। उसका आरोप है कि 29 नवंबर-2013 को विद्याधर नगर निवासी परिचित युवक उसे बस स्टैंड पर मिला। आरोपी उसे एक कॉफी शॉप पर ले गया। उसे कॉफी पिलाई और नाश्ता कराया। फिर जब उसे होश आया तो खुद को किशनगढ़, अजमेर स्थित एक होटल के कमरे में पाया।

युवक ने धमकी दी कि मोबाइल से अश्लील क्लिपिंग बना ली है, किसी से कुछ बोला तो क्लिपिंग सार्वजनिक कर देगा। आरोपी ने उसे धमका कर दुष्कर्म किया। थानाधिकारी विद्याधर नगर चन्द्रप्रकाश ने बताया कि युवक के पिता रिटायर्ड एडिशनल एसपी हैं। छात्रा के पिता ने पहले बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। छात्रा बालिग थी। उसने थाने में आकर आरोपी से शादी करने का बयान दिया था।

फैक्ट्री मालिक पर दुष्कर्म का आरोप

झोटवाड़ा थाने में एक विवाहिता ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि वह फैक्ट्री में बने कमरे में रहती है। 26 जनवरी की रात करीब आठ बजे कमरे में अकेली थी। फैक्ट्री संचालक रामस्वरूप कमरे में घुस आया और उसके साथ दुष्कर्म किया। एसीपी झोटवाड़ा ने बताया कि 12 जनवरी को पीडिता और पति काम छोड़कर चले गए। 18 जनवरी को झोटवाड़ा थाने में फैक्ट्री मालिक पर काम के रूपए न देने का आरोप लगाते हुए परिवाद दिया। फैक्ट्री के अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। फैक्ट्री की उपस्थित पंजिका में पीडिता की हाजिरी 26 जनवरी की नहीं है।

रेलवे की केबिन में किया दुष्कर्म

नरेना निवासी 48 वर्षीय एक महिला ने करधनी थाने में परिचित अजीत यादव और गोपाल के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि 24 जनवरी को बेटे और पति के साथ करधनी में एक रिश्तेदारी में आ रही थी। रास्ते में परिचित अजीत यादव और गोपाल मिल गए। उसे रिश्तेदार के यहां छोड़ने का झांसा देकर हाथोज मोड़, रेलवे फाटक पर ले गए। रेलवे की केबिन में दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। एसीपी झोटवाड़ा ने बताया कि पीडिता का मेडिकल कराया गया है। जांच की जा रही है।