बुधवार, 29 जनवरी 2014

हिरणों की रक्षा करते हुए दे दी जान



जोधपुर। जोधपुर जिले की फलौदी के बाप गांव के पास मंगलवार रात को शिकार करने से रोकने पर शिकारियों ने एक वन्यजीव प्रेमी की हत्या कर दी। मृतक शैतान सिंह विश्नोई रात को शिकार करने की भनक करने पर शिकारियों का पीछा कर रहा था। इसी दौरान शिकारियों ने गोली चला दी। गोली शैतान सिंह के मुंह पर लगी, इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है। घटना की जानकारी मिलने पर लोगों ने प्रदर्शन किया। मौके पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी पहुंचे और समझाइश के प्रयास किए।
हिरणों की रक्षा करते हुए दे दी जान
पिकअप ने दिया दगा तो पैदल किया पीछा
पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात को एक-डेढ़ बजे के लगभग बाप क्षेत्र के नेनऊ गांव में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। इस पर शैतान सिंह विश्नोई और उसके साथियों ने बाहर आकर देखा कि कुछ लोग हिरणों का शिकार कर रहे थे। इस पर उसने उन्हें रोका, ये देखकर शिकारी भागने लगे। शैतान सिंह ने पिक अप गाड़ी से उनका पीछा किया लेकिन आगे जाकर उनकी गाड़ी खेत फंस गई। इस पर वे पैदल पीछा करने लगे। इसी दौरान शिकारियों ने उन पर फायरिंग कर दी। गोली शैतान सिंह के मुंह पर लगी। इससे उसकी मौत हो गई।

शहीद का दर्जा देने की मांग
सुबह मामले की जानकारी मिलने पर लोगों ने प्रदर्शन किया। इस पर एसपी नितिन दीप बलग्गन और एडीएम नारायण सिंह बारहठ ने समझाइश का प्रयास किया। लोगों ने मांग की कि शैतान सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए, मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए इसके अलावा वन्य संरक्षा के लिए काम करने वाले व्यक्तियों को लाइसेंस दिया जाए।





 

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