मंगलवार, 3 सितंबर 2013

कहासुनी में 12 वीं के छात्र ने सहपाठी को चाकू घोंपा

अजमेर। आगे वाली सीट पर बैठन की बात को लेकर एक 12 वीं कक्षा के छात्र ने अपने सहपाठी को मंगलवार सुबह चाकू से वार कर घायल दिया। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया।कहासुनी में 12 वीं के छात्र ने सहपाठी को चाकू घोंपा
जानकारी के अनुसार रामेश्वर विद्यापीठ स्कूल की 12 वीं कक्षा (कला वर्ग) में पढ़ने वाला जसवीर व लोकेश वर्मा के बीच आगे वाली सीट पर बैठने की बात पर कहासुनी हो गई। इस पर लोकेश ने अपने बैग में से चाकू निकाल कर जसवीर पर ताबड़तोड वार कर दिए। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई और छात्र कक्षा से बाहर निकलकर स्कूल प्रशासनको घटना सूचना दी।

क्लास रूम मे हुए इस घटनाक्रम के बाद खून से लथपथ जसवीर को फर्श पर पड़ा देख स्कूल प्रशासन के होश उड़ गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल छात्र को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया,जहां उसकी हालत ठीक बताई जा रही है। हमलावर छात्र को हिरासत में लिया गया हैं।

पांच पदयात्रियों को जीप ने कुचला

जोधपुर-जैसलमेर राजमार्ग स्थित फलौदी थाना इलाके के गांव बेरिडा के समीप मंगलवार सुबह एक जीप अनियंत्रित रफ्तार के साथ पदयात्रियों पर चढ़ गई। घटना में पांच पदयात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन को गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पुलिस ने जीप को जब्त कर फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। पांच पदयात्रियों को जीप ने कुचला
पुलिस के अनुसार सुबह गांव बेरिडा के समीप पदायात्रियों का एक जत्था रामदेवरा मंदिर जा रहा था। इसी दौरान पीछे से आई एक जीप अनियंत्रित रफ्तार के साथ जत्थे में जा घुसी। घटना में पांच पदयात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि तीन गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

फलौदी थाना पुलिस ने घायलों को स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने बताया कि मृतकों में तीन की शिनाख्त भीलवाड़ा के आसींद कस्बे निवासी की रूप में की गई है, जबकि दो की शिनाख्तगी के प्रयास जारी हैं।

एक के बाद एक कुचलती गई

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पदयात्री सड़क के किनारे एक के पीछे एक चल रहे थे। इसी दौरान जीप ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया। आगे एक पत्थर से टकराकर जीप रूक गई और चालक मौके से फरार हो गया।

महिला सिपाही की हथेली पर बनाया दिल, चूम लिया



लखनऊ।। ट्रांस गोमती इलाके में एक थाने के एसओ द्वारा महिला सिपाही से अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। एसओ ने अपने कमरे में महिला सिपाही को बुलाया और उसके साथ अश्लील हरकत की। एसओ की इस हरकत से दुखी सिपाही ने अपना हाथ जला डाला। अपने ही साहब से बचने के लिए उसे 1090 का सहारा लेना पड़ा। डीआईजी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
Female police constable sexually assaulted by SO
ट्रांस गोमती के एक थाने में तैनात एसओ ने महिला पुलिसकर्मियों की ही सुरक्षा को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, एसओ ने रविवार को एक महिला सिपाही को अपने कमरे में बुलाया और उससे अश्लील बातें करनी शुरू कर दीं। महिला सिपाही ने एसओ की हरकतों को नजरअंदाज किया।

इस पर एसओ की हिम्मत और बढ़ गई। एसओ ने महिला सिपाही का हाथ पकड़कर लिया। उसकी हथेली पर दिल बनाया और हाथ चूम लिया। एसओ की हरकत से वह सहम गई और दौड़ते हुए बाहर आ गई। क्षुब्ध सिपाही ने अपने हाथ पर आग लगा ली। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने महिला सिपाही के हाथ पर लगी आग बुझाई और उसे इलाज के लिए ले गए।सूत्रों की मानें तो पीड़ित सिपाही ने एसओ की शिकायत वुमन पावर लाइन 1090 पर भी की। जिम्मेदार पुलिस अधिकारी पहले तो मामले को रफा-दफा करने में जुट गए। हालांकि बाद में मामला खुल गया।
डीआईजी नवनीत सिकेरा ने इस घटना पर कहा कि महिला सिपाही के साथ एसओ द्वारा अश्लील हरकत करने का मामला संज्ञान में आया है। सीओ कैंट बबीता सिंह को मामले की जांच सौंपी गई है। दो दिन के अंदर वह रिपोर्ट सौंपेगीं। दोषी पाए जाने पर आरोपी एसओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली में जॉब का झांसा देकर एयर होस्टेस से रेप !



नई दिल्ली।। एयर होस्टेस को नौकरी का झांसा देकर रेप का मामला सामने आया है। कर्जे में डूबी प्राइवेट एयरलाइंस में युवती एयर होस्टेस थी। वहां से तमाम कर्मचारियों को निकाला गया था। उन्हीं में यह एयर होस्टेस भी शामिल है।
Air-hostess-alleges-rape
सूत्रों के मुताबिक नई जॉब तलाशने के दौरान एक शख्स ने दूसरी एयरलाइंस में नौकरी का झांसा दिया और आरोप है कि उसके साथ रेप किया। युवती गुड़गांव में रहती है और वहां के सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में पीड़िता की शिकायत पर रात जीरो एफआईआर दर्ज की गई है।

मामला नेहरू प्लेस का बताया जा रहा है। गुड़गांव पुलिस का कहना है कि जीरो एफआईआर दर्ज करके केस दिल्ली के साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस को ट्रांसफर कर किया गया है। केस दर्ज होने के बाद आरोपी रोहित फरार है।इस बाबत साउथ ईस्ट डीसीपी पी करुणाकरण से मंगलवार सुबह पूछा गया तो उन्होंने गुड़गांव पुलिस की तरफ से केस ट्रांसफर करके दिल्ली पुलिस के पास भेजे जाने की बात से इनकार किया है।

बाबा रामदेव की संतों और धर्मगुरुओं को नसीहत, महिलाओं से दूरी बनाए रखें

हरिद्वार : योगगुरु रामदेव ने कहा कि संतों और धर्मगुरुओं को महिलाओं तथा उनकी मां-बेटियों और सास जैसी पारिवारिक सदस्यों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
रामदेव ने कहा कि धर्म ग्रंथों में संतों के लिए आदर्श व्यवहार का एक सिद्धांत यह है कि उन्हें महिलाओं तथा उनकी मां-बेटियों और सास जैसी पारिवारिक सदस्यों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। उनकी यह टिप्पणी हाल में नाबालिग लड़की के यौन शोषण मामले में स्वयंभू संत आसाराम की गिरफ्तारी के संदर्भ में आई है।

योगगुरु ने किसी नाम लिए बिना कहा कि जिस किसी धर्मगुरु ने गरिमामय व्यवहार के सिद्धांत का उल्लंघन किया है, उसे निश्चित तौर पर संकट का सामना करना पड़ा है।

सोमवार, 2 सितंबर 2013

पांच की हत्या कर फंदे से झूला



भिलाई। जहां इंदौर में एक डॉक्टर द्वारा अपनी पत्नी, बेटी, सास और ससूर की हत्या के बाद आत्महत्या की घटना को एक दिन भी नहीं बीता है वहीं अंडा थाना से दो किमी दूर ग्राम जंजगिरी में एक वहशी ने अपनी मां, पत्नी सहित तीन मासूम बच्चों की हथोड़ा मारकर हत्या कर दी। बाद में खुद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पूरे गांव में शोक व दहशत का माहौल है।
पांच की हत्या कर फंदे से झूला



पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पत्थर तोड़ने वाले बड़े हथोड़े से सभी के सिर पर बारी-बारी से वार किया। इससे सभी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी देवनारायण ने मोबाइल से अपने पिता ज्ञानसिंह देशमुख को जानकारी दी। इसके बाद खुद ने फांसी लगाकर जान दे दी। इधर सूचना से सकते में आए ज्ञान सिंह ने अपने छोटे बेटे अंबिकापुर में पदस्थ आरक्षक राजभान देखमुख को बताया। राजभान ने गांव के अपने चचेरे भाई राजकुमार को घटना के बारे में बताया और घर में जाकर देखने को कहा। राजकुमार मौके पर पहुंचा, तो अंदर से दरवाजा बंद था। घर के छज्ो से अंदर झांकने पर उसके होश उड़ गए। अंदर खून से लथपथ शव पड़े थे। राजकुमार ने गांव के सरपंच व अन्य लोगों को घटना की सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। इसके बाद दरवाजा खोला गया।

सुबह मौके पर एसपी डा. आनंद छाबड़ा, फॉरेसिंक एक्सपर्ट डा. अनुपमा मेश्राम व पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए और घटना स्थल का निरीक्षण किया। सभी शवों का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शाम को एक साथ अंतिम संस्कार हुआ।




आरोपी ने अपने परिवार के सदस्यों की हत्या बड़ी कू्ररता से की। उसकी पत्नी पुष्पा, मां झामिन व तीनों बच्चे गहरी नींद में सोए हुए थे। रात करीब दो बजे से आरोपी ने मौत का तांडव शुरू किया। भारी हथोड़े से ताबड़तोड़ कई वार किए, जिससे किसी को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाया। जो जिस हाल में सोया था, उसी हाल में उनकी मौत हो गई। एक कमरे में उसकी पत्नी व तीनों बच्चे सोए थे। संभवत: सबसे पहले आरोपी ने अपनी पत्नी के सिर पर हथोड़े से वार किया। इसके बाद सोते हुए मासूम बच्चों को भी एक-एक करके मौत के घाट उतार दिया। यह सब इतनी जल्दी में हुआ कि कोई जागकर अपना बचाव भी नहीं कर पाया। दूसरे कमरे में उसकी मां झामिन सो रहीं थीं। झामिन का शव पलंग के नीचे पड़ा मिला। साथ ही शव में मूवमेंट है, इससे लगता है कि वह घटना के समय जाग गई थी।




आरोपी मानसिक रोगी

परिजनों के मुताबिक करीब 15 साल पहले देवनारायण को मानसिक परेशानी थी। उसका इलाज भी हुआ था। इसके बाद से वह पूरी तरह से स्वस्थ्य था। रविवार रात को अचानक उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। इससे परिवार सहित अन्य लोग भी हैरत में पड़ गए हैं।

विषाक्त पदार्थ खाकर प्रेमी युगल ने दी जान

गुड़गांव। आईटी सिटी गुड़गांव के सोहना पर्यटन परिसर में एक प्रेमी जोड़े के शव मिलने से सनसनी फैल गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि 20 वर्षीय युवक और उसके साथ मौजूद युवती ने विष्ााक्त पदार्थ का सेवन कर खुदकुशी कर ली। विषाक्त पदार्थ खाकर प्रेमी युगल ने दी जान
पुलिस के अनुसार मरने वाला युवक अशोक कुमार है। वहीं युवती का नाम ज्योति (18) है। दोनों शनिवार रात को राज्य सरकार की ओर से संचालित पर्यटन होटल के परिसर में पहुंचे और कमरा बुक कराया।

इसके बाद दोनों अपने कमरे में चले गए। रविवार को साफ-सफाई के लिए होटल का कर्मचारी उनके कमरे में पहंुचा तो वहां उनके शव पड़े थे। होटल के कर्मचारियों ने पुलिस को वारदात की सूचना दी।

पुलिस ने मौके से सबूत जुटाए तो वहां उन्हें एक सुसाइड नोट मिला जिसमें युवक-युवती ने मर्जी से आत्महत्या करना लिख और मौत का जिम्मेदार किसी को नहीं ठहराया। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मौत के पीछे आखिर वजह क्या थी।

पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए। साथ ही परिजनों से पूछताछ फिलहाल मामले की जांच जारी है।

6 लाख की इनकम वाले अमीरों को ही मिलेगा लोन

6 लाख की इनकम वाले अमीरों को ही मिलेगा लोन

मुंबई। एसबीआई अब उन्हीं लोगों को कार खरीदने के लिए लोन देगा जिनकी सालाना इनकम 6 लाख रूपए होगी। एसबीआई ने बढ़ती महंगाई के कारण पात्रता नियमों को कड़ा किया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत के कारण बैंक लोन देने में काफी सावधानी बरत रहा है।
6 लाख की इनकम वालों को ही मिलेगा लोन

एक बैंक अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल की कीमत, मैंटेनेंस,बीमा और अन्य कोस्ट के कारण हमारा मानना है कि कार खरीदने की योजना बनाने वाले परिवार की मासिक इनकम 50 हजार रूपए होनी चाहिए। बैंक ने व्हीकल कोस्ट का 0.51 फीसदी प्रोसेसिंग फीस के रूप में वसूलना भी शुरू कर दिया है। बैंकर्स का कहना है कि अर्थव्यवस्था में मंदी के दौरान पात्रता नियमों को कड़ा करना स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर है।



सूत्रों के मुताबिक बैंक ने अपनी शाखाओं को कहा है कि वे एक करोड़ से ऊपर वाले व्हीकल लोन न दें क्योंकि जिन लोगों ने ऊंचे दाम वाली कारें खरीदने के लिए लोन लिया था वे अभी तक चुका नहीं पाए हैं। हालांकि मुंबई के अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि डिफॉल्ट्स के कारण कार लोन के पात्रता नियमों को कड़ा किया गया है। सीबीआई का कार लोन देश में सबसे सस्ता है। वह 10.45 फीसदी की ब्याज दर पर कार लोन मुहैया कराता है।

व्याख्याताओं का अनशन जारी



व्याख्याताओं का अनशन जारी

 बाड़मेर। दो सूत्री मांगो को लेकर व्याख्याताओं का अनशन सोमवार को सातवें दिन भी जारी रहा। व्यख्याता संघ बाड़मेर के जिलाध्यक्ष ममलाराम चौधरी ने बताया कि भटनागर कमेटी और मंत्रिमण्डलीय उपसमिति की रिर्पोट के बावजूद व्याख्याताओं की वाजिब मांगो को न माने जाने के कारण राज्य के सभी व्याख्याताओं ने सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में गत 12 अगस्त को जयपुर में महारैली निकालकर व्याख्याता संघ रेसला की एकता का परिचय देकर समान वेतनमान एवं पदोन्नति में व्याख्याता एवं प्रधानाध्यापक का 67.33 प्रतिशत लागू करने हेु सरकार को 7 दिन मे मंत्रिमण्डलीय समिति की रिर्पोट को लागू करने का अल्टीमेंटम दिया गया। लेकिन इसके बावजूद सरकार ने आज तक किसी प्रकार के आदेश नही कियें। जिसको लेकर सरकार की हठधर्मिता से मजबूर होकर अपनी मांगो के लिए 27 अगस्त से व्याख्याताओं ने जयपुर में आरमण अनशन प्रारम्भ किया जो आज सातवें दिन भी जारी हैं एवं मांगे न माने जाने तक जारी रहेगा। 

जिलाध्यक्ष चौधरी ने व्याख्याताओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल समाधान करने का आग्रह किया ।

स्थार्इ वारन्ट सहित बारह गिरफ्तार

स्थार्इ वारन्ट सहित बारह गिरफ्तार



बाड़मेर। जिले में वांछित अपराधियों एवं वारनिटयों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत 2 सितम्बर को पुलिस थाना सदर बाड़मेर द्वारा वर्ष 2011 से मारपीट के मामले में न्यायालय में वांछित स्थार्इ वारन्टी दलाराम पुत्र नवलाराम जाति जाट निवासी डूगेरों का तला पुलिस थाना सदर बाड़मेर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस थाना सदर बाड़मेर द्वारा 5 वारन्टी, धोरीमन्ना द्वारा 4 वारन्टी एवं शिव व सिणधरी द्वारा एक-एक वारण्टी गिरफ्तार किये गये।

रिफाइनरी बचाओं संघर्ष समिति का धरना जारी



रिफाइनरी बचाओं संघर्ष समिति का धरना जारी
बाड़मेर।

रिफाइनरी बचाओं संघर्ष समिति के बैनर तले जिला मुख्यालय पर धरना सोमवार को 48वें दिन भी जारी रहा।
संघर्ष समिति के सदस्य डा. रमन चौधरी ने बताया कि अगर बाड़मेर के लीलाला में रिफाइनरी की स्थापना नही होती हैं तो यह बाड़मेर के इतिहास का दु:खद अध्याय होगा, जो राजनेता अपनी टिकिट बचान हेतु इस पर चप्पी साधे बैठे है उन्हे आने वाला इतिहास ओर युवा पीढी कभी माफ नही करेगी जनता अपना हित तथा अहित समझती हैं, बाड़मेर के विकास सहयोग करने वालो को जनता हमेशा याद रखेगी। धरना स्थल पर धरनार्थियो को सम्बोधित करते हुए व्यापार मण्डल के अध्यक्ष कैलाश कोटडि़या ने कहा कि अगर रिफाइनरी लीालाला में नही लगती है तो व्यापारियों के लिए तथा आम आदमी के लिए यह एक बहुत बुरा सपना होगा व्यापार के क्षेत्र में बाड़मेर की सिथति वापिस पहले वाली होने मे ज्यादा समय नही लगेंगा तथा व्यापार का सीधा फायदा जोधपुर के व्यापारियो को होगा उन्होने रिफाइनरी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से कहा कि वो किसी प्रकार का संकोच न करे तथा रिफाइनरी के लिए हमें महीने भर तक अगर बाड़मेर को बंद रखना पड़ा तो भी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने को तैयार है उन्होने आग्रह किया कि संघर्ष समिति जल्द ही आगामी कार्यवाही का ऐलान करे। रावणा राजपूत समाज के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह दहिया ने कहा कि अगर रिफाइनरी लीलाला में नही लगती है तो इसके लिए हमे चाहे भूखा रहना पड़े चाहे महीनो भर बाड़मेर बंद रखना पड़े हर संभव लीलाला में लगाने के प्रयास किये जायेगें। उन्होने कहा कि अगर रिफाइनरी लीलाला से चली गर्इ तो हमारे पास मात्र भूकम्प के झटको के अलावा कुछ नही बचेगा। दहिया ने कहा कि राजस्थान सरकार चाह रही है कि बाड़मेर सिर्फ मरूस्थल एवं अकाल के लिए जाना जाये तथा हरगीज नही होने दिया जाएगा बाडमेर तेल उत्पादक इण्डस्ट्रीज रूप में अपनी पहचान बना चुका हैं उसकी पहचान को छीनने की कोशिश करने वालो को बर्दास्त नही किया जाएगा।

धरना स्थल पर धर्माराम जांणी, टीकमाराम लेगा, सताराम हुडा, मोहनलाल माली, दमाराम सहारण, उमेदाराम, गंगाराम गोदारा सहित सैकड़ो किसानो ने समर्थन दिया। वहीं संघर्ष समिति की रथ यात्रा रेखाराम खोथ, शंकरलाल माली, टीकमाराम लेगा के नेतृत्व में लंगेरा, आटी, देरासर आदि गांवो का दौरा कर रिफाइनरी का संदेश गांव-गांव तक पहुचाया गया।

केदियो संग मंगलवार को बाबा करेंगे सत्संग



केदियो संग मंगलवार को बाबा करेंगे सत्संग

आसाराम को 14 दिन के लिए जेल भेजा,समर्थकों पर लाठीचार्ज


बाड़मेर जोधपुर जेल में बंद हुए बाबा आसाराम सोमवार को जेल परिसर में काफी रहत महसूस कर रहे थे। बाबा करीब आधा घंटा तक परिसर में टहले हें। उन्होंने जेल में आने के बाद कुछ सात्विक भोजन भी ग्रहण किया। बाबा के समर्थक जेल के बाहर हंगामा कर रहे हें वही बाबा मंगलवार को जेल परिसर में कैदियों के साथ सत्संग करेंगे

आसाराम को 14 दिन के लिए जेल भेजा,समर्थकों पर लाठीचार्ज



जोधपुर। नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार आसाराम बापू के दिन अब जेल में कटेंगे। स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने आसाराम से और पूछताछ के लिए रिमांड नहीं मांगी इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
आसाराम को 14 दिन के लिए जेल भेजा,समर्थकों पर लाठीचार्ज
जेल परिसर के बाहर समर्थकों का हंगामा

कोर्ट के आदेश के बाद डीसीपी अजय पाल लांबा के नेतृत्व में पुलिस टीम आसाराम को सीधे केन्द्रीय जेल ले गई। आसाराम के जेल पहुंचते ही वहां उनके करीब 500 समर्थक एकत्रित हो गए। उन्होंने जेल के बाहर जबरदस्त हंगामा किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। उनको खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। 


अन्य कैदियों के साथ नहीं रखा जाएगा आसाराम को

इससे पहले जब आसाराम को कोर्ट में पेश किया गया था तब भी उनके समर्थकों ने कोर्ट परिसर के बाहर हंगामा किया था। जेल अधीक्षक राकेश मोहन ने बताया कि जेल में आसाराम को अन्य कैदियों के साथ नहीं रखा जाएगा। उन्हें एकांत रूम में रखा जाएगा। आसाराम के साथ बतौर सामान्य कैदी बर्ताव किया जाएगा। उन्हें जेल में एक ब्लैंकेट,मग, चटाई और कटोरी दी जाएगी। अगर हमें लगता है कि उनकी सुरक्षा प्रभावित नहीं होगी तो उन्हें अन्य कैदियों के साथ भी रखा जा सकता है। 


इस बीच आसाराम के वकील ने जमानत के लिए याचिका भी दाखिल कर दी है। सरकारी वकील आनंद पुरोहित ने कहा कि जमानत याचिका पर मंगलवार सुबह 11 बजे होगी। आसाराम के वकील ने कहा कि वह स्वस्थ नहीं है इसलिए उन्हें जेल के अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए लेकिन कोर्ट ने उनकी अपील ठुकरा दी। जोधपुर पुलिस ने सोमवार को कहा कि आसाराम के खिलाफ मजबूत केस है। जांच सही दिशा में चल रही है। जोधपुर के डीसीपी अजय पाल लांबा ने कहा कि जांच पूरी होने में अभी थोड़ा और वक्त लगेगा। 

सेवादार शिवा गिरफ्तार 

उधर पुलिस ने आसाराम के सेवादार शिवा को पूछताछ के बाद अरेस् कर लिया है तथा मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम की वार्डन शिल्पी को गिरफ्तार करने के लिए जोधपुर पुलिस की टीम रवाना हो गई है। शिल्पी पर पीडित परिवार को गुमराह करने का आरोप है। 

सूत्रों ने बताया कि सोमवार को राजस्थान सशस्त्र बल (आरएसी) की प्रथम बटालियन के सामने मीडिया कर्मियों के साथ फोटोग्राफी करते हुए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। इसी तरह, पाल रोड स्थित आसाराम के आश्रम के सामने मीडिया कर्मियों से मारपीट एवं बाद में पुलिस कार्रवाई की मोबाइल से वीडियोग्राफी करते एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। 

आसाराम ने पुलिस के समक्ष आश्रम में पीडिता के साथ होने की बात सही मानी है। हालांकि, आसाराम ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस रविवार रात घटना की तफ्तीश करने के लिए आसाराम को उनके मणाई आश्रम लेकर गई और उनकी कुटिया में उनसे पूछताछ की। लेकिन, आसाराम आरोपों से इनकार करते रहे। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सबूतों को पुख्ता करने के लिए रविवार को एक मेडिकल टीम से उनके पौरूषत्व की जांच भी कराई,जो सही पाई गई। आसाराम को गत 31 अगस्त की देर रात इंदौर से गिरफ्तार किया गया था।

मोदी की उम्मीदवारी में आडवाणी ने डाला अड़ंगा!

नई दिल्ली। भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने को लेकर पार्टी में एक राय नहीं बन पा रही है। उधर संघ ने मोदी के नाम की जल्द से जल्द घोषणा के लिए भाजपा पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। मोदी की उम्मीदवारी में आडवाणी ने डाला अड़ंगा!

रविवार रात संघ के नेता भैया जी जोशी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज भी मौजूद थी। बैठक में मोदी की पीएम पद की उम्मीदवारी पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक जोशी ने बैठक में साफ कहा कि मोदी के पीएम पद की उम्मीदवारी पर जल्द घोषणा हो।



सूत्रों के मुताबिक आडवाणी कैंप इसके पक्ष में नहीं है। आडवाणी और सुषमा स्वराज चाहते हैं कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का ऎलान विधानसभा चुनाव के बाद हो। 9 सितंबर को भाजपा और संघ की समन्वय समिति की बैठक होगी। इसमें मोदी भी हिस्सा लेंगे। बैठक में संघ की ओर से सुरेश सोनी और भैयाजी जोशी हिस्सा लेंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। सूत्रों के मुताबिक बैठक का मुख्य एजेंडा पीएम पद के लिए मोदी के नाम की घोषणा होगा।

इमामों और मुअज्जिनों को भत्ता देना असंवैधानिक: हाई कोर्ट



कोलकाता।। ममता सरकार द्वारा इमामों और मुअज्जिनों (नमाज पढ़ने वालों) के लिए घोषित भत्ता असंवैधानिक और जनहित के खिलाफ है। मामले की सुनवाई के दौरान कोलकाता हाई कोर्ट की इस टिप्पणी से पश्चिम बंगाल सरकार को किरकिरी का सामना करना पड़ा है। न्यायमूर्ति प्रणव कुमार चट्टोपाध्याय और न्यायमूर्ति एम पी श्रीवास्तव की खंडपीठ ने इस घोषणा को चुनौती देने वाली एक याचिका पर आदेश जारी किया।
Kolkata: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee addresses at Red Road during...
कोर्ट ने कहा कि यह भत्ता संविधान के अनुच्छेद 14 और 15.1 के खिलाफ है जो कहता है कि राज्य धर्म, नस्ल, जाति, लिंग, जन्मस्थान आदि के आधार पर किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अप्रैल, 2012 में हर इमाम को 2500 रुपए देने की घोषणा की थी। बाद में उन्होंने यह भी कहा था कि मुअज्जिनों को भी 15-15 सौ रुपए मिलेंगे।

प्रदेश बीजेपी महासचिव असीम सरकार ने सरकार के इस फैसले को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यह भत्ता धार्मिक आधार पर समानता सुनिश्चित करने के प्रावधानों के खिलाफ है।असीम सरकार के वकील कौशिक चंद्र ने कहा कि यह जनहित में भी नहीं है क्योंकि इससे हर साल सरकारी खजाने पर 126 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा।
राज्य सरकार के वकील ने दावा किया कि विधानसभा ने इस खर्च पर सहमति दे दी है और सरकार कानून के दायरे में रहते हुए ही ऐसा कर रही है। लेकिन कोर्ट राज्य सरकार की दलीलों से संतुष्ट नहीं थीं।