जोधपुर। नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार आसाराम बापू के दिन अब जेल में कटेंगे। स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने आसाराम से और पूछताछ के लिए रिमांड नहीं मांगी इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
जेल परिसर के बाहर समर्थकों का हंगामा
कोर्ट के आदेश के बाद डीसीपी अजय पाल लांबा के नेतृत्व में पुलिस टीम आसाराम को सीधे केन्द्रीय जेल ले गई। आसाराम के जेल पहुंचते ही वहां उनके करीब 500 समर्थक एकत्रित हो गए। उन्होंने जेल के बाहर जबरदस्त हंगामा किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। उनको खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
अन्य कैदियों के साथ नहीं रखा जाएगा आसाराम को
इससे पहले जब आसाराम को कोर्ट में पेश किया गया था तब भी उनके समर्थकों ने कोर्ट परिसर के बाहर हंगामा किया था। जेल अधीक्षक राकेश मोहन ने बताया कि जेल में आसाराम को अन्य कैदियों के साथ नहीं रखा जाएगा। उन्हें एकांत रूम में रखा जाएगा। आसाराम के साथ बतौर सामान्य कैदी बर्ताव किया जाएगा। उन्हें जेल में एक ब्लैंकेट,मग, चटाई और कटोरी दी जाएगी। अगर हमें लगता है कि उनकी सुरक्षा प्रभावित नहीं होगी तो उन्हें अन्य कैदियों के साथ भी रखा जा सकता है।
इस बीच आसाराम के वकील ने जमानत के लिए याचिका भी दाखिल कर दी है। सरकारी वकील आनंद पुरोहित ने कहा कि जमानत याचिका पर मंगलवार सुबह 11 बजे होगी। आसाराम के वकील ने कहा कि वह स्वस्थ नहीं है इसलिए उन्हें जेल के अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए लेकिन कोर्ट ने उनकी अपील ठुकरा दी। जोधपुर पुलिस ने सोमवार को कहा कि आसाराम के खिलाफ मजबूत केस है। जांच सही दिशा में चल रही है। जोधपुर के डीसीपी अजय पाल लांबा ने कहा कि जांच पूरी होने में अभी थोड़ा और वक्त लगेगा।
सेवादार शिवा गिरफ्तार
उधर पुलिस ने आसाराम के सेवादार शिवा को पूछताछ के बाद अरेस् कर लिया है तथा मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम की वार्डन शिल्पी को गिरफ्तार करने के लिए जोधपुर पुलिस की टीम रवाना हो गई है। शिल्पी पर पीडित परिवार को गुमराह करने का आरोप है।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को राजस्थान सशस्त्र बल (आरएसी) की प्रथम बटालियन के सामने मीडिया कर्मियों के साथ फोटोग्राफी करते हुए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। इसी तरह, पाल रोड स्थित आसाराम के आश्रम के सामने मीडिया कर्मियों से मारपीट एवं बाद में पुलिस कार्रवाई की मोबाइल से वीडियोग्राफी करते एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है।
आसाराम ने पुलिस के समक्ष आश्रम में पीडिता के साथ होने की बात सही मानी है। हालांकि, आसाराम ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस रविवार रात घटना की तफ्तीश करने के लिए आसाराम को उनके मणाई आश्रम लेकर गई और उनकी कुटिया में उनसे पूछताछ की। लेकिन, आसाराम आरोपों से इनकार करते रहे। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सबूतों को पुख्ता करने के लिए रविवार को एक मेडिकल टीम से उनके पौरूषत्व की जांच भी कराई,जो सही पाई गई। आसाराम को गत 31 अगस्त की देर रात इंदौर से गिरफ्तार किया गया था।
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