सोमवार, 2 सितंबर 2013

पांच की हत्या कर फंदे से झूला



भिलाई। जहां इंदौर में एक डॉक्टर द्वारा अपनी पत्नी, बेटी, सास और ससूर की हत्या के बाद आत्महत्या की घटना को एक दिन भी नहीं बीता है वहीं अंडा थाना से दो किमी दूर ग्राम जंजगिरी में एक वहशी ने अपनी मां, पत्नी सहित तीन मासूम बच्चों की हथोड़ा मारकर हत्या कर दी। बाद में खुद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पूरे गांव में शोक व दहशत का माहौल है।
पांच की हत्या कर फंदे से झूला



पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पत्थर तोड़ने वाले बड़े हथोड़े से सभी के सिर पर बारी-बारी से वार किया। इससे सभी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी देवनारायण ने मोबाइल से अपने पिता ज्ञानसिंह देशमुख को जानकारी दी। इसके बाद खुद ने फांसी लगाकर जान दे दी। इधर सूचना से सकते में आए ज्ञान सिंह ने अपने छोटे बेटे अंबिकापुर में पदस्थ आरक्षक राजभान देखमुख को बताया। राजभान ने गांव के अपने चचेरे भाई राजकुमार को घटना के बारे में बताया और घर में जाकर देखने को कहा। राजकुमार मौके पर पहुंचा, तो अंदर से दरवाजा बंद था। घर के छज्ो से अंदर झांकने पर उसके होश उड़ गए। अंदर खून से लथपथ शव पड़े थे। राजकुमार ने गांव के सरपंच व अन्य लोगों को घटना की सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। इसके बाद दरवाजा खोला गया।

सुबह मौके पर एसपी डा. आनंद छाबड़ा, फॉरेसिंक एक्सपर्ट डा. अनुपमा मेश्राम व पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए और घटना स्थल का निरीक्षण किया। सभी शवों का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शाम को एक साथ अंतिम संस्कार हुआ।




आरोपी ने अपने परिवार के सदस्यों की हत्या बड़ी कू्ररता से की। उसकी पत्नी पुष्पा, मां झामिन व तीनों बच्चे गहरी नींद में सोए हुए थे। रात करीब दो बजे से आरोपी ने मौत का तांडव शुरू किया। भारी हथोड़े से ताबड़तोड़ कई वार किए, जिससे किसी को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाया। जो जिस हाल में सोया था, उसी हाल में उनकी मौत हो गई। एक कमरे में उसकी पत्नी व तीनों बच्चे सोए थे। संभवत: सबसे पहले आरोपी ने अपनी पत्नी के सिर पर हथोड़े से वार किया। इसके बाद सोते हुए मासूम बच्चों को भी एक-एक करके मौत के घाट उतार दिया। यह सब इतनी जल्दी में हुआ कि कोई जागकर अपना बचाव भी नहीं कर पाया। दूसरे कमरे में उसकी मां झामिन सो रहीं थीं। झामिन का शव पलंग के नीचे पड़ा मिला। साथ ही शव में मूवमेंट है, इससे लगता है कि वह घटना के समय जाग गई थी।




आरोपी मानसिक रोगी

परिजनों के मुताबिक करीब 15 साल पहले देवनारायण को मानसिक परेशानी थी। उसका इलाज भी हुआ था। इसके बाद से वह पूरी तरह से स्वस्थ्य था। रविवार रात को अचानक उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। इससे परिवार सहित अन्य लोग भी हैरत में पड़ गए हैं।

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