शनिवार, 30 मार्च 2013

ट्रक में लगी आग,जिंदा जला चालक

ट्रक में लगी आग,जिंदा जला चालक

जयपुर। जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित दूदू थाना इलाके में शनिवार अल सुबह एक ट्रक में आग लग गई। घटना में ट्रक चालक की गंभीर रूप से झुलसने से मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार खाली कार्टनों से भरा दिल्ली की ओडीसी कंपनी का एक ट्रक अजमेर से जयपुर आ रहा था।

सुबह करीब साढ़े पांच बजे दूदू थाना इलाके में अचानक ट्रक में आग लग गई। जिससे चालक झुलस गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों व दमकलों की मदद से करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। चालक को इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया,यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि कंपनी को घटना की सूचना दे दी है।

सेक्स रैकेट पकड़ा,एनसीआर से जुडे तार

सेक्स रैकेट पकड़ा,एनसीआर से जुडे तार

हिसार। पुलिस ने हिसार की पॉश कालोनी सेकक्टर 9-11 के मकान पर छापा मारकर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करत हुए 3 लड़कियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार की गई लड़कियों में 2 पश्चिम बंगाल की और एक बिहार के कटिहार जिले की है। पकड़ा गया एक युवक हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गांव चिन्दड का रहने वाला है।

सेक्स रैकेट के तार सीधे तौर पर एनसीआर से जुडे हैं। गिफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में पता चला है कि यहां पर मिली तीनों महिलाएं मूलरूप से पश्चिम बंगाल और बिहार की है, लेकिन काफी दिनों से इनके ठिकाने दिल्ली और उससे सटे गुडगांव और फरीदाबाद बने बताए जा रहे हैं।

पुलिस भी रैकट की तह तक जाने और इससे जुडे सभी लोगो की जानकारी केलिए विभिन्न पहलुओं को खंगाल रही है। पिछले कुछ दिनों में हिसार की विभिन्न पॉश कॉलोनियों और इनसे संबंधित संस्थानों में जिस्मफरोशी से जुड़े कई मामले सामने आए हैं।

जयपुर से कांग्रेस "संदेश यात्रा" का आगाज

जयपुर से कांग्रेस "संदेश यात्रा" का आगाज

जयपुर। प्रदेश कांग्रेस की ओर से कांग्रेस संदेश यात्रा के तहत करौली,बस्सी और दौसा यात्रा का पहला चरण शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय से शुरू हुआ। इस यात्रा को आगामी चुनाव की तैयारियों के आगाज के रूप में देखा जा रहा है।


यात्रा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान,प्रदेश सह-प्रभारी अरूण यादव,सांसद महेश जोशी,केंद्रीय मंत्री लालचंद कटारिया,राज्यसभा सांसद अश्क अली टांक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।


यह यात्रा विभिन्न चरणों में प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी और केन्द्र व राज्य सरकार के कार्यक्रमों व योजनाओं को प्रचारित करेगी। यात्रा में कांग्रेस के राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय नेता, स्थानीय सांसद, विधायक आदि शामिल होंगे।



साथ में सरकारी कार्यक्रम भी


संदेश यात्रा के दौरान कुछ सरकारी कार्यक्रम भी होंगे। मुख्यमंत्री दौसा में रेलवे ओवरब्रिज का लोकार्पण करेंगे तो रविवार को करौली जिले केदानालपुर में मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवासयोजना की द्वितीय किश्त के चेक वितरण समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद कैला देवी में 132 के.वी. जी.एस.एस. का भी लोकार्पण करेंगे।


राजे-तिवाड़ी पर निशाना साधा


प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे और नेता घनश्याम तिवाड़ी की यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आयोग की रोक के बाद भी तिवाड़ी धार्मिक यात्रा निकाल रहे हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजनीतिक स्वार्थ के लिए सुराज यात्रा निकाल रही हैं। जबकि कांग्रेस की यात्रा प्रदेश के विकास का प्रतीक है।

30 साल पहले हत्या,8 पुलिसकर्मी दोषी

30 साल पहले हत्या,8 पुलिसकर्मी दोषी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में 30 साल पहले हुए जघन्य हत्या काण्ड मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरों की विशेष अदालत ने आठ पुलिसकर्मियों को हत्या का दोषी करार दिया है। इस मामले में अदालत ने एक हेडकांस्टेबल को बरी कर दिया है। इस मामले में मुकदमे के दौरान दस अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है।

विशेष न्यायाधीश सीबीआई राजेन्द्र सिंह की अदालत ने यह फैसला 30 वर्ष बाद दिया है। मामले की जांच सीबीआई ने की थी। वर्ष 1982 में 13 मार्च को क्षेत्राधिकारी केपी सिंह दबिश पर गए थे जहां पर मुठभेड़ में केपी सिंह की मृत्यु हो गई थी। इस मामले में 12 ग्रामीणों की भी मौत हुई थी।

सीबीआई ने कुल 19 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांचकर आरोपत्र विशेष अदालत में दाखिल किया था। मुकदमे के दौरान 10 अभियुक्तों की मृत्यु हो गई थी तथा नौ में से एक अभियुक्त हेडकांस्टेबल प्रेम सिंह को अदालत ने बरी कर दिया है। शेष आठ पुलिसकर्मियों को दोषी करार दिया है।

नर्स के साथ गैंगरेप,3 गिरफ्तार

नर्स के साथ गैंगरेप,3 गिरफ्तार

सहरसा। बिहार के सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र के हटिया गाछी के निकट शुक्रवार देर रात एक नर्स के साथ गैंगरेप करने के आरोप में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सत्यार्थी ने शनिवार को बताया किहटिया गाछी स्थित एक निजी चिकित्सालय में काम करने वाली 30 वर्षीय एक नर्स जब रात को बाजार से सब्जी खरीद कर घर लौट रही थी तभी तीन युवकों ने उसके साथ रेप किया।

उन्होंने बताया कि महिला के बयान पर संबंधित थाना में तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने देर रात तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दुष्कर्मियों की पहचान हटिया गाछी निवासी मो. लाल बाबू, मो.मोजिम और मो.सजिम के रूप में की गई है। महिला को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।

31 हत्या,13 रेप,मिली 45 साल सजा

31 हत्या,13 रेप,मिली 45 साल सजा

साराजेवो। बोस्निया की युद्ध अपराध अदालत ने 1992-95 में हुए बोस्निया युद्ध के दौरान गैर सर्बियाई नागरिकों की हत्या,प्रताडना और बलात्कार के मामले में दोषी पाए गये एक सैनिक वेसेलीन व्लाहोविचको शुक्रवार को 45 साल के कारावास की सजा सुनाई। मोंटेनेग्रो क ा नागरिक ब्लाहोविच उर्फ बात्को बोस्नियाई सर्ब सेना से जुडे एक अर्द्धसैनिक बल का सदस्य था।

बास्को के खिलाफ युद्ध अपराध मामले की सुनवाई कर रहे जज जोरान बोजिक ने अपने आदेश में कहा कि बात्को को ग्रेबाविका और राका में 31 लोगों की हत्या, कम से कम 13 महिलाओं के साथ बलात्कार और नागरिकों के खिलाफ प्रताडना और चोरी के कई आरोपों के मामले में दोषी पाया गया। मानवता के खिलाफ बात्को ने ऎसे जघन्य अपराध किए कि लोगों ने उसे ग्रेबाविका के राक्षस की संज्ञा दी थी। ऎसे मानवता विरोधी क्रूर को अंजाम देने वाले बात्को को अगले 45 साल जेल में गुजारने होंगे।

बोस्नियाई युद्ध के दौरान हुए अपराधों के लिए अब तक सर्वाधिक 65 अभियोग बात्को के खिलाफ ही लगाए गए हैं। इन अपराधों के लिए जो अधिकतम सजा दी जा सकती है वह 45 साल ही है। बात्को द्वारा किए गए अपराधों के लिए उसे इतनी ही सजा दी गई है। वात्वो(44) को 2010 में स्पेन में गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद उसे बोस्निया की अदालत में भेजा गया था।

पूर्व यूगोस्लाविया के हेग में स्थित संयुक्त राष्ट्र के युद्ध अपराध न्यायाधिकरण के काम के बोझ को कम करने के उद्देश्य से सारायेवो में 2005 में बोस्निया युद्ध अपराध न्यायालय की स्थापना की गई थी। गौरतलब है कि मोंटेनेग्रो यूरोप का आज एक छोटा सा स्वतंत्र देश है लेकिन बालकन युद्ध के समय से ही यहां के लोग सर्बियाई लोगों के साथ जुड़े रहे। मोंटेनेग्रो के अधिकतर नागरिक बोस्नियाई मुस्लिमों, क्रोएट्स और कोसावो अल्बानियाइयों के खिलाफ सर्बिया की कड़ी कार्रवाइयों का समर्थन करते रहे हैं।

किशोरी व युवती ने फंदा लगाया

किशोरी व युवती ने फंदा लगाया

जोधपुर। कमला नेहरू नगर के पास चानणा भाखर क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर शुक्रवार को एक किशोरी तथा युवती ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों ही मामलों में कारणों का खुलासा नहीं हो पाया। पुलिस के अनुसार देवी रोड चानणा भाखर की विश्वकर्मा कॉलोनी निवासी तारा (16) पुत्री सुखदेव उर्फ सुखाराम बेलदार सुबह घर में चुन्नी से फंदा बनाकर पंखे के हुक पर झूल गई।

कमठा मजदूरी करने वाले किशोरी के पिता व भाई दोपहर में खाना खाने घर लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। भाई दीवार फांदकर अंदर गया और दरवाजा खोला। दोनों अन्दर पहुंचे तो पुत्री को फंदे से लटका देख चौंक गए, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। सूचना पर उप निरीक्षक सोमकरण व अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पहुंचे और कार्यवाही के बाद शव महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की है। उधर, ज्योति नगर चानणा भाखर निवासी ज्योति (19) पुत्री हनुमानसिंह ने सुबह घर के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों को पता चला तो वे युवती को महात्मा गांधी अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने बगैर कार्यवाही शव परिजनों को सौंप दिया।  

मरूधरा में फिर महकेगा गूगल!

मरूधरा में फिर महकेगा गूगल!

जैसलमेर। मरूधरा पर गूगल अपनी महक बिखरने को बेताब है। तीन दशक पूर्व अत्यधिक दोहन से नष्ट हुए गूगल के पौधों को इस बार महकाने का जिम्मा वन विभाग ने लिया है। वन विभाग की धनुवा रेंज में इन दिनों पांच हजार गूगल के पौधों की श्ृंखला तैयार हो रही है। ये पौधे अभी बाल्यवस्था में है और तीन साल बाद ये युवा अवस्था में पहुंच जाएंगे। पथरीली व बंजर जमीन पर खिलने वाली गूगल की पौध को साल में केवल 45 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। ये पौधे एक बार उग जाने के बाद उचित देखभाल पर जीवनपर्यन्त गूगल देता है। एक पौधा एक बार में दो से तीन किलो गूगल देता है।

अतिदोहन से हुए नष्ट
पूर्व में जैसलमेर की बंजर जमीन पर गूगल बहुतायात में पाया जाता था। यहां प्राकृतिक रूप से ही गूगल की पौध उग आती थी। लोगों को इसकी उपयोगिता की जानकारी होने पर उन्होंने इसका अतिदोहन किया। इससे इसकी सारी पौध नष्ट हो गई थी। इसके बाद वन विभाग ने स्थानीय प्रतिनिधियों के कहने पर गूगल की पौध श्ृंखला को दुबारा से तैयार करने का बीड़ा उठाया।

ऎसे किया तैयार
वन विभाग की धेनुआ रेंज में गूगल के पांच हजार पौधों की पहली श्ृंखला को तैयार करने के लिए 2010 में कार्य शुरू किया गया। पहले इसे प्राकृतिक पौधों की सूखी हुई जड़ व शाखाओं से नर्सरी में रूट एंड शूट पद्धति से पनपाया गया। इसके बाद इसे पथरीली व बंजर जमीन पर रोपा गया और तीन साल बाद अब इन पौधों की श्ृंखला अब निखरने लगी है।

आयुर्वेदिक औषधि में उपयोगी
गूगल से पूर्व में अगरबती व धूपबती बनाने में उपयोग होता था, लेकिन इसकी उपयोगिता आयुर्वेदिक औष्ाधियों में होने से देश व विदेशों में भी इसकी मांग बढ़ी है। अब यहां भी दुबारा से गूगल की पौध श्ृंखला तैयार हो जाने से एक बार फिर मुरधरा गूगल का उत्पादन कर सकेगी।

पहचान को तरसती राजस्थानी!

पहचान को तरसती राजस्थानी!

बाड़मेर। आज राजस्थान दिवस है और प्रदेश राजस्थानी की मान्यता को लेकर बात कर रहा है, लेकिन एक भाषा के रूप में राजस्थानी मरूधरा में भी पहचान नहीं बना पाई है। सालों से उच्च माध्यमिक स्तर पर राजस्थानी विषय होने के बावजूद यहां अधिकांश विद्यालयों में राजस्थानी भाषा नहीं पढ़ाई जा रही है। महाविद्यालय स्तर पर तो इस विषय को शामिल ही नहीं किया गया है। हजारों की संख्या में राजस्थानी पढ़ने वालों की तादाद अंगुलियों पर गिनने लायक ही है।

राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठ रही है। इससे राजस्थानी को पहचान मिलेगी तो यहां के युवा इस विषय का अध्ययन कर रोजगार के अवसर पर सकेंगे, लेकिन विद्यालय स्तर पर राजस्थानी की स्थिति सुखद नहीं है। जिले में उच्च माध्यमिक स्तर पर राजस्थानी भाषा को शामिल किए करीब बारह साल हो चुके हैं। इस दौरान इस विषय को मात्र दो-तीन विद्यालयों में ही पढ़ाया जा रहा है। ऎसे में यह विषय आरम्भिक तौर पर ही दम तोड़ता नजर आ रहा है।

महाविद्यालय में नहीं शामिल
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में यह विषय शामिल है, लेकिन महाविद्यालय स्तर पर यह शामिल नहीं है। ऎसे में अधिकांश विद्यार्थी आगे इसका भविष्य नहीं होने की बात कहते हुए इसे पढ़ने से परहेज कर रहे हैं।

यहां है राजस्थानी
जिले में उच्च माध्यमिक स्तर के 145 विद्यालय हैं, इनमें से मात्र राउमावि स्टेशन रोड बाड़मेर, खड़ीन, कल्याणपुर और जसोल में ही राजस्थानी भाषा पढ़ाई जा रही है। करीब पचपन निजी विद्यालय हैं, जिसमें से एक में भी राजस्थानी नहीं पढ़ाई जा रही।

प्रोत्साहन की जरूरत
प्रदेश की भाषा राजस्थानी की मान्यता नहीं होने से दिक्कत हो रही है। राजस्थानी को प्राथमिक स्तर से विषय के रूप में शामिल कर प्रोत्साहन देने की जरूरत है।
- भोमसिंह बलाई, छात्र नेता
राजस्थानी आवश्यक हो
राजस्थान में राजस्थानी आवश्यक विषय के रूप में पढ़ाया जाना चाहिए। राजस्थानी भाषा की मान्यता मिले इसके प्रयास जरूरी है।
- अशोक सारला, जिलाध्यक्ष, राजस्थानी भाषा छात्र परिषद

मान्यता जरूरी
राजस्थानी की मान्यता जरूरी है। इससे हमारी संस्कृति व सभ्यता के प्रति युवाओं की सोच बढ़ेगी और युवाओं को रोजगार में भी फायदा मिलेगा। - नीम्बाराम जांगिड़, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य

मांग नहीं आ रही
किसी विद्यालय में पन्द्रह विद्यार्थी मांग करते हैं तो वहां यह विषय पढ़ाया जा सकता है। जिले में तीन-चार विद्यालयों में यह विषय है। अन्य जगह से मांग नहीं आ रही है, ऎसे में विष्ाय नहीं पढ़ाया जा रहा। - गोरधनलाल पंजाबी, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा)