क्राइस्टचर्च।। क्रिकेट जगत के लिए बुरी खबर है। न्यू जीलैंड के ऑलराउंडर और आईपीएल के स्टार खिलाड़ियों में शुमार जेसी राइडर की हालत नाजुक है। वह कोमा चले गए हैं। डॉक्टरों ने उनकी हालत चिंताजनक बताई है।
न्यू जीलैंड के क्राइस्टचर्च में एक बार में झगड़े के बाद चार लोगों ने उन पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बार के बाहर चार लोगों ने उन्हें जमीन पर गिरा दिया और उसके बाद लात और मुक्कों से उन पर काफी देर तक वार करते रहे। अस्पताल सूत्रों के हवाले से खबर है कि पिटाई से उनके सिर पर गंभीर चोट लगी है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है।
राइडर अपनी स्थानीय वेलिंगटन टीम के खिलाड़ियों के साथ बार गए थे। वेलिंगटन टीम क्राइस्टचर्च घरेलू वनडे टूर्नामेंट के समीफाइनल में खेलने आई थी। पुलिस ने झगड़े की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है और रिपोर्ट थोड़ी देर में जारी की जाएगी।
खबर है कि घटना के कुछ देर बाद ही राइडर आईपीएल खेलने के लिए भारत रवाना होने वाले थे। गौरतलब है कि इस साल राइडर दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेलेंगे। दिल्ली की टीम ने करीब 1.63 करोड़ रुपये में उनके साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है। इससे पहले वह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पुणे वॉरियर्स की तरफ से आईपीएल में खेल चुके हैं।राइडर को एक शानदार खिलाड़ी माना जाता है, लेकिन अत्याधिक शराब पीने के कारण उन्हें कई बार टीम से बाहर भी होना पड़ा है। उन्होंने अब तक खेले 18 टेस्ट मैचों में 1269 रन बनाए हैं, जबकि 39 वनडे मैचों में उनके 1100 रन हैं।
गुरुवार, 28 मार्च 2013
सिकंदर को भूखे कुत्तों के सामने फेंकने की सजा
सिकंदर अली भुट्टो |
एक महिला को उसके पति से बचाने की कोशिश करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता सिकंदर अली भुट्टो को सिंध प्रांत की एक पंचायत ने मौत की सजा सुनाई है। पंचायत ने सजा में कहा है कि सिकंदर को भूखे कुत्तों के सामने उनका पेट भरने के लिए फेंक दिया जाए। सिकंदर अली ने उस औरत का पक्ष लिया था, जिसे उसके पति ने निर्ममता से पीटकर मार डाला था। 15 मार्च को सिंध प्रांत की पंचायत ने उन्हें यह सजा सुनाई है। ताजा मिली जानकारी के मुताबिक सिकंदर अभी जिंदा हैं और उन्होंने कराची में अपने किसी दोस्त के यहां शरण ली हुई है।
सिकंदर अली भुट्टो पाकिस्तान के दहरकी और घोतकी (सिंध प्रांत) के जाने माने पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। इसके अलावा वह दहरकी प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष हैं जो पाकिस्तान प्रेस क्लब से संबद्ध है। वह वन टीवी नाम के एक चैनल के संवाददाता भी हैं।
इस मामले की शुरुआत पिछले वर्ष के 7 दिसंबर को हुई। दहरकी के मौला अलकुतुब कस्बे में शहनाज भुट्टो नाम की एक महिला को उसके पति राना भुट्टो और उसके भाइयों ने पीट-पीटकर मार डाला था। वह महिला अपने पति के अवैध संबंधों और घर में लगातार हो रही उसकी बेइज्जती का विरोध कर रही थी। वहीं उक्त महिला के पति का आरोप है कि उसके सिकंदर अली भुट्टो से अवैध संबंध थे जिसकी वजह से सिकंदर अली उसकी मदद कर रहे थे।
शहनाज की हत्या करने के लिए मौला अलकुतुब में दस हथियारबंद लोग गए थ। बताते हैं कि यह सभी पाकिस्तान की सत्ताधारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सदस्य थे। इनका यह भी आरोप है कि सिकंदर अली शहनाज की मदद से उनकी प्रॉपर्टी भी कब्जाने की कोशिश कर रहे थे। इस हत्याकांड में अभी तक राना भुट्टो, राना की दूसरी मां का बेटा अब्दुल मजीद गिरफ्तार किए गए हैं।
शहनाज भुट्टो कई वर्षों से घरेलू हिंसा का शिकार हो रही थीं। इसकी शिकायत उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, सिंध प्रांत पुलिस के आईजी, वहां के हाईकोर्ट सहित दर्जनों जगहों पर की हुई थी। उन्होंने शिकायत में कहा था कि न सिर्फ उनका पति उन्हें पीटता था, बल्कि उसके देवर भी गाहे बगाहे उसकी पिटाई किया करते थे। हालांकि वर्ष 2009 में वहां की पंचायत ने फैसला दिया था कि शहनाज का पति राना भुट्टो उसकी पिटाई नहीं करेगा। इसके बावजूद शहनाज की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए उसने उसकी पिटाई चालू रखी।
पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता सिकंदर अली भुट्टो ने यह मामला वहां की अदालत से लेकर सरकारी अधिकारियों के सामने उठाया। इसके अलावा उन्होंने शहनाज की मुकदमा फाइल करने में भी मदद की। बाद में जब हत्यारों ने शहनाज की हत्या कर दी, तो उन्होंने हत्या को जायज ठहराने के लिए शहनाज व सिकंदर में नाजायज संबंधों का आरोप लगाया। इसके बाद वहां के हाईकोर्ट ने सिकंदर को सुरक्षा दिए जाने के आदेश दिए। तब से सिकंदर छुपे हुए हैं और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। सिकंदर का कहना है कि उनकी हत्या करने वाले लोग उनसे दो लाख रुपये के बदले उनकी जान बख्शने की डील कर रहे हैं।
पूरे मामले में लोकल पुलिस का रोल भी संदिग्ध है। अदालती आदेश के बावजूद पुलिस ने सिकंदर को सुरक्षा नहीं मुहैया कराई है। इसके अलावा जिस पंचायत ने सिकंदर को भूखे कुत्तों के सामने फेंकने का हुक्म सुनाया, उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है।
सिकंदर अली भुट्टो पाकिस्तान के दहरकी और घोतकी (सिंध प्रांत) के जाने माने पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। इसके अलावा वह दहरकी प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष हैं जो पाकिस्तान प्रेस क्लब से संबद्ध है। वह वन टीवी नाम के एक चैनल के संवाददाता भी हैं।
इस मामले की शुरुआत पिछले वर्ष के 7 दिसंबर को हुई। दहरकी के मौला अलकुतुब कस्बे में शहनाज भुट्टो नाम की एक महिला को उसके पति राना भुट्टो और उसके भाइयों ने पीट-पीटकर मार डाला था। वह महिला अपने पति के अवैध संबंधों और घर में लगातार हो रही उसकी बेइज्जती का विरोध कर रही थी। वहीं उक्त महिला के पति का आरोप है कि उसके सिकंदर अली भुट्टो से अवैध संबंध थे जिसकी वजह से सिकंदर अली उसकी मदद कर रहे थे।
शहनाज की हत्या करने के लिए मौला अलकुतुब में दस हथियारबंद लोग गए थ। बताते हैं कि यह सभी पाकिस्तान की सत्ताधारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सदस्य थे। इनका यह भी आरोप है कि सिकंदर अली शहनाज की मदद से उनकी प्रॉपर्टी भी कब्जाने की कोशिश कर रहे थे। इस हत्याकांड में अभी तक राना भुट्टो, राना की दूसरी मां का बेटा अब्दुल मजीद गिरफ्तार किए गए हैं।
शहनाज भुट्टो कई वर्षों से घरेलू हिंसा का शिकार हो रही थीं। इसकी शिकायत उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, सिंध प्रांत पुलिस के आईजी, वहां के हाईकोर्ट सहित दर्जनों जगहों पर की हुई थी। उन्होंने शिकायत में कहा था कि न सिर्फ उनका पति उन्हें पीटता था, बल्कि उसके देवर भी गाहे बगाहे उसकी पिटाई किया करते थे। हालांकि वर्ष 2009 में वहां की पंचायत ने फैसला दिया था कि शहनाज का पति राना भुट्टो उसकी पिटाई नहीं करेगा। इसके बावजूद शहनाज की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए उसने उसकी पिटाई चालू रखी।
पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता सिकंदर अली भुट्टो ने यह मामला वहां की अदालत से लेकर सरकारी अधिकारियों के सामने उठाया। इसके अलावा उन्होंने शहनाज की मुकदमा फाइल करने में भी मदद की। बाद में जब हत्यारों ने शहनाज की हत्या कर दी, तो उन्होंने हत्या को जायज ठहराने के लिए शहनाज व सिकंदर में नाजायज संबंधों का आरोप लगाया। इसके बाद वहां के हाईकोर्ट ने सिकंदर को सुरक्षा दिए जाने के आदेश दिए। तब से सिकंदर छुपे हुए हैं और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। सिकंदर का कहना है कि उनकी हत्या करने वाले लोग उनसे दो लाख रुपये के बदले उनकी जान बख्शने की डील कर रहे हैं।
पूरे मामले में लोकल पुलिस का रोल भी संदिग्ध है। अदालती आदेश के बावजूद पुलिस ने सिकंदर को सुरक्षा नहीं मुहैया कराई है। इसके अलावा जिस पंचायत ने सिकंदर को भूखे कुत्तों के सामने फेंकने का हुक्म सुनाया, उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है।
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सिकंदर अली भुट्टो
शीतला सप्तमी ...इस दिन घर में चूल्हा नहीं जलता ...ठंडा खाते हें
थार में मेलों की धमचक शुरू
शीतला सप्तमी ...इस दिन घर में चूल्हा नहीं जलता ...ठंडा खाते हें
बाड़मेर अपनी लोक कला ,संस्कृति और परम्पराओ के लिए विशिष्ठ पहचान बनाने वाले बाड़मेर िले में होली की समाप्ति के बाद लोक मेलो और त्योहारों की धमचक शुरू हो चुकी है .आने वाला एक माह तक थार नगरी त्योहारों के उल्लास से सरोबार हो गी .गणगौर का त्यौहार होली के साथ ही शुरू हो चुका हें ,जिले में शीतला सप्तमी से पूर्व विभिन क्षेत्रो में गैर नृत्य मेलो के आयोजन आरम्भ हो गए ,शीतला सप्तमी या अष्टमी का व्रत केवल चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को होता है और यही तिथि मुख्य मानी गई है। किंतु स्कन्द पुराण के अनुसार इस व्रत को चार महीनों में करने का विधान है। इसमें पूर्वविद्धा अष्टमी (व्रतमात्रेऽष्टमी कृष्णा पूर्वा शुक्लाष्टमी परा) ली जाती है। चूँकि इस व्रत पर एक दिन पूर्व बनाया हुआ भोजन किया जाता है अतः इस व्रत को बसौड़ा, लसौड़ा या बसियौरा भी कहते हैं। शीतला को चेचक नाम से भी जाना जाता है।
यह व्रत कैसे करें
व्रती को इस दिन प्रातःकालीन कर्मों से निवृत्त होकर स्वच्छ व शीतल जल से स्नान करना चाहिए।
स्नान के पश्चात निम्न मंत्र से संकल्प लेना चाहिए-
मम गेहे शीतलारोगजनितोपद्रव प्रशमन पूर्वकायुरारोग्यैश्वर्याभिवृद्धिये शीतलाष्टमी व्रतं करिष्ये
संकल्प के पश्चात विधि-विधान तथा सुगंधयुक्त गंध व पुष्प आदि से माता शीतला का पूजन करें।
इसके पश्चात एक दिन पहले बनाए हुए (बासी) खाद्य पदार्थों, मेवे, मिठाई, पूआ, पूरी, दाल-भात आदि का भोग लगाएँ।
यदि आप चतुर्मासी व्रत कर रहे हों तो भोग में माह के अनुसार भोग लगाएँ। जैसे- चैत्र में शीतल पदार्थ, वैशाख में घी और शर्करा से युक्त सत्तू, ज्येष्ठ में एक दिन पूर्व बनाए गए पूए तथा आषाढ़ में घी और शक्कर मिली हुई खीर।
तत्पश्चात शीतला स्तोत्र का पाठ करें और यदि यह उपलब्ध न हो तो शीतला अष्टमी की कथा सुनें।
रात्रि में जगराता करें और दीपमालाएँ प्रज्वलित करें।
विशेष : इस दिन व्रती को चाहिए कि वह स्वयं तथा परिवार का कोई भी सदस्य किसी भी प्रकार के गरम पदार्थ का भक्षण या उपयोग न करे।
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गंगा में नहाने गए आठ युवक डूबे
गंगा में नहाने गए आठ युवक डूबे
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर गंगा में नहाते समय आठ युवकों की डूबने से मृत्यु हो गई।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पहली घटना कोहना क्षेत्र में गुरू द्वारा घाट पर नहाते समय पांच युवक ऋषभ तिवारी, मोहित शुक्ला, सोहित शुक्ला, गौरव और विनय मणि डूब गए। उनके शव नदी से बरामद कर लिए गए हैं । इसके अलावा बिठूर इलाके में तीन युवक अशूं गुप्ता, दिनेश और मोहित शर्मा नाहते समय गंगा में डूब गए। दो युवकों के शव गोताखोरों की मदद से निकाल लिए गए जबकि एक युवक मोहित शर्मा का शव बरामद नहीं हुआ। उसकी तलाश की जा रही है।
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर गंगा में नहाते समय आठ युवकों की डूबने से मृत्यु हो गई।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पहली घटना कोहना क्षेत्र में गुरू द्वारा घाट पर नहाते समय पांच युवक ऋषभ तिवारी, मोहित शुक्ला, सोहित शुक्ला, गौरव और विनय मणि डूब गए। उनके शव नदी से बरामद कर लिए गए हैं । इसके अलावा बिठूर इलाके में तीन युवक अशूं गुप्ता, दिनेश और मोहित शर्मा नाहते समय गंगा में डूब गए। दो युवकों के शव गोताखोरों की मदद से निकाल लिए गए जबकि एक युवक मोहित शर्मा का शव बरामद नहीं हुआ। उसकी तलाश की जा रही है।
परिणय सूत्र में बंधे यूसुफ पठान
परिणय सूत्र में बंधे यूसुफ पठान
मुंबई। टीम इंडिया से बाहर चल रहे बडौदा के दिग्गज आलराउंडर यूसुफ पठान बुधवार को यहां एक सादे समारोह में अपनी मंगेतर आफरीन के साथ परिणय सूत्र में बंध गए।
यूसुफ ने आफरीन के साथ पिछले वर्ष 25 मार्च को वडोदरा से 60किमी दूर नादियाड में अपने फार्महाउस में सगाई की थी। आफरीन का जन्म और पढ़ाई लिखाई मुंबई में हुई थी लेकिन वह वडोदरा में फीजियोथेरेपिस्ट हैं।
यूसुफ पिछले कुछ समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने 57 वनडे में 1365 रन और 22 ट्वंटी-20 मैचों में 438 रन बनाए हैं। घरेलू मैचों में यूसुफ का शानदार प्रदर्शन रहा है और तीन अप्रैल से शुरू हो रहे आईपीएल के छठे संस्करण में कोलकाता नाइटराइडर्स को उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
मुंबई। टीम इंडिया से बाहर चल रहे बडौदा के दिग्गज आलराउंडर यूसुफ पठान बुधवार को यहां एक सादे समारोह में अपनी मंगेतर आफरीन के साथ परिणय सूत्र में बंध गए।
यूसुफ ने आफरीन के साथ पिछले वर्ष 25 मार्च को वडोदरा से 60किमी दूर नादियाड में अपने फार्महाउस में सगाई की थी। आफरीन का जन्म और पढ़ाई लिखाई मुंबई में हुई थी लेकिन वह वडोदरा में फीजियोथेरेपिस्ट हैं।
यूसुफ पिछले कुछ समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने 57 वनडे में 1365 रन और 22 ट्वंटी-20 मैचों में 438 रन बनाए हैं। घरेलू मैचों में यूसुफ का शानदार प्रदर्शन रहा है और तीन अप्रैल से शुरू हो रहे आईपीएल के छठे संस्करण में कोलकाता नाइटराइडर्स को उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
शराबी चालक ने सात लोगों को कुचला
शराबी चालक ने सात लोगों को कुचला
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद जिले के सरायममरेज क्षेत्र में बुधवार शाम शराब के नशे में एक बोलेरो चालक ने बाजार में सात लोगों को कुचल दिया जिसमें पांच लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि सरायममरेज इलाके के भेलखा बाजार में बोलेरो ने सड़क के किनारे खडे सात लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में घायल लागों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पांच की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि बोलेरो चालक अजय यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह शराब के नशे में था।
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद जिले के सरायममरेज क्षेत्र में बुधवार शाम शराब के नशे में एक बोलेरो चालक ने बाजार में सात लोगों को कुचल दिया जिसमें पांच लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि सरायममरेज इलाके के भेलखा बाजार में बोलेरो ने सड़क के किनारे खडे सात लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में घायल लागों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पांच की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि बोलेरो चालक अजय यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह शराब के नशे में था।
इंटरनेट पर सबसे बड़ा अटैक
इंटरनेट पर सबसे बड़ा अटैक
लंदन। दुनिया में इंटरनेट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ है। पांच देशों की साइबर क्राइम ब्रांच इस हमले की जांच में जुटी है लेकिन अभी तक इस हमले से नहीं निपटा जा सका है। हमले की वजह से दुनिया भर में इंटरनेट की रफ्तार बेहद धीमी पड़ गई है। इसके चलते बैंकिंग और मेल सेवा तक ठप हो जाए।
इस हमले के पीछे स्पैम से लड़ने वाले ऑर्गनाइजेशन और एक वेबसाइट चलाने वाली कंपनी के बीच मतभेद को माना जा रहा है। यही कारण है कि इसकी प्रतिक्रिया में इंटरनेट की मौलिक सुविधाओं पर लगातार हमले शुरू हो गए। जानकारों का कहना है कि इस हमले को रोका नहीं गया तो बैंकिंग और ईमेल सुविधा ठप तक हो सकती है।
इंटरनेट साइबर हमले में डिस्ट्रिब्यूटिड डिनायल ऑफ सर्विस तकनीक का इस्तेमाल कर लंदन और जेनेवा में स्थित एक एनजीओ स्पैमहौस के डोमेन नेम सिस्टम सर्वर को टारगेट करा गया। ये सर्वर वे होते हैं जो डोमेन नामों को वेबसाइट के इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस से जोड़ता है।
एक्टसपर्टस का मानना है कि जब बैंकों पर ऎसे साइबर हमले होते हैं तो उनकी रफ्तार 50 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड होती है। लेकिन ये हमले 300 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड पर हो रहे हैं। सर्रे यूनिवर्सिटी में साइबर सिक्युरिटी के एक्सपर्ट ऎलन वुडवर्ड के मुताबिक इस हमले का असर पूरी दुनिया में इंटरनेट की सेवाओं पर पड़ रहा है। यह हमला ठीक उसी तरह है जैसे किसी सड़क पर इतना ट्रेफिक एक साथ आ जाए जिससे सड़क पर जगह ही न बचे और जाम लग जाए।
लंदन। दुनिया में इंटरनेट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ है। पांच देशों की साइबर क्राइम ब्रांच इस हमले की जांच में जुटी है लेकिन अभी तक इस हमले से नहीं निपटा जा सका है। हमले की वजह से दुनिया भर में इंटरनेट की रफ्तार बेहद धीमी पड़ गई है। इसके चलते बैंकिंग और मेल सेवा तक ठप हो जाए।
इस हमले के पीछे स्पैम से लड़ने वाले ऑर्गनाइजेशन और एक वेबसाइट चलाने वाली कंपनी के बीच मतभेद को माना जा रहा है। यही कारण है कि इसकी प्रतिक्रिया में इंटरनेट की मौलिक सुविधाओं पर लगातार हमले शुरू हो गए। जानकारों का कहना है कि इस हमले को रोका नहीं गया तो बैंकिंग और ईमेल सुविधा ठप तक हो सकती है।
इंटरनेट साइबर हमले में डिस्ट्रिब्यूटिड डिनायल ऑफ सर्विस तकनीक का इस्तेमाल कर लंदन और जेनेवा में स्थित एक एनजीओ स्पैमहौस के डोमेन नेम सिस्टम सर्वर को टारगेट करा गया। ये सर्वर वे होते हैं जो डोमेन नामों को वेबसाइट के इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस से जोड़ता है।
एक्टसपर्टस का मानना है कि जब बैंकों पर ऎसे साइबर हमले होते हैं तो उनकी रफ्तार 50 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड होती है। लेकिन ये हमले 300 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड पर हो रहे हैं। सर्रे यूनिवर्सिटी में साइबर सिक्युरिटी के एक्सपर्ट ऎलन वुडवर्ड के मुताबिक इस हमले का असर पूरी दुनिया में इंटरनेट की सेवाओं पर पड़ रहा है। यह हमला ठीक उसी तरह है जैसे किसी सड़क पर इतना ट्रेफिक एक साथ आ जाए जिससे सड़क पर जगह ही न बचे और जाम लग जाए।
बुधवार, 27 मार्च 2013
अब जस्टिस काटजू ने जैबुन्निसा के लिए भी उठाई मांग
नई दिल्ली। मुंबई धमाके मामले में संजय दत्त की सजा माफी के लिए सबसे पहले आवाज उठाने वाले प्रेस परिषद के अध्यक्ष जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने बुधवार को जैबुन्निसा अनवर काजी को भी माफी देने की अपील की है। जैबुन्निसा काजी पर भी संजय दत्त जैसे ही आरोप हैं।
मुंबई ब्लास्ट केस में 70 साल की जैबुन्निसा 8 महीने जेल में गुजार चुकी हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त और जैबुन्निसा काजी को अवैध हथियार रखने के मामले में दोषी करार दिया था। कोर्ट ने दोनों को ही 5 साल की सजा सुनाई है।
बुधवार को काटजू ने कहा कि वह राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायण को पत्र लिखकर जैबुन्निसा को मानवीय आधार पर माफी देने की मांग करेंगे। काटजू ने कहा कि फैसले की कॉपी देखने के बाद मेरा मानना है कि जैबुन्निसा काजी भी माफी की हकदार हैं।
गौरतलब है कि संजय दत्त की माफी के लिए उठ रही आवाजों के बीच जैबुन्निसा ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल से अपील की थी कि उन्हें माफ कर दिया जाए। जैबुन्निसा को माफी दिलवाने के लिए सोशल मीडिया पर भी खूब पोस्ट किए गए थे।
पूरे मामले में जैबुन्निसा की बेटी का कहना है कि उनकी मां ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं। उनके मुताबिक जैबुन्निसा सलेम को पड़ोस में रहने वाले एक सामान्य लड़के के रूप में जानती थीं, जो रियल इस्टेट का काम करता था। उन्होंने एक पड़ोसी के नाते ही सलेम की मदद की थी। दरअसल सलेम ने उन्हें एक बैग रखने के लिए दिया था। बाद में पता चला था कि इस बैग में हथियार थे।
मुंबई ब्लास्ट केस में 70 साल की जैबुन्निसा 8 महीने जेल में गुजार चुकी हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त और जैबुन्निसा काजी को अवैध हथियार रखने के मामले में दोषी करार दिया था। कोर्ट ने दोनों को ही 5 साल की सजा सुनाई है।
बुधवार को काटजू ने कहा कि वह राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायण को पत्र लिखकर जैबुन्निसा को मानवीय आधार पर माफी देने की मांग करेंगे। काटजू ने कहा कि फैसले की कॉपी देखने के बाद मेरा मानना है कि जैबुन्निसा काजी भी माफी की हकदार हैं।
गौरतलब है कि संजय दत्त की माफी के लिए उठ रही आवाजों के बीच जैबुन्निसा ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल से अपील की थी कि उन्हें माफ कर दिया जाए। जैबुन्निसा को माफी दिलवाने के लिए सोशल मीडिया पर भी खूब पोस्ट किए गए थे।
पूरे मामले में जैबुन्निसा की बेटी का कहना है कि उनकी मां ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं। उनके मुताबिक जैबुन्निसा सलेम को पड़ोस में रहने वाले एक सामान्य लड़के के रूप में जानती थीं, जो रियल इस्टेट का काम करता था। उन्होंने एक पड़ोसी के नाते ही सलेम की मदद की थी। दरअसल सलेम ने उन्हें एक बैग रखने के लिए दिया था। बाद में पता चला था कि इस बैग में हथियार थे।
थाने में घमासान,एएसआई घायल,1 की मौत
थाने में घमासान,एएसआई घायल,1 की मौत
सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले के हानबाली थाना में पदस्थ एक आरक्षक ने एक सहायक पुलिस इंस्पेक्टर(एएसआई) को गोली मार दी। उसके बाद आरक्षक ने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
घायल एएसआई को जिला अस्पताल सागर में भर्ती कराया गया है। दोनों में आपस मे विवाद था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार छानबाली थाना में पदस्थ आरक्षक सुखलाल उपाध्याय ने एएसआई वाई.के.अवस्थी को बीती देर रात्रि थाना परिसर में अपनी सर्विस रायफल से गोली मारी । सुखलाल ने दो फायर किए।
गोली वाई .के. अवस्थी के दाहिने कंधे की तरफ लगी। उसे स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचारा के बाद जिला अस्पताल में सागर भेज गया। बाद में आरोपी आरक्षक सुखलाल ने खुद को भी गोली मारी ली। जिसमें उसकी मौत हो गई।
घायल एएसआई ने बताया कि आरक्षक सुखलाल वारंट तामीली को लेकर नाराज था। उसने दो तीन पहले गाली भी दी थी । जिसकी जानकारी थाना प्रभारी को दी थी। मंगलवार की रात में ड्यूटी के लिऎ गश्त पर जाने वाला था तभी उसने गोली चलाई। मौके पर पुलिस अधीक्षक अभय सिंह सहित अनेक अधिकारी पहुंचे घटना की जांच की जा रही है।
सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले के हानबाली थाना में पदस्थ एक आरक्षक ने एक सहायक पुलिस इंस्पेक्टर(एएसआई) को गोली मार दी। उसके बाद आरक्षक ने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
घायल एएसआई को जिला अस्पताल सागर में भर्ती कराया गया है। दोनों में आपस मे विवाद था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार छानबाली थाना में पदस्थ आरक्षक सुखलाल उपाध्याय ने एएसआई वाई.के.अवस्थी को बीती देर रात्रि थाना परिसर में अपनी सर्विस रायफल से गोली मारी । सुखलाल ने दो फायर किए।
गोली वाई .के. अवस्थी के दाहिने कंधे की तरफ लगी। उसे स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचारा के बाद जिला अस्पताल में सागर भेज गया। बाद में आरोपी आरक्षक सुखलाल ने खुद को भी गोली मारी ली। जिसमें उसकी मौत हो गई।
घायल एएसआई ने बताया कि आरक्षक सुखलाल वारंट तामीली को लेकर नाराज था। उसने दो तीन पहले गाली भी दी थी । जिसकी जानकारी थाना प्रभारी को दी थी। मंगलवार की रात में ड्यूटी के लिऎ गश्त पर जाने वाला था तभी उसने गोली चलाई। मौके पर पुलिस अधीक्षक अभय सिंह सहित अनेक अधिकारी पहुंचे घटना की जांच की जा रही है।
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