गुरुवार, 28 मार्च 2013

इंटरनेट पर सबसे बड़ा अटैक

इंटरनेट पर सबसे बड़ा अटैक

लंदन। दुनिया में इंटरनेट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ है। पांच देशों की साइबर क्राइम ब्रांच इस हमले की जांच में जुटी है लेकिन अभी तक इस हमले से नहीं निपटा जा सका है। हमले की वजह से दुनिया भर में इंटरनेट की रफ्तार बेहद धीमी पड़ गई है। इसके चलते बैंकिंग और मेल सेवा तक ठप हो जाए।

इस हमले के पीछे स्पैम से लड़ने वाले ऑर्गनाइजेशन और एक वेबसाइट चलाने वाली कंपनी के बीच मतभेद को माना जा रहा है। यही कारण है कि इसकी प्रतिक्रिया में इंटरनेट की मौलिक सुविधाओं पर लगातार हमले शुरू हो गए। जानकारों का कहना है कि इस हमले को रोका नहीं गया तो बैंकिंग और ईमेल सुविधा ठप तक हो सकती है।

इंटरनेट साइबर हमले में डिस्ट्रिब्यूटिड डिनायल ऑफ सर्विस तकनीक का इस्तेमाल कर लंदन और जेनेवा में स्थित एक एनजीओ स्पैमहौस के डोमेन नेम सिस्टम सर्वर को टारगेट करा गया। ये सर्वर वे होते हैं जो डोमेन नामों को वेबसाइट के इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस से जोड़ता है।

एक्टसपर्टस का मानना है कि जब बैंकों पर ऎसे साइबर हमले होते हैं तो उनकी रफ्तार 50 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड होती है। लेकिन ये हमले 300 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड पर हो रहे हैं। सर्रे यूनिवर्सिटी में साइबर सिक्युरिटी के एक्सपर्ट ऎलन वुडवर्ड के मुताबिक इस हमले का असर पूरी दुनिया में इंटरनेट की सेवाओं पर पड़ रहा है। यह हमला ठीक उसी तरह है जैसे किसी सड़क पर इतना ट्रेफिक एक साथ आ जाए जिससे सड़क पर जगह ही न बचे और जाम लग जाए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें