रविवार, 3 फ़रवरी 2013

फिर रूला सकता है प्याज

फिर रूला सकता है प्याज
नागौर। प्याज के भाव एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। थोक व्यापारियों के अनुसार वर्तमान में 20 से 22 रूपए प्रति किलो बिकने वाले प्याज की कीमतें आगामी दिनों में और अधिक बढ़ सकती हैं। प्याज के भाव बढ़ने से महंगाई का सामना कर रहे आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ सकता है। थोक व्यापारी प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण पिछले दिनों हुई बारिश को मान रहे हैं। व्यापारियों के अनुसार वर्तमान में नासिक का प्याज बाजार में आता है, लेकिन इस बार नासिक में बारिश होने से भारी मात्रा में प्याज खराब हो गया, जबकि पहले सूखा पड़ने से प्याज की पैदावार काफी कम हुई थी।

सब्जी की दुकानों पर 10-12 रूपए प्रति किलो मिलने वाला प्याज वर्तमान में थोक में 20 से 22 रूपए तथा खुदरा में 25 से 30 रूपए प्रति किलो मिल रहा है। आए दिन डीजल-पेट्रोल के भाव बढ़ने से महंगाई कमर तोड़ रही है और ऊपर से प्याज की फसल खराब होने से भाव बढ़ गए हैं। व्यापारियों के अनुसार बाहरी राज्यों से प्याज की आवक नहीं होने से भावों में तेजी आ रही है, जो आगामी दिनों में और अधिक बढेंगे। व्यापारियों के अनुसार स्थानीय किसानों ने गत वर्ष की फसल का प्याज सस्ते दामों पर बेच दिया था, जिसके कारण अब स्थानीय बाजार में भी प्याज नहीं है।

नया प्याज आने पर ही घटेंगे भाव
शहर के प्याज के थोक व्यापारी रईस ने बताया कि गत दिनों नासिक में हुई बारिश से काफी मात्रा में प्याज खराब हो गया। अब सीकर का प्याज बाजार में आने पर ही कीमतों में गिरावट आ सकती है। रईस के अनुसार सीकर का प्याज फरवरी के अंत तक बाजार में आएगा।

शनिवार, 2 फ़रवरी 2013

हिलेरी क्लिंटन ने औपचारिक रूप से इस्तीफा सौंपा



वॉशिंगटन। हिलेरी क्लिंटन ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक पत्र सौंप कर अमेरिका के विदेश मंत्री पद से औपचारिक रूप से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने बेहद भावुक संबोधन के साथ अपने चार साल के कार्यकाल को अलविदा कहा।



समाचार एजेंसी ईएफई के मुताबिक 65 साल के हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि मैं लगभग 70,000 लोगों को छोड़ने के बारे में विचार कर रही हूं जिनका मुझे नेतृत्व करने और बड़े परिवार का हिस्सा बनने का सम्मान प्राप्त हुआ और मुझे आशा है कि आप खुद को, मुझे और अपने देश को गौरवान्वित करेंगे।






अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट से इस्तीफा देने के एक दिन बाद जॉन कैरी ने शुक्रवार को हिलेरी का स्थान लिया। हिलेरी क्लिंटन ने विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों से कहा कि कई लोगों से अलविदा कहना और इस बेहतरीन समूह का हिस्सा बनने का अवसर नहीं पाने के अहसास की वजह से यह सप्ताह चुनौतिपूर्ण रहा।



उनका कार्यकाल तुर्की स्थित अमेरिकी दूतावास में हुए आत्मघाती हमले के बीच खत्म हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि वह अपने अनुभवों पर एक किताब लिखेंगी और साथ ही राजनीति में महिलाओं की भागादारी बढ़ाने के लिए सक्रिय रहेंगी।

सबसे पहले त्वरित टिपणी भाजपा ने वसुंधरा को राजस्थान की कमान सौंप बुद्धिमता का दिया परिचय

  
सबसे पहले त्वरित टिपणी
भाजपा ने वसुंधरा को राजस्थान की कमान सौंप बुद्धिमता का दिया परिचय


मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर कांग्रेस पर बढ़त हासिल करना चाहेगी भाजपा 


बाड़मेर जनता पार्टी जो कल तक बिखरी नज़र आ रही थी आज अचानक दो खबरों ने भाजपा को केंद्र सशक्त दावेदार के रूप में उभर दिया .पहली खबर वसुंधरा राजे को राजस्थान की कमान और दूसरी खबर मोदी को प्रधानमंत्री पद की दावेदारी देने का निर्णय .कल तक भाजपा बेहद कमज़ोर नज़र आ रही थी .लोग भाजपा को वोट देना चाहते थे मगर ऐसा लग रहा था .भाजपा वोट लेना नहीं चाहती .भाजपा के केन्द्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी खुद उलझे थे अपनी उलझन के चलते भाजपा को संवारने का कम नहीं प् रहे थे ऐसे में राजनाथ सिंह जैसे अनुभवी नेता को पार्टी की कमान सौंप कर भाजपा ने बुद्धिमता का परिचय दिया , राजनाथ सिंह ने निर्णय क्षमता का बेहतरीन परिचय जो निर्णय लिया उससे भाजपा में उत्साह का संचार ,हुआ मनो वैज्ञानिक तौर भाजपा ने कांग्रेस पर बढ़त हासिल ली , मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बना निःसंदेह भाजपा ने सत्ता के द्वार खोल ,दिए , राजस्थान की जनता की पहली आखिरी पसंद वसुंधरा राजे को कमान सौंप कर भाजपा को बढ़त ,दिला दी भाजपा ने सही वक़्त पर सही निर्णय लेकर कांग्रेस को शुरूआती झटका दे दिया .

महाकुंभ में लगेगी मोदी के नाम पर मुहर!

महाकुंभ में लगेगी मोदी के नाम पर मुहर!
नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है।

मोदी की पीएम पद की उम्मीदवार का फैसला महाकुंभ में हो सकता है। विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने इसके संकेत दिए हैं। एक चैनल को दिए साक्षात्कार में सिंघल ने कहा कि वीएचपी के संत सम्मेलन में मोदी को लेकर अहम फैसला लिया जाएगा। इस फैसले के बाद देश का इतिहास बदल जाएगा।

हालांकि सिंघल ने कहा कि मोदी के बारे में यह उनकी निजी राय है। वे जहां भी जाते हैं वहां बेबाकी से अपनी राय लोगों के सामने रखते हैं। अगर मोदी के बारे में सभी लोगों की यही राय हुई तो सात फरवरी को वीएचपी से जुड़े संतों की बैठक में मोदी के नाम पर मुहर लग सकती है। इसके बाद संत समाज भाजपा पर मोदी की उम्मीदवारी के लिए दबाव बनाएगा। गौरतलब है कि 6 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष भी इलाहाबाद जाएंगे और साधु संतों से मिलेंगे।

एक अन्य चैनल के मुताबिक भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है। पार्टी जल्द ही इसकी घोषणा कर सकती है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह खुद इसका ऎलान कर सकते हैं। ऎसा 1995 में मुंबई की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हुआ था जब लाला कृष्ण आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी का नाम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया था। पिछले कुछ दिनों से पार्टी के भीतर से इस बात की जोर शोर से मांग उठ रही थी कि मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए।

राजनाथ सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद मोदी ने दिल्ली आकर उनसे मुलाकात की थी। करीब ढ़ाई घंटे की इस मुलाकात में इस बात पर विस्तृत चर्चा हुई थी। गुरूवार को संघ और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बैठक में भी इस बात पर चर्चा हुई थी कि मोदी को प्रोजेक्ट करने से पार्टी का कल्याण होगा। इसी महीने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक होगी जिसमें भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इस बैठक में मोदी को दिल्ली बुलाने का खांका खींच लिया जाएगा।

राजस्थान भाजपा की कमान वसुंधरा को

श्रीमती वसुंधरा राजे को भाजपा प्रदेषाध्यक्ष व श्री गुलाब चन्द कटारिया को नेता प्रतिपक्ष 
राजस्थान भाजपा की कमान वसुंधरा को 
जयपुर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई की कमान सौंपने के बाद काफी समय से चल रही उठा पटक को अब विराम लग गया हैं। राजे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगी तथा उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी गई हैं। वर्तमान अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी के तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद इस पद पर बैठने के लिए जोड.-तोड बढ़ गई थी।

कटारिया को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी

वसुंधरा राजे विधानसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। अब उनके स्थान पर संतुलन बनाए रखने के लिए वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह की ओर से राजे और कटारिया को नई जिम्मेदारी देने की घोषणा के बाद पार्टी के नेताओं का मानना है कि भाजपा अब एकजुट हैं। अगले विधानसभा चुनाव में सब का लक्ष्य चुनाव जीतना होगा।

श्रीमती वसुंधरा राजे को भाजपा प्रदेषाध्यक्ष व श्री गुलाब चन्द कटारिया को नेता प्रतिपक्ष

श्रीमती वसुंधरा राजे को भाजपा प्रदेषाध्यक्ष व श्री गुलाब चन्द कटारिया को
नेता प्रतिपक्ष बनाने पर बीकानेर संासद अर्जुन राम मेघवाल ने दी बधाई
बीकानेर। 2 फरवरी 2013। शनिवार को श्रीमती वसुंधरा राजे पूर्व मुख्यमंत्री को राजस्थान भाजपा का प्रदेषाध्यक्ष बनाने पर एवं श्री गुलाब चन्द कटारिया को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने पर बीकानेर सांसद श्री अर्जुन राम मेघवाल ने केन्द्रीय नेतृत्व के निर्णय का स्वागत करते हुये धन्यवाद दिया तथा श्रीमती वसंुधरा राजे व श्री गुलाब चन्द कटारिया को शुभकामनाऐं प्रेषित की।
सांसद मेघवाल ने बताया कि इससे कार्यकर्ताओं उत्साह का संचार हुआ है तथा पूरी ताकत के साथ कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने एवं वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव मे भाजपा को सफलता दिलवाने मे जी जान से जुटेगें। श्रीमती वसुध्ंारा राजे व श्री गुलाब चन्द कटारिया की घोषणा से भारतीय जनता पार्टी मे जिस तरह उत्साह का माहौल बना है। राष्ट्रीय नेतृत्व ने चितंन , मनन और मंथन करके जो शानदार निर्णय किया है, उसकी भी बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने भूरी- भूरी प्रषंसा की है।
संपादक महोदय को प्रकाषनार्थ प्रेषित।

जयपुर में प्रेमी की हत्या,प्रेमिका से गैंगरेप

जयपुर में प्रेमी की हत्या,प्रेमिका से गैंगरेप
जयपुर। राजधानी के आमेर थाना इलाके में दो युवकों के अपने दोस्त की हत्या के बाद उसकी प्रेमिका से दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि मृतक और उसकी प्रेमिका लव मैरिज करने के लिए घर छोड़कर भागे थे। इस काम में उनकी मदद करने वाले मृतक दोस्तों की नियत खराब हो गई और लव स्टोरी को इस अंजाम तक पहुंचा दिया।

जानकारी के अनुसार मृतक युवक अपने घर से लाखों के सोने-चांदी के जेवरात लेकर आया था। उसके दोस्तों ने जेवरात हथियानें के लिए युवक की हत्या कर दी और जेवरात लेकर भाग निकले। पुलिस ने पीडिता की मेडिकल जांच कराने के बाद प्रेमी के शव और दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी है।


अतिरिक्त पुलिस आयुक्त गिर्राज मीणा ने बताया पीडिता सायवाड़ गांव के पास स्थित एक कॉलेज में पढ़ती है,जबकि उसका प्रेमी सूरज मीणा पास के गांव में रहता था। युवती मूलत: उत्तर प्रदेश की निवासी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार रात सूरज ने प्रेमिका के साथ भागने के लिए दोस्त हिम्मत और राजेश को भी साथ ले लिया।

हत्या के बाद प्रेमिका से दुष्कर्म

पुलिस के अनुसार तीन दोस्त और पीडिता बाइक पर जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गए। रास्ते में हिम्मत उन्हें झांसा देकर सुनसान स्थान पर ले गया। यहां पर आरोपियों ने धारदार हथियार और पत्थर से सूरज की हत्या कर उसके शव को जंगल में फेंक दिया। इसके बाद दोनों युवकों ने युवती से जबरन दुष्कर्म किया और सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गए। जैसे-तैसे पीडिता तड़के आमेर पुलिस चौकी पहुंची और आपबीती बताई।


जंगलों में तलाश जारी

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त गिर्राज मीणा ने बताया कि पीडिता के बयान के आधार पर हत्या, दुष्कर्म और लूट का मामला दर्ज कर पीडिता की मेडिकल जांच करवाली गई है। मृतक सूरज की लाश को तलाशने के लिए सायवाड़ के जंगलों को खंगाला जा रहा है।

17 साल के 'कॅरियर' में दो करोड़ कमा लेती हैं मेरठ की वेश्‍याएं, आईपीएस-डॉक्‍टर बन रहे इनके बच्‍चे

मेरठ. मेरठ के कबाड़ी बाजार स्‍थि‍त वेश्‍यावृत्‍ति कारोबार में क्रांति‍कारी परि‍वर्तन देखने को मि‍ल रहा है। यहां पर काम करने वाली डेढ़ हजार से भी ज्‍यादा वेश्‍याओं के बच्‍चे देश के नामी गि‍रामी स्‍कूलों में पढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं, एक कोठे की मालकि‍न की तो सबसे रोचक कहानी नि‍कलकर आई है। फि‍लहाल वह जिंदा नहीं हैं, पर उनकी जगह कोठा देख रही नई मालकि‍न का कहना है कि उन्‍होंने अपने दोनों भाइयों को यहीं पर काम करके पढ़ाया लि‍खाया। आज उनका एक भाई मध्‍य प्रदेश में आईपीएस है और दूसरा भाई उत्‍तर प्रदेश में वेटनरी डॉक्‍टर है।
17 साल के 'कॅरियर' में दो करोड़ कमा लेती हैं मेरठ की वेश्‍याएं, आईपीएस-डॉक्‍टर बन रहे इनके बच्‍चे17 साल के 'कॅरियर' में दो करोड़ कमा लेती हैं मेरठ की वेश्‍याएं, आईपीएस-डॉक्‍टर बन रहे इनके बच्‍चे17 साल के 'कॅरियर' में दो करोड़ कमा लेती हैं मेरठ की वेश्‍याएं, आईपीएस-डॉक्‍टर बन रहे इनके बच्‍चे
यहां काम करने वाली वेश्‍याएं औसतन महीने में एक लाख रुपये कमाती हैं और इसका बड़ा हिस्‍सा वे बच्‍चों की पढ़ाई पर खर्च कर रही हैं। उनके बच्‍चे महंगे स्‍कूलों में और ऊंची शिक्षा प्राप्‍त कर रहे हैं। कबाड़ी बाजार में काम करने वाली वेश्‍याओं की जिंदगी में आए कुछ सकारात्‍मक बदलावों पर बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक  की इस खास रि‍पोर्ट वेस्‍ट यूपी में सबसे बड़ा वेश्‍यावृत्‍ति का ठि‍काना कबाड़ी बाजार को माना जाता है। बुधवार को यहां पर पुलि‍स ने नेपाल से तस्‍करी करके लाई गई युवति‍यों की तलाश में छापा मारा था, इस वजह से शुक्रवार को यहां पर वेश्‍याओं की संख्‍या कम पाई गई। कबाड़ी बाजार में साठ से भी ज्‍यादा कोठे हैं। इनमें से एक कोठे की मालकि‍न बताती हैं कि फि‍लहाल बाजार में 1100 से 1500 के बीच में वेश्‍याएं हैं। इनमें पचास फीसदी वेश्‍याएं पारंपरि‍क रूप से वेश्‍यावृत्‍ति करती आ रही हैं। ये मूल रूप से राजस्‍थान की हैं। बाकी वेश्‍याओं में नेपाल, बंगाल, उड़ीसा आदि क्षेत्रों से तस्‍करी करके लाई गई लड़कि‍यां हैं।

इन वेश्‍याओं के बीच काम करने वाली संकल्‍प संस्‍था की अध्‍यक्ष अतुल शर्मा बताती हैं कि जि‍न वेश्‍याओं ने यहां काम करना स्‍वीकार कर लि‍या है, उनमें से कि‍सी के भी बच्‍चे सरकारी स्‍कूलों में नहीं पढ़ते। मेरठ के टॉप स्‍कूलों में, जहां अच्‍छी डोनेशन देने वालों के बच्‍चों का एडमीशन नहीं होता है, इनके बच्‍चे उन स्‍कूलों में पढ़ते हैं। इतना ही नहीं, इनके बच्‍चे देश के सबसे अच्‍छे स्‍कूलों में पढ़ रहे हैं। उनका दावा है कि इस वक्‍त यहां रहने वाली सभी वेश्‍याओं के बच्‍चे अच्‍छी पढ़ाई कर रहे हैं। इतना ही नहीं, एक दो के बच्‍चे तो एमटेक और एमबीए करके मल्‍टी नेशनल कंपनि‍यों में काम कर रहे हैं।

एक कोठे से पुलि‍स को मि‍लते हैं तकरीबन चार हजार रुपये

एक कोठे की मालकि‍न के मुताबि‍क उसे रोज पुलि‍स को छह सौ रुपये देने होते हैं। यह रकम कोठे पर काम करने वाली लड़कियां अपनी कमाई में से इकट्ठा कर देती हैं। इसके अलावा हर लड़की को रोज 300 रुपये पुलि‍स को और 300 रुपये कोठे का कि‍राया देना होता है। एक कोठे पर औसतन 10 से 12 लड़कि‍यां काम करती हैं।

कबाड़ी बाजार की जिस्‍म मंडी में देह की कीमत 400 रुपये से लगनी शुरू होती है। कोठे की मालकि‍नों के मुताबि‍क इन लड़कि‍यों के ग्राहक ज्‍यादातर नि‍म्‍न वर्ग से होते हैं। अक्‍सर सादी वर्दी में सेना के लोग भी आते हैं। कबाड़ी बाजार से बाहर ले जाने के लि‍ए भी लड़कि‍यों की बुकिंग होती है। बुकिंग रेट 1200 रुपये से 2000 रुपये तक होता है, लेकि‍न 30-40 हजार रुपये की सिक्‍योरि‍टी जमा करनी होती है, जो बाद में वापस हो जाती है।30 साल की जरीना (काल्‍पनि‍क नाम) के बच्‍चे की उम्र 17 साल हो गई है। वह बंगाल से तस्‍करी करके लाई गई थीं, पर यहीं बस गईं। उनका बच्‍चा पूना में बीटेक करने लगा है। जरीना कहती हैं कि उनका ख्‍वाब है कि उनका बच्‍चा आईएएस बने। इसके लि‍ए कि‍तना भी पैसा लगे, अच्‍छी से अच्‍छी कोचिंग हो, पर ख्‍वाब पूरा होना चाहि‍ए। जरीना अकेली नहीं हैं, शुक्रवार को मौजूद हजार से भी ज्‍यादा वेश्याओं के यही ख्‍वाब दि‍खे।

एक कोठे से करीब एक लाख रुपये महीना वसूलती है पुलिस, 17 साल के 'कॅरियर' में दो करोड़ कमा लेती हैं वेश्��
यहां सभी कोठों के बीच एक सीढ़ी भर का ही फासला है। और सीढ़ी भी इतनी संकरी कि एक बार में एक ही व्‍यक्‍ति इसका प्रयोग कर सकता है। एक कोठे की मालकि‍न ने बताया कि यहां पर काम करने वाली एक वेश्‍या महीने में कम से कम एक लाख रुपये कमाती है। यहां वेश्‍यावृत्‍ति शुरू करने की औसतन उम्र 13 साल है और रि‍टायरमेंट कीएक कोठे से एक लाख रुपये महीना वसूलती है पुलिस, 17 साल के 'कॅरियर' में दो करोड़ कमा लेती हैं वेश्‍याएं 

औसत उम्र 30 साल है। 17 साल में वेश्‍याएं दो करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा कमाती हैं।

संकल्‍प संस्‍था की अध्‍यक्ष अतुल शर्मा कहती हैं कि दरअसल इनके बच्‍चों की पढ़ाई ही इनका रि‍टायरमेंट प्‍लान है। इनमें से कुछ तो शादी भी करने लगी हैं। अभी हाल ही में यहां काम करने वाली एक लड़की ने अपनी बच्‍ची के पि‍ता से शादी कर ली। सबसे अच्‍छी बात तो यह है कि अब कोई यह नहीं कह सकता है कि वेश्‍याओं के बच्‍चों के बाप का नाम नहीं पता। ये लोग इतनी सावधानी बरतती हैं कि इन्‍हें पता होता है कि उनके गर्भ में पल रहे बच्‍चे का पि‍ता कौन है। यहां पर पि‍छले पांच सालों में जन्‍मे सभी बच्‍चों का जन्‍म प्रमाण पत्र है जि‍समें उनके पि‍ता का नाम दर्ज है।

बाड़मेर ..काम और अध्यात्म का संबंध है इन मंदिरों से


बाड़मेर ..काम  और अध्यात्म का संबंध है इन मंदिरों से


बाड़मेर किराड़ू को राजस्थान का खजुराहो कहा जाता है, जबकि जगत लघु खजुराहो के रूप में जाना जाता है। दक्षिण भारतीय शैली में बना किराड़ू का मंदिर अपनी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन मंदिरों की बनावट शैली देखकर लोग अनुमान लगाते है कि इनका निर्माण दक्षिण के गुर्जर-प्रतिहार वंश, संगम वंश या फिर गुप्त वंश ने किया होगा। मंदिरों की इस शृंखला में केवल विष्णु मंदिर और शिव मंदिर (सोमेश्वर मंदिर) थोड़े ठीक हालात में है। अन्य मंदिर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं।

श्रृंखला में सबसे बड़ा मंदिर शिव को समर्पित नजर आता है। खम्भों के सहारे निर्मित यह मंदिर भीतर से दक्षिण के मीनाक्षी मंदिर की याद दिलाता है, तो इसका बाहरी आवरण खजुराहो का रंग लिए हैं। बाड़मेर से 43 किलोमीटर दूर हात्मा गांव में ये मंदिर है। खंडहरनुमा जर्जर से दिखते पांच मंदिरों की श्रृंखला की कलात्मक बनावट देखने वालों को मोहित कर लेती हैं। माना जाता है कि 1161 ईसा पूर्व इस स्थान का नाम 'किराट कूप' था। करीब 1000 ई. में यहां पर पांच मंदिरों का निर्माण कराया गया। लेकिन इन मंदिरों का निर्माण किसने कराया, इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है।


काले व नीले पत्थर पर हाथी-घोड़े व अन्य आकृतियों की नक्काशी मंदिर की कलात्मक भव्यता को दर्शाती है। श्रृंखला का दूसरा मंदिर पहले से आकार में छोटा है। लेकिन यहां शिव की नहीं विष्णु की प्रधानता है। जो स्थापत्य और कलात्मक दृष्टि से काफी समृद्ध है। शेष मंदिर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। लेकिन बिखरा स्थापत्य अपनी मौजूदगी का एहसास कराता है। किराड़ू के इन मंदिरों को देखने के बाद ये सवाल उठता है कि आखिर इन्हें खजुराहो की तरह लोकप्रियता क्यों नहीं मिली।