महाकुंभ में लगेगी मोदी के नाम पर मुहर!
नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है।
मोदी की पीएम पद की उम्मीदवार का फैसला महाकुंभ में हो सकता है। विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने इसके संकेत दिए हैं। एक चैनल को दिए साक्षात्कार में सिंघल ने कहा कि वीएचपी के संत सम्मेलन में मोदी को लेकर अहम फैसला लिया जाएगा। इस फैसले के बाद देश का इतिहास बदल जाएगा।
हालांकि सिंघल ने कहा कि मोदी के बारे में यह उनकी निजी राय है। वे जहां भी जाते हैं वहां बेबाकी से अपनी राय लोगों के सामने रखते हैं। अगर मोदी के बारे में सभी लोगों की यही राय हुई तो सात फरवरी को वीएचपी से जुड़े संतों की बैठक में मोदी के नाम पर मुहर लग सकती है। इसके बाद संत समाज भाजपा पर मोदी की उम्मीदवारी के लिए दबाव बनाएगा। गौरतलब है कि 6 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष भी इलाहाबाद जाएंगे और साधु संतों से मिलेंगे।
एक अन्य चैनल के मुताबिक भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है। पार्टी जल्द ही इसकी घोषणा कर सकती है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह खुद इसका ऎलान कर सकते हैं। ऎसा 1995 में मुंबई की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हुआ था जब लाला कृष्ण आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी का नाम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया था। पिछले कुछ दिनों से पार्टी के भीतर से इस बात की जोर शोर से मांग उठ रही थी कि मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए।
राजनाथ सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद मोदी ने दिल्ली आकर उनसे मुलाकात की थी। करीब ढ़ाई घंटे की इस मुलाकात में इस बात पर विस्तृत चर्चा हुई थी। गुरूवार को संघ और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बैठक में भी इस बात पर चर्चा हुई थी कि मोदी को प्रोजेक्ट करने से पार्टी का कल्याण होगा। इसी महीने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक होगी जिसमें भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इस बैठक में मोदी को दिल्ली बुलाने का खांका खींच लिया जाएगा।
नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है।
मोदी की पीएम पद की उम्मीदवार का फैसला महाकुंभ में हो सकता है। विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने इसके संकेत दिए हैं। एक चैनल को दिए साक्षात्कार में सिंघल ने कहा कि वीएचपी के संत सम्मेलन में मोदी को लेकर अहम फैसला लिया जाएगा। इस फैसले के बाद देश का इतिहास बदल जाएगा।
हालांकि सिंघल ने कहा कि मोदी के बारे में यह उनकी निजी राय है। वे जहां भी जाते हैं वहां बेबाकी से अपनी राय लोगों के सामने रखते हैं। अगर मोदी के बारे में सभी लोगों की यही राय हुई तो सात फरवरी को वीएचपी से जुड़े संतों की बैठक में मोदी के नाम पर मुहर लग सकती है। इसके बाद संत समाज भाजपा पर मोदी की उम्मीदवारी के लिए दबाव बनाएगा। गौरतलब है कि 6 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष भी इलाहाबाद जाएंगे और साधु संतों से मिलेंगे।
एक अन्य चैनल के मुताबिक भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है। पार्टी जल्द ही इसकी घोषणा कर सकती है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह खुद इसका ऎलान कर सकते हैं। ऎसा 1995 में मुंबई की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हुआ था जब लाला कृष्ण आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी का नाम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया था। पिछले कुछ दिनों से पार्टी के भीतर से इस बात की जोर शोर से मांग उठ रही थी कि मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए।
राजनाथ सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद मोदी ने दिल्ली आकर उनसे मुलाकात की थी। करीब ढ़ाई घंटे की इस मुलाकात में इस बात पर विस्तृत चर्चा हुई थी। गुरूवार को संघ और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बैठक में भी इस बात पर चर्चा हुई थी कि मोदी को प्रोजेक्ट करने से पार्टी का कल्याण होगा। इसी महीने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक होगी जिसमें भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इस बैठक में मोदी को दिल्ली बुलाने का खांका खींच लिया जाएगा।
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