रविवार, 30 सितंबर 2012

सोमवार सुबह आठ बजे वन्य जीव सुरक्षा जागरूकता रेली हें आप सादर आमंत्रित हें





सोमवार सुबह आठ बजे वन्य जीव सुरक्षा जागरूकता रेली हें आप सादर आमंत्रित हें माननीय विधायक मेवाराम और उप खंड अधिकारी विनीता सिंह जी हरी झंडी दिखायेंगे
आइये प्रण ले वन्य प्राणी सरंक्षण सप्ताह में .....वन्य प्राणियों की सुरक्षा ......वन्य जीवो से प्रेम और उनकी सुरक्षा सबसे बड़ा मानव धर्म हें --

पैसे लेकर सेक्स के आरोप पर भड़की एक्ट्रेस

 
बीजिंग। चीनी एक्ट्रेस झांग जीई ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो उन पर पैसे लेकर
कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता बो शिलाई से सेक्स करने का आरोप लगा रहे हैं। झांग ने कहा है कि उन पर आरोप लगाने वाले पहले अपनी मां के चरित्र की जांच करें।

गौरतलब है कि शिलाई को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। उन पर अवैध तरीकों से महिलाओं के साथ संबंध बनाने के आरोप हैं। शिलाई पर केस चलाए जाने की भी संभावना जताई जा रही है।

झांग ने टि्वट किया है कि जो लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं शिलाई केस में शामिल हूं या नहीं तो मैं उनको बता दूं की पांच महीने पहले ही मैं क्लीयर कर चुकी कि मैं इसमें शामिल नहीं हूं।
आज आपको मैं सीधा सपाट जवाब दूंगी। घर जाओ और अपनी मां से पूछो कि क्या वह वहां मौजूद थी। अगर वह वहां मौजूद थी तो मैं भी वहां थी।

सरहद पर पसरा ऊर्जा का अखूट भण्डार बाड़मेर बना इनर्जी हब




सरहद पर पसरा ऊर्जा का अखूट भण्डार  बाड़मेर बना इनर्जी हब
- डॉ. दीपक आचार्य
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी
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बाड़मेर

राजस्थान का बाड़मेर जिला अपने भूगर्भीय भण्डारों व परिवेशीय विलक्षणताओं की वजह से अब पूरे देश में अपनी अलग पहचान कायम करने लगा है। हाल के वर्षों में आए बहुआयामी बदलाव ने बाड़मेर को अब तीव्र विकासशील इलाकों की श्रेणी में ला खड़ा कर दिया है जहाँ विकास ने ऐसी रफ्तार पकड़ ली है कि अब वहाँ रुकने का कोई नाम ही नहीं है। तरक्की का यह सफर हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ने लगा है।

राजस्थान भर में बाड़मेर अब उन चुनिन्दा क्षेत्रों में अपना स्थान बना चुका है जहाँ हाल के वर्षों में विकास का स्वरूप तेजी से निखरा है। ख़ासकर ऊर्जा के क्षेत्र में बाड़मेर अव्वल है।बाड़मेर जिले में वर्तमान में तीन बड़ी कम्पनियां निजी क्षेत्र में कार्य करते हुए जिले के उत्थान में लगी हुई हैं। इनके द्वारा ऊर्जा क्षेत्र में लगभग 10,000 हजार करोड़ रुपये का विनियोग कर बाड़मेर जिले को ऊर्जा के हब में परिवर्तित कर दिया गया है।



केयर्न एनर्जी इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड

केयर्न एनर्जी इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी ने 1990 के दशक से बाड़मेर जिले में पेट्रोलियम पदार्थो के भण्डारण का सर्वे प्रारम्भ किया। वर्ष 2002 तक आते-आते इस कम्पनी ने पेट्रोलियम पदार्थ निकालने का निश्चय किया व अन्ततः ओएनजीसी की तीन प्रतिशत की भागीदारी के साथ यह कार्य प्रारम्भ किया गया।

बाड़मेर के मंगला क्षेत्र में गत दो दशक की भारत में सबसे बड़ी खोज के रूप में तेल के भण्डार मिले। अब तक इस कम्पनी को भाग्यम एवं ऐश्वर्या क्षेत्रों सहित 25 स्थानों पर तेल के भण्डार मिले हैं। वर्ष 2009 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा मंगला क्षेत्र को राष्ट्र को समर्पित करते हुए यहां कम्पनी द्वारा तेल निकालना प्रारंभ किया गया। वर्तमान में 175000 बेरल का उत्पादन प्रतिदिन हो रहा है जो निरन्तर बढ़ने की संभावना है।

राज वेस्ट पावर लिमिटेड

राजवेस्ट पॉवर लिमिटेड जे.एस.डब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड की एक कम्पनी है जो बाड़मेर जिले के भादरेश गंाव में 1080 मेगावाट का पॉवर प्लान्ट सीएफबीसी तकनीक पर स्थापित कर रही है। कम्पनी 135 मेगावॉट की लिग्नाईट आधारित 8 इकाई स्थापित करेगी जिसमें से कम्पनी द्वारा 6 इकाई कमीशन की जा चुकी हैं एवं शेष 2 यूनिट अक्टूबर 2012 तक कमीशन किया जाने का लक्ष्य है। कम्पनी का लिग्नाईट आधारित विद्युत उत्पादन में महत्त्वपूर्ण योगदान है।

गिरल लिग्नाईट थर्मल पावर प्रोजेक्ट

राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम की गिरल लिग्नाइट तापीय विद्युत परियोजना के अन्तर्गत गिरल में 125-125 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित हैं जिनका निर्माण भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड द्वारा किया गया है। ये दोनों इकाइयाँ सी.एफ.बी.सी. बॉयलर तकनीक पर आधारित हैं।

इन इकाइयों के लिए लिग्नाइट की आपूर्ति राजस्थान स्टेट माइन्स एण्ड मिनरल्स लिमिटेड द्वारा गिरल प्लांट के पास स्थित खदानों से की जाती है। चूँकि राजस्थान में लिग्नाइट के प्रचुर भंडार हुै, इनसे उत्पादित बिजली अन्य स्थानों यथा झारखण्ड, बिहार से मंगवाये गये कोयले से उत्पादित बिजली की तुलना में काफी सस्ती दर पर उपलब्ध होती है, अतः लिग्नाइट आधारित बिजलीघर का निर्माण गिरल में किया गया है।

गिरल विद्युत गृह राजस्थान का प्रथम लिग्नाइट आधारित विद्युत उत्पादन संयंत्र है एवं विश्व में इस क्षमता का पहला विद्युत उत्पादन संयंत्र है जहां काम में आने वाले लिग्नाइट में सल्फर की मात्र 6 प्रतिशत से भी ज्यादा है। वर्ष 2011-12 के दौरान इस कम्पनी द्वारा 5000 लाख यूनिट का उत्पादन किया गया है।

खनिजों का खजाना है बाड़मेर

बाड़मेर जिले में प्रधान व अप्रधान दोनों ही प्रकार के खनिजों का भण्डार उपलब्ध है जिनके लिये 570 खनन पट्टे जारी कर खनिजों को निकाला जा रहा है। खनिज उद्योग से जहां एक ओर करोड़ों रुपये की वार्षिक राजस्व की प्राप्ति हो रही है वहीं दूसरी तरफ ये खनिज विद्युत ऊर्जा उत्पादन में महत्त्वपूर्ण सिद्ध हो रहे हैं। इनमें कपूरड़ी लिग्नाईट प्रोजेक्ट को कोयला उपलब्ध कराने हेतु कार्यरत खान महत्त्वपूर्ण है। जिले में अप्रयुक्त खनन क्षेत्र को हरा-भरा व प्रदूषण मुक्त रखने के लिए हर स्तर पर सार्थक प्रयासों को अंजाम दिया जा रहा है।

मरुधरा अब अपने भूगर्भ में से ढेरों प्राकृतिक उपहारों को लुटा रही है और कहा जा सकता है कि थार का समृद्ध आँचल अब सोना उगल रहा है। प्रकृति के अनुपम उपहारों ने बाड़मेर की परंपरागत छवि को ही बदल कर रख दिया है। अब बाड़मेर वह इलाका है जहां रोज लिखी जा रही है विकास की नई-नई इबारतें।

बिग बॉस में दिखेंगी गुलाबी गैंग की लीडर!

बिग बॉस में दिखेंगी गुलाबी गैंग की लीडर!

मुंबई। टीवी रियलिटी शो "बिग बॉस" जल्द ही ऑनस्क्रीन होने जा रहा है। शो में बड़ी-बड़ी हस्तियां शिरकत करने जा रही है। वहीं इस बार शो में रियल लाइफ के हीरो भी अपना जलवा बिखेरेंगे। मशहूर गुलाबी गैंग की नेता संपतपाल भी शो में शिरकत करने जा रही है।

सूत्रों की मानें तो ददुआ और ठोकिया जैसे डाकुओं की नगरी की असरदार लीडर संपत पाल भी बिग बॉस के इस सीजन में अपना हंगामा बरपाने का तैयार है। मालूम हो कि संपत पाल चित्रकूट के मशहूर गुलाबी गैंग की नेता हैं जिसका नाम लेते ही मर्द भी कांपने लगते है।

उल्लेखनीय है कि गुलाबी गैंग को न केवल अपने बांदा इलाके में जाना जाता है बल्कि यह पूरे देश में मशहूर है। यह गैंग घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाता है और महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों का निपटारा करती है।

महिला को न्यूड कर गांव में घुमाया

महिला को न्यूड कर गांव में घुमाया

मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के बलालपुर गांव में महिला को न्यूड कर पूरे गांव के सामने घुमाने का मामला सामने आया है। मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि भोगीराम कुशवाह की धर्मसिंह,दीवान,इंदल सिंह,मुकेश व विशाल कुशवाह से जमीन के विवाद को लेकर लंबे समय से रंजिश चल रही थी।

शनिवार शाम भोगीराम की 50 वर्षीय पत्नी को आरोपियों ने खेत से घर लौटने के दौरान रास्ते में पकड़ लिया। उसके साथ मारपीट की और उसे निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दो आरोपी धर्मसिंह और मुकेश फरार हैं। दोनों की तलाश की जा रही है।

आईएसआई ने कराई हिना की जग हंसाई!

आईएसआई ने कराई हिना की जग हंसाई!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे और पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी के इश्क की खबरों को सार्वजनिक करवाने में आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है। ब्रिटेन के एक समाचार पत्र ने यह खबर दी है। हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आईएसआई के प्रवक्ता ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया कि आईएसआई हिना और बिलावल को बदनाम करने के लिए अभियान चलाए हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री और आईएसआई के बीच कोई दिक्कत नहीं है।

प्रवक्ता ने कहा कि यह अभियान वे लोग चला रहे हैं जो विभिन्न संस्थानों के बीच मतभेद पैदा कर पाकिस्तान को कमजोर करना चाहते हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है। ये लोग पहले भी इस तरह की गलत खबरें प्रकाशित करवा चुके हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्र को ऎसी खबर छापने से पहले विभिन्न संस्थाओं से पुष्टि तो करनी चाहिए थी। समाचार पत्र को जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए था। बिना नाम और सूत्रों के हवाले से चलाई जा रही खबरों को लेकर पाकिस्तान की सेना कानूनी कार्रवाई कर सकती है।

ब्रिटेन के समाचार पत्र ने पीपीपी के वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया है कि सुरक्षा बलों की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद लापता हुए हजारों लोगों के मामले की संयुक्त राष्ट्र संघ की टीम से जांच करवाने में हिना का हाथ रहा है। इससे आईएसआई भड़क गई थी। यूएन वर्किग ग्रुप ने हाल ही में पाकिस्तान का दौरा किया था। उसने इस मामले में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।

थार लिंक एक्सप्रेस से पाक जा रहे यात्री को रोका

पाक जा रहे यात्री को रोका

गडरारोड थार लिंक एक्सप्रेस से शनिवार को पाक की यात्रा कर रहे एक यात्री को मुनाबाव अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन पर इमिग्रेशन जांच में पासपोर्ट फर्जी होने के शक पर रोक दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान के पाली जिला निवासी इरफान अली पुत्र इंसाफ अली को फर्जी पासपोर्ट के जरिए पाक की यात्रा करते हुए पाया गया। इमिग्रेशन जांच में उसे पकड़ कर जीआरपी को सुपुर्द किया गया। जोधपुर स्थित भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर टिकट वितरण के दौरान पासपोर्ट एवं वीजा संबंधी दस्तावेज की जांच करने के बाद ही टिकट दिया जाता है।

भगत की कोठी में दस्तावेज की जांच में फर्जीवाड़े का पता नहीं चला एवं टिकट दे दिया जिस पर यात्री ने थार लिंक एक्सप्रेस में शुक्रवार मध्यरात्रि को यात्रा प्रारंभ की एवं शनिवार सुबह हुई मुनाबाव में इमिग्रेशन जांच में पासपोर्ट नंबर एसी0514290, 6 जनवरी, 1997 लिखा पाया गया,इसके फर्जी होने के शक पर उसको यात्रा करने से रोक दिया ।

- एक युवक को फर्जी पासपोर्ट होने के कारण यात्रा करने से रोक दिया है एवं जीआरपी को सुपुर्द किया गया है। उसने पासपोर्ट कहां से बनवाया इसके लिए सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ करेगी।

breaking news बाड़मेर ...गडरा में युवक की हत्या ...

breaking news बाड़मेर ...गडरा में युवक की हत्या ...


बाड़मेर जिले के सरहदी थाना क्षेत्र गडरा में एक युवक की हत्या से सनसनी फेल गई.पुलिस सूत्रों के अनुसार गडरा में मेघवाल जाती के एक व्यक्ति की हत्या हो गई .समाचार लिखे जाने तक पुलिस दल घटनास्थल पर था .पूरा विवरण शीघ्र मिलने की उम्मीद हें .मृतक भाजपा नेता दशरथ मेघवाल का रिश्तेदार बताया जा रहा हें

banke bihari tere naina kajrare....

जैसलमेर रासला गांव के पास स्थित देगराय माता मंदिर


देगराय  में भजन संध्या आयोजित


 जैसलमेर  रासला गांव के पास स्थित देगराय माता मंदिर में शुक्रवार को रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें राजेंद्र रंगा एवं पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही सत संगियों ने भी रात्रि जागरण में अपनी सहभागिता निभाई। इस अवसर पर भगवानदास बिसानी, चानणमल, रमेशचन्द्र, कमल बिसानी, धूड़चंद, भगवान चांडक, दुर्जनसिंह, राजेन्द्र कुमार व्यास आदि उपस्थित थे। भजन संध्या में अचला, मूलाणा, करडा आदि गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। भक्ति संध्या में कलाकारों द्वारा देवी माता के विभिन्न भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। पूरी रात चले भजनों का सभी ने आनंद लिया। रात्रि जागरण में खेम चन्द्र, मानसिंह, जितेन्द्र व कैलाश आदि गायकों ने प्रस्तुतियां दी।

जैसलमेर  रासला गांव के पास स्थित देगराय माता मंदिर 

राजस्थान का विविध रंगी लोक जीवन अपने वैविध्य के सौंदर्य से किसी का भी मन मोह सकता है और जब जीवन के हर क्षेत्र में रंगों का वैविध्य हो तो भला आस्था का क्षेत्र अछूता कैसे रह सकता है. शायद इसीलिए राजस्थान में अनेक लोक देवताओं और लोक देवियों की अमूल्य उपस्थिति जन-जीवन से अभिन्न जुड़ाव रखती है रामदेव,गोगाजी,पाबूजी,भैरूंजी,देवनारायण,हड़बूजी,मल्लिनाथ,तेजाजी , कल्लाजी,मेहाजी जैसे अनेक लोक देवता राजस्थानी जन मानस को गहरे तक प्रभावित करते हैं.और उतनी ही महत्वपूर्ण है लोक देवियों की उपस्थिति . करणी माता,ऊंठाला माता,आवरी माता,हिंगलाज माता,आवड़ माता,इडाणा माता और आई माता जैसे विश्वास के अनेक सोपान हैं जहां आस्था निरंतर दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धा को जन-जन में जीवंत बनाये रखती है. इसी परंपरा का एक जागृत शक्ति-पुंज है - देगराय . देगराय आवड़ माता का ही एक रूप है कहते हैं जब सिंध के शासक उमर सूमरा ने आवड़ माता से विवाह का प्रस्ताव रखा तो देवी ने उसका वध करके जैसलमेर की ओर प्रस्थान किया उस शक्ति पुंज ने एक स्थान पर भैंसे के सिर को देग बनाकर उसमे अपनी चुनरी रंगी तब से उनका एक नाम देगराय भी हुआ. भाटी राजवंश पर आवड़ माता की विशेष कृपा रही और भाटी राजवंश के ही जैसलमेर से बाड़मेर जाने के रास्ते में ही देवीकोट से कुछ दूरी पर है देगराय का प्रकृति के सानिध्य में बसा एक खूबसूरत सा मंदिर। किसी भी स्थान के लोक देवी-देवता इसलिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये अपने दौर के वो नायक हैं जिन्होंने जनमानस के लिए संघर्ष किया और शुभ की स्थापना का साहस दिखाया आप पूरे भारत में कहीं भी चले जाइए लोक देवता हर जगह होंगे और साथ ही होंगी बुराई के विरुद्ध उनके संघर्ष की अनेक कहानियां . कालांतर में जनमानस उन्हें देवी-देवता बनाकर पूजता भी इसीलिए है क्योंकि वो भी सदैव शुभ और सत्य की सत्ता का आग्रही है. दूसरी बात जो बेहद महत्वपूर्ण है वो है लोक देवी-देवताओं का प्रकृति से अमिट जुड़ाव अधिकांश लोक देवी-देवताओं का किसी वृक्ष से जोड़ा जाना भी शायद जन-जन में प्रकृति से जुड़ाव की भावना का संचार करने का कोई भारतीय विचार ही रहा होगा. देगराय के मंदिर में मुझे सबसे अधिक आकर्षित किया वहां की शांति ने. साथ ही मंदिर के पीछे एक झील भी थी जिसे देखकर तो मैं भूल ही गया कि मैं मरुभूमि का यात्री हूँ . 

गोचर भूमि पर सेना के अतिक्रमण को लेकर बवाल



गोचर भूमि पर सेना के अतिक्रमण को लेकर बवाल



जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने जताया विरोध, दांता गांव का मामला, प्रशासन की आदेश भी बेअसर, सेना ने कर रखा है अतिक्रमण

बाड़मेर सैन्य स्टेशन जसाई के पास ग्राम पंचायत मारूड़ी के राजस्व गांव दांता की गोचर भूमि पर सेना के कब्जे को लेकर ग्रामीण लामबद्ध हो गए हैं। कलेक्टर की ओर से सेना के अतिक्रमण की पुष्टि करने के साथ सेना के कमांडर को पत्र भेजने के बावजूद उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जा रहा है। इससे गांव के लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सेना की ओर से गोचर भूमि पर किए गए अतिक्रमण हटाने की मांग रखी है। साथ ही चेतावनी दी है कि समय रहते अतिक्रमण नहीं हटाए गए तो ग्रामीण आंदोलन का रूख अख्तियार करेंगे।

राजस्व रिकार्ड के अनुसार ग्राम दांता के खसरा संख्या 111/26 में 2042 बीघा जमीन सेना को रक्षा प्रयोजनार्थ आवंटित की गई थी। लेकिन सेना की ओर से पास में स्थित गोचर भूमि खसरा न. 110/26 पर पिलर लगाकर कब्जा किया गया है। यह बात प्रशासन भी स्वीकार चुका है कि अतिक्रमण हुआ है। दांता के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताया कि सेना की ओर से गोचर भूमि पर अतिक्रमण के बाद निर्माण शुरू किया जा रहा है। इस बारे में एतराज जताने के बावजूद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की जा रही है।

कलक्टर ने स्टेशन कमांडर को भेजा था पत्र

सेना की ओर से गोचर भूमि पर अतिक्रमण का मामला सामने आने पर तत्कालीन कलेक्टर गौरव गोयल ने स्टेशन कमांडर जसाई को पत्र भेजकर तहसीलदार से सीमाज्ञान करवाने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू करने को कहा था ताकि किसी प्रकार का विवाद न हो सके। इसके बावजूद सेना की ओर से सीमाज्ञान करवाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई।

तहसीलदार ने माना अतिक्रमण

बाड़मेर तहसीलदार ने 13 सितंबर को स्टेशन हैड क्वाटर जसाई को पत्र भेजकर आगाह किया कि पूर्व में कलेक्टर की ओर से गोचर भूमि पर किए गए अतिक्रमण हटाने व पिलरों का निर्माण नहीं करने की हिदायत दी गई थी। बावजूद उसके उक्त भूमि पर चार दीवारी का निर्माण शुरू किया गया है जो अवैध है। इसे तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए। साथ ही हल्का पटवारी को निर्देश दिए गए कि सेना की ओर से कार्य बंद नहीं किए जाने पर राजस्व की धारा 91 के तहत कार्रवाई की जाए।

जसोल धाम पर भजन संध्या का आयोजन


जसोल धाम पर भजन संध्या का आयोजन


जसोल में वार्षिक भजन संध्या 'एक शाम माजीसा के नाम' का आयोजन

 जसोल  मालाणी के प्रमुख शक्तिपीठ जसोल गढ़ स्थित माजीसा दरबार में शुक्रवार रात भजन संध्या का शुभारंभ पुजारी राजू महाराज ने आरती से किया। आरती की अखंड ज्योत गाजे-बाजे के साथ निज मंदिर से भजन संध्या स्थल पर लाई गई। इसके बाद भजन गायक प्रकाश माली ने गजानंद गौरी के नंदलाल भजन शुरू कर एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद बेंगलूरु से आए संदीप बरडिय़ा ने तूने मुझे बुलाया माता माजीसा, लो आया मैं आया माता माजीसा..., स्वर्ग से सुंदर-सपनों से प्यारा है माजीसा का दरबार..., सहित अनेक गीत की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को दोनों हाथ उठा भक्तिरस में समाहित कर दिया। वहीं गायिका आशा वैष्णव ने तेरस आई चांदणी माजीसा हो के साथ अनेक भजनों की प्रस्तुतियां देकर दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं देर रात तक झूमने पर मजबूर कर दिया। वही मनोर-रिया एंड पार्टी ने ऊंचा गढ़ मां थारो देवरो..., म्हारो हैलो सुणीजो माजीसा..., सहित कई भजनों की प्रस्तुतियां देकर खूब तालियां बटोरी।

भजनों की प्रस्तुतियों पर रामप्रकाश कुंबावत कलाकारों की ओर से नृत्य की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। एसएन वोहरा उमावि परिसर में आयोजित भजन संध्या में बड़ी संख्या में मां के भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। भजन संध्या स्व. श्रीमती अयोध्या देवी धर्मपत्नी ओमप्रकाश चौहान रायपुर(पाली) की स्मृति में आयोजित की गई। भजन संध्या में राजस्थान शासन उप सचिव खेल विभाग राजेश चौहान, नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान, पूर्व चेयरमेन प्रभा सिंघवी, सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के ज्वॉइंट रजिस्ट्रार जवाहरलाल परिहार, जोधपुर तहसीलदार गोपाल परिहार, लेक्चरर बसंत परिहार, जसोल सरपंच मंजूदेवी बारासा, पूर्व सरपंच ईश्वरसिंह चौहान, भंवर भंसाली, नायब तहसीलदार दलपतसिंह रामसर, किशोर सिंघवी, रमेश गुप्ता, भंवरलाल भाटी, इम्तियाज अली, छगन जोगसन, श्याम माली, कैलाश चौधरी, राजू भाई वोहरा व लॉयन्स क्लब जसोल अध्यक्ष कांतिलाल ढेलडिय़ा सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। भक्ति संध्या के आयोजन में श्री माजीसा मित्र मंडल के अध्यक्ष रमेश भंसाली सहित उनकी टीम का सहयोग रहा। कार्यक्रम के दौरान मित्र मंडल की ओर से आयोजनकर्ता चौहान परिवार का बहुमान किया गया। कार्यक्रम का संचालन ओमप्रकाश महावार ने किया।

वांकलधाम विरातरा, मेले में उमड़ा श्रद्धा का ज्वार

वांकलधाम विरातरा, मेले में उमड़ा श्रद्धा का ज्वार

चौहटन. वांकलधाम के तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन शनिवार को मेले में सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। पैदल संघ सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां वांकल के जैकारे लगाते हुए श्रद्धा से वांकलधाम पहुंचे। दोपहर में मां के दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लग गईं। दूसरे भादवा माह के तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन मुख्य मंदिर के अलावा गढ़ मंदिर, जूना विरातरा, तोरणिया मंदिर, वैर माता मंदिर सहित ट्रस्ट के अधीन आनेवाले 12 मंदिरों में पूरे दिन श्रद्धालुओं की रेलमपेल रही। मेला स्थल पर लगी दुकानों पर खरीदारी को लेकर बच्चों व महिलाओं की भीड़ रही। विरातरा ट्रस्ट अध्यक्ष भैरसिंह सोढ़ा ने बताया कि इस बार भादवा माह के तीन दिवसीय मेले में विशेषकर नवविवाहित जोड़े अपने सफल जीवन की कामना को लेकर ट्रस्ट के अधीन आने वाले 12 मंदिरों की परिक्रमा कर रात्रि विश्राम वांकलधाम पर करते हैं। वांकलधाम पर आनेवाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ठहरने, भोजन तथा पानी की माकूल व्यवस्था की गई है। चौहटन से वांकलधाम आने वाले यात्रियों के लिए रोडवेज की नियमित बसों के अलावा मेला स्पेशल बसों की व्यवस्था भी की गई हैं। प्रशासन की ओर से जलदाय, चिकित्सा एवं पुलिस की टीमें चौबीस घंटे सेवाएं दे रही हैं। इस तीन दिवसीय मेले में शाम को रोजाना भजन संध्या का आयोजन हो रहा है जिसमें भजन कलाकार एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दे रहे हैं। शनिवार को राजस्थान-अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल ने विरातरा धाम में मां वांकल के दर्शन कर खुशहाली की कामना की। ट्रस्ट की ओर से उनका स्वागत किया गया।

जसवंत सिंह अगला चुनाव राजस्थान से लड़ेंगे?


नई दिल्ली.भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता जसवंत सिंह ने कहा है अगला विधानसभा चुनाव प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। 

वे ही प्रदेश में पार्टी की प्रमुख नेता हैं। उन्होंने कहा कि वे खुद भी अपना अगला लोकसभा चुनाव राजस्थान से ही लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वे किस क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरेंगे। उनसे बेबाक बातचीत के अंश :

आज के राजस्थान पर आप क्या कहेंगे?

>राजनीति का स्वरूप बहुत बदल गया है। इस प्रदेश की राजनीति की एक बड़ी कमी है। सुखाड़िया पूरे राजस्थान के नेता गिने गए। उनकी पहचान प्रदेश से बाहर भी रही। शेखावत की साख भी पूरे देश और प्रदेश में रही। मैं तो शुरू से ही राजस्थान के बाहर देश की राजनीति में रहा, लेकिन आज प्रदेश की राजनीति सूबाई ही नहीं, जिलों में सिमटकर रह गई। ..इसे आत्म स्तुति नहीं गिनना ..कि भारत में ऐसे कितने नाम हैं, जिनके पास वित्त, विदेश और रक्षा जैसे मंत्रालय रहे। मुझे इसका सौभाग्य मिला। मैं पहला और केवल एक राजस्थानी हूं, जिसे ईश्वर ने यह सौभाग्य दिया।

इस कसौटी पर आप अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे को कहां रखेंगे?

>अशोक तो बहुत ही ..टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। वे मेरे सामने भी कभी प्रत्याशी थे। संसदीय सीट पर। मुझे ज्यादा वोट मिले थे तो..। वे कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में सफल नहीं हो पाए थे। जहां तक वसुंधरा राजे की बात है, वे आज भाजपा की नेता हैं। आने वाले चुनाव में पार्टी इन्हीं के नेतृत्व में लड़ेगी। दुनिया आज के कांग्रेसी राज से थक गई है!

वसुंधरा राजे को राजस्थान में लाने वाले नेताओं में आपका नाम आता है, लेकिन बाद में आपका उनसे विवाद हो गया..

>मैं किसी को नहीं लाया था। ईश्वर लाता है।

जसोल में आपने रियाण किया था तो अफीम को लेकर तत्कालीन सरकार ने आपके और आपकी पार्टी के प्रमुख नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था?

>छोड़ो उस बात को। मैं कुछ न भी कहूं तो घटनाएं और तत्कालीन परिस्थितियां तो उस बारे में स्वयं टिप्पणियां करती ही हैं।

राजस्थान भाजपा आज भी दो खेमों में बंटी है?

>एक धागे से बंधी हुई हमकदम होकर वह अभी चलने में असमर्थ-सी है। नेतृत्व इस पर विचार करे। सही समय पर सही समाधान निकाले।

आप किस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे?
>यह राजस्थान की जनता बताएगी कि वह मुझे कहां से चुनाव लड़ाना चाहती है।

क्या आप प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं?
>मैं कुछ नहीं चाहता। यह मेरा आखिरी चुनाव होगा। मैं 15 साल की उम्र में कैडेट हो गया था। तब से देश की सेवा में ही लगा रहा हूं। कुछ हासिल किया, कुछ नहीं। मैं चाहूंगा कि मुझे देश सेवा का एक मौका दें, किसी भी रूप में।

आपने किस पार्टी से पहला चुनाव लड़ा था?
>मुझे भैरोंसिंह शेखावत ने कहा था कि जनसंघ से लड़ लो। मैंने कहा-मैं नहीं आ सकूंगा। मुझे गायत्री देवी ने कहा : स्वतंत्र पार्टी के लिए। मैंने क्षमा मांग ली। मैं निर्दलीय ही लड़ा। मैंने जीवन में कई बेवकूफियां की हैं। जनता पार्टी बनी और टूटी और फिर जब भाजपा बनी तो मुझे अटल बिहारी वाजपेयी और भैरोंसिंह शेखावत ने कहा। फिर भाजपा में आया।

क्या आप बताएंगे कि और कौन-सी बेवकूफियां आपने कीं?
>वे गलतियां नहीं थीं। अनुभव थे। एक रास्ते से चले, गिरे-पड़े, उठे और फिर चल दिए। ..संसद में मेरा यह नौवां टर्म है। नौ टर्म वाला संसद में राजस्थान से आज तक कोई और नहीं रहा। राज्यसभा और लोकसभा में बराबर। मैंने 1967 में पहला चुनाव ओसियां से लड़ा। फौज से इस्तीफा देकर आया था। मैंने फौज से पेंशन नहीं पाई। मैंने आर्मी से कोई टर्मिनल बेनीफिट भी नहीं पाया। फौज ने जो मुझे सिखाया, वह मेरे लिए अमूल्य पेंशन है।

क्या आपको भैरोंसिंह शेखावत राजनीति में नहीं लाए?
>वे नहीं लाए। मैं स्वयं को स्वयं लाया था। मुझे कोई राजनीति में नहीं लाया। राजनीति में मेरा कोई माई-बाप नहीं है, लेकिन राजनीति में किसी ने मेरा हाथ पकड़ा तो वे दो ये थे।

क्या आप अगला चुनाव राजस्थान से लड़ेंगे?
वहीं लौट आना चाहता हूं। मैं जिस लक्ष्य को लेकर दार्जिलिंग आमंत्रित किया गया था, वह पूर्ण नहीं तो बहुत कुछ हासिल हो गया है। गोरखालैंड बन-सा गया है। मैं अब अगला चुनाव राजस्थान से ही लड़ना चाहता हूं।

प्रदेश की राजनीति में जातिवाद बहुत बढ़ गया है।
गांव-गांव में विषाक्तता आ गई है। प्रदेश की सांस्कृतिक-सामाजिक एकरूपता और एकरसता थी। उसे हमने टुच्ची राजनीति के तराजू में वोट की तोल के आगे बेच दिया है। यह प्रदेश की सबसे बड़ी राजनीतिक अवनति हुई है। प्रार्थना करूंगा कि राजस्थान की सियासत को उबारें, वरना हम कहीं के नहीं रहेंगे।

गणेश प्रतिमा विसर्जित करते हुए तीन युवक डूबे


जोधपुर. शहर के विभिन्न क्षेत्रों से शनिवार को गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने गए तीन युवक डूब गए। मालवीय बंधुओं ने उम्मेदसागर से दो और बालसमंद से एक का शव बाहर निकाला। मृतकों में एक युवक बैंक कर्मचारी था। दोनों ही स्थानों पर कोई प्रशिक्षित गोताखोर तैनात नहीं था। 

डीसीपी (पश्चिम) अजयपाल लांबा ने बताया कि चौहाबो थानांतर्गत उम्मेद सागर में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन कार्यक्रम चल रहा था। शाम को करीब साढ़े पांच बजे मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों से सूचना मिली कि यहां एक युवक डूब गया। पुलिस ने तत्काल गोताखोर मालवीय बंधुओं को मौके पर बुलवाया।

तब तक यहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। इस बीच चौहाबो थानाधिकारी अमित सिहाग, प्रताप नगर थानाधिकारी देरावर सिंह व अन्य की टीम भी मौके पर पहुंची। यहां पहुंचे गोताखोर दाऊलाल मालवीय, सुनील, जितेंद्र, मंगल दास, सुनील वाल्मीकि और बाबूलाल की टीम ने ढूंढ़ना शुरू किया तो उन्हें एक अन्य युवक का शव मिला।

कुछ देर और मशक्कत कर गोताखोरों ने दूसरे युवक का शव भी निकाल लिया। इनकी पहचान कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड निवासी युधिष्ठिर उर्फ शुधिष्ठर यादव पुत्र रघुवीर सिंह और चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर 18 में रहने वाले पाक विस्थापित राणाराम पुत्र स्वरूप चंद माली के रूप में हुई।

परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने राणाराम का शव बिना पोस्टमार्टम के सौंप दिया। युधिष्ठिर का शव एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। इसी तरह शाम करीब पौने छह बजे सूचना मिली कि बालसमंद झील में भी एक युवक प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूब गया है।

सूचना मिलने पर मंडोर थानाधिकारी कमल सिंह, पुलिस के गोताखोर भरत मालवीय व अन्य के साथ मौके पर पहुंचे। यहां दुर्गम रास्ते से होते हुए बालसमंद झील के पिछले हिस्से में यह हादसा हुआ था।

गोताखोरों ने यहां से बालसमंद रॉयल्टी नाका के निकट रहने वाले पदमसिंह कच्छवाहा के बेटे दिलीप कच्छवाहा का शव बाहर निकाला। इस घटना पर दुख: व्यक्त करते हुए युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक एलएन जालानी ने पीड़ित परिवार को नियमानुसार आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की है। जालानी के अनुसार दिलीप मार्च में ही भोपालगढ़ एसबीबीजे में नियुक्त हुए थे।