आईएसआई ने कराई हिना की जग हंसाई!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे और पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी के इश्क की खबरों को सार्वजनिक करवाने में आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है। ब्रिटेन के एक समाचार पत्र ने यह खबर दी है। हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आईएसआई के प्रवक्ता ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया कि आईएसआई हिना और बिलावल को बदनाम करने के लिए अभियान चलाए हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री और आईएसआई के बीच कोई दिक्कत नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा कि यह अभियान वे लोग चला रहे हैं जो विभिन्न संस्थानों के बीच मतभेद पैदा कर पाकिस्तान को कमजोर करना चाहते हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है। ये लोग पहले भी इस तरह की गलत खबरें प्रकाशित करवा चुके हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्र को ऎसी खबर छापने से पहले विभिन्न संस्थाओं से पुष्टि तो करनी चाहिए थी। समाचार पत्र को जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए था। बिना नाम और सूत्रों के हवाले से चलाई जा रही खबरों को लेकर पाकिस्तान की सेना कानूनी कार्रवाई कर सकती है।
ब्रिटेन के समाचार पत्र ने पीपीपी के वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया है कि सुरक्षा बलों की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद लापता हुए हजारों लोगों के मामले की संयुक्त राष्ट्र संघ की टीम से जांच करवाने में हिना का हाथ रहा है। इससे आईएसआई भड़क गई थी। यूएन वर्किग ग्रुप ने हाल ही में पाकिस्तान का दौरा किया था। उसने इस मामले में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे और पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी के इश्क की खबरों को सार्वजनिक करवाने में आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है। ब्रिटेन के एक समाचार पत्र ने यह खबर दी है। हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आईएसआई के प्रवक्ता ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया कि आईएसआई हिना और बिलावल को बदनाम करने के लिए अभियान चलाए हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री और आईएसआई के बीच कोई दिक्कत नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा कि यह अभियान वे लोग चला रहे हैं जो विभिन्न संस्थानों के बीच मतभेद पैदा कर पाकिस्तान को कमजोर करना चाहते हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है। ये लोग पहले भी इस तरह की गलत खबरें प्रकाशित करवा चुके हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्र को ऎसी खबर छापने से पहले विभिन्न संस्थाओं से पुष्टि तो करनी चाहिए थी। समाचार पत्र को जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए था। बिना नाम और सूत्रों के हवाले से चलाई जा रही खबरों को लेकर पाकिस्तान की सेना कानूनी कार्रवाई कर सकती है।
ब्रिटेन के समाचार पत्र ने पीपीपी के वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया है कि सुरक्षा बलों की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद लापता हुए हजारों लोगों के मामले की संयुक्त राष्ट्र संघ की टीम से जांच करवाने में हिना का हाथ रहा है। इससे आईएसआई भड़क गई थी। यूएन वर्किग ग्रुप ने हाल ही में पाकिस्तान का दौरा किया था। उसने इस मामले में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
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