बुधवार, 30 नवंबर 2011

'जूठे पत्तलों पर दलितों के लोटने की प्रथा बंद करो'

लखनऊ।। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने कर्नाटक में आस्था के नाम पर अनुसूचित जाति के लोगों के जूठे पत्तलों पर लोटने की प्रथा को बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रथा पर तुरंत रोक लगनी चाहिए।  Uttar Pradesh Chief Minister Mayawati
मायावती ने एक बयान में कहा कि चर्म रोगों के इलाज के नाम पर इस प्रथा का जारी रहना तकलीफदेह है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार को इस गलत प्रथा पर तुरंत बैन लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कर्नाटक में जारी इस प्रथा को भारतीय संविधान के समानता के अधिकारों के खिलाफ बताया और कहा कि इलाज के बहाने 'जातिवादी' लोग अनुसूचित जाति के लोगों के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सबसे दुखद यह है कि मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग समेत देश के किसी भी आयोग ने अभी तक इस प्रथा के खिलाफ कुछ नहीं कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक हिन्दी चैनल पर पिछले साल जब इस प्रथा से जुड़ी खबर आई थी तो उन्होंने ही देश में सबसे पहले इस प्रथा के खिलाफ आवाज उठाई थी।

'कोलावेरी' ने मचा दी देश में खलबली मगर इसके सिंगर को खबर ही नहीं



भाषागत बंधनों को तोड़ते हुए ‘टैंग्लिश’ गीत ‘कोलावेरी’ रातोंरात बंपर हिट हो चुका है। गायक व एक्टर वेंकटेश प्रभु कस्थूरी राजा जो धनुष के नाम से फेमस हैं, का दर्द कुछ अलग ही है। दरअसल धनुष अभी तक समझ ही नहीं पा रहे हैं कि उनका गीत इतना बड़ा हिट हो चुका है।



वे कहते हैं ‘मैं फिलहाल शूटिंग पर ही ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। मुझे यह सत्य घटना नहीं लगती है इसलिए मैं कोलावेरी की सक्सेस को बहुत ज्यादा सीरियसली नहीं ले रहा हूं।’



राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके धनुष के बारे में आम धारणा है कि सुपरस्टार रजनीकांत का दामाद होना ही बड़ी पहचान है। जबकि धनुष खुद को एक्टर के रूप में स्थापित करने के लिए तत्पर हैं। कोलावेरी के हिट होने से उन्हें कोई बड़ी पहचान नहीं मिली है। धनुष कहते हैं ‘मेरी इंडस्ट्री में किसी ने मुझसे इस गीत के बारे में एक भी सवाल नहीं पूछा है। मैं ट्रेंडी सिंगर नहीं हूं, केवल बाथरूम सिंगर की तरह गुनगुनाता रहता हूं। गायक से पहले मैं एक एक्टर हूं।’



गौरतलब है कि हिट गीत कोलावेरी को लगभग 90 लाख ऑनलाइन हिट्स मिली हैं। सोशल नेटवर्किग साइट्स पर भी गीत छाया हुआ है। इसके वीडियो में एक जापानी महिला नृत्य करती हुई दिखाई देती है। इस गीत को ‘यूथ एंथम’ कहा जा रहा है। धनुष जहां भी जाते हैं वहां उनसे यह गीत गाने की फरमाइश की जा रही है। यही नहीं कई लोगों ने तो गीत को अपनी तरह से ढाल कर भी ऑनलाइन कर दिया है।



यह गीत तमिल फिल्म ‘3’ का है जिसे धनुष की पत्नी ऐश्वर्या रजनीकांत धनुष बना रही हैं। धनुष फुरसत के पलों में कोलावेरी जैसे गीत लिखते हैं और गुनगुनाते भी हैं। जल्द ही वे बॉलीवुड में निर्देशन की पारी भी शुरू करना चाहते हैं। वे कहते हैं ‘मैं हिंदी ज्यादा नहीं समझता हूं लेकिन मेरे पास पटकथा तैयार है। मैं फिलहाल होमवर्क कर रहा हूं अगले साल तक नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दूंगा।’

पाकिस्तान में बीबीसी न्यूज चैनल बंद

पाकिस्तान में बीबीसी न्यूज चैनल बंद

कराची। पाकिस्तान में केबल ऑपरेटरों ने बीबीसी के अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनल बीबीसी वल्र्ड न्यूज को बंद करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के अधिकतम शहरों में बीबीसी के प्रसारण पकर रोक लगा दी गई है। कहा जा रहा है कि यह कदम बीबीसी की टीवी डॉक्यूमेंटरी "सीक्रेट पाकिस्तान "को प्रसारित किए जाने के बाद उठाया गया है।

ऑल पाकिस्तान केबल ऑपरेटर्स एसोसियशन ने मंगलवार को घोषणा की है कि बुधवार से जो भी विदेशी चैनल पाकिस्तान विरोधी कार्यक्रम दिखाएंगे। उनको दिखाना बंद कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि केबल ऑपरेटरों की संस्था ने पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी से कहा कि यदि विदेशी चैनल देश के लिए नुकसानदायक जानकारी प्रसारित करते पाए जाते है तो उनके लैडिंग राइट्स यानि प्रसारण के अधिकार रद्द कर दिए जाए।

उल्लेखनीय है कि बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी सीक्रेट पाकिस्तान में पाकिस्तान की तालिबान के चरमपंथ से लड़ने की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए गए है। इसमे बताया जा रहा है कि अमरीकी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के हवाले से इसमें पाकिस्तान के कुछ लोग पर आरोप लगाए गए है कि एक ओर वे सार्वजनिक तौर पर अमरीका के सहयोगी होने का दावा करते हैं और दूसरी तरफ वे खुफिया तरीके से अफगानिस्तान के तालिबान के हथियार और प्रशिक्षण देेते है।

गौरतलब है कि हाल ही में नाटो सैनिकों के हमले में मारे गए 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के बाद पाकिस्तान इलैक्ट्रानिक मीडिया
ने बीबीसी न्यूज वल्र्ड को बंद करने का फैसला किया है।

बाडमेर....आज की ताजा खबर ....30 नवम्बर

पाकिस्तान जाने की फिराक में दो बांग्लादेशी नागरिक पकड़े


बाड़मेर, 30 नवंबर। पाकिस्तान जाने की फिराक मेंबाड़मेर जिले के गडरारोड़ कस्बे में सीआईडी की टीम ने दो बगलादेशी नागरिकों को गिरप्तार किया। इनको पाकिस्तान में प्रति माह 15 हजार रूपए नौकरी दिलाने का झांसा देकर दलाल लाया था। इन बांग्लादोी नागरिकों से गुरूवार को विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त पूछताछ करेगी।
पुलिस के मुताबिक गडरारोड़ रेलवे स्टोन पर बुधवार को सुबह 9 बजे सीआईडी की टीम ने अब्दुल सुभान पुत्र अबुल बारीक निवासी उफतरीपार उम्र 42 साल एवं समीन पुत्र मुतीब रहमान निवासी जीतपुर उम्र 22 साल जिला सुमानगंज को पकड़ा। इनको गडरारोड़ पुलिस को सुपुर्द किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने बताया कि इनको एक दलाल पाकिस्तान में प्रति माह 15 हजार रूपए का रोजगार दिलाने का झांसा दिया था। इसके एवज में दलाल ने उनसे 30 हजार रूपए लिए थे। यह बांग्लादोी नागरिक पचिमी बंगाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने के बाद दिल्ली, अजमेर,फालना, जोधपुर,बाड़मेर होते हुए गडरारोड़ पहुंचे थे। इन बांग्लादोी नागरिकों से गुरूवार को विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त पूछताछ करेगी।
पुलिस के मुताबिक बुधवार को इन दोनों से पुरे दिन कई विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां ने पूछताछ कि और यह जानने की कोशशि कि इनका इरादा क्या था और इनको यह रास्ता किसने बताया इनके पास से 231 रूपए की भारतीय मुद्रा और कुछ पहने के कपडे मिले है पूछताछ में इस बात का खुलाश हुआ है कि यह दोनों ही मुनाबाव के रस्ते पाकिस्तान जाने कि फ़िराक में थे गोरतलब है कि पिछले सप्ताह ही जैसलमेर जिले में भी पाक जाने कि फ़िराक में 5 बगलादेशी नागरिको को बोर्डर पर गिरफ्तार किया गया था बुधवार को दो बगलादेशी पकडे जाने के बाद बोर्डर पर सीमा सुरक्षा बल , सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस ने अपनी ग्रस्त और बढ़ा दी है
इससे पहले भी इस बोर्डर पर कई बगलादेशी पाक जाने कि फ़िराक में पकडे गए है इन सब कि एक ही कहानी होती है कि इनको कोई दलाल पेसे लेकर यह कहता है कि अवेध रूप से पाक जाने का सबसे सरल रास्ता बाड़मेर में पाक से लगती भारतीय सीमा पर सख्ती कम होती है और आसानी से बोर्डर पार किया जा सकता है दलाल के चक्र में आकर बगलादेशी बाड़मेर बोर्डर पर पकडे जाते है दलाल इनके साथ बाड़मेर या जोधपुर तक आते है फिर इनसे पेसे लेकर गायब हो जाते है

2 ........... सेना का चिकारा शिकार मामला :अब होगा न्यालय में प्राथना पत्र दाखिल


बाड़मेर 30 नवंबर।बुधवार को सेना केम्प में चिकारा के शव मिलने का मिलने के मामले में नया मोड़ आ गया है अब वन विभाग के जिला वन अधिकारी बीआर भादू के मुताबिक जो हमने दूसरा समन भेजा तो झांसी स्थित सेना की 88 आर्म्ड वर्कशॉप यूनिट ने बाड़मेर के निम्बला गांव से बाड़मेर में ही कई और जगह पर चले गए है और जब हमारे जाच अधिकारी उनसे मोबाइल पर बात कि और उनकी बताई जगह पर गए तो भी कोई नहीं मिला फिर सेना की 88 आर्म्ड वर्कशॉप यूनिट के अधिकारियो ने यह जबाब दिया कि हमारा अभ्यास चल रहा है इसलिए हम नहीं उपस्थित हो पाएगे
गुरुवार को जिला वन अधिकारी बीआर भादू के मुताबिक हम आज या कल में न्यालय में प्राथना पत्र पेश करेगे यह प्राथना पत्र सिविल न्याधीश एव न्यायिक मजिस्ट्रेट खंडपीठ बाड़मेर अपना प्राथना पत्र पेश करेगे वही इस मामले में रक्षा प्रवक्ता एस .डी गोस्वामी के अनुसार हमारी युनिटे अभ्यास के दोहरान अपनी जगह बदलती रहती है इस मामले हमारी कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी जिला वन अधिकारी बयान न होने के चलते रुकी हुई है और कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी में एक सिविल गवाह के बयान होने बाकि है जिसका तीन दिन से कोई पता नहीं लग पा रहा है जिसके चलते हमारी कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी आगे नहीं बढ़ पा रही है
गोरतलब है कि सैन्य कैंप में चिंकारा के कटे सिर व मांस और जिप्सी में मिले खून के निशान महत्वपूर्ण सबूत थे वन विभाग के अधिकारियो का आरोप है कि सेना अभी तक उनका जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं जबकि अनुसंधान में भी चिंकारों का शिकार होना पाया गया था । बाड़मेर में सेना के द्वारा चिंकारा शिकार मामला अब समन और नोटिस में उलझ कर रह गया हैं अब सेना ने भी दो बार नोटिस दे कर वन विभाग के जिला वन अधिकारी , और जाँच अधिकारी को तलब किया हैं जबकि वन विभाग के अधिकारियो ने नोटिस के जवाब में कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी में आने से इनकार कर दिया था


3 ........ 25 कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को कारण बताओ नोटिस


बाड़मेर, 30 नवंबर। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत नियोजित 25 कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को प्रिशक्षण में उपस्थित नहीं होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली ने बताया कि पंचायत समिति स्तर पर कार्यरत कनिष्ठ तकनीकी सहायकों का दो दिवसीय प्रिशक्षण जिला परिषद में 16 से 17 नवंबर तथा 22 एवं 23 नवंबर को रखा गया था। इस प्रिशक्षण में धोरीमन्ना पंचायत समिति के कनिष्ठ तकनीकी सहायक सतीश कुमार, मंदीप कुमार, मनोज कुमार, सिवाना के दिनेश नोगिया, भरतसिंह, सिणधरी के धर्मसिंह, मंदीप कुमार, ओमप्रकाश, अजय शर्मा, बलदेव चौधरी, बालोतरा के नाथूराम, बाड़मेर के बांकाराम, गोपेश भाटी, मनराज मीणा, लक्ष्मणसिंह, मनोज गहलोत, भूपेश वासू, चौहटन के अरूण मिश्रा, रामावतार मीणा, दाताराम मीणा, बायतू के मुकेश मीणा, शिव के हेमंत खत्री, मुकेश मीणा, गोविन्द प्रसाद मीणा, गणेश सोनी को कारण बताओ नोटिस जारी किए है। इनको प्रिशक्षण में अनुपस्थित रहने का कारण संबंधित स्पष्टीकरण तीन दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। ऐसा नहीं करने पर इनके खिलाफ अनुबंध की शर्तो के अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।


. 4 ......... जूनामीठा खेडा में जिला कलेक्टर की रात्रि चौपाल कल


बाडमेर, 30 नवम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान द्वारा गुडामालानी तहसील के जूनामीठा खेडा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल का आयोजन भाुक्रवार 2 दिसम्बर को किया जाएगा। चौपाल की समाप्ति के बाद जिला कलेक्टर द्वारा खुली जन सुनवाई भी की जाएगी।
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि प्रत्येक चौपाल मे संबंधिंत ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की समस्याओं तथा अभियोगों का मौके पर ही निस्तारण करने हेतु क्षेत्र के संबंधित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग, जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सार्वजनिक निर्माण, पाु पालन, कृशि, िक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, रसद विभाग के अधिकारियों के साथ साथ संबंधित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारी एवं पटवार मण्डल के सभी पटवारी तथा ग्राम सेवक आवयक रूप से उपस्थित होंगे। उन्होने बताया कि चौपाल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, पाु चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, रसद वितरण व्यवस्था, कार्मिकों की उपस्थिति, पोशाहार वितरण, विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यो की गुणवता एवं कार्यरत श्रमिकों की उपस्थिति, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की योजनाओं आदि पर प्रत्येक ग्रामवार चर्चा की जाएगी। उन्होने बताया कि 5 दिसम्बर को रामसर तहसील के खारची, 16 दिसम्बर को िव तहसील के आरंग, 23 दिसम्बर को सिवाना तहसील के अजीत तथा 30 दिसम्बर को चौहटन तहसील के सेडवा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर भी रात्रि चौपाल का आयोजन किया जाएगा।
        5 ......... मोहर्रम पर्व की व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक आज
बाडमेर, 30 नवम्बर। मोहर्रम पर्व की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में एक दिसम्बर को दोपहर तीन बजे कांफ्रेन्स हॉल में किया जाएगा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय पर बैठक में उपस्थित होने के निर्दो दिए है।

"संसद में काम नहीं तो सासंदों को पैसा नहीं"

"संसद में काम नहीं तो सासंदों को पैसा नहीं"
नई दिल्ली। बीजेपी सांसद वरूण गांधी ने संसद में हो रहे लगातार हंगामे के बाद टिप्पणी की है। वरूण ने कहा कि संसद में काम नहीं होने की सूरत में सभी सांसदों का वेतन बंद हो जाना चाहिए। वरूण ने कहा कि इस सत्र में 1985 के बाद से सब से कम काम हुआ।

वरूण ने कहा कि कम काम होने से समय आ गया है कि अब एक नियम बना दिया जाए। इस नियम के तहत जो सांसद जितने काम करेंगे उन्हें उतने ही वेतन दिया जाएगा। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी टि्वटर पर लिखा था कि सांसद अगर संसद में काम नहीं करते हैं। तो उन्हें भत्ता नहीं दिया जाए।

गौरतलब है कि पिछले सात दिन से एफडीआई मुद्दे पर संसद नहीं चल रही है।

पाकिस्तान जाने की फिराक में दो बंगलादेशी पकडे सरहद पर

पाकिस्तान जाने की फिराक में दो बंगलादेशी पकडे सरहद पर 


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सरहदी गाँव गडरा रोड में खुफिया एजेंसी ने आज पकिस्तान जाने की फिराक में सरहद पर पन्हुंचे दो बंगलादेशी युवको को गिरफ्तार किया हें सूत्रों ने बताया की आज सुबह गडरा में संदिग्ध दो युवको को विचरण करते देखा तो उन्हें एजेंच्य के जवानों ने पकड़ लिया प्रारम्भिक पूछताछ में उन्होंने अपने नाम अब्दुल सुमार तथा अब्दुल सम्मिम बताये दोनों शुभंगंज बंगलादेश के रहने वाले हें उन्होंने बताया की वे बंगलादेश से पकिस्तान जाना चाहते थे वे कलकत्ता देहली  जयपुर अजमेर होते हुए बाड़मेर पंहुचे थे वे एक दलाल के साथ बाड़मेर तक आये बाड़मेर से उन्हें बस में बिठाकर गायब हो गए बस से गडरा पंहुचे उन्होंने बताया की उन्हें दलाल ने बताया की पकिस्तान में रोजगार की अधिक संभावना हें इसके लिए पश्चिम राजस्थान की पकिस्तान से लगाती सरहद से आसानी से पकिस्तान जाया जा सकता हें दलाल में उनसे पांच पांच हज़ार रुपये लिए .दोनों को बाड़मेर लाया जायेगा जन्हा उनसे विभिन सुरक्षा और खुफिया  एजेंसिया संयुक्त पूछताछ करेगी .

लात घूंसों से हुई थी भंवरी की पिटाई



लात घूंसों से हुई थी भंवरी की पिटाई

जयपुर। भंवरीदेवी प्रकरण की जांच की धीरे-धीरे रफ्तार बढ़ने के साथ ही कई सनसनीखेज मामलों का खुलासा हो रहा है। इस बहुचर्चित प्रकरण में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद थे कि अपहरण के बाद न केवल अपहर्ताओं ने भंवरी के साथ बुरी तरह मारपीट कर खाली दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए, बल्कि भंवरी का काम तमाम करने की रिकार्डिग भी की। जांच में इन तथ्यों का खुलासा होने के बाद सीबीआई और पुलिस की संयुक्त टीम भी भंवरी की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सबूतों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है। बताया जाता है कि अपहर्ताओं ने भंवरी को लात-घूसों से बुरी तरह मारा था, जिससे भंवरी के मुंह से खून का फौव्वारा छूट पड़ा था।

बोलेरो से खून के नमूने भी उठाए
भंवरी देवी प्रकरण में सीबीआई और पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त शहाबुद्दीन तथा सोहन लाल से पूछताछ में भंवरी के मामले में काफी महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई हैं, जिनकी तस्दीक भी करवाई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि अपने अपहरण का पता लगने पर भंवरी ने बोलेरो से कू दने का प्रयास भी किया।

इस पर शहाबुद्दीन और अन्य अपहर्ताओं ने भंवरी को गाड़ी में पैरों तले पटक लिया और उसकी लात घूसों से जम कर पिटाई कर डाली। घूसों से भंवरी के मुंह से खून का फौव्वारा फूट गया था और बोलेरो में काफी खून फैल गया था। सूत्रों ने बताया कि भंवरी प्रकरण के मुख्य ष्ाड़यंत्रकर्ता सहीराम ने भंवरी की लाश को ठिकाने लगाने का काम दूसरे गिरोह को सौंपा था।

इसके चलते अपहर्ता भंवरी की हत्या करने के बाद लाश को सौंपने के लिए दूसरे गिरोह के इंतजार मे भटकते रहे। इस दौरान अपहर्ता करीब तीन घंटे तक भंवरी की लाश को बोलेरो में लेकर इधर-उधर भटकते रहे। हालांकि, इन सबके बाद एक बार फिर बात सहीराम पर आकर ही टिक रही है, जिसकी गिरफ्तारी के साथ ही उम्मीद की जा रही है कि सारा पेचोखम दुरूस्त हो जाएगा।

बोलेरों को धोया भी गया था
बताया जाता है कि बोलेरो मे काफी खून फैल जाने से शहाबुद्दीन घबरा गया था और उसने बोलेरो से सबूत मिटाने की नीयत से एक वर्कशॉप में गाड़ी की धुलवाई भी करवा ली थी। इसके बावजूद सीएफएसएल टीम को बोलेरो की जांच-पड़ताल के दौरान खून के नमूने उठाने में सफलता मिल ही गई। जांच के दौरान खून के धब्बों और भंवरी के सिर के बाल मिलने को भी हत्या के मामले में अहम सबूत माना जा रहा है।

भंवरी की तलाश में नहर ने उगली 30 लाशें

भंवरी की तलाश में नहर ने उगली 30 लाशें
जयपुर। एक भंवरी की तलाश में एक नहर ने 30 से भी अधिक लाशें उगल दीं। इनमें से करीब डेढ़ दर्जन शव तो महिलाओं के हैं। यह हैरत भरा वाकया इंदिरा नहर में एएनएम भंवरी देवी की लाश तलाशने के दौरान का है, जिसमें भंवरी की लाश तो बरामद नहीं हो सकी। अलबत्ता 30 से भी अधिक अन्य लाशें जरूर मिल गई, जिनकी पहचान भी हो पाना मुश्किल है।

दिन-ब-दिन इन आंकड़ों में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। पुलिस की मानें, तो पड़ोसी राज्य से नहर में फेंके जाने वाले शव या आत्महत्या करने वाले लोगों की लाशें भी राजस्थान की सीमा में ही बहाव के साथ आ जाती हैं। अगर औसत निकालें तो हर महीने में 8-10 और पूरे साल में करीब सौ या उससे अधिक लाशें इस नहर में समा जाती हैं। इनमें से अधिकांश को अंतिम क्रिया भी नसीब नहीं होती।

गौरतलब है कि सीबीआई व पुलिस के अनुसंधान के दौरान एएनएम भंवरी का अपहरण कर हत्या कर दिये जाने की बात सामने आ रही है। इसी के चलते शेखावाटी व मारवाड़ स्थित नहरों से मिले अज्ञात महिलाओं के शवों की पड़ताल भी जोर पकड़े हुए है। सीबीआई की ओर से भंवरी को अपहरण कर हरियाणा ले जाए जाने की भी बात कही जा रही है। इसी आंशका के मद्देनजर हरियाणा से राजस्थान में आने वाली इंदिरा गांधी नहर में तलाश जारी है। मिले अज्ञात महिलाओं के शवों की पड़ताल भी जोर पकड़े हुए है।

शिनाख्त नहीं होने पर दाह संस्कार
इंदिरा गांधी नहर में प्रतिमाह औसतन करीब दस अज्ञात शव पड़ोसी राज्यों हरियाणा व पंजाब से बह कर यहां आ जाते हैं। यहां पुलिस शवों की पहचान आसपास के क्षेत्र में कराने के साथ समीपवर्ती पड़ोसी राज्य को सूचना दे दी है लेकिन कोई जबाब नहीं आने और शवों की पहचान नहीं होने पर तीन दिन की औपचारिक कार्रवाई के बाद शवों का दाह संस्कार कर दिया जाता है।

शव ठिकाना लगाने का जरिया बनी नहर
मारवाड़ व शेखावाटी क्षेत्र की जीवन दायिनी इंदिरा गांधी नहर पड़ोसी राज्य के बदमाशों के लाश ठिकाने लगाने का जरिया बनी हुई है। हनुमानगढ़ पुलिस ने प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रतिवष्ाü नहर से करीब सौ से अधिक ऎसे शव बरामद किए जाते हैं, जिनकी शिनाख्तगी नहीं हो पाती। जानकारी के मुताबिक, यह नहर राजस्थान के हनुमानगढ़ में प्रवेश करते हुए बीकानेर, चुरू होते हुए जोधपुर में जाकर समाप्त होती है। इस नहर में करीब पांच से अधिक जिलों की नहरें भी आकर मिलती हैं। आंकड़ों पर नजर डालें, तो इंदिरा नहर से प्रतिवष्ाü करीब सौ से अधिक अज्ञात शवों को बाहर निकाला जाता है। इसमें अधिकांश शव महिलाओं के होते हैं।

भारत के 48 प्रतिशत पुरुषों की खराब है नीयत


क समय था जब परंपरा के तहत लोग सेक्‍स व्‍यवहार करते थे। इसकी एक उम्र होती थी कुछ रिवाज होते थे। लेकिन हाल ही में भारत में हुए सर्वे ने बड़ा खुलासा किया है।

सर्वे में पाया गया है कि आज भारतीय समाज में पुरुष और महिला संबंधों के मामलों में काफी स्‍वछंद विचार रखते हैं।

सर्वे में पाया गया है कि 48 प्रतिशत पुरुष एक से अधिक महिलाओं से संबंध रखते हैं। जबकि 71 फीसदी महिलाओं के पूरे सेक्स जीवन में केवल एक ही पुरुष रहा है।

लगभग आधी आबादी अब भी शादी से पहले सेक्स को गलत मानती है। पुरुष सेक्स के नजरिए से महिलाओं के मुकाबले ज्‍यादा संतुष्ट जिंदगी जी रहे हैं।

महिलाएं आज भी अपने पुरुष मित्र, प्रेमी या पति के प्रति अपेक्षाकृत ज्‍यादा वफादार हैं।

मारवाड़ व मेवाड़ का पहला राष्ट्रीय उद्यान होगा कुंभलगढ़ नेशनल पार्क


वन्यजीव गणना के आंकड़े जारी, जरख, नीलगाय समेत कई वन्यजीवों की संख्या भी हुई कम

कुंभलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में सत्र 2011 में हुई गणना के आंकड़ों में पेंथर की संख्या घट गई है। इसके अलावा जरख व नीलगाय समेत कई अन्य वन्यजीवों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। पिछले साल की गणना के आंकड़ों पर नजर डाले तो इस साल कुल 3279 वन्यजीवों में कमी दर्ज की गई है। अभयारण्य क्षेत्र में 2011 में कुल मिलाकर जंगली जानवरों की तादाद 16 हजार 12 दर्ज की गई, जो सालभर पहले वर्ष 2010 में यहां 19 हजार 291 जानवरों की गिनती की गई थी।
28 मई को हुई थी गणना : पाली, राजसमंद व उदयपुर जिले की सीमा में 610 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले कुंभलगढ़ अभयारण्य क्षेत्र में 28 मई को बुद्ध पूर्णिमा की चांदनी रात में जंगली जानवरों की आंखों देखी गणना की गई थी। इस गणना के लिए अभयारण्य क्षेत्र में 75 कृत्रिम व 75 प्राकृतिक वाटर हॉल वन विभाग द्वारा चिह्नित किए गए थे। करीब 250 वन कर्मियों, पर्यावरण प्रेमियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गुप्त तरीके से वाटर हॉल के समीप बैठकर अपनी प्यास बुझाने पहुंचे जंगली जानवरों की आंखों देखी गणना की। इस गणना में जंगली जानवरों के फुट प्रिंट भी लिए गए। दोनों विधि से तुलनात्मक गणना में जंगल में वन्य जीवों के साथ ही पक्षियों की करीब कुल तादाद 16 हजार 12 रही।
पिछले वर्ष इतने थे वन्यजीव
गत वर्ष 2010 में कुंभलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में पेंथर 95, भालू 221, जरक 185, सियार 411, चौसिंगा 122, सांभर 222, नीलगाय 2037, चिंकारा 15, जंगली सुअर 666, भेडिय़ा 53, लोमड़ी 98, सेही 112, बिज्जू 87, जंगली बिल्ली 92, जंगली मुर्गा 1992, बंदर 7857, नेवला 189, मगरमच्छ 11 वहीं कठफोड़वा, जल मुर्गा, तोता, करेवा, कछुआ, मोर, घडिय़ाल, भूमि कछुआ, मोर, गोह, बाज, गिद्ध, ईगल, झापटा, हरियल, काला बगुला, धनेश, गाय बगुला, बरबर, कील कीला की तादाद 2613 थी।


मारवाड़ व मेवाड़ का पहला राष्ट्रीय उद्यान होगा कुंभलगढ़ नेशनल पार्क

पाली, राजसमंद व उदयपुर जिले की 508.60 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की सीमा पर पसरे कुंभलगढ़ व टांडगढ़ अरावली क्षेत्र अभयारण्य को मिलाकर बनने वाले कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद मारवाड़ व मेवाड़ क्षेत्र का यह प्रथम राष्ट्रीय उद्यान होगा। इस बात की पूरी संभावना है कि रणकपुर, परशुराम महादेव एवं कुंभलगढ़ फोर्ट के बाद अब कुंभलगढ़ अभयारण्य देशी व विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। जब इस क्षेत्र में पर्यटकों की तादाद बढ़ेगी तो पर्यटन पर आधारित उद्योग-धंधे बढ़ेंगे। पर्यटकों के आवागमन से होटल व्यवसाय, ऊंट सफारी, हॉर्स सफारी, जंगल विजिट के नाम से जहां एक ओर रोजगार के साधन बढ़ेंगे, वहीं सरकार को भी अच्छा-खासा राजस्व प्राप्त होगा। कुंभलगढ़ को राष्ट्रीय उद्यान की कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही क्षेत्र के वाहन चालक, होटल मालिक, रणकपुर मंदिर प्रशासन में खुशी की लहर छा गई है। विश्व प्रसिद्ध रणकपुर जैन मंदिर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन ने गोडवाड़ महोत्सव व रणकपुर फेस्टिवल की शुरुआत की है। अब कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के बन जाने के बाद पर्यटक रणकपुर, परशुराम महादेव व कुंभलगढ़ के अवलोकन के बाद अब वे राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण कर जंगली जानवरों को समीप से देखने का भी लुत्फ उठा सकेंगे।

उद्यान में सबसे अधिक भूभाग पाली जिले का : हाल ही में कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को मंजूरी मिलने के बाद एक नजर डालें तो पाली, राजसमंद व उदयपुर जिले की सीमा में 508.60 वर्ग किलोमीटर की सीमा में पसरे कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में पाली जिले का भूभाग सबसे अधिक रहेगा । कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में उदयपुर जिले का 82.52, राजसमंद जिले का 167.28 एवं पाली जिले का 258.78 वर्ग किलोमीटर का भूभाग इस उद्यान में आएगा। कुंभलगढ़ का 401.51 वर्ग किमी एवं टांडगढ़ रावली का 107 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को मिलाकर कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान बनना है।

उद्यान से गुजर रहे तीन स्टेट हाइवे : कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के मध्य से तीन स्टेट हाइवे गुजर रहे हैं। वन विभाग के अनुसार देसूरी से चारभुजा साढ़े छह किलोमीटर, रणकपुर से सायरा साढ़े सात किलोमीटर, दिवेर से कोट 7 किलोमीटर स्टेट हाईवे इसी उद्यान से गुजरेगा। देसूरी से चारभुजा वाला मार्ग नेशनल हाइवे व मेगा हाइवे में तब्दील हो चुका है ।

उद्यान क्षेत्र में आए हुए हैं 36 मंदिर

कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में विश्व प्रसिद्ध रणकपुर जैन मंदिर, प्रदेश का प्रमुख परशुराम महादेव कुंडधाम मंदिर, अमर गंगा, परशुराम महादेव गुफा मंदिर, परशुराम महादेव फूटा देवल मंदिर, रणकपुर के समीप स्थित शक्ति माता मंदिर, पिपरोली माता, खीमज माता, कोड माता, मंडावरी माता, सूरज कुंड मंदिर, नागदेवता मंदिर, सेजिया महादेव मंदिर, कालिया महादेव मंदिर, रूपनगर, गडरी महादेव, नाल माता, सेली नाल जंबुमाता, गणपति मंदिर आदि पूजा-स्थलों के साथ हाथी पुलिया झरना, कुंडधाम का झरना, भमर कुंड का झरना, परशुराम महादेव गुफा स्थल का झरना इस राष्ट्रीय उद्यान के प्रमुख आकर्षण का केंद्र होंगे।

वर्ष 2010 में प्रस्ताव भेजा था

कुंभलगढ़ को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा देने के लिए वन विभाग ने वर्ष 2010 में प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा था। वन अधिकारियों ने आग्रह किया था कि कुंभलगढ़ व टांडगढ़ रावली अभयारण्य क्षेत्र को मिलाकर राष्ट्रीय उद्यान बनाया जाए। इससे यहां पर्यटकों की तादाद बढऩे के साथ ही सरकार को अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। विभाग ने अरावली राष्ट्रीय उद्यान एवं कुंभलगढ़ राष्ट्रीय उद्यान दो नाम सरकार को सुझाए थे। अंत में वन मंत्री जो स्वयं पाली जिले का नेतृत्व करती हैं, उन्होंने पहल कर कुंभलगढ़ नाम से राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिलाया।

सुमेरपुर. शिकायत पर जांच करते तहसीलदार व अन्य।

सादड़ी, कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में 28 मई 2011 को संपन्न हुई वन्य जीवों की गणना के अनुसार पेंथर 83, सियार 340, जरक 159, जंगली बिल्ली 72, मरू बिल्ली 5, लोमड़ी 105, भेडिय़ा 45, भालू 185, बिज्जू 74, सियागोश 1, चीतल 0, सांभर 209, नीलगाय 1803, चिंकारा 11, चौसिंगा 134, जंगली सुअर 405, सेही 95, सारस 20, गिद्ध 26, जंगली मुर्गा 1606, मगरमच्छ 22, बंदर 6513, मोर 2260, रस्टी केट, रूडी नेवला 11, छोटा नेवला 37, खरगोश 184, बजर्ड 8, रेड स्पर फ्राउल 140, हरियल 360, उल्लू 78, जंगली मुर्गा 1594, काला बिज्जू 67, जाऊ चूहा 4, केटेकल 3, लंबी चोंच वाला गिद्ध 12, ईगल 20, कोयल 10, हरियल 154, तीतर 320, बटेर 121, टिटहरी 12, बगुला 21, सारस क्रेन 4, आड़ 10, बार्बलर 140, किलकिला 13, गाय बगुला 39, तोता 110, कबूतर 47, कौआ 28, काला बगुला 2, धनेश 7, चमगादड़ 10, मगरमच्छ 22, कछुआ 37, भूमि कछुआ 13, गोह 53, अजगर 2 हैं।

वन्यजीव गणना के आंकड़े जारी, जरख, नीलगाय समेत कई वन्यजीवों की संख्या भी हुई कम

कुंभलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में सत्र 2011 में हुई गणना के आंकड़ों में पेंथर की संख्या घट गई है। इसके अलावा जरख व नीलगाय समेत कई अन्य वन्यजीवों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। पिछले साल की गणना के आंकड़ों पर नजर डाले तो इस साल कुल 3279 वन्यजीवों में कमी दर्ज की गई है। अभयारण्य क्षेत्र में 2011 में कुल मिलाकर जंगली जानवरों की तादाद 16 हजार 12 दर्ज की गई, जो सालभर पहले वर्ष 2010 में यहां 19 हजार 291 जानवरों की गिनती की गई थी।

28 मई को हुई थी गणना : पाली, राजसमंद व उदयपुर जिले की सीमा में 610 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले कुंभलगढ़ अभयारण्य क्षेत्र में 28 मई को बुद्ध पूर्णिमा की चांदनी रात में जंगली जानवरों की आंखों देखी गणना की गई थी। इस गणना के लिए अभयारण्य क्षेत्र में 75 कृत्रिम व 75 प्राकृतिक वाटर हॉल वन विभाग द्वारा चिह्नित किए गए थे। करीब 250 वन कर्मियों, पर्यावरण प्रेमियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गुप्त तरीके से वाटर हॉल के समीप बैठकर अपनी प्यास बुझाने पहुंचे जंगली जानवरों की आंखों देखी गणना की। इस गणना में जंगली जानवरों के फुट प्रिंट भी लिए गए। दोनों विधि से तुलनात्मक गणना में जंगल में वन्य जीवों के साथ ही पक्षियों की करीब कुल तादाद 16 हजार 12 रही।

पिछले वर्ष इतने थे वन्यजीव

गत वर्ष 2010 में कुंभलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में पेंथर 95, भालू 221, जरक 185, सियार 411, चौसिंगा 122, सांभर 222, नीलगाय 2037, चिंकारा 15, जंगली सुअर 666, भेडिय़ा 53, लोमड़ी 98, सेही 112, बिज्जू 87, जंगली बिल्ली 92, जंगली मुर्गा 1992, बंदर 7857, नेवला 189, मगरमच्छ 11 वहीं कठफोड़वा, जल मुर्गा, तोता, करेवा, कछुआ, मोर, घडिय़ाल, भूमि कछुआ, मोर, गोह, बाज, गिद्ध, ईगल, झापटा, हरियल, काला बगुला, धनेश, गाय बगुला, बरबर, कील कीला की तादाद 2613 थी।




बाड़मेर .....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी

शराब के नशे में धुत्त मिला शिक्षक निलंबित

बाड़मेर जिले के रा.उ.प्रा.वि. खेतसिंह की ढाणी में कार्यरत शिक्षक शराब के नशे में धुत्त मिलने पर एसीओ की रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा बाड़मेर ने उसे निलंबित कर दिया। जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप सोमवार को आकस्मिक निरीक्षण करने रा.उ.प्रा.वि. खेतसिंह की ढाणी पहुंचे। वहां पर कार्यरत शिक्षक रायसिंह सोढ़ा शराब के नशे में धुत्त मिला। साथ ही स्कूल में अनियमितताएं सामने आई। इसकी रिपोर्ट तैयार कर जिला शिक्षाधिकारी को सौंपी गई। इस पर मंगलवार को जिला शिक्षाधिकारी पृथ्वीराज दवे ने शिक्षक रायसिंह को निलंबित कर दिया। उसका मुख्यालय बीईईओ कार्यालय सिणधरी कर दिया है।

अवैध शराब सप्लाई के आरोपियों को पांच दिन रिमांड पर भेजा


बालोतरा  मेगा हाइवे पर स्थित मूंगड़ा चौराहे पर ट्रक से जब्त की गई अवैध शराब की खेप सप्लाई करने के आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें पांच दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

पचपदरा थानाधिकारी उगमराज सोनी ने बताया कि सोमवार को ट्रक से 100 कार्टन अवैध शराब बरामद करने के साथ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जिन्हें मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां पर आरोपी चालक वकील खां पुत्र जंगबाज खां निवासी बरखेड़ा व सह चालक इशाक खां पुत्र मुंशी खां निवासी सादल खेड़ा चित्तौडगढ़़ को पूछताछ के लिए पांच दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपने के निर्देश दिए गए। दोनों आरोपियों को पुन: 3 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा।



'वो अपने बेटे संग मुझे जबरन सुलाती थी, कराती थी गलत काम'!

अम्बाला सिटी.असम की मासूम प्रतिमा (काल्पनिक नाम) की किडनैपिंग के बाद दुष्कर्म के मामले में फंसी एक महिला सहित तीन आरोपियों को कोर्ट ने दोषी करार सुनाया है जबकि इसी मामले में फंसी दो अन्य महिलाओं को कोर्ट ने साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया है। कोर्ट ने आरोपियों की सजा के लिए आज का दिन मुकर्रर किया है।



सिटी सदर पुलिस ने सात अक्टूबर 2010 को असम की नाबालिग प्रतिमा की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ किडनैपिंग, गलत धंधे में धकेलना, नशा देना व दुष्कर्म करने का मामला दर्ज किया था। प्रतिमा ने बताया कि करीब दो साल पहले वह अपने घर के नजदीक रेलवे स्टेशन के पास खेल रही थी। तब उसे रोजीना बेगम उर्फ रोजी व उसका बेटा मोहित रमन उर्फ राज जबरदस्ती पकड़कर ट्रेन से दिल्ली ले आए थे जहां ये दोनों किराए के मकान में रहते थे। उस समय रोजी जबरदस्ती अपने बेटे राज को उसके साथ सुलाती थी।



तब राज ने कई बार उसके साथ गलत काम किया। बाद में वह उसे नशा देकर गलत काम करने लगा। करीब सात-आठ दिन बाद यह दोनों उसे दिल्ली में पूनम और उसके बेटे राजू तथा उसकी पत्नी मुस्कान के पास छोड़ दिया। फिर राजू उसके साथ गलत काम करने लगा।



बाद में यह लोग उसे अम्बाला सेक्टर दस स्थित मीना के मकान पर छोड़कर चले गए जहां से दो लड़के उसे कैंट के एक होटल में ले गए जहां उसे जबरन शराब पिलाई गई और उसके साथ गलत काम किया। अगली सुबह दोनों उसे होटल पर छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह वह मीना के घर पहुंची।



उसके शोर मचाने पर वहां से गुजर रही एक महिला ने उसे सरकारी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने 25 अक्टूबर 2010 को दिल्ली की पूनम, राजू और राजू की पत्नी मुस्कान को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद आरोपियों की निशानदेही पर 27 अक्टूबर 2010 को मोहित रमन उर्फ राज और रोजीना बेगम उर्फ रोजी को हिरासत में लिया। कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए मोहित रमन उर्फ राज, रोजीना बेगम और राजू को दोषी करार सुनाया है जबकि पूनम और मुस्कान को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया है।



इसलिए हुई दोनों महिलाएं बरी: मामले में पूनम और मुस्कान की तरफ से कोर्ट में पैरवी कर रहे एडवोकेट सुनील आनंद और शैलेंद्र शैली ने बताया कि इन दोनों महिलाओं पर नाबालिग को गलत धंधे में धकेलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।



छोटी सी उम्र में गर्भवती हो गई थी प्रतिमा



मासूम प्रतिमा पर एक के बाद एक आरोपियों ने इतने जुल्म ढहाए कि छोटी सी उम्र में वह गर्भवती हो गई थी। यही कारण था कि पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए जुर्म की साजिश और जुर्म करने वाले आरोपियों को एक के बाद एक गिरफ्तार किया था। इधर, प्रतिमा के बयान रिकार्ड होने के बाद उसे रोहतक ऑब्जरवेशन होम में भेज दिया था। हालांकि मेडिकल चेकअप के बाद प्रतिमा का बच्चा किसी कारण गिर गया था।



तेजो ने की थी प्रतिमा की मदद



उस रोज प्रतिमा सेक्टर दस स्थित मीना के मकान में थी। जब प्रतिमा रो रही थी जिसकी आवाज सुनकर वहां से गुजर रही तेजो मकान में दाखिल हुई और उसने प्रतिमा को सिटी सिविल अस्पताल में दाखिल कराया। प्रतिमा पर हुए अत्याचार की कहानी सुनकर तेजो ने पुलिस को बताया था।

थार में बोफोर्स के धमाके


थार में बोफोर्स के धमाके

पश्चिम सरहद पाकिस्तान को दहलाने के लिए पश्चिम सरहद पर चल रहे युद्धाभ्यास सुदर्शन शक्ति अपने चरम पर पहंुच गया हैं। कमान की डेजर्ट कोर तथा स्ट्राइक कोर के जवान पूरी क्षमता के साथ आधुनिक हथियारों से युद्ध कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके तहत रेत के समंदर में बोफोर्स तोपों के धमाके भी गूंज रहे हैं। युद्धाभ्यास के इस चरण में युद्ध की संचार प्रणाली के परखा जा रहा है।

दुश्मन की निगाह से बचने के साथ ही उसकी गतिविधियों पर आधुनिक संचार उपकरणों से नजर रखी जा रही है। नेटवर्क सेंट्रिक वारफेयर के तहत वार रूम में बैठे सैन्य अधिकारी दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने का अभ्यास कर रहे हैं। ऑपरेशन विजय के दौरान पाकिस्तान को खदेड़ने में अहम भूमिका निभाने वाली बोफोर्स तोप इस काल्पनिक युद्ध में भी दूर-दूर तक ब्लू फोर्स व रेड फोर्स के बीच सटीक निशाने साध रही है।

दुश्मन को खदेड़ने के लिए मैकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री के जवान तोप तथा अन्य हथियारों से दुश्मन के तबाह कर रहे हैं। रेतीलों धोरों में टैंक पूरी क्षमता के साथ दिए गए लक्ष्य पर गोले दागकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं। दुश्मन की निगाह से बचाने के लिए इन टैंकों तथा अन्य साजों-समान को विशेष जाली से ढका गया है। आने वाले दिनों में इस युद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमान अपना युद्ध कौशल दिखाएंगे। अभी वायुसेना के लड़ाकू विमान पूरी पश्चिमी सीमा पर ऑपरेशन महा गुजराज के दौरान अपनी क्षमता प्रदर्शन कर रहे हैं।

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जिस्म का सौदा कराने वाली एक और अभिनेत्री का उठा 'घूंघट'!


पुणे.मराठी फिल्मों की 80-90 दशक की मशहूर अभिनेत्री पद्मजा बापट (54) को पुणे पुलिस ने सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बापट के साथ सेक्ट रैकेट में शामिल दो अन्य महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है। मगर उनके नाम का खुलासा नहीं किया है।


पुणे पुलिस को शहर के पॉश इलाके उंद्री में सेक्स रैकेट चलने की जानकारी मुखबिर से मिली थी। इस सूचना की दफ्तीश करने पर अभिनेत्री पद्मजा बापट द्वारा एक रो-हाउस से सेक्स रैकेट चलाये जाने की पुष्टि हुई। पुलिस का कहना है कि बापट अपने ग्राहकों से पहले मोबाइल के जरिए संपर्क करती थी और ग्राहक के रईस होने का विश्वास होने पर ही बात आगे बढ़ाती थी।

बता दें कि हाल के दिनों में पुणे में सक्रिय सेक्स रैकेट के पर्दाफाश होने की यह दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 20 नवंबर को पुणो पुलिस के सामाजिक सुरक्षा सेल (एसएससी) ने राजा बहादुर मिल रोड स्थित एक फाइवस्टार होटल में छापा मारकर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था।

इस छापे में पुलिस ने बॉलीवुड की फिल्म ‘लम्हा’ और टीवी सीरियल ‘कसौटी जिंदगी की’ में अभिनय करने वाली अजहरा जान उर्फ जारा (21) और उसके दलाल नीरज भदानी (27) को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि जारा अपने ग्राहक को सर्विस देने के बदले प्रतिघंटे डेढ़ लाख रुपये लेती थी।


इससे पहले 1 नवंबर को पुणे पुलिस ने ही अंतर्राष्ट्रीय कॉलगर्ल रैकेट का भी भंडाफोड़ किया था। इस सेक्स रैकेट में पुलिस ने तुर्कीमिनिस्तान (रशिया) की जे.होवाजाल सहित दो अन्य विदेशी महिला को गिरफ्तार किया गया था। ये तीनों विदेशी महिला भारत में टुरिस्ट विजा पर आई हुईं थी और दिल्ली, बैंगलोर व पुणो में कॉलगर्ल का रैकेट चला रही थीं।

इस मंत्र के जप से दूर होगी हर मुश्किल

भगवान गणेश को विघ्नविनाशक कहा जाता है अर्थात इनका नाम लेने से ही हर संकट दूर हो जाता है और बड़ी से बड़ी मुश्किल आसान हो जाती है। भगवान श्रीगणेश के नीचे लिखे मंत्र का यदि विधि-विधान से जप किया जाए तो हर समस्या कुछ ही क्षणों में दूर हो सकती है। यह मंत्र इस प्रकार है-
मंत्र

गजाननं भूत गणादि सेवितं कपित्थ जम्बू फल चारूभक्षणं।

उमासुतं शोक विनाशकारकं नमामि विघ्रेश्वर पाद पंकजम।।



जप विधि

- इस मंत्र जप का प्रारंभ बुधवार से करें।

- बुधवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के पश्चात साफ वस्त्र पहनकर भगवान श्रीगणेश का पूजन करें और उन्हें दुर्वा चढ़ाएं।

- इसके बाद कुश के आसन पर बैठकर पन्ने की या रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें।

- कुछ ही दिनों में आपकी हर समस्या का निदान हो जाएगा।