बुधवार, 30 नवंबर 2011

लात घूंसों से हुई थी भंवरी की पिटाई



लात घूंसों से हुई थी भंवरी की पिटाई

जयपुर। भंवरीदेवी प्रकरण की जांच की धीरे-धीरे रफ्तार बढ़ने के साथ ही कई सनसनीखेज मामलों का खुलासा हो रहा है। इस बहुचर्चित प्रकरण में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद थे कि अपहरण के बाद न केवल अपहर्ताओं ने भंवरी के साथ बुरी तरह मारपीट कर खाली दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए, बल्कि भंवरी का काम तमाम करने की रिकार्डिग भी की। जांच में इन तथ्यों का खुलासा होने के बाद सीबीआई और पुलिस की संयुक्त टीम भी भंवरी की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सबूतों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है। बताया जाता है कि अपहर्ताओं ने भंवरी को लात-घूसों से बुरी तरह मारा था, जिससे भंवरी के मुंह से खून का फौव्वारा छूट पड़ा था।

बोलेरो से खून के नमूने भी उठाए
भंवरी देवी प्रकरण में सीबीआई और पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त शहाबुद्दीन तथा सोहन लाल से पूछताछ में भंवरी के मामले में काफी महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई हैं, जिनकी तस्दीक भी करवाई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि अपने अपहरण का पता लगने पर भंवरी ने बोलेरो से कू दने का प्रयास भी किया।

इस पर शहाबुद्दीन और अन्य अपहर्ताओं ने भंवरी को गाड़ी में पैरों तले पटक लिया और उसकी लात घूसों से जम कर पिटाई कर डाली। घूसों से भंवरी के मुंह से खून का फौव्वारा फूट गया था और बोलेरो में काफी खून फैल गया था। सूत्रों ने बताया कि भंवरी प्रकरण के मुख्य ष्ाड़यंत्रकर्ता सहीराम ने भंवरी की लाश को ठिकाने लगाने का काम दूसरे गिरोह को सौंपा था।

इसके चलते अपहर्ता भंवरी की हत्या करने के बाद लाश को सौंपने के लिए दूसरे गिरोह के इंतजार मे भटकते रहे। इस दौरान अपहर्ता करीब तीन घंटे तक भंवरी की लाश को बोलेरो में लेकर इधर-उधर भटकते रहे। हालांकि, इन सबके बाद एक बार फिर बात सहीराम पर आकर ही टिक रही है, जिसकी गिरफ्तारी के साथ ही उम्मीद की जा रही है कि सारा पेचोखम दुरूस्त हो जाएगा।

बोलेरों को धोया भी गया था
बताया जाता है कि बोलेरो मे काफी खून फैल जाने से शहाबुद्दीन घबरा गया था और उसने बोलेरो से सबूत मिटाने की नीयत से एक वर्कशॉप में गाड़ी की धुलवाई भी करवा ली थी। इसके बावजूद सीएफएसएल टीम को बोलेरो की जांच-पड़ताल के दौरान खून के नमूने उठाने में सफलता मिल ही गई। जांच के दौरान खून के धब्बों और भंवरी के सिर के बाल मिलने को भी हत्या के मामले में अहम सबूत माना जा रहा है।

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